गुरुवार, 28 जनवरी 2021

रामपाल ने पार्टी छोड़ने का ऐलान किया, झटका

राणा ओबराय   
चंडीगढ। कृषि कानूनों के विरोध में इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला के इस्तीफे के बाद अब भाजपा के नेता रामपाल माजरा ने पार्टी छोड़ने का ऐलान कर दिया है। आज चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान रामपाल माजरा ने भाजपा को अलविदा कह दिया। रामपाल माजरा ने अभय चौटाला के इस्तीफा दिये जाने के बाद यह कदम उठाया है। आपको बता दें कि रामपाल माजरा ने विधानसभा चुनाव के वक्त इनेलो को छोड़कर भाजपा का दामन थामा था, लेकिन अब उन्होंने इस्तीफा दे दिया है। रामपाल माजरा ने चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि वो किसानों के आंदोलन में शामिल होंगे। रामपाल माजरा कलायत विधानसभा से संबंध रखते हैं। वो कलायत विधानसभा से इनेलो की सीट पर विधायक रह चुके हैं। रामपाल माजरा 2009 में इनेलो की तरफ से विधायक चुने गए थे, इसके बाद 2014 में फिर इनेलो ने रामपाल माजरा को ही टिकट दिया था, लेकिन निर्दलीय प्रत्याशी जयप्रकाश ने उन्हे हरा दिया था।

आंदोलन: दिल्ली में हिंसा पर किसानों ने मांगी माफी

राणा ओबराय  
नई दिल्ली। ट्रैक्टर परेड के दौरान दिल्ली में हुई हिंसा और लालकिला पर धार्मिक झंडा फहराने की घटना को लेकर किसान नेताओं ने खेद जताया है और उसके लिए कई नेताओं ने माफी भी मांगी। इसके साथ-साथ इस उपद्रव के लिए पंजाब की किसान मजदूर संघर्ष समिति व दीप सिद्धू को जिम्मेदार ठहराया तो सरकार व दिल्ली पुलिस पर भी आरोप लगाए गए। इन सब विवादों से आगे बढ़ते हुए अब संयुक्त किसान मोर्चा ने एक फरवरी का संसद कूच स्थगित कर दिया है। अब किसान 30 जनवरी को उपवास रखेंगे और आंदोलन को इस तरह ही जारी रखेंगे। किसान नेता डॉ. दर्शनपाल, योगेंद्र यादव, राकेश टिकैत, बलबीर सिंह राजेवल, गुरनाम चढूनी, हन्नान मोला, शिवकुमार कक्का, जगजीत सिंह दल्लेवाल ने कहा कि उन सभी ने बैठक करके गणतंत्र दिवस की घटना पर चर्चा की। इस मामले में कई तरह के सुबूत किसानों के पास हैं जो सरकार और पुलिस की भूमिका पर सवाल खड़े करते हैं। इसके चलते किसानों ने तय किया है कि 30 जनवरी को महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर वह उपवास रखकर घटना का प्रायश्चित करेंगे। उन्होंने कहा कि जल्द ही बैठक कर अगले आंदोलन की रणनीति की घोषणा की जाएगी। किसानों ने दीप सिद्धू के सामाजिक बहिष्कार की अपील की है। उन्होंने कहा कि सच्चाई जनता के सामने है और देश देख रहा है कि कौन क्या कर रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने आरोपियों को लाल किला तक का रास्ता दिया। किसानों ने कहा कि दिल्ली पुलिस को समय और ट्रैक्टरों की संख्या को लेकर कोई लिखित प्रस्ताव नहीं दिया गया था। किसान संगठनों ने एकजुटता का एलान करते हुए कहा कि वह अपने निर्णय पर अडिग हैं और इस तरह के षडयंत्र से आंदोलन किसी भी हाल में समाप्त नहीं होगा। इसके साथ ही किसानों के 32 संगठनों ने बैठक कर यह तय किया है कि जल्द ही अगली रणनीति घोषित होगी। वहीं मुकदमे पर किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि वह इस तरह के मुकदमे से नहीं डरते। वह हर मुकाबले के लिए तैयार हैं। लेकिन सरकार व पुलिस ने किसानों के साथ धोखा किया।

खालिस्तानी समर्थकों ने रोम में मचाया उत्पात

राणा ओबराय   
लखनऊ। किसानों की आड़ में भारत विरोधी एजेंडा चला रहे खालिस्तानी समर्थकों ने 26 जनवरी को रोम में भारतीय दूतावास में जमकर उत्पात मचाया। भारत विरोधी नारे लगाए और झंडे लहराए। भारत के दूतावास की इमारत में खालिस्‍तान समर्थकों की तोड़फोड़ को लेकर भारत ने इटली की सरकार के सामने चिंता का इजहार किया है। सूत्रों ने यह जानकारी देते हुए बताया कि भारत की ओर से कहा गया है कि वहां राजनयिकों की सुरक्षा का ज़िम्मा इटली का है। उम्मीद है कि तोड़फोड़ करने वालों पर कार्रवाई होगी और ऐसी घटनाएं आगे नहीं होंगी। दरअसल, रोम में भारत के दूतावास में खालिस्‍तान समर्थकों ने घुस कर तोड़फोड़ की। जिसके बाद भारत ने इटली की सरकार के सामने चिंता जाहिर की। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, भारत ने कहा कि रोम में मौजूद राजनयिकों की सुरक्षा का ज़िम्मा इटली सरकार का है। उम्मीद है कि तोड़फोड़ करने वालों पर कार्रवाई होगी और ऐसी घटनाएं आगे नहीं होंगी।बता दें कि भारत में जारी किसान आंदोलन के नाम पर खालिस्तानी अपने लिए जमीन तलाश रहे हैं। केवल भारत में ही नहीं, खालिस्तानी अमेरिका में भी एक्टिव हैं। यहां वॉशिंगटन डीसी में कृषि कानून के विरोध की आड़ में उन्होने भारतीय दूतावास के बाहर प्रदर्शन किया और खालिस्तानी झंडे लहराए जिसके बाद खालिस्तानी समर्थकों ने किसान आंदोलन के नाम पर रोम भारतीय दूतावास पर भी प्रदर्शन किया। समर्थकों ने दूतावास की दीवारों पर ‘खालिस्तान जिंदाबाद’ के स्लोगन लिखें। दूतावास पर खालिस्तानी झंडा भी लहरा और तोड़फोड़ मचाई। बताते चलें कि ये पहली बार नहीं है, जब विदेश में भारतीय दूतावासों के बाहर खालिस्तानी समर्थक जमा हुए हों।

हापुड़ः 15 सैंटरो पर 1875 कर्मियों को वैक्सीन

 अतुल त्यागी, मुकेश सैनी
हापुड़। जनपद में स्वास्थ्य कर्मियों को लगाई जा रही हैं।कोरोना वैक्सीन जनपद में गुरुवार को विभिन्न सेंटरों पर वैक्सीनेशन का कार्य चल रहा है। जिसमें जिला अस्पताल में नोडल अधिकारी डॉक्टर शेली गौतम की देखरेख में लगाई जा रही है वैक्सीनेशन। जिला अस्पताल पर गुरुवार को 250 स्वास्थ्य कर्मियों को लगाई जाएंगी वैक्सीनेशन तथा जनपद में कुल 1875 लोगों को लगाई जाएगी वैक्सीनेशन। इस अवसर पर जिला अस्पताल प्रभारी डॉ संजीव कुमार ने बताया कि जिला अस्पताल पर दो सेंटर बनाए गए हैं। जिसमें 250 स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीनेशन लगाने का कार्य किया जा रहा है। इसी प्रकार जनपद में अन्य क्षेत्रों में भी वैक्सीनेशन का कार्य चल रहा है। जनपद में गुरुवार को टोटल 1875 को लगाई जानी है। कोरोना वैक्सीन 15 सेंटर पर लगाई जाएंगी इस अवसर पर जिला अस्पताल में डॉक्टर प्रदीप मित्तल डॉ महेश डॉक्टर शैली गौतम, डॉ हरित रामनिवास, डॉक्टर डीपी पालीवाल,डॉक्टर अमित त्यागी, डॉक्टर पंकज सचान, डॉक्टर नीरज मलिक, डॉक्टर नीरज चौधरी, डॉक्टर भारतेंदु ,गौरव, भूषण शर्मा, जितेंद्र ,दीपक आदि उपस्थित रहे।

ग्लोबल 500 की सूची में पहली बार शामिल 'एप्पल'

अकांशु उपाध्याय   

नई दिल्ली। ब्रांड फाइनेंस ग्लोबल 500 की सूची में पहली बार शामिल हुए रिलायंस जियो ने एप्पल, एमेजॉन, अलीबाबा और पेप्सी जैसी दिग्गज कंपनियों को पछाड़ कर 5वीं रैंकिंग हासिल की है। ब्रांड फाइनेंस ग्लोबल 500 की सूची में दुनिया के सबसे मजबूत ब्रांड्स की रैंकिंग की जाती है। एप्पल, एमेजॉन, अलीबाबा और पेप्सी जैसी दिग्गज कंपनियां रिलायंस जियो से पिछड़ गयीं हैं। दुनिया के सबसे मजबूत पहले 10 ब्रांड्स में रिलायंस जियो भारत से अकेला नाम है। ब्रॉण्ड की मजबूती के मामले में रिलायंस जियो ने 100 में से 91.7 ब्राण्ड स्ट्रेंथ इंडेक्स (बीएसआई) अंक और ट्रिपल एप्ल्स की रैकिंग हासिल की हैं।

चीन में कोविड-19, जांच मिशन शुरू: डब्ल्यूएचओ

वाशिंगटन डीसी। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की एक टीम आखिरकार चीन के शहर वुहान पहुंच गई है। कोरोना वायरस महामारी के एक साल बाद डब्ल्यूएचओ के 13 वैज्ञानिकों की इंटरनेशनल टीम अपने इस मिशन के लिए चीन पहुंची है। हालांकि इनमें से दो अधिकारियों को कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद सिंगापुर से फ्लाइट लेने के लिए रोक दिया गया था। चीन के अधिकारियों से मिलने के बाद ये टीम दो हफ्तों के लिए क्वारनटीन भी हो चुकी है। वुहान चीन का इंडस्ट्रियल और ट्रांसपोर्टेशन हब है। यांगत्जे नदी के पास मौजूद इस शहर में सबसे पहले कोरोना वायरस सामने आया था. वुहान से निकल ये महामारी अब तक 20 लाख लोगों की जान ले चुकी है और पूरी दुनिया की इकोनॉमी को काफी नुकसान पहुंचा चुकी है। यही कारण है कि 11 मिलियन की आबादी वाले इस शहर से डब्ल्यूएचओ की टीम अपनी जांच की शुरुआत कर रही है। राजनीतिक तौर पर संवेदनशील हो चुके इस मामले में चीन के प्रशासन ने पिछले हफ्ते तक डब्ल्यूएचओ की टीम के लिए जरूरी परमिशन्स भी तैयार नहीं की थी जिसके चलते इस टीम को मिशन शुरू करने से पहले काफी इंतजार भी करना पड़ा था।

किसानों के समर्थन में कांग्रेस का बड़ा कदम

अकांशु उपाध्याय   

नई दिल्ली। कांग्रेस समेत देश के 16 विपक्षी दलों ने कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों के प्रति एकजुटता प्रकट करते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण के बहिष्कार का फैसला किया है।  राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने यह जानकारी दी। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपति कोविंद के संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करने के साथ शुक्रवार को बजट सत्र का आगाज होगा। विपक्षी दलों के नेताओं ने एक बयान जारी कर कहा, ‘‘किसानों की मांगों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा सरकार अहंकारी, अड़ियल और अलोकतांत्रिक बनी हुई है। सरकार की असंवेदनशीलता से स्तब्ध हम विपक्षी दलों ने तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग दोहराते हुए और किसानों के प्रति एकजुटता प्रकट करते हुए यह फैसला किया है कि राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार किया जाएगा।’’

हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया

हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कांग्रेस पर अपना हमला तेज ...