शनिवार, 6 मार्च 2021

कोरोना: 24 घंटे में 18,327 नए मामले सामने आएं

कोरोना के बढ़ते केस दे रहे चेतावनी, 24 घंटे में 18,327 नए मामले, 108 लोगों की मौत
अकांंशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। भारत में एक दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के 18,327 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 1,11,92,088 हो गई। देश में 36 दिनों के बाद संक्रमण के ये सर्वाधिक मामले हैं। और इसी के साथ लगातार चौथे दिन उपाचाराधीन मरीजों की संख्या में वृद्धि दर्ज की गयी। यह संख्या अब 1,80,304 पर पहुंच गयी है।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शनिवार को जारी आकड़ों के अनुसार संक्रमण से 108 और लोगों की मौत होने से महामारी से मरने वालों की संख्या बढ़कर 1,57,656 हो गई। इससे पहले 29 जनवरी को 24 घंटे में संक्रमण के 18,855 मामले सामने आए थे। लेकिन उसके बाद प्रतिदिन नए मामलों की संख्या 18 हजार से नीचे ही रही थी।
संक्रमण मुक्त होने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 1,08,54,128 हो गई है। और इसी के साथ संक्रमण से ठीक होने की राष्ट्रीय दर 96.98 प्रतिशत हो गई है। संक्रमण से मृत्यु दर 1.41 प्रतिशत है। देश में उपचाराधीन मरीजों की संख्या 1,80,304 है। जो संक्रमण के कुल मामलों का 1.61 प्रतिशत है।
देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितम्बर को 40 लाख से अधिक हो गई थी। वहीं संक्रमण के कुल मामले 16 सितम्बर को 50 लाख 28 सितम्बर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख, 20 नवम्बर को 90 लाख और 19 दिसम्बर को एक करोड़ के पार चले गए थे।
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार, देश में अभी तक 22,06,92,677 नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच की गई है। इनमें से 7,51,935 नमूनों की जांच शुक्रवार को की गई। संक्रमण से जिन 108 लोगों की मौत हुई है। उनमें 53 मरीज महाराष्ट्र के हैं। इसके अलावा केरल के 16 और पंजाब के 11 मरीज मृतकों में शामिल हैं।
देश में संक्रमण से अब तक कुल 1,57,656 मौतें हुई हैं। जिनमें महाराष्ट्र से 52,393 , तमिलनाडु से 12,513, कर्नाटक से 12,354, दिल्ली से 10,918, पश्चिम बंगाल से 10,275, उत्तर प्रदेश से 8,729 और आंध्र प्रदेश से 7,172 मरीज शामिल हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि जिन मरीजों की मौत हुई है। उनमें से 70 प्रतिशत से अधिक मरीज अन्य बीमारियों से भी पीड़ित थे। मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट में कहा कि उसके आकडों का मिलान आईसीएमआर से किया जा रहा है।

दलाई लामा ने कोरोना टीके की पहली खुराक लीं


धर्मशाला। तिब्बती आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा ने शनिवार सुबह यहां एक अस्पताल में कोरोना वायरस से बचाव के लिए टीके की पहली खुराक ली। दलाई लामा के कार्यालय ने आध्यात्मिक गुरु को टीके की पहली खुराक की व्यवस्था के लिए भारत सरकार और हिमाचल प्रदेश सरकार का शुक्रिया अदा किया। टीका लेने के बाद दलाई लामा ने लोगों से आगे आने और टीका लगवाने की अपील की।

कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का चक्का-जाम

 अकांशु उपाध्याय  
नई दिल्ली। केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसान आज (शनिवार) सुबह 11 बजे से लेकर शाम के 4 बजे तक केएमपी एक्सप्रेसवे (कुंडली-मानेसर-पलवल) जाम करेंगे। दिल्ली की सीमाओं पर किसानों के आंदोलन को 100 दिन हो गए हैं। 26 नवंबर को किसान आंदोलन की शुरुआत हुई थी। सिंघु बॉर्डर से किसान कुंडली पहुंचकर एक्सप्रेस वे का रास्ता ब्लॉक कर देंगे। इसके अलावा, गाजीपुर और टिकरी बॉर्डर से किसान क्रमश। डासना और बहादुरगढ़ टोल प्लाजा को ब्लॉक करेंगे। शाजहांपुर बॉर्डर पर बैठे किसान गुरुग्राम-मानेसर को जाने वाले केएमपी एक्सप्रेस वे को ब्लॉक करेंगे।
किसानों की योजना टोल प्लाजा पर वाहनों को टोल फ्री कराने का है। किसानों ने यह भी कहा है। कि बॉर्डर के सभी नजदीकी टोल प्लाजा पर भी प्रदर्शन किया जाएगा। गाजीपुर बॉर्डर पर तैनात भारतीय किसान यूनियन के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष राजवीर सिंह जादौन ने बताया। ये टोल प्लाजा शांतिपूर्ण तरीके से अवरुद्ध किए जाएंगे। इनसे राहगीरों को परेशानी नहीं होगी। हम राहगीरों के लिए पानी की व्यवस्था करेंगे। उन्हें कृषि कानूनों के बारे में हमारे मुद्दों से भी अवगत कराया जाएगा। राजवीर सिंह जादौन ने आगे कहा ‘आपातकालीन वाहनों को बिल्कुल भी नहीं रोका जाएगा चाहे वह एम्बुलेंस हो या फायर ब्रिगेड या विदेशी पर्यटकों की गाड़ी हो सैन्य वाहनों को भी इस दौरान नहीं रोका जाएगा।
बता दें, तीन नए कृषि कानूनों को रद्द करने और न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी समेत अन्य मांगों को लेकर 26 नवंबर से किसान आंदोलन कर रहे हैं। मांगें पूरी होने तक घर न लौटने के फैसले पर अड़े हुए हैं। सरकार से तमाम दौर की वार्ता के बाद भी कोई हल नहीं निकला है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीसदन में खुद कह चुके हैं कि एमएसपी था। और रहेगा फिर भी किसान आंदोलन खत्म करने को तैयार नहीं हैं। आब तक 11 दौर की वार्ता असफल हो चुकी है।
किसान आंदोलन के दौरान हालात तब बेकाबू हो गए जब 26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली के नाम पर दिल्ली में उपद्रव किया गया। उपद्रवी लाल किला तक पहुंच गए और वहां झंडा लगा दिया। आईटीओ, लाल किला, नांगलोई समेत दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में हुई हिंसा और उपद्रव के बाद पुलिस की सख्ती बढ़ गई। उपद्रवियों के खिलाफ मामले दर्ज किए गए एक के बाद एक कई गिरफ्तारियां भी हुईं। सिंघु, टीकरी और गाजीपुर बॉर्डर के आंदोलन स्थल को बंद करने के लिए बैरिकेडिंग और कंटीले तार भी लगाए गए। अब एक बार फिर किसानों ने आंदोलन तेज करने का ऐलान किया है।

बच्ची को ऑपरेशन से बिना पेट सिले किया बाहर

बृजेश केसरवानी
प्रयागराज। यूपी के प्रयागराज जिले में शनिवार को एक दिल दहलाने वाला मामला सामने आया है। जहां प्राइवेट हॉस्पिटल का एक अमानवीयता देखने को मिला है। यहां इलाज के लिए पूरी रकम दे पाने में परिवार ने असमर्थता जाहिर की। जिसके बाद 3 साल की बच्ची को ऑपरेशन टेबल से बिना पेट का सिले ही बाहर कर दिया गया। पैसों के बिना इलाज के अभाव में बच्ची की हालत बिगड़ती चली गई और आखिरकार उसने दम तोड़ दिया। मामला सामने आने के जिलाधिकारी भानु चंद्र गोस्वामी ने मामले की जांच के आदेश दिए है।
दरअसल, प्रयागराज के करेली इलाके के रहने वाले ब्रह्मदीन मिश्रा की 3 साल की बेटी को पेट में बीमारी थी। मां-बाप ने इलाज के लिए प्रयागराज के धूमनगंज के रावतपुर एक बड़े प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती कराया था। कुछ दिन बाद बच्ची के पेट का ऑपरेशन किया गया और फिर दोबारा पेट का ऑपरेशन किया गया। बच्ची के पिता के मुताबिक इस ऑपरेशन का डेढ़ लाख रुपए ले लेने के बाद भी हॉस्पिटल प्रशासन ने पांच लाख की डिमांड की। जब रुपए नहीं दे पाए तो बच्चे सहित हॉस्पिटल प्रशासन ने परिवार को बाहर भेज दिया और कहा अब इसका इलाज यहां नहीं हो पाएगा। 
इसके बाद पिता अपनी बेटी को लेकर कई हॉस्पिटल तक गए। लेकिन सभी हॉस्पिटलों में बच्ची को लेने से मना कर दिया गया। कहा गया कि बच्ची की हालत बहुत क्रिटिकल है। वह नहीं बच पाएगी बच्ची जिंदगी की जंग हार गई और उसने इलाज के अभाव में दम तोड़ दिया। मृतक बच्ची के पिता का आरोप है। कि डॉक्टर्स ने बच्ची के ऑपरेशन के बाद सिलाई टांका नहीं किया और परिवार को ऐसे ही सौंप दिया। इसी वजह से दूसरे हॉस्पिटल ने बच्ची को लेने से मना कर दिया। बाद में इलाज के अभाव में बच्ची ने दम तोड़ दिया।

महिला दिवस के मौके पर सरकार ने दिया तोहफा

महिलाओं को मिलेगी फ्री एंट्री

आगरा। हर साल 8 मार्च को दुनियाभर में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है। महिला दिवस के मौके पर केंद्र की मोदी सरकार ने महिलाओं को तोहफा दिया है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग (एएस आई) ने बताया कि 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर आगरा के ताजमहल, आगरा किला, फतेहपुर सीकरी समेत सभी स्मारकों में महिलाएं निशुल्क प्रवेश कर पाएंगी। एएसआई ने इसके आदेश भी जारी कर दिए हैं। बीते साल संस्कृति मंत्रालय ने महिलाओं को निशुल्क प्रवेश देने की सुविधा शुरू की थी। जिसे इस साल भी बढ़ाया गया है।
अधीक्षण पुरातत्वविद वसंत कुमार स्वर्णकार ने बताया कि मंत्रालय से आदेश आ चुके हैं। महिला दिवस पर भारतीय हों या विदेशी, सभी महिलाओं को निशुल्क प्रवेश दिया जाएगा। स्मारकों में प्रवेश के लिए उन्हें टिकट बुक करने की जरूरत नहीं है। वहीं 10 से 12 मार्च तक ताजमहल में मुगल शहंशाह शाहजहां के 366 वें उर्स पर पर्यटकों का प्रवेश निशुल्क रहेगा। 10 और 11 मार्च को दोपहर दो बजे के बाद और 12 मार्च को सुबह से शाम तक पर्यटक निशुल्क प्रवेश कर पाएंगे।

सम्मेलन में भाग लेने के लिए गुजरात पहुंचे पीएम

अहमदाबाद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के केवड़िया में स्टेच्यू ऑफ़ यूनिटी के निकट आयोजित सैन्य कमांडरों के संयुक्त सम्मेलन (कम्बाइंड कमांडर्स कानफ़्रेंस) में भाग लेने के लिए आज सुबह अपने गृह राज्य के एक दिवसीय दौरे पर पहुंचे। अहमदाबाद के सरदार वल्लभ भाई पटेल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर राज्यपाल आचार्य देवव्रत, मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल ने उनका स्वागत किया।
मोदी वहीं से वायु सेना के हेलिकॉप्टर में केवड़िया रवाना हो गए जहां वह टेंट सिटी में आयोजित उक्त सम्मेलन के समापन सत्र को सम्बोधित करेंगे। 4 मार्च से शुरू हुए इस तीन दिवसीय सम्मेलन को कल रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सम्बोधित किया था। सम्मेलन में भाग लेने वालों में देश के रक्षा सेवा प्रमुख जनरल बिपिन रावत, थल सेना प्रमुख एम एम नरवणे, जल सेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह, वायु सेना प्रमुख एयर चीफ़ मार्शल आर के एस भदौरिया, रक्षा सचिव अजय कुमार और सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के नाम शामिल है। सम्मेलन में देश की सैन्य तैयारियों और संबंधित विषयों पर विस्तार से विचार विमर्श हो रहा है। इसके मद्देनज़र केवड़िया तथा आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षा कड़ी कर दी गयी है।

मुंबई: आयकर विभाग के छापे पर तापसी ने ली चुटकी

मनोज सिंह ठाकुर
मुंबई। अभिनेत्री तापसी पन्नू ने आयकर विभाग की छापेमारी पर शनिवार को चुप्पी तोड़ते हुए पेरिस में कथित बंगले, पांच करोड़ रुपये लेने के आरोप और 2013 में हुई छापेमारी के संबंध में तीन ट्वीट किए। आयकर विभाग ने तीन मार्च को पन्नू और फिल्मकार अनुराग कश्यप के घर तथा कार्यालयों की तलाशी ली थी।
पन्नू ने ट्विटर पर तीन बिंदुओं का बयान लिखा और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के उस बयान की आलोचना भी की जिसमें उन्होंने कहा था, कि 2013 में भी पन्नू के घर पर छापा पड़ा था। पहले ट्वीट में कहा गया तीन दिन तक मुख्य रूप से तीन चीजों की तलाशी ली गई- कथित तौर पर पेरिस में मेरे बंगले की चाबियां। क्योंकि गर्मी की छुट्टियां आने वाली हैं।
दूसरे ट्वीट में पन्नू ने कहा पांच करोड़ रुपये की कथित रसीद जिसे फ्रेम कर भविष्य के लिए रखा जाएगा क्योंकि मैंने पहले उस पैसे को ठुकरा दिया था।
तीसरे ट्वीट में वित्त मंत्री की आलोचना करते हुए पन्नू ने कहा हमारी माननीय वित्त मंत्री सीतारमण के अनुसार 2013 में मुझ पर जो छापा डाला गया था। अब उतनी सस्ती नहीं है।
सीतारमण ने शुक्रवार को कहा था। कि इन लोगों के यहां 2013 में भी छापे पड़े थे। व्यक्तिगत टिप्पणी से बचते हुए उन्होंने कहा था। कि यदि आयकर की चोरी हो रही है। तो देश को इसकी जानकारी होनी चाहिए।

'पीएम' मोदी ने अभिनेत्री रश्मिका की तारीफ की

'पीएम' मोदी ने अभिनेत्री रश्मिका की तारीफ की अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। नेशनल क्रश रश्मिका मंदाना सिर्फ साउथ सिनेमा का ही नहीं, अब ...