गुरुवार, 4 फ़रवरी 2021

गाज़ियाबाद में पांचवें चरण का टीकाकरण सम्पन्न

अश्वनी उपाध्याय 

 गाजियाबाद। यशोदा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल कौशांबी गाजियाबाद में पांचवे चरण के कोविड टीकाकरण का आयोजन आज 4 फरवरी 2021 को प्रातः 9:00 बजे से लेकर शाम 5:00 बजे तक किया गया। अस्पताल के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉक्टर पी एन अरोड़ा व डायरेक्टर उपासना अरोड़ा ने भी आज टीका लगवाया। टीका लगने के बाद डॉक्टर पी एन अरोड़ा ने कहा के अवसाद के 1 वर्ष काटने के बाद अब जबकि कोविड-19 का टीका उपलब्ध है और लगाया जा रहा है। यह बहुत ही सुखद अनुभव है। समाज के लोगों के लिए संदेश देते हुए श्री अरोड़ा ने कहा कि सब को टीका लगवाना चाहिए और टीके से डरना नहीं चाहिए यह सुरक्षित है और हमारे उज्जवल भविष्य और सामाजिक एवं आर्थिक मजबूती का एक बड़ा कारण बनने वाला है।इस अवसर पर उपासना अरोड़ा ने कहा कि उन्हें टीका लगवाने के बाद अच्छा महसूस हो रहा है और उन्हें किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं हुई है। उन्होंने सभी से अपील करते हुए कहा की मैसेज आने पर टीका जरूर लगवाएं और टीका लगने के बाद भी यह ध्यान रखें कि मास्क लगाना जरूरी है और 2 गज की दूरी भी जरूरी है। आपको बता दें कि यशोदा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल कौशांबी गाजियाबाद के लगभग 80% डॉक्टरों एवं स्टाफ को टीका लगाया जा चुका है। डॉक्टर अरोड़ा एवं उपासना अरोड़ा ने आज के दिन को विशेष बताया और समाज एवं मरीजों के प्रति अपने उत्तरदायित्व एवं प्रतिबद्धता को आज के दिन पुनर्स्मरण किया। उन्होंने कहा कि अब काफी डॉक्टरों एवं स्टाफ  के टीका लगने के बाद हम सब दोबारा पूरी शक्ति एवं ऊर्जा के साथ मरीजों की सेवा में जुटे रहेंगे।


लोहा विक्रेता मंडल के स्थापना दिवस का आयोजन

अश्वनी उपाध्याय       

गाजियाबाद। लोहा विक्रेता मंडल की नवनिर्वाचित कार्यकारिणी की डॉ.अतुल कुमार जैन की अध्यक्षता में एक सभा संपन्न हुई। जिसमें लोहामंडी क्षेत्र के विकास के लिए और व्यापारियों के हित से संबंधित काफी महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तृत रूप से चर्चा हुई। काफी संख्या में पदाधिकारी और सदस्यों ने भाग लिया और अपने बहुमूल्य सुझाव देकर समस्याओं के निराकरण हेतु सहमति बनाने में अपने विचार रखें। बैठक में मुख्य रूप से लोहा मंडल में ट्रैफिक जाम, ट्रैक्टर ट्रॉली संचालन, लोहा मंडी स्थित गेट्स और सुरक्षा के विषय में भी चर्चा हुई। गाजियाबाद लोहा विक्रेता मंडल के स्थापना दिवस और शपथ समारोह के आयोजन के विषय में भी सभी ने अपने विचार रखे। आगामी वर्ष के लिए विभिन्न गतिविधियों, आयोजनों पर भी चर्चा की गई लोहा मंडी क्षेत्र में जगह- जगह कूड़े के ढेर और गंदगी तथा प्रकाश व्यवस्था और मुर्गा मंडी के कारण भी गंदगी की ओर सदस्यों ने ध्यान आकर्षित किया। नए सदस्यों के आवेदन पर भी विचार विमर्श करके उनकी सदस्यता पर अनुमोदन किया गया। प्रारंभ में डॉ.अतुल कुमार जैन ने सभी सदस्यों का स्वागत किया और सभी को अपने-अपने विचार एजेंडा के अनुसार रखने के लिए आमंत्रित किया। महामंत्री राजकुमार अग्रवाल ने सभी का धन्यवाद किया। उपस्थित सदस्यों ने सीजीएसटी और जीएसटी के संबंध में आने वाली समस्याओं के विषय में भी प्रश्न किए कि यदि विक्रेता अपनी रिटर्न समय पर फाइल नहीं करता या उसके द्वारा किया गया क्रय ठीक नहीं है तो क्रेता के ऊपर कोई भी पेनल्टी नहीं लगनी चाहिए। इस पर अध्यक्ष डॉ. अतुल कुमार जैन ने आश्वासन दिया कि संबंधित अधिकारियों से इस विषय में वार्ता शीघ्र की जाएगी। कार्यकारिणी की बैठक में भूपेंद्र बंसल, इंद्र मोहन कुमार, अमरीश जैन, अविनाश चंद्र, दीपक सिंघल, राधेश्याम सिंघल, सुशील जैन, सतीश बंसल, महेश कुमार गुप्ता, सुधीर जैन, अनिल कुमार, सुरेश चंद गुप्ता, मोहनलाल अग्रवाल, प्रदीप बंसल, संजय मित्तल, राजीव गुप्ता, संजय गोयल, विजय कुमार गुप्ता, गौरव मिगलानी, गिरीश मेहंदीरत्ता, विकास जैन, वीरेश मित्तल, राजीव अग्रवाल, सतीश चंद बंसल, विनीत अग्रवाल, प्रवीण गुप्ता, सौरभ गोयल और संजय गुप्ता आदि उपस्थित रहे।

राहुल के खिलाफ अयोध्या में दायर हुई याचिका

अकांशु उपाध्याय 

 नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गाँधी के लिए उत्तर प्रदेश से बुरी खबर सामने आई है। अयोध्या जिले के एडीजे-प्रथम कोर्ट ने उन्हें राफेल मामले को लेकर नोटिस जारी किया है। राहुल गाँधी को 26 मार्च को अपना पक्ष रखने का निर्देश दिया गया है। यह निर्देश वकील मुरलीधर चतुर्वेदी की दायर याचिका के तहत दी गई है, जिसमें उन्होंने राहुल गाँधी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर अपशब्द कहने के आरोप लगाए है। जानकारी के मुताबिक, राहुल गाँधी कुछ समय पहले राफेल को लेकर लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमलावर थे। इस दौरान उन्होंने लड़ाकू विमान से संबंधित दस्तावेज को स्कैम बताया था। वकील ने याचिका में जिक्र किया है कि राहुल गाँधी ने ना सिर्फ कागज को फर्जी बताया, बल्कि पीएम के लिए ‘चौकीदार चोर’ शब्द का इस्तेमाल भी किया था। बता दें कि राफेल मामले को लेकर राहुल गाँधी पर ये पहला केस नहीं है। इससे पहले उनके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में भी याचिका दाखिल की जा चुकी है। उन पर कोर्ट की अवमानना का आरोप लगा था। तब राहुल गाँधी ने हलफनामा दायर करके सुप्रीम कोर्ट से माफी मांग लीं थी। उन्होंने हलफनामे में लिखा था कि उन्होंने जानबूझकर ऐसा नहीं किया। उनसे गलती हो गई। इसके लिए वह माफी चाहते हैं। गौरतलब है कि राहुल गांधी राफेल डील को लेकर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर लगातार हमलावर रहे हैं। वो नोटबंदी पर भी सरकार को घेरने से पीछे नहीं रहे। इस दौरान भी उन्होंने केंद्र सरकार पर भ्रष्टाचार और पीएम मोदी को चौकीदार चोर कहकर संबोधित भी किया। हाल ही में उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मोदी सरकार पर हमला किया और कहा कि चीन भारत में प्रवेश करता है और हमारी जमीन हड़प लेता है। आप उन्हें क्या संदेश देते हैं? कि हम अपने रक्षा व्यय में वृद्धि नहीं करेंगे। आपने इसे 3000-4000 करोड़ रुपए बढ़ा दिया। आपने क्या संदेश दिया? आप भारत में प्रवेश कर सकते हैं और जो चाहें कर सकते हैं, हम अपने रक्षा बलों का समर्थन नहीं करेंगे।

गाज़ियाबाद: रेहड़ी पटरी वालों को रखने होंगे कूड़ेदान

अश्वनी उपाध्याय

 गाजियाबाद। शहर में स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए बुधवार से नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग के सुपरवाइजर को भी चालान काटने और जुर्माना वसूलने का अधिकार दिया गया है। पहले नगर स्वास्थ्य अधिकारी और सफाई निरीक्षकों के पास ही यह अधिकार था। इसके साथ ही सभी रेहड़ी पटरी वालों को कूड़ेदान भी साथ रखने के लिए निर्देश दिए गए हैं, जिससे की गंदगी न हो। नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर ने बुधवार को समीक्षा बैठक में बाजारों और सड़कों की सफाई व्यवस्था के बारे में जानकारी की। इस दौरान उन्होंने बताया कि कविनगर जोन में सुबह निरीक्षण के दौरान उनको गंदगी नजर आई। रेहड़ी-पटरी वालों की दुकान के बाहर ही दोने फेंके हुए मिले। नगर आयुक्त ने निर्देश दिए हैं कि सभी दुकानदारों, रेहड़ी-पटरी वालों को दुकानों के बाहर कूड़ादान रखने के लिए जागरूक किया जाए। गंदगी फैलाने वालों का चालान अब नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथिलेश कुमार, सफाई निरीक्षक के अलावा सभी जोन के स्वास्थ्य विभाग के सुपरवाइजर को भी दिया गया है।

गाजियाबाद में स्कूल खोलने की तैयारियां शुरू

अश्वनी उपाध्याय

 गाजियाबाद। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश के बाद गाज़ियाबाद जिले में सभी स्कूल खोलने के लिए तैयारियां शुरू हो गई हैं। सैनिजाइजेशन की सुविधा और सीटिग प्लान को लेकर विद्यालयों में व्यवस्थाएं की जा रही हैं। शिक्षकों का कहना है कि अभी शासन प्रशासन स्कूल खोलने को लेकर कोई पत्र तो नहीं मिला है, लेकिन उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री ने दस दिन में स्कूल खोलने को लेकर तैयारी पूरी करने के निर्देश दिए थे। इसी के आधार पर विभाग से तैयारी के निर्देश दिए हैं। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के महानगर महामंत्री लईक अहमद ने बताया कि स्कूल में सैनिटाइजेशन, सीटिग प्लान आदि को लेकर तैयारियां की जा रही हैं। अभी कोई आदेश नहीं हुए, लेकिन जल्दी ही स्कूल खुलवाए जाने की उम्मीद है। विभागीय अधिकारियों ने भी अपने स्तर से तैयारी करने के ही निर्देश दिए हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ में सभी जिलों के विद्यालयों खोलने के लिए दस दिन में तैयारियां पूरी करने के निर्देश दिए थे। स्कूल खुलने के बाद कोरोना से बचाव का पूरा ध्यान रहेगा। इसके अलावा स्कूल खोलने को लेकर शासन का जो भी आदेश और गाइडलाइन होगी। बेसिक शिक्षा अधिकारी बृजभूषण चौधरी ने कहा कि शिक्षकों को अपने स्तर से ही स्कूल खोलने को लेकर तैयारियां करने के निर्देश दिए हैं। अभी स्कूल खोलने को लेकर कोई आदेश नहीं है। उसका विद्यालय में पालन कराया जाएगा। जिला विद्यालय निरीक्षक रवि दत्त शर्मा का कहना है कि अभी स्कूल खोलने को लेकर शासन से कोई आदेश नहीं है। शासन की ओर से जो भी आदेश और गाइडलाइन होगी उसका विद्यालयों में पालन कराया जाएगा।


उत्तराखंड में कक्षा 6 से 11 तक पढ़ाई की शुरुआत

पंकज कपूर 
 देहरादून। लंबे अंतराल के बाद अब उत्तराखण्ड शासन ने स्कूल खोलने को लेकर आदेश जारी कर दिया है। जारी आदेश के मुताबिक 8 फरवरी से कक्षा 6 से 11 तक के बच्चे को भौतिक रुप से पढ़ाई शुरु हो सकेगी। मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने आदेश जारी कर इस बात की सूचना दी है। पूर्व में प्रदेश सरकार द्वारा दसवीं व बाहरवीं के बच्चों को भौतिक रुप से पढ़ाई का आदेश जारी हुआ था, जिसके बाद अब 6 से 11 कक्षा तक के बच्चों को भी स्कूलों में भौतिक रुप से पढ़ाई करने की अनुमति मिल गई है। जारी आदेश में मुख्य सचिव ने कहा कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए जिलाधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है, वहीं अब फिर जिलाधिकारियों से अपेक्षा की जाती है कि विद्यालयों में सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन के को पालन कराना सुनिश्चित करेंगे।

यूपी में पंचायत चुनावों की तारीखें हुई घोषित

हरिओम उपाध्याय
 लखनऊ। यूपी में पंचायत चुनावों का इंतजार कर रहे प्रत्याशियों के इम्तिहान की तारीखों की घोषणा हाई कोर्ट ने कर दी है। देश के ग्रामीण हिस्सों के लिए लगभग किसी त्योहार से कम नहीं माने जाने वाले प्रधानी के चुनावों को पूर्ण कराने के लिए कोर्ट ने 30 अप्रैल तक का वक्त दिया है।वहीं जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए चुनाव कराने हेतु 15 मई तक का वक्त तय किया गया है। एक याचिका की सुनवाई करते हुए हाई कोर्ट ने ये फैसला सुनाया। कोर्ट ने यह आदेश राज्य निर्वाचन आयोग के रवैये पर नाराजगी जताते हुए विजय उपाध्याय की याचिका पर सुनाया। हाई कोर्ट ने स्पष्ट किया कि सरकार यूपी में पंचायत चुनाव 17 अप्रैल तक करा ले। कोर्ट ने कहा कि आरक्षण निर्धारण के बाद 30 अप्रैल तक हर हाल में पंचायतों का गठन करते हुए ग्राम प्रधानी का चुनाव करा लें। वहीं ब्लॉक प्रमुख का चुनाव कराने के लिए कोर्ट ने सरकार को 15 मई तक का वक्त दिया है।

भारतीय क्रिकेट टीम में उठा किसान आंदोलन का मुद्दा

चेन्नई। भारतीय कप्तान विराट कोहली ने गुरूवार को कहा कि नये कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के मौजूदा प्रदर्शन का मसला टीम बैठक में उठा। जिसमें सभी ने अपने विचार रखे कि उन्हें क्या करना है। इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट से पूर्व आनलाइन प्रेस कांफ्रेंस में कोहली ने इस संक्षिप्त बातचीत का ब्यौरा नहीं दिया। उन्होंने कहा ,” देश में चल रहे सभी मसलों की तरह हमने टीम बैठक में इस पर भी बात की । सभी ने अपनी राय रखी कि उन्हें क्या करना है। उन्होंने कहा ,” इतना ही है। इसके बारे में संक्षेप में बात हुई जिसके बाद टीम और मैच को लेकर रणनीति पर बात की।” बुधवार को कोहली , सचिन तेंदुलकर, कोच रवि शास्त्री समेत कई भारतीय क्रिकेट सितारों ने किसानों के प्रदर्शन पर अमेरिकी पॉप स्टार रिहाना समेत कुछ अंतरराष्ट्रीय हस्तियों के सोशल मीडिया पर टिप्पणी करने के बाद देश में एकजुटता बनाये रखने की अपील की थी।


हरियाणा के विधायकों ने राजभवन पैदल कूच किया

राज्‍यपाल से मुलाकात का समय न मिला ताे हरियाणा के कांग्रेस विधायकों ने किया राजभवन पैदल कूच

चंडीगढ़। हरियाणा के कांग्रेस विधायकों ने राज्‍यपाल सत्‍यदेव नारायण आर्य से मिलने का समय नहींं दिए जाने बाद राजभवन की ओर पैदल कूच किया। कांग्रेस विधायकों का नेतृत्‍व पूर्व मुख्‍यमंत्री और विधायक दल के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने किया। कांग्रेस तीन कृषि कानूनों के विरोध कर रही है। हुड्डा केंद्रीय कृषि कानूनों से पैदा हालात और किसान आंदोलन के बारे में चर्चा के लिए हरियाणा विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने की मांग कर रही है। इस बारे में कांग्रेस के विधायक राज्‍यपाल से मिलना चाहते हैं।
हरियाणा के कांग्रेस विधायकों ने राज्‍यपाल से मिलने का समय मांगा था। भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा था। कि यदि राज्‍यपाल ने आज सुबह 11 बजे तक मिलने के लिए समय नहीं दिया तो कांग्रेस के विधायक राजभवन की ओर पैदल कूच करेंगे। राज्‍यपाल द्वारा मिलने के लिए समय नहीं दिए जाने के बाद कांग्रेस विधायकों ने पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्‍व में हरियाणा एमएलए हॉस्‍टल से राजभवन की ओर पैदल कूच किया।
पैदल कूच के दौरान कांग्रेस विधायकों ने हाथों में नारे लिखे तख्तियां ले रखी थीं। इन तख्तियों पर किसानों और उनके आंदोलन के समर्थन में नारे लिखे थे। कांग्रेस विधायक इस दौरान नारेबाजी कर रहे थे। और तीनों कृषि कानून वापस लेने की मांग कर रहे थे। पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस किसानों के आंदोलन का समर्थन करती है।और तीनों कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की मांग करती है।
हुड्डा ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों की फसलाेंके लिए न्‍यूनतम समर्थन मूल्‍य की गारंटी का कानून बनाए। इसके साथ ही सरकार अन्‍नदाता किसानों की आवाज सुने और तीनों केंद्रीय कृषि कानूनाें को रद करे। उन्‍होंने मांग की कि कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले हरियाणा के किसानों के परिवारों को हरियाणा सरकार मुआवजा दे और एक सदस्‍य को नौकरी दे। कांग्रेस की सरकार बनी तो ऐसे किसानों के परिवारों से एक व्‍यक्ति को नौकरी दी जाएगी।

गाजीपुर पहुंचे 15 विपक्षी नेताओं को पुलिस ने रोका

किसान आंदोलन लाईव गााजीपुर पहुंचे 15 विपक्षी नेताओं को पुलिस ने रोका, सड़क से कीलें हटाने पर सफाई- इन्हें दूसरी जगह लगाएंगे
अंकित गोस्वामी
गाजियाबाद। कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन का आज 71वां दिन है। इस बीच गाजीपुर बॉर्डर पर हलचल आज फिर बढ़ गई। शिरोमणि अकाली दल की सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल समेत 10 विपक्षी दलों के 15 नेता आज किसानों से मिलने गाजीपुर पहुंचे, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया। विपक्षी नेता बार-बार गुजारिश करते रहे कि उन्हें किसानों से मिलने दिया जाए, लेकिन पुलिस नहीं मानी। आखिर उन्हें बिना मिले ही लौटना पड़ा सुरक्षाबलों ने रोका तो टीमसी नेता सौगत रॉय बस स्टॉप पर बैठ गए। विपक्षी नेताओं का कहना है। कि किसानों से मिलने से रोकने के मामले को लोकसभा स्पीकर के नोटिस में लाएंगे।
पुलिस ने सड़क से कीलें हटाईं, फिर सफाई दी
पुलिस ने गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों को रोकने के लिए कुछ दिन पहले कई लेयर की बैरिकेडिंग करने के साथ ही सड़कों पर कीलें भी लगा दी थीं। इस पर किसान नेताओं और विपक्ष ने सरकार पर निशाना साधा था। लेकिन, गुरुवार को इन कीलों को हटाने के फोटो और वीडियो सामने आए। इसके बाद पुलिस ने सफाई दी कि कीलों को एक जगह से हटाकर दूसरी जगह लगाया जाएगा। साथ ही कहा कि बॉर्डर पर सुरक्षा व्यवस्था में कोई बदलाव नहीं होगा।फोटो गाजीपुर बॉर्डर पर सड़क से कीलें हटाते वर्कर की है। ये तस्वीरें सामने आने के बाद ही पुलिस ने सफाई दी कि सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए कीलें दूसरी जगह लगाई जाएंगी।
अमेरिका ने कृषि कानूनों की तारीफ की
एक तरफ देश में कृषि कानूनों पर बवाल मचा है। उधर अमेरिका ने भारत के कृषि कानूनों की तारीफ की है। उसका कहना है। कि इन सुधारों से भारतीय बाजार मजबूत होगा और निजी निवेश भी बढ़ेगा। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने यह भी कहा 'अमेरिका किसी भी शांतिपूर्ण आंदोलन का समर्थन करता है। यह लोकतंत्र की पहचान है। अगर कोई मतभेद है। तो उसे बातचीत के जरिए सुलझाना चाहिए। भारत के सुप्रीम कोर्ट ने भी यही कहा है।
किसान नेता बोले- अब मंत्रियों से बात नहीं करेंगे, पीएम आगे आएं
दिल्ली की सीमाओं पर 2 महीने से प्रदर्शन कर रहे किसान अपना आंदोलन तेज करने की स्ट्रैटजी में जुटे हैं। इसी सिलसिले में हरियाणा के जींद जिले के कंडेला गांव में बुधवार को किसान महापंचायत हुई। इसमें भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि अब कृषि मंत्री या फिर किसी और मंत्री से बातचीत नहीं करेंगे। अब प्रधानमंत्री और गृहमंत्री को बातचीत के लिए आगे आना होगा।
'जब राजा डरता है। तो किलेबंदी का सहारा लेता है।
टिकैत ने आगे कहा, 'अभी तो किसान कानूनों की वापसी की मांग कर रहे हैं। जब गद्दी वापसी की मांग करेंगे तब सरकार क्या करेगी? जब कोई राजा डरता है। तो किले बंदी का सहारा लेता है। ठीक ऐसा ही हो रहा है। बॉर्डर पर जो कीलबंदी की गई है। ऐसे तो दुश्मन के लिए भी नहीं की जाती है। लेकिन किसान डरेगा नहीं। किसान इसके ऊपर लेटेंगे और उसे पार करके जाएंगे।
सरकार द्वारा बातचीत के लिए किसानों की कमेटी के सदस्यों की संख्या कम करने से भी टिकैत ने साफ इंकार कर दिया। उन्होंने कहा, कभी भी बीच लड़ाई में घोड़े नहीं बदले जाते। जो कमेटी के सदस्य हैं। वहीं रहेंगे।
महापंचायत में 5 प्रस्ताव पास
1. तीनों कृषि कानूनों को सरकार वापस ले
2. MSP का कानून बनाए
3. स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट लागू करे
4. पकड़े गए लोगों और जब्त किए गए ट्रैक्टर छोड़े जाएं
5. किसानों का कर्ज माफ हो
केजरीवाल ने दिल्ली पुलिस से 576 बसें वापस मांगीं
केजरीवाल सरकार ने दिल्ली पुलिस की ड्यूटी में भेजी गईं 576 डीटीसी बसों को डिपो में तुरंत लौटाने का निर्देश दिया है। ये बसें किसान आंदोलन में सुरक्षाबलों की आवाजाही में लगी हैं। दिल्ली परिवहन विभाग ने डीटीसी को ये निर्देश भी दिए हैं कि बिना सरकार की इजाजत के दिल्ली पुलिस को बसें नहीं दें।
किसानों पर सेलेब्रिटी आमने-सामने...
किसान आंदोलन के समर्थन में पिछले 24 घंटे में कई विदेशी हस्तियां सामने आईं। क्लाइमेट एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग ने सोशल मीडिया पर लिखा कि वे भारत में किसानों के आंदोलन के साथ हैं। वहीं पॉप सिंगर रिहाना ने लिखा कि आखिर हम किसान आंदोलन के बारे में चर्चा क्यों नहीं कर रहे हैं। इन पर भारतीय सेलेब्रिटीज ने पलटवार भी किया। रिहाना को जवाब देते हुए कंगना रनोट ने लिखा बैठ जाओ मूर्ख। हम तुम लोगों की तरह अपना देश नहीं बेच रहे। कोई भी इस मुद्दे पर इसलिए बात नहीं कर रहा क्योंकि हिंसा फैला रहे लोग किसान नहीं आतंकी हैं।

शुरू हुई लोकल ट्रेन, सिर झुकाकर किया सजदा

मनोज सिंह ठाकुर 

मुंबई। मुंबई की लोकल ट्रेनों में अब आम आदमी भी सफर करने लगे हैं। आम मुंबईकर को 10 महीने बाद यह मौका मिला है। पहले दिन ही लाखों यात्रियों ने लोकल से सफर किया। लोकल में सफर की छूट से आम आदमियों को बस के थकाऊ सफर से मुक्ति तो मिली है।10 महीने बाद पहली बार आम मुम्बईकर को लोकल ट्रेन से सफर करने की इजाजत मिली है इसी दौरान मुंबई लोकल में महीनों बाद सफर करने वाले एक शख्श की फोटो सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल रही है जिसे देखकर यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि लोग मुंबई लोकल सेवा शुरु होने पर किस कदर खुश हो रहे हैं। बता दें, सोशल मीडिया पर वायरल इस फोटो में देख सकते हैं कि कैसे एक शख्स ट्रेन में चढ़ने से पहले ट्रेन के दरवाजे पर अपना सिर झुकाते हुए दे रहा है इससे साफ पता चल रहा है कि मुंबई की जमता कि कितनी बेसब्री से इस दिन का इंतजार थी कि जब मुंबई लोकल दोबारा पटरी पर दौड़ने लगे।

ट्विटर का एक्शन, एक्ट्रेस कंगना को दिया झटका

ट्विटर का एक्शन, एक्ट्रेस कंगना रनौत को दिया ये बड़ा झटका
मनोज सिंह ठाकुर 
मुंबई। कंगना रनौत के खिलाफ ट्विटर ने एक बड़ी कार्रवाई की है। ट्विटर ने अभिनेत्री कंगना रानौत के कई ट्वीट्स डिलीट कर दिए हैं। दरअसल किसान आंदोलन को लेकर पिछले कई दिनों से कंगना सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव हैं। इस दौरान उन्होंने किसान आंदोलन का समर्थन करने वाले स्टार्स पर भी जमकर निशाना साधा. इंटरनेशनल पॉप स्टार रिहाना ने पिछले साल केंद्र सरकार द्वारा पेश किए गए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ भारत की राजधानी (दिल्ली) की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे किसानों को अपना समर्थन दिया और पूछा कि लोग इसके बारे में बात क्यों नहीं कर रहे हैं। रिहाना ने ट्विटर पर अपनी बात रखी तो अब बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत ने उन्हें करारा जवाब दिया है।
32 वर्षीय पॉप स्टार रिहाना ने दिल्ली के पड़ोसी राज्य हरियाणा के कई जिलों में इंटरनेट बंद होने पर एक न्यूज वेबसाइट की खबर को शेयर करते हुए किसानों का पक्ष लिया है। रिहाना ने लिखा, 'हम इस बारे में बात क्यों नहीं कर रहे हैं।' इसके साथ ही उन्होंने अपने ट्वीट में फार्मर पोस्ट को भी दर्ज किया है। रिहाना की ये बात बॉलीवुड 'क्वीन' कंगना रनौत को रास नहीं आई और उन्होंने इस ट्वीट का जवाब काफी तीखे अंदाज में दिया है। कंगना हमेशा से ही कृषि कानून के पक्ष में नजर आईं हैं। अब उन्होंने रिहाना को 'मूर्ख' कहा और कहा कि प्रदर्शनकारी किसान नहीं थे। लेकिन 'आतंकवादी जो भारत को विभाजित करने की कोशिश कर रहे हैं।
कंगना ने जवाब देते हुए लिखा, 'कोई भी इसके बारे में बात नहीं कर रहा है। क्योंकि वे किसान नहीं हैं। वे आतंकवादी हैं ।जो भारत को विभाजित करने की कोशिश कर रहे हैं। ताकि चीन हमारे कमजोर टूटे हुए राष्ट्र पर कब्जा कर सके और इसे संयुक्त राज्य अमेरिका की तरह चीनी उपनिवेश बना सके आप मूर्ख बन बैठें, आप जैसे हमारे देश को नहीं बेच रहे हैं। याद दिला दें कि प्रियंका चोपड़ा जोनास और दिलजीत दोसांझ जैसे अन्य लोग पहले ट्विटर पर किसानों के समर्थन में सामने आए थे। जिसके बाद दोनों की कंगना से ट्विटर पर बहस भी देखने को मिली थी। बता दें कि रिहाना के ट्विटर पर दस करोड़ फॉलोवर हैं। और उनके इस ट्वीट को एक घंटे में हजारों लोगों ने रीट्वीट किया। बॉलीवुड अभिनेत्री स्वरा भास्कर ने रिहाना के ट्वीट की प्रशंसा की है।

हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया

हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कांग्रेस पर अपना हमला तेज ...