मंगलवार, 12 जुलाई 2022

दुनिया की सबसे ऊंची सुनसान इमारत है, गगनचुंबी

दुनिया की सबसे ऊंची सुनसान इमारत है, गगनचुंबी 

अकांशु उपाध्याय/अखिलेश पांडेय 

नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। दुनिया में कई ऐसी जगहें हैं, जहां इंसान और जानवर भी जाने से डरते हैं। जिन्हें भूतिया या डरावना माना जाता है। आज हम आपको एक ऐसी गगनचुंबी इमारत के बारे में बताने जा रहे हैं, जो इस समय दुनिया की सबसे ऊंची सुनसान इमारत है। इस इमारत का नाम सुनते ही लोगों के रोंगटे खड़े हो जाते हैं। उत्तर कोरिया में एक होटल की इमारत को भूतिया जगह माना जाता है। इसे 'शापित' और 'भूतिया' कहा जाता है। पिरामिड जैसी आकृति और नुकीले सिरे वाली इस गगनचुंबी इमारत का निर्माण कार्य पिछले 33 साल से पूरा नहीं हो रहा है, क्योंकि यहां जाकर लोग चीखते-चिल्लाते हैं।

इस होटल का आधिकारिक नाम रयुगयोंग है। इमारत को यू-क्यूंग के नाम से भी जाना जाता है। उत्तर कोरिया की राजधानी प्योंगयोंग शहर में स्थित इस होटल की ऊंचाई 330 मीटर है और इसमें 105 कमरे हैं। यह होटल बाहर से दिखने में बहुत ही भव्य और आलीशान है। लेकिन उत्तर कोरिया के लोग इसे 'भूतिया इमारत' कहते हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, कोरियाई सरकार ने होटल के निर्माण में काफी पैसा खर्च किया है। इसके बाद भी यह तैयार नहीं हो रहा है। इस होटल पर सरकार ने करीब 55 लाख करोड़ रुपये खर्च किए। आज दुनिया इसे 'पृथ्वी की सबसे ऊंची सुनसान इमारत' के नाम से जानती है। इसी विशेषता के कारण इसका नाम 'गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स' में भी दर्ज है।

आज अगर यह होटल पूरी तरह बनकर तैयार हो जाता तो यह दुनिया की सातवीं सबसे ऊंची इमारत होती। इतना ही नहीं इसे दुनिया के सबसे ऊंचे और आलीशान होटल के रूप में जाना जाता है। इसका निर्माण कार्य 1987 में शुरू हुआ था। इसे पूरा करने के लिए दो साल का समय रखा गया था। जब इसका निर्माण कार्य शुरू हुआ तो इसमें कई तरह की दिक्कतें आने लगीं। इसके बाद साल 1992 में इसका काम बंद कर दिया गया। हालांकि इसे बनाने का काम फिर से साल 2008 में शुरू हुआ। इस बार सरकार ने 11 अरब रुपये अतिरिक्त खर्च किए। लेकिन उसके बाद भी होटल का निर्माण कार्य पूरा नहीं हो सका।

पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई खास बदलाव नहीं

पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई खास बदलाव नहीं 

संदीप मिश्र 
लखनऊ। उत्तर-प्रदेश में (पेट्रोल-डीजल) की कीमतों में मंगलवार को भी कोई खास बदलाव नहीं किया गया है। केंद्र सरकार द्वारा एक्साइज ड्यूटी में कमी करने के बाद इसके दामों में बढ़ोतरी नहीं देखी जा रही है। पिछले कुछ समय में घरेलू गैस के दाम जरूर बढ़े हैं लेकिन पेट्रोल-डीजल के दाम स्थिर हैं। पिछले 51 दिनों से पेट्रोल डीजल के दाम में कोई बदलाव देखने को नहीं मिला है।बता दें कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में भी कच्चे तेल के दाम में गिरावट आ रही है। माना जा रहा है कि इसकी वजह से इसके दाम में कमी की जाएगी।
यूपी में 22 मई के बाद से पेट्रोल-डीजल के दामों में कोई खास बदलाव नहीं हुआ है।लखनऊ में आज पेट्रोल 96.57 रुपये और डीजल 89.76 रुपये प्रति लीटर है। यूपी के अन्य शहरों की बात करें तो आगरा में पेट्रोल 96.35 रुपए और डीजल 89.52 रुपए प्रति लीटर है। गोरखपुर- पेट्रोल 96.89 रुपए और डीजल 90.07 रुपए प्रति लीटर है। गाजियाबाद में पेट्रोल 96.58 रुपए और डीजल 89.75 रुपए प्रति लीटर है।
नोएडा में पेट्रोल 97 रुपए और डीजल 90.14 रुपए प्रति लीटर है। मेरठ में पेट्रोल 96.23 रुपए और डीजल 89.42 रुपए प्रति लीटर है। मथुरा में पेट्रोल 96.28 रुपए और डीजल 89.44 रुपए प्रति लीटर है। कानपुर में पेट्रोल 96.45 रुपए और डीजल 89.63 रुपए प्रति लीटर है। वाराणसी में पेट्रोल 96.79 रुपए और डीजल 89.98 रुपए प्रति लीटर है। बता दें कि हर दिन सुबह 6 बजे पेट्रोल-डीजल के नए रेट जारी किए जाते हैं।

शामली: राशन डीलरों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की

शामली: राशन डीलरों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की 

भानु प्रताप उपाध्याय 
शामली। शामली के कलेक्ट्रेट में पहुंचकर राशन डीलरों ने एकजुट होकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। समस्त राशन डीलरों ने 2013 के बाद अपना कमीशन ना बढ़ाने का आरोप लगाया है। वहीं, आज जिलाधिकारी को प्रधानमंत्री के नाम अपनी मांगों को लेकर एक ज्ञापन सौंपा।
राशन डीलरों ने इकट्ठा होकर कलक्ट्रेट में अपने कमीशन बढ़ाने की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन किया। उन्होंने प्रधानमंत्री के नाम जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा है। राशन डीलर के जिलाध्यक्ष श्याम सिंह ठाकुर का कहना है कि हम लोग आज प्रधानमंत्री के नाम जिलाधिकारी को प्रत्येक मुख्यालय पर ज्ञापन सौंप रहे हैं।
18 तारीख को प्रदेश के मुख्यमंत्री के यहां धरना प्रदर्शन करेंगे और 2 अगस्त को प्रधानमंत्री जी के यहां धरना प्रदर्शन होगा। अब अगर आगे हमारी मांग पूरी न हुई तो उक्त मामले में उग्र आंदोलन भी होगा। 2013 से लेकर आज तक हमारा कोई भी मानदेय नहीं बढ़ाया गया है। जबकि प्रदेश में केंद्र सरकार हर 6 महीने में किसी न किसी तरीके से महंगाई को बढ़ावा दे रही है, और कल टैक्स लगाकर आम जनमानस पर उसका महंगाई का जोर पढ़ रहा है।

20 तक चलेगा, अन्त्योदय आयुष्मान पखवाड़ा अभियान

20 तक चलेगा, अन्त्योदय आयुष्मान पखवाड़ा अभियान 

भानु प्रताप उपाध्याय
शामली। शासन के निर्देश पर अन्त्योदय लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए विशेष अभियान अन्त्योदय आयुष्मान पखवाड़ा शुरू हो चुका है। यह 20 जुलाई तक चलेगा। पखवाड़े के तहत शत प्रतिशत अन्त्योदय लाभार्थियों के आयुष्मान कार्ड बनाने के निर्देश शासन की ओर से जारी किए गए हैं।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. संजय अग्रवाल ने बताया, अपर मुख्य सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण अमित मोहन प्रसाद ने प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों और मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को पत्र भेजा है। सीएमओ डा. संजय अग्रवाल का कहना है कि पत्र के अनुपालन में अन्त्योदय आयुष्मान पखवाड़ा के दौरान सभी अन्त्योदय कार्ड धारकों के आयुष्मान कार्ड बनाने का हरसंभव प्रयास किया जाएगा।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी व नोडल अधिकारी डा. अश्विनी शर्मा ने बताया जनपद में लगभग 14757 अंत्योदय कार्ड धारक आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थी हैं। इनमें से करीब 8263 (56 प्रतिशत) लाभार्थियों के आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके हैं। जिले में अब 122554 लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके है। जिसमें 14559 लोग योजना का लाभ ले चुके है। जनपद में 14 प्राइवेट व सात सरकारी अस्पताल योजना से आबद्ध हैं।
उन्होंने बताया कि आयुष्मान कार्ड बनाने के मामले में शामली जनपद राज्य में दूसरे स्थान पर है जबकि इलाज मुहैया कराने में प्रथम स्थान पर है। डिस्ट्रिक्ट ग्रीवांस मैनेजर वैभव गुप्ता ने बताया, अन्त्योदय आयुष्मान पखवाड़ा के तहत राशन दुकानों सहित विभिन्न स्थानों पर शिविर लगाए जा रहे है। इसके लिए माइक्रो प्लान तैयार किया गया है। राशन डीलर (कोटेदार) को प्रेरित कर उनकी सहभागिता सुनिश्चित की जा रही है ताकि ज्यादा से ज्यादा अन्त्योदय आयुष्मान कार्ड बनाए जा सके।
शिविर की निर्धारित तिथि से पूर्व संबंधित आशा कार्यकर्ता द्वारा गांव और वार्ड के चिन्हित लाभार्थी परिवारों को शिविर स्थल एवं राशन कार्ड शिविर में अवश्य लेकर जाएं। इसके साथ ही जिला आपूर्ति अधिकारी से समन्वय स्थापित कर लक्षित लाभार्थियों की ग्राम वार-वार्ड वार सूची सरकारी राशन की दुकानों (कोटेदारों) को उपलब्ध करायी जा रही है। उन्होंने बताया, आयुष्मान भारत योजना के तहत निशुल्क उपचार प्राप्त करने के लिए लाभार्थी परिवार के हर सदस्य को आयुष्मान कार्ड बनवाना जरूरी है। एक आयुष्मान कार्ड बनवाने पर आशा कार्यकर्ता को पांच रुपए और एक परिवार के दो या उससे अधिक सदस्यों के कार्ड बनवाने पर 10 रुपए की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।

कई राज्यों में बाढ़-भूस्खलन की स्थिति पैदा हुई

कई राज्यों में बाढ़-भूस्खलन की स्थिति पैदा हुई 

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। देश के कई राज्यों में भारी बारिश के बाद बाढ़ और भूस्खलन की स्थिति पैदा हो गई है। इन राज्यों में सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है। महाराष्ट्र, गुजरात में हालात बद से बदतर हो गए। देश के कई राज्यों में भारी बारिश (Heavy Rain) और बाढ़ (Flood) से लोगों का बुरा हाल है। गुजरात, महाराष्ट्र, हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक में मौसम विभाग (IMD) ने आज भी भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। महाराष्ट्र का सबसे बुरा हाल है।
जहां पर अब तक 83 लोगों की मौत हो चुकी है, तो वहीं 6 जिलों में मौसम का रेड अलर्ट (Red Alert) है। शहर-शहर आफत बरस रही है। नदियां उफान पर हैं। अगले 72 घंटे लोगों पर भारी हैं, तो वहीं गुजरात में अब तक 63 लोगों की मौत हो चुकी है।
महाराष्ट्र में 1 जून से लेकर अब तक भारी बारिश के कारण 83 लोगों की मौत हुई हैं जबकि 64 लोग घायल हुए हैं। इन दुर्घटनाओं में बाढ़, भूस्खलन, इमारत गिरने, घर गिरने, समुद्र में डूबने, पानी में डूबने, बिजली गिरने और शॉर्ट सर्किट की घटना शामिल हैं। इस भारी बारिश में अब तक 164 जानवरों की भी मौत हुई है। साथ ही अब तक 5873 लोगों को बचाया जा चुका है यानी उन्हें सुरक्षित जगह भेजा गया है।
वलसाड़ समेत 5 जिलों में रेड अलर्ट कर दिया गया है‌‌। जबकि 8 जिलों में ऑरेंज अलर्ट है। महाराष्ट्र में भी कुदरत का रौद्र रूप देखने को मिल रहा है। तानसा नदी उफनती लहरे हर किसी को डरा रही हैं।

असिस्टेंट एग्जीक्यूटिव इंजीनियर के पदों पर भर्ती

असिस्टेंट एग्जीक्यूटिव इंजीनियर के पदों पर भर्ती 

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। अगर आप दिल्ली में सरकारी नौकरी करना चाहते हैं, तो ये आपके लिए एक बेहतरीन मौका हो सकता है। दरअसल दिल्ली डेवलपमेंट अथॉरिटी ने असिस्टेंट एग्जीक्यूटिव इंजीनियर के पदों पर भर्ती के लिए नया नोटिफिकेशन जारी किया है। इच्छुक और योग्य उम्मीदवार ऑफिशयल वेबसाइट dda.gov.in पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते है। बता दें इन पदों पर आवेदन की प्रक्रिया 9 जुलाई 2022 से शुरू हो चुकी है। इन पदों पर आवेदन करने की अंतिम तिथि 8 अगस्त 2022 है। असिस्टेंट एग्जीक्यूटिव इंजीनियर पदों पर भर्ती के लिए उम्मीदवार के पास मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से सिविल इंजीनियरिंग में बैचलर्स डिग्री होनी चाहिए।
इन पदों पर आवेदन करने के लिए उम्मीदवारों की न्युनतम आयु 21 वर्ष और अधिकतम आयु 30 वर्ष तय की गई है। वहीं सरकारी नियमों के अनुसार आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों को अधिकतम आयु सीमा में छूट दी जाएगी। विस्तृत जानकारी के लिए आधिकारिक नोटिफिकेशन चेक कर सकते हैं।
बता दें इन पदों पर भर्ती के लिए उम्मीदवारों को GATE 2021 में प्राप्त अंकों के आधार पर शॉर्टलिस्ट किया जाएगा और फिर इंटरव्यू के लिए बुलाया जाएगा। उम्मीदवार ऑफिशियल वेबसाइट dda.gov.in पर 8 अगस्त 2022 तक या उससे पहले ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।

चीतों को बसाने का सबसे ज्यादा उपर्युक्त स्थान मिला

चीतों को बसाने का सबसे ज्यादा उपर्युक्त स्थान मिला

नरेश राघानी
जयपुर/काेटा। राजस्थान में पूर्व मंत्री एवं कोटा जिले की सांगोद विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक भरत सिंह कुंदनपुर नेे मुकुंदरा हिल्स अभयारण्य को चीता बसाने के दृष्टि से नामीबिया के विशेषज्ञों की टीम के उपर्युक्त पाए जाने की रिपोर्ट का स्वागत करते हुए कहा है कि यह राज्य सरकार के लिए दुर्लभ अवसर है और इसे गवां दिया, तो आने वाली पीढ़ियां कभी भी माफ नहीं करेगी। सिंह ने कहा कि यह रिपोर्ट न केवल वन-वन्य जीवों एवं पर्यावरण प्रेमियों के लिए, बल्कि राज्य सरकार के लिए भी अति प्रसन्नता का विषय है।
इस रिपोर्ट में संसाधनों की उपलब्धता के कारण हर दृष्टि से मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व के 80 वर्ग किलोमीटर के दर्रा क्लोजर को पूरी दुनिया में दुर्लभ होते जा रहे चीतों को बसाने के लिए सबसे ज्यादा उपर्युक्त स्थान पाया है और यह एक सुनहरा अवसर है। जब राज्य सरकार केंद्र से बातचीत करके चीतों के पुनर्वास के इस अवसर का लाभ उठाते हुए हाडोती अंचल में फिर से चीतों का आबाद करने की दिशा में सार्थक कदम उठा कर वन्यजीव प्रेमियों का सपना साकार करना चाहिए।
नामीबिया से आई वन्यजीव विशेषज्ञों की टीम ने मध्यप्रदेश के कूनो नेशनल पार्क, गांधी सागर वाइल्ड लाइफ सेंचुरी सहित कोटा के मुकुंदरा हिल्स अभयारण्य का 12 से 21 जून के बीच अध्ययन करने के बाद अपनी रिपोर्ट में कोटा जिले में अभयारण्य के 80 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र को चीतों के पुनर्वास के लिए सबसे अधिक उपर्युक्त पाया था जहां दो मादा एवं एक नर चीते को बसाया जा सकता है।
नामीबिया के विशेषज्ञ की ओर से प्रस्तुत इस रिपोर्ट की प्रतिलिपि संलग्न कर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जो राज्य वाइल्ड लाइफ बोर्ड के अध्यक्ष भी हैं, को भेजे एक पत्र में बोर्ड के सदस्य सिंह ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार और वहां का वाइल्ड़ लाईफ़ बोर्ड़ कूनो नेशनल पार्क में चीते बसाने की संभावनाओं को देखते हुए केंद्र सरकार के स्तर पर लगातार बातचीत करते हुए नामीबिया से चीते लाकर मध्य प्रदेश के अभयारण्य में बसाने के लिए भरसक प्रयास कर रहे हैं और कई कदम आगे बढ़ भी चुके हैं।
इसके विपरीत राजस्थान का तो इस बारे में अभी रूख ही स्पष्ट नहीं है। सिंह ने अपने पत्र में आरोप लगाया कि वन्यजीवों के कुछ कथित विषय विशेषज्ञ अपने निजी स्वार्थ को लेकर अभयारण्य में चीते बसाने पर अड़ंगा लगा रहे हैं लेकिन प्रदेश के मुखिया होने के नाते कम से कम गहलोत तो यह समझे कि यदि ऐसे स्वार्थी लोगों की कोशिशें कामयाब हुई तो हाडोती के पर्यटन विकास को बहुत बड़ा झटका लगेगा। उन्होंने चेताया कि अब समय काफी कम बचा है और लगता है कि चीता बसाने के मामले में राजनीति हावी हो रही है लेकिन इस बात को अच्छे से समझ लेना चाहिए कि यदि यह मौका खो दिया तो इस गलती के लिए समय हमें कभी माफ नहीं करेगा।

'पीएम' मोदी ने अभिनेत्री रश्मिका की तारीफ की

'पीएम' मोदी ने अभिनेत्री रश्मिका की तारीफ की अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। नेशनल क्रश रश्मिका मंदाना सिर्फ साउथ सिनेमा का ही नहीं, अब ...