शुक्रवार, 3 जून 2022

मायावती ने टारगेट किलिंग की घटनाओं पर चिंता जताई

मायावती ने टारगेट किलिंग की घटनाओं पर चिंता जताई 

हरिओम उपाध्याय/इकबाल अंसारी        

लखनऊ/श्रीनगर। कश्मीर घाटी में टारगेट किलिंग की घटनाओं पर चिंता जताते हुए बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने केन्द्र सरकार से दहशत का माहौल जल्द खत्म करने और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। उन्होने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के कोरोना पीड़ित होने पर भी संवेदना जताते हुए उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है। सुश्री मायावती ने शुक्रवार को ट्वीट किया “ जम्मू-कश्मीर में आये दिन निर्दोष लोगों की हत्यायें हो रही हैं। अभी हाल ही में वहाँ राजस्थान के निवासी व बैंक मैनेजर की हुई हत्या अति-दुःखद व चिन्तनीय भी। इससे वहाँ दहशत का वातावरण व्याप्त है। केन्द्र सरकार ऐसे दोषी तत्वों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई करे, बीएसपी की यह माँग। ”

एक अन्य ट्वीट में उन्होने कहा “ कांग्रेस पार्टी की कार्यकारी अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गाँधी, जिनके कोरोना से पीड़ित हो जाने की ख़बर है, उनके अति-शीघ्र स्वास्थ्य लाभ होने की कुदरत से कामना।” गौरतलब है कि हाल के दिनो में कश्मीर घाटी में धर्म विशेष के लोगों को निशाना बनाकर हत्या किये जाने की घटनाओं में इजाफा हुआ है। गुरूवार को सुबह एक बैंक मैनेजर की हत्या कर दी गयी जबकि शाम को एक प्रवासी श्रमिक को गोली मारी गयी।

5.6 तीव्रता का भूकंप, तेज झटके महसूस कियें

5.6 तीव्रता का भूकंप, तेज झटके महसूस कियें 

अखिलेश पांडेय  
मनीला। दक्षिणी फिलीपींस के सुरिगाओ डेल सुर प्रांत में शुक्रवार तड़के भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। जिसकी तीव्रता प्रारंभिक तौर पर रिक्टर स्केल पर 5.6 मापी गई। फिलीपींस के ज्वालामुखी एवं भूकंप विज्ञान संस्थान ने बताया कि स्थानीय समयानुसार, शुक्रवार तड़के 2:54 बजे मसूस किए गए भूकंप का केंद्र कागवेट शहर से लगभग 31 किलोमीटर पूर्वोत्तर में घरती की सतह से 16 किलोमीटर की गहराई में था। 
भूकंप के झटके मध्य फिलीपींस के मिंडानाओ द्वीप और लेयते प्रांत के आसपास के इलाकों में भी महसूस किए गए। भूकंप के कारण नुकसान या हताहत होने की तत्काल कोई रिपोर्ट नहीं है।

श्रीलंका: कृषि परियोजना शुरू करने की योजना

श्रीलंका: कृषि परियोजना शुरू करने की योजना

सुनील श्रीवास्तव
कोलंबो। श्रीलंका के आर्थिक संकट के मद्देनजर इस वर्ष सितंबर तक कोलंबो में भोजन की व्यापक कमी होने की चेतावनी देते हुए मेयर रोजी सेनानायके ने कहा कि कोलंबो नगर परिषद जल्द ही शहर के भीतर 600 एकड़ भूमि में आवश्यक खाद्य फसलों की खेती शुरू करेगी।
शुक्रवार को सुश्री सेनानायके के हवाले से कहा कि नगर निकाय फसल उगाने के लिए एक कृषि परियोजना शुरू करने की योजना बना रहा है। इसके तहत शहरवासियों को अपने घर के बगीचों में आवश्यक खाद्य फसलें उगाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।
उन्होंने कहा, “कोलंबो की लगभग 60 प्रतिशत आबादी (जो कम आय वाले हैं) भोजन की कमी से प्रभावित होंगी। मेरा किसी को डराने का इरादा नहीं है, लेकिन मैं केवल लोगों को आगामी संकट के बार में सचेत करना और उससे निपटने के लिए तैयार करना चाहती हूं।
उन्होंने कहा कि शहर के भीतर सूप रसोई खोलने और कम आय वालों के लिए 3,000 रूपये के नकद वाउचर प्रदान करने की व्यवस्था की गई है।
उन्होंने कहा, “हम शहरवासियों की खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मौजूदा समय में विश्व खाद्य कार्यक्रम और अन्य दान दाता एजेंसियों के साथ बातचीत कर रहे हैं।"
मेयर ने कहा कि कोलंबो शहर में रोजाना करीब 350 टन खाना बर्बाद होता है।
उन्होंने कहा, “हम इसे कम करना चाहते हैं ताकि यह शहर में खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने में मदद करे। उल्लेखनीय है कि श्रीलंका अब तक के सबसे खराब आर्थिक संकट का सामना कर रहा है।
यहां पर भोजन, ईंधन और दवाओं की व्यापक कमी हो गयी है।
सरकार के प्रति लोगों के गुस्सा तथा हिंसक प्रदर्शों के बीच प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे ने पिछले महीने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।

चंपावत सीट पर उपचुनाव, जीत दर्ज करने पर बधाई

चंपावत सीट पर उपचुनाव, जीत दर्ज करने पर बधाई

अकांशु उपाध्याय  
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को उत्तराखंड की चंपावत विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में जीत दर्ज करने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को बधाई दी और विश्वास जताया कि इस पहाड़ी प्रदेश की प्रगति के लिए वह और कड़ी मेहनत से काम करेंगे। मोदी ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘उत्तराखंड के प्रभावशाली मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को चंपावत से रिकार्ड मतों से जीत हासिल करने पर बधाइयां। मुझे भरोसा है कि उत्तराखंड की प्रगति के लिए वह और कड़ी मेहनत से काम करेंगे।
मैं चंपावत की जनता को भाजपा पर विश्वास जताने के लिए धन्यवाद देता हूं और अपने कार्यकर्ताओं के परिश्रम की सराहना करता हूं।’’ चंपावत उपचुनाव में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 55,025 मतों के अंतर से जीत हासिल की। हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में भाजपा ने 70 में से 47 सीटें जीतकर प्रदेश में लगातार दूसरी बार सत्ता में आने का इतिहास रचा। लेकिन धामी स्वयं खटीमा विधानसभा सीट से चुनाव हार गए थे।
हार के बावजूद पार्टी ने धामी पर भरोसा जताया और उन्हें दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की कमान सौंपी। छह माह के अंदर उनका विधानसभा का सदस्य निर्वाचित होना जरूरी था। इसके लिए चंपावत के विधायक कैलाश गहतोड़ी ने 21 अप्रैल को विधानसभा की सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया था। उनके इस्तीफे से खाली हुई चंपावत सीट पर उपचुनाव हुआ।

राजनीति: सीएम ने गृहमंत्री शाह से मुलाकात की

राजनीति: सीएम ने गृहमंत्री शाह से मुलाकात की

अकांशु उपाध्याय  
नई दिल्ली। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई.एस जगनमोहन रेड्डी ने शुक्रवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की। इस दौरान दोनों नेताओं ने राज्य से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की, जिसमें पोलावरम परियोजना के लिए कर्ज सीमा और वित्त पोषण में वृद्धि करना शामिल है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, बैठक में रेड्डी ने राज्य सरकार की शुद्ध कर्ज सीमा को पहले के स्तर पर बहाल करने और एक पखवाड़े में पोलावरम सिंचाई परियोजना की संशोधित अनुमानित लागत (5,548.87 करोड़ रुपये) जारी करने की मांग दोहराई। 
सूत्रों के मुताबिक, बैठक के दौरान राज्य के कई अन्य लंबित मुद्दों पर भी चर्चा की गई। अपनी यात्रा के दूसरे दिन शाह से मुलाकात करने के बाद आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री विजयवाड़ा के लिए रवाना हुए। जुलाई में होने वाले राष्ट्रपति और उप-राष्ट्रपति चुनाव के मद्देनजर रेड्डी ने बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी। इस दौरान दोनों नेताओं में राज्य के लंबित मुद्दों पर भी चर्चा हुई थी। इसके अलावा, रेड्डी ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से भी मुलाकात की थी।

समूह ने लगातार दूसरे दिन भी प्रदर्शन जारी रखा

समूह ने लगातार दूसरे दिन भी प्रदर्शन जारी रखा

इकबाल अंसारी  
श्रीनगर। कश्मीर में आतंकवादियों द्वारा लक्षित हत्याओं से नाराज सरकारी कर्मचारियों के एक समूह ने लगातार दूसरे दिन भी उन्हें कश्मीर से अपने गृह जिलों में स्थानांतरित करने की मांग को लेकर प्रदर्शन जारी रखा। प्रदर्शनकारियों में ज्यादातर शिक्षक शामिल हैं। वे मंगलवार को दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले के एक स्कूल में अपनी सहयोगी रजनी बाला की आतंकवादियों द्वारा गोली मारकर हत्या करने के बाद जम्मू लौट आए हैं।
‘जम्मू आधारित रिजर्व श्रेणी कर्मचारी संघ’ के बैनर तले प्रदर्शनकारियों ने बृहस्पतिवार को प्रेस क्लब से आंबेडकर चौक तक मार्च निकाला। इसके बाद शुक्रवार को शहर के बीचों-बीच पनामा चौक पर धरना दिया। धरने में शामिल सुरिंदर कुमार ने कहा, “हम लक्षित हत्याओं के मद्देनजर मौजूदा खतरनाक परिस्थितियों में अपने कार्यों को फिर से शुरू करने के लिए कश्मीर नहीं लौटेंगे। हम वापस जाने के बजाय यहां मरना पसंद करेंगे।
” प्रदर्शनकारियों ने सरकार से उनके विरोध पर ध्यान देने और कश्मीर से जम्मू क्षेत्र में उनका स्थानांतरण सुनिश्चित करने का आग्रह किया। कुमार ने कहा कि वह पहले ही 15 साल से कश्मीर में अपनी सेवाएं दे रहे हैं और “आतंकवादियों के हाथों मारे जाने के लिए घाटी में लौटने को तैयार नहीं हैं।” वहीं, एक महिला प्रदर्शनकारी ने कहा, “कश्मीर में सुरक्षित क्षेत्र कहां हैं। हमें बाहर जाना होगा, बच्चों को स्थानीय स्कूलों में डालना होगा और अपने कर्तव्यों का पालना करना होगा।
” उन्होंने कहा कि वह पिछले एक दशक से कश्मीर में स्थानीय आबादी के साथ हंसी-खुशी रह रही थीं, लेकिन हाल के महीनों में हुई लक्षित हत्याओं ने उनके दिलो-दिमाग में डर पैदा कर दिया है।

समुंदर की लहरों के बीच बच्चे को जन्म दिया

समुंदर की लहरों के बीच बच्चे को जन्म दिया 

डॉक्टर सुभाषचंद्र गहलोत        
मैनागुआ। एक महिला ने समुंदर की लहरों के बीच बच्चे को जन्म दिया। सोशल मीडिया पर उसने डिलीवरी का वीडियो भी शेयर किया है। वीडियो देखने के बाद यूजर्स हैरान रह गए। महिला ने अपनी डिलीवरी को ' फ्री बर्थ' नाम दिया है। 37 साल की इस महिला का नाम जोसी ( है और वो निकारागुआ की रहने वाली हैं। उन्होंने प्रशांत महासागर में पानी लहरों के बीच बच्चे को जन्म दिया। जोसी ने इंस्टाग्राम पर ये वीडियो फरवरी में अपलोड किया था, लेकिन सोशल मीडिया पर अब ये तेजी से वायरल हो रहा है। जोसी पहले से 4 बच्चों की मां हैं। वीडियो को अबतक 2 लाख से अधिक बार देखा जा चुका है, जिसमें जोसी अपने 42 साल के पति  के साथ नजर आ रही हैं। डिलीवरी में जोसी के पति ने मदद की थी। उन्होंने तौलिये, गर्भनाल को रखने के लिए बाउल जैसी आम चीजों का ही इस्तेमाल किया था।डिलीवरी में कोई आधुनिक उपकरण या तकनीक का इस्तेमाल नहीं किया गया था।
प्रेग्नेंसी के दौरान जोसी ने तथाकथित 'फ्री बर्थ' के लिए बिना चिकित्सकीय सहायता के अपने बच्चे को जन्म दिया। वीडियो में डिलीवरी के समय जोसी को दर्द से कराहते हुए लहरों के बीच देखा जा सकता है। जोसी का कहना है कि जो लहरें उसकी पीठ पर टकरा रही थीं, वो उसे प्रसव के दौरान सहज फ़ील करवा रही थीं। उन्होंने कहा कि मैं यह दिखाना चाहती थी कि बिना  के भी महिला का शरीर बच्चे पैदा करने में सक्षम है। वो इस डिलिवरी को पूरी तरह नेचुरल और फ्री बनाना चाहती थीं। हालांकि, जोसी द्वारा की गई डिलीवरी की यह प्रक्रिया विवादों से भरी हुई है। 2018 में जब कैलिफोर्निया की एक महिला ने इस तकनीक से बच्चा पैदा करने की कोशिश की थी, तो वो मृत पैदा हुआ था। एक्सपर्ट भी ऐसी प्रक्रिया फॉलो करने के लिए मना करते हैं।

हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया

हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कांग्रेस पर अपना हमला तेज ...