शुक्रवार, 19 फ़रवरी 2021

रामदेव ने रिसर्च के आधार पर कोरोना की दवा बनाई

रिसर्च के आधार पर कोरोना की दवा बनाई बाबा रामदेव
अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। बाबा रामदेव ने शुक्रवार को कोरोनावायरस की आयुर्वेदिक दवा का ऐलान किया और दवा के रिसर्च पेपर की बुक लॉन्च की। ऐलान के वक्त केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन तथा केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी उनके साथ मौजूद थे। बाबा रामदेव ने छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती को ऐतिहासिक दिन बताते हुए कहा कि आयुर्वेद के बारे में रिसर्च को लेकर लोगों में शंकाएं बनी रहती हैं। लेकिन हमने शंका के सभी बादलों को छांटकर रिसर्च और एविडेंस के आधार पर ही दवा तैयार की है। रामदेव ने कोरोना की दवाई के रिसर्च पेपर पेश किए, जानें बड़ी बातें... आज ऐतिहासिक दिन है। छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती है।
एविडेंस और रिसर्च के आधार पर हमने कोरोना की दवाई बनाई है। मॉडर्न मेडिकल साइंस के नियम फॉलो किए हैं। रिसर्च पेपर पब्लिश भी हो चुके हैं। और कुछ पाइपलाइन में भी हैं। 
जब हमने पहले लॉन्च किया था। तो सवाल उठाए गए थे। अब शक के बादल हमने छांट दिए हैं। और रिसर्च के साथ सामने आए हैं।
दरअसल, आयुर्वेद के बारे में लोगों को रिसर्च को लेकर शंका बनी रहती है।
बाबा रामदेव, नितिन गडकरी और डॉ हर्ष वर्धन ने कोरोना के लिए बनी दवाई के रिसर्च पेपर की बुक लांच की। नितिन गडकरी ने कहा कि मुझे खुशी है, कि योग आयुर्वेद में रिसर्च के लिए बाबाजी और आचार्य ने बहुत बड़े अनुसंधान संस्थान की स्थापना की है। योग और आयुर्वेद पूरे विश्व को दिशा दे सकता है। हिंदुस्तान में रहकर ये बात शायद न समझे। लेकिन जर्मनी में जाएंगे तो समझेंगे रिसर्च बहुत आवश्यक होती है। बाबाजी को हम योग और आयुर्वेद के ब्रांड एम्बैसडर के रूप में देखते हैं। चमत्कार के बिना कोई नमस्कार नहीं करता, लोगों को अनुभव हुआ तो उन्होंने स्वीकार किया। अभी तक विश्वास के आधार आयुर्वेद में दवा देते थे। लेकिन अब रिसर्च और एविडेंस के ज़रिए इसकी प्रमाणिकता बढ़ती है। इस अनुसंधान और वैज्ञानिक रूप सर काम करने के लिए बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण को बधाई दोबारा रिसर्च के साथ सामने आने पर लोगों का भरोसा इस पर बढ़ेगा।

भारत मेें ट्वीटर ने शुरू किया, खास ऑडियो फीजर

भारत मेें ट्वीटर में शुरू हुआ खास फीजर, अब ऑडियो मैसेज भी भेज सकेंगे आप
अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। सोशल मीडिया के मामले में सबसे ज्यादा यूज होने वाला ट्वीटर में आज कल हर कोई एक्टीव रहते है। वहीं ट्वीटर के जरिए लोग देश विदेश तक एक दूसरे से जुड़े है। इसी क्रम में माइक्रोब्लॉगिंग वेबसाइट ट्वीट ने भारत में अपने एक खास फीचर की शुरुआत की है। इस फीजर के साथ अब ट्वीटर पर आप ऑडियो मैसेज भी भेज सकेंगे। ट्विटर ने बताया कि कंपनी ने भारतीय यूजर्स के लिए डायरेक्ट मैसेज (डीएम) में वॉइस मैसेज का सपोर्ट जारी कर दिया है। फिलहाल इस फीचर की टेस्टिंग की जा रही है। जो धीरे-धीरे यूजर्स तक पहुंचेगा। बता दें कि भारत से पहले ट्विटर ने यह फीचर ब्राजील और जापान में जारी किया था। यानी ट्विटर की इस सुविधा को पाने वाला भारत तीसरा देश है।
क्या है ट्विटर का नया फीचर...
इस फीचर के जरिए यूजर्स टेक्स्ट के साथ अब ऑडियो मैसेज भी भेज सकेंगे। यूजर्स 140 सेकेंड तक का ऑडियो रिकॉर्ड करके भेज सकते हैं। ध्यान देने वाली बात यह है। कि वॉइस मैसेज सिर्फ मोबाइल एप पर ही उपलब्ध है। यानी आप अगर डेस्कटॉप पर ट्विटर इस्तेमाल करते हैं। तब इस फीचर का इस्तेमाल नहीं किया जा सकेगा। हालांकि मैसेज को सुनने के लिए एप होना जरूरी नहीं है।
मैसेज सुनने के लिए यूजर्स को प्ले/पॉज़ का बटन दिया जाएगा। यूजर्स को ऑडियो मैसेज रिपोर्ट करने का ऑप्शन भी मिलेगा, ताकि फीचर का दुरुपयोग न हो। बता दें कि ट्विटर ने पिछले साल सितंबर में पहली बार वॉइस मैसेज फीचर की घोषणा की थी। ट्विटर इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर मनीष माहेश्वरी ने कहा कि यह खुद को अभिव्यक्त करने का एक नया तरीका है। इसके जरिए किसी की आवाज सुनकर उनकी भावनाओं से जुड़ने में मदद मिलेगी।
भले ही वॉइस मैसेज फीचर ट्विटर पर नया हो लेकिन व्हाट्सएप और फेसबुक मैसेंजर जैसे एप्स पर यह काफी पहले से आता है। वॉइस डीएम फीचर ट्वीटर की उस मअपने प्लेटफॉर्म पर ऑडियो-आधारित सर्विस देने की कोशिश का हिस्सा है। बता दें कि पिछले साल ट्विटर ने वॉइस ट्वीट का सपोर्ट जारी किया था। इसके जरिए यूजर्स आवाज ट्वीट कर पाते हैं। हालांकि यह फीचर भी सभी के लिए उपलब्ध नहीं है।

सीजी: आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का 1 दिवसीय धरना

छत्तीसगढ़: आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का एक दिवसीय धरना, मानदेय वृद्धि समेत कई मांगों को लेकर कर रहे प्रदर्शन

रायपुर। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अपनी मांगों के समर्थन में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन दे रहे हैं। मानदेय वृद्धि, चिकित्सा मानदेय समेत मांगों को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे हैं।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया है। कि 2 महीने में मांग पूरी करने का वादा सरकार ने किया था। दो साल में भी पूरी नहीं हुई है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता जल्द मांग पूरी करने को लेकर प्रदर्शन कर रहे है।

लाभार्थी करवा सकेंगे निजी अस्पतालों में इलाज

ईएसआइसी लाभार्थी करवा सकेंगे निजी अस्पतालों में इलाज
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। केंद्रीय श्रम मंत्रालय ने ईएसआइसी यानी के लाभार्थियों को बड़ी सौगात दी है। अब ईएसआइसी स्वास्थ्य बीमा योजना के लाभार्थियों को घर के नजदीक के किसी भी निजी अस्पताल में इलाज कराने की सुविधा भी मिल गई है। श्रम मंत्रालय ने इस संबंध में सूचना जारी की कर दी है। बयान में कहा गया है। कि जिन ईएसआइसी लाभार्थियों के आवास के 10 किलोमीटर दायरे में ईएसआइसी अस्पताल नहीं हैं। वे ईएसआइसी के पैनल में शामिल निकटवर्ती निजी अस्पतालों में इलाज करा सकते हैं। नए क्षेत्रों में भी ईएसआइसी योजना का विस्तार करने के से इसके लाभार्थियों की संख्या में बड़ी वृद्धि हुई है। ऐसे में अब सदस्यों को उनके आवास के नजदीक चिकित्सा सुविधा मुहैया करने के उद्देश्य से बुनियादी ढांचे का लगातार विस्तार किया जा रहा है। पढ़िए श्रम मंत्रालय का पूरा बयान
विभिन्न नए क्षेत्रों में भी ईएसआई योजना का विस्तार करने के परिणामस्वरूप ईएसआई लाभार्थियों की संख्या में बड़े पैमाने पर वृद्धि हुई है। अब ईएसआई सदस्यों को उनके अपने आवास क्षेत्र के आसपास ही चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से बुनियादी ढांचे के विस्तार और उसे सशक्त करने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं।
इस समय कुछ क्षेत्रों में ईएसआई के स्वास्थ्य देखभाल केन्द्रों जैसे अस्पताल या औषधालय या इन्श्युर्ड मेडिकल प्रैक्टिशनर (आईएमपी) के 10 किलोमीटर के दायरे में न होने के चलते ईएसआई लाभार्थियों को चिकित्सा सुविधा प्राप्त करने में कठिनाई आ रही है। ऐसे क्षेत्रों में ईएसआई लाभार्थियों को अब समग्र भारत में ईएसआईसी के नामित अस्पतालों में स्वास्थ्य देखभाल की सुविधा प्राप्त करने का विकल्प उपलब्ध कराया गया है। इसके लिए लाभार्थी को किसी ईएसआईसी अस्पताल या औषधालय से अनुमोदन की आवश्यकता नहीं होगी।
ऐसे क्षेत्रों में ईएसआई लाभार्थियों को ईएसआई के नामित अस्पताल में ओपीडी सेवाओं को मुफ्त और सीधे प्राप्त करने के लिए नामित अस्पताल जाना होगा और अपना ईएसआई ई-पहचान पत्र/स्वास्थ्य पासबुक के साथ आधार कार्ड/सरकार द्वारा जारी पहचान पत्र प्रस्तुत करना होगा। ऐसे लाभार्थी ओपीडी में चिकित्सक द्वारा लिखी गई दवाओं के लिए किए गए भुगतान को वापस लेने की सुविधा होगी। यह सुविधा पाने के लिए लाभार्थी को औषधालय एवं शाखा कार्यालय या ईएसआईसी के क्षेत्रीय कार्यालय जाना होगा।
यदि लाभार्थी को अस्पताल में भर्ती करने की आवश्यकता होती है। तब नामित अस्पताल को 24 घंटों के भीतर ऑनलाइन माध्यम से ईएसआई के प्राधिकृत अधिकारी से अनुमति प्राप्त करनी होगी ताकि लाभार्थी को नकद रहित स्वास्थ्य देखभाल की सुविधा उपलब्ध करायी जा सके। इस संबंध में ईएसआईसी मुख्यालय द्वारा जारी किए गए दिशा-निर्देश कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआईसी) की वेबसाइट पर www.esic.nic.in पर उपलब्ध है।

 

मंगल पर नासा का रोवर पहुँचानें में दिया योगदान

भारतीय मूल की डॉ. स्वाति मोहन ने मंगल पर नासा का रोवर पहुँचानें में दिया बड़ा योगदान जानिए इनके बारे में

वाशिंगटन डीसी। मंगल ग्रह पर इन दिनों कई शोध होते हुए दिख रहे हैं। वहीं अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा का परसेवरेंस रोवर सात महीने बाद शुक्रवार को मंगल ग्रह पर लैंड हो गया है। इस खबर से नासा के सभी वैज्ञानिक बेहद खुश हैं। आपको बता दें कि परसेवरेंस रोवर मंगल ग्रह पर भारतीय समय के अनुसार 2 बजकर 25 मिनट पर सफलतापूर्वक लैंड हुआ है।
सात महीने बाद परसेवरेंस रोवर मंगल ग्रह पर हुआ लैंड
नासा का परसेवरेंस रोवर धरती से टेकऑफ करने के सात महीने बाद शुक्रवार को सफलतापूर्वक मंगल ग्रह पर लैंड हो गया है।
इस लैंडिंग पर भारतीय मूल की वैज्ञानिक डॉ स्वाति मोहन का सबसे बड़ा योगदान माना जा रहा है। आपको बता दें कि इनके बदौलत ही नासा को इतना बड़ा इतिहास रचने का मौका मिला है।
वैज्ञानिक डॉ स्वाति मोहन... भारतीय मूल की वैज्ञानिक डॉ स्वाति मोहन ने परसेवरेंस रोवर को मंगल ग्रह पर सफतापूर्वक लैंडिंग के दौरान कहा कि मंगल ग्रह पर अब टचडाउन की पुष्टि हो चुकी है। अब मंगल ग्रह पर जीवन के संकेतों की तलाश करने को तैयार है। आपको बता दें कि जब सारी दुनिया सात महीने से परसेवरेंस रोवर को मंगल ग्रह पर लैंडिंग का इंतजार कर रही थी। उस वक्त यह वैज्ञानिक प्रोजेक्ट टीम के साथ कॉर्डिनेट कर रही थी।
डॉ स्वाति मोहन नासा के विभिन्न मिशनों का हिस्सा रही
भारतीय मूल की वैज्ञानिक डॉ स्वाति मोहन ब्रह्मांड में नए और सुंदर स्थान ढूंढना चाहती थी। इन्होंने एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री हासिल की थी इसके साथ इन्होंने अपनी पीएचडी पूरी की। आपको बता दें की स्वाति मोहन जेट प्रोप्लशन प्रयोगशाला में शुरू से ही मार्स रोवर मिशन की सदस्य रही है। यह अमेरिका की नासा के विभिन्न मिशनों का हिस्सा रही है।
 

मुंबई में जीते पांच खिताब, रोहित ने बनाया चैंपियन

नई दिल्ली। आईपीएल इतिहास की सबसे कामयाब टीम का नाम आपसे कोई पूछे तो बताने में शायद ही एक सेकंड से ज्‍यादा का समय लगेगा। आखिरकार मुंबई इंडियंस ने लीग में इस कदर बादशाहत बनाई है, कि बाकी टीमों और उसके बीच का अंतर काफी ज्‍यादा हो गया है। एक संतुलित टीम और एक जबरदस्‍त कप्‍तान. कमाल की बात ये है। कि मुंबई ने जो पांच खिताब जीते हैं। उन सभी में रोहित ने ही उसे चैंपियन बनाया है। और उससे भी कमाल की बात ये कि रोहित शर्मा ने साल 2013 में मुंबई इंडियंस टीम की कमान संभाली थी। यानी उन्‍होंने जिन आठ सीजन में टीम की कप्‍तानी की है। उनमें से पांच में उसे खिताबी जीत दिलाई।
जानिए इस बार की नीलामी में मुंबई इंडियंस ने किन खिलाडि़यों पर दांव लगाया है। देखिए मुंबई इंडियंस के रिटेन किए गए और नीलामी में खरीदे गए खिलाडि़यों की पूरी लिस्‍ट।
(मुंबई इंडियंस आईपीएल नीलामी 2021)
रिटेन प्‍लेयर्स। रोहित शर्मा, क्विंटन डीकॉक, आदित्‍य तारे, सौरभ तिवारी, जसप्रीत बुमराह, धवल कुलकर्णी, ट्रेंट बोल्‍ट, जयंत यादव, सूर्यकुमार यादव, कायरन पोलार्ड, क्रुणाल पंड्या, क्रिस लिन, राहुल चाहर, हार्दिक पंड्या, अनमोलप्रीत सिंह, मोहसिन खान, अनुकूल रॉय, इशान किशन।

दिशा रवि मामले में अदालत का मीडिया को निर्देश

अकांशु उपाध्याय
 नई दिल्ली। दिल्ली उच्च न्यायालय ने शुक्रवार को कहा कि टूलकिट मामले में जलवायु कार्यकर्ता दिशा रवि के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी की जांच के बारे में मीडिया में आई कुछ खबरें ‘सनसनीखेज और पूर्वाग्रह से ग्रसित रिपोर्टिंग’ की ओर संकेत करती हैं। अदालत ने इस तरह की सामग्री को इस चरण में हटाने का आदेश देने से इनकार कर दिया लेकिन साथ ही मीडिया प्रतिष्ठानों से कहा कि लीक हुई जांच सामग्री प्रसारित नहीं की जाए।गौरतलब है कि किसानों के प्रदर्शनों के समर्थन में एक टूलकिट को साझा करने में कथित भूमिका के चलते दिशा रवि के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी। न्यायमूर्ति प्रतिभा एम सिंह ने कहा कि इस तरह की समाचार सामग्री तथा दिल्ली पुलिस के ट्वीट को हटाने से संबंधित अंतरिम याचिका पर विचार बाद में किया जाएगा।

सीमा विवाद सुलझाने की कोशिश में 'भारत-चीन'

पालूराम  
नई दिल्ली/ बीजिंग। भारत और चीन की सेनाओं के वरिष्ठ कमांडर शनिवार को नये दौर की एक उच्च स्तरीय वार्ता करेंगे जिसमें दोनों पक्षों की तरफ से पूर्वी लद्दाख में पैंगोंग झील के उत्तरी और दक्षिणी तट से सैनिकों और सैन्य सोजोसामान को पीछे हटाने का काम पूरा होने के बाद इस प्रक्रिया को आगे बढ़ाने पर चर्चा की जाएगी। यह जानकारी आधिकारिक सूत्रों ने शुक्रवार को दी। सूत्रों ने कहा कि कोर कमांडर-स्तरीय वार्ता पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा के चीन की ओर मोल्दो सीमा बिंदु पर शुरू होगी।नौ महीने के गतिरोध के बाद दोनों देशों की सेनाओं के बीच सहमति बनी कि दोनों पक्ष ”चरणबद्ध तरीके से, समन्वित और सत्यापन योग्य” तरीके से पैंगोंग झील के उत्तरी और दक्षिणी तटों से सैनिकों को पीछे हटायेंगे। सैनिकों को पीछे हटाने की प्रक्रिया 10 फरवरी को शुरू हुई। सूत्रों ने कहा कि पैंगोंग झील क्षेत्रों में सैनिकों को पीछे हटाने की प्रक्रिया दोनों पक्षों के बीच बनी सहमति के अनुसार संपन्न हुई।
श्रीराम 'निर्भयपुत्र'

कोहली का बड़ा खुलासा, मैं भी अवसादग्रस्त रहा हूँ

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। भारतीय कप्तान विराट कोहली ने खुलासा किया कि 2014 में इंग्लैंड के खराब दौरे के दौरान वह अवसाद से जूझ रहे थे और लगातार असफलताओं के बाद उन्हें लग रहा था कि वह इस दुनिया में अकेले इंसान हैं। इंग्लैंड के पूर्व खिलाड़ी मार्क निकोल्स के साथ बातचीत में कोहली ने स्वीकार किया कि वह उस दौरे के दौरान अपने करियर के मुश्किल दौर से गुजरे थे।कोहली से जब पूछा गया कि वह कभी अवसादग्रस्त रहे, ”हां, मेरे साथ ऐसा हुआ था। यह सोचकर अच्छा नहीं लगता था कि आप रन नहीं बना पा रहे हो और मुझे लगता है कि सभी बल्लेबाजों को किसी दौर में ऐसा महसूस होता है कि आपका किसी चीज पर कतई नियंत्रण नहीं है।

घोटाला: सीबीआई की बंगाल के चार जिलों में छापेमारी

अकांशु उपाध्याय  
नई दिल्ली। सीबीआई ने कोयला घोटाला मामले की जांच के सिलसिले में शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के चार जिलों में 13 स्थानों पर तलाशी ली। अधिकारियों ने कहा कि पुरुलिया, बांकुड़ा, पश्चिम बर्धमान और कोलकाता में परिसरों की तलाशी ली जा रही है। उन्होंने बताया कि कोलकाता और बांकुड़ा में अमिया स्टील प्रा. लि, के परिसर पर और गिरोह के संदिग्ध सरगना अनूप मांझी के कथित सहयोगी जयदीप मंडल के परिसर पर भी छापेमारी की गई।सीबीआई ने मांझी उर्फ लाला, ईस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड (ईसीएल) के महाप्रबंधक अमित कुमार धर और जयेश चंद्र राय, ईसीएल के सुरक्षा प्रमुख तन्मय दास, कुनुस्तोरिया के क्षेत्र सुरक्षा निरीक्षक धनंजय राय एवं काजोर इलाके के सुरक्षा प्रभारी एवं एसएसआई देबाशीष मुखर्जी के खिलाफ पिछले वर्ष नवंबर माह में प्राथमिकी दर्ज की थी। आरोप है कि काजोर एवं कुनुस्तोरिया इलाकों में ईसीएल की लीज पर ली गई खदानों से अवैध खनन तथा कोयले की चोरी में मांझी लिप्त है।

उन्नाव: मृत मिलीं किशोरियों का किया अंतिम संस्कार

उन्नाव। उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले के असोहा इलाके के बबुरहा गांव के बाहर बुधवार को संदिग्ध परिस्थितियों में मृत पायी गयीं दो किशोरियों का अंतिम संस्कार शुक्रवार की सुबह कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच कर दिया गया। असोहा थाना इलाके के बबुरहा गांव में बुधवार शाम खेतों में घास लेने गयीं तीन दलित किशोरियों के खेत पर संदिग्‍ध अवस्‍था में मिलने के बाद इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया था, जहां चिकित्‍सकों ने कोमल (15) और काजल (14) को मृत घोषित किया था, जबकि तीसरी रोशनी (16) की हालत गंभीर देखकर उन्‍नाव अस्‍पताल ले जाया गया और बाद में कानपुर रेफर कर दिया गया।पुलिस ने बताया कि कानपुर के अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है। बृहस्पतिवार शाम को पोस्टमार्टम के बाद दोनों किशोरियों के शवों को गांव लाया गया था। लेकिन प्रशासन के प्रयासों के बाद शवों की अंत्येष्टि नहीं हो पायी। शुक्रवार की सुबह लगभग 10 बजे दोनों किशोरियों की अंत्येष्टि कर दी गयी। इस दौरान पुलिस-प्रशासन के आलाधिकारी मौके पर मौजूद थे। इसके अलावा मौके पर भारी पुलिस बलों को तैनात किया गया था। परिजनों की ओर से किसी भी तरह का कोई आरोप प्रत्यारोप नहीं लगाया गया है।

हल्द्वानी: सीएम रावत से मिलें कई पंचायतों के ग्रामीण

पंकज कपूर 
हल्द्वानी। देवनगर,गुनियालेख, खुटियाखाल व सरना के ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री जनसंवाद कार्यक्रम में अपनी समस्याओं से उन्हें अवगत कराया। हल्द्वानी में धारी कनिष्ठ प्रमुख कृपाल सिंह मेहता की अगुवाई में मुख्यमंत्री ग्रामीणों ने कई योजनाओं के लिए बजट स्वीकृत करने की मांग उठाई। इनमें ग्राम पंचायत बबियाड़ के बिरसिग्याॅ मोटर मार्ग का निर्माण,ग्राम पंचायत दुदुली से अम्दों तक मोटर मार्ग का निर्माण, ग्राम पंचायत बबियाड़ में बारात घर का निर्माण, जगियाजाला से मल्ली बबियाड़ तक सिंचाई पंपिंग योजना का निर्माण, ग्राम पंचायत सरना के जूनियर हाईस्कूल का उच्चीकरण व अक्सोडा मोटर मार्ग के निर्माण की मांग प्रमुख रही। इसके अलावा खुटियाखाल से गैराखान मोटर मार्ग निर्माण। भुगाड से देवनगर पलड़ा पंम्पिग योजना का निर्माण,बबियाड़ से साननी हैडाखान मोटर मार्ग का निर्माण, बबियाड मोटर मार्ग का निर्माण, कर्नखा देवनगर मोटर मार्ग का निर्माण व गुनियालेख— मौना मोटर मार्ग के निर्माण की मांग भी ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के सामने रखी।
ज्ञापन देने वालों में धारी कनिष्ठ ब्लॉक प्रमुख कृपाल सिंह मेहता व क्षेत्रीय सामाजिक कार्यकर्ता रमेश चंद्र टम्टा के अलावा कई अन्य ग्रामीण शामिल थे।

हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया

हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कांग्रेस पर अपना हमला तेज ...