बुधवार, 23 मार्च 2022

फिट-एनर्जेटिक बनाने में कारगर हैं सौंफ का पानी

फिट-एनर्जेटिक बनाने में कारगर हैं सौंफ का पानी    

सरस्वती उपाध्याय      
फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर गर्मी के सीजन में ये एक चीज शरीर को ठंडा करने के साथ ही कई सारी बीमारियों से भी बचाती है। ये कोई और नहीं, बल्कि सौंफ का पानी है। सौंफ में भरपूर फाइबर मिलता है, जो वजन घटाने में भी मदद करता है। आप भी वेट लॉस करना चाहते हैं तो हर दिन सुबह सौंफ का पानी जरूर पीएं।
सौंफ का पानी को डाइट में शामिल करने से वजन भी कम होता है। शरीर को फिट और एनर्जेटिक बनाने के लिए सौंफ का पानी काफी कारगर है। आइए सौंफ के पानी के ऐसे ही जबरदस्त फायदों के बारे में जानते हैं, साथ ही ये भी जान लें कि इसे बनाने का तरीका क्या है।
सौंफ का पानी डिटॉक्सिफायर के रूप पर काम करता है। सौंफ का पानी पीने से शरीर से विषाक्त पदार्थ निकल जाते हैं। खाना खाने के बाद सौंफ का पीएं तो खाना आसानी से पच जाता है। सौंफ में एंटीऑक्सीडेंट्स के साथ ही जिंक, सेलेनियम, फास्फोरस और मैग्नीशियम पाए जाते हैं। इन पोषक तत्वों के होने के कारण सौंफ हमारे शरीर के इम्यूनिटी सिस्टम को बूस्ट करने का काम करता है।
सौंफ के पानी से होते है ये फायदे...
सौंफ का पानी पीने से इन्सुलिन का लेवल कंट्रोल में रहता है। सुबह-सुबह सौंफ का पानी पीने से ब्लड शुगर नियंत्रित रहता है।
फाइबर से भरपूर होने की वजह से सौंफ का पानी वजन घटाने में काफी मदद करता है।
सौंफ का पानी पीने से शरीर में गुड कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है और बैड कोलेस्ट्रॉल पर कंट्रोल करता है।
सौंफ का पानी पीने से डाइजेशन भी बेहतर होता है।
सौंफ का पानी पीने से दिल से जुड़ी बीमारियां दूर हो जाती हैं।
सौंफ पेट को ठंडा रखता है, इससे एसिडिटी और कब्ज की समस्या से निजात मिलती है।
सौंफ का पानी पीने नियमित पीते हैं तो आँखों की रौशनी तेज होती है।
ऐसे बनाएं सौंफ का पानी...
करीब एक बड़ा चम्मच सौंफ लें।
एक गिलास पानी में उसे रात भर भिगो कर रखें।
सुबह भिगोए हुए सौंफ को हाथों से अच्छे से मसल लें और छान कर इसका पानी पी जाएं।
या आप सौंफ के पानी को उबाल कर भी इसे पी सकते हैं।
सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। 

आयरन का अधिक मात्रा में सेवन करना नुकसानदायक

आयरन का अधिक मात्रा में सेवन करना नुकसानदायक  

सरस्वती उपाध्याय                

आयरन एक महत्वपूर्ण पोषक तत्व है। हालांकि, इसका अधिक मात्रा में सेवन करने से आपके स्वास्थ्य और शरीर को नुकसान हो सकता है। आयरन के अधिक सेवन के दुष्प्रभावों को जानने के लिए पढ़ें। किसी भी चीज का अधिक मात्रा में सेवन करना आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। इसके परिणामस्वरूप कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। आयरन के साथ भी यह समस्या है। यह एक आवश्यक खनिज है, जो आपके शरीर को ऊर्जा, चयापचय को बढ़ावा देने के साथ-साथ उचित प्रतिरक्षा और श्वसन कार्यों के लिए भी आवश्यक है। तो इसका सीधा सा मतलब है कि आपको रोजाना आयरन की जरूरत है। जबकि ज्यादातर महिलाएं आयरन की कमी से जूझती हैं और उन्हें आयरन सप्लीमेंट लेने पड़ते हैं। पर क्या आप जानती हैं कि इनकी ओवरडोज़ भी आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकती है। नहीं। तो ज्यादा आयरन के साइड इफैक्ट्स के लिए इसे पढ़ें। 

सेवन करना भी एक अच्छा विचार नहीं है। हां, सिर्फ इसलिए कि आयरन महत्वपूर्ण है, इसका मतलब यह नहीं है कि आप इसका अधिक मात्रा में सेवन करें। क्योंकि आयरन के अधिक सेवन से कुछ दुष्प्रभाव हो सकते हैं।किसी भी पोषक तत्व के सेवन का गोल्डन रूल उसकी सही मात्रा है। हरि लक्ष्मी, सलाहकार आहार विशेषज्ञ और पोषण विशेषज्ञ, मदरहुड अस्पताल, अलवरपेट, चेन्नई ने हेल्थशॉट्स से इस बारे में बात की। वे बता रहे हैं बहुत अधिक आयरन के सेवन के दुष्प्रभाव।

आयरन स्वस्थ आहार का एक अनिवार्य हिस्सा है। यह हीमोग्लोबिन का एक महत्वपूर्ण तत्व बनाता है जो लाल रक्त कोशिकाओं में पाया जाता है। हीमोग्लोबिन का स्तर अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह हमारे शरीर में कोशिकाओं को ऑक्सीजन की आपूर्ति निर्धारित करता है। उन्होंने आगे कहा, “हालांकि आयरन उपयोगी है और शरीर के कई बुनियादी कार्यों में एक आवश्यक भूमिका निभाता है, लेकिन अधिक मात्रा में सेवन करने पर यह हानिकारक हो सकता है। वास्तव में, पाचन तंत्र अवशोषित आयरन की मात्रा को कसकर नियंत्रित करता है, जिससे अतिरिक्त आयरन अवशोषण विषाक्त हो सकता है‌।

हेपसीडिन हार्मोन आयरन के अवशोषण को नियंत्रित करता है और शरीर में संग्रहित आयरन को संतुलित स्तर पर रखने के लिए जिम्मेदार होता है। लेकिन जब आप अत्यधिक मात्रा में आयरन का सेवन करती हैं, तो यह आपको नुकसान करने लगता है। जब आप लंबे समय तक या एक ही डोज में आयरन की उच्च खुराक लेते हैं, तो आयरन की विषाक्तता होती है। इसके लक्षणों में मतली, पेट दर्द, उल्टी और दस्त शामिल हो सकते हैं। समय के साथ शरीर में जमा अतिरिक्त आयरन लिवर और मस्तिष्क जैसे अंगों को भी नुकसान पहुंचा सकता है। उस मामले में, तत्काल चिकित्सा ध्यान देने की आवश्यकता है।

 यह एक अनुवांशिक विकार है, जहां शरीर बहुत अधिक आयरन को अवशोषित करता है जिसके परिणामस्वरूप आयरन ओवरलोड हो जाता है। लक्ष्मी के अनुसार “इस स्थिति वाले लोगों को अपने आयरन के सेवन के बारे में बेहद सावधान रहने की जरूरत है, क्योंकि इससे कुछ गंभीर स्वास्थ्य प्रभाव हो सकते हैं। लीवर में आयरन जमा होने से सिरोसिस हो सकता है और अगर यह अग्न्याशय में जमा हो जाए, तो इससे मधुमेह भी हो सकता है। यदि आपकी यह स्थिति है, तो आयरन युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन कम करें और विटामिन सी से भरपूर खाद्य पदार्थों को आयरन युक्त चीजों के साथ मिलाने से भी बचें। यदि इसे अनुपचारित छोड़ दिया जाए, तो यह स्थिति गठिया, यकृत की समस्याओं, कैंसर और हृदय की समस्याओं जैसी बीमारियों के जोखिम को बढ़ा देती है।

ऐसे अध्ययन हैं, जो बताते हैं कि शरीर में अतिरिक्त आयरन आपको बैक्टीरिया के संक्रमण के लिए भी अतिसंवेदनशील बना सकता है। इसलिए, जिन रोगियों में संक्रमण का खतरा अधिक होता है, उन्हें अपने आयरन के सेवन को नियंत्रित करना चाहिए। आयरन की अधिक खपत प्रारंभिक अवस्था में लक्षण नहीं दिखाती है इसलिए सावधान रहें और इसे कम मात्रा में सेवन करें।

संसद ने 1.42 लाख करोड़ के बजट को मंजूरी दी

संसद ने 1.42 लाख करोड़ के बजट को मंजूरी दी  

अकांशु उपाध्याय         

नई दिल्ली। संसद ने वित्त वर्ष 2022-23 के लिए केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर के 1.42 लाख करोड़ रूपये के बजट को बुधवार को मंजूरी दे दी हैैं। राज्यसभा ने आज इस बजट को चर्चा के बाद ध्वनिमत से लौटा दिया। लोकसभा इसे 14 मार्च को ही मंजूरी दे चुकी है। उच्च सदन ने जम्मू कश्मीर विनियोग विधेयक 2022 और जम्मू कश्मीर विनियोग (क्रमांक दो) विधेयक 2022 को ध्वनिमत से वापस कर दिया। उच्च सदन में चर्चा के दौरान सत्ता पक्ष एवं विपक्ष के सदस्यों के बीच जम्मू कश्मीर में 2019 में अनुच्छेद 370 हटाये जाने से पहले आतंकवादी गतिविधियों के मुद्दे पर तीखी नोंकझोंक हुई।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने करीब चार घंटे तक चली चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि अनुच्छेद 370 हटाये जाने के बाद आप देख सकते हैं कि केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर के निवासियों तक न्याय पहुंचा, लोकतंत्र पहुंचा, आर्थिक विकास पहुंचा है।

राज्यपाल धनखड़ ने सीएम ममता को लिखा पत्र

राज्यपाल धनखड़ ने सीएम ममता को लिखा पत्र   

मिनाक्षी लोढी           

कोलकाता। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने राज्य के बीरभूम जिले के एक गांव में कुछ मकानों में कथित तौर पर आग लगाए जाने के कारण लोगों की मौत होने के मामले को लेकर बुधवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर नए सिरे से निशाना साधते हुए दावा किया कि राज्य सरकार की ओर से की गई कार्रवाई राजनीति से प्रभावित है और दोषियों को बचाने का प्रयास किया जा रहा है। राज्यपाल ने ममता को एक पत्र लिखकर यह बात कही। रामपुरहाट के बोगतुई गांव में मंगलवार को तड़के करीब एक दर्जन मकानों में कथित तौर पर आग लगाने के बाद दो बच्चों समेत कुल आठ लोगों की मौत हो गई। यह घटना सोमवार को तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के पंचायत स्तर के एक नेता की कथित हत्या के कुछ घंटों के भीतर हुई। ऐसा कहा जा रहा है कि कुछ लोगों ने अपने नेता की हत्या के प्रतिशोध में मकानों में आग लगा दी। धनखड़ ने मंगलवार को रामपुरहाट में आठ लोगों की मौत की इस घटना को ‘भयावह’ करार देते हुए कहा था कि राज्य पूरी तरह से हिंसा और अराजकता की संस्कृति की गिरफ्त में है।

मुख्यमंत्री ने राज्यपाल की टिप्पणी की आलोचना की थी और कहा था कि उनका यह बयान अवांछनीय है। धनखड़ ने बुधवार को बनर्जी को तीन पृष्ठों का एक पत्र लिखकर जवाब दिया और कहा कि मुख्यमंत्री ने घटना पर उनकी संयमित प्रतिक्रिया पर आरोप लगाने वाला रुख अपनाया है।राज्यपाल ने पत्र में कहा कि हमेशा की तरह, आपने रामपुरहाट के इतिहास में सबसे भीषण नरसंहार को लेकर मेरी संयमित प्रतिक्रिया पर आरोप लगाने वाला रुख अपनाया है। स्तब्ध कर देने वाले इस नरसंहार की तुलना कई लोगों द्वारा राज्य में कुछ साल पहले हुई घटनाओं से की जा रही है। उस समय आप विपक्ष में थीं।

उन्होंने कहा कि अलग अलग रुख अपना कर आपने मुझ पर अवांछित बयान देने का आरोप लगाया। जो स्थिति है उसमें मैं मूक दर्शक बन कर नहीं रह सकता। राज्यपाल ने ममता से आत्मावलोकन करने का आह्वान करते हुए कहा कि इस दावे से ज्यादा हास्यास्पद कुछ नहीं हो सकता कि कुछ घटनाओं को छोड़कर राज्य हमेशा शांतिपूर्ण रहा है। साथ ही कहा कि आत्मावलोकन से पता चलेगा है कि आपके द्वारा उठाए गए कदम राजनीति से प्रभावित हैं। पश्चिम बंगाल सरकार ने घटना की जांच के लिए अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (सीआईडी) ज्ञानवंत सिंह की अध्यक्षता में एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार से घटना पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।

कार्यक्रम, सीएम चौहान की चौथी पारी के दो साल पूरे

कार्यक्रम, सीएम चौहान की चौथी पारी के दो साल पूरे 

मनोज सिंह ठाकुर      

भोपाल। मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की चौथी पारी के दो साल पूरे होने की खुशी में जगह-जगह कार्यक्रम हो रहे हैं। बुधवार सुबह से कार्यक्रम आयोजित करके भाजपा नेता व कार्यकर्ता खुशियां मना रहे हैं। इसी के तहत शहर की हुजूर विधानसभा क्षेत्र के विधायक रामेश्वर शर्मा ने भी अनूठा आयोजन किया। उन्होंने अपने मालवीय नगर स्‍थित आवास ‘युवा सदन’ के बाहर 15 बुलडोजर खड़े करवाए हैं। बड़ी संख्‍या में यहां भाजपा कार्यकर्ता जमा हुए और ढोल-ढमाके बजाकर मुख्यमंत्री के दो साल पूरे होने का जश्‍न मनाया है।

कुछ देर पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी उनके आवास पर पहुंचे। मुख्‍यमंत्री को अपने बीच पाकर भाजपा कार्यकर्ताओं का उत्‍साह चरम पर पहुंच गया और उन्‍होंने ‘बुलडोजर मामा जिंदाबाद’ के नारे लगाए। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मां, बहन, बेटियों पर जो भी गलत नजर रखेगा, उसे छोड़ा नहीं जाएगा। ऐसे अपराधियों के मकान जमींदोज कर दिए जाएंगे। कानून अलग सजा देगा, लेकिन उनके मकान पहले जमींदोज किए जाएंगे। इस अवसर पर विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि बेटियों के आरोपितों के घरों पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का बुलडोजर चल रहा है। श्योपुर के बाद रायसेन के सिलवानी में भी गरीबों पर जुल्‍म करने वाले आरोपितों के घर तोड़े गए हैं। रतलाम में ऐसी ही कार्रवाई की गई है। प्रदेश भर में निरंतर दुराचारियों के आरोपितों के घर तोड़ जा रहे हैं। आगामी दिनों में भी तोड़े जाएंगे।

उपचुनाव: सभी पार्टियों ने प्रत्याशियों का ऐलान किया

उपचुनाव: सभी पार्टियों ने प्रत्याशियों का ऐलान किया  

दुष्यंत टीकम        
रायपुर। खैरागढ़ विधानसभा उपचुनाव के लिए सभी पार्टियों ने प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है। कांग्रेस ने जहां यशोदा वर्मा को प्रत्याशी बनाया है। वहीं बीजेपी ने कोमल जंघेल और जेसीसीजे ने नरेंद्र सोनी को टिकट दिया है।
कांग्रेस ने अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए आज नामांकन रैली निकाली। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी इस नामांकन रैली में शामिल हुए। सीएम भूपेश ने उम्मीदवार यशोदा वर्मा को मंच पर बुला कर कहा कि प्रत्याशी यशोदा वर्मा है लेकिन लड़ाई सबको लड़नी है।
उन्होंने कहा कि ये सेमीफाइनल है फाइनल विधानसभा और लोकसभा में लड़ना है। आम जनता तक योजना लेकर पंहुचना है। ऐसी कोई योजना नहीं जिसमें पैसे लूटाने की बात हो। कभी ऋण माफी 200 करोड़ से ऊपर नहीं गया, हमने 8000 करोड़ से अधिक कर्ज माफ किया। किसानों को 2500 रुपये धान का मिल रहा है। इस दौरान सीएम बघेल ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा है।
इसके पहले सभागृह में नारेबाजी से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल नाराज हो गए। राजनांदगांव के फतेसिंह सभा गृह में खैरागढ़ से कांग्रेस प्रत्याशी यशोदा वर्मा के नामांकन रैली के दौरान कांग्रेसी कार्यकर्ता वहां भूपेश बघेल जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे। जिससे माईक में कांग्रेसी नेता अपनी बात रख रहे थे, लेकिन नारेजाबी के कारण किसी को कुछ समझ नहीं आ रहा था। पहले मुख्यमंत्री ने हाथ से इशारा कर नारेबाजी को रोकने की कोशिश की। लेकिन कार्यकर्ता नहीं माने, इसके बाद सीएम ने खुद माईक थामा और कार्यकर्ताओं से नारेबाजी करने पर बाहर कर देने की बात कही। उन्होंने कार्यकर्ताओं से आग्रह करते हुए जोश चुनाव में दिखाने की बात भी कही।

भारत: 24 घंटे में कोरोना के 1,778 नए मामलें

भारत: 24 घंटे में कोरोना के 1,778 नए मामलें    

अकांशु उपाध्याय      
नई दिल्ली।‌ भारत में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 1 हजार, 778 नए मामलें सामने आए है। वहीं, 2 हजार, 542 लोग स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए है। पिछले 24 घंटे में कोरोना से 62 लोगों की मौत हुई है। अब तक कुल 5 लाख, 16 हजार, 605 लोग कोरोना से जान गंवा चुके है। वहीं एक्टिव मामलों की संख्या 23 हजार 087 है।
इस महामारी से ठीक होने वाले लोगों की संख्या 4 करोड़ 24 लाख 73 हजार 057 हो गई है। देश में वैक्सीन की अब तक 181 करोड़ 89 लाख 15 हजार 234 डोज दी जा चुकी है।
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के आंकड़ों के अनुसार, भारत में कल कोरोना वायरस के लिए 6,77,218 सैंपल टेस्ट किए गए, कल तक कुल 78,42,90,846 सैंपल टेस्ट किए जा चुके हैं।

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण  1. अंक-211, (वर्ष-11) पंजीकरण:- UPHIN/2014/57254 2. रविवार, मई 19, 2024 3. शक-1945, बैशाख, शुक्ल-पक्ष, तिथि-एकादशी,...