गुरुवार, 2 सितंबर 2021

भारतीय राजदूत दीपक ने भारत का रुख स्पष्ट किया

अकांशु उपाध्याय         

नई दिल्ली। भारत ने तालिबान से स्पष्ट रूप में कहा है कि उसकी प्राथमिकता और तात्कालिक चिंता इस बात को लेकर है कि अफगानिस्तान की जमीन का इस्तेमाल भारत के खिलाफ आतंकवादी गतिविधियों के लिए नहीं होना चाहिए। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने आज यहां सवालों के जवाब में कहा कि दोहा में तालिबान के राजनीतिक कार्यालय के प्रमुख के साथ हुई बातचीत में भारतीय राजदूत दीपक मित्तल ने भारत का रुख स्पष्ट किया।

उन्होंने कहा कि इस पर तालिबान की ओर से सकारात्मक रुख दिखाई दिया है। उन्होंने कहा कि तालिबान के राजनीतिक कार्यालय के प्रमुख शेर मोहम्मद अब्बास के साथ हुई इस बातचीत को केवल एक बैठक के रूप में देखा जाना चाहिए और अभी इस बारे में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। उन्होंने कहा कि अभी उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि तालिबान के साथ भविष्य में कोई और बैठक भी होगी।


दिखाई गई सख्ती के बाद मायावती की टेंशन बढ़ीं

हरिओम उपाध्याय               
लखनऊ। उच्च न्यायालय की ओर से दिखाई गई सख्ती के बाद पूर्व सीएम मायावती की टेंशन बढ़ गई है। बसपा के शासनकाल में राजधानी लखनऊ और नोएडा में किए गए स्मारकों के निर्माण में हुए 14 सौ करोड़ रुपए के घोटाले की जांच की रफ्तार तेज हो गई है। उत्तर प्रदेश सतर्कता अधिष्ठान अर्थात विजिलेंस ने राजकीय निर्माण निगम के एक सेवानिवृत्त अधिकारी समेत चार लोगों से पूछताछ की है। 
विजिलेंस की टीम सिलसिलेवार 16 और अन्य अधिकारियों से अभी पूछताछ करेगी। 4 सप्ताह के भीतर विजिलेंस की ओर से अभियुक्तों के खिलाफ आरोपपत्र भी दाखिल कर दिए जाएंगे।
दरअसल हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच के न्यायमूर्ति रमेश सिन्हा एवं न्यायमूर्ति सरोज यादव की खंडपीठ ने 14 सौ करोड रुपए के चर्चित स्मारक घोटाले में बसपा सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे बाबू सिंह कुशवाहा के मामले में दर्ज कराई गई एफआईआर को रद्द करने से इंकार करते हुए मामले की विवेचना को 4 सप्ताह के भीतर पूरा करने के आदेश दिए हैं। कैबिनेट मंत्री रहे बाबू सिंह कुशवाहा की ओर से दायर की गई याचिका में बसपा सरकार के दौरान हुए स्मारक घोटाले में वर्ष 2014 के दौरान दर्ज की गई एफआईआर को चुनौती दी गई थी। इस मामले को लेकर याची के अधिवक्ता ने कोर्ट के सम्मुख यह दलील दी थी कि विवेचना पिछले लगभग 7 सालों से चल रही है। लेकिन अभी तक याची के विरूद्ध कोई भी महत्वपूर्ण साक्ष्य जांच टीम को नहीं मिला है। इस आधार पर एफआइआर रदद की जानी चाहिए। उच्च न्यायालय ने याचिका निस्तारित करते हुए 4 सप्ताह के भीतर विवेचना पूरी करने का आदेश दिया है।

आतंकवादियों के हमले में 10 लोगों की मौंत हुईं

किंशासा। अफ्रीकी देश कांगो के उत्तरपूर्वी हिस्से में एलाइड डेमोक्रेटिक फोर्सेज (एडीएफ) के आतंकवादियों के हमले में कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई और 25 अन्य लापता हो गये।
ओकापी रेडियो प्रसारक के अनुसार आतंकवादियों ने इटुरी प्रांत में वाहनों के एक काफिले पर यह हमला किया है।
कांगो की सेना और संयुक्त राष्ट्र शांति सैनिकों द्वारा काफिले की सुरक्षा सुनिश्चित किये जाने के बावजूद आतंकवादी यह हमला करने में सफल रहे। आतंकवादियों ने हमला कर 14 वाहनों को जला दिया और 25 लोगों को बंधक बना लिया।

लगातार छठे दिन कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ीं

पंकज कपूर         
देहरादून। उत्तराखंड में ढिलाई बढ़ने, जांचें कम होने के साथ लगातार छठे दिन कोरोना के उपचाराधीन सक्रिय संक्रमितों की संख्या बढ़ गई है। आज राज्य में कोरोना के 33 नए संक्रमित आए हैं। जबकि 15 ही स्वस्थ हुए। इससे उपचाराधीन संक्रमितों की संख्या 18 बढ़कर 383 हो गई है।राज्य के बुधवार के हेल्थ बुलेटिन के अनुसार बीते 24 घंटों में पौड़ी में सर्वाधिक 6, बागेश्वर, देहरादून व हरिद्वार में 4-4, अल्मोड़ा में 3, चमोली, नैनीताल व यूएस नगर में 1-1 तथा पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग व टिहरी में शून्य मामले आए हैं। गौरतलब है कि आज राज्य में 88,077 लोगों को कोविड के टीके लगाए गए। उत्तराखंड में लगातार पांचवे दिन कोरोना के उपचाराधीन संक्रमितों का आंकड़ा बढ़ गया है। राज्य में आज कोरेाना के 25 नए मामले सामने आए, जबकि 14 ही स्वस्थ हुए। इस कारण उपचाराधीन सक्रिय संक्रमितों की संख्या बढ़कर 365 हो गई है। अलबत्ता आज किसी संक्रमित की मौत नहीं हुई है।
राज्य के बुधवार के ताजा हेल्थ बुलेटिन के अनुसार बीते 24 घंटों में देहरादून जिले में 7, हरिद्वार व पिथौरागढ़ जिलों में 5-5, पौड़ी व उत्तरकाशी में 3-3, रुद्रप्रयाग में 2 तथा शेष 7 जनपदों-अल्मोड़ा, बागेश्वर, चमोली, चंपावत, नैनीताल, टिहरी व उधमसिंह नगर जिलों में शून्य मामले आए हैं।

परिवर्तन यात्रा को लेकर कांग्रेस का रूट प्लान जारी

पंकज कपूर                
रूद्रपुर। कोरोना महामारी के प्रकोप के बीच उत्तराखंड में आगामी 2022 के विधानसभा चुनाव के लिये कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल के आह्वान पर खटीमा से परिवर्तन यात्रा को लेकर कांग्रेस ने रूट प्लान जारी कर दिया है। वहीं परिवर्तन यात्रा के आयोजन के लिये कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने अपने क्षेत्रें में तैयारियां तेज कर दी है। परिवर्तन यात्रा का तीन सितंबर को खटीमा से आगाज होगा जबकि छह सितंबर को रुद्रपुर में विशाल जनसभा के साथ परिवर्तन यात्र का समापन होगा। प्रदेश कांग्रेस कमेटी कांग्रेस ने प्रचार अभियान के लिये कार्यक्रम की सूची जारी करते हुए बताया है कि चार दिन में ऊधमसिंह नगर व नैनीताल जिले की 13 विधानसभा क्षेत्रें में यात्र के जरिये आगामी 2022 के चुनाव में जनता से कांग्रेस की सरकार बनाने का आह्वान करेगी। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव, पूर्व सीएम हरीश रावत, प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल, नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह सहित चार कार्यकारी अध्यक्ष व प्रदेशभर के दिग्गज भी कार्यकर्ताओं के साथ यात्रा में शामिल होंगे। तीन सितंबर को खटीमा स्थित शहीद स्मारक पर राज्य आंदोलनकारियों को श्रद्धांजलि देने के बाद रामलीला मैदान में जनसभा का आयोजन किया जायेगा। उसके बाद यात्र नानकमत्ता विधानसभा क्षेत्र से होकर सितारगंज तक आएगी। चार सितंबर को किच्छा में जनसभा के बाद लालकुआं में स्वागत किया जाएगा। शाम पांच बजे हल्द्वानी रामलीला मैदान में सभी दिग्गज जुटेंगे। पांच सितंबर को हल्द्वानी से कालाढूंगी, रामनगर, जसपुर व काशीपुर विधानसभा क्षेत्र में यात्र पहुंचेगी। वहीं अंतिम दिन छह सितंबर को बाजपुर, गदरपुर होते हुए रुद्रपुर में विशाल जनसभा के साथ परिवर्तन यात्र का समापन होगा। उल्लेखनीय है कि वरिष्ठ कांग्रेस नेत्री श्रीमती इंदिरा हृद्येश के निधन के बाद भाजपा से मुकाबले में 2022 का चुनाव कांग्रेस नेताओं के लिये बड़ी चुनौती साबित हो सकता है। कुंमाऊ में इंदिरा हृद्येश के सहारे कांग्रेस की सियासी जमीन मजबूत हुई है। वहीं अब आगामी चुनाव में पूर्व सीएम एंव कांग्रेस के सबसे कद्दावर नेता हरीश रावत के साथ ही नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल और नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह की अग्निपरीक्षा होगी। 
माना जा रहा है कि सत्तासीन भाजपा सरकार के नये मुखिया पुष्कर सिंह धामी की खटीमा विधानसभा क्षेत्र से परिवर्तन यात्रा का आगाज कर कांग्रेस पार्टी मैदानी जनपदों में अपनी पैठ जमाने की कोशिश करेगी और युवा और स्थानीय वोटबैक को खिसकने से रोकने के लिये स्थानीय नेताओं पर दांव खेल सकती है। वहीं कांग्रेस नेताओं द्वारा दावा किया जा रहा है कि प्रदेश में भाजपा सरकार की नाकामियों, विकास, महंगाई, बेरोजगारी आदि मुद्दों को लेकर कांग्रेस जनता के बीच जा रही को हर वर्ग का समर्थन मिल रहा है।

24 घंटों में कोरोना के 36 नये मामलें सामने आएं

हरिओम उपाध्याय           
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटे के दौरान वैश्विक महामारी कोरोना के 36 नये मामले सामने आये है। जबकि इस अवधि में 12 मरीज डिस्चार्ज किये गये। अब राज्य में एक्टिव मामलों की संख्या 258 है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरूवार को कोविड-19 प्रबंधन के लिये गठित टीम-09 की बैठक में कहा कि प्रदेश के 21 जिलों में कोरोना के एक्टिव केस शून्य हैं। अलीगढ़, अमेठी, अयोध्या, बागपत, बांदा, बस्ती, बिजनौर, चित्रकूट, देवरिया, फतेहपुर, गोंडा, हमीरपुर, हरदोई, ललितपुर, महोबा, मऊ, मुजफ्फरनगर, पीलीभीत, रामपुर, शामली, सुल्तानपुर में आज कोविड का एक भी मरीज शेष नहीं है।
रहें हैं, जबकि पॉजिटिविटी दर 0.01 बनी हुई है और रिकवरी दर 98.7 फीसदी है। पिछले 24 घंटे में हुई टेस्टिंग में 63 जिलों में संक्रमण का एक भी नया केस नहीं पाया गया है, जबकि मात्र 12 जिलों में इकाई अंक में मरीज पाए गए। वर्तमान में प्रदेश में कुल एक्टिव कोविड केस की संख्या 258 है। यह अतिरिक्त सतर्कता और सावधानी बरतने का समय है। थोड़ी सी लापरवाही बड़ी समस्या का कारक बन सकती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ट्रेसिंग, टेस्टिंग और त्वरित ट्रीटमेंट के मंत्र से अच्छे परिणाम मिल रहे हैं। अब तक 07 करोड़ 27 लाख 49 हजार 298 कोविड सैम्पल की जांच की जा चुकी है। विगत 24 घंटे में 02 लाख 22 हजार 210 कोविड सैम्पल की जांच की गई और 36 नए मरीजों की पुष्टि हुई। इसी अवधि में 16 मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए। अब तक 16 लाख 86 हजार 287 प्रदेशवासी कोरोना संक्रमण से मुक्त होकर स्वस्थ हो चुके हैं। इस स्थिति को और बेहतर करने के लिए ट्रेस, टेस्ट और ट्रीट की नीति के अनुरूप सभी जरूरी प्रबंध किए जाएं।
में जलभराव से बीमारियों के फैलने का खतरा रहता है। कई क्षेत्रों में डेंगू के मरीज सामने आए हैं। मलेरिया के केस बढ़ सकते हैं। ऐसे में साफ-सफाई का बड़ा महत्व है। वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए पूरे प्रदेश में वृहद अभियान चलाए जाने की जरूरत है। सभी जिलों के लिए एक-एक नोडल अधिकारी भेजा जाए। यह अधिकारी बाढ़/अतिवृष्टि से प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों की भी मॉनीटरिंग करेंगे। आशा, संगिनी, आंगनबाड़ी सहित सभी संबंधित कर्मियों को सक्रिय किया जाए।

‘फेक न्यूज’ प्रसारित किये जाने पर चिंता व्यक्त की

अकांशु उपाध्याय               
नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने नियामक तंत्र के अभाव में वेब साइटों और यूट्यूब चैनलों के माध्यम से ‘फेक न्यूज’ प्रकाशित और प्रसारित किये जाने पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए गुरुवार को माना कि तब्लीगी जमात मामले में मीडिया के एक वर्ग की खबरों में साम्प्रदायिक रंग था। जिससे देश की छवि खराब होती है।
मुख्य न्यायाधीश एन वी रमन की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने कहा कि बिना किसी जवाबदेही के वेब पोर्टल पर सामग्री परोसी जा रही है। वे अनाप-शनाप प्रसारित कर रहे हैं। इस देश में सब कुछ एक सांप्रदायिक कोण से दिखाया जाता है।
खंडपीठ निजामुद्दीन मरकज की तब्लीगी जमात वाली घटना के दौरान फर्जी और दुर्भावना से प्रेरित खबरों के खिलाफ जमीयत उलेमा-ए-हिंद और पीस पार्टी की याचिका पर सुनवाई कर रही थी।
खंडपीठ ने कहा कि ये वेब पोर्टल संस्थाओं के खिलाफ बहुत बुरा लिखते हैं। आम आदमी की बात तो छोड़ दी जाये, न्यायाधीशों को भी ये नहीं बख्शते।
न्यायमूर्ति रमन ने कहा कि ऐसे तथाकथित मीडिया संस्थान वीआईपी की आवाज सुनते हैं।
न्यायालय ने केंद्र सरकार से पूछा कि क्या इस सबसे निपटने के लिए कोई तंत्र है? मुख्य न्यायाधीश का कहना था कि केंद्र सरकार के पास तो प्रिंट एवं इलेक्ट्रानिक मीडिया के लिए तो नियामक है, लेकिन वेब पोर्टल के लिए कुछ नहीं है और इसका उपाय सरकार को तलाशना होगा।
सरकार की ओर से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता पेश हुए। जिन्होंने कहा कि सरकार के पास मीडिया के लगभग सभी अंगों पर अंकुश लगाने के लिए कानून मौजूद है।
पिछली सुनवाई के दौरान न्यायालय ने भड़काऊ टीवी कार्यक्रमों पर रोक नहीं लगाने को लेकर केंद्र को जमकर फटकार लगायी थी।

हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया

हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कांग्रेस पर अपना हमला तेज ...