शनिवार, 24 अप्रैल 2021

सही समय पर प्लाज्मा तो रोगी जल्दी ठीक हो सकता है

कविता गर्ग                       
मुंबई। पूर्व भारतीय कप्तान सचिन तेंदुलकर ने शनिवार को कहा कि वह कोविड-19 से उबर गये हैं और जब भी वह प्लाज्मा दान करने के योग्य होंगे तो वह ऐसा करेंगे। शनिवार को अपना 48वां जन्मदिन मना रहे तेंदुलकर को 27 मार्च को कोविड-19 के लिये पॉजीटिव पाया गया था तथा वह एहतियात के तौर पर कुछ समय के लिये अस्पताल में भी भर्ती रहे थे। तेंदुलकर ने अपने ट्विटर हैंडल पर जारी वीडियो में कहा, ”मैं एक संदेश देना चाहूंगा। जिसे चिकित्सकों ने मुझे देने के लिये कहा है। मैंने प्लाज्मा दान केंद्र का उद्घाटन किया था और उनका संदेश था, यदि सही समय पर प्लाज्मा दिया जाता है तो रोगी जल्दी ठीक हो सकता है।” उन्होंने कहा, ”मैं निजी तौर पर जब योग्य हो जाऊंगा। तब इसे दान करूंगा और मैंने अपने चिकित्सकों से बात की है। तेंदुलकर को आठ अप्रैल को अस्पताल से छुट्टी मिल गयी थी और वह घर पर ही पृथकवास पर थे। प्लाज्मा दानकर्ता में इसे दान करने से 14 दिन पहले तक किसी तरह के लक्ष्ण नहीं होने चाहिए। इस दिग्गज बल्लेबाज ने कोविड-19 से उबरने वाले लोगों से प्लाज्मा दान करके दूसरों की मदद करने को कहा।
उन्होंने कहा, ”और आप जो भी कोविड-19 से उबर गये हैं।अपने चिकित्सक से मशविरा करें और जब आप योग्य बन जाएंगे कृपया रक्तदान करें। इससे काफी समस्या का निदान हो सकता है।” तेंदुलकर ने कहा, ”हम जानते हैं कि जब तक हम बीमार रहते हैं तब तक हमारे परिजनों, दोस्तों को कितनी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।

भाजपा 70 सीटों से ज्यादा नहीं जीत पाएंगीं: ममता

बोलपुर। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को आरोप लगाया कि निर्वाचन आयोग के तीन विशेष पर्यवेक्षक मतदान के दौरान तृणमूल कांग्रेस (तृकां) के कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेने के आदेश पुलिस अधिकारियों को दे रहे थे। उन्होंने कहा कि इस तरह की “साजिशों” के खिलाफ चुनाव के बाद वह उच्चतम न्यायालय जाएंगी।  बीरभूम के बोलपुर स्थित गीतांजलि सभागार में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए बनर्जी ने कहा कि वह चुप नहीं बैठ सकतीं, भले ही उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया जाए। मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया, “बहुत हुआ। अगर वे (निर्वाचन आयोग के पर्यवेक्षक) स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव के लिए काम कर रहे हैं तो मुझे कोई आपत्ति नहीं है। लेकिन वे तो सिर्फ भाजपा की मदद के लिये काम कर रहे हैं। वे तृणमूल को खत्म करना चाहते हैं। उन्होंने जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों के साथ विशेष पर्यवेक्षकों की कथित चैट का विवरण दिखाते हुए कहा, “ये अधिकारी हमारे लोगों को चुनाव से पहले की रात को हिरासत में लेने और उन्हें चुनाव के दिन शाम चार बजे तक कब्जे में रखने के आदेश दे रहे हैं। व्हाट्सऐप पर हुई इस बातचीत का विवरण भाजपा के लोगों ने मुझे दिया है।” बनर्जी ने कहा कि उनकी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस, इसे बर्दाश्त नहीं करेगी और चुनाव के बाद ऐसी “साजिश और पक्षपातपूर्ण रुख” के खिलाफ उच्चतम न्यायालय जाएगी।
उन्होंने दावा किया, “हालांकि, ये तीन सेवानिवृत्त लोग चुनावों को प्रभावित नहीं कर पाएंगे। उनके पक्षपातपूर्ण आचरण से भाजपा को सिर्फ सात-आठ सीटें जीतने में मदद मिलेगी। मैं व्यक्तिगत रूप से मानती हूं कि भाजपा 70 सीटों से ज्यादा नहीं जीत पाएगी।” बनर्जी ने राज्य में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि को लेकर भी निर्वाचन आयोग को आड़े हाथों लिया और कहा कि इसकी वजह चुनाव संबंधी कार्यों के लिये लाखों लोगों की एक जिले से दूसरे जिले आवाजाही है।

कुवैत ने भारत से आने वाली सभी उड़ानों को रद्द किया

कुवैत सिटी। कोरोना वायरस महामारी की बिगड़ती स्थिति के कारण कुवैत ने शनिवार को भारत से आने वाली सभी सीधी वाणिज्यिक उड़ानों को अगले आदेश तक रद्द कर दिया। स्वास्थ्य अधिकारियों के निर्देश के बाद यह कदम उठाया गया। कुवैत के नागरिक उड्डयन महानिदेशालय ने कहा कि उसने 24 अप्रैल से भारत से आने वाली सभी सीधी वाणिज्यिक उड़ानों को निलंबित कर दिया है।
महानिदेशालय ने एक ट्वीट में कहा कि भारत से सीधे आने वाले या किसी अन्य देश से आने वाले उन सभी यात्रियों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, उन्होंने भारत के बाहर कम से कम 14 दिन नहीं बिताए हों। हालांकि, कुवैती नागरिकों, उनके निकट संबंधियों और उनके घरेलू श्रमिकों को देश में प्रवेश करने की अनुमति दी जाएगी। ट्वीट में कहा गया कि मालवाहक उड़ानों का संचालन जारी रहेगा। इससे पहले ब्रिटेन, यूएई और कनाडा भारत से उड़ानों पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा कर चुके हैं।

क्रायोजेनिक कंटेनर का आयात किया: ऑक्सीजन

अकांशु उपाध्याय                    
नई दिल्ली। देश में कोविड-19 की गंभीर स्थिति के बीच देश के विभिन्न हिस्सों में ऑक्सीजन पहुंचाने के लिए चार क्रायोजेनिक (कम तापमान बनाए रखने में सक्षम) टैंकर सिंगापुर से विमान से मंगाए जा रहे हैं। गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि चार खाली टैंकों को भारतीय वायुसेना के एक मालवाहक विमान से लाया जा रहा है। वायुसेना के सी-17 विमान ने दिल्ली के बाहरी इलाके में हिंडन हवाईअड्डे से शनिवार सुबह सिंगापुर के चांगी हवाईअड्डे के लिए उड़ान भरी। एक अन्य अधिकारी ने बताया कि टैंकों को लादने के बाद विमान आज शाम पश्चिम बंगाल के पानागढ़ हवाईअड्डे पर उतरेगा। शुक्रवार को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कहा था कि वह सिंगापुर और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से उच्च क्षमता वाले ऑक्सीजन टैंकरों के आयात के लिए बातचीत कर रहा है। यह कदम केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा देश में कोरोना वायरस स्थिति की समीक्षा करने के बाद उठाया गया। आईटीसी समूह ने शनिवार को कहा कि उसने लिंडे इंडिया लिमिटेड के साथ एक समझौता किया है, जिसके तहत मेडिकल ऑक्सीजन के परिवहन के लिए 24 क्रायोजेनिक कंटेनर का आयात किया जाएगा। कंपनी ने कहा कि वह वितरण के लिए बड़ी संख्या में ऑक्सीजन कंटेनर को हवाई जहाज से मंगा रही है। जबकि भद्राचलम में उसकी पेपरबोर्ड इकाई ने आसपास के क्षेत्रों में ऑक्सीजन की आपूर्ति शुरू कर दी है।
कंपनी ने एक बयान में कहा, ”आईटीसी लिमिटेड ने लिंडे इंडिया लिमिटेड के साथ एशियाई देशों से 24 क्रायोजेनिक कंटेनरों को हवाई जहाज से मंगाने के लिए समझौता किया है। जिनमें से प्रत्येक की क्षमता 20 टन है और इनका इस्तेमाल देश भर में मेडिकल ऑक्सीजन पहुंचाने के लिए किया जाएगा।” कंपनी ने बताया कि इस पहल का मकसद मेडिकल ऑक्सीजन के परिवहन में अड़चनों को कम करना और सरकार के प्रयासों को समर्थन देना है।

सप्लाई बढ़ाने की चर्चा के लिए बैठक की अध्यक्षता

अकांशु उपाध्याय                     
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को ऑक्सीजन और ऑक्सीजन संबंधी उपकरणों की सप्लाई बढ़ाने के उपायों पर चर्चा के लिए आयोजित हाई लेवल बैठक की अध्यक्षता की। सरकार ने ऑक्सीजन और ऑक्सीजन संबंधी उपकरणों पर से बेसिक कस्टम ड्यूटी और हेल्थ सेस हटाने का फैसला लिया है। इसके अलावा, बैठक में केंद्र सरकार ने कोविड-19 टीकों के इम्पोर्ट पर लगने वाले बेसिक कस्टम ड्यूटी को तत्काल प्रभाव से हटाने का फैसला किया है। यह फैसला अगले तीन महीने तक जारी रहेगा। बैठक के बाद सरकार ने बयान जारी कर कहा है कि केंद्र ने ऑक्सीजन की आपूर्ति में सुधार के लिए पिछले कुछ दिनों में कई कदम उठाए हैं।

पाकिस्तान: 24 घंटें में कोरोना से 157 लोगों की मौत

इस्लामाबाद। पाकिस्तान में पिछले 24 घंटों में 157 लोगों की कोरोना वायरस संक्रमण से मौत हो गई।जबकि संक्रमण के 5,908 नये मामले दर्ज किए गए। स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को बताया कि संक्रमण से एक दिन में होने वाली मौत का यह आंकड़ा पिछले साल के बाद से सबसे ज्यादा है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा मंत्रालय ने कहा कि 157 में से 53 मरीजों ने वेंटिलेटर पर रहते हुए दम तोड़ दिया।मंत्रालय ने एक बयान में कहा पाकिस्तान में कोरोना वायरस से पिछले 24 घंटों में 157 लोगों की मौत हो गई। यह पिछले साल 20 जून के बाद से सबसे ज्यादा है। जब एक दिन में बीमारी के कारण 153 लोगों ने दम तोड़ दिया था।” पाकिस्तान में कोरोना संक्रमण से अब तक 16,999 लोगों की मौत हुई है। जबकि कुल मामले 7,90,016 हो गए हैं। मंत्रालय ने कहा, “पाकिस्तान में अब तक कम से कम 6,86,488 लोग स्वस्थ हुए हैं जो काफी बड़ी संख्या है। देश में 86,529 लोग अब भी संक्रमण की चपेट में हैं।

ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के निर्देश

अश्वनी उपाध्याय                    
गाजियाबाद। आखिरकार जिला प्रशासन ने मान ही लिया है कि गाज़ियाबाद में कोविड19 संक्रमण काबू से बाहर हो गया है और मरीजों को अस्पतालों में भर्ती करने के लिए मारामारी हो रही है। प्रशासन ने यह भी माना है कि अस्पतालों में कम तीव्रता वाले, कम गंभीर और लक्षण विहीन मरीजों को डिस्चार्ज नहीं किया जा रहा है।आपको बता दें कि ये वे प्रभावशाली मरीज हैं जो गंभीर नहीं है। लेकिन अपनी पहुँच और पैसे के बल पर अस्पताल में बिस्तर घेरे हुए हैं। ऐसे मरीजों का इलाज होम आइसोलेशन में भी हो सकता है। जिला प्रशासन ने माना है कि ऐसे मरीजों के कारण ऐसे मरीजों को इलाज नहीं मिल पा रहा है, जिनका जीवन खतरे में है।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए आयुक्त, मेरठ मण्डल ने सभी जिलाधिकारियों के साथ एक बैठक कर अस्पतालों की व्यवस्था पर चर्चा की और जिलाधिकारियों को ऑक्सीजन और जरूरी दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए।
इस बीच जिलाधिकारी गाज़ियाबाद में जिले के उन 34 अस्पतालों की लिस्ट जारी कर दी है। जहां गंभीर मरीज अपना इलाज करा सकते हैं। आश्चर्य की बात है कि संकट के इस समय में भी जिला प्रशासन कुछ अस्पतालों पर मेहरबानी करने से बाज नहीं आ रहा है।  एनएच-9 स्थित कोलम्बिया एशिया जैसे अनेक बड़े अस्पताल हैं। जहां पर्याप्त व्यवस्था होते हुए भी अज्ञात कारणों से कोविड मरीजों का इलाज नहीं किया जा रहा है।  

हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया

हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कांग्रेस पर अपना हमला तेज ...