रविवार, 31 जुलाई 2022

बवाल: ईडी ने शिवसेना नेता राउत को हिरासत में लिया 

बवाल: ईडी ने शिवसेना नेता राउत को हिरासत में लिया 

कविता गर्ग 

मुंबई। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शिवसेना नेता संजय राउत को हिरासत में ले लिया है। शिवसेना नेता को हिरासत में लिए जानें से काफी बवाल मचा हुआ है। इस दौरान शिवसेना सांसद के घर के बाहर समर्थकों की भारी भीड़ देखने को मिली। ईडी पिछले 9 घंटे से उनके घर पर छानबीन कर रही थी। बता दें कि ईडी ने यह छापेमारी पात्रा चॉल घोटाले से जुडे़ मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में की थी। रविवार को ED की टीम सुबह 7 बजे राउत के भांडुप स्थित घर पर पहुंची थी।

हिरासत के बाद संजय राउत का ट्वीट सामने आया है। उन्होंने लिखा, “आप उस व्यक्ती को नहीं हरा सकते.. जो कभी हार नहीं मानता! झुकेंगे नही! जय महाराष्ट्र।” बताया जा रहा है कि ईडी की टीम संजय राउत को लेकर दफ्तर जा रही है और वहां पूछताछ होगी। शिवसेना नेता ने ईडी के द्वारा उनके मुंबई आवास पर तलाशी लेने पर ट्वीट किया कि, “महाराष्ट्र और शिवसेना की लड़ाई जारी रहेगी।” बता दें कि इस मामले में ईडी ने संजय राउत को समन भेजा था लेकिन वह पेश नहीं हुए थे। मामला 1014 करोड़ के पात्रा चाल लैंड स्कैम से जुड़ा है। संजय राउत ने संसद के मानसून सत्र का हवाला देते हुए पूछताछ के लिए पेश होने से इनकार कर दिया था। उन्होंने यह भी कहा था कि अगर हिम्मत है, तो एजेंसी उन्हें गिरफ्तार कर ले।

कांग्रेस ने पार्टियों को भाजपा की ‘बी-टीम’ करार दिया 

कांग्रेस ने पार्टियों को भाजपा की ‘बी-टीम’ करार दिया 

मनोज सिंह ठाकुर 

भोपाल। मध्य प्रदेश में हाल ही में हुए स्थानीय निकाय चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) ने महापौर की एक एवं 40 पार्षद सीट जीतीं। जबकि ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) ने सात पार्षद सीटों पर जीत दर्ज कर प्रदेश में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई। इसी के साथ ये दोनों दल भी प्रदेश में तीसरी ताकत के रूप में उभर कर सामने आये हैं। अब तक प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) एवं समाजवादी पार्टी (सपा) ही तीसरी ताकत के रूप में जाने जाते थे। हालांकि, प्रदेश में अब तक सत्तारूढ़ भाजपा एवं मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस की ही राजनीति रही है और स्थानीय निकाय चुनावों में भी इन्हीं दोनों पार्टियों का दबदबा रहा है। अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आप एवं असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व वाली एआईएमआईएम के इस प्रदर्शन पर मध्य प्रदेश कांग्रेस ने दोनों पार्टियों को भाजपा की ‘बी-टीम’ करार दिया है।

अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आप ने प्रदेश में अपने पहले ही नगरीय निकाय चुनाव में 6.3 प्रतिशत वोट शेयर हासिल करने का दावा किया है। हालांकि, भाजपा और कांग्रेस राज्य में तीसरी ताकत के दावेदारों की बढ़ती संख्या से बेपरवाह दिखाई दे रही है। आप के प्रदेश अध्यक्ष पंकज सिंह ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘हमें शहरी निकाय चुनावों में 6.3 प्रतिशत वोट मिले। प्रदेश के कुल 14 नगर निगमों के लिए हुए महापौर पद के चुनाव में हमारी पार्टी का उम्मीदवार सिंगरौली से जीता और ग्वालियर एवं रीवा में हम तीसरे स्थान पर रहे। ग्वालियर में हमें लगभग 46,000 मत मिले।’’ उन्होंने कहा कि शहरी निकायों में पार्षदों के पदों के लिए हमारी पार्टी ने लगभग 1,500 उम्मीदवारों को मैदान में उतारा था, जिनमें से 40 जीते थे, जबकि 135 से 140 दूसरे नंबर पर रहे। सिंह ने दावा किया कि गैर दलीय आधार पर हुए पंचायत चुनावों में आप समर्थित उम्मीदवारों ने जिला पंचायत सदस्यों के 10 पदों, 23 जनपद सदस्यों, 103 सरपंचों और 250 पंचों पर जीत हासिल की।

उन्होंने कहा कि पार्टी 2023 के विधानसभा चुनावों में मध्य प्रदेश के मतदाताओं को एक मजबूत तीसरा विकल्प देगी, क्योंकि जनता भाजपा और कांग्रेस दोनों से नाराज हैं। आप नेता ने कहा, ‘‘हमारी पार्टी के प्रमुख (केजरीवाल) ने पहले ही हमें सभी 230 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए तैयार रहने के लिए कहा है। हम बूथ स्तर से ही अपने संगठन को मजबूत करने और जन-हितैषी मुद्दों के लिए लड़ने के लिए कमर कसने की प्रक्रिया में हैं।‘‘ उन्होंने कहा,‘‘ आप ने 2014 के लोकसभा चुनाव में सभी 29 सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन उसे दो प्रतिशत वोट मिले थे, जबकि 2018 के विधानसभा चुनावों में पार्टी को केवल एक प्रतिशत वोट मिले थे। लेकिन इस बार स्थानीय निकाय चुनावों में हमने शानदार प्रदर्शन किया है और इसमें हमारी पार्टी का वोट प्रतिशत बढ़कर छह प्रतिशत हो गया।’’

वहीं, मध्य प्रदेश एआईएमआईएम प्रभारी सैयद मिन्हाजुद्दीन ने कहा, ‘‘ हमारी पार्टी ने प्रदेश में हाल ही में हुए स्थानीय निकाय चुनावों में 51 उम्मीदवारों को मैदान में उतारा था, जिनमें से दो महापौर पदों (खंडवा और बुरहानपुर में) के लिए और बाकी 49 पार्षदों के लिए थे।’’ उन्होंने कहा कि हालांकि, वोट शेयर के आंकड़े उपलब्ध नहीं हैं, लेकिन एआईएमआईएम के सात उम्मीदवार पार्षद बन गए हैं। मिन्हाजुद्दीन ने कहा कि असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व वाली एआईएमआईएम ने अभी तक मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव लड़ने के बारे में फैसला नहीं किया है। उन्होंने कहा, ‘‘यह हमारी पार्टी के प्रमुख (ओवैसी) और संगठन पर निर्भर करेगा। लेकिन मुझे व्यक्तिगत रूप से लगता है कि पार्टी नगरीय निकाय चुनावों में अपने अच्छे प्रदर्शन के आधार पर विधानसभा चुनाव लड़ सकती है।’’

स्थानीय चुनावों में उनकी पार्टी के खराब प्रदर्शन के बारे में पूछे जाने पर बसपा प्रदेश अध्यक्ष रमाकांत पिप्पल ने कहा कि पार्टी का मजबूत आधार गांवों में है और शहरी निकाय चुनावों में उसका प्रदर्शन ज्यादा मायने नहीं रखता है। उन्होंने दावा किया,‘‘ फिर भी शहरी निकाय चुनावों में पांच दर्जन से अधिक हमारी पार्टी के उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है और आंकड़े अभी भी जुटाए जा रहे हैं।’ हालांकि, पिप्पल ने यह स्पष्ट किया कि 2023 का विधानसभा चुनाव बसपा सभी सीटों पर लड़ेगी। सपा के प्रदेश अध्यक्ष आर एस पटेल ने कहा कि उनकी पार्टी पूरे समर्पण और उत्साह के साथ नगरी निकाय चुनाव नहीं लड़ सकी क्योंकि उसका संगठनात्मक ढांचा नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘चुनाव में केवल 5-6 उम्मीदवार (सपा के) जीते हैं क्योंकि मैंने हाल ही में कार्यभार संभाला था। हालांकि, हमने विधानसभा चुनावों की तैयारी पूरी ईमानदारी से शुरू कर दी है और पूरी ताकत के साथ लड़ेंगे।’’ मध्य प्रदेश में मतदाताओं के लिए तीसरे मोर्चे के नए विकल्प के बारे में पूछे जाने पर, प्रदेश कांग्रेस मीडिया प्रकोष्ठ के अध्यक्ष केके मिश्रा ने कहा, ‘‘आप और एआईएमआईएम सत्तारूढ़ भाजपा की ‘बी-टीम’ है। लेकिन, इससे हमारी पार्टी की संभावनाओं पर कोई असर नहीं पड़ेगा।’’ वहीं, प्रदेश भाजपा सचिव रजनीश अग्रवाल ने कहा कि मध्य प्रदेश में जब भी तीसरी ताकत मजबूत होती है, वे कांग्रेस के वोटों में सेंध मारते हैं।

भ्रम के कारण गिरफ्तार करने पर 5 लाख का मुआवजा 

भ्रम के कारण गिरफ्तार करने पर 5 लाख का मुआवजा 

इकबाल अंसारी 

बेंगलुरु। कर्नाटक के बेंगलुरु में 56 वर्षीय व्यक्ति को एक आपराधिक मामले में नाम को लेकर भ्रम के कारण गिरफ्तार किए जाने पर पांच लाख रुपये का मुआवजा दिया गया है। यहां कालिदास लेआउट के निवासी निंगाराजू एन ने उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाकर दावा किया था कि 2011 में दर्ज आपराधिक मामले का कथित आरोपी राजू एनजीएन वह नहीं था।

उसके खिलाफ मामले को खारिज करते हुए उच्च न्यायालय ने कहा, “यह चौंकाने वाला है कि एक व्यक्ति को यह पता लगाए बिना गिरफ्तार किया गया है कि क्या वह वही व्यक्ति था, जिसके खिलाफ वारंट जारी किया गया।” न्यायमूर्ति सूरज गोविंदराज ने सात जुलाई के अपने फैसले में कहा कि, “उसकी पहचान सत्यापित नहीं की गई और परिणाम स्वरूप एक निर्दोष व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया।” अदालत ने पीड़ित व्यक्ति को पांच लाख रुपये मुआवजे के तौर पर दिए जाने का निर्देश दिया।

कर्तव्यकाल के रूप में काम करने का आह्वान: पीएम 

कर्तव्यकाल के रूप में काम करने का आह्वान: पीएम 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज़ादी के अमृत महोत्सव के दौरान 13 अगस्त से 15 अगस्त तक लोगों से घर-घर तिरंगा फहराने और आज़ादी के शताब्दी वर्ष तक अगले 25 साल का अमृतकाल हर देशवासी के लिए कर्तव्यकाल के रूप में काम करने का रविवार को आह्वान किया। श्री मोदी ने आज यहां आकाशवाणी में अपने मासिक कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 91वें संस्करण में कहा कि इस बार ‘मन की बात’ बहुत खास है। इसका कारण है, इस बार का स्वतंत्रता दिवस, जब भारत अपनी आज़ादी के 75 वर्ष पूरे करेगा। हम सभी बहुत अद्भुत और ऐतिहासिक पल के गवाह बनने जा रहे हैं। ईश्वर ने ये हमें बहुत बड़ा सौभाग्य दिया है। उन्होंने कहा, “आप भी सोचिए, अगर हम गुलामी के दौर में पैदा हुए होते, तो, इस दिन की कल्पना हमारे लिए कैसी होती? गुलामी से मुक्ति की वो तड़प, पराधीनता की बेड़ियों से आज़ादी की वो बेचैनी – कितनी बड़ी रही होगी।

वो दिन, जब हम, हर दिन, लाखों-लाख देशवासियों को आज़ादी के लिए लड़ते, जूझते, बलिदान देते देख रहे होते। जब हम, हर सुबह इस सपने के साथ जग रहे होते, कि मेरा हिंदुस्तान कब आज़ाद होगा और हो सकता है हमारे जीवन में वो भी दिन आता जब वंदेमातरम और भारत माँ की जय बोलते हुए, हम आने वाली पीढ़ियों के लिए, अपना जीवन समर्पित कर देते, जवानी खपा देते।” प्रधानमंत्री ने कहा कि 31 जुलाई यानी आज ही के दिन, हम सभी देशवासी, शहीद उधम सिंह जी की शहादत को नमन करते हैं। ऐसे अन्य सभी महान क्रांतिकारियों को अपनी विनम्र श्रद्दांजलि अर्पित है जिन्होंने देश के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। उन्होंने कहा कि ये देखकर बहुत ख़ुशी होती है कि आज़ादी का अमृत महोत्सव एक जन आंदोलन का रूप ले रहा है।

सभी क्षेत्रों और समाज के हर वर्ग के लोग इससे जुड़े अलग-अलग कार्यक्रमों में हिस्सा ले रहे हैं। ऐसा ही एक कार्यक्रम इस महीने की शुरुआत में मेघालय में हुआ। मेघालय के बहादुर योद्धा, यू. टिरोत सिंह जी की पुण्यतिथि पर लोगों ने उन्हें याद किया। टिरोत सिंह जी ने खासी हिल्स पर नियंत्रण करने और वहाँ की संस्कृति पर प्रहार करने की अंग्रेजों की साजिश का जमकर विरोध किया था। इस कार्यक्रम में बहुत सारे कलाकारों ने सुंदर प्रस्तुतियाँ दी। इतिहास को ज़िंदा कर दिया। इसमें एक कार्निवल का आयोजन भी किया गया, जिसमें, मेघालय की महान संस्कृति को बड़े ही खूबसूरत तरीके से दर्शाया गया। अब से कुछ हफ्ते पहले, कर्नाटका में, अमृता भारती कन्नडार्थी नाम का एक अनूठा अभियान भी चलाया गया। इसमें राज्य की 75 जगहों पर आज़ादी के अमृत महोत्सव से जुड़े बड़े भव्य कार्यक्रम आयोजित किये गए।

इनमें कर्नाटका के महान स्वतंत्रता सेनानियों को याद करने के साथ ही स्थानीय साहित्यिक उपलब्धियों को भी सामने लाने की कोशिश की गई। श्री मोदी ने कहा आज़ादी के अमृत महोत्सव के तहत, 13 से 15 अगस्त तक, एक विशेष आंदोलन – ‘हर घर तिरंगा- हर घर तिरंगा’ का आयोजन किया जा रहा है। इस आंदोलन का हिस्सा बनकर 13 से 15 अगस्त तक, आप, अपने घर पर तिरंगा जरुर फहराएं, या उसे, अपने घर पर लगायें। तिरंगा हमें जोड़ता है, हमें देश के लिए कुछ करने के लिए प्रेरित करता है। उन्होंने सुझाव दिया कि दो अगस्त से 15 अगस्त तक, हम सभी, अपनी सोशल मीडिया प्रोफाइल पिक्चर में तिरंगा लगा सकते हैं। उन्होंने कहा, “दो अगस्त का हमारे तिरंगे से एक विशेष संबंध भी है। इसी दिन पिंगली वेंकैया की जन्म-जयंती होती है जिन्होंने हमारे राष्ट्रीय ध्वज को डिज़ायन किया था। मैं उन्हें, आदरपूर्वक श्रद्दांजलि अर्पित करता हूँ। अपने राष्ट्रीय ध्वज के बारे में बात करते हुए मैं, महान क्रांतिकारी मैडम कामा को भी याद करूँगा।

तिरंगे को आकार देने में उनकी भूमिका बेहद महत्वपूर्ण रही है।” प्रधानमंत्री ने कहा कि आज़ादी के अमृत महोत्सव में हो रहे इन सारे आयोजनों का सबसे बड़ा सन्देश यही है कि हम सभी देशवासी अपने कर्तव्य का पूरी निष्ठा से पालन करें। तभी हम उन अनगिनत स्वतंत्रता सेनानियों का सपना पूरा कर पायेंगे। उनके सपनों का भारत बना पाएंगे। इसीलिए हमारे अगले 25 साल का ये अमृतकाल हर देशवासी के लिए कर्तव्यकाल की तरह है। देश को आज़ाद कराने, हमारे वीर सेनानी, हमें, ये जिम्मेदारी देकर गए हैं, और हमें, इसे पूरी तरह निभाना है।

रक्षाबंधन के मौके पर कई स्पेशल ट्रेनें चलाएगा, रेलवे 

रक्षाबंधन के मौके पर कई स्पेशल ट्रेनें चलाएगा, रेलवे 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। ट्रेनों में त्योहारों के मौके पर यात्रियों की संख्या काफी बढ़ जाती है। जिससे रिजर्वेशन काउंटर पर टिकट कटाने से लेकर ट्रेनों में यात्रा करने वाले यात्रियों की मारामारी रहती है। रेलवे रक्षाबंधन के मौके पर ट्रेनों में होने वाली भीड़ को देखते हुए भोपाल के रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से कई स्पेशल ट्रेनें चलाने जा रहा है। इससे यात्रियों को भोपाल से रीवा के बीच यात्रा करने में सहूलियत होगी। इन सभी ट्रेनों का परिचालन 5 अगस्त से 16 अगस्त के बीच किया जाएगा। गाड़ी संख्या-02189 रानी कमलापति-रीवा सुपरफास्ट स्पेशल 5 अगस्त और 12 अगस्त को रात 10.15 बजे रानी कमलापति स्टेशन से विदिशा होते हुए विदिशा, बीना, सागर, दमोह, कटनी मुड़वारा, मैहर, सतना होते हुए अगले दिन सुबह 7.20 बजे रीवा स्टेशन पहुंचेगी।

इसी प्रकार गाड़ी संख्या- 02190 रीवा-रानी कमलापति सुपरफास्ट स्पेशल 6 और 13 अगस्त को 6.50 बजे रीवा स्टेशन से सतना होते हुए मैहर, कटनी मुड़वारा, दमोह, सागर, बीना, विदिशा होते हुए अगले दिन सुबह 4.30 बजे रानी कमलापति स्टेशन पहुंचेगी। गाड़ी संख्या 02179 रानी कमलापति-रीवा सुपरफास्ट स्पेशल 7 और 14 अगस्त को रात 9.15 बजे रानी कमलापति स्टेशन से रीवा रेलवे स्टेशन के लिए चलेगी. गाड़ी संख्या 02190 रीवा-रानी कमलापति सुपरफास्ट स्पेशल 8 और 15 अगस्त को रीवा से भोपाल के लिए प्रस्थान करेगी। रीवा-रानी कमलापति के बीच दो-दो ट्रिपगाड़ी संख्या 02174 रीवा-रानी कमलापति सुपरफास्ट स्पेशल 9 और 16 अगस्त को रीवा स्टेशन से भोपाल के लिए चलेगी. इसी प्रकार गाड़ी संख्या 02173 रानी कमलापति-रीवा सुपरफास्ट स्पेशल ट्रेन 10 और 17 अगस्त को रात 10.15 बजे रानी कमलापति स्टेशन भोपाल के लिए प्रस्थान करेगी।

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण 

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1. अंक-296, (वर्ष-05)

2. सोमवार, अगस्त 1, 2022

3.शक-1944, श्रावण, शुक्ल-पक्ष, तिथि-चतुर्थी, विक्रमी सवंत-2079।

4. सूर्योदय प्रातः05:20, सूर्यास्त: 07:15। 

5. न्‍यूनतम तापमान- 26 डी.सै., अधिकतम-34+ डी.सै.। उत्तरभारत में बरसात की संभावना। 

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक कासहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है। 

7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु,(विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय, ओमवीरसिंह, वीरसेन पवार, योगेश चौधरी आदि के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी। 

8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27,प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102। 

9. पंजीकृत कार्यालयः263, सरस्वती विहार लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102http://www.universalexpress.page/ www.universalexpress.inemail:universalexpress.editor@gmail.com 

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शनिवार, 30 जुलाई 2022

निशुल्क थेरेपी का लाभ उठा रहें हैं लोग, सराहना 

निशुल्क थेरेपी का लाभ उठा रहें हैं लोग, सराहना 


निशुल्क फिजियोथेरेपी सेवा का प्रतिदिन सैकड़ों लोग उठा रहें हैं लाभ

गोपीचंद 

बागपत। फिजियो थेरेपी फ्री इनोटेक हेल्थ इंडिया ने नगर वासियों को निशुल्क फिजियोथेरेपी सेवा दी। सेवा का सुपरविजन करते हुए राजीव महेश्वरी व तनु शर्मा ने जानकारी दी, कि सैकड़ों की संख्या में बुजुर्ग, महिला व पुरुष निशुल्क थेरेपी का लाभ उठा रहें हैं और हमारी सेवाओं की सराहना कर रहें हैं। चिकित्सा सेंटर डायरेक्टर गब्बर सिंह व ओनर शिवानी ठाकुर ने कहा, कि लोगों से प्यार और परोपकार की भावना के साथ हम यह निशुल्क थेरेपी सुविध दे रहें हैं, जिसकी आने वाले लोग भी काफी सराहना कर रहे हैं। 

हम बिना पैसे, बिना दवाई, बिना एक्सरे के थेरेपी कर के लोगों को उत्तम इलाज देने का संभव प्रयास करते हैं। कंपनी अब भोपाल एमपी के साथ-साथ बागपत के बड़ौत नगर में भी चल रही है, जिसमें 8 तरह की फिजियोथेरेपी दी जाती है और 8 घंटों की तकनीकी विधि द्वारा 8 लीटर पानी तैयार किया जाता है। जो प्रतिएक मरीज को एक गिलास थेरेपी के समय पिलाया जाता है, जिसे डॉक्टर भी जवाब दे दें। उनके इलाज के प्रभावकारी परिणाम मिलने से लोगों में थेरेपी के प्रति विश्वसनीयता बढ़ती जा रही है। हमारा यह थेरेपी सेंटर 7 महीने से अधिक समय से लोगों को अपनी सेवा प्रदान कर रहा है। फिजियोथेरेपी सेंटर सुबह 8:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक खुला रहता है।

एजेंसियों की कार्रवाई को 'तानाशाही' रवैया करार दिया 

एजेंसियों की कार्रवाई को 'तानाशाही' रवैया करार दिया 

विमलेश यादव 

चेन्नई। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने पत्रकारों की गिरफ्तारी और विपक्षी नेताओं के खिलाफ केंद्रीय जांच एजेंसियों की कार्रवाई को 'तानाशाही' रवैया करार देते हुए शनिवार को कहा कि यह देश के स्वतंत्रता सेनानियों को धोखा देने जैसा है।स्टालिन ने कहा कि एक भाषा, एक आस्था और एक संस्कृति को ‘थोपने’ की कोशिश करने वाले देश के ‘दुश्मन’ हैं और भारत में ऐसी ‘बुरी ताकतों’ के लिए कोई जगह नहीं है।

स्टालिन ने चेन्नई से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये केरल के त्रिशूर में आयोजित ‘इंडिया@ 75 मनोरमा न्यूज कॉन्क्लेव 2022’ को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने हाल ही में 27 सांसदों के निलंबन पर चिंता जताते हुए आरोप लगाया कि चुने हुए प्रतिनिधियों को अभिव्यक्ति के अधिकार से वंचित किया जा रहा है।

स्टालिन ने केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन की तारीफ करते हुए कहा कि तमिलनाडु में द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के बीच गठबंधन ‘वैचारिक’ था, न कि केवल चुनावी गठजोड़। उन्होंने कहा, “आजादी के बाद निर्मित संविधान में प्रदत्त अधिकारों को छीनना गलत है। ये अधिकारी बहुत संघर्ष के बाद सुनिश्चित किए गए थे। मेरी राय है कि यह स्वतंत्रता सेनानियों के साथ विश्वासघात करने जैसा है।”

गिफ्ट: आयुष ने चांद पर 3 एकड़ जमीन खरीदी

गिफ्ट: आयुष ने चांद पर 3 एकड़ जमीन खरीदी 

राणा ओबरॉय 

चंडीगढ़। बचपन से बहुत से लोगों का सपना रहा है कि ‘काश वह कभी चांद पर जा पाते’। लेकिन वैज्ञानिकों को पूरा विश्वास है, एक समय वह भी आयेगा, जब धरती से इंसान न केवल वहां जाएंगे। बल्कि वहां मानवीय बस्तियां भी स्थापित होंगीं। इन्हीं सब संभावनाओं को देखते हुए बीते कुछ समय से बहुत से लोग चांद पर जमीन खरीदने लगे हैं। इन्हीं लोगों में शामिल हैं हरियाणा के आयुष, जिन्होंने अपने माता—पिता के लिए चांद पर 3 एकड़ जमीन खरीद ली है। इस खरीद के कागजात भी बकायदा उनके पिता के पास पहुंच चुके हैं।

इतना बड़ा गिफ्ट, गदगद हुए माता—पिता

दरअसल, हरियाणा के यमुना नगर के मूल निवासी और वर्तमान में कनाडा में रह रहे आयुष ने अपने माता पिता को बहुत बड़ा गिफ्ट दिया है। कनाडा में रहने वाले आयुष ने surprise gift में चांद पर 03 एकड़ जमीन की रजिस्ट्री भेजी है। उनके इस उपहार को देख हर कोई हैरान है और उनके आवास पर बधाई देने वाले लोगों की भीड़ उमड़ रही है। बताया जा रहा है कि यमुनानगर निवासी सुभाष चंद्र के बेटे आयुष ने हाल में चांद पर जमीन खरीद ली। उसके माता—पिता को इसका पता तब चला जब खरीदे गये प्लॉट के कागजात व बोर्डिंग पास उनके निवास के पते पर पहुंच गये।

घर पहुंचे सभी जरूरी दस्तावेज

जब सुभाष ने बेटे को कनाडा में फोन लगाया तो सुभाष ने बताया कि उसने अपने ​माता—पिता के लिए चांद पर प्लॉट खरीदा है। यह तीन एकड़ जमीन उसके पिता के नाम से है। जिसके सभी जरूरी दस्तावेज अब उनके घर पहुंच चुके हैं। आपको बता दें कि इससे पूर्व भी देश भर में बहुत से उद्योग पति व फिल्म स्टॉर चांद पर जमीन खरीद चुके हैं। पूरी दुनियां में इन दिनों लोग चांद पर जमीन खरीद रहे हैं, लेकिन हरियाण में चांद पर जमीन खरीदने वाला यमुनानगर का आयुष पहला युवक है। कनाडा में रहने वाले बेटे की तरफ से दिए गए इस शानदार गिफ्ट से सुभाष चंद्र और उनकी पत्नी रेखा का इन दिनों खुशी का ठिकाना ही नहीं है। उन्होंने कहा कि उन्हें विश्वासन ही नहीं था कि उनका बेटा इतना बड़ा तोहफा उन्हें देगा।

तो क्या आप भी खरीदना चाहेंगे चांद पर जमीन, ऐसे करायें रजिस्ट्री

Land on Moon का सपना आप भी पूरा कर सकते हैं। आप सोच रहे हैं कि यहां जमीन बहुत महंगी होगी, पर ऐसा नहीं है। यहां अभी इंसानी आबादी नहीं पहुंची है। इसलिए जमीन भी सस्ती है। जब इंसान चांद पर जाने लगेंग तो कीमत जरूर बढ़ सकती है। फिलहाल यहां आप महज 30 से 40 डालर प्रति एकड़ के हिसाब से जमीन खरीद सकते हैं। या​नी महज 2500 से 3000 रूपये के बीच आपको चांद पर एक एकड़ जमीन मिल सकती है।

श्रीलंका: देह व्यापार करने को मजबूर हैं, महिलाएं 

श्रीलंका: देह व्यापार करने को मजबूर हैं, महिलाएं 

अखिलेश पांडेय 

कोलंबो। श्रीलंका में राष्ट्रपति जरूर बदल गए हैं। लेकिन, आर्थिक संकट अभी भी लगातार गहरा रहा है। अब हालात इतने खराब हो गए हैं कि लोग खाने पीने के लिए भी तरस रहे हैं। लोगों को दो वक्त की रोटी के लिए दूसरों के आगे हाथ जोड़ने पड़ रहे हैं। वहीं, कुछ लोग तो गलत कार्यों में संलिप्त होते दिख रहे हैं। ऐसी ही स्थिति वहां की महिलाओं के साथ है, जो कपड़ा क्षेत्र में अपनी नौकरी खोने के बाद अब देह व्यापार करने को मजबूर हैं। इस विकट स्थिति में देशभर में अस्थायी वेश्यालयों को खुलते देखा जा रहा है। पिछले कुछ महीनों में देह व्यापार में 30 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। क्योंकि यहां की महिलाएं आजीविका कमाने के लिए यह काम करने को मजबूर हैं। इनमें से कुछ प्रतिष्ठान स्पा और वेलनेस सेंटर के रूप में काम करते हैं। कई लोगों का कहना है कि इन महिलाओं के परिवारों को दिन में तीन बार भोजन उपलब्ध कराने का यही एकमात्र तरीका बच गया है।

स्टैंड-अप मूवमेंट लंका (एसयूएमएल) की कार्यकारी निदेशक आशिला दंडेनिया ने समाचार एजेंसी एएनआइ को बताया कि कपड़ा उद्योग में काम करने वाली महिलाएं आर्थिक संकट के कारण काम से निकाल दिए जाने के बाद ‘देह व्यापार’ का सहारा ले रही हैं। आशिला ने बताया कि मौजूदा संकट के कारण, हमने देखा है कि कई महिलाएं देह व्यापार को अपना रही हैं क्योंकि खाने की चीजों के दाम इतने बढ़ गए हैं कि वे घर नहीं चला पा रही हैं।

21 वर्षीय रेहाना (बदला हुआ नाम) ने एएनआइ के साथ अपनी व्यथा साझा करते हुए बताया कि कैसे वे कपड़ा उद्योग के एक कर्मचारी से देह व्यापार करने लगीं। रेहाना ने सात महीने पहले अपनी नौकरी खो दी और महीनों तक नौकरी न मिलने के बाद उसने देह व्यापार को चुना। उन्होंने बताया कि पिछले साल दिसंबर में, मैंने एक कपड़ा कारखाने में अपनी नौकरी खो दी। फिर, मुझे दैनिक आधार पर एक और नौकरी मिल गई। लेकिन मुझे पैसे नहीं मिले क्योंकि मुझे यह मैं नियमित नहीं थीं। उन्होंने आगे बताया कि इसके बाद उनसे एक स्पा मालिक ने संपर्क किया और उन्होंने मौजूदा संकट के कारण एक वैश्य के रूप में काम करने का फैसला किया।

लोगों में सच बोलने की हिम्मत होनी चाहिए: राजनीति 

लोगों में सच बोलने की हिम्मत होनी चाहिए: राजनीति 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा, कि राजनीति में लोगों में सच बोलने की हिम्मत होनी चाहिए। लेकिन, कुछ राज्य इससे बचने की कोशिश करते हैं।प्रधानमंत्री ने यहां पुर्नोत्थान वितरण क्षेत्र योजना का वर्चुअली शुभारंभ करने के बाद यह टिप्पणी की। उन्होंने एनटीपीसी की विभिन्न हरित ऊर्जा परियोजनाओं की आधारशिला भी रखी और राष्ट्रीय सौर रूफटॉप पोर्टल का शुभारंभ किया। पीएम मोदी ने कहा कि समय बीतने के साथ, 'हमारी राजनीति में एक गंभीर अव्यवस्था आ गई है'। पीएम मोदी ने कहा, "राजनीति में लोगों में सच बोलने का साहस होना चाहिए, लेकिन हम देखते हैं कि कुछ राज्य इससे बचने की कोशिश करते हैं। यह रणनीति अल्पावधि में अच्छी राजनीति की तरह लग सकती है। लेकिन यह आज की सच्चाई, आज की चुनौतियों को कल के लिए हमारे बच्चों के लिए और हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिए स्थगित करने जैसा है। आज की समस्याओं के समाधान से बचने और उन्हें भविष्य के लिए छोड़ने की यह सोच देश के लिए अच्छी नहीं है।"

उन्होंने कहा, "इस विचार प्रक्रिया ने कई राज्यों में बिजली क्षेत्र को बड़ी समस्याओं की ओर धकेल दिया है।" प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे वितरण क्षेत्र में घाटा दोहरे अंक में है। उन्होंने कहा कि कई राज्यों में वितरण और पारेषण (डिस्ट्रीब्यूशन एंड ट्रांसमिशन) घाटे को कम करने में निवेश की कमी है। प्रधानमंत्री ने टिप्पणी की कि लोगों को यह जानकर आश्चर्य होगा कि विभिन्न राज्यों पर 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक का बकाया है। पीएम ने कहा, "उन्हें यह पैसा बिजली उत्पादन कंपनियों को देना है। बिजली वितरण कंपनियों पर कई सरकारी विभागों और स्थानीय निकायों का 60 हजार करोड़ रुपये से अधिक बकाया है। "उन्होंने कहा कि इन कंपनियों को बिजली पर सब्सिडी के लिए अलग-अलग राज्यों में समय पर और पूरा पैसा भी नहीं मिल पा रहा है और यह बकाया भी 75,000 करोड़ रुपये से ज्यादा है। प्रधानमंत्री ने जिन राज्यों का बकाया बकाया है, उन्हें जल्द से जल्द भुगतान करने का अनुरोध भी किया।उन्होंने कहा, "साथ ही ईमानदारी से उन कारणों पर भी विचार करें कि जब देशवासी ईमानदारी से अपने बिजली के बिलों का भुगतान करते हैं, तो कुछ राज्यों का बार-बार बकाया क्यों होता है?"

प्रधानमंत्री ने कहा कि यह 'राजनीति' का मामला नहीं है, बल्कि यह 'राष्ट्र नीति' और राष्ट्र निर्माण से संबंधित है।प्रधानमंत्री ने कहा कि आजादी के 75 साल पूरे होने तक हमने 175 गीगावाट अक्षय ऊर्जा क्षमता सृजित करने का संकल्प लिया है।उन्होंने कहा कि आज हम इस लक्ष्य के करीब आ गए हैं और अब तक गैर-जीवाश्म स्रोतों से लगभग 170 गीगावाट क्षमता स्थापित की जा चुकी है।प्रधानमंत्री ने कहा कि बिजली का उत्पादन बढ़ाने के साथ-साथ सरकार का जोर बिजली बचाने पर भी है।

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