रविवार, 17 जुलाई 2022

स्वास्थ्य: नींबू का अधिक सेवन, बेहद नुकसानदायक

स्वास्थ्य: नींबू का अधिक सेवन, बेहद नुकसानदायक 

सरस्वती उपाध्याय 
वैसे तो शरीर के लिए नींबू बहुत फायदेमंद होता है। नींबू के अंदर विटामिन-सी का खजाना होता है। लेकिन, कई बार नींबू का अधिक सेवन आपके स्वास्थ्य को नुकसान पंहुचा सकता है। गर्मियों में नींबू पानी पीना और सलाद में खाना काफी फायदेमंद माना जाता है, लेकिन इसके अधिक उपयोग से दांतो में सड़न की समस्या हो सकती है। दरअसल, नींबू में अन्य फल के तुलना में अधिक एसिड होता है, जो हमारे दांतो के लिए अच्छा नहीं है‌।
–रिपोर्ट के अनुसार, नींबू के अंदर टाइरामाइन की मात्रा अधिक होती है। जिसकी वजह से इसका अधिक सेवन करने पर अक्सर लोगों को माइग्रेन और सिरदर्द की समस्या हो सकती है। क्योंकि नींबू स्वाद में खट्टा होता है और खट्टे फल माइग्रेन को बढ़ाने का काम कर सकते हैं।
– नींबू के अंदर सिट्रस एसिड के अलावा ऑक्सलेट भी पाया जाता है, जिसके कारण इसका ज़्यादा सेवन किडनी स्टोन का रूप ले लेता है।
– नींबू में एसिड की मात्रा अधिक होती है। अगर आपको एसिडिटी की समस्या है, तो आपको नींबू का सेवन कम करना चाहिए, क्योंकि नींबू के लगातार प्रयोग से आपकी एसिडिटी की समस्या बढ़ सकती है‌।
– नींबू पानी के ज़्यादा सेवन से आपको बार-बार पेशाब आने की समस्या हो जाती है, जिस कारण डिहाइड्रेशन होने का खतरा बना रहता है। आप नींबू पानी का ज़्यादा सेवन कर रहे हैं, तो दिन में ढेर सारा पानी पिएं।
– बहुत अधिक नींबू के प्रयोग से उल्टी और पेट दर्द जैसे दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है‌।
– ज्यादा नींबू पानी पीने से छोटे-छोटे घावों में दर्द और जलन बढ़ सकती है। वैसे मामूली घाव एक या दो सप्ताह के भीतर अपने आप ठीक हो जाते हैं, लेकिन बहुत अधिक नींबू पानी पीने से नासूर घाव बढ़ सकते हैं और उन्हें ठीक होने में देरी लगती है।
– हमारी बॉडी में आयरन का पर्याप्त मात्रा में होना बहुत ज़रूरी होता है, क्योंकि नींबू के अंदर आयरन होता है। इसके अधिक सेवन से हमारे शरीर में आयरन की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे शरीर के किसी भी पार्ट के डैमेज होने की संभावना बनी रहती है।

यशवंत को समर्थन पर पुनर्विचार करने का अनुरोध

यशवंत को समर्थन पर पुनर्विचार करने का अनुरोध

संदीप मिश्र
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में राष्ट्रपति चुनाव की हलचल तेज है। भारतीय जनता पार्टी की ओर से तैयारियों को पहले पूरा कराया जा चुका है। 8 जुलाई को मुख्यमंत्री आवास पर एनडीए की राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के सम्मान में रात्रि भोज का आयोजन किया गया। इसमें सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर प्रगतिशील समाजवादी पार्टी अध्यक्ष शिवपाल यादव और जनसत्ता दल के अध्यक्ष रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया भी पहुंचे थे। अब समाजवादी पार्टी अपने विधायकों को एकजुट करने का प्रयास करती दिख रही है। इसके पीछे पिछले दिनों शिवपाल यादव की ओर से उठाए गए मामले को भी ध्यान में रखा जा रहा है। साथ ही, पार्टी विधायकों को राष्ट्रपति चुनाव की वोटिंग के बारे में बताने की तैयारी अखिलेश यादव कर रहे हैं। सपा की डिनर डिप्लोमेसी पर अब हर किसी की नजर रहने वाली है।
यूपी चुनाव 2022 में समाजवादी पार्टी के सहयोगी राष्ट्रीय लोक दल, प्रगतिशील समाजवादी पार्टी, अपना दल कमेरावादी, महान दल और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के साथ मिलकर चुनावी मैदान में उतरी थी। हालांकि, चुनाव परिणाम के बाद महान दल गठबंधन से बाहर हो चुकी है। सुभासपा ने राष्ट्रपति चुनाव में सपा गठबंधन के साथ खड़े न रहने का ऐलान कर दिया है। वहीं, प्रसपा अध्यक्ष और सपा विधायक शिवपाल यादव बागी तेवर अपनाए हुए हैं। ऐसे में सपा के साथ अभी केवल रालोद ही खड़ी नजर आ रही है। राष्ट्रपति चुनाव की सोमवार को होने वाली वोटिंग से पहले पार्टी खुद को मजबूत और एकजुट दिखाने की कोशिश में है। ऐसे में रविवार की शाम को होने वाली डिनर पार्टी काफी महत्वपूर्ण हो गई है। इसमें आने और अनुपस्थित रहने वाले विधायकों पर हर किसी की नजर होगी।

सभी विधायकों को निर्देश...
समाजवादी पार्टी की ओर से पार्टी के सभी 111 विधायकों को रविवार की शाम तक लखनऊ पहुंचने को कहा गया है। पार्टी विधायकों के लिए रविवार की रत सुल्तानपुर के इसौली से विधायक मोहम्मद ताहिर के घर पर डिनर पार्टी रखी गई है। इस डिनर पार्टी में राष्ट्रपति चुनाव की वोटिंग के बारे में विधायकों को जानकारी दी जाएगी। इस दौरान वोटिंग के नियमों के बारे में भी बताया जाएगा। डिनर पार्टी में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के भी पहुंचने का कार्यक्रम है। ऐसे में वे भी विधायकों को संबोधित कर सकते हैं।

शिवपाल के बयान पर मची है हलचल...
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल यादव ने अलग ही तरीके से विरोध का स्वर तेज कर दिया है। उन्होंने यशवंत सिन्हा के मुलायम को आईएसआई का एजेंट तक बताने वाले बयान पर निशाना साधा है और सपा कार्यकर्ताओं को इसकी याद दिलाई है। शिवपाल ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को एक खुली चिट्ठी लिखी है। इसमें उन्‍होंने ‘नेताजी’ को आईएसआई का एजेंट बताकर अपमानित करने वाले राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत को समर्थन पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया है। साथ ही उन्होंने अपने भतीजे को पुराना वाक्या भी याद दिलाया है।
यह चिट्ठी तो शिवपाल ने अखिलेश को लिखी है, मगर इसके जरिए उन्होंने सपा कार्यकर्ताओं को भी संदेश दिया है। चिट्ठी में शिवपाल ने लिखा कि यह नियति की अजीब विडंबना है कि सपा ने राष्‍ट्रपति चुनाव में ऐसे व्‍यक्‍ति का समर्थन किया, जिसने हम सभी के अभिभावक, प्रेरणा व ऊर्जा के स्रोत नेताजी को आईएसआई का एजेंट बताया था। दुर्भाग्‍यपूर्ण है कि सपा को राष्‍ट्रपति प्रत्‍याशी के तौर पर एक अदद समाजवादी विरासत वाला नाम न मिला। उनके बयान ने हलचल बढ़ा दी है।

मानसून सत्र शुरू होने से पहले सर्वदलीय बैठक बुलाई

मानसून सत्र शुरू होने से पहले सर्वदलीय बैठक बुलाई 

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। संसद का मानसून सत्र 18 जुलाई से शुरू होने जा रहा है। मानसून सत्र शुरू होने से पहले सरकार द्वारा मुद्दों पर विचार-विमर्श करने और आम सहमति बनाने के लिए एक सर्वदलीय बैठक बुलाई गई है। इस बैठक में सरकार का प्रतिनिधित्व वरिष्ठ केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, राज्यसभा में भाजपा के नेता पीयूष गोयल शामिल हुए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बैठक में शामिल नहीं हुए। बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी कर रहे हैं।
विपक्ष की ओर से कई वरिष्ठ नेता हुए शामिल,
बैठक में विपक्ष की तरफ से कांग्रेस के मल्लिकार्जुन खड़गे, अधीर रंजन चौधरी, जयराम रमेश, द्रमुक के टीआर बालू और तिरुचि शिवा, टीएमसी के सुदीप बंद्योपाध्याय और एनसीपी के शरद पवार सहित लगभग सभी दलों के नेता मौजूद थे। इसके अलावा बैठक में बीजद के पिनाकी मिश्रा, वाईएसआरसीपी के विजयसाई रेड्डी और मिधुन रेड्डी, टीआरएस के केशव राव और नामा नागेश्वर राव, राजद के एडी सिंह और शिवसेना के संजय राउत भी मौजूद थे।
मोदी की बैठक से अनुपस्थिति पर उठे सवाल,
हालांकि कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बैठक से अनुपस्थिति पर सवाल उठाया। संसद के आगामी सत्र पर चर्चा के लिए सर्वदलीय बैठक अभी शुरू हुई है और प्रधान मंत्री हमेशा की तरह अनुपस्थित हैं। क्या यह ‘असंसदीय’ नहीं है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने ट्वीट किया।

युवक की पिटाई कर पेशाब पिलाने का वीडियो, गिरफ्तार

युवक की पिटाई कर पेशाब पिलाने का वीडियो, गिरफ्तार

संदीप मिश्र    
शाहजहांपुर। यूपी के शाहजहांपुर जिले में कुछ लोगों द्वारा एक समुदाय के युवक की पिटाई कर उसे पेशाब पिलाने का वीडियो सामने आने के बाद पुलिस ने मामले में प्राथमिकी दर्ज कर तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। एक पुलिस अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी। अधिकारी के मुताबिक, घटना का वीडियो सामने आने के बाद पीड़ित युवक ने चार लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी, जिसके आधार पर शनिवार देर रात तीन आरोपियों-कुलविंदर, सोनू उर्फ सुखदेव और राजू को उनके घरों से गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने बताया कि तीनों आरोपियों को विधिक प्रक्रिया पूरी कर रविवार को जेल भेज दिया गया। पुलिस अधीक्षक (एसपी) एस आनंद ने रविवार को 'पीटीआई-भाषा' को बताया कि ककरा खुर्द में रहने वाले इफ्तेखार और अब्दुल जहीर खान आठ जुलाई को नदी पार सहवेगपुर गांव गए थे, जहां कुलविंदर, सोनू व राजू ने इफ्तेखार को पकड़ लिया। आनंद के मुताबिक, तीनों आरोपियों ने इफ्तेखार की लाठी-डंडों से जमकर पिटाई की और उसका हाथ भी तोड़ दिया। उन्होंने बताया कि आरोपियों ने बाद में पीड़ित के मुंह में पेशाब भी की। आनंद के मुताबिक, किसी ने घटना का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर साझ किया था। सोशल मीडिया पर प्रसारित इस वीडियो में पीड़ित आरोपियों के सामने हाथ जोड़ता दिखाई दे रहा है।

इंडिगो एयरलाइंस के विमान को कराची में लैंड कराया

इंडिगो एयरलाइंस के विमान को कराची में लैंड कराया 

अकांशु उपाध्याय/इकबाल अंसारी/अखिलेश पांडेय 
नई दिल्ली/हैदराबाद/इस्लामाबाद। बड़ी खबर यह है कि शारजाह से हैदराबाद जा रहे इंडिगो एयरलाइंस के विमान को आपात स्थिति में कराची में लैंड कराना पड़ गया। तकनीकी खामी की वजह से क्रू ने ये फैसला लिया। हालांकि, दो हफ्तों में ये दूसरी घटना है जब किसी विमान में आई खराबी की वजह से पाकिस्तान की मदद लेनी पड़ी। सरकार का कहना है कि दूसरी फ्लाईट के जरिए पाकिस्तान में मौजूद लोगों को वापस लाया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार संयुक्‍त अरब अमीरात के शारजाह शहर से हैदराबाद जा रहे इस विमान के इंजन में खराबी आ गई थी। पायलट ने पाकिस्‍तान से आपातलैंडिंग की अनुमति मांगी। इसके बाद यात्री विमान को कराची में उतरने की अनुमति दे दी गई। पाकिस्‍तानी इंजीनियर इस व‍िमान में आई गड़बड़ी को दूर करने की कोशिश कर रहे हैं। कराची एयरपोर्ट के अधिकारियों ने भारतीय व‍िमान के लैंड करने की पुष्टि की है।
इंडिगो एयरलाइंस ने कहा कि एहतियात के तौर पर विमान को पाकिस्तान के कराची शहर की ओर मोड़ दिया गया। यात्रियों को हैदराबाद लाने के लिए कराची के लिए एक अतिरिक्त उड़ान भेजी जा रही है। घटना में सभी यात्री सुरक्षित बताए गए हैं।
दो सप्ताह के भीतर यह दूसरी भारतीय फ्लाईट है, जिसको कराची में उतरा गया। इससे पहले स्पाइसजेट की फ्लाईट की आपात स्थिति में इसी एयरपोर्ट पर लैंडिंग करानी पड़ी थी। पांच जुलाई को स्पाइसजेट की एक फ्लाइट की आपात लैंडिंग पाकिस्तान के बंदरगाह शहर कराची में हुई थी। विमान में तकनीकी खराबी आने के चलते विमान को कराची एयरपोर्ट पर उतारा गया था।
स्पाइसजेट का विमान एसजी-11 दिल्ली से दुबई जा रहा था। स्‍पाइस जेट के मुताबिक बोइंग 737 मैक्स विमान जब हवा में था, तब विमान के बाएं टैंक में ईंधन की मात्रा में कमी दिखी। इसके बाद विमान को कराची की ओर मोड़ दिया गया था। पाकिस्‍तान में कई घंटे तक यात्री बैठे रहे।

सुरक्षा को लेकर पुख्ता कदम उठाने का फैसला: भारत

सुरक्षा को लेकर पुख्ता कदम उठाने का फैसला: भारत 

अकांशु उपाध्याय/सुनील श्रीवास्तव 
नई दिल्ली/टोक्यो। जापान सबसे सुरक्षित देशों में एक माना जाता है। इसके बाद भी जापान के नारा शहर में 8 जुलाई को भाषण शुरू होने के कुछ मिनटों बाद ही जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की बीच सड़क पर बदमाशों ने हत्या कर दी। आंबे की हत्या ने वहां की सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की बीच सड़क पर हत्या के बाद भारत सरकार भी अलर्ट हो गई है। इस बीच बड़े नेताओं की सुरक्षा को लेकर टेंशन बढ़ गई है। भारत सरकार ने अब सुरक्षा को लेकर पुख्ता कदम उठाने का फैसला किया है। केंद्र ने सभी सिक्योरिटी एजेंसियों को पत्र लिखकर सुरक्षा पर खास ध्यान देने को कहा है।
वीवीआईपी सुरक्षा की हर ऐंगल पर चर्चा
एक अधिकारी के मुताबिक केंद्रीय गृह मंत्रालय, सेंट्रल इंटेलिजेंस और सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारियों ने VVIP सुरक्षा में खामियों से लेकर हर ऐंगल पर चर्चा की थी और फैसला किया कि संबंधित सुरक्षा अधिकारियों को एक पत्र भेजा जाएगा और उनका सुरक्षा के और पुख्ते इंतजाम करने को कहा जाएगा। यहां आपको बता दें कि सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स , नेशनल सिक्योरिटी गार्ड और सेंट्रल इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फोर्स के अलावा राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की पुलिस सहित कई सिक्योरिटी टीमें वीवीआईपी लोगों की सुरक्षा करती हैं, जबकि स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सुरक्षा में तैनात रहता है।
सुरक्षा एजेंसियों को जारी की गई एडवाइजरी
अधिकारी ने बताया कि वीआईपी सिक्योरिटी वाली यूनिट्स और राज्य सरकारों तथा पुलिसबलों को 8 जुलाई को भेजी गई एडवाइजरी में कहा गया कि वीवीआईपी लोगों की सुरक्षा को लेकर सतर्क रहें। एडवाइजरी में साफ-साफ कहा गया है कि सुरक्षा प्राप्त लोगों की पीछे से भी विशेष निगरानी की जाए क्योंकि हमलावर अक्सर पीछे से निशाना बनाते हैं। एडवाइजरी में यह भी कहा गया कि सिक्योरिटी यूनिट्स को उन कार्यक्रमों की खास निगरानी करें जहां पर बड़ी संख्या में वीवीआईपी लोग मौजूद रहते हैं।

मानसून सत्र में गैर सरकारी विधेयक लाने की योजना

मानसून सत्र में गैर सरकारी विधेयक लाने की योजना 

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। कांग्रेस सांसद मोहम्मद जावेद ने रविवार को कहा कि उन्होंने संसद के इस मानसून सत्र में एक गैर सरकारी विधेयक लाने की योजना बनाई है। जिसमें यह प्रावधान होगा कि ‘गलत ढंग से गिरफ्तार किए गए’ लोगों के बरी होने पर उन्हें उचित मुआवजा और सरकारी नौकरी दी जाए तथा जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई हो। उनका कहना है कि ‘गलत ढंग से की गई गिरफ्तारियों’ के मामले बढ़ने और ‘ऑल्ट न्यूज’ के सह-संस्थापक मोहम्मद जुबैर को कथित तौर पर निशाना बनाए जाने के कारण उन्हें यह गैर सरकारी विधेयक लाने का विचार आया।
बिहार के किशनगंज से लोकसभा सदस्य जावेद ने  कहा, ‘‘ऐसे कई मामले देखने को मिले हैं जिनमें पुलिस लोगों को गिरफ्तार करती है और आखिरकार वे सभी आरोपों से बरी हो जाते हैं, लेकिन इससे पहले उन्हें एजेंसियों द्वारा गंभीर प्रताड़ना का सामना करना पड़ता है।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि यह सब लंबे समय से हो रहा है, लेकिन केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार आने के बाद इस तरह के मामलों में तेजी आई है। कांग्रेस सांसद ने कहा, ‘‘इसी चीज को ध्यान में रखते हुए मैंने गैर सरकारी विधेयक लाने का फैसला किया है।
इसमें यह प्रावधान होगा कि संबंधित अधिकारियों या एजेंसियों के खिलाफ उचित कार्रवाई हो तथा बरी हुए व्यक्ति को उचित मुआवजा और सरकारी नौकरी मिले।’’ जावेद ने कहा कि वह जल्द ही यह गैर सरकारी विधेयक पेश करने की मंजूरी मांगेंगे और यदि लोकसभा सचिवालय से जल्द मंजूरी मिल गई तो वह इसे मानसून सत्र में ही सदन में पेश करेंगे। यह पूछे जाने पर कि मोहम्मद जुबैर के मामले को देखते हुए भी उन्होंने यह विधेयक लाने का फैसला किया तो उन्होंने कहा, ‘‘एक वजह यह भी है।
’’ बहरहाल, उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे कई मामले हैं जिनकी वजह से उन्हेंने यह विधेयक लाने की योजना बनाई है। जावेद ने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘यह विधेयक सिर्फ मुस्लिम समुदाय के लिए नहीं, बल्कि सभी के लिए है। यह बात जरूर है कि मुस्लिम समुदाय के लोगों को बड़ी संख्या में निशाना बनाया जाता है। इसके साथ ही, दलित, आदिवासी, पिछड़े और कमजोर तबके के लोगों को इसी तरह से निशाने पर लिया जाता है। इसलिए यह विधेयक सभी के लिए होगा।
’’ उन्होंने कुछ दिनों पहले अपनी इसी योजना को लेकर ट्वीट किया था जिस पर कांग्रेस सांसदों- शशि थरूर और कार्ति चिदंबरम ने उनका समर्थन किया था। जावेद ने कहा, ‘‘सिर्फ ये दो सांसद नहीं, बल्कि कई ऐसे सांसद हैं जो इस तरह के विधेयक से इत्तेफाक रखते हैं। सभी लोग खुलकर समर्थन नहीं कर सकते क्योंकि उनकी अपनी मजबूरियां हैं।’’ कांग्रेस सांसद ने कहा कि अगर वह फिर से लोकसभा चुनाव जीतते हैं और उनकी पार्टी सत्ता में आती है तब भी उनका यही रुख होगा तथा ऐसे विधेयक को कानून में तब्दील करने की पैरवी करेंगे।

'रेडिएशन' स्टॉर्म के बारे में चेतावनी जारी की

'रेडिएशन' स्टॉर्म के बारे में चेतावनी जारी की  अखिलेश पांडेय  नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। वैज्ञानिक अभी भी पिछले सप्ताह आए सोलर स्टॉर्म...