सोमवार, 19 अप्रैल 2021

जगन्नाथ के दर्शन से पहले करानी होगी कोरोना जांच

भुवनेश्वर। ओड़िशा की राजधानी भुनेश्वर स्थित प्रसिद्ध लिंगराज मंदिर को कई सेवादारों की कोरोना पॉजिटिव आने से आम श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिया गया था। इस पर निकाय ने कहा कि भगवान अशोकष्टमी रथयात्रा मंदिर प्रशासन की ओर से कोविड-19 नियमों के तहत फिर से संपन्न कराई जाएगी। इस बीच रविवार को प्रसिद्ध जगन्नाथ मंदिर को सैनिटाइज किया गया। मंदिर प्रशासन ने बताया कि मंदिर में प्रवेश के लिए नए मानक परिचालन प्रक्रिया एसओपी सोमवार से लागू हो जाएगी। नई एसओपी के अनुसार बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश करने के लिए आरटी-पीसीआर जांच में संक्रमण मुक्त होने या टीकाकरण पूर्ण होने का प्रमाण पत्र देना होगा और यह भी शर्त है कि आरटी-पीसीआर रिपोर्ट 4 दिन से अधिक पुराना नहीं होना चाहिए।

फ्यूचर-रिलायंस सौदे के मामले की सुनवाईं पर रोक

अकांशु उपाध्याय           
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने फ्यूचर-रिलायंस सौदे के मामले पर दिल्ली हाईकोर्ट में चल रही सुनवाई पर रोक लगा दी है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट ही फैसला करेगा। मामले की अगली सुनवाई मई के पहले सप्ताह में होगी।
 हाईकोर्ट की सिंगल बेंच ने पिछले 18 मार्च को फ्यूचर-रिलायंस सौदे के खिलाफ पारित इमरजेंसी अवार्ड को बरकरार रखते हुए फ्यूचर ग्रुप पर 20 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया था। जस्टिस जेआर मिडा की बेंच ने जुर्माने की ये रकम प्रधानमंत्री राहत कोष में जमा करने का आदेश दिया है। सिंगल बेंच ने कहा था कि फ्यूचर रिटेल, फ्यूचर कूपन, किशोर बियानी और अन्य लोगों ने इमरजेंसी अवार्ड का उल्लंघन किया। कोर्ट ने किशार बियानी को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए पूछा था कि उन्हें जेल क्यों नहीं भेजा जाए? सिंगल बेंच ने बियानी की संपत्तियों को कुर्क करने का आदेश देते हुए बियानी से अपनी संपत्ति का विवरण हलफनामा में देने का निर्देश दिया था। सिंगल बेंच के फैसले पर दिल्ली हाईकोर्ट की डिवीजन बेंच ने रोक लगा दी थी।

दिल्ली: 75 आइसोलेशन कोच मुहैया कराने का ऐलान

अकांशु उपाध्याय          
नई दिल्ली। कोरोना वायरस की दूसरी लहर से पूरे देश में हाहाकार मचा हुआ है। राजधानी दिल्ली और देश की आर्थिक राजधानी मुंबई दोनों ही बड़े शहरों में कोरोना वायरस काफी तेजी से लोगों को संक्रमित कर रहा है। इस संक्रमण काल में दिल्ली सरकार की मांग पर रेलवे ने दिल्ली में 75 आइसोलेशन कोच मुहैया कराने का ऐलान किया है। 
 उत्तर रेलवे की ओर से जारी आधिकारिक बयान में बताया गया है कि राजधानी दिल्ली के आनंद विहार टर्मिलन और शकूर बस्ती स्टेशन पर कोरोना मरीजों के लिए कुल 75 आइसोलेशन कोच उपलब्ध कराए जाएंगे। रेलवे स्टेशन पर कोविड केयर सेंटर के रूप में रखे जाने वाली रेल की बोगियों में 1200 बेड होंगे। रेलवे की ओर से जानकारी दी गई है कि फिलहाल कोरोना के मामूली लक्षण वाले मरीजों के लिए दिल्ली के शकूरबस्ती रेलवे स्टेशन पर 50 कोविड-19 आइसोलेशन कोच को तैयार कर दिया गया है। इन 50 कोचों में कोरोना मरीजों के लिए 800 बेड की सुविधा दी गई है। रेलवे के बयान में बताया गया है कि शकूरबस्ती रेलवे स्टेशन के अलावा आनंद विहार टर्मिनल पर कोरोना मरीजों के लिए 25 कोच उपलब्ध कराए जाएंगे। इन 25 कोचों में 400 कोरोना संक्रमित मरीजों को रखा जा सकेगा। 
 रेलवे ने ये भी साफ किया है कि अगर कोरोना का संक्रमण बढ़ा और जरूरत पड़ी तो इन दो स्टेशनों के अलावा दिल्ली की दूसरी जगहों पर भी आइसोलेशन कोच का इंतजाम किया जाएगा। आपको बता दें कि रविवार को ही दिल्ली सरकार ने इंडियन रेलवे से आनंद विहार टर्मिनल और शकूरबस्ती रेलवे स्टेशन पर कोविड केयर सेंटर के रूप में आइसोलेशन कोच की व्यवस्था करने का आग्रह किया था। 

माता-पिता की सालगिरह पर तस्वीर को साझा किया

मनोज सिंह ठाकुर         
मुंबई। कंगना रनौत सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय रहती हैं और अक्सर अपनी निजी जिंदगी से जुड़े किस्से भी फैंस के साथ साझा करती हैं। इस बार भी कंगना ने ऐसा ही कुछ किया है। सोमवार को कंगना ने अपने माता- पिता की शादी की सालगिरह पर उनकी एक थ्रोबैक तस्वीर को ट्विटर पर साझा किया है। ब्लैक एंड व्हाइट यह तस्वीर कंगना के पैरेंट्स की शादी की है। इस तस्वीर को सोशल मीडिया पर फैंस के साथ साझा करने के साथ ही कंगना ने फैंस को अपने माता-पिता के बीच की दिलचस्प प्रेम कहानी भी सुनाई है। कंगना ने ट्वीट कर लिखा-'आज मेरे पैरंट्स की शादी की सालगिरह है। जब हम बड़े हो रहे थे तो हमसे झूठ बोला गया था कि यह एक पारंपरिक अरेंज मैरिज थी। काफी बाद में नानी ने हमें बताया कि इनके बीच में अफेयर था। पापा ने मम्मी को कॉलेज से वापस आते हुए बस स्टैंड पर देखा था। इसके बाद पापा रोजाना उसी बस में जाने लगे जब तक कि मम्मी ने उन्हें नोटिस नहीं किया। जब पापा ने शादी का रिश्ता भेजा तो नानाजी ने इसके लिए तुरंत इनकार कर दिया क्योंकि पापा की इमेज बहुत अच्छी नहीं थी जबकि नाना ने मां के लिए सरकारी नौकरी वाला दूल्हा ढूंढा था। मां नाना जी को बहुत प्यारी थीं और वह उन्हें प्यार से गुड्डी बुलाते थे। मगर मां इस शादी के लिए अड़ गईं और नाना को इस शादी के लिए मना लिया। इसके लिए शुक्रिया। शादी की सालगिरह की बधाई।

सरकार ने स्कूलों को बंद करने का आदेश जारी किया

कोलकाता। पश्चिम बंगाल में भी कोरोना का प्रकोप तेजी से बढ़ते देखकर राज्य सरकार ने सभी स्कूलों को बंद करने का आदेश जारी कर दिया है। माना जा रहा है कि जानलेवा कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए बंगाल एक बार फिर लॉकडाउन की ओर बढ़ रहा है। 
 सोमवार को राज्य सरकार ने प्रदेश के सभी स्कूलों को बंद करने का आदेश जारी कर दिया है। इस दौरान शिक्षकों को भी स्कूल नहीं आना होगा। राज्य शिक्षा विभाग ने इससे संबंधित गाइडलाइन में कहा गया है कि फिलहाल अनिश्चितकाल के लिए स्कूलों को बंद रखा जाएगा। हालांकि इसमें इस बात का जिक्र है कि गर्मी की छुट्टी कोविड-19 को देखते हुए पहले दी जा रही है। 
उल्लेखनीय है कि करीब एक साल बाद नवमी से 12वीं तक की पढ़ाई शुरू हो गई थीं। लेकिन तेजी से बढ़ते कोरोना के बीच एक बार फिर स्कूलों को बंद करने का निर्णय लंबे लॉकडाउन का संकेत हो सकता है। हालांकि पहले जिस तरह से ऑनलाइन क्लास चलती थीं, वैसे चलेंगी।

एमपी: 17 हजार 963 कोरोना संक्रमितों ने जंग जीतीं

भोपाल। प्रदेश में एक ओर कोरोना का कहर जारी है तो दूसरी तरफ लगातार अपनी दृढ़ इच्‍छा शक्‍ति एवं चिकित्‍सकों के परामर्श व देखभाल के कारण पिछले तीन दिनों में 17 हजार 963 कोरोना संक्रमित व्यक्ति कोरोना से जंग जीत कर घर वापस लौटे हैं। स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार गुरूवार 15 अप्रैल को 3970, शुक्रवार 16 अप्रैल को 7496 और 17 अप्रैल को 6497 कोरोना संक्रमित मरीज स्वस्थ हुए हैं। 
उल्‍लेखनीय है कि  प्रदेश के सभी जिलों में कोरोना की जांच एवं उपचार की व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई हैं। आवश्यक दवाओं के साथ अस्पतालों में बिस्तरों की संख्या भी बढ़ाई गई है। सभी जिलों मे कोविड केयर सेंटर भी प्रारंभ किये गये हैं। होम आइसोलेशन वाले व्यक्तियों के लिए इलाज की सुविधाएँ मुहैया करवाई जा रही है।
वहीं, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान का कहना है कि  मुख्य रूप से फेस मॉस्क का लगातार इस्तेमाल, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन, सेनेटाइजर का इस्तेमाल और अपने हाथों को निश्चित अंतराल के बाद साबुन से धोना जैसे उपाय करते हुए ही कोरोना से बचा रहा जा सकता है । उन्होंने कहा कि वैक्सीन लगने के बाद भी यह नहीं माना जाता है कि संबंधित व्यक्ति को कोरोना नहीं होगा। बल्‍कि  वैक्सीन लगने के बाद कोरोना संक्रमित व्यक्ति को शरीर में नुकसान काफी कम होगा। इसके अलावा उनका कहना है  कि कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ने पर सरकार के समक्ष सबसे बड़ी चुनौती स्वास्थ्य सुविधाओं, खासतौर से अस्पताल में बेड्स की पर्याप्त संख्या सुनिश्चित करना है। इस चुनौती का हम लगातार सामना कर रहे हैं। किेंतु हर संभव सार्थक प्रयास जारी हैं। 

झारखंड में जेपीएससी सहित कई परीक्षाएं स्थगित

मनोज सिंह ठाकुर            
रांची। झारखंड सरकार ने कोरोना से बिगड़ती स्थिति को देखते हुए कई महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं। झारखंड पब्लिक सर्विस कॉमिशन (जेपीएससी) समेत कई परीक्षाओं को स्थगित करने के साथ ही स्कूल, कॉलेज, कोचिंग, तकनीकी शिक्षा संस्थान व आंगनबाड़ी केंद्रों को अगले आदेश तक बंद रखने का फैसला लिया गे है। शादी समारोह में 50 से अधिक लोगों के शामिल होने पर भी पाबंदी लगा दी गयी है। 
 झारखंड पब्लिक सर्विस कॉमिशन की दो मई को होने वाली परीक्षा में करीब पांच लाख अभ्यर्थी शामिल होने थे। कोरोना संक्रमण के और फैलने का खतरा देखते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेने की अगुवाई में रविवार को हुई उच्चस्तरीय बैठक में जेपीएससी की परीक्षा स्थगित करने का फैसला लिया गया। इस परीक्षा रद्द करने के लिये झारखंड लोक सेवा आयोग पर दबाव बनाया जा रहा था। सरकार की ओर से कहा गया है कि राज्य में कोरोना का खतरा तेजी से बढ़ा है। इसे देखते हुए व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करते हुए काम किया जा रहा है। स्वास्थ्य सेवाएं बढ़ायी जा रही हैं। जीवनरक्षक दवाओं और जरूरी बेड की व्यवस्था की जा रही है। मेडिकल सेंटर में बेडों की संख्या बढ़ाने का भी काम चल रहा है। 
 मुख्यमंत्री हेमंत ने राज्य के लोगों से अपील करते हुए कहा है कि संक्रमण को रोकने में सबों की मदद चाहिये. इसे हल्के में ना लें। यह घातक रूप में सामने आ रहा है। नौजवान, बुजूर्ग और हर उम्र के लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं। नौजवान वर्ग के लोग बेवजह मौज मस्ती करना और घूमना बंद करें।अगले को संक्रमित मानकर चलें। ऐसा नहीं करने पर आपके आपके परिजन भी चपेट में आ सकते हैं। बेवजह अभी कोई ना घूमें। जरूरी होने पर मास्क लगाकर ही निकले। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि संक्रमण के खतरे को रोकने के लिए और भी निर्णय लिये जा सकते हैं। इस महीने के बाद इसकी फिर से समीक्षा की जायेगी। बैठक में वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता और श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता सहित अन्य भी शामिल थे। 

हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया

हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कांग्रेस पर अपना हमला तेज ...