रविवार, 21 फ़रवरी 2021

भारत-चीन के बीच 10वें दौर की हुई बातचीत

भारत-चीन के बीच 10वें दौर की वार्ता, पूर्वी लद्दाख से सैन्य वापसी पर हुई बात
अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। पूर्वी लद्दाख से सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया को और विस्तार देने के लिये 10वें दौर की सैन्य वार्ता के दौरान भारत और चीन ने व्यापक चर्चा की। वार्ता करीब 16 घंटे चली। आधिकारिक सूत्रों ने रविवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन की तरफ मोल्डो सीमा बिंदु पर कोर कमांडर स्तरीय वार्ता शनिवार सुबह करीब 10 बजे शुरू हुई और रविवार तड़के दो बजे खत्म हुई।
सूत्रों ने कहा कि वार्ता के दौरान पूर्वी लद्दाख के हॉट स्प्रिंग्स, गोगरा और देप्सांग जैसे गतिरोध वाले बिंदुओं से सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया गया। वार्ता के बारे में हालांकि अब तक कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है। यह बातचीत दोनों सेनाओं के पैंगांग सो (झील) के उत्तरी व दक्षिणी किनारों के ऊंचाई वाले क्षेत्रों से सैनिकों व हथियारों की वापसी के पूरा होने के दो दिन बाद हुई।
माना जा रहा है। कि भारत ने बातचीत के दौरान क्षेत्र में तनाव कम करने के लिये हॉट स्प्रिंग्स,गोगरा और देप्सांग जैसे इलाकों से वापसी प्रक्रिया को तेज करने पर जोर दिया। सूत्रों ने शनिवार को कहा था। कि बातचीत के दौरान व्यापक प्राथमिकता क्षेत्र में तनाव में कमी लाने की है। भारत इस बात पर जोर देता रहा है। कि क्षेत्र में तनाव कम करने के लिये गतिरोध वाले सभी बिंदुओं से सैनिकों की वापसी जरूरी है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 11 फरवरी को संसद में एक बयान में कहा था। कि भारत और चीन के बीच पैंगोंग झील क्षेत्र से सैनिकों को चरणबद्ध, समन्वित व प्रमाणिक तरीके से हटाने का समझौता हो गया है। उन्होंने कहा था। कि समझौते के अनुरूप चीन अपनी सेना की टुकड़ियों को हटाकर पैंगांग झील के उत्तरी किनारे में फिंगर आठ क्षेत्र की पूर्व दिशा की ओर ले जाएगा।
उन्होंने कहा था। कि भारत अपनी सैन्य टुकड़ियों को फिंगर तीन के पास अपने स्थायी शिविर धन सिंह थापा पोस्ट पर रखेगा। राजनाथ सिंह ने कहा था। कि इसी तरह का कदम पैंगांग झील के दक्षिणी तट क्षेत्र में उठाया जाएगा। सूत्रों ने कहा कि दोनों पक्षों के सैनिक समझौते के मुताबिक अपने ठिकानों पर वापसी की है। सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया 10 फरवरी को शुरू हुई थी।
शनिवार को हुई वार्ता में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व लेफ्टिनेंट जनरल पीजीके मेनन कर रहे थे। जो लेह स्थित 14वीं कोर के कमांडर हैं। वहीं, चीनी पक्ष का नेतृत्व मेजर जनरल लिउ लिन कर रहे थे। जो चीनी सेना के दक्षिणी शिनजियांग सैन्य जिले के कमांडर हैं। संसद में दिये अपने बयान में रक्षा मंत्री ने कहा था कि इस पर सहमति बनी है। कि पैंगांग झील क्षेत्र में सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया पूरी होने के 48 घंटे के भीतर दोनों पक्षों के वरिष्ठ कमांडरों की अगली बैठक अन्य सभी मुद्दों के समाधान के लिए बुलाई जाएगी।
इसके कुछ दिन बाद रक्षा मंत्रालय ने कहा था। कि देप्सांग, हॉट स्प्रिंग्स और गोगरा समेत अन्य लंबित “समस्याओं को दोनों देशों के सैन्य कमांडरों के बीच आगामी वार्ता में उठाया जाएगा। दोनों देशों के बीच पिछले साल पांच मई को पैंगांग झील क्षेत्र में हिंसक संघर्ष के बाद सैन्य गतिरोध शुरू हुआ था। और फिर हर रोज बदलते घटनाक्रम में दोनों पक्षों ने भारी संख्या में सैनिकों तथा घातक अस्त्र-शस्त्रों की तैनाती कर दी थी। दोनों पक्षों की बीच हालांकि गतिरोध दूर करने के लिये इस दौरान सैन्य व कूटनीतिक बातचीत का दौर भी जारी रहा।
पिछले साल चीनी सेना ने फिंगर 4 और फिंगर 8 के इलाके केबीच कुछ बंकर और अन्य ढांचे बना लिये थे। और भारतीय गश्ती दल को फिंगर 4 से आगे नहीं जाने दे रहे थे। जिसका भारतीय सेना ने कड़ा प्रतिरोध किया था। नौ दौर की सैन्य वार्ता में भारत ने विशेषकर पैंगांग झील के उत्तरी क्षेत्र में फिंगर 4 से फिंगर 8 तक के क्षेत्रों से चीनी सैनिकों की वापसी पर जोर दिया था।
वहीं, चीन ने पैंगांग झील के दक्षिणी छोर पर सामरिक महत्व की चोटियों से भारतीय सैनिकों की वापसी पर जोर दे रहा था। गतिरोध के लगभग पांच महीने बाद भारतीय सैनिकों ने कार्रवाई करते हुए पैंगोंग झील के दक्षिणी छोर क्षेत्र में मुखपारी, रेचिल ला और मगर हिल क्षेत्रों में सामरिक महत्व की कई पर्वत चोटियों पर तैनाती कर दी थी।

क्राइम ब्रांच ने 4 और लोगों को किया गिरफ्तार

रिंकू शर्मा हत्याकांड। क्राइम ब्रांच ने चार और लोगों को किया गिरफ्तार

नई दिल्ली। दिल्ली के मंगोलपुरी इलाके में 25 वर्षीय रिंकू शर्मा की हत्या के मामले में चार और लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी।
दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा की एक टीम ने दीन मोहम्मद (40), दिलशान (22), फैयाज (21) और फैजान (21) को गिरफ्तार किया है। ये सभी मंगोलपुरी के निवासी हैं। पुलिस ने कहा कि शर्मा की हत्या के मामले में अब तक नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। अतिरिक्त पीआरओ (दिल्ली पुलिस) अनिल मित्तल ने कहा कि साक्ष्यों की जांच करने और सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण करने के बाद मामले की जांच कर रही अपराध शाखा की टीम ने चार और लोगों को गिरफ्तार किया है।
उन्होंने बताया कि एक सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की पहचान की गई और उन्हें गिरफ्तार किया गया जिसमें वे शर्मा पर हमला करते देखे गए थे। पुलिस ने कहा था। कि 10 फरवरी की रात शर्मा और आरोपी रोहिणी में एक जन्मदिन की पार्टी में शामिल हुए थे। और इस दौरान उनके बीच हुए झगड़े के बाद यह घटना हुई।

वाट्सएप की नई शर्तें मानने के लिए समयसीमा तय

व्हाट्सएप यूजर्स के लिए जरूरी खबर, नई शर्तें मानने के लिए समयसीमा तय, उसके बाद

मॉस्को। लोकप्रिय मैसेंजर एप व्हाट्सएप ने अपनी नई शर्तों और नीतियों को स्वीकार करने के लिए 15 मई की समयसीमा तय की है। और इसे न मानने वाले यूजर्स इस अवधि के बाद संदेशों का आदान-प्रदान नहीं कर पायेंगे। टैक्क्रंच ने फेसबुक के स्वामित्व वाले व्हाट्सएप के ईमेल के हवाले से अपनी रिपोर्ट में यह जानकारी दी।
व्हाट्सऐप ने इस सप्ताह की शुरुआत में कहा था कि वह यूजर्स को अपनी गोपनीयता अपडेट की सावधानीपूर्वक समीक्षा करने और उन्हें नयी शर्तों के अनुपालन के लिए पूछताछ की अनुमति देगा। ईमेल में कहा गया है। कि यदि यूजर्स शर्तों को स्वीकार नहीं करते हैं। तो वे कॉल और सूचनाएं प्राप्त कर सकेंगे, लेकिन संदेश प्राप्त करने अथवा भेजने के पात्र नहीं होंगे। व्हाट्सएप ने हाल ही में एक नयी नीति एवं शर्तो की घोषणा की है। जिसके तहत वह मूल कंपनी फेसबुक के साथ डाटा की साझेदारी कर सकती है।

अमेठी में घर बनाएंगी स्‍मृति, जमीन का बैनामा

अमेठी में अपना घर बनाएंगी स्‍मृति ईरानी कल कराएंगी जमीन का बैनामा

अमेठी। केंद्रीय मंत्री व अमेठी से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद स्‍मृति ईरानी अमेठी में अपना घर बनाएंगी जिसके लिए जमीन का बैनामा (रजिस्‍ट्री) कराने वह सोमवार को एक दिन के अमेठी दौरे पर आ रही है।
वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस नेता राहुल गांधी को अमेठी से हराने के बाद स्‍मृति ईरानी ने क्षेत्र के लोगों से वादा किया था। कि वह अमेठी को रिमोट से नहीं चलाएंगी बल्कि यहां अपना घर बनाकर रहेंगी। इसी निमित्‍त स्मृति ईरानी सोमवार (22 फरवरी) को दोपहर 12 बजे अमेठी आएंगी और वह कलेक्‍ट्रेट परिसर स्थित उप निबंधक कार्यालय में जमीन का बैनामा कराएंगी। स्‍मृति ईरानी के प्रतिनिधि विजय गुप्‍ता ने बताया कि केंद्रीय मंत्री विमान से लखनऊ के अमौसी हवाई अड्डे आने के बाद सड़क मार्ग से दोपहर को गौरीगंज उप निबंधक कार्यालय में पहुचंकर उस जमीन की रजिस्ट्री कराएंगी, जहां उनका घर बनना है। उन्होंने बताया कि इसके बाद वह राजीव गांधी पेट्रोलियम प्रशिक्षण संस्थान, बहादुरपुर जायस में आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेंगी। गुप्ता ने बताया कि स्मृति ईरानी रायबरेली जिले के सलोन क्षेत्र में आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लेने के बाद वापसी के लिए रवाना हो जाएंगी।

पाकिस्तान ने फिर किया संघर्ष विराम का उल्लंघन

पाकिस्तान ने फिर किया संघर्ष विराम का उल्लंघन, बीएसएफ ने दिया मुंहतोड़ जवाब

 श्रीनगर। पाकिस्तानी रेंजर्स ने संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हुए जम्मू कश्मीर के कठुआ जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित भारत की अग्रिम चौकियों एवं गांवों को निशाना बनाया। अधिकारियों ने रविवार को बताया कि पाकिस्तान ने शनिवार रात करीब 10 बजकर 25 मिनट पर हीरानगर सेक्टर के बोबिया इलाके में सीमा चौकियों को निशाना बनाया, जिसका सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने मुंहतोड़ जवाब दिया।
उन्होंने बताया कि दोनों ओर से तड़के करीब चार बजकर 30 मिनट तक गोलीबारी जारी रही लेकिन भारतीय पक्ष को किसी नुकसान की कोई खबर नहीं है। अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तान ने कई दिनों की शांति के बाद संघर्ष विराम का उल्लंघन कर गोलीबारी की है। जिसकी वजह से ग्रामीणों को रात भूमिगत बंकरों में बितानी पड़ी है।

लापरवाही: विभाग ने शिकारियों को नहीं दीं सजा

वन विभाग की घोर लापरवाही- अफसर भूले अंतरराष्ट्रीय पैंगोलिन दिवस मनाना, मंत्री से शिकायत

रायपुर। रायपुर के वन्यजीव प्रेमी नितिन सिंघवी ने वन विभाग पर आरोप लगाते हुए वन मंत्री को पत्र लिखकर कहा है। कि वन विभाग वास्तव में पर्यटन विकास विभाग बन गया है। शिकारियों को सजा दिलवाने, वन तथा वन्य प्राणियों की रक्षा करने के अपने दायित्वों को पूरा करने की बजाय वन विभाग, पर्यटन के विकास पर ज्यादा ध्यान दे रहा है। वन तथा वन्यजीवों के प्रति अपने दायित्व को भूल गया है।
इसका प्रमाण यह है। कि आईयूसीएन की लाल सूची में (खतरे में अस्तित्व) दर्ज तथा वन्य संरक्षण अधिनियम की अनुसूची-1 में दर्ज पैंगोलिन की रक्षा के लिए जागरूकता फैलाए जाने वाला अंतर्राष्ट्रीय पेंगोलिन दिवस को मनाना वन विभाग भूल गया है। गौरतलब है। कि देश-विदेश में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 20 फरवरी अर्थात फरवरी के तीसरे शनिवार को यह दिवस मनाया जा रहा है।
वन विभाग की घोर लापरवाही तथा नजरअंदाजी के कारण छत्तीसगढ़ पैंगोलिन (साल खपरी) के शिकार का गढ़ बन गया है। विगत कुछ वर्षों में शायद ऐसे कोई भी 15 दिन नहीं निकले होंगे, जिसमें छत्तीसगढ़ से पैंगोलिन की तस्करी के समाचार नहीं प्रकाशित हुए हैं। शिकारियों और तस्करों के विरुद्ध कमजोर प्रकरण बनाने के कारण वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत अनुसूचित एक के वन्यप्राणी जैसे पेंगोलिन के शिकार और अंगों की तस्करी के गैरजमानती अपराधों में भी दो-तीन दिनों में जमानत मिल जाती है। इससे अपराधियों के होसले बुलंद हैं।
चीन है पेंगोलिन का दुश्मन
पैंगोलिन की खाल की दक्षिण पूर्व एशिया के देशों विशेष रूप से चीन और वियतनाम में काफी डिमांड है। चीनी इसके मास को चाव से खाते हैं। इसकी परतदार खाल का इस्तेमाल शक्तिवर्धक दवाइयों, ड्रग्स, बुलट प्रूफ जैकेट, कपड़े और सजावट के सामान बनाने के लिए किया जाता है। ये केरोटिन की बनी होती है। यह खाल दूसरे जानवरों से बचाव में उसकी रक्षा भी करती है। ज्यादा डिमांड होने के चलते इसकी कीमत भी अच्छी मिलती है। रुपयों के लालच में पैंगोलिन की तस्करी भी बढ़ गई है।

संकल्प के लिए काम करना सबका कर्तव्य: कोविंद

भेदभाव मुक्त समाज की गुरू रविदास के संकल्प के लिए काम करना सभी का कर्तव्य: कोविंद
अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने संत गुरू रविदास की समता-मूलक और भेदभाव-मुक्त समाज की संकल्पना को रेखांकित करते हुए रविवार को कहा कि ऐसे समाज एवं राष्ट्र के निर्माण के लिये संकल्पबद्ध होकर काम करना सभी देशवासियों का कर्तव्य है। जहां समाज में समता रहे और सभी लोगों की मूलभूत आवश्यकताएं पूरी हों।
‘श्री गुरू रविदास विश्व महापीठ राष्ट्रीय अधिवेशन’ को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा गुरू रविदास जी ने समता-मूलक और भेदभाव-मुक्त सुखमय समाज की कल्पना की थी। ऐसे में सभी देशवासियों का यह कर्तव्य है। कि हम सभी ऐसे ही समाज एवं राष्ट्र के निर्माण के लिये संकल्पबद्ध होकर कार्य करें और संत रविदास के सच्चे साथी कहलाने के योग्य बनें।उन्होंने कहा कि अच्छा इंसान वह है। जो संवेदनशील है। समाज की मानवोचित मर्यादाओं का सम्मान तथा कायदे-कानून और संविधान का पालन करता है। कोविंद ने कहा कि हमारे संविधान के प्रमुख शिल्पी बाबासाहब डॉक्टर भीमराव आंबेडकर ने संत रविदास की संत-वाणी में व्यक्त अनेक आदर्शों को संवैधानिक स्वरूप प्रदान किया है।
राष्ट्रपति ने कहा कि संत रविदास ने अपनी करुणा और प्रेम की परिधि से समाज के किसी भी व्यक्ति या वर्ग को बाहर नहीं रखा था। उन्होंने कहा यदि ऐसे संत शिरोमणि रविदास को किसी विशेष समुदाय तक बांध कर रखा जाता है। तो, मेरे विचार से, ऐसा करना उनकी सर्व-समावेशी उदारता के अनुसार नहीं है।
गुरु रविदास के जीवन दर्शन, सामाजिक-सांस्कृतिक मूल्यों को वर्तमान समय में प्रासंगिक बताते हुए राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि संत की न कोई जाति होती है। न संप्रदाय और न ही कोई क्षेत्र बल्कि पूरी मानवता का कल्याण ही उनका कार्य क्षेत्र होता है । इसीलिए संत का आचरण सभी प्रकार के भेद-भाव तथा संकीर्णताओं से परे होता है।
उन्होंने कहा मुझे यह देखकर प्रसन्नता होती है। कि सामाजिक न्याय, स्वतन्त्रता, समता तथा बंधुता के हमारे संवैधानिक मूल्य भी उनके आदर्शों के अनुरूप ही हैं। उन्होंने कहा कि संत रविदास यह कामना करते थे। कि समाज में समता रहे तथा सभी लोगों की मूलभूत आवश्यकताएं पूरी हों। उन्होंने गुरु नानक और संत रविदास के सत्संग के अनेक विवरणों का उल्लेख भी किया।

मोदी के तीसरे कार्यकाल को लेकर ऐलान किया

मोदी के तीसरे कार्यकाल को लेकर ऐलान किया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्‍ली। देश में लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया जारी है। अंतिम चरण के लिए मतदान 1 ज...