सोमवार, 8 फ़रवरी 2021

उत्तराखंड: तबाही और बचाव राहत कार्य पर विशेष

देवभूमि उत्तराखंड में पुन। दैवीय प्रकोप से हुयी भारी तबाही और बचाव राहत कार्य पर विशेष 
पंकज कपूर   
देहरादून। यह युग परिवर्तन का दौर चल रहा है और संधिकाल अथवा युग के साथ तालमेल बिठा कर उसके मुताबिक कार्य व्यवहार आचरण नियम सिद्धांतों को मानना होगा।युग परिवर्तन के बीस बरस गुजर गये हैं। और इक्कीस्वीं सदी अब खुद स्वत अपने मुताबिक परिवर्तन लाने की मुहिम में जुट गई है। परिणामस्वरूप धरती पर तरह के घटनाक्रम एवं अभूतपूर्व ऐतिहासिक भारी तबाही शुरू हो जाती है। प्रकृति का प्रकोप एक नहीं तमाम तरह से होता है।अभी सात साल पहले इसी प्रकार की एक प्राकृतिक आपदा देवभूमि उत्तराखंड के केदारनाथ धाम में आई थी। जिसके घाव अभी भी नहीं भरें थे। कि कल सुबह नौ बजे देवभूमि के चमौली में एक जोरदार धमाके के साथ जोशीमठ के रैनी गाँव के पास धौली गंगा में जोरदार धमाके के साथ पुन पहाड़ से जुड़ी। कई नदियों में जल प्रलय आ गई।अचानक ग्लेशियर टूटने से आई आफत अपने आप में अविश्वसनीय एवं विज्ञान को चुनौती देने वाली है। क्योंकि जाड़े के मौसम में बर्फ जमी होने से कभी पिघलती नहीं है। जिसके कारण कभी जाड़े में ग्लेशियर नहीं टूटते हैं। कुदरत खुदा भगवान प्रकृति द्वारा इस कड़ाके की सर्दी में ग्लेशियर को पिघला कर लायी गयी मौत तबाही एवं खौफ ने पूरे देश को दहला दिया है और जान माल का ऐतिहासिक नुकसान हुआ है।सिर्फ दस बारह घंटे में ही इस त्रासदी ने जो कहर बरपा है। और जितना नुकसान हुआ है। उसका आँकलन कर पाना संभव नहीं है। कल्पना करिये कि अगर कुदरत का यही कहर भगवान न करें दो चार दिन आ जाय तब इस धरती के वजूद का खतरा पैदा हो जायेगा।मात्र बारह घंटे की कुदरती महातबाही से स्थिति यह पैदा हो गई है। कि घटना के तुरंत बाद मुख्यमंत्री ने ही नहीं दौरा कर आपदा प्रबंधन का जायजा लिया है। बल्कि राष्ट्रपति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं गृहमंत्री अमित शाह भी हस्तक्षेप करते हुए घटना पर निगाह रखे लोगों को हर तरह से इस दैवीय आपदा से बचाने के लिए जिम्मेदार लोगों से सम्पर्क बनाये हुये कड़ी निगरानी कर रहे हैं। आश्चर्य जनक ढंग से ग्लेशियर टूटने आई मौत एवं बरबादी की आंधी से ऋषि गंगा बिजली परियोजना को भारी नुकसान हुआ है। और बचाव दल जिंदगी मौत से संघर्ष कर रहे लोगों को मौत के मुंह से सुरग से खोदकर निकालकर देवदूत की भूमिका निभा रहे हैं। एनडीआरएफ की टीम एजेंसियों द्वारा मौके पर लोगों को जिंदा बचाने की जद्दोजहद कर रही है। और एक दर्जनों लोगों को बचाया जा चुका है। बचाव राहत कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। अप्रत्याशित आई तबाही की धारा के सामने नर नारी ही नहीं बल्कि जो गाँव घर पेड़ पहाड़ जंगल सामने आया वह सब बलिदान हो गए। अलकंदा एवं जुडी नदियों में जल प्रलय आने से आज सुबह तक सैकड़ों लोग लापता हैं। तथा एक दर्जन से अधिक लोगों के शव मिल चुके हैं। निचले इलाकों में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। शाम को तबाही का मंजर बहाव कम होने से देर रात तक समाप्त होने की कगार पर पहुंच गया था लेकिन पुनः बहाव तेज हो गया है। जिससे निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है। और उत्तर प्रदेश में भी अलर्ट जारी कर दिया गया।आपदा प्रबंधन सक्रिय है। एवं लोगों की जान बचाने में देश की सेना के साथ सभी बचाव एजेंसियों को लगा दिया गया है। जो घटना के तुरंत बाद से जान खतरे में डालकर विमानों एवं हैलीकाप्टरों की मदद से रेसक्यू कार्य में जुटे हुए हैं। और मलवे में दबे फंसे लोगों को निकालने की कोशिश की जा रही है।इस त्रासदी से कितनी मौतें हुयी हैं। इसका अभी कोई अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है।इस दैवीय आपदा से वहीं बच रहा है। जिसे भगवान खुदा ही बचा रहा है।दुनिया के तमाम देशों ने घटना पर गहरे सदमे का इजहार करते हुए सहायता की पेशकश कर मानवीय संवेदना व्यक्त की है। जबकि सरकार की तरफ से आर्थिक सहायता की घोषणा कर दी गई है।हम अपने पाठकों की तरफ से इस घटना में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित कर लोगों की जान माल की हिफाजत के लिये ईश्वर से कामना करते हैं।

दम: आटे-प्याज की गाड़ी का 20 हजार का चालान

अकांशु उपाध्याय    
नई दिल्ली। टिकरी बॉर्डर पर आटे-प्याज की बोरियां ले जा रही एक गाड़ी का आरटीओ ने 20 हजार का चालान कर दिया। यह बात टीकरी बॉर्डर तक पहुंच गई। रोषस्वरूप किसान सोमवार को आरटीओ कार्यालय का घेराव करेंगे। जानकारी के अनुसार राजस्थान के झुंझुनू के गांव पिचानवा निवासी राकेश का चालान काटा गया है।
राकेश ने बताया कि वह पेशे से किसान है। तीन फरवरी को वह किसानों के समर्थन में सुबह करीब पांच बजे अपने साथी हरपाल, महेश, जगदीश और चरण सिंह के साथ पिकअप गाड़ी में टीकरी बॉर्डर के लिए निकला था। उस दौरान गाड़ी में उसने प्याज और आटे की दो-दो बोरियां लाद लीं। राकेश ने बताया कि उस दिन सुबह करीब साढ़े सात बजे जब वह हिसार जिंदल पुल के पास पहुंचे तो यहां वह चाय पीने रुके। इस दौरान आरटीओ की गाड़ी उनके पास आकर रुकी। इसमें से आरटीओ डॉ. सुनील कुमार ने उनसे कागजात मांगे। राकेश के अनुसार गाड़ी के सभी कागजात आरटीओ को चेक करवाए। इनमें से आरटीओ ने उसका लाइसेंस व आरसी अपने पास रख ली।

चरस के साथ 3 नेपाली महिला तस्कर गिरफ्तार

बहराइच। जिले के सुजौली पुलिस व एसएसबी 70वीं वाहिनी की संयुक्त टीम ने गश्त के दौरान 18.5 किग्रा चरस के साथ तीन नेपाली महिला तस्करों को गिरफ्तार करने में सफलता पाई है। बरामद चरस की कीमत लगभग 54 करोड़ रुपया आंकी गई है। बताया गया कि यह चरस नेपाल से लाई जा रही थी। गिरफ्तार तस्करों के कब्जे से पुलिस ने भारतीय नेपाली करेंसी, दो मोबाइल फोन भी बरामद किया है। गिरफ्तार तस्करों के खिलाफ केस दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया गया है। सूत्रों के मुताबिक मिली खबर के अनुसार बताया गया कि बीती रात ग्राम फकीरीपुरी अन्तर्गत बेलघटवा नाला पुल के पास चेकिंग के दौरान यह तस्कर पकड़े गये हैं।पुलिस ने बताया कि तीनों तस्कर किसी साधन से हरिद्वार उत्तराखंड जाने की फिराक में थी।

दरगाह: टेस्ट रिपोर्ट बगैर शिरकत पर लगी पाबंदी

अजमेर दरगाह उर्स 809: कोविड टेस्ट रिपोर्ट बगैर शिरकत पर लगी पाबंदी, सिर्फ 24 घंटे ठहरने की इजाजत
नरेश राघानी  
अजमेर। सरकारी नियमावली के तौर पर विश्व विख्यात सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के 809वें उर्स पर जायरीनों को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना होगा। साथ ही कोविड टेस्ट की नेगेटिव रिपोर्ट साथ में लानी अनिवार्य रहेगी। जायरीनों को ठहराव स्थल पर 24 घंटे से ज्यादा नहीं ठहरने दिया जाएगा। साथ ही 65 साल से ज्यादा और 10 साल से कम उम्र के जायरीन, गर्भवति महिलाओं व बीमार जायरीन को प्रवेश नहीं दिया जानेवाला है। इसके लिए सभी जायरीनों के राज्यों एवं सरकारों को पत्र लिखा जाएगा! चांद पर है उर्स मुबारक।
ख्वाजा साहब का उर्स चांद दिखाई देने पर अंदाजन 12 फरवरी से शुरू होगा! पूर्व में कोरोना को देखते हुए विश्राम स्थानों को इस बार बंद रखे जाने का निर्णय किया गया था। लेकिन अब विश्राम स्थलों में जायरीन के ठहरने की व्यवस्था की जा सकेगी! हालांकि विश्राम स्थलों पर भी कोविड-19 के तहत नियमों का पालना अनिवार्य होगा! दरगाह शरीफ से नाजिम अश्फाक हुसैन ने बताया कि विश्राम स्थलों पर आने वाले सभी जायरीन का कोविड टेस्ट रिपोर्ट के साथ रजिस्ट्रेशन होगा! साथ ही किसी भी जायरीन को 24 घंटों से ज्यादा नहीं ठहरने दिया जाएगा।
राज्य सरकार को लिखे पत्र
अजमेर जिला पुलिस अधीक्षक जगदीश चन्द्र शर्मा के अनुसार उर्स में आने वाले जायरीन के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए व्यवस्था की जा रही है। इसके लिए जिला प्रशासन जल्द ही बेवसाइट शुरू करेगा। कोविड की नेगेटिव रिपोर्ट साथ लाना अनिवार्य होगा। इसके लिए सभी राज्य सरकारों को पत्र लिखे जा चुके हैं।
यह रहेगा उर्स का कार्यक्रम
-8 फरवरी को चढ़ेगा उर्स का झंडा
-11 फरवरी को उतारा जाएगा संदल
-12 फरवरी को खुलेगा जन्नती दरवाजा
-13 या 14 फरवरी को होगी रजब की पहली तारीख
-12 और 19 फरवरी को होगी जुमे की नमाज
-18 या 19 फरवरी होगी कुल की रस्म
-21 या 22 फरवरी को होगी बड़े कुल की रस्म
11 को उतरेगा संदल
खादिम ख्वाजा सय्यद फैज़ानुद्दीन चिश्ति ने बताया कि 11 फरवरी को दरगाह में मजार शरीफ पर पेश किया जाने वाला सालभर का चादर और संदल उतारा जाएगा। यह संदल जायरीन में बांट दिया जाता है। इसी तरह 14 फरवरी को बॉलीवुड की तरफ से चादर पेश की जाती है।

अछल्दा से कानपुर के लिए नही शुरू हुई बस सेवा

औरैया। अछल्दा से कानपुर के लिए नही शुरू हो सकी बस सेवा, लोग परेशान

अछल्दा (औरैया)। अछल्दा से कानपुर के लिए बस सेवा अभी तक शुरू नही हो सकी है। बस सेवा को शुरू करने के लिए मंडल अध्यक्ष ने परिवहन निगम औरेया को पत्र लिखा था लेकिन उस पर अभी तक कोई अमल नही किया गया है। जिसके चलते कस्बे के लोगो की  समस्याएं कम नही हो रही है। अछल्दा क्षेत्र में ट्रेनों का स्टापेज खत्म होने के बाद से कस्बे के लोगो की मुश्किलें कम नही हो रही कस्बे के लोगो को कानपुर जाने के लिए बड़ी कीमत चुकानी पड़ रही है। ऐसे में व्यापारी, मरीज, और दैनिक यात्रियों का ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा इन लोगो को कानपुर जाने के लिए दो हजार से तीन हजार रुपए तक खर्च करना पड़ रहा है। वही कस्बे के लोगो की इस समस्या को देकगते हुए बीस दिन पूर्व मंडल अध्यक्ष जितेंद्र सेंगर ने परिवहन निगम को अछल्दा से कानपुर के लिए रोजबेज बस सेवा शुरू करने की मांग की गई थी। जिस पर परिवहन निगम ने बस सेवा शुरू करने का आश्वासन दिया था। लेकिन परिवहन निगम द्वारा आश्वाशन दिए हुए बीस दिन हो गए है। लेकिन अभी तक कस्बे के लोगो को कानपुर के लिए रोडवेज सेवा नही मिल सकी है। जिससे कस्बे के लोग परेशान है। कस्बे के लोगो जल्द ही रोडवेज बस सेवा शुरू कराए जाने के लिए डीएम से गुहार लगाई है। 

कृषि सुधार जरूरी, आंदोलन खत्म करें किसान

गरीबी उन्मूलन के लिए कृषि सुधार जरूरी, आंदोलन खत्म करें किसान
अकांशु उपाध्याय  
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को दोहराया कि उनकी सरकार गरीबों को समर्पित सरकार है। और गरीबी उन्मूलन के लिए कृषि सुधार जरूरी है। प्रधानमंत्री मोदी ने राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर तीन दिन तक चली चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि कि देश में 12 करोड़ किसानों के पास दो एकड़ से भी कम भूमि है। और उन्हें सरकार द्वारा दी जा रही सहायता का कोई लाभ नहीं मिल पाता है। सरकार का इरादा इन किसानों तक पहुंचना है। उन्होंने कहा कि कृषि सुधार हमेशा से ही पिछली सरकारों की भी प्राथमिकता में रहे हैं। उन्होंने इसके लिए पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री और चौधरी चरण सिंह का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि किसानों को अपना आंदोलन वापस ले लेना चाहिए। कोई कानून अंतिम नहीं है। इनमें सुधार की व्यापक गुंजाइश होती है। और बाद में भी सुधार हो सकेंगे। उन्होंने आश्वस्त किया कि एक बार कानूनों के लागू हो जाने के बाद, इनमें जो भी कमी होगी, वह दूर कर ली जाएगी।
मोदी ने सरकार की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए कहा कि सरकारी योजनाएं समाज के अंतिम व्यक्ति के लिए है। उन्होंने जनधन खाते, डिजिटल लेनदेन , उज्जवला, प्रधानमंत्री आवास और शौचालय निर्माण आदि प्रमुख कार्यक्रमों का उल्लेख करते हुए कहा कि सरकार दूरदराज के क्षेत्रों में भी लोगों को लाभ पहुंचा रही है। उन्होंने विभिन्न आंकड़ों के हवाले से कहा कि देश विभिन्न क्षेत्रों में प्रगति कर रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आर्थिक मोर्चे पर देश मजबूती के साथ आगे बढ़ रहा है। कोरोना काल में जहां पूरी दुनिया में आर्थिक गतिविधियां बंद पड़ी है। वहीं भारत में सर्वाधिक प्रत्यक्ष विदेशी निवेश आया है। दुनिया भर की नजरें भारत पर टिकी है। और देश पर दुनिया का भरोसा बढ़ रहा है। विदेशी मुद्रा भंडार रिकॉर्ड स्तर पर है। देश में खाद्यान्न का उत्पादन उच्चतम स्तर पर है।
उन्होंने कहा कि फसल बीमा योजना में छोटे किसानों को भी शामिल किया गया है। और पिछले साल इस योजना के तहत 95000 करोड़ रुपये दिये गये हैं। किसान सम्मान निधि में 10 करोड़ किसानों को लाभ मिला है। श्री मोदी ने युवाओं का आह्वान करते हुए कहा कि भारत अवसरों की भूमि है। आजादी के 75 वर्ष को प्रेरक वर्ष के रूप में लेना चाहिए और वर्ष 2047 आजादी के अवसर के सपनों को पूरा करना चाहिए।
प्रधानमंत्री मोदी ने कृषि सुधारों से जुड़े कानूनों को देश तथा किसानों के उज्जवल भविष्य के लिए जरूरी बताते हुए विपक्षी दलों , विभिन्न संगठनों और आंदोलनकारियों से अच्छे सुझाव देने तथा बातचीत के जरिये मिलकर मुद्दे का समाधान कर देश को आगे बढ़ने देने का आह्वान किया। मोदी ने कहा कि ये सुधार कृषि क्षेत्र तथा देश के उत्थान के लिए बेहद जरूरी हैं। इसलिए किसी को भी देश तथा विशेष रूप से आंदोलनकारियों को गुमराह नहीं करना चाहिए बल्कि उन्हें समझाना चाहिए साथ ही देश के विकास में बाधा बनने वाले लोगों को पहचानने की जरूरत है।
प्रधानमंत्री के जवाब के बाद सदन ने विपक्षी सदस्यों के सभी संशोधनों को नामंजूर करते हुए राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव को ध्वनिमत से पारित कर दिया। विपक्ष के सर्वश्री तिरूचि शिवा, एम षणमुगम , दीपेन्द्र हुड्डा, विशम्भर प्रसाद निषाद, छाया वर्मा, विकास रंजन और ई करीम सहित अनेक सदस्यों ने संशोधन के प्रस्ताव दिये थे। जिन्हें सदन ने ध्वनिमत से अस्वीकार कर दिया।

पंचायत: आयोग ने जारी किया संशोधित कार्यक्रम

चुनाव आयोग ने जारी किया संशोधित कार्यक्रम जानें क्या है नई तारीख
संदीप मिश्रा 
 लखनऊ। यूपी में पंचायत चुनाव को लेकर सरगर्मियां और तेज हो गई हैं। हाईकोर्ट से मिले निर्देश के बाद राज्य निर्वाचन आयोग ने अब उसी के हिसाब से काम को कराने के लिए पुन: संशोधित कार्यक्रम जारी किया है। जिसमें मुरादाबाद में 23 फरवरी तक मतदाता अपने वोट बनवा पाएंगे। इसके बाद 24 से दो मार्च के बीच दावे आपत्तियां ली जाएंगी और उनका निस्तारण आठ मार्च तक होगा। अंतिम प्रकाशन 15 मार्च को किया जाएगा।
राज्य निर्वाचन आयुक्त ने पत्र भेजकर नए परिसीमन की वजह से कुछ ग्राम पंचायतों के नगरीय क्षेत्र में करने की वजह से मतदाताओं सूची में शामिल नहीं किया जा सका। इसलिए ऐसे बचे लोग विशेष पुनरीक्षण में मतदाता बनाए जाएंगे।
इसके बाद मतदाता सूची का प्रकाशन 24 फरवरी को होगा। दावे व आपत्तियां 24 फरवरी से दो मार्च तक,निस्तारण 3 से 8 मार्च तक किया जाएगा। दावे व आपत्तियों के निस्तारण के बाद इन्हें मूल सूची में स्थान देने के लिए 9मार्च से 14 मार्च तक का समय तय किया गया है। इसके बाद अंतिम प्रकाशन 15 मार्च को किया जाएगा।
क्या कहा है हाईकोर्ट ने 
हाईकोर्ट ने राज्य निर्वाचन आयोग को निर्देश दिया है। कि प्रदेश में 30 अप्रैल तक पंचायत चुनाव सम्पन्न करा लें। यह आदेश न्यायमूर्ति एमएन भंडारी एवं न्यायमूर्ति आरआर आग्रवाल की खंडपीठ ने विनोद उपाध्याय की याचिका पर दिया है। कोर्ट ने 30 अप्रैल तक प्रधानी के चुनाव कराने का निर्देश देने के साथ ही मई में ब्लाक प्रमुख का चुनाव कराने को कहा है। कोर्ट ने प्रदेश सरकार को पंचायत चुनाव के लिए 17 मार्च तक आरक्षण का कार्य पूरा करने के निर्देश दिया है। साथ ही कोर्ट ने प्रधान के चुनाव 30 अप्रैल तक, जिला पंचायत सदस्यों व ब्लॉक प्रमुखों का चुनाव 15 मई तक कराने को कहा है। कोर्ट ने बुधवार को चुनाव आयोग से जवाब मांगा था। चुनाव आयोग के कार्यक्रम पेश करने के बाद आयोग ने उत्तर प्रदेश सरकार से जवाब मांगा था। जिस पर गुरुवार को सुनवाई हुई। चुनाव आयोग ने हाईकोर्ट में जो कार्यक्रम पेश किया था। उसमें चुनाव मई तक होने की बात कही गई थी। इस पर हाईकोर्ट ने साफ कहा कि पंचायत चुनाव मई में कराने का प्रस्ताव प्रथम दृष्टया स्वीकार नहीं किया जा सकता। कोर्ट ने कहा कि नियमानुसार 13 जनवरी 2021 तक चुनाव करा लिए जाने थे।
चुनाव आयोग ने अपने कार्यक्रम में हाईकोर्ट को बताया कि गत 22 जनवरी को पंचायत चुनाव की मतदाता सूची तैयार हो गई है। 28 जनवरी तक परिसीमन का काम भी पूरा कर लिया गया है। लेकिन सीटों का आरक्षण राज्य सरकार को फाइनल करना है। इसी कारण अब तक चुनाव कार्यक्रम जारी नहीं किया जा सका है। आयोग ने बताया कि सभी सीटों का आरक्षण पूरा होने के बाद चुनाव में 45 दिन का समय लगेगा।

खौफनाक: 15 की मौत, 200 से ज्यादा लापता

चमोली ग्लेशियर आपदा में 15 की मौत, 200 से ज्यादा अब भी लापता, तपोवन सुरंग में रेस्क्यू जारी
पंकज कपूर
देहरादून। उत्तराखंड में चमोली जिले में रविवार को ग्लेशियर टूटने से उत्पन्न परिस्थितियों से सोमवार सुबह तक निजात नहीं मिल सकी और अब तक लगभग 200 से ज्यादा लोग लापता हैं। राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) ने आज सुबह फिर सुरंग के अंदर का रास्ता खोलने का काम शुरू किया। इस बीच अलकनन्दा नदी से एक शव भी बरामद हुआ है। एसडीआरएफ के सेनानायक (कमांडेंट) नवनीत भुल्लर ने बताया कि सुरंग के अंदर का रास्ता बुरी तरह मलबा भरे होने के कारण अभी अवरूद्ध है। जिसे जेसीबी द्वारा खोलने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बेला गांव के करीब अलकनन्दा में एक अज्ञात शव मिला है। भारत-चीन सीमा को जोड़ने वाला विष्णु प्रयाग पुल आपदा में नष्ट हो गया है।
भुल्लर ने बताया कि अभी तक लगभग 200 से ज्यादा लोगों के लापता होने की सूचना है। इनमें बाण गंगा परियोजना और एनटीपीसी परियोजना के लोग हैं। अभी तक कुल 15 शव बरामद हुए हैं। जबकि 12 व्यक्तियों को भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी)के सहयोग से सुरक्षित निकाला गया है। उन्होंने बताया कि आठ व्यक्ति घायल हुए हैं। जबकि 30 व्यक्ति सुरंग के अंदर फंसे हैं। जिन्हें निकालने का प्रयास किया जा रहा है। ऋषिगंगा घाटी में हिमखंड टूटने से रविवार को अचानक आई भीषण बाढ़ से प्रभावित 13.2 मेगावाट ऋषिगंगा और 480 मेगावाट तपोवन विष्णुगाड पनबिजली परियोजनाओं में लापता हुए लोगों की तलाश के लिए सेना, भारत तिब्बत सीमा पुलिस, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के जवान जुटे हुए हैं।
उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने सोमवार को कहा कि बचाव और राहत अभियान पुरजोर तरीके से जारी है। जिसमें बुलडोजर, जेसीबी आदि भारी मशीनों के अलावा रस्सियों और खोजी कुत्तों का भी उपयोग किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि तपोवन क्षेत्र में स्थित बड़ी सुरंग में बचाव और राहत अभियान चलाने में मुश्किल आ रही है। क्योंकि सुरंग सीधी न होकर घुमावदार है।
वायु सेना भी बचाव कार्य में जुटी
भारतीय वायु सेना ने बताया है। कि देहरादून से जोशीमठ के लिए एमआई-17 और ALH हेलीकॉप्टर के उड़ान भरने के साथ हवाई राहत और बचाव अभियान फिर से शुरू हो गया है।
लखीमपुर के कई लोग भी लापता
लखीमपुर के लगभग 60 मजदूरों के लापता होने की आशंका है। घटना के बाद से ज़्यादातर परिवारों का अपनों से सम्पर्क नहीं हो रहा है। बताया जा रहा है। कि लापता मजदूर पॉवर प्रोजेक्ट पर काम करने गए थे। लखीमपुर की निघासन तहसील क्षेत्र के रहने वाले हैं।
ग्लेशियर टूटने के बाद जोशीमठ पहुंचे वैज्ञानिक
उत्तराखंड में ग्लेशियर का एक हिस्सा टूटने की घटना के बाद सोमवार को वैज्ञानिकों का एक दल देहरादून से जोशीमठ पहुंचा। डीआरडीओ के ‘बर्फ और हिमस्खलन अध्ययन प्रतिष्ठान (एसएएसई)’ के वैज्ञानिक रविवार रात को हवाई मार्ग से उत्तराखंड की राजधानी पहुंचे थे।

आपदा: राहत कार्यों के लिए मैच फीस दान करेंगे

उत्तराखंड में बचाव कार्यों के लिए मैच फीस दान करेंगे पंत
चेन्नई (यूए)। भारत के आक्रामक विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत ने कहा है कि उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने की घटना के बाद बचाव कार्यों के लिए वह अपनी मैच फीस दान देंगे और अन्य लोगों को प्रोत्साहित करेंगे कि वे आगे आएं और योगदान दें। रविवार को उत्तराखंड के चमोली जिले के जोशीमठ में ग्लेशियर टूटने से धौली गंगा नदी में भयंकर बाढ़ आई और हिमालय के उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर तबाही मची। पंत का जन्म रुड़की में हुआ है। जो राज्य के हरिद्वार जिले में आता है। पंत ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, ‘‘उत्तराखंड में लोगों के जान गंवाने की बेहद पीड़ा है। राहत कार्यों के लिए अपनी मैच फीस दान करना चाहूंगा और साथ ही लोगों से अपील करूंगा कि वे भी मदद करें। इससे पहले 23 साल के इस क्रिकेटर ने रविवार को इस प्राकृतिक आपदा में लोगों की मौत पर शोक जताया था। 
उन्होंने लिखा उत्तराखंड में बाढ़ से प्रभावित लोगों के परिवारों के प्रति शोक और संवेदनाएं हैं। उम्मीद करता हूं कि राहत कार्यों से मुश्किल में फंसे लोगों को मदद मिलेगी। पंत ने यहां एमए चिदंबरम स्टेडियम में इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट के तीसरे दिन 91 रन की शानदार पारी खेलने के बाद यह ट्वीट किया था। अधिकारियों के अनुसार ग्लेशियर टूटने के कारण विद्युत परियोजना में काम कर रहे 150 से अधिक मजदूर लापता हैं।

खबर: बीएसएनएल फ्री में दे रहा 4G सिम कार्ड

बीएसएनएल में फ्री में मिल रहा 4G सिम कार्ड, आखिरी तारीख से पहले लें सिम
अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। बीएसएनएल लगातार अपने ग्राहकों को प्रभावित करने वाले ऑफर लेकर आ रही है। इसी बीच कंपनी ने एक बार फिर एक बड़ा एलान करते हुए अपने ग्राहकों को खुश करने का काम किया है। कंपनी की ओर से में 4G सिम कार्ड देने की तारीख को फिर से आगे बढ़ा दी गई है। दरअसल, पहले लोगों को इस ऑफर का लाभ 31 जनवरी तक मिला था ।लेकिन अब कंपनी ने तारीखों में इजाफा किया है। और इस ऑफर की आखिरी तारीख अब 31 मार्च कर दी गई है । ये ऑफर सिर्फ बीएसएनएल के केरल सर्किल के लिए दिया जा रहा है | केरल के जो बीएसएनल यूज़र्स 2G और 3G सर्विस का इस्तेमाल कर रहे हैं। और उन्हें हाई-स्पीड डेटा सर्विस का लाभ उठाने के लिए अपग्रेड करने के लिए 4G सिम कार्ड की ज़रूरत है तो उनके लिए ये एक अच्छी खबर है । कंपनी के इस ऑफर के तहत 100 रुपये से ज़्यादा रिचार्ज कराने पर सभी नए ग्राहकों को फ्री सिम (20 रुपये कीमत वाला) मिलेगा | वहीं नए सब्सक्राइबर्स 108 रुपये के FRC प्लान में 250 में हर दिन 1 जीबी डेटा और रोजाना 500 एसएमएस की सुविधा प्राप्त कर सकते हैं। कंपनी ने इस प्लान की वैलिडिटी 45 दिन तय की है। दरअसल, कोशिश ये ही की जा रही है। कि बीएसएनएल की ओर लोगों का रूझान ज्यादा बढ़े ।कंपनी ने इस 4जी फ्री सिम ऑफर की तारीखों में बढ़ोतरी के साथ ही मुफ्त कॉल फॉरवर्डिंग की सुविधा भी दी है। केरल में रहने वाले लोगों के लिए ये एक अच्छा मौका है। जिससे वो अपने सिम कार्ड को अपग्रेड कर इस्तेमाल कर सकते हैं ।

सस्ता प्लान, मात्र 100 रुपये में जियो जी भर के

अनलिमिटेड कॉलिंग और लंबी वैधता वाला जियो का सबसे सस्ता प्लान, मात्र 100 रुपये जियो जी भर के
पालूराम  
नई दिल्ली। रिलायंस जियो महज चार साल में देश की नंबर-1 टेलीकॉम कंपनी बन गई है। जियो के ग्राहकों की संख्या 40 करोड़ से अधिक हो गई है। वैसे तो जियो के पास कई ऐसे दमदार प्लान हैं। जिनमें भरपूर डाटा के साथ अनलिमिटेड कॉलिंग मिलती है।लेकिन जियो के उनलोगों के लिए बहुत ही कम प्लान हैं। जो सिर्फ अपने जियो नंबर को चालू रखने के लिए रिचार्ज कराना चाहते हैं। आज की इस रिपोर्ट में हम आपको जियो के ऐसे ही प्लान के बारे में जिसके लिए आपको हर महीने महज 108 रुपये खर्च करने होंगे। आइए जानते हैं।
यदि आप भी जियो के किसी ऐसे सस्ते प्लान की तलाश में हैं। जिसमें कम खर्च में आपका नंबर चालू रहे तो आपके लिए बेस्ट प्लान 1,299 रुपये (336 दिनों) का है। जियो का यह प्लान माय जियो एप या
पर प्लान सेक्शन के में जाकर देखा जा सकता है। पोपुलर या अन्य किसी प्लान कैटेगरी में यह नहीं दिखेगा। यह प्लान स्मार्टफोन के लिए है। ना कि जियो फोन के लिए।
जियो के इस प्लान को आप यदि रिचार्ज कराते हैं। तो हर महीने के हिसाब से आपको 108.25 रुपये खर्च करने होंगे, हालांकि रिचार्ज आपको एक ही बार कराना होगा। यह प्लान किसी भी मासिक प्लान के मुकाबले बेस्ट है। जियो का मासिक प्लान (24 दिनों वाला) 149 रुपये है। ऐसे में आपको करीब 40 रुपये की बचत हो रही है। 
जियो के 1,299 रुपये वाले प्लान में 336 दिनों की वैधता मिलता है। सबसे खास बात यह है। कि इसमें आपको सभी नेटवर्क पर अनलिमिटेड कॉलिंग मिलती है। तो ऐसे में यह प्लान उनके लिए एकदम परफेक्ट है। जिन्हें सिर्फ कॉलिंग चाहिए, हालांकि इस प्लान में कुल 24 जीबी डाटा भी मिलता है।
जियो के इस प्लान में कुल 3600 एसमएस सभी मिलते हैं। इस प्लान में जियो के सभी एप्स के सब्सक्रिप्शन भी मिलते हैं। यदि आप एक बार में इतना महंगा रिचार्ज नहीं कराना चाहते हैं। तो जियो के पास 329 रुपये का भी एक प्लान है जिसमें 84 दिनों की वैधता के साथ कुल 6 जीबी डाटा और सभी नेटवर्क पर अनलिमिटेड कॉलिंग मिलती है।

जरूरत पड़ने पर राहत-बचाव कार्यों में मदद करेंगे

उत्तराखंड में जरूरत पड़ने पर बचाव एवं राहत कार्यों में मदद देंगे संरा महासचिव
पालूराम  
नई दिल्ली/वाशिंगटन। भारत में उत्तराखंड राज्य के चमोली जिले में रविवार को नंदा देवी ग्लेशियर का एक हिस्सा टूट जाने के कारण ऋषिगंगा घाटी में अचानक आई भीषण बाढ़ में जानमाल के नुकसान पर संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने दुख जताया और कहा कि यदि जरूरत पड़ती है। तो उत्तराखंड में जारी बचाव एवं राहत कार्यों में संगठन सहयोग देने के लिए तैयार है। भीषण बाढ़ से वहां दो पनबिजली परियोजनाओं में काम कर रहे कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई और 125 से ज्यादा मजदूर लापता हैं। गंगा की सहायक नदियों-धौली गंगा, ऋषि गंगा और अलकनंदा में बाढ़ से उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में दहशत फैल गयी और बड़े पैमाने पर तबाही हुई। एनटीपीसी की तपोवन-विष्णुगाड पनबिजली परियोजना और ऋषिगंगा परियोजना पनबिजली परियोजना को इस आपदा में बड़ा नुकसान हुआ है।
इस हादसे के बारे में गुटेरेस के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा, ‘रविवार को भारत के उत्तराखंड राज्य में ग्लेशियर टूटने और उसके परिणामस्वरूप आई बाढ़ में कई लोगों की मौत एवं दर्जनों लोगों के लापता होने की खबर से महासचिव बेहद दुखी हैं। उन्होंने एक वक्तव्य में कहा महासचिव ने पीड़ितों के परिवारों, भारत के लोगों एवं सरकार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है। यदि आवश्यकता पड़ती है। तो संयुक्त राष्ट्र वहां जारी बचाव कार्य एवं मदद के प्रयासों में सहयोग देने के लिए तैयार है। गुटेरेस के वक्तव्य के बाद संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टी.एस. तिरुमूर्ति ने कहा कि उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने की घटना पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने जो संवेदनाएं व्यक्त की हैं। उनकी हम सराहना करते हैं। इससे पहले संरा महासभा के अध्यक्ष वोल्कन बाजेकिर ने कहा था। कि उत्तराखंड में हालात पर वह नजर रख रहे हैं। जहां ग्लेशियर टूटने के कारण विकराल बाढ़ आई है। अधिकारियों का कहना है। कि सात शव मिल चुके हैं। जबकि कम से कम 125 लोग लापता हैं।
बोजकिर ने संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन को टैग करते हुए ट्वीट किया मैं भारत के उत्तराखंड की घटना से संबंधित खबरों पर नजर रख रहा हूं। जहां ग्लेशियर टूटने के कारण कम से कम नौ लोगों की मौत हो गई तथा 140 लोग लापता हैं।

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