सोमवार, 25 अप्रैल 2022

1,200 करोड़ की संपत्ति पर चलेगा बुलडोजर

1,200 करोड़ की संपत्ति पर चलेगा बुलडोजर 

संदीप मिश्र  

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में 50 बड़े माफियाओं के 1,200 करोड़ रुपये की संपत्ति पर बुलडोजर चलने वाला है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपराधियों के खिलाफ अपने अभियान को और तेज करने की तैयारी में है। अगले 2 साल में प्रदेश के 50 सबसे बड़े माफियाओं पर पूरी तरह नकेल कसने का प्लान तैयार किया गया है। सीएम योगी की ओर से मांगे जाने पर यूपी पुलिस ने जो प्लान पेश किया है। उसके मुताबिक अगले दो साल में इन माफियाओं की 1,200 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त की जाएगी। माना जा रहा है कि अगले लोकसभा चुनाव से पहले सरकार अपराध के खिलाफ सख्ती को लेकर अपनी छवि और मजबूत करना चाहती है।

मिली जानकारी के मुताबिक सीएम योगी के सामने पुलिस ने जो प्रजेंटेशन दिया है। उसमें कहा गया है कि 100 दिनों के भीतर 25 माफियाओं के बजाय 50 प्रमुख माफियाओं के खिलाफ कार्यवाही की सप्तावार समीक्षा की जाएगी और कोर्ट में लंबित केसों में अगले 100 दिन में दोष सिद्ध कराया जाएगा। खनन, शराब, पशु, वन, भू-माफिया को चिन्हित करके धारा 14 (1) गैंगस्टर ऐक्ट के तहत 500 करोड़ रुपए की जब्तीकरण का लक्ष्य रखा गया है। टॉप 10 अपराधियों को चिह्नित करके पूरे प्रदेश में लगभग 15 हजार अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

यूपी पुलिस ने छह महीने में गैंगस्टर एक्ट के तहत 800 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त करने का लक्ष्य रखा है। सभी जिलों में शाम के समय बाजारों और भीड़ वाले स्थानों पर पुलिस की फुट पेट्रोलिंग बढ़ाई जाएगी। प्रदेश के 10 जिलों में हाईटेक लॉ एंड ऑर्डर क्यूआरटी टीम स्थापित की जाएगी। आतंकवाद निरोधक बल ने कहा है कि अगले 100 दिनों में देश विरोधी गतिविधियों जैसे अवैध धर्मांतरण, आतंकवाद, नक्सलवाद, अवैध शस्त्र तस्करी, टेरर फंडिंग, आईएसआई पाक अजेंट, स्लीपर सेल्स, ऑनलाइन रेडिक्लाइजेशन, अवैध अप्रवासी रोहिंग्या/बांग्लादेशियों व अंतरराष्ट्रीय मानव तस्करी सिंडिकेट के खिलाफ प्रभावी कार्यवाही की जाएगी।

वरिष्ठ लिपिक को रिश्वत लेते हुए अरेस्ट किया

वरिष्ठ लिपिक को रिश्वत लेते हुए अरेस्ट किया

नरेश राघानी
श्रीगंगानगर। राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले में सीमावर्ती श्रीकरणपुर कस्बे में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने सोमवार सुबह एक वरिष्ठ लिपिक को एक मामलें में रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया। एसीबी के पुलिस उपाधीक्षक वेदप्रकाश लखोटिया ने बताया कि एडवोकेट रोशनलाल नायक निवासी देवता कॉलोनी, श्रीकरणपुर द्वारा की गई शिकायत और सत्यापन में रिश्वत मांगे जाने की पुष्टि होने पर अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश (एडीजे कोर्ट) के वरिष्ठ लिपिक हेमंत कुमार को 400 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया है।
लाख श्री लखोटिया ने बताया कि एडवोकेट रोशनलाल ने गत दिनों शिकायत की, कि वरिष्ठ लिपिक दीवानी प्रकरणों में साक्ष्य अभिलेखन कार्य देने की एवज में कमीशन के रूप में रिश्वत की मांग कर रहा है। 
रिश्वत नहीं देने पर धमकाता है कि वह साक्ष्य अभिलेखन का कार्य आवंटित नहीं करेगा। इसके अलावा वह विभिन्न दस्तावेजों की नकल देने के बदले में खर्च पानी के रूप में भी रिश्वत वसूल करने की कोशिश करता है। इसका सत्यापन होने के बाद सुबह साढ़े सात बजे कोर्ट खुलने के कुछ देर बाद ही वरिष्ठ लिपिक हेमंत कुमार को अधिवक्ता रोशनलाल से रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया गया।

अभियान: पाकिस्तान की नौका को हिरासत में लिया

अभियान: पाकिस्तान की नौका को हिरासत में लिया   

इकबाल अंसारी 
गांधीनगर। भारतीय तटरक्षक और गुजरात के आतंकवाद विरोधी दस्ते ने एक संयुक्त अभियान चलाकर अरब सागर में भारतीय समुद्री सीमा में पाकिस्तान की एक नौका को हिरासत में लिया है।
इस नौका पर चालक दल के नौ सदस्य सवार है। नौका पर 280 करोड़ रुपए की हेरोइन जब्त की गई है।
रक्षा प्रवक्ता ने एक ट्वीट कर बताया कि तटरक्षक बल ने पाकिस्तान की अल हज नाम की नौका को अरब सागर में भारतीय समुद्री सीमा में हिरासत में लिया है। इस नौका पर चालक दल के नौ सदस्य सवार हैं। जांच में नौका पर 280 करोड़ रुपये की हीरोइन पाई गई है।


राजद्रोह का आरोप, सांसद की हालत बिगड़ी

राजद्रोह का आरोप, सांसद की हालत बिगड़ी 

कविता गर्ग  
मुंबई। राजद्रोह के आरोप में भायखला जेल भेजी गई महिला सांसद की हालत बिगड़ गई है। आनन-फानन में जेल के अस्पताल में भर्ती कर महिला सांसद का इलाज किया जा रहा है। हाई ब्लड प्रेशर से पीड़ित महिला सांसद को अब अन्य अस्पताल में शिफ्ट किए जाने की योजना पर विचार किया जा रहा है। देश की आर्थिक राजधानी मुंबई के बांद्रा मजिस्ट्रेट कोर्ट से राजद्रोह के आरोप में रविवार को विधायक पति रवि राणा के साथ 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजी गई।
महिला सांसद नवनीत राणा की सोमवार को तबीयत बिगड़ गई है। इससे पहले पुलिस ने जेल में लाई गई नवनीत राणा तथा उनके पति रवि राणा की कोरोना-19 जांच करवाई थी जिसमें दोनों की रिपोर्ट कोरोना नेगेटिव आई थी। इसी वजह से पुलिस द्वारा नवनीत राणा को भायखला महिला जेल तथा उनके पति रवि राणा को तलोजा जेल में भेज दिया गया था। में पहुंचने के बाद आज नवनीत राणा का ब्लड प्रेशर बढ़ गया, जिससे उन्हें जेल के भीतर स्थित अस्पताल में ही इलाज के लिए भर्ती करवाया गया है। उल्लेखनीय है कि अमरावती संसदीय क्षेत्र की सांसद नवनीत राणा तथा विधायक रवि राणा अमरावती से मुंबई आकर मुख्यमंत्री के निजी आवास मातोश्री बंगले पर हनुमान चालीसा पढ़ने की चुनौती दी थी। धमाके, आधी फैक्ट्री खाक इस दरम्यान राणा दंपत्ति ने मुख्यमंत्री के प्रति अभद्र भाषा का प्रयोग किया था और सरकार को चुनौती भी दी। उन्हें धारा 149 के तहत नोटिस दिया गया था कि शांति बनाए रखना आपका कर्तव्य है इसलिए आप वापस अमरावती जाएं। लेकिन उन्होंने नोटिस के बावजूद सरकार को चुनौती दी। इसलिए इन आरोपितों के खिलाफ धारा 124ए के तहत देशद्रोह का मामला भी दर्ज किया गया है। मजिस्ट्रेट कोर्ट की ओर से इन दोनों आरोपितों को 14 दिन की न्यायिक कस्टडी देने के बाद इनके वकील रिजवान मर्चंट ने जमानत की अर्जी कोर्ट में पेश की। लेकिन कोर्ट ने इन दोनों की जमानत पर सरकारी वकील प्रदीप घरात को 27 अप्रैल तक पुलिस का पक्ष रखने को कहा है और जमानत याचिका पर सुनवाई 29 अप्रैल को किए जाने का निर्णय लिया है।

सीएम द्वारा निर्णय लिए जाने की भविष्यवाणी

सीएम द्वारा निर्णय लिए जाने की भविष्यवाणी 

अविनाश श्रीवास्तव  
पटना। बिहार में दो दिन पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पैर छूकर सुर्खियों में आए लोक जनशक्ति पार्टी के पूर्व अध्यक्ष चिराग पासवान ने सीएम नीतीश द्वारा जल्द ही एक नया निर्णय लिए जाने की भविष्यवाणी की है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के राजद नेता तेजस्वी यादव की इफ्तार दावत में शामिल होने और उनके मुख्यमंत्री आवास से दूसरे आवास में सामान हस्तांतरित करने के मद्देनर उन्होंने यह भविष्वाणी की। चिराग ने कहा कि राजद नेता तेजस्वी यादव की इफ्तार दावत में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मौजूदगी एक संकेत है, जिसके गंभीर राजनीतिक असर हो सकते हैं। 
चिराग ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान नीतीश के पटना के एक अणे मार्ग स्थित मुख्यमंत्री आवास से सात सर्कुलर मार्ग स्थित दूसरे आवास में सामान हस्तांतरित किए जाने के बारे में खुलकर बोला। चिराग ने कहा, ‘‘नवीनीकरण का कार्य तो हम सभी के घरों में होता ही रहता है, पर हम लोगों ने नवीनीकरण कार्य को लेकर अपनी गाय-भैंसों के साथ घर खाली कर दिया हो, ऐसा आमतौर पर होता नहीं है।’’ उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बडे़ आदमी हैं, उनके पास अनेक घर और अनेक घरों की संभावनाएं हैं।
चिराग ने कहा कि जिस तरीके से उन्होंने मुख्यमंत्री आवास को खाली किया है, ये कुछ और इशारा करता है, यह उतनी सरल तस्वीर नहीं है, जितनी यह दिखती या दिखायी जाती है। नीतीश पर अक्सर तीखे हमले करने वाले पासवान गत शुक्रवार को उस समय सुर्खियों में आ गये, जब उन्होंने बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी द्वारा आयोजित इफ्तार पार्टी में मुख्यमंत्री का पैर छूकर अभिवादन किया। नीतीश के राबड़ी देवी के आवास पर वाहन के बजाय पैदल चलकर पहुंचने की ओर इशारा करते हुए चिराग ने कहा, ‘‘मुझे याद है कि सोनिया गांधी जी एक बार मेरे पिता के घर पैदल चलकर आयी थीं और उसके बाद वर्ष 2004 में संप्रग की शुरूआत हुई थी। इसलिए नीतीश जी का पैदल चलकर जाना मेरे दृष्टिकोण से मायने रखता है।
चिराग अब अपने दिवंगत पिता रामविलास पासवान के नेतृत्व वाली पार्टी के एक धड़े के प्रमुख हैं। चिराग ने कहा कि अपने आवास से पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी (राजद प्रमुख लालू प्रसाद की पत्नी) के आवास पर आयोजित इफ्तार दावत में शामिल होने के लिए नीतीश जी का पैदल चलकर जाना और अगले दिन अमित शाह जी का पटना आने का कार्यक्रम, ये तमाम बातें महज एक संयोग नहीं हो सकती हैं और उतनी सरल नहीं प्रतीत हो रही हैं, जैसा उन्हें बताया जा रहा है। यकीनन राजग में सबकुछ ठीक नहीं है। 
उन्होंने कहा कि अगर हम हाल की घटनाओं पर नजर डालें नीतीश जी ने जनसंख्या कानून और पेगासस जासूसी मामले जैसे मुद्दों पर बिल्कुल विपरीत रुख अपनाया है। चिराग ने कहा कि बिहार के लिए विशेष दर्जे और जातीय जनगणना जैसे मामले, जो कि उनके प्रिय विषय हैं, में उनकी उपेक्षा की गई है। नाम न छापने की शर्त पर एनडीए के सूत्रों ने कहा कि चिराग, जो अपने पैरों के नीचे खिसकी जमीन की तलाश के लिए संघर्ष कर रहे हैं, ने पानी में मछली पकड़ने की दृष्टि से भाजपा और नीतीश की जदयू के बीच मतभेद पैदा करने की एक कोशिश की होगी।

एक्सई वैरिएंट का संक्रमण, ओमिक्रॉन से दोगुना

एक्सई वैरिएंट का संक्रमण, ओमिक्रॉन से दोगुना 

पंकज कपूर 
देहरादून। मई में उत्तराखंड में ओमिक्रॉन के वैरिएंट एक्सई के मामले तेजी से सामने आ सकते हैं। एक्सई वैरिएंट के संक्रमण की दर ओमिक्रॉन से दोगुनी है। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश ने जून से जुलाई के बीच संक्रमण के चरम काल में पहुंचने की आशंका जताई है।
देश में कोरोना के मामले फिर बढ़ रहे हैं। एम्स ऋषिकेश के सोशल आउटरीच सेल के नोडल अधिकारी डॉ. संतोष कुमार ने बताया कि ओमिक्रॉन का नया वैरिएंट एक्सई भी अब देश में दस्तक दे चुका है। यह ओमिक्रॉन का ही सबम्यूटेंट है। यही कारण है कि इसकी संक्रमण दर ओमिक्रॉन से दोगुनी है। 
इससे तय है कि देशभर में एक्सई वैरिएंट के संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ेंगे। मई के पहले से दूसरे सप्ताह के बीच उत्तराखंड में एक्सई वैरिएंट के मामले सामने आ सकते हैं।  उन्होंने बताया कि संक्रमण की दर को देखते हुए जून से जुलाई के बीच इसके चरम पर पहुंचने की आशंका है। हालांकि, ओमिक्रॉन की तरह ही एक्सई वैरिएंट के गंभीर परिणाम सामने आने की संभावना बेहद कम है।
उन्होंने बताया कि उत्तराखंड समेत पूरे देश में तेजी से कोरोनारोधी टीकाकरण होने से लोगों में हर्ड इम्यूनिटी भी बनी है। इसलिए अधिकांश लोगों में संक्रमित होने के बाद सर्दी जुकाम जैसे लक्षण ही नजर आएंगे, लेकिन गंभीर रूप से बीमार और कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों को संक्रमण होने का खतरा बना रहता है। इसलिए गंभीर बीमारों, कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों और बच्चों को संक्रमण से बचाने के लिए को भी कोरोना सुरक्षा नियमों का पालन करना बहुत जरूरी है।

लू को मात देने के लिए अपनाएं, खास टिप्स

लू को मात देने के लिए अपनाएं, खास टिप्स  

सरस्वती उपाध्याय 
अंग्रेजी में एक कहावत है, ‘प्रिवेंशन इज बेटर दैन क्योर’, जिसका सीधा सा मतलब है कि इलाज से बेहतर बचाव होता है। दरअसल, ये कहावत गर्मी पर बिल्कुल सटीक लागू होती है। कई लोग गर्मी से बचने के लिए तपती धूप और खासकर लू में निकलने से पहले कोई एहतियात नहीं बरतते हैं, जिसके चलते न सिर्फ उन्हें लू लगने का खतरा बढ़ जाता है, बल्कि उनकी तबीयत भी गंभीर रूप से खराब हो सकती है।
दरअसल, गर्मी के मौसम में लू लगना आम बात होती है। ऐसे में कुछ लापवाहियों के चलते कई लोग लू का शिकार हो जाते हैं। जिसके बाद लूज मोशन, उल्टी, डिहाइड्रेशन, शरीर में दर्द, थकान और कमजोरी आने लगती है। साथ ही वायरल इंफेक्शन होने की संभावना भी काफी हद तक बढ़ जाती है। हम आपसे शेयर कर रहे हैं, लू से बचने के कुछ खास टिप्स, जिन्हें फॉलो करके आप लू को आसानी से मात दे सकते हैं।

शरीर को कवर करके रखें...
गर्मी में कुछ लोग धूप और चिलचिलाती गर्मी के कारण कम से कम कपड़े पहन कर बाहर जाने को प्राथमिकता देते हैं। लेकिन ऐसे में लू लगने का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए बाहर निकलने से पहले शरीर को अच्छे से ढकना ना भूलें।
शरीर को लू से बचाने के लिए बाहर निकलते समय फुल स्लीव कपड़े पहनने की कोशिश करें। बेशक फुल कपड़ों में आपको गर्मी ज्यादा लग सकती है। मगर, इससे आपको धूप और लू बिल्कुल नहीं लगेगी। साथ ही गर्मी में सिंथेटिक कपड़ों के बजाए ढ़ीले-ढ़ाले हल्के रंग के सूती कपड़े पहने। इससे आपको भी गर्मी कम लगेगी और आप काफी कम्फर्टेबल फील करेंगे।
धूप और लू का आंखों पर सीधा असर होता है। जिससे आपकी आंखों में जलन, खुजली और सूजन भी शुरू हो सकती है। ऐसे में बाहर जाते समय आंखों पर सन ग्लास पहनना ना भूले।
गर्मी में खाली पेट बाहर निकलना बीमारी को आमंत्रण देने जैसा होता है। इसलिए हमेशा कुछ न कुछ खाकर ही बाहर जाएं। साथ ही गर्मी से बचने के लिए आम पना, शिंकजी और गन्ने का जूस जैसे ड्रिंक्स भी पी सकते हैं। इससे आपका शरीर ठंडा रहेगा और आप पर गर्मी का असर नहीं होगा।

इन बातों का रखें ख्याल...
गर्मी में शरीर को ठंडा रखने के लिए रोज नहाएं और घर को भी ठंडा रखने की कोशिश करें। वहीं धूप से आने के बाद तुंरत पानी या ठंडी चीजों का सेवन करने से बचें। इसके अलावा गर्मी में हेल्दी रहने के लिए मार्किट में खुली चीजों और कटे फलों को भूलकर भी ना खाएं। इससे आपकी तबीयत खराब हो सकती है।

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