मंगलवार, 13 जुलाई 2021

जांच रिपोर्ट की अनिवार्यता लागू, निर्देश दिया: सीएम

हरिओम उपाध्याय                 

लखनऊ। श्रावण मास की कांवड़ यात्रा को सकुशल संपन्न कराने के प्रयासों में लगे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांवडियों के लिये आरटीपीसीआर की नेगेटिव जांच रिपोर्ट की अनिवार्यता को लागू किए जाने का निर्देश दिया है। अधिकारियों के साथ हुई बैठक में मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि श्रावण मास की पारंपरिक कावड़ यात्रा कोविड-19 प्रोटोकॉल के मुताबिक होगी।मंगलवार को राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगामी 25 जुलाई से शुरू होने वाली श्रावण मास की पारंपरिक कांवड़ यात्रा को कोविड-19 प्रोटोकाॅल के अनुपालन में कराए जाने और आवश्यकता अनुसार कांवडियों के लिये आरटीपीसीआर की नेगेटिव जांच रिपोर्ट की अनिवार्यता को लागू किए जाने का निर्देश दिया है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ हुई बैठक के बाद जारी किए गए सरकारी बयान में कहा गया है कि सीएम ने निर्देश दिया है कि पारंपरिक कांवड़ यात्रा कोविड-19 प्रोटोकॉल के मुताबिक संपन्न होगी। सरकार के बयान के अनुसार उन्होंने कहा है कि कोविड-19 संक्रमण की स्थिति को देखते हुए कांवड़ संघों से संवाद कर न्यूनतम लोगों की सहभागिता का कांवड़ यात्रा में शामिल होने अनुरोध किया जाए और दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा और उत्तराखंड राज्यों से संवाद करते हुए यात्रा के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए जाये। आवश्यकतानुसार आरटीपीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट की अनिवार्यता भी लागू की जा सकती है। इससे पहले शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रावण मास में 25 जुलाई से निकलने वाली भगवान शिव के भक्तों की कांवड़ यात्रा की सुरक्षा और कोविड-19 प्रोटोकॉल के पालन के लिए प्रशासनिक अधिकारियों को हिदायत दी थी। 

उन्होंने कहा था कि कोविड-19 प्रोटोकॉल के दृष्टिगत प्रत्येक स्तर पर कांवड़ संघों से संवाद स्थापित किया जाए ताकि अनावश्यक भीड़ ना हो और कोविड-19 के संबंध में सतर्कता व सावधानी के सभी उपाय किए जाना सुनिश्चित किया जाए। 

50 से अधिक शहरों तक स्पुतनिक-वी उपलब्ध की

हैदराबाद। डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज ने स्पूतनिक-वी वैक्सीन के देशभर के 50 से अधिक शहरों तक पहुंच जाने की मंगलवार को घोषणा की। लैबोरेटरी की ओर से यहां जारी बयान के अनुसार स्पूतनिक वी वैक्सीन को भारत में 14 मई को लॉन्च किया गया था। आगामी हफ्तों में इसका वाणिज्यिक प्रसार मजबूत होता दिखेगा।

बयान के अनुसार भारत में वैक्सीन का न तो आसान वाणिज्यिक लॉन्च रोकी गई है और न ही इससे जुड़े अन्य कार्य रोके गये हैं। स्पूतिनक वी काे शुरुआत में हैदराबाद में लाॅन्च किया गया था जिसका तेजी से विस्तार करते हुए अब तक इसे मुम्बई, नवी मुम्बई, कोलकाता, दिल्ली एनसीआर, चेन्नई, मिरयालगुडा, विजयवाडा, बड्डी, कोल्हापुर, कोच्चि, रायपुर, चंडीगढ़, पुणे, नागपुर, नासिक, कोयम्बटूर, रांची, जयपुर, लखनऊ, पटना, भुवनेश्वर, गुवाहाटी, तिरुवनंतपुरम, अहमदाबाद, राजकोट, पलक्कड, इलाहाबाद, दिमापुर, कोहिमा, इन्दौर, भोपाल, सूरत, कटक, धारवाड, इरनाकुलम, रतलाम, फरीदाबाद, श्रीनगर, गांधीनगर, वडोदरा, गुलबर्गा, मदुरै, गुन्टूर, कन्नूर, जबलपुर, जालंधर, कानपुर और मैसूरु तक पहुंचा दिया गया है।

बयान के अनुसार डॉ रेड्डीज लैबोरेटरीज ने वैक्सीन उपलब्धता के लिए देश भर के कई बड़े अस्पतालों के साझेदारी की है। इन अस्पतालों में लोगों को सफलतापूर्वक वैक्सीन लगायी जा रही है।

धुएं से दम घुटने के कारण 6 सदस्यों की मौंत हुईं

अकांशु उपाध्याय             

नई दिल्ली। रात्रि के समय बिजली आपूर्ति ठप हो जाने के बाद चलाए जा रहे जनरेटर के धुंए से दम घुट जाने की वजह से एक ही परिवार के 6 सदस्यों की जान चली गई। शनएक व्यक्ति की हालत गंभीर बताई जा रही है। जिसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जान गंवाने वालों में 2 महिलाएं और 4 पुरुष शामिल हैं। महाराष्ट्र के चंद्रपुर जनपद में बिजली आपूर्ति ठप हो जाने के बाद रमेश लश्कर के परिवार ने घर में आपातकालीन परिस्थितियों में बिजली आपूर्ति के लिये लगा जनरेटर चालू किया था। जनरेटर चलाने के बाद आई बिजली से पंखे चलने से परिवारजनों को काफी राहत मिली। 

जिसके चलते घर के सभी लोग पंखों की हवा का आनंद लेते हुए सो गये। इसी बीच जनरेटर में कोई तकनीकी खराबी आ गई। जिसके चलते जनरेटर का धुंआ सो रहे रमेश लश्कर के परिवार के कमरे में फैल गया। नींद में होने के कारण कमरे में सो रहे लोगों का दम घुटने लगा। लेकिन बेहोशी की हालत में सभी बाहर नहीं निकल सके। मंगलवार की सवेरे पड़ोसियों ने जब घर के भीतर से धुआं निकलता हुआ देखा तो उन्होंने दरवाजा तोड़ते हुए पुलिस को मामले की सूचना दी। थोड़ी ही देर में पुलिस मौके पर पहुंच गई और वहां पर जमा हुए लोगों की सहायता से घर में बेहोश पड़े मिले 21 वर्षीय अजय लश्कर, 45 वर्षीय रमेश लश्कर, 10 वर्षीय लखन लश्कर, 8 वर्षीय कृष्णा लश्कर, 14 वर्षीय पूजा लश्कर और 20 वर्षीय माधुरी लश्कर उपचार के लिए अस्पताल ले जाये गए। 

जहां चिकित्सकों ने जांच पड़ताल करने के बाद सभी लोगों को मृत घोषित कर दिया। इस हादसे में एक अन्य व्यक्ति भी घायल हुआ है। जिसका अस्पताल में उपचार कराया जा रहा है। पुलिस ने सभी के शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिये भिजवा दिये है। 

24 घंटे में 2 लाख 35 हजार 959 सैंपल की जांच की

हरिओम उपाध्याय                

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण के लगातार घटते मामलों के बावजूद टेस्टिंग की रफ्तार बदस्तूर तेज बनी हुयी है। पिछले 24 घंटे में दो लाख 35 हजार 959 कोविड सैम्पल की जांच की गयी। जिनमें कोरोना संक्रमण के 59 नये मामले सामने आये है। जबकि 149 मरीज स्वस्थ हुये है। राज्य में फिलहाल 1489 मरीजों का उपचार किया जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोविड-19 प्रबंधन के लिये गठित टीम-09 की बैठक में बताया कि प्रदेश में हर नए दिन के साथ कोविड महामारी पर नियंत्रण की स्थिति और बेहतर होती जा रही है। सोमवार को 43 जिलों में संक्रमण का एक भी नया केस नहीं पाया गया, जबकि 32 जिलों में इकाई अंक में मरीज पाए गए। अलीगढ़, ललितपुर और श्रावस्ती में एक भी कोविड मरीज नहीं हैं। इस समय और अधिक सतर्कता की आवश्यकता है। कोरोना संक्रमण की नियंत्रित स्थिति के बाद भी एग्रेसिव ट्रेसिंग और टेस्टिंग जारी रखी जाए।

उन्होने कहा कि सोमवार को पॉजिटिविटी दर 0.03 फीसदी रही। वर्तमान में 1,489 एक्टिव केस हैं। 1,189 लोग होम आइसोलेशन में स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं। प्रदेश में कोरोना की रिकवरी दर 98.6 प्रतिशत हो गई है। अब तक 16 लाख 83 हजार 319 प्रदेशवासी कोरोना संक्रमण से मुक्त होकर स्वस्थ हो चुके हैं।

श्री योगी ने बताया कि टीबी के सक्रिय मरीज, डेंगू, फाइलेरिया, मलेरिया और इंसेफेलाइटिस आदि से ग्रसित मरीजों की पहचान और उपचार के लिए 'घर-घर पर दस्तक अभियान' प्रारम्भ हो चुका है। 25 जुलाई तक आयोजित इस अभियान के दौरान लोगों को स्वच्छता, सैनीटाइजेशन, पोषण युक्त भोजन आदि की महत्ता के प्रति जागरूक किया जायेगा। नियमित टीकाकरण सत्रों में दो साल तक के बच्चों को जेई का टीका लगाया जाए। अभियान के संपन्न होने के उपरांत 26 जुलाई से 'आयुष्मान भारत' योजना के तहतत गोल्डन कार्ड बनाये जाने के लिए विशेष अभियान संचालित किया जायेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पारंपरिक कांवड़ यात्रा कोविड प्रोटोकॉल के साथ हो सकेगी। कोविड संक्रमण की स्थिति को देखते हुए कांवड़ संघों से संवाद कर न्यूनतम लोगों की सहभागिता का अनुरोध किया जाए। दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा और उत्तराखंड राज्यों से संवाद कर यात्रा के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए जाएं। आवश्यकतानुसार आरटीपीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट की अनिवार्यता भी लागू की जा सकती है।

प्रदेश में कोविड टीकाकरण का कार्य सुचारु रूप से चल रहा है। अब तक 03 करोड़ 77 लाख अधिक वैक्सीन डोज लगाई जा चुकी है। इनमें 03 करोड़ 17 लाख 62 हजार से अधिक लोग पहली डोज लेने वाले हैं। कोविड वैक्सीनेशन के लिए ऑनलाइन पंजीकरण की प्रक्रिया को प्रोत्साहित किया जाए।

मसौदे को लेकर सरकार की नीयत पर उठाया सवाल

हरिओम उपाध्याय                       

लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने जनसंख्या नियंत्रण बिल के मसौदे को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार की नीयत पर सवाल उठाते हुये कहा कि इसमें गंभीरता कम और चुनावी स्वार्थ ज्यादा प्रतीत हो रहा है। मायावती ने मंगलवार को एक के बाद एक तीन ट्वीट कर बिल को लेकर अपनी राय व्यक्त की। उन्होने कहा " यूपी भाजपा सरकार द्वारा जनसंख्या नियंत्रण के लिये लाया जा रहा नया बिल, इसके गुण-दोष से अधिक इस राष्ट्रीय चिन्ता के प्रति गंभीरता व इसकी टाइमिंग को लेकर सरकार की नीति व नीयत दोनों पर शक व सवाल खड़े कर रहा है। क्योंकि लोगों को इसमें गंभीरता कम व चुनावी स्वार्थ ज्यादा।

उन्होने कहा " अगर जनसंख्या नियंत्रण को लेकर यूपी भाजपा सरकार थोड़ी भी गंभीर होती तो यह काम सरकार को तब ही शुरू कर देना चाहिये था जब इनकी सरकार बनी थी और फिर इस बारे में लोगों में जागरूकता पैदा करती तो अब यहाँ विधानसभा चुनाव के समय तक इसके नतीजे भी मिल सकते थे।" बसपा अध्यक्ष ने कहा " यूपी व देश की जनसंख्या को जागरूक, शिक्षित व रोजगार-युक्त बनाकर उसे देश की शक्ति व सम्मान में बदलने में विफलता के कारण भाजपा अब कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकार की तरह ही जोर-जबरदस्ती व अधिकतर परिवारों को दण्डित करके जनसंख्या पर नियंत्रण करना चाहती हैं। जो जनता की नजर में घोर अनुचित।"

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश सरकार ने जनसंख्या नियंत्रण की नयी नीति का मसौदा तैयार किया है जिस पर राज्य विधिक आयोग जनता की राय ले रहा है जिसके आधार पर रिपोर्ट 19 जुलाई को सरकार को सौंपी जायेगी। कांग्रेस ने इस बिल पर चुप्पी साध रखी है हालांकि विश्व हिन्दू परिषद ने मसौदे पर एतराज जताते हुये एक बच्चे के नियम को हटाने की मांग की है। उसका कहना है कि इससे समाजिक असंतुलन के हालात पैदा हो सकते हैं। 

73वें एमी अवार्ड्स की मेजबानी करेंगे सेड्रिक: मुंबई

कविता गर्ग                
मुबंई। लॉस एंजिलिस एमी अवार्ड्स में इस साल दर्शकों की मौजूदगी के साथ कार्यक्रम प्रसारण की वापसी हो रही है और ‘सेड्रिक द एंटरटेनर’ के नाम से मशहूर अभिनेता सेड्रिक एंटोनियो काइल्स 73वें प्राइमटाइम एमी अवार्ड्स की मेजबानी करेंगे। एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार सीबीएस और टेलीविजन एकेडमी द्वारा आयोजित समारोह का 19 सितंबर को प्रसारण होगा। सीबीएस के हिट कॉमेडी सीरीज ‘द नेबरहुड’ के स्टार सेड्रिक द एंटरटेनर पहली बार कार्यक्रम की मेजबानी करेंगे। 
सेड्रिक ने एक बयान में कहा, ”जब मैं छोटा था तब अपनी दादी के साथ टेलीविजन देखा करता था जो हमेशा से मेरा विश्वसनीय मित्र रहा है।
इसलिए इस साल के एमी अवार्ड्स की मेजबानी करना मेरे लिए बेहद सम्मान की बात है। एकेडमी के चेयरमैन और सीईओ फ्रैंक शेरमा ने कहा कि सेड्रिक द एंटरटेनर ”टेलीविजन एकेडमी और हमारे फाउंडेशन” के लिए हमेशा से अच्छे मित्र रहे हैं।

आत्मविश्वास: 16 को लखनऊ का दौरा करेंगीं प्रियंका

अकांशु उपाध्याय                       
नई दिल्ली। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए संगठन और कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने के मकसद से 16 जुलाई से राज्य का दौरा करेंगी। सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। कांग्रेस के सूत्रों ने बताया कि प्रियंका गांधी का पहले 14 जुलाई को लखनऊ जाने का कार्यक्रम था। लेकिन दिल्ली में कुछ अहम बैठकों की वजह से वह अब 16 जुलाई को वहां जाएंगी। उनका यह दौरा तीन या चार दिनों का हो सकता है। इससे पहले, प्रियंका गांधी ने सोमवार को उत्तर प्रदेश से जुड़े पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की थी। इसमें आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों और रणनीति को लेकर चर्चा की गई। बैठक में यह फैसला किया गया कि महंगाई, बेरोजगारी और ‘जंगलराज’ के खिलाफ यूपी कांग्रेस सड़कों पर और मजबूती से उतरेगी। सूत्रों के मुताबिक, अपने लखनऊ प्रवास के दौरान प्रियंका गांधी प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सभी सदस्यों और जिला एवं शहर अध्यक्षों के साथ बैठकें करेंगी। उन्होंने बताया कि वह किसान संगठनों के प्रतिनिधियों से भी मुलाकात करेंगी और पार्टी के घोषणापत्र समिति के काम की भी समीक्षा करेंगी।
पार्टी के एक सूत्र ने बताया कि प्रियंका गांधी उत्तर प्रदेश दौरे के समय मजबूत सीटों पर संभावित उम्मीदवारों के नामों को लेकर भी चर्चा करेंगी। लखनऊ में उनका उन बेरोजगारों नौजवानों के समूह से भी मिलने का कार्यक्रम है जो सरकारी भर्तियों को लेकर संघर्ष कर रहे हैं। सूत्रों के अनुसार प्रियंका गांधी उत्तर प्रदेश के अन्य जिलों का भी दौरा करेंगी, हालांकि अभी इस कार्यक्रम की तारीख तय नहीं हुई है।

अभिनेत्री कृति की फिल्म मिमी का ट्रेलर रिलीज हुआ

कविता गर्ग             
मुंबई। बॉलीवुड अभिनेत्री कृति सैनन की आने वाली फिल्म मिमी का ट्रेलर रिलीज हो गया है। कृति सेनन और पंकज त्रिपाठी की मुख्य भूमिका वाली फिल्म मिमी का ट्रेलर रिलीज हो गया है। कृति ने फिल्म का ट्रेलर शेयर करते हुए लिखा, “मिमी सब एक्सपेक्ट करती है सिवाय इस अनएक्सपेक्टेड जर्नी के। ये मेरी मिमी है आपके लिए। अपनी फैमिली के साथ इस कहानी को जरूर देखिए। 
यह फिल्म 30 जुलाई को ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स पर रिलीज हो रही है। फिल्म के ट्रेलर की शुरुआत पंकज त्रिपाठी, कृति सेनन और सई तम्हणकर से होती है। जो कार में कहीं जा रहे होते हैं। कृति फिल्म में एक डांसर का रोल निभाती नजर आएंगी। कृति जिस महल में नाचती हैं।
वहीं एक विदेशी कपल रहने आता है और उन्हें कृति पसंद आ जाती हैं। इसके बाद वो कपल कृति से सेरोगेट मदर बनने के लिए कहता है और इसके बदले मोटी रकम ऑफर की जाती है। पहले तो कृति मना कर देती है, लेकिन बाद में तैयार हो जाती हैं।इसी बीच कहानी में नया मोड़ उस वक्त आता है, जब वो कपल कृति से बच्चा गिराने को कहता है। यहां से कहानी में इमोशनल एंगल देखने को मिलता है। गौरतलब है कि फिल्म को लक्ष्मण उतेकर ने निर्देशित किया है, जबकि इस फिल्म को मैडॉक फिल्म्स के दिनेश विजान प्रोड्यूस कर रहे हैं। इस फिल्म के लिये कृति ने अपना वजन 15 किलो तक बढ़ाया था।

ट्रांसजेंडर समुदाय के 169 लोगों का टीकाकरण किया

कविता गर्ग                  
पुणे। वंचित तबके के लोगों के लिए कोविड-19 रोधी टीकाकरण अभियान पर काम कर रहा नागरिकों का संगठन अब महाराष्ट्र के पुणे शहर में ट्रांसजेंडर समुदाय के लोगों तक पहुंच रहा है। समुदाय के लिए टीकाकरण अभियान से जुड़े अस्पताल के एक अधिकारी ने बताया कि ”वैक्सऑल इनिशिएटिव” पहल के तहत सोमवार को यहां ट्रांसजेंडर समुदाय के 169 लोगों का टीकाकरण किया गया।
स्वयंसेवी संगठन ने ट्रांसजेंडर समुदाय के लोगों के लिए यहां के संचेती हॉस्पिटल में 12 से 15 जुलाई तक विशेष टीकाकरण केंद्र स्थापित किया है। संगठन ने एक बयान में कहा कि ट्रांसजेंडर समुदाय के लोगों में टीकाकरण को लेकर जागरुकता फैलाने और शिविरों के जरिए उनका टीकाकरण सुनिश्चित करने के लिए एक संपर्क कार्यक्रम शुरू किया गया है।
वैक्सऑल इनिशिएटिव के संस्थापक राज हजेला ने कहा, ”कोविड-19 को नियंत्रित करने के लिए तेज रफ्तार से टीकाकरण ही एकमात्र उम्मीद है और एक नागरिक के तौर पर हमने इस शानदार काम में सहयोग का फैसला किया है जो पुणे महानगरपालिका (पीएमसी) और सरकार पहले से ही कर रही है।
उन्होंने कहा कि यह अभियान ”सभी का टीकाकरण” सुनिश्चित करने के लिए है। 
उन्होंने पीएमसी के अतिरिक्त आयुक्त रुबल अग्रवाल, न्याति बिल्डर्स, संचेती हॉस्पिटल, रॉबिन हुड आर्मी (सामाजिक संगठन) और ट्रांसजेंडर कार्यकर्ता लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी का इस मुहिमा को संभव बनाने में मदद के लिए धन्यवाद किया।
त्रिपाठी ने समाज के सबसे अधिक चुनौतीपूर्ण तबके में से एक की मदद के लिए इस पहल की प्रशंसा की। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ आदर पूनावाला भी संचेती हॉस्पिटल में ट्रांसजेंडर समुदाय की टीकाकरण मुहिम के दौरान उपस्थित थे। उन्होंने ट्वीट किया, ”मेरा हमेशा से मानना है कि स्वास्थ्य और प्रतिष्ठा मानव का मौलिक अधिकार होना चाहिए।
लक्ष्मी नारायण के साथ जुड़कर भारत में ट्रांसजेंडर समुदाय को समान अवसर मुहैया कराने के लिए सहयोग करना चाहता हूं।” अस्पताल के चेयरमैन डॉ पराग संचेती ने कहा कि ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए टीकाकरण मुहिम के पहले दिन सोमवार को अस्पताल में समुदाय के 169 लोगों का टीकाकरण हुआ।

गठबंधन को लेकर कोई बातचीत नहीं हुई: आप

हरिओम उपाध्याय            
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी (आप) और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (एसबीएसपी) के बीच गठबंधन संबंधी खबरों के बीच ‘आप’ नेता संजय सिंह ने मंगलवार को स्पष्ट किया कि दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन को लेकर कोई बातचीत नहीं हो रही।एसबीएसपी के प्रमुख ओम प्रकाश राजभर ने सोमवार को कहा था कि वह चुनाव के लिए गठबंधन करने के मकसद से ‘आप’ प्रमुख अरविंद केजरीवाल से इस सप्ताह मुलाकात करेंगे। 
इस बयान को लेकर सिंह ने राजभर पर झूठ बोलने का भी आरोप लगाया। सिंह ने ट्वीट किया, ”ओ पी राजभर जी झूठ बोल रहे हैं। केजरीवाल जी की उनसे कोई मुलाकात तय नहीं हुई है और ना ही उनसे किसी तरह का गठबंधन हो रहा है।
उन्होंने ट्वीट किया, ”केजरीवाल जी से ओम प्रकाश राजभर जी की मुलाकात के बारे में जो भी खबर प्रकाशित हो रही है, वह झूठी और बेबुनियाद है। मीडिया से अनुरोध है कि ऐसी कोई भी खबर चलाने से पहले सही जानकारी हासिल कर लें।” राजभर ने कहा था कि वह सिंह की मौजूदगी में 17 जुलाई को केजरीवाल के साथ मुलाकात करेंगे। राजभर ने कहा था कि भागीदारी संकल्प मोर्चा में आप को शामिल करने को लेकर बातचीत की जाएगी। भागीदारी संकल्प मोर्चा राजभर की अगुवाई में छोटे दलों का एक गठबंधन है।

स्वस्थ लोगों की संख्या में वृद्धि, सक्रिय मरीजों में गिरावट

अकांशु उपाध्याय                   
नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण के नये मामलों की तुलना में स्वस्थ लोगों की संख्या में वृद्धि होने से सक्रिय मामलों में गिरावट जारी है। जो अब सवा चार लाख के करीब पहुंच गई है।
विभिन्न राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों से सोमवार देर रात तक प्राप्त आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटों में कोरोना के 30,554 नये मामले सामने आने के साथ ही संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर तीन करोड़ नौ लाख चार हजार 470 हो गया है। इस दौरान 48 हजार 527 मरीजों के स्वस्थ होने के बाद इस महामारी को मात देने वालों की कुल संख्या बढ़कर तीन करोड़ 55 हजार 741 हो गयी है। 
सक्रिय मामले 25,226 घटकर अब चार लाख 25 हजार 673 हो गये हैं। इसी अवधि में 2,015 मरीजों की मौत होने से मृतकों का आंकड़ा बढ़कर चार लाख 10 हजार 807 हो गया है।देश में सक्रिय मामलों की दर कम होकर 1.37 फीसदी, रिकवरी दर बढ़कर 97.25 फीसदी और मृत्यु दर 1.32 हो गयी है।महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटों में सक्रिय मामले 7,822 और घटकर 1,08,343 रह गयी है। इसी दौरान 15,277 और मरीजों के स्वस्थ होने से संक्रमण को मात देने वालों की संख्या बढ़कर 59,27,756 हो गयी है जबकि 146 और मरीजों की मौत होने से मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 1,26,024 हो गया है। 
केरल में इस दौरान सक्रिय मामले 4,227 की गिरावट दर्ज की गयी जिसके बाद ऐसे मामलों की संख्या घट कर अब 1,11,100 पहुंच गयी है। हालांकि फिर भी यह पूरे देश में सर्वाधिक है। इसी अवधि में 11,447 लोगों के स्वस्थ होने से रोगमुक्त लोगों की संख्या बढ़कर 29,46,870 हो गयी जबकि 100 और मरीजों की मौत होने से मृतकों का आंकड़ा 14,686 पहुंच गया।
कर्नाटक में कोरोना वायरस के सक्रिय मामले 1,902 कम होकर 34,858 रह गए हैं। वहीं 61 और मरीजों की मौत से मृतकों का आंकड़ा 35,896 हो गया है। राज्य में इसी अवधि में 3,204 लोग स्वस्थ भी हुए हैं जिसके बाद कोरोना को मात देने वालों की संख्या बढ़कर 28,01,907 हो गयी है।

व्यापक मौजूदगी ने पक्षी प्रेमियों का दिल खुश किया

अखिलेश पांडेय  
चेन्नई। घरों के बाहर अक्सर पाई जाने वाली गौरैया की संख्या देश में स्थिर हो गई है और तमिलनाडु एवं पुडुचेरी में इनकी व्यापक मौजूदगी ने पक्षी प्रेमियों का दिल खुश कर दिया है। चेन्नई जैसे घनी आबादी वाले शहरी इलाकों में ये पक्षी दिखाई दिए हैं। जिससे पता चलता है कि ये पक्षी ग्रामीण इलाकों से दूर भी अपने आस्तित्व को कायम रहने में सक्षम हैं।सालेम ऑर्निथोलॉजिकल फाउंडेशन (एसओएफ) की हालिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि वर्तमान में, गौरैया (पासर डोमेस्टिकस) की संख्या पूरे भारत में स्थिर है और इनके संरक्षण के लिए कदम उठाने की फिलहाल आवश्यकता नहीं है। गौरैया सबसे व्यापक रूप से पाई जाने वाली प्रजातियों में से एक है।
सालेम ऑर्निथोलॉजिकल फाउंडेशन (एसओएफ) की हालिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि वर्तमान में, गौरैया (पासर डोमेस्टिकस) की संख्या पूरे भारत में स्थिर है और इनके संरक्षण के लिए कदम उठाने की फिलहाल आवश्यकता नहीं है। गौरैया सबसे व्यापक रूप से पाई जाने वाली प्रजातियों में से एक है।
गौरैया तमिलनाडु और पुडुचेरी में किन स्थानों पर पाई जाती है, इस बारे में लोगों को समझाने वाली यह रिपोर्ट ‘ईबर्ड’ जैसी नागरिक विज्ञान पहलों की महत्ता को लेकर भी जागरुकता पैदा करती हैं। गौरैया की संख्या जिला स्तर पर समान दिखाई नहीं देती, क्योंकि कुछ जिलों में पक्षियों से संबंधित जानकारी एकत्र वाले अनुसंधानकर्ताओं की कमी है। एसओएफ के संस्थापक-निदेशक गणेश्वर एस वी ने कहा, ”ईबर्ड डेटाबेस में कई बड़े अंतरों को भरने की आवश्यकता है। यह स्पष्ट है कि अधिक नमूने एकत्र करने की आवश्यकता है। पक्षियों पर नजर रखने वालों और प्रकृति प्रेमियों के ईबर्ड में अधिक योगदान की आवश्यकता है। दुनिया में जंगली पक्षियों की संख्या का अनुमान लगाने के लिए नागरिक विज्ञान और बड़े डेटा विश्लेषण के संयोजन के ऑस्ट्रेलियाई शोधकर्ताओं के तरीके से प्रेरित होकर ‘सालेम ऑर्निथोलॉजिकल फाउंडेशन’ ने तमिलनाडु और पुडुचेरी के 38 जिलों में से प्रत्येक जिले में गौरैया की मौजूदगी का पता लगाने के लिए विस्तृत मानचित्र बनाने का फैसला किया।
गौरैया की मौजूदगी संबंधी मानचित्र तैयार करने में मदद करने वाले वेंकटेश एस ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ”हमने अपने सदस्यों और राज्य एवं केंद्र शासित प्रदेश में पक्षियों पर नजर रखने वाले कई लोगों की मदद से प्राप्त आंकड़ों का विश्लेषण किया और यह पता लगाने के लिए मानचित्र तैयार किया कि ये पक्षी किस स्थान पर कितनी संख्या में मौजूद हैं।

स्वास्थ्य की जांच करने के बाद आजम फिट घोषित

हरिओम उपाध्याय                  
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के मेदांता अस्पताल में इलाज करवा रहे समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खां व उनके बेटे अब्दुल्ला आजम को डाक्टरों ने मंगलवार को फिट घोषित कर दिया। डॉक्टरों के पैनल ने उनके स्वास्थ्य की जांच करने के बाद उन्हें फिट घोषित किया है। हालांकि, उन्हें अगले सप्ताह जांच के लिए बुलाया गया है।
कोरोना वायरस की चपेट में आने के बाद आजम खां और उनके बेटे अब्दुल्ला को सीतापुर जेल से 9 मई को मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां दोनों की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आ गई लेकिन अचानक आजम खां की किडनी में संक्रमण पाया गया था। ऐसी स्थिति में उन्हें दोबारा आईसीयू में भर्ती करना पड़ा था।हालांकि, अब उनकी सेहत में काफी हद तक सुधार है। दोनों के फिट होने के बाद अब फिर से सीतापुर जेल भेज दिया गया है। 
उन्हें आईसीयू से सामान्य वार्ड में शिफ्ट किया जा चुका था और नियमित उनके स्वास्थ्य की जांच की गई। मंगलवार को डॉक्टरों के पैनल ने उन्हें फिट घोषित कर दिया। वहीं सीतापुर जेल के अधीक्षक सुरेश कुमार सिंह ने बताया कि आजम खान और उनके पुत्र को जिला जेल सीतापुर वापस लाया जा रहा है।

चीन में मूसलाधार बारिश से पांच लोगों की मौंत हुईं

बीजिंग। चीन के शन्शी प्रांत मेंमूसलाधार बारिश से पांच लोगों की मौत हो गई। जबकि 10 अन्य लापता हैं। प्रांतीय आपातकालीन प्रबंधन विभाग ने मंगलवार को यह जानकारी दी है।
विभाग ने बताया कि शिनझोउ शहर में शनिवार से रविवार तक हुई मूसलाधार बारिश से ताइहुआई और यांतौ टाउनशिप में बाढ़ आने से तीन लोगों की मौत हो गई और तीन घायल लोग हो गए। उन्होंने बताया कि रविवार को जिनचेंग शहर में 268 मिमी बारिश हुई। यहां दो लोगों की मौत हुई है। जबकि 10 अन्य लापता बताए गए है। बारिश से घरों को भी नुकसान पहुंचा है।

सड़क के किनारे बोल्डर से टकराएं 108 वाहन: यूपी

हरिओम उपाध्याय                    
हल्द्वानी। काठगोदाम-हेड़ाखान मार्ग पर आपातकालीन 108 वाहन अनियंत्रित होकर सड़क के किनारे बोल्डर से जा टकराएं। हादसे में वाहन पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। घटना में चालक स्टीयरिंग और डैशबोर्ड के बीच बुरी तरह फंस गया। चालक करीब आधा घंटे तक वाहन में ही फंसा रहा। सूचना के बाद मौके पर पहुंची काठगोदाम पुलिस ने काफी मशक्कत कर डैशबोर्ड काटकर चालक को बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचाया। बताया जा रहा है कि 108 वाहन का चालक कमल हेड़ाखान से हल्द्वानी गर्भवती महिला को ले जा रहा था। 
इस दौरान 108 वाहन अनियंत्रित होकर सड़क के किनारे बोल्डर से जा टकराया। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने सभी को निजी वाहन से अस्पताल को भेजा।  जबकि चालक मामूली घायल बताया जा रहा है। थाना प्रभारी विमल मिश्रा का कहना है कि क्रेन की मदद से 108 वाहन के अगले हिस्से को खींचकर चालक को निकाला गया, जो गाड़ी में ही फंस गया था। प्रथम दृष्टया वाहन का ब्रेक फेल होना बताया जा रहा है। ड्राइवर को मामूली चोटें आई हैं, जबकि गर्भवती महिला और तीमारदार सुरक्षित हैं।

पंचायत चुनाव में प्रशासकों ने जमकर खर्चा किया

बृजेश केशरवानी                     
कुशीनगर। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में पंचायत चुनाव के दौरान ग्राम पंचायतों में तैनात प्रशासकों ने जमकर धन खर्च किया। जिले में 13 ग्राम पंचायतों में चार करोड़ 91 लाख एक हजार चार सौ 63 रुपये की धन निकासी हुई है। शासन के निर्देश पर इन ग्राम पंचायतों में खर्च हुए धन की जांच के लिये तीन सदस्यीय जांच टीम गठित कर दी गयी है। अधिकृत सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि पंचायत चुनाव में तत्कालीन ग्राम पंचायतों के प्रधान के स्थान पर शासन के आदेश पर जिलाधिकारी ने एडीओ पंचायत को प्रशासक नियुक्त कर दिया था। एक जनवरी से 31 मई के बीच प्रशासकों ने ग्राम पंचायतों के धन को विकास कार्य के नाम पर खूब खर्च किया। जब यह आंकड़ा शासन के पास पहुंचा तो 25 लाख रुपये से अधिक धन खर्च करने वाली ग्राम पंचायतों में जांच कराने के निर्देश दिए गए।
खड्डा विकास खंड के ग्राम पंचायत कटाई भरपुरवा में 47 लाख 74 हजार 827 रुपये व सिसवा के गोपाल ग्राम पंचायत में 25 लाख 4 हजार 518 रुपये आहरित किया गया है, जो पूरे जिले में सर्वाधिक है। 11 अन्य ग्राम पंचायतों में भी 25 लाख से ऊपर की धनराशि निकासी हुई है। सीडीओ अनुज मलिक ने इन ग्राम पंचायतों की सूची के साथ डीडीओ, संबंधित विकास खंड के बीडीओ व डीआरडीए के अभियंता की तीन सदस्यों की टीम गठित कर धन निकासी के सापेक्ष हुए कार्य की जांच कर एक सप्ताह के अंदर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं।
इस संबंध में बीडीओ खड्डा आनंद प्रकाश का कहना है की आदेश के क्रम में जांच शुरू कर दी गई है। रिपोर्ट शीघ्र ही प्रस्तुत कर दी जाएगी ।

गुन्नौर सीट से किस्मत आजमा सकते हैं चाचा-भतीजा

हरिओम उपाध्याय                  
इटावा। समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव के चाचा एवं प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) प्रमुख शिवपाल सिंह यादव 2022 में होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में संभल जिले की यादव बाहुल्य गुन्नौर सीट से किस्मत आजमा सकते हैं।
दरअसल, यहां जारी एक पोस्टर में शिवपाल सिंह यादव गुन्नौर की जनता से आशीर्वाद मांगते हुए दिख रहे हैं जिससे उनके इस सीट से चुनाव लड़ने की अटकलें तेज हो गयी हैं। पोस्टर में शिवपाल सिंह की ओर से साफ तौर पर लिखा गया है कि जैसे साल 2004 में नेता को आशीर्वाद मिला है। 
वैसे ही अपने लिए भी आशीर्वाद की चाहत रखते हैं।पोस्टर मे लिखा है " प्रिय क्षेत्रवासियो जैसा की आप भली भांति जानते है कि गुन्नौर से हमारा पारिवारिक रिश्ता रहा है। वर्ष 2004 के विधानसभा उपचुनाव मे नेता को नेतृत्व करने का मौका दिया। गुन्नौर विधानसभा के लोगो की जन आकांक्षाओ को देखते हुए हमने विधानसभा चुनाव 2022 मे गुन्नौर से लडने का निर्णय लिया है आशा करता हूंं। आप हमारा सम्मान बरकरार रखेगे। शिवपाल सिंह यादव गुन्नौर की जनता से अपना जुड़ाव भी बता रहे है। 2004 से अपना परिवारिक रिश्ता का भी शिवपाल जिक्र कर रहे है। अब ऐसे में सवाल खड़ा होता है कि शिवपाल विधानसभा चुनाव अपनी परंपरागत सीट जसवंतनगर से चुनाव लड़ेंगे या नही।
जसवंतनगर सीट से शिवपाल की जगह उनके पुत्र आदित्य यादव चुनाव लड़ सकते है। 1996 से शिवपाल सिंह यादव इटावा जिले की जसवंतनगर विधानसभा सीट से चुनाव जीतते आ रहे है। जसवंतनगर विधानसभा सीट मुलायम परिवार की पंरपरागत सीट मानी जाती है। वायरल पोस्टर आधिकारिक है या नही इस पर सवाल जरूर बनता है। गुन्नौर विधानसभा यादव बाहुल्य विधानसभा सीट है। फिलहाल इस सीट भाजपा के अजीत कुमार राजू एमएलए है। गुन्नौर विधानसभा 111 सीट से 2007 मे सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव चुनाव मैदान मे उतरे उनको जीत मिली और 54696 वोट हासिल हुए। जसवंतनगर इलाके के पीएसपी से प्रभावी नेताओ की बात को यकीन करे तो शिवपाल सिंह यादव अपने स्थान पर अपने बेटे आदित्य को चुनाव मैदान मे उतार सकते है इसलिए आदित्य की सक्रियता लगातार बनी हुई है ।शिवपाल सिंह यादव ने जसवंतनगर विधानसभा मे आने वाले चार ब्लाक प्रमुखो पर अपने प्रतिनिधियो की भी घोषणा सोमवार का कर दी है। जसवंतनगर ब्लाक से पूर्व ब्लाक प्रमुख अनुज यादव को अपना प्रतिनिधि बनाया है तो सैफई ब्लाक से अपने करीबी जिला पंचायत सदस्य डा.अरविंद यादव को प्रतिनिधि बनाया। इसी तरह से अपने बहनोई डा.अंजट सिंह को बसरेहर ब्लाक से प्रतिनिधि बनाया है जब कि ताखा से अपने बेहद करीबी ध्रुव कुमार यादव को अपना प्रतिनिधि बनाया है। इटावा के सीडीओ के नाम सोमवार को शिवपाल सिंह यादव की ओर से प्रतिनिधियो को लेकर लिखी गई चिठठी दोपहर बाद प्रचारित हुई। प्रतिनिधि बनाये जाने के बाद ही आदित्य यादव के जसवंतनगर से चुनाव लडने की चर्चाए जोर पकडे ही थी कि एकाएक शिवपाल सिंह यादव के गुन्नौर से चुनाव लडने की बात भी सामने आ गई है। वैसे शिवपाल के भतीजे सपा प्रमुख अखिलेश ने चाचा शिवपाल के लिए इटावा जिले की जसवंतनगर विधानसभा सीट को छोड़ने की बात कही थी। अखिलेश यादव ने इस बात को भी बोला था कि उनके दल से गठबंधन होगा दल का विलय नही होगा लेकिन अब ऐसा प्रतीत होता है कि एक नये राजनैतिक मिजाज की तस्वीर दिखाई देगी।

रेप के आरोपी बाबा को एम्स अस्पताल में भर्ती कराया

राणा ओबराय                     
रोहतक। दो महिलाओं के साथ बलात्कार किए जाने के आरोप में जेल की सजा काट रहे डेरा सच्चा सौदा के सुप्रीमो गुरमीत राम रहीम सिंह को दिल्ली के एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एंडोस्कोपी के लिए एम्स में लाए गए राम रहीम को अस्पताल में कितने दिन तक निगरानी में रखा जाएगा इसका फैसला उसके स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए लिया जाएगा।
गलवार को दो महिला अनुयायियों के साथ बलात्कार किए जाने के आरोप में कारागार में उम्रकैद की सजा काट रहे डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह इंसा को बीमारी के चलते दिल्ली के एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 
गुरमीत राम रहीम को एंडोस्कोपी के लिए एम्स में लाया गया है। एम्स के डॉक्टरों ने बताया है कि उसके स्वास्थ्य की जांच पड़ताल करने के बाद ही यह तय किया जाएगा कि राम रहीम को अस्पताल में कितने दिन तक निगरानी में रहना पड़ेगा। गौरतलब है कि इससे पहले 13 मई को भी जेल अधिकारियों की सलाह पर डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को रोहतक स्थित पीजीआईएमएस ले जाया गया था। उस समय जेल के डॉक्टरों ने कहा था कि डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख का रक्तचाप घट बढ़ रहा है। उल्लेखनीय है कि गुरमीत राम रहीम को अगस्त 2017 में सीबीआई की विशेष अदालत ने दो महिलाओं के साथ बलात्कार किए जाने के आरोप में 20 साल कैद की सजा सुनाई थी। इसके बाद वर्ष 2019 के जनवरी माह में एक अन्य अदालत ने राम रहीम और तीन अन्य लोगों को 16 वर्ष पहले हुए एक पत्रकार की हत्या के आरोप में उम्रकैद की सजा सुनाई थी।

विहिप ने बिल पर राज्य विधि आयोग को भेजा सुझाव

हरिओम उपाध्याय                    
लखनऊ। विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) ने उत्तर प्रदेश के जनसंख्या नियंत्रण बिल पर अपना सुझाव राज्य विधि आयोग को भेज दिया है। विहिप ने जनसंख्या स्थिरीकरण व ‘बच्चे दो ही अच्छे’ के प्रस्ताव पर अपनी सहमति जताते हुए सोमवार को दस सूत्रीय सुझाव का प्रपत्र आयोग को प्रेषित किया।
विहिप ने अपने सुझाव प्रपत्र में लिखा है कि राज्य विधि आयोग ने जनसंख्या नियंत्रण बिल का जो मसौदा तैयार किया है उसके प्रस्तावना में दी गयी जनसंख्या स्थिरीकरण और ‘बच्चे दो ही अच्छे’ के प्रस्ताव को जनसंख्या संतुलन के लिये आवश्यक मानते हुए परिषद ने अपनी सहमति दी है।
हालांकि विहिप ने प्रजनन दर को एक समय सीमा में 1.7 तक लाने के प्रस्ताव पर असहमति दर्शाते हुए उस पर पुनर्विचार करने की आवश्यकता बतायी है। परिषद का कहना है कि जनसंख्या का स्थिरीकरण तभी सम्भव है जब किसी महिला के पूरे प्रजनन काल में बच्चों का औसतन जन्म दर दो से थोड़ा अधिक रहे। इसके लिए संगठन ने सकल प्रजनन दर को 2.1 उचित माना है। तर्क दिया है कि इस प्रजनन दर औसतन दो बच्चे अपने माता-पिता का स्थान लेंगे, लेकिन इनमें से यदि किसी बच्चे का प्रजनन क्षमता प्राप्त करने से पहले ही निधन हो जाता है तो अतिरिक्त 0.1 जन्म दर उस कमी को संतुलित करने में सक्षम होगा। 
ऐसे में जनसंख्या स्थिरीकरण के लिये ‘दो बच्चे’ की नीति अच्छी है। वहीं बच्चों की संख्या दो से कम होने की स्थिति में एक अवधि के बाद जनसंख्या का संकुचन होने लगेगा, जिसके सामाजिक और आर्थिक परिणाम सकारात्मक नहीं होंगे। 
विहिप ने अपने सुझाव में ‘एक बच्चे’ की नीति का विरोध किया है। तर्क दिया है कि इस नीति के तहत बच्चा जब युवा होगा तो उसके पास देखभाल के लिए दो की संख्या में माता-पिता के अलावा चार दादा-दादी होंगे। विहिप का कहना है कि चीन ने वर्ष 1980 में ‘एक बच्चे’ की नीति अपनायी थी, लेकिन उन माता-पिता को इससे छूट दी थी, जो स्वयं अपने मां-बाप की इकलौती संतान थे। चीन ने तीन दशाब्दी बाद इस नीति को वापस भी ले लिया था। 
संगठन का मानना है कि उत्तर प्रदेश के संदर्भ में ‘एक बच्चे’ की नीति समाज के विभिन्न वर्गों में जनसंख्या असंतुलन की स्थिति पैदा करेगी। इस सम्बंध में संगठन का कहना है कि देश के कई राज्यों में जनसंख्या  असंतुलन की यह स्थिति वर्तमान में बरकरार है। असम और केरल में तो यह बड़ी ही भयावह स्थिति में है। 
विहिप ने अपने सुझाव प्रपत्र में लिखा है कि केरल और असम में हिन्दुओं की सकल जन्म दर 2.1 से कम है लेकिन मुस्लिमों की असम में सकल जन्म दर 3.16 और केरल में 2.33 है, जिससे दोनों राज्यों में एक समुदाय की जनसंख्या संकुचित हो रही है तो दूसरे समुदाय में बेतहासा वृद्धि की तरफ गतिमान है। 
गौरतलब है कि उप्र में जनसंख्या के स्थिरीकरण के लिये योगी सरकार ने विश्व जनसंख्या दिवस के मौके पर 11 जुलाई को नई जनसंख्या नीति जारी की। इससे एक दिन पहले राज्य विधि आयोग ने उत्तर प्रदेश जनसंख्या (नियंत्रण, स्थिरीकरण व कल्याण) विधेयक-2021 का ड्राफ्ट तैयार कर उसे अपनी वेबसाइट पर अपलोड कर दिया। आयोग ने इस विधेयक के ड्राफ्ट पर 19 जुलाई तक लोगों का सुझाव भी मांगा है। इसी क्रम में विहिप ने आज अपना सुझाव राज्य विधि आयोग के पास भेजा है। 

पेट्रोल की कीमतों में 28 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी

अकांशु उपाध्याय                 
नई दिल्ली। लगभग तीन महीनों बाद सोमवार को डीजल की कीमतों में मामूली कटौती देखने को मिली। जबकि पेट्रोल की कीमतों में इजाफा लगातार जारी रहा। सरकारी तेल कंपनियों ने सोमवार को पेट्रोल की कीमतों में 28 पैसे प्रति लीटर की भारी बढ़ोतरी की तो वहीं डीजल की कीमत में प्रति लीटर पर 16 पैसे की कटौती की। 
कंपनियों ने बीते शनिवार को भी पेट्रोल के दाम में 35 पैसे की बढ़ोतरी की थी। साथ ही डीजल की कीमत में भी हर लीटर पर 26 पैसे इजाफा किया गया था। 
अंतरराष्ट्रीय बाजार में देखें तो इन दिनों पेट्रोलियम ईंधन की मांग अब तक के उच्च स्तर पर है। इसीलिए कच्चे तेल का बाजार एक बार फिर से तेजी पर है। दिल्ली में सोमवार को  पेट्रोल 101.19 रुपये प्रति लीटर पर चला गया, जबकि डीजल 89.88 रुपये प्रति लीटर से घट कर 89.72 रुपये प्रति लीटर पर आ गया। तीन महीने के बाद डीजल के दामों में राहत 
सोमवार,  करीब तीन महीने बाद इसकी कीमतों में 16 पैसे प्रति लीटर की कटौती हुई है।  पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के लिए अधिसूचना जारी होने के बाद सरकारी तेल कंपनियों ने 27 फरवरी 2021 को डीजल के दाम में 17 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की। फिर दो महीने से भी ज्यादा समय तक इसके दाम में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई। हालांकि, बीच में 15 अप्रैल को डीजल के दाम में 14 पैसे की मामूली कटौती हुई थी। लेकिन चुनाव खत्म होने के बाद से बीती 4 मई से डीजल के दामों में रुक-रुक कर बढ़ोतरी जारी रही। इस समय कच्चा तेल 75 डॉलर के करीब बना हुआ है। बीते शुक्रवार को कारोबार की समाप्ति पर ब्रेंट क्रूड 75.55 डॉलर प्रति बैरल पर था जो कि पिछले दिन के मुकाबले 1.43 डॉलर ज्यादा है। 
इसी तरह वहां यूएस वेस्ट टैक्सास इंटरमीडियएट या डब्ल्यूटीआई क्रूड भी 1.62 डॉलर चढ़ कर 74.56 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ था।

सरकार को जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया: एचसी

अकांशु उपाध्याय                      
नई दिल्ली। दिल्ली हाई कोर्ट की डिवीजन बेंच ने कोरोना के दौरान छात्रों से वार्षिक और विकास शुल्क नहीं लेने के दिल्ली सरकार के आदेश को निरस्त करने वाली सिंगल बेंच के फैसले के खिलाफ दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए दिल्ली सरकार को जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है। 
चीफ जस्टिस डीएन पटेल की अध्यक्षता वाली बेंच ने इस मामले पर अगली सुनवाई 14 जुलाई को करने का आदेश दिया।
पिछले 7 जून को डिवीजन बेंच ने सिंगल बेंच के फैसले पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था। कोर्ट ने निजी स्कूलों के संगठन एक्शन कमेटी अनऐडेड रिकॉग्नाइज्ड प्राइवेट को नोटिस जारी किया था। पिछले 31 मई को हाईकोर्ट की सिंगल बेंच ने दिल्ली सरकार के उन दो आदेशों को निरस्त कर दिया था, जिसमें निजी स्कूलों को कोरोना के दौरान छात्रों से वार्षिक और विकास शुल्क नहीं लेने का आदेश दिया गया था। जस्टिस जयंत नाथ ने कहा था कि इस बात का कोई रिकॉर्ड नहीं है कि वार्षिक और विकास शुल्क से स्कूल लाभ कमा रहे थे।
सिंगल बेंच के समक्ष दिल्ली के गैर सहायता प्राप्त 450 निजी स्कूलों के संगठन एक्शन कमेटी अनऐडेड रिकॉग्नाइज्ड प्राइवेट स्कूल ने याचिका दायर की थी। याचिका में कहा गया था कि दिल्ली सरकार के शिक्षा निदेशालय ने 18 अप्रैल, 2020 और 28 अगस्त, 2020 को आदेश जारी कर स्कूलों को वार्षिक शुल्क और विकास शुल्क वसूलने से मना कर दिया था। इन आदेशों को स्कूलों के फिजिकल खुलने तक लागू किया गया था। इसकी वजह से स्कूल छात्रों से पूरी फीस नहीं वसूल पा रहे हैं।
याचिका में कहा गया था कि ये आदेश जारी करना गैरकानूनी है और शिक्षा निदेशालय के क्षेत्राधिकार के बाहर है। सुनवाई के दौरान दिल्ली सरकार ने कहा था कि सुप्रीम कोर्ट ने मॉडर्न स्कूल बनाम केंद्र सरकार के मामले में फैसला दिया था कि फीस बढ़ाने के पहले शिक्षा निदेशालय की अनुमति जरूरी है। दिल्ली सरकार ने कहा था कि कोरोना महामारी के दौरान लोगों की आर्थिक स्थिति खराब हो गई है और कई अभिभावकों की नौकरी चली गई है। ऐसे में सामान्य रूप से स्कूल खुले बिना पूरी फीस वसूलना गैरकानूनी है।
सिंगल बेंच ने कहा था कि शिक्षा विभाग को स्कूलों की फीस पर तय करने का अधिकार तभी तक है, जब उसे पता चले कि उन फीस को वसूलने से स्कूलों को व्यावसायिक लाभ हो रहा है। शिक्षा विभाग को शिक्षा की व्यावसायिकता रोकने का अधिकार है लेकिन वो अनिश्चित काल तक फीस वसूलने से नहीं रोक सकता है। 
सिंगल बेंच ने कहा था कि स्कूलों को किराया, कर, परिवहन, इंश्योरेंस चार्ज, आडिटर्स की फीस, बिल्डिंग और फर्नीचर की रिपेयरिंग और रखरखाव में होने वाले खर्च को बंद रहने के दौरान भी वहन करना पड़ता है। अगर ये सारे काम नहीं किए जाएंगे तो स्कूलों की बिल्डिंग और इंफ्रास्ट्रक्चर को नुकसान हो सकता है।
पिछले 28 जून को सुप्रीम कोर्ट ने भी हाईकोर्ट के फैसले में दखल देने से इनकार कर दिया था। 

'पीएम' मोदी ने अभिनेत्री रश्मिका की तारीफ की

'पीएम' मोदी ने अभिनेत्री रश्मिका की तारीफ की अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। नेशनल क्रश रश्मिका मंदाना सिर्फ साउथ सिनेमा का ही नहीं, अब ...