मनोज धामा की लोकप्रियता आज भी बरकरार
इकबाल अंसारी
गाजियाबाद। स्वाभिमान तिरंगा यात्रा, हर घर तिरंगा और आजादी के अमृत महोत्सव पर्व को राष्ट्र के प्रत्येक नागरिक ने बड़े उत्साह और खुशी के साथ मनाया हैं। भारत के नक्शे पर राष्ट्रीय ध्वज की छाया का प्रतिबिंब स्वरूप आवरण प्रत्येक भारतवासी को गौरवविंत कराने के लिए बाध्य कर रहा था। आजादी की पूर्व संध्या 14 अगस्त शाम 5:00 बजे नगर पालिका परिषद लोनी के पूर्व चेयरमैन एवं वर्तमान चेयरमैन रंजीता धामा के द्वारा नगरीय क्षेत्र में स्वाभिमान तिरंगा यात्रा का संयुक्त रूप से आयोजन किया गया।
इस तिरंगा यात्रा में लगभग 10000 लोगों ने सहयोग और समर्थन किया। प्रशासनिक अधिकारियों के द्वारा यात्रा आयोजित करने हेतु शाम के समय का अनुमोदन किया था। वही साथ में मौसम खराब होने के कारण यह यात्रा एक पूरक आयोजन नहीं कहा जा सकता है। लेकिन पूर्व चेयरमैन मनोज धामा की लोकप्रियता इस प्रकार जड़वत बनी रहेगी ? यह किसी ने अनुमान नहीं लगाया था। बरसात के मौसम में धामा के समर्थक बेपरवाह रैली में भागीदारी के लिए तत्पर रहें। बिना किसी दल एवं पार्टी से जुड़े, व्यक्तिगत तौर पर इस प्रकार भीड़ एकत्रित करना स्थानीय राजनेताओं के लिए सपने के जैसा है। बल्कि कई राज्य स्तर के नेताओं के लिए भी इस प्रकार की भीड़ इकट्ठा करना दूर की कौड़ी है। तिरंगा यात्रा से यह बात स्पष्ट हो जाती है कि मनोज धामा की लोकप्रियता विपक्ष के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई है।
स्वाभिमान यात्रा के संयोजक मनोज धामा ने अपने संबोधन में कहा कि 'कुत्ते भोंकते रहते हैं और मस्त हाथी चलता रहता है' ठीक उसी प्रकार हम जनता की सेवा के लिए दिन रात काम करते हैं। नगर की जनता के विकास के लिए दिन-रात प्रयासरत है। नगर की जनता के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर लोगों को शुद्ध पीने का पानी उपलब्ध कराने का प्रयास किया है और इसे बेहतर करने का प्रयास जारी है। यदि जनता को पीने के पानी में भी दिक्कत है तो ऐसे खोखले जनप्रतिनिधित्व का क्या लाभ ? ऐसी घटिया मानसिकता सामान्य राजनीति का समर्थन नहीं करती है। हम द्वेष भावना से दूर, जनता की सेवा में समर्पित है। हमारा कोई विशेष उद्देश्य नहीं है। केवल माननीय प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री के आह्वान अनुसार तिरंगा यात्रा का सफल आयोजन किया गया है। जो लोग इस यात्रा में हमारे सहयोगी के रुप में हमारे साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहे और आगे बढ़े, उनका धन्यवाद।