सोमवार, 28 मार्च 2022

डीएम व अधीक्षक ने बोर्ड परीक्षाओं का जायजा लिया

डीएम व अधीक्षक ने बोर्ड परीक्षाओं का जायजा लिया    

संदीप मिश्र            
बस्ती। जिलाधिकारी सौम्या अग्रवाल तथा पुलिस अधीक्षक आशीष श्रीवास्तव ने राजकीय इंटर कॉलेज तथा श्री कृष्ण पांडे इंटर कॉलेज में बोर्ड परीक्षाओं का जायजा लिया। राजकीय इंटर कॉलेज में हाई स्कूल में चित्रकला विषय की परीक्षा हो रही थी। इसमें कुल 372 में से 307 छात्र उपस्थित रहे तथा 65 छात्र अनुपस्थित रहे। इंटरमीडिएट में भूगोल विषय की परीक्षा हो रही थी। इसमें 24 में 23 छात्र उपस्थित थे तथा 1 अनुपस्थित पाया गया। 
राजकीय इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य शिव बहादुर सिंह ने बताया कि परीक्षा शांतिपूर्ण एवं पारदर्शी ढंग से संपन्न हो रही है। श्री कृष्ण पांडे इंटर कॉलेज में हाई स्कूल की चित्रकला विषय में 301 में 289 छात्र उपस्थित रहे तथा 12 छात्र अनुपस्थित रहें। इंटरमीडिएट में भूगोल विषय में 42 में 39 छात्र उपस्थित रहे तथा 3 छात्र अनुपस्थित पाया गया। प्रधानाचार्य योगेश शुक्ल ने अधिकारियों को कक्षाओं का निरीक्षण कराया तथा अवगत कराया की परीक्षा शुचिता पूर्ण कराई जा रही है।

एसडीएम ने गौशाला का आकष्मिक निरीक्षण किया

एसडीएम ने गौशाला का आकष्मिक निरीक्षण किया 

संदीप मिश्र            
कप्तानगंज। उप जिलाधिकारी ने नगर में स्थित गौशाला का आकष्मिक निरीक्षण किया। जिसमें मानक के अनुरूप पशुओं को पुष्टाहार न दिये जाने को लेकर कर्मचारियों को फटकार लगाई एवं हिदायत दी की भविष्य में किसी प्रकार की अनियमितता पायी गई तो कड़ी कार्यवाही की जायेगी। 
सोमवार को उप जिलाधिकारी कल्पना जायसवाल कप्तानगंज गौशाला नगर पंचायत स्थिति पर औचक निरीक्षण अपने दल बल के साथ किया,जहाँ काफी अनिमियता जाँच के दौरान पाई गयी। वहां पर साफ सफाई की ब्यवस्था ठीक न होने के कारण व पशुओं को मानक के अनूरूप चारा आदि न देने के कारण कर्मचारियों को फटकार लगाई उन्होनें कहा कि प्रति पशु को 100 ग्राम गुड़,25 ग्राम नमक व 200 ग्राम चोकर दिया जाय। इसमें कोई लापरवाही नहीं होनी चाहिये अन्यथा कड़ी कार्यवाही की जायेगी।

एसडीएम की अनुपस्थिति में तहसीलदार को ज्ञापन

एसडीएम की अनुपस्थिति में तहसीलदार को ज्ञापन 

संदीप मिश्र        
कुशीनगर। भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) की जिला इकाई द्वारा ने सरकार की नीतियों का विरोध करते हुये महामहिम राष्ट्रपति को संबोधित आठ सूत्रीय ज्ञापन उपजिलाधिकारी की अनुपस्थिति में तहसीलदार मान्धाता प्रताप सिंह को सौंपा। सोमवार को मजदूर एवं कर्मचारी संगठनों के आह्वान पर माकपा के जिलासचिव का. अयोध्या प्रसाद श्रीवास्तव के नेतृत्व में तहसीलदार श्री सिंह के माध्यम से महामहिम को दिए ज्ञापन में पार्टी ने मांग किया है कि रेलवे, बैंक, बीमा, विद्युत जैसे सार्वजनिक उपक्रमों का निजीकरण बन्द हो, डीजल, पेट्रोल, एलपीजी के दाम घटाए जाएं और जीएसटी के दायरे में लाया जाय, महंगाई पर रोक, फसलों के समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी, संविदा कर्मी, आशा, आंगनवाड़ी कर्मियो को नियमित किया जायें। किसान आंदोलन के स्थगन के दौरान किये वायदे पूरे किये जायें।
इस दौरान का. दुर्गा यादव, का. विजय कुमार श्रीवास्तव, का. दल्लू यादव, का. इदरीश, का. राघवेंद्र सिंह, का. रामेश्वर सिंह, का. रामनरेश यादव, का. गेंदा सिंह, का. जवाहर शर्मा, का. शंकर प्रसाद, का. कैलाश गिरी, बेचू गुप्ता, का. केदार सिंह, महमूद, का. पवन कुमार, का. राम बहाल सिंह आदि उपस्थित रहे।

'द क्रिमिनल प्रोसीजर बिल, 2022’ को पेश किया

'द क्रिमिनल प्रोसीजर बिल, 2022’ को पेश किया  

अकांशु उपाध्याय         
नई दिल्ली। संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण में सोमवार को ‘द क्रिमिनल प्रोसीजर (आइडेंटिफिकेशन) बिल, 2022’ पेश किया। इस बिल को लोकसभा में गृह मंत्री अमित शाह ने पेश किया। इस बिल के तहत पुलिस को विशेष अधिकार मिलेगा। इसके अलावा ओर भी कई अहम मुद्दों पर संसद में चर्चा की।
आपराधिक प्रक्रिया (पहचान) विधेयक, 2022 में  किसी अपराध के मामले में गिरफ्तार और दोषसिद्ध अपराधियों का रिकार्ड रखने के लिए अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी के उपयोग की अनुमति देने का प्रस्ताव किया गया है। इसके अलावा संसद में कई अहम मुद्दों पर चर्चा भी की।

ओमिक्रॉन-डेल्टा के जुड़ने से तैयार हुआ 'डेल्टाक्रॉन'

ओमिक्रॉन-डेल्टा के जुड़ने से तैयार हुआ 'डेल्टाक्रॉन'

अकांशु उपाध्याय/सुनील श्रीवास्तव      
नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। कोरोना वायरस ने पिछले कुछ समय से दुनिया भर में तबाही मचा रखी है। इसके नए वैरिएंट आने से अगली लहर की संभावना बढ़ जाती है। इसी क्रम में ओमिक्रॉन और डेल्टा के जुड़ने से कोरोना का नया वैरिएंट डेल्टाक्रॉन सामने आया है, जिसकी पहचान भारत में भी हो चुकी है। दुनिया में कोरोना की तीसरी लहर के मामले कम हो ही रहे थे कि COVID-19 के नए मामले फिर से बढ़ने लगे हैं। जैसे-जैसे कोरोना के प्रतिबंध हट रहे थे, माना जा रहा था कि कोरोना महामारी खत्म हो गई है। लेकिन हाल ही में जानकारी सामने आई है कि कोरोना का एक ओर नया वैरिएंट सामने आया है, जो चौथी लहर  का कारण बन सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस रिकॉम्बिनेंट वैरिएंट के बारे में कहा कि ओमिक्रॉन और डेल्टा दोनों के तेजी से फैलने के कारण ये स्थिति आनी ही थी।
कोविड-19 के इस नए वैरिएंट का नाम डेल्टाक्रॉन
 है, जो ओमिक्रॉन और डेल्टा के जुड़ने से तैयार हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक, इस वैरिएंट की पहचान भारत में हो चुकी है और 7 राज्यों में मिलने वाले मरीजों को निगरानी में रखा गया है। इन राज्यों में कर्नाटक, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, गुजरात, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना और दिल्ली शामिल हैं। ऐसे में यह नया वैरिएंट डेल्टाक्रॉन कितना खतरनाक है और इसके लक्षण क्या हैं, इस बारे में जानना बेहद जरूरी हो जाता है। 
डेल्टाक्रॉन रिकॉम्बिनेंट वैरिएंट है, जो कि ओमिक्रॉन और डेल्टा वैरिएंट के जुड़ने से बना है। डेल्टाक्रॉन की पहचान फरवरी 2022 में हुई थी। दरअसल, पेरिस में  के वैज्ञानिकों ने कोरोनावायरस का एक नया वैरिएंट देखा था, जो कि पिछले वैरिएंट्स से बिल्कुल अलग था।
डेल्टाक्रॉन का सैंपल उत्तरी फ्रांस के एक बुजुर्ग व्यक्ति से आया था। सैंपल की जांच करने पर वैरिएंट काफी अलग लग रहा था। इस वैरिएंट की जांच में पाया गया कि इसके अधिकतर जेनेटिक्स डेल्टा वैरिएंट के समान थे, जो पिछले साल के अंत तक दुनिया भर में डोमेनेंट वैरिएंट था‌। लेकिन इस वैरिएंट का वह हिस्सा जो वायरस के स्पाइक प्रोटीन को एन्कोड करता है और जिसका उपयोग यह कोशिकाओं के अंदर जाने के लिए करता है, वह ओमिक्रॉन से आया है।
 के वैज्ञानिकों ने कहा, यूके और यूएस में रिपोर्ट किए गए डेल्टाक्रॉन वैरिएंट में कुछ अंतर देखने मिल रहा है। इसलिए इसके भी कई रूप हो सकते हैं।
डेल्टाक्रॉन के मुख्य लक्षण 
नेशनल हेल्थ सर्विस के मुताबिक, ओमिक्रॉन और डेल्टा के रिकॉम्बिनेशन से बने इस वायरस के लक्षण वैसे ही हैं, जैसे कि पिछली महामारी में थे। लेकिन वैज्ञानिक अभी भी इसकी निगरानी कर रहे हैं और इसके अन्य लक्षणों के बारे में खोज कर रहे हैं।
डेल्टा को कोरोना का अब तक का सबसे घातक रूप माना जाता है और डेल्टाक्रॉन, डेल्टा और ओमिक्रॉन के जुड़ने से बना है। अगर कोई इससे संक्रमित होता है तो संक्रमित व्यक्ति को कुछ हल्के और कुछ गंभीर लक्षण महसूस हो सकते हैं।
सिरदर्द, तेज बुखार, पसीना आना, ठंड लगना, गले में खराश, लगातार खांसी, थकान, एनर्जी में कमी, शरीर दर्द, ओमिक्रॉन के BA.2 वैरिएंट के लक्षण हैं। Omicron BA.2 के अन्य लक्षण बुखार, खांसी, गले में खराश, सिरदर्द, थकान और हार्ट रेट बढ़ना है।
डेल्टाक्रॉन पर की गई स्टडी के मुताबिक, इस वैरिएंट के 2 प्रमुख लक्षण चक्कर आना और थकान हैं, जो कि संक्रमित होने के 2-3 दिन के अंदर महसूस होने लगते हैं. कुछ रिपोर्ट बताती हैं कि डेल्टाक्रॉन का असर नाक से ज्यादा पेट पर हो रहा है. पेट पर इसके प्रभाव के कारण रोगी को मतली, दस्त, उल्टी, पेट में दर्द, जलन, सूजन और डाइजेसन जैसी समस्याओं हो सकती हैं।
IHU मेडिटरेनी इंफेक्शन (फ्रांस) के एक्सपर्ट फिलिप कोलसन के मुताबिक, क्योंकि इस वैरिएंट के अभी दुनिया में बहुत कम मामलों की पुष्टि हुई है, इसलिए यह बताना कि डेल्टाक्रॉन अधिक संक्रामक होगा या गंभीर बीमारी का कारण होगा या नहीं, इस बारे में कहना मुश्किल है. इसके अलावा पर्याप्त डाटा भी नहीं है, जिसके आधार पर इस बारे में जानकारी दी जाए।
जयप्रकाश मुलिल, महामारी विज्ञानी और राष्ट्रीय महामारी विज्ञान संस्थान की वैज्ञानिक सलाहकार समिति के अध्यक्ष
कोई भी इस बारे में पूर्ण विश्वास के साथ भविष्यवाणी नहीं कर सकता है कि कोई और लहर आएगी या नहीं, लेकिन हमारी व्यापकता और टीकाकरण कवरेज को देखते हुए, मैं कहूंगा कि चौथी लहर की संभावना असंभव है, लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि वेरिएंट म्यूटेट नहीं होंगे और हमारी चिंता का कारण नहीं बनेंगे। सार्स CoV 2 (सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम- सार्स) हमेशा आस-पास रहने वाला है, हमें बस वायरस के साथ जीना सीखना होगा जैसा कि हमने अन्य प्रकार के वायरस के साथ किया है। मुझे नहीं लगता कि संख्या चिंता का कारण होगी और न ही इसका घातक होना कोई मुद्दा होगा।

टूर्नामेंट: आर्य ने उत्तराखंड का नाम रोशन किया

टूर्नामेंट: आर्य ने उत्तराखंड का नाम रोशन किया 

पंकज कपूर     
देहरादून। उत्तराखंड के पहाड़ों से लगातार प्रतिभावान खिलाड़ी उभरकर सामने आ रहे है। अब क्रिकेट, बॉलीवाल, दौड़ , चैस और दौड़ के बाद अब क्रॉसमिंटन टूर्नामेंट में उत्तराखंड का दबदबा रहा है। गुडग़ांव में उत्तराखंड क्रॉसमिंटन एसोशिएसन द्वारा आयोजन टूर्नामेंट में उत्तराखंड की झोली में 17 पदक आये। जिसमें अल्मोड़ा जिले के सोमेश्वर के गौरव आर्या ने गोल्ड जीतकर टूर्नामेंट में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। गौरव के गोल्ड जीतने के बाद उनके परिवार और क्रॉसमिंटन उत्तराखंड एसोशिएसन में खुशी का माहौल है।
विगत 24 मार्च से 27 मार्च तक गुडग़ांव में क्रॉसमिंटन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इन मैचों का आयोजन उत्तर प्रदेश के उप सचिव फांउडेशन के चेयरमैन बिलाल अहमद के नेतृत्व में हुआ। इस प्रतियोगिता में उत्तराखंड ने कुल 17 पदक जीते है। मूलरूप से सोमेश्वर के ग्राम रमेला डूंगरी निवासी गौरव आर्य ने गोल्ड पर कब्जा कर क्रॉसमिंटन में अपना दबदबा बनाते हुए उत्तराखंड का नाम रोशन किया। गौरव ने यह प्रतियोगिता अंडर -8 में जीती है। उनके पिता शिव राम आर्य उत्तराखंड क्रॉसमिंटन एसोशिएसन के उप सचिव के पद पर गुडग़ांव में कार्यरत है। उनकी माता हेमा देवी भी बच्चों को क्रॉसमिंटन की कोचिंग देती है। वहीं दूसरे बेटे प्रिंस आर्य ने भी सिल्वर और रजत पदक जीता है। इस सफलता से परिवार में खुशी का माहौल है। लोग लगातार उन्हें बधाई दे रहे है। एक बार फिर सोमेश्वर का नाम रोशन हुआ है।
इस प्रतियोगिता में उत्तराखंड की झोली में कुल 17 पदक आये जिसमें से एक गोल्ड जो गौरव के नाम रहा, जबकि 8 सिल्वर और 8 रजत पदक मिले है। इस प्रतियोगिता में पहली बार ऊधमसिंह नगर जिले के बाजपुर से गई जनिया सलरिया ने चार पदक जीते। जिसमेंं तीन सिल्वर और एक रजत पदक शामिल है। जनिया सलरिया मूलरूप से बाजपुर के फौजी कालोनी निवासी है जो श्री दशमेश स्कूल की छात्रा है। सलरिया के पदक जीतने पर स्कूल और परिवार में खुशी का माहौल है।
इस प्रतियोगिता में उत्तराखंड से गौरव आर्य, प्रिंस आर्य, प्रनेश, रियास, दाहिरा यादव, रिया, जनिया व हेमा आर्या ने प्रतिभाग किया। सभी विजयी खिलाडिय़ों को गृह मंत्रालय नई दिल्ली के संयुक्त उप निदेशक वी मुथु कुमार ने सम्मानित किया। एसोशिएसन के उप सचिव शिव राम आर्य ने जानकारी देते हुए बताया कि ये सभी खिलाड़ी जिला और स्टेट लेबल पर चयन के बाद नेशनल स्तर पर खेलने आये थे। उन्होंने कहा कि जल्द ही उत्तराखंड में क्रॉसमिंटन टूर्नामेंट का आयोजन किया जायेगा।

वन महकमे ने 'माडल क्रू स्टेशन' का फार्मूला निकाला

वन महकमे ने 'माडल क्रू स्टेशन' का फार्मूला निकाला 

पंकज कपूर      
अल्मोड़ा। उत्तराखंड फायर सीजन में सूरज की तपिश परवान चढ़ने के साथ ही वन महकमे को वनाग्नि का भय सताने लगा है। इसी क्रम में वह अपनी तैयारियों में जुटा है। वनों को आग से बचाने के लिए तैयारी के साथ योजना बनाई गई हैं। इस बार महकमा जिले में चार मॉडल क्रू स्टेशन अस्तित्व में लाया है। जो वनों में आग बुझाने के आधुनिक उपकरणों से लैस किए हैं और इनमें विशेष ट्रेनिंग प्राप्त वन कर्मी तैनात किए हैं। ये क्रू स्टेशन सिविल सोयम वन प्रभाग व अल्मोड़ा वन प्रभाग ने तैयार किए हैं।
उल्लेखनीय है कि हर साल फायर सीजन में काफी प्रयासों के बाद भी कई क्षेत्रों में वन आग की भेंट चढ़ जाते हैं। जिससे काफी वन संपदा को नुकसान पहुंचता है। इस बार वनाग्नि के मामलों पर लगाम लगाने के लिए वन महकमे ने माडल क्रू स्टेशन का फार्मूला निकाला है। जनपद में पृथक पृथक जगहों पर चार मॉडल क्रू स्टेशन बनाए गए हैं। ये माडल क्रू स्टेशन अयारपानी, चंथरिया, ताड़ीखेत व मानिला में बनाए हैं।
प्रत्येक क्रू स्टेशन में ड्रोन, लीव ब्लोवर, बेस वायरलेस सेट आदि आधुनिक उपकरणों के साथ एक दर्जन से अधिक प्रशिक्षित वन कर्मी मुस्तैद किए गए हैं। कर्मचारियों की शिफ्टिंग ड्यूटी लगाई जा रही है। बकायदा पूरी चौकसी के लिए उनके आवास व भोजन की व्यवस्था भी की जा रही है। इन क्रू स्टेशनों में कंट्रोल रुम भी बनाया है, जो 24 घंटे काम करता रहेगा। इधर इस संबंध में अल्मोड़ा के प्रभागीय वनाधिकारी महातिम यादव का कहना है कि फायर सीजन में वनाग्नि की घटनाओं से निबटने और आग पर काबू करने के लिए इस जनपद में मॉडल क्रू स्टेशन बनाए गए हैं। जिनमें संचार व उपकरणों की व्यवस्था की गई है और कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया गया है। उन्होंने कहा है कि वनाग्नि की घटना होते ही तत्काल वन रेंजों को ये क्रू स्टेशन आग बुझाने में मदद पहुंचाएंगे।

राजनीति: पीएम मोदी ने अखिलेश पर निशाना साधा

राजनीति: पीएम मोदी ने अखिलेश पर निशाना साधा संदीप मिश्र  भदोही। भदोही के ऊंज में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों को संबोधित किया। इस दौरा...