मंगलवार, 26 अप्रैल 2022
स्मार्टफोन, मार्केट पर दबदबा बनाने की कोशिश
संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा 2022 का नोटिस जारी
मुंबई-पुणे व सूरत के कई ठिकानों पर छापेमारी
'आंदोलनों पर प्रतिबंध' कड़ी शर्तें, निंदा की
प्राधिकृत प्रकाशन विवरण
सोमवार, 25 अप्रैल 2022
नगर आयुक्त ने मेनहोल को बंद कराने के आदेश दिए
नगर आयुक्त ने मेनहोल को बंद कराने के आदेश दिए
अश्वनी उपाध्याय
गाजियाबाद। नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर ने गोविंदपुरम में खुले मेनहोल में एक बच्ची के गिरने की खबर मिलते ही तत्काल मेनहोल को बंद कराने के आदेश दिए। इस घटना में बच्ची को गाजियाबाद नगर निगम तथा जन सहयोग से बाहर निकाला गया किसी प्रकार की कोई हानि नहीं हुई है। नगर आयुक्त ने इस घटना से संबंधित अधिकारी को शहर में काम कर रही कंपनी वन सिटी वन ऑपरेटर को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए गए साथ ही अधिकारियों को पूरे शहर में इस प्रकार की समस्या का निस्तारण करने हेतु निरीक्षण के निर्देश दिए गए हैं।
एमएनए महेंद्र सिंह तंवर ने बताया कि शहर वासियों के सहयोग हेतु गाजियाबाद नगर निगम हर प्रकार से हमेशा तत्पर रहता है। शहर वासियों से अपील की गई है कि इस प्रकार की कोई भी समस्या अगर देखने में आती है तो तत्काल गाजियाबाद नगर निगम संबंधित विभाग में सूचित करें तथा कार्यवाही में सहयोग प्रदान करें।
आईएएस अफसरों की नवीन पदस्थापना, आदेश
हिंदुत्व विचारधारा एक संस्कृति हैं, अराजकता नहीं
हिंदुत्व विचारधारा एक संस्कृति हैं, अराजकता नहीं
कविता गर्ग
मुंबई। महाराष्ट्र में हनुमान चालीसा के पाठ को लेकर उत्पन्न हुए राजनीतिक विवाद के बीच शिवसेना ने सोमवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधा और कहा कि हिंदुत्व विचारधारा एक संस्कृति हैं, अराजकता नहीं।
शिवसेना ने दावा किया कि निर्दलीय सांसद नवनीत राणा और उनके पति एवं विधायक रवि राणा ने जो कुछ भी किया उसके पीछे भाजपा का हाथ था।
गौरतलब है कि राणा दम्पत्ति को शनिवार को गिरफ्तार किया गया था। उन्होंने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के आवास ‘मातोश्री’ के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करने की बात कही थी, जिससे शिवसेना के कार्यकर्ता बेहद आक्रोशित हो गए थे और उन्होंने दम्पति के आवास के आगे विरोध प्रदर्शन किया था।
मराठी दैनिक पत्र में आरोप लगाया गया कि राणा दम्पति शहर का माहौल खराब करना चाहते हैं। सम्पादकीय में कहा गया कि उन्हें यह सब लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के कार्यालय परिसर में करना चाहिए।
सम्पादकीय में कहा गया, ‘‘ महाराष्ट्र में हिंदुत्व ठीक चल रहा है, क्योंकि इसका नेतृत्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे कर रहे हैं।
राज्य में हनुमान चालीसा के पाठ पर कोई रोक नहीं है, लेकिन मातोश्री के बाहर इसे करने की जिद क्यों थी?’’
दैनिक पत्र में कहा गया, ‘‘ भाजपा द्वारा फैलाई अराजकता का समर्थन नहीं किया जाएगा। हिंदुत्व एक संस्कृति है, अराजकता नहीं।’’
मुंबई पुलिस ने राणा दंपत्ति के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी और बाद में उसमें राजद्रोह का आरोप भी जोड़ दिया। रविवार को मुंबई की एक अदालत ने राणा दंपति को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। इसके बाद रविवार देर रात अमरावती से सांसद नवनीत राणा को भायखला महिला कारावास ले जाया गया था।
शिवसेना ने आरोप लगाया कि नवनीत राणा ने अमरावती से लोकसभा चुनाव लड़ते हुए फर्जी जाति प्रमाण पत्र दिया था।
सम्पादकीय में कहा गया, ‘‘ हनुमान सत्य के मार्ग पर चलने वाले राम के अनुयायी हैं।
नवनीत राणा, जिनका आधार खुद झूठ पर बना है, वह हनुमान चालीसा के नाम पर राजनीति कर रही हैं और भाजपा इसका महिमामंडन कर रही है।’’
शिवसेना ने कहा, ‘‘ अगर भाजपा ऐसे फर्जी लोगों से हनुमान चालीसा का पाठ कराना चाहती है, तो यह भगवान राम और हनुमान का अपमान है।’’
पार्टी ने दावा किया कि नवनीत राणा ने कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) जैसी ‘‘धर्मनिरपेक्ष’’ पार्टियों की मदद से 2019 का चुनाव जीता था, लेकिन अब वह भाजपा के खेमे में शामिल हो गई हैं।
केंद्र सरकार पर कटाक्ष करते हुए मराठी दैनिक पत्र में कहा गया कि सभी को एक प्रस्ताव दिया जा रहा है कि ठाकरे सरकार के बारे में कुछ भी बुरा बोलें और केंद्रीय बलों की सुरक्षा पाएं।
गौरतलब है कि नवनीत राणा को हाल ही में केंद्र सरकार ने केंद्रीय सशस्त्र कर्मियों से लैस वीआईपी सुरक्षा प्रदान की थी।
हिंदू धर्म में 'वरुथिनी एकादशी' का महत्व, जानिए
हिंदू धर्म में 'वरुथिनी एकादशी' का महत्व, जानिए
सरस्वती उपाध्याय
हिंदू धर्म में प्रचलित वरुथिनी एकादशी श्री हरिविष्णु को समर्पित है। ऐसी मान्यता है कि एकादशी का व्रत करने से कई वर्षों के तप और कन्या दान करने के समान पुण्यफल की प्राप्ति होती है। हिंदू शास्त्रों के अनुसार, यह व्रत रखने से मनुष्य के सभी दुख दूर हो जाते हैं और सुखों की प्राप्ति होती है। वरुथिनी एकादशी का हिन्दू धर्म में खास महत्व है। वरुथिनी एकादशी पवित्र बैसाख महीने में आती है, तो आइए भक्त को सभी दुखों से मुक्ति दिलाने वाली वरुथिनी एकादशी व्रत की पूजा-विधि और महत्व के बारे में बताते हैं।
जानें, वरुथिनी एकादशी के बारे में...
हिंदू धर्म में प्रचलित वरुथिनी एकादशी श्री हरिविष्णु को समर्पित है। ऐसी मान्यता है कि एकादशी का व्रत करने से कई वर्षों के तप और कन्या दान करने के समान पुण्यफल की प्राप्ति होती है। हिंदू शास्त्रों के अनुसार, यह व्रत रखने से मनुष्य के सभी दुख दूर हो जाते हैं और सुखों की प्राप्ति होती है। इस साल वरुथिनी एकादशी 26 अप्रैल को पड़ रही है। दरिद्रता, दुख और दुर्भाग्य दूर करने हेतु एकादशी तिथि पर आप भी इस व्रत कथा का श्रवण कर सकते हैं।
वरुथिनी एकादशी है विशेष...
वरुथिनी एकादशी व्रत से प्राप्त होने वाला फल विशेष होता है। यह फल सूर्य ग्रहण के दौरान किए गए दान के समान होता है। इस व्रत के प्रभाव से सभी दुखी प्राणियों को सुख मिलता है तथा राजा को स्वर्ग प्राप्त होता है। वरुथिनी एकादशी में वरुथिनी शब्द संस्कृत भाषा के वरूथिन से बना हुआ है, जिसका अर्थ होता है प्रतिरक्षक या कवच। पंडितों की मान्यता है कि वरुथिनी एकादशी व्रत करने से विष्णु भगवान भक्तों की सभी प्रकार के संकट से रक्षा करते हैं।
वरुथिनी एकादशी से जुड़ी कथा...
प्राचीन काल में वरुथिनी एकादशी से जुड़े एक कथा प्रचलित है। इस कथा के अनुसार नर्मदा नदी के किनारे मांधाता नाम के राजा राज्य करते थे। राजा मांधाता बहुत दानी और तपस्वी स्वभाव के थे। एक बार वह राजा जंगल में तपस्या कर रहे थे। उसी समय एक भालू आया और वह राजा के पैर खाने लगा। लेकिन राजा तपस्या में लीन थे। इसलिए उन्होंने भालू को कुछ नहीं कहा और विष्णु भगवान को याद करने लगे। इस प्रकार विष्णु भगवान प्रकट हुए और उन्होंने राजा को भालू से बचा लिया। लेकिन जब तक विष्णु भगवान ने राजा को बचाया तब तक भालू ने राजा के पैरो को बहुत जख्मी कर दिया था। राजा मांधता के पैरों को बहुत नुकसान हो गया। तब विष्णु भगवान ने राजा को वृंदावन जाकर वरुथिनी एकादशी करने के कहा। वरुथिनी एकादशी व्रत के प्रभाव से राजा के पैर पहले की तरह ठीक हो गए।
'वरुथिनी एकादशी' का महत्व...
हिंदू धर्म में वरुथिनी एकादशी का खास महत्व होता है। इस एकादशी को सौभाग्य और पुण्य प्रदान करने वाला कहा गया है। इस व्रत को करने से सारे पाप और कष्ट मुक्त हो जाते हैं। ऐसी मान्यता है कि वरुथिनी एकादशी व्रत का प्रभाव कन्या दान से मिलने वाले फल के समान होता है। हिन्दू धर्म में वरुथिनी एकादशी व्रत का विशेष महत्व होता है। इसलिए वरुथिनी एकादशी व्रत में सावधानी बरतें। इस दिन व्रती कई प्रकार के नियमों का पालन करना चाहिए। इसमें व्यक्ति सत्य बोलें और झूठ से बचें। एकादशी के दिन क्रोध न करें और ब्रह्मचर्य का पालन करें। साथ ही कांसे के बर्तन में फलाहार न करें। व्रत के दिन जुआ नहीं खेलना चाहिए। इसके अलावा एकादशी के दिन पान नहीं खाएं और दातुन का प्रयोग न करें। जो भक्त एकादशी का व्रत नहीं करते हैं, उऩ्हें एकादशी के दिन चावल नहीं खाने चाहिए।
'एकादशी व्रत' की पूजा-विधि...
वरूथिनी एकादशी की पूजा बहुत विशेष होती है। इस दिन भगवान मधुसूदन और विष्णु के वराह अवतार की पूजा होती है। एकादशी व्रत में उपवास तो एकादशी के दिन रखा जाता है। लेकिन दशमी की रात से ही सावधानीपूर्वक व्रती को भोजन त्याग देना चाहिए। साथ ही दशमी के दिन से ही व्रत के नियमों का पालन प्रारम्भ कर देना चाहिए। इसके लिए दशमी के दिन मसूर की दाल और बैंगन का सेवन नहीं करना चाहिए। इसके अलावा दशमी के दिन केवल एक बार ही भोजन ग्रहण करें। दशमी के दिन भोजन हमेशा सात्विक करें। वरुथिनी एकादशी के दिन सुबह जल्दी उठें। प्रातः नित्य कर्म से निवृत हो कर घर की साफ-सफाई करें और स्नान कर साफ कपड़े पहनें। उसके बाद व्रत करने का संकल्प करें। घर के मंदिर की साफ-सफाई करें। उसके बाद विष्णु भगवान के वराह अवतार की पूजा करें। पूजा के दौरान वरुथिनी एकादशी व्रत की कथा पढ़े और प्रसाद चढ़ाकर भगवान से प्रार्थना करें। एकादशी की रात में सोएं नहीं बल्कि रात्रि जागरण में कीर्तन करें। पंडितों का मानना है कि द्वादशी के दिन ब्राह्मण को भोजन करा कर दान दें। उसके बाद पारण करें।
पाक: गर्मी के मौसम में 'लोड शेडिंग' की समस्या बढ़ीं
पाक: गर्मी के मौसम में 'लोड शेडिंग' की समस्या बढ़ीं
अखिलेश पांडेय
इस्लामाबाद। गर्मी में पाकिस्तान के कई शहरों में रोजोना 8 से 15 घंटे बिजली गुल हो रही है। रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान के शहर कराची, लाहौर, रावलपिंडी, क्वेटा, पेशावर, मुल्तान, बदीन, स्वात सहित कई अन्य शहरों में बिजली संकट की परेशानी बढ़ती जा रही है। पाकिस्तान की नई सरकार भी जनता की परेशानी दूर करने में नाकाम हो रही है। गर्मी के भीषण मौसम में लोड शेडिंग की समस्या बढ़ती जा रही है और लोगों को इससे काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। खबरों के मुताबिक, गर्मी में पाकिस्तान के कई शहरों में रोजोना 8 से 15 घंटे बिजली गुल हो रही है। रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान के शहर कराची, लाहौर, रावलपिंडी, क्वेटा, पेशावर, मुल्तान, बदीन, स्वात सहित कई अन्य शहरों में बिजली संकट की परेशानी बढ़ती जा रही है। यहां लंबे समय तक लोड शेडिंग हो रही है, जिसके कारण लोगों को काफी परेशानी हो रही हैं।
रमजान के महीने में लोगों को अपनी सेहरी और इफ्तार अंधेरे में करने को मजबूर होना पड़ रहा है। कराची के कई इलाकों में 15 घंटे तक लोड शेडिंग की खबर सामने आई है। शहर के लोड शेडिंग मुक्त क्षेत्रों में भी बिजली की कटौती देखने को मिल रही है। कई इलाकों में लोड शेडिंग की अवधि 8 से बढ़ाकर 15 घंटे कर दी गई है। के इलेक्ट्रिक के प्रवक्ता के मुताबिक, राष्ट्रीय ग्रिड से 300 मेगावट की कमी के कारण यह बिजली आपूर्ति में परेशानी आ रही है। वहीं पंजाब के कई शहरी इलाकों में 8 से 9 घंटे तक लोड शेडिंग हो रही है। वहीं ग्रामीण इलाकों में 10 से 12 घंटे तक बिजली का नामोनिशान नहीं है। पावर डिवीजन ने कहा कि देश 17 हजार मेगावट बिजली उत्पादन कर रहा है लेकिन मांग बढ़ने से यह 19 हजार मेगावट तक पहुंच गई है।
रमजान का महीना, सहरी में 5 ड्रिंक्स का करें सेवन
रमजान का महीना, सहरी में 5 ड्रिंक्स का करें सेवन
सरस्वती उपाध्याय
रमजान का पवित्र महीना (Month of Ramzan) चल रहा है। इस पूरे महीने मुसलमान दिन भर रोजा रखते हैं और खुदा की इबादत करते हैं। माना जाता है कि रमजान के महीने में खुदा की इबादत करने और रोजा रखने से बाकी महीनों से ज्यादा नेकियां मिलती हैं और जन्नत का दरवाजा खुल जाता है। इसलिए मुस्लिम समुदाय के लोग 15 घंटे बिना कुछ खाए और पिएं रहते हैं। हालांकि, गर्मी के मौसम में दिन भर भूखा रहना बर्दाश्त किया जा सकता है। लेकिन प्यास को बर्दाश्त करना मुश्किल होता है। ऐसे में अगर कुछ जरूरी चीजों का सेवन किया जाए तो दिन भर शरीर हाइड्रेट रहता है और एनर्जी भी बनी रहती है, तो आइए जानते हैं कि आप सहरी में किन चीजों का इस्तेमाल करें, जिससे पूरे दिन आप एनर्जी के साथ बिना प्यास महसूस किए गुजार सकें।
खजूर शेक...
रमजान के दिनों में इफ्तार की शुरुआत खजूर से ही की जाती है। ऐसे में अगर आप खजूर शेक बनाकर सहरी में पिएं तो आपको पूरे दिन प्यास नहीं लगेगी। खजूर में कई जरूरी पोषक तत्व होते हैं जो शरीर की कमजोरी को दूर करने का काम करते हैं।
किशमिश मिल्क...
किशमिश के सेवन से थकावट दूर होती है और शरीर की इम्यूनिटी अच्छी होती है। ऐसे में आप रमजान के दिनों में आधा लीटर दूध में 15 ग्राम किशमिश को डालकर उबाल लें और फ्रिज में रख दें। इसे आप सहरी में पियें। यह आपको पूरे दिन कमजोरी और प्यास से बचाएगी।
दही...
अगर आप सहरी में दही का सेवन करें तो इससे आपको दिन भर प्यास नहीं लगेगी और एनर्जी से भरपूर रहेंगेे। दरअसल दही में विटामिन, प्रोटीन, लैक्टोज, फास्फोरस और अधिक मात्रा में कैल्शियम मौजूद होता है जो हड्डियों के की सेहत से लेकर पाचन तंत्र को भी ठीक रखता है। इसके सेवन से पूरे दिन प्यास भी नहीं लगती हैै।
संतरे का जूस...
संतरे का फल अगर आप सहरी में पियें तो ये आपके शरीर में पानी की कमी को पूरा करता है और आप दिन भर प्यास महसूस नहीं करते। संतरे में विटामिन सी, पोटेशियम, फाइबर, विटामिन ए जैसे कई पोषक तत्व होते हैं जो कई बीमारियों को भी दूर रखने का काम करता हैै।
पानी पिएं...
दिन भर अगर आप प्यासे रहते हैं तो सहरी के समय ज्यादा से ज्यादा पानी पीने की कोशिश करें। रमजान के दिनों में सहरी में कम-से कम तीन गिलास नॉर्मल पानी जरूर पीना चाहिए। ऐसा करने से शरीर में बने रहे टॉक्सिन को फ्लश करने में आसानी होती है।
पाकिस्तान ने तालिबान को कड़ा संदेश दिया
हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया
हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया अकांशु उपाध्याय नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कांग्रेस पर अपना हमला तेज ...
-
महर्षि कश्यप के पुत्र पक्षीराज गरुड़ को भगवान विष्णु का वाहन कहा गया है। एक बार गरुड़ ने भगवान विष्णु से मृत्यु के बाद प्राणियों की स्थिति, ...
-
55 साल की उम्र में भी बरकरार है खूबसूरती कविता गर्ग मुंबई। 55 की उम्र में भी यह हसीना बेहद खूबसूरत दिखती है, और मलाइका की हॉटनेस उसकी ...
-
वर्षा: पानी में डूबी दिल्ली, बाढ़ के हालात बनें इकबाल अंसारी नई दिल्ली। इन दिनों उत्तर भारत में हो रही भारी बारिश ने कहर बर...