सोमवार, 9 मई 2022

परीक्षा का प्रश्न पत्र ‘लीक’ होने पर नाराजगी

परीक्षा का प्रश्न पत्र ‘लीक’ होने पर नाराजगी  

अविनाश श्रीवास्तव    
पटना। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव ने बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) द्वारा रविवार को आयोजित सिविल सेवा (प्रारंभिक) की परीक्षा का प्रश्न पत्र ‘लीक’ होने पर सोमवार को कड़ी नाराजगी जताई। राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष यादव ने कहा कि आयोग का नाम बदलकर ‘लीक आयोग’ कर दिया जाना चाहिए।
उन्होंने राज्य की नीतीश कुमार सरकार से उन अभ्यर्थियों को मुआवजा देने की मांग की जो लंबी दूरी तय कर परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा देने पहुंचे थे। यादव ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘बीपीएससी में गड़बड़ी हुई है, यह कोई अच्छी खबर नहीं है। कल की घटना के बाद कुछ भी कहने को बचा नहीं है।
अब समय गया है कि लोक सेवा आयोग का नाम बदलकर ‘लीक आयोग’ कर दिया जाए। परीक्षाएं शायद ही समय पर होती हैं और जब ये आयोजित कराई जाती हैं, तो और देरी अनियमितताओं के नाम पर होती है।
’’ यादव ने दावा किया कि जब भी विधानसभा का सत्र होता है, वह बीपीएससी के कामकाज की शैली का मुद्दा उठाते हैं। उन्होंने मांग की कि ‘‘जिन अभ्यर्थियों का परीक्षा केंद्र अपने गृहनगर से दूर था और जिन्हें सबसे अधिक परेशानी हुई, उन्हें पांच लाख रुपये का मुआवजा दिया जाए।
’’ गौरतलब है कि रविवार दोपहर परीक्षा होने से कुछ मिनट पहले ही प्रश्नपत्र के ‘स्क्रीनशॉट’ सोशल मीडिया पर वायरल हो गए थे। हालांकि, परीक्षा को तत्काल रद्द नहीं किया गया था और आयोग ने शाम को प्रश्न पत्र ‘लीक’ होने की घटना के बारे में संतुष्ट होने के बाद परीक्षा रद्द करने की घोषणा की थी। यादव ने पूरे मामले की तेजी से जांच कर दोषियों को पकड़े जाने की मांग की।

असम-बांग्लादेश सीमा पर स्थिति की समीक्षा की

असम-बांग्लादेश सीमा पर स्थिति की समीक्षा की  

इकबाल अंसारी  

असम। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने असम के मनकाचर सेक्टर में असम-बांग्लादेश सीमा पर स्थिति की सोमवार को समीक्षा की। एक हेलीकॉप्टर से कामाख्या हिलटॉप पहुंचे शाह ने मनकाचर के लिए रवाना होने से पहले कामाख्या मंदिर में पूजा-अर्चना की। सीमा सुरक्षा बल और राज्य सरकार के अधिकारियों ने सीमा चौकी पर उनका स्वागत किया।बीएसएफ अधिकारियों के साथ आए गृह मंत्री ने इस मौके के लिए बनाए गए एक निगरानी टावर से सीमा पर स्थिति की समीक्षा की। उन्हें इलाके में एकत्रित स्थानीय ग्रामीणों से बातचीत करते हुए भी देखा गया। केंद्रीय मंत्री की मौजूदगी में भारत और बांग्लादेश दोनों के सीमा पर तैनात कर्मियों ने फ्लैग मार्च भी किया।

सीमावर्ती क्षेत्रों में विकास की है कमी...

 गृह मंत्री ने जोर देते हुए कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों में विकास की कमी है, जिससे लोगों का पलायन हो रहा है। उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन क्षेत्रों में विकास लाने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने ट्वीट किया कि सीमावर्ती इलाकों में तैनात बीएसएफ जवानों को सुरक्षा बढ़ाने के लिए नवीनतम तकनीक मुहैया कराई जाएगी।

हिंसा के मामलें में 3 मुख्य आरोपियों को अरेस्ट किया

हिंसा के मामलें में 3 मुख्य आरोपियों को अरेस्ट किया

मनोज सिंह ठाकुर

खरगोन। मध्य प्रदेश के खरगोन शहर में पिछले महीने रामनवमी समारोह के दौरान हुई हिंसा के मामलें में पुलिस ने तीन मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किया है। खरगोन में अस्थायी रुप से तैनात किए गए विशेष सशस्त्र बल के कमांडेट अंकित जायसवाल ने रविवार देर रात पत्रकारों को बताया कि दस अप्रैल को हुई हिंसा के सिलसिले में दर्ज 72 मामलों में अब तक 182 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

उन्होंने बताया कि अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है। दस अप्रैल को शहर में रामनवमी के जुलूस के दौरान और बाद में सांप्रदायिक झड़पें हुई थीं। जायसवाल ने कहा कि शहर के आनंद नगर में हिंसा को उकसाने के मुख्य आरोपियों में से एक इकबाल बानी और भटवाड़ी इलाके में दंगों के मुख्य आरोपी अफजल को क्रमशः जावरा (रतलाम जिला) और इंदौर से जबकि एक अन्य मुख्य आरोपी अर्श उर्फ कैफ को खरगोन जिले के कसरावद कस्बे से गिरफ्तार किया गया है। पिछले महीने हिंसा के बाद शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया था और 24 दिन बाद चार मई की शाम को इसे हटाया गया।

निर्गम: आरक्षित शेयरों को पूर्ण अभिदान मिला

निर्गम: आरक्षित शेयरों को पूर्ण अभिदान मिला 

अकांशु उपाध्याय  

नई दिल्ली। भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC ) के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के तहत पात्र संस्थागत खरीदार (क्यूआईबी) के लिए आरक्षित शेयरों को सोमवार को निर्गम के अंतिम दिन पूर्ण अभिदान मिला। कुल मिलाकर इस निर्गम को दोगुना से अधिक अभिदान मिल चुका है।

शेयर बाजार पर उपलब्ध 12 बजकर 12 मिनट तक के आंकड़ों के मुताबिक 3,95,31,236 आरक्षित शेयरों के लिए 4,61,62,185 बोलियां मिलीं जो 1.17 गुना अभिदान दर्शाता है। गैर-संस्थागत निवेशकों वाले हिस्से को 1.38 गुना अभिदान मिला, खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित 6.9 करोड़ शेयरों के लिए 11.89 करोड़ बोलियां मिलीं।

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण     

1. अंक-213, (वर्ष-05)
2. मंगलवार, मई 10, 2022
3. शक-1944, वैशाख, शुक्ल-पक्ष, तिथि-नवमी, विक्रमी सवंत-2079।
4. सूर्योदय प्रातः 05:38, सूर्यास्त: 06:57।
5. न्‍यूनतम तापमान- 30 डी.सै., अधिकतम-41+ डी.सै.। उत्तर भारत में बरसात की संभावना।
6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु, (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।
8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।
9. पंजीकृत कार्यालयः 263, सरस्वती विहार लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102
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रविवार, 8 मई 2022

आई लव माई मदर 'कविता'

आई लव माई मदर    'कविता'  

न तो मां का प्यार मिला,
न वो बाप के प्यार का फूल खिला।
लुट गई मेरी मिन्नतें,
फिर भी बच गई कुछ हसरतें।

बचपन में मर गई मेरी मां,
मर गया मेरा बाप।
मिटी हुईं हस्तियों में, 
आपो ही आप।

कड़ी धूप में तपता रहा हूं मैं,
बूंद-बूंद कर रिश्ता रहा हूं मैं।
ए दोस्त, कौन सा मौसम है ऐसा, 
जिससे बचता रहा हूं मैं।

अब कोई दोस्त बाकी नहीं रहा,
जो कुछ खाली था, वो भी नहीं बचा।

बस एक इस लिहाज से, 
फरिश्ता है।
मेरे जो दिल के पास है,
वो मेरी मां का रिश्ता है।

कृति- चंद्रमौलेश्वर शिवांशु 'निर्भयपुत्र'

चक्रवात: तेज हवाएं व बारिश होने की आशंका

चक्रवात: तेज हवाएं व बारिश होने की आशंका   

मिनाक्षी लोढी/अकांशु उपाध्याय  

नई दिल्ली/कोलकाता। बंगाल की खाड़ी में आया तूफान रविवार को तीव्र होकर चक्रवात में बदल गया। जिसकी रफ्तार 75 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक है तथा इसके और तेज होने की आशंका है। मौसम विभाग ने यह जानकारी दी। हालांकि, चक्रवात के तटीय क्षेत्र से टकराए बिना अगले हफ्ते तक कमजोर पड़ने की संभावना है। मौसम कार्यालय ने कहा कि चक्रवात के प्रभाव से उत्तरी आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तटों पर मंगलवार से तेज हवाएं चलने और बारिश होने की आशंका है। मौसम कार्यालय के मुताबिक, चक्रवाती तूफान का नाम ‘असानी’ रखा गया है, जो ‘क्रोध’ के लिए इस्तेमाल सिंहली भाषा का शब्द है। यह तूफान अंडमान द्वीप समूह में पोर्ट ब्लेयर से 380 किलोमीटर पश्चिम में बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्वी क्षेत्र में केंद्रित है।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने रविवार सुबह 8.30 बजे जारी बुलेटिन में कहा, ‘‘अगले 24 घंटों के दौरान तूफान के उत्तर-पश्चिम की तरफ बढ़ने और पूर्वी मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक गंभीर चक्रवाती तूफान में परिवर्तित होकर और तेज होने की आशंका है।’’ आईएमडी द्वारा चक्रवात के पूर्वानुमान के अनुसार, चक्रवात के 10 मई की शाम तक उत्तर-पश्चिम की तरफ बढ़ने और उत्तरी आंध्र प्रदेश व ओडिशा के तटों से बंगाल की खाड़ी के पश्चिम-मध्य एवं उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र तक पहुंचने के आसार हैं। इसके बाद, इसके उत्तर-उत्तर-पूर्व की तरफ मुड़ने और ओडिशा तट से दूर बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र की ओर बढ़ने की प्रबल संभावना है।

आईएमडी के मुताबिक, चक्रवात के सोमवार को बंगाल की खाड़ी में 60 समुद्री मील (111 किलोमीटर प्रति घंटा) की गति से आगे बढ़ने की उम्मीद है। उत्तरी आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तटों की ओर बढ़ने के साथ भीषण चक्रवाती तूफान के मंगलवार से धीरे-धीरे कमजोर होने का अनुमान है। आईएमडी ने कहा कि ओडिशा के तटीय जिलों और पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता सहित राज्य के दक्षिणी हिस्से में मंगलवार से हल्की से मध्यम बारिश होने की आशंका है। मछुआरों को सलाह दी गई है कि वे 10 मई से अगली सूचना तक समुद्र में और पश्चिम बंगाल एवं ओडिशा के तटों पर नहीं जाएं। मौसम विभाग के अनुसार, ओडिशा तट के पास समुद्र की स्थिति नौ मई को खराब और 10 मई को अत्यधिक खराब हो जाएगी। समुद्र में हवा की गति 10 मई को बढ़कर 80 से 90 किलोमीटर प्रति घंटा होने का अनुमान है।

'आईआईएम' नागपुर के स्थायी परिसर का उद्घाटन

'आईआईएम' नागपुर के स्थायी परिसर का उद्घाटन   

कविता गर्ग        

नागपुर। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने रविवार को कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में यूनिकॉर्न और स्टार्ट-अप का प्रवेश देश के लिए बड़े बदलाव वाला साबित हो सकता है। कोविंद ने रविवार को भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) नागपुर के स्थायी परिसर का उद्घाटन करने के बाद एक सभा को संबोधित करते हुए यह बात कही। आईआईएम नागपुर की स्थापना 2015 में की गयी थी। राष्ट्रपति ने कहा कि एक शिक्षण संस्थान केवल सीखने का ही स्थान नहीं होता बल्कि यह हम सभी की भीतरी और छिपी हुई प्रतिभाओं को और संवारने का काम करते है। उन्होंने कहा, शिक्षण संस्थान वह जगह है। जो हम में से प्रत्येक में आंतरिक और कभी-कभी छिपी हुई प्रतिभा को भी निखारने का काम करते हैं। पाठ्यक्रम हमें अपने भीतर आत्मनिरीक्षण करने, महत्वाकांक्षा रखने और अपने सपनों को पूरा करने का अवसर देता है। राष्ट्रपति ने कहा, हम एक ऐसे युग में जी रहे हैं, जहां नवाचार और उद्यमिता की सराहना की जाती है और उसे प्रोत्साहित किया जाता है। विभिन्न यूनिकॉर्न या स्टार्ट-अप की कहानियों ने नया इतिहास रचा है। इसने नए रास्ते खोले हैंं। क्योंकि व्यावसायिक उद्यमों के अंतर्गत कई नए क्षेत्र आ रहे हैं।

उन्होंने कहा कि खाद्य सामग्रियों के वितरण से लेकर कई अन्य चीजें पहुंचाने और ले जाने तक, ऐसी सभी सेवाएं स्टार्ट-अप और ऐप-आधारित प्लेटफॉर्म द्वारा प्रदान की जाती हैं। कोविंद ने कहा, “शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे क्षेत्र भी इन नए उद्यमों का हिस्सा बन गए हैं। इस तरह के प्रयास हमारे देश के लिए निर्णायक साबित हो सकते हैं। यह हमारे देश के लोगों के लिए नौकरी प्रदाता और राजस्व अर्जित करने का जरिया बन सकते हैं। कोविंद ने यह भी कहा कि नवाचार और उद्यमिता दोनों में न केवल प्रौद्योगिकी के माध्यम से लोगों के जीवन को बेहतर और आसान बनाने की क्षमता है, बल्कि यह कई लोगों को रोजगार के अवसर भी प्रदान कर सकते हैं। राष्ट्रपति ने छात्रों को संबोधित करते हुए उनसे कहा कि वे एक दूसरे से जुड़ी हुई दुनिया में रहते हैं और जल्द ही पेशेवरों के रूप में दुनिया की सैर करने वाले बनेंगे। राष्ट्रपति ने छात्रों से अपील करते हुए कहा, हालांकि, इस प्रयास में हमारे देश की मूल भावना और नैतिकता को कभी मत भूलना। आप दुनिया भर में भारतीय संस्कृति और ज्ञान के दूत होंगे और आपका प्रदर्शन पूरे देश के लिए मानक साबित होगा।

उन्होंने आईआईएम नागपुर के उद्यमिता विकास संस्था की सराहना भी की जिसने सफलतापूर्वक महिला उद्यमियों को स्नातक करने में सक्षम बनाया है और उनमें से छह ने अपने उद्यम भी शुरू किए हैं। इस अवसर पर केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, महाराष्ट्र के उद्योग मंत्री सुभाष देसाई, राज्य के ऊर्जा मंत्री नितिन राउत और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी मौजूद थे।

राष्ट्रपति पद, उम्मीदवार का ऐलान करेगी भाजपा

राष्ट्रपति पद, उम्मीदवार का ऐलान करेगी भाजपा

अकांशु उपाध्याय

नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी जल्द ही राष्ट्रपति पद के लिए अपने उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर सकती है। सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी ओबीसी या किसी महिला को राष्ट्रपति पद का प्रत्याशी बना सकती है। ओबीसी और महिलाओं का देश की आबादी में सबसे ज्यादा प्रतिनिधित्व है। हालांकि, अनुसूचित जनजाति अनुसूचित जाति या दक्षिण भारत के उम्मीदवार जैसी कई थ्योरी राजनीतिक हलकों में हैं। पार्टी सभी संभावनाओं को टटोलने और 2024 संसदीय चुनाव को नजर में रखकर ही उम्मीदवार के नाम को घोषित करेगी। जाति आधारित जनगणना की मांग के बीच, राजनीतिक पार्टियां जानती हैं कि ओबीसी देश की कुल आबादी का 40 प्रतिशत से अधिक है, जबकि महिलाएं भारत की आबादी का लगभग आधा हिस्सा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कई मौकों पर कह चुके हैं कि महिलाएं बीजेपी का नया वोटबैंक हैं। पार्टी के एक अंदरूनी सूत्र ने कहा कि सभी सामाजिक समीकरणों के बीच, एससी समुदाय से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार की संभावना नहीं है क्योंकि वर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद इसी समुदाय से संबंध रखते हैं। उन्होंने कहा, ‘इस बार एससी समुदाय के किसी नेता को मौका दिए जाने की संभावना बहुत कम है। राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए इस समय ओबीसी और महिलाओं को सबसे ज्यादा पसंद किया जा रहा है।

उत्तर प्रदेश से लेकर महाराष्ट्र तक सभी राज्यों में ओबीसी एक बड़ी ताकत है। हाल के उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव में, कुछ ओबीसी नेताओं के पार्टी से बाहर होने के बावजूद, भाजपा को समुदाय से भारी समर्थन मिला। पार्टी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने बताया कि बीजेपी की सहयोगी जेडीयू सहित लगभग सभी पार्टियों ने ओबीसी समुदाय का विश्वास जीतने के लिए जाति आधारित जनगणना की मांग की है और उनमें से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार को नामित करके पार्टी को अगले लोक सभा चुनाव और आगामी राज्य चुनावों में फायदा होगा। पार्टी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा, ‘महिला और ओबीसी दोनों स्वतंत्र रूप से देश में मतदाताओं का सबसे बड़ा हिस्सा हैं पार्टी या तो व्यक्तिगत रूप से या एक साथ ओबीसी महिला उम्मीदवार को पद के लिए नामांकित करके उन्हें लुभाएगी वर्तमान में, छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुइया उइके, तमिलनाडु की राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन और केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान का नाम भी संभावितों में है। वहीं झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू के नाम भी भाजपा के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए सामने आ रहा है।

मंत्रालय का दावा, पर्याप्त मात्रा में कोयले की सप्लाई

मंत्रालय का दावा, पर्याप्त मात्रा में कोयले की सप्लाई  

अकांशु उपाध्याय  

नई दिल्ली। कोयला मंत्रालय ने दावा किया है कि देश के सभी पावर प्लांट को जरूरत के हिसाब से पर्याप्त मात्रा में कोयले की सप्लाई की जा रही है। सरकार कोयले का उत्पादन बढ़ाने का लगातार प्रयास कर रही है। बंद या छोड़ी गई कोयला खदानों में निकालने योग्य कोयला भंडार लगभग 38 करोड़ टन है। इन खदानों से कोयला आसानी से निकाला जा सकता है। ऐसे में इसकी भी कोशिशें जारी हैं। कोयला मंत्रालय का कहना है कि सरकार का लक्ष्य कोयले के आयात को कम करना और देश को इस क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाना है। समय के हिसाब से कोयले की जरूरत बढ़ रही है। मंत्रालय ने कहा कि कोयले के जल्द आयात की सलाह दी गई थी, ताकि अतिरिक्त कोयला मई 2022 के महीने से ही बिजली संयंत्रों तक पहुंच जाए। तमिलनाडु और महाराष्ट्र ने कोयला आयात के आदेश दे दिए हैं। कोयले का उत्पादन बढ़ाने के लिए कई उपाय किए जा रहे हैं। कोयला ब्लॉक की नीलामी के लिए राजस्व हिस्सेदारी में 50 फीसद की छूट का प्रस्ताव है। समीक्षा बैठक में आवंटित कोयले की ढुलाई की प्रगति की भी समीक्षा की गई। मंत्रालय ने कहा कि आवंटित कोयले का उठान कुछ राज्यों में संतोषजनक नहीं है। उनसे कहा जा रहा है कि वह इस बारे में अपने प्रदर्शन में सुधार करें।

दुनिया की सबसे बड़ी कोयला कनन कंपनी कोल इंडिया मिलिटेड अपनी 20 बंद पड़ी भूमिगत कोयला खदानों को फिर से शुरू करेगी। कोल इंडिया इन खदानों को फिर से शुरू करने और राजस्व शेयरिंग मॉडल पर उत्पादन के लिए प्राइवेट सेक्टर से पेशकश करेगी। कंपनी ने शुक्रवार को निवेशकों के साथ मुंबई में एक बैठक भी की थी। बैठक में इस पेशकश के बारे में निजी क्षेत्र को बताया गया। इस कार्यक्रम में निवेशकों को संबोधित करते हुए केंद्रीय कोयला, खनन और संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बताया कि कोयला मंत्रालय का लक्ष्य थर्मल कोयले के आयात को कम करना और देश को इस क्षेत्र में आत्म-निर्भर बनाना है। जोशी ने सत्र में मौजूद निवेशकों से कहा, ’अभी कुछ समय पहले लोग कहा करते थे कि कोयले की आवश्यकता कम होने वाली है, लेकिन वर्तमान में हम कोयले की आवश्यकताओं में वृद्धि देख रहे हैं।’

प्रह्लाद जोशी ने कहा कि बंद पड़ी कोयला खदानों में निकालने योग्य भंडार लगभग 38 करोड़ टन है। इसमें से 3-4 करोड़ टन कोयला आसानी से निकाला जा सकता है। उन्होंने आगे कहा कि खनन गतिविधियों को जारी रखने से स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा करते हुए टीपीपी को कोयले की आपूर्ति बढ़ाने में मदद मिलेगी।वहीं, केंद्रीय कोयला, खनन और रेल राज्य मंत्री रावसाहेब पाटिल दानवे ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि भारत के पास दुनिया में कोयले का पांचवां सबसे बड़ा भंडार है। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य घरेलू कोयला उत्पादन को वित्त वर्ष 2023-24 तक 1.2 अरब मीट्रिक टन तक बढ़ाने का है। उन्होंने कहा कि ईंधन के रूप में ऊर्जा मिश्रण में कोयले का सबसे बड़ा योगदान है। उन्होंने आगे कहा कि यह पहल नवीनतम खनन प्रौद्योगिकी, मजबूत प्रणालियों और प्रक्रियाओं की तैनाती का मार्ग प्रशस्त करेगी।

कई विकास कार्यों की जमीनी हकीकत को परखा

कई विकास कार्यों की जमीनी हकीकत को परखा   

नीरज जैन

झांसी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का दो दिवसीय झांसी दौरा कई मायनों में महत्वपूर्ण रहा। उन्होंने विकास कार्यों की समीक्षा करते हुए कई को फटकार लगाई, कुछ पर कार्रवाई की तो कुछ को नसीहत भी दी। इसके अलावा उन्होंने कई विकास कार्यों की जमीनी हकीकत को परखा। साथ ही उन्होंने वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई के ऐतिहासिक दुर्ग में जाकर लाइट एंड साउंड शो का अवलोकन भी किया। दुर्ग की आगन्तुक पुस्तिका में उन्होंने अपने विचार व्यक्त करते हुए लिखा-अतीत को विस्मृत कर वर्तमान का नवनिर्माण नहीं हो सकता है।

वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई के सॉरी और पराक्रम को लाइट एंड साउंड शो के माध्यम से देखकर अभिभूत हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आगंतुक पुस्तिका में लिखा की भारत की आजादी का प्रथम स्वतंत्र समय समर अपने आप में अत्यंत महत्वपूर्ण रहा है। इस स्वतंत्र समर में झांसी की रानी लक्ष्मीबाई का नाम बड़े सम्मान के साथ भारत के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में अंकित है।

महारानी लक्ष्मीबाई की वीरता, शौर्य और आजादी के इन महत्वपूर्ण घटनाक्रम को स्मार्ट सिटी मिशन में लाइट एंड साउंड शो के माध्यम से वर्तमान पीढ़ी के सामने प्रस्तुत करना अत्यंत सराहनीय पहल है। इतिहास के इन्हीं पलों के सम्बंध में कहा गया है कि अतीत को विस्मृत करके वर्तमान का नवनिर्माण नहीं हो सकता। इस कार्यक्रम को अन्य प्रकार से भी आगे बढ़ने का प्रयास किया जाना चाहिए।

'पीएम' मोदी ने अभिनेत्री रश्मिका की तारीफ की

'पीएम' मोदी ने अभिनेत्री रश्मिका की तारीफ की अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। नेशनल क्रश रश्मिका मंदाना सिर्फ साउथ सिनेमा का ही नहीं, अब ...