शनिवार, 12 मार्च 2022

कांग्रेसी नेता अधीर ने सीएम ममता को पागल बताया

कांग्रेसी नेता अधीर ने सीएम ममता को पागल बताया  

मिनाक्षी लोढी       
कोलकाता। कांग्रेसी नेता अधीर रंजन चौधरी ने पश्चिम बंगाल की मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी को पागल बताया। उन्‍होंने कहा कि कांग्रेस की वजह से ममता है। गोवा में भाजपा को खुश करने के लिए उसने कांग्रेस को हरा दिया। अधीर रंजन ने कहा कि ममता बनर्जी से कहा कि आप कांग्रेस के खिलाफ टिप्पणी क्यों कर रहे हैं? अगर कांग्रेस नहीं होती तो ममता बनर्जी जैसे लोग पैदा नहीं होते। उन्‍हें यह याद रखना चाहिए। वे भाजपा को खुश करने के लिए गोवा गई। उन्होंने कांग्रेस को हरा दिया। आपने गोवा में कांग्रेस को कमजोर किया, यह सब जानते हैं।
कांग्रेस नेता ने कहा कि पागल व्यक्ति को जवाब देना सही नहीं है। पूरे भारत में कांग्रेस के 700 विधायक हैं। दीदी के पास हैं? कांग्रेस के पास विपक्ष के कुल वोट शेयर का 20% है। क्या उनके पास है?
अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि वे (ममता बनर्जी) भाजपा को खुश करने और भाजपा के एजेंट के रूप में काम करने के लिए ऐसा कह रही हैं। प्रासंगिक बने रहने के लिए वह इस तरह की बातें कहती हैं।
जानकारी हो कि पांच राज्‍यों में चुनाव का परिणाम आने के बाद ममता बनर्जी ने एक बयान दिया था। उन्‍होंने कहा था कि सभी राजनीतिक दल जो भाजपा से लड़ना चाहते हैं, उन्हें साथ चलना चाहिए। कांग्रेस अपनी विश्वसनीयता खो रही है। हम कांग्रेस पर निर्भर नहीं रह सकते हैं।

अभिनेत्री श्वेता ने मीडिया पर अपनी फोटो शेयर की

अभिनेत्री श्वेता ने मीडिया पर अपनी फोटो शेयर की  

कविता गर्ग     

मुंबई। टीवी की पॉपुलर एक्ट्रेस श्वेता तिवारी हमेशा की तरह इस बार भी फैन्स का दिल जीतती नजर आईं‌। जबसे एक्ट्रेस ने वेट लूज किया है। सोशल मीडिया पर इनकी केवल तारीफ ही हो रही है। टोन्ड बॉडी और फिटनेस के जरिए श्वेता तिवारी हर किसी को अपने लुक्स से 'घायल' कर रही हैं‌। एक बार फिर श्वेता तिवारी ने लोगों को अपना दीवाना बना लिया है। दरअसल, श्वेता तिवारी ने खुद की एक फोटो शेयर की है। जिसमें वह ब्लैक लेदर स्कर्ट, फिटेड हॉल्टर टॉप और हाई हील्स पहने दिखीं। 

इस फोटो में इनकी फिटनेस काबिले-तारीफ नजर आई। इस फोटो को देखकर फैन्स इनके एक बार फिर दीवाने हो गए हैं‌। बेटी पलक तिवारी  को भी इनका अंदाज काफी पसंद आया है। मां को 'क्वीन' बताकर पलक ने कॉमेंट किया है। ऐश्ली रेबेलो ने क्लिक की हुई है। न्यूड मेकअप, ब्लू आई शैडो के साथ चंकी नेक एक्सेसरीज पहनी हुई है। हाथ में ब्रेस्लेट और एक हाथ में गोल्ड की रिंग पहनी है। थाई हाई स्लिट में श्वेता वाकई में बेहद खूबसूरत और फिट नजर आ रही हैं। कानों में हूप्स पहने हैं और बालों को खुला रखा है। होटल की लॉबी में श्वेता तिवारी पोज देती नजर आ रही हैं। फैन्स श्वेता तिवारी की फोटो पर लगातार कॉमेंट्स कर रहे हैं। एक फैन ने लिखा, "फिटनेस हो तो ऐसी। वहीं, एक और फैन ने लिखा, "आप एक रॉकस्टार हो। हमेशा ऐसी ही रहना।

सोशल मीडिया पर 'पिंक टी' का वीडियो वायरल हुआ

सोशल मीडिया पर 'पिंक टी' का वीडियो वायरल हुआ   

अकांशु उपाध्याय      

नई दिल्ली। भारत में चाय पीने के शौकीन लोगों की कमी नहीं है। उत्तर से लेकर दक्षिण भारत तक भारत में बनाने के तरीके और टेस्ट भी भले ही कुछ अंतर आ जाता हो, लेकिन चाय पूरे देश में खूब शौक से पी जाती है, लेकिन हाल ही सोशल मीडिया पर 'पिंक टी' का वीडियो खूब वायरल हो रहा है और इस वीडियो को 1 करोड़ से ज्यादा बार देखा जा चुका है।

दरअसल पिंक टी के इस वीडियो में देखा जा सकता है कि एक स्ट्रीट वेंडर पिंक कलर की खास चाय बनाता है। लोग इस पिंक टी को पीने के लिए बेताब हो रहे हैं। पिंक टी के इस वीडियो को अब तक 11 मिलियन से ज्यादा लोग देख चुके हैं और 4 लाख से ज्यादा लोग इसे लाइक कर चुके हैं। वीडियो में देखा जा सकता है कि दुकानदार सबसे पहले एक कप में फैन तोड़कर डालता है। बाद में घर का बना सफेद मक्खन का एक टुकड़ा डालें।

विश्वविद्यालयों में 'पीएचडी' की डिग्री अनिवार्य नहीं

विश्वविद्यालयों में 'पीएचडी' की डिग्री अनिवार्य नहीं  

अकांशु उपाध्याय     

नई दिल्ली। देश के केंद्रीय विश्वविद्यालयों में पढ़ाने का ख्वाब देख रहे युवाओं के लिए राहत भरी खबर है। अब केंद्रीय विश्वविद्यालयों में पढ़ाने के लिए पीएचडी की डिग्री अनिवार्य नहीं होगी। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ( यूजीसी ) ने पीएचडी की अनिवार्यता को खत्म करने का फैसला किया है। यूजीसी के इस फैसले से संबंधित विषय के विशेषज्ञ यूनिवर्सिटी में पढ़ा सकेंगे। स्टूडेंट्स को भी इसका फायदा मिलेगा।

इसके अलावा यूजीसी कई नए और विशेष पदों को सृजित करने की भी योजना बना रहा है। इन पदों पर नियुक्ति के लिए पीएचडी की आवश्यकता नहीं होगी। टाइम्स ऑफ इंडिया में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक ये पद प्रोफेसर ऑफ प्रैक्टिस व एसोसिएट प्रोफेसर ऑफ प्रैक्टिस हो सकते हैं। इस संबंध में यूजीसी चेयरमैन एम जगदेश कुमार ने कहा, 'कई विशेषज्ञ हैं जो पढ़ाना चाहते हैं। कोई ऐसा व्यक्ति हो सकता है जिसने बड़ी परियोजनाओं को लागू किया हो और जिसके पास जमीनी स्तर का काम करने का अनुभव हो, ये कोई कोई महान नर्तक या संगीतकार भी हो सकता है। 
जगदेश कुमार ने कहा, 'लेकिन हम उन्हें मौजूदा नियमों के अनुसार नियुक्त नहीं कर सकते। इसलिए यह स्पेशल पद सृजित करने का फैसला किया गया है जिनके लिए पीएचडी डिग्री की जरूरत नहीं होगी। एक्सपर्ट्स को सिर्फ अपना अनुभव दिखाना होगा।' इस मसले पर यूजीसी अध्यक्ष के साथ केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपतियों (वीसी) की बैठक के दौरान प्रस्ताव पर चर्चा हुई। बैठक में केंद्रीय विश्वविद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति के लिए नियमों में संशोधन पर काम करने के लिए एक समिति गठित करने का फैसला किया गया। बैठक अन्य बातों के अलावा राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के कार्यान्वयन में प्रगति पर चर्चा करने के लिए बुलाई गई थी।
इन सबके अलावा यूजीसी की योजना एक ऐसा पोर्टल शुरू करने की भी है जिसके जरिए शिक्षकों की भर्ती का हिसाब-किताब रखा जा सके। इससे शिक्षकों की नियुक्तियों प्रक्रिया में देरी नहीं होगी। शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक दिसंबर 2021 तक केंद्र वित्त पोषित संस्थानों में 10 हजार से ज्यादा शैक्षणिक पद खाली पड़े हैं।

एमपी: लैंडिंग के दौरान रनवे पर फिसलीं एयर फ्लाइट

एमपी: लैंडिंग के दौरान रनवे पर फिसलीं एयर फ्लाइट  

मनोज सिंह ठाकुर      
जबलपुर। मध्यप्रदेश के जबलपुर में डुमना एयरपोर्ट पर बड़ा हादसा होते-होते बच गया। दिल्ली से आ रही भारतीय एयर फ्लाइट, एआरटी-72-600 लैंडिंग के दौरान रनवे पर फिसल गई। बाद में नियंत्रण कर सबकुछ ठीक जरूर किया गया, लेकिन 55 यात्रियों की जान जोखिम में आ गई थी। अभी के लिए सभी सुरक्षित हैं।
ये घटना दोपहर 1.13 पीएम की है, जब दिल्ली से आ रही एयर इंडिया की फ्लाइट को डुमना एयरपोर्ट पर लैंड करना था। 
अब जब फ्लाइट हवाई पट्टी पर उतरने वाली थी, तब पायलट ने नियंत्रण खो दिया और विमान रनवे से फिसल गया। बाद में तुरंत अपनी सूझबूझ से पायलट ने विमान को फिर नियंत्रण में लाया और सभी यात्रि सुरक्षित कर लिए गए। उस समय 55 यात्री के अलावा 5 क्रू मेंबर भी मौजूद थे। हादसे के बाद डीसीजीए ने जांच के आदेश दे दिए हैं। इस हादसे की वजह जानने का प्रयास किया जा रहा है।

एआईसीसी कार्यालय में होगी 'सीडब्ल्यूसी' की बैठक

एआईसीसी कार्यालय में होगी 'सीडब्ल्यूसी' की बैठक  

अकांशु उपाध्याय      
नई दिल्ली। कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक रविवार को 4 बजे, दिल्ली में एआईसीसी कार्यालय में होगी। जिसमें 5 राज्यों में चुनावी हार और वर्तमान राजनीतिक स्थिति पर चर्चा होगी।
पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव परिणामों में सभी जगह से कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा है। ऐसे में कांग्रेस पार्टी में सुधार की मांग उठाने को लेकर कल जी-21 नेताओं की बैठक बुलाई गई थी।सूत्रों के अनुसार, राज्यसभा के पूर्व नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद के आवास पर हो रही इस बैठक में कपिल सिब्बल, अखिलेश प्रसाद सिंह, मनीष तिवारी और कुछ अन्य नेता शामिल हुए थे। ये बैठक दिल्ली में हुई‌। सूत्रों के मुताबिक, देर रात चली बैठक में कई मसलों पर फैसला हुआ।

ब्राह्मणों को एकजुट करने की जिम्मेदारी सौंपी

ब्राह्मणों को एकजुट करने की जिम्मेदारी सौंपी      

संदीप मिश्र          

शाहजहांपुर। विधानसभा चुनाव में इस बार सर्वाधिक केंद्र बिंदु में ब्राह्मण ही रहे। चुनाव के दौरान यह भी खूब प्रचारित किया गया कि ब्राह्मण भाजपा से नाराज हैं। हालांकि मुख्यमंत्री समेत तमाम वरिष्ठ नेता इस बात को नकारते ही रहे, इसके बावजूद ब्राह्मणों को साधने की कवायद भी चलती रही। इसी कवायद के एक हिस्से के रूप में कांग्रेस के नेता जितिन प्रसाद को बतौर ब्राह्मण चेहरा भाजपा में शामिल किया गया और उन्हें ब्राह्मणों को समझाने और एकजुट करने की जिम्मेदारी भी सौंपी गई।

इस जिम्मेदारी को जितिन प्रसाद बहुत ही खामोशी से निभाकर एक तरफ हट गए। शहर सीट से भाजपा के दिग्गज नेता सुरेश कुमार खन्ना की नौवीं जीत काफी हद तक जितिन प्रसाद की ही देन है। यदि ब्राह्मण वोट नहीं साधा गया होता, तो इस बार खन्ना की हवाइयां उड़ चुकी होतीं। वैसे भी जीत के बाद से ही रोजा मंडी मतगणना स्थल पर सभी भाजपाई एक ही बात कहते घूम रहे थे कि इस बार गोली कनपटी से निकल गई। वहीं, भाजपा से निकाले जाने के बाद सपा का दामन थामने वाले जितिन के चचेरे भाई जयेश प्रसाद ने भी विप्रों को साधने के लिए कई मीटिंगें की, लेकिन उन्हें कामयाबी नहीं मिल सकी।

जितिन प्रसाद वाला कमाल जलालाबाद में सपा छोड़कर भाजपा में शामिल हुए विधायक शरदवीर सिंह ने किया, जिस कारण इस विधानसभा में भाजपा खाता खोलने में कामयाब हो सकी। वैसे देखा जाए तो राजनीति का खेल बाकई बहुत घिनौना है। अब देखिए कि अंतिम नगर पालिका अध्यक्ष पद के चुनाव में भाजपा से जयेश प्रसाद की पत्नी नीलिमा प्रसाद चुनाव मैदान में थीं और सपा से पार्टी जिलाध्यक्ष और तत्कालीन निवर्तमान चेयरमैन तनवीर खां की वालिदा जहांआरा उम्मीदवार थीं।

इस चुनाव में जयेश प्रसाद समेत पूरा भाजपाई अमला तनवीर खां का बर्चस्व तोड़ने में लगा था, लेकिन कामयाबी नहीं मिली और जीत जहांआरा की ही हुई, इससे पहले तनवीर खां ही चेयरमैन बनते आए थे। विधानसभा चुनाव में वही जयेश प्रसाद तनवीर के पक्ष में ब्राह्मणों यानि विप्रवरों को एकजुट करने में जुटे थे। अगर जयेश प्रसाद के प्रयास सफल हो जाते तो भी सुरेश खन्ना की पराजय पक्की थी और अपने वर्ग के सहारे खन्ना को घेरने वाले तनवीर खां के मंसूबे पूरे हो जाते, लेकिन ऐसा हो नहीं सका।

वहीं, जितिन प्रसाद इस मामले में बाजी मार ले गए और पूरे अंक बटोर कर चुपचाप किनारे हट गए। विप्र समाज जितिन के पीछे-पीछे ही था। लोगों की माने तो खन्ना की जीत में जितिन प्रसाद का बड़ा हाथ है। वहीं, चुनाव में खन्ना ने जिस तरह से ककरांकला को विकास का केंद्र बनाया और उसे तब न्यू सिटी घोषित किया, जब ककराकलां की हालत ऐसी थी कि वहां लोग जाना तक पसंद नहीं करते थे।

क्षेत्र में जबरदस्त विकास कराने के बाद खन्ना इस मुगालते में आ गए कि इस बार वहां के लोग उन्हें जरूर वोट देंगे, लेकिन बताया जाता है कि ककराकलां से खन्ना को जो वोट मिले वह दहाई के आंकड़े वाले भी नहीं थे। कमोवेश यही हाल मोहल्ला किला का भी रहा। यहां खन्ना की मीटिंगें कराकर उन्हें न सिर्फ सम्मानित किया गया, बल्कि भरोसा भी दिया गया कि इस बार वोट उन्हें ही दिया जाएगा, लेकिन यहां भी इसका उल्टा ही हुआ।

इसी तरह विधानसभा जलालाबाद में भाजपा जिलाध्यक्ष हरि प्रकाश वर्मा की जीत में सपा विधायक शरदवीर सिंह का बड़ा हाथ रहा, जो चुनाव से ठीक पहले टिकट नहीं मिलने पर सपा छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे और उन्होंने भाजपा को जिताने तथा सपा प्रत्याशी नीरज कुशवाहा को हराने का संकल्प ले लिया था। इसके बाद वह हरि प्रकाश वर्मा के साथ क्षेत्र के ठाकुरों और ब्राह्मणों को एकजुट करने में कामयाब रहे। मतगणना में नीरज कुशवाहा और हरि प्रकाश वर्मा में कांटे की टक्कर दिखाई दी। अंत में भले ही जीत हरि प्रकाश वर्मा के हिस्से आई हो, लेकिन इस जीत में शरदवीर सिंह का भी योगदान है।

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25 मई को खुलेंगे 'हेमकुंड साहिब' के कपाट पंकज कपूर  देहरादून। हेमकुंड साहिब के कपाट आगामी 25 मई को खोले जाएंगे। इसके चलते राज्य सरका...