नई दिल्ली। दिल्ली में सत्तारूढ आम आदमी पार्टी अब अपने विस्तार की रणनीतियों में लगी और इसी के तहत पार्टी ने अगले दो वर्षों में छह राज्यों में चुनाव लड़ने का मन बनाया है। आम आदमी पार्टी पहले ही उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुकी है, जिसके बाद इन राज्यों में सत्तारूढ़ बीजेपी नेताओं के साथ आप नेताओं की जुबानी जंग भी पिछले दिनों देखने को मिली थी। पार्टी ने अब छह राज्यों में विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को यह मत्वपूर्ण घोषणा की, जिसमें उन्होंने उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के अतिरिक्त गोवा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और गुजरात का नाम भी शामिल किया। आप की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में उन्होंने कहा कि पार्टी अगले दो वर्षों में इन राज्यों में विधानसभा चुनाव लड़ेगी। दिलचस्प यह है कि जिन छह राज्यों में आप के विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया गया है, उनमें से 5 में बीजेपी सत्तारूढ़ है।
गुरुवार, 28 जनवरी 2021
भारत के चाबुक से पहली बार चीखा-चिल्लाया 'चीन'
बीजिंग/ नई दिल्ली। चीन के साथ सीमा विवाद के बीच भारत सरकार के डिजिटल चाबुक से चीन की हालत पतली हो चली है। टिकटॉक और यूसी ब्राउजर समेत 100 अधिक चीनी एप पर सरकार के प्रतिबंध का खामियाजा चीन को आर्थिक संकट के रूप में नजर आने लगा है। हाल ही में भारत सरकार ने एक नोटिस जारी कर कहा कि टिकटॉक समेत कुल 59 चीनी एप्स पर लगे बैन को परमानेंट किया जा रहा है। इससे चीन की चिंता और बढ़ गई है। उसने WTO से मामले की शिकायत की है। हालाँकि चीनी ऐप पर बैन को लेकर भारत सरकार ने यह फैसला चीनी कंपनियों के जवाब से असंतुष्ट होकर लिया है। लेकिन इस कदम से एक बार फिर चीन तिलमिला गया है। उसने इस फैसले का विरोध किया है। हालाँकि जब से भारत सरकार ने टिकटॉक समेत 59 चीनी ऐप को बैन किया है, तब से ही ड्रैगन परेशान है। इन कंपनियों को भारत के बड़े पैमाने पर यूजर्स नहीं मिलने से काफी नुकसान हो रहा है। चीन की यही बौखलाहट अब ग्लोबल टाइम्स में देखने को मिल रही है। चीनी कंपनियों के जवाब से संतुष्ट नहीं होने पर ग्लोबल टाइम्स ने इसे भारत का बहाना और चाल बताया है। ग्लोबल टाइम्स ने आरोप लगाया है कि भारत सरकार ने सीमा विवाद पर अपना गुस्सा उतारने के लिए यह कदम उठाया है। दूसरा घरेलू कंपनियों और भारतीय उत्पाद को जगह देने के लिए। एप पर प्रतिबंध लगने से करोड़ों रुपये का नुकसान से होने से बौखलाए चीन ने कहा कि 59 चीनी एप्स पर प्रतिबंध रखने का भारत सरकार का निर्णय विश्व व्यापार संगठन के नियमों के खिलाफ है। इससे चीनी फर्मों को नुकसान होगा। चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि चीनी कंपनियों को भारत सरकार से मुआवजे की मांग करनी चाहिए। ग्लोबल टाइम्स ने अपने संपादकीय में आरोप लगाया कि विदेशी कंपनियों के प्रोडक्ट पर बैन लगाने की भारत की पुरानी आदत है। उसने यह भी लिखा है कि अमेरिकी, जापानी और साउथ कोरियन कंपनियों को भारत की इस चाल का अनुभव है। चीन ने अपनी रिपोर्ट में इसे विश्व व्यापार संगठन की नीतियों का उल्लंघन तक बता दिया है। उसने दावा किया है कि भारत में विकसित सभी चीनी एप आधिकारिक और कानूनी रूप से पंजीकृत हैं। उन्होंने अपना व्यवसाय शुरू करके भारत में प्रासंगिक बाजार का पोषण किया है। भारत उन्हें पूरी तरह से धकेल रहा है और उन्हें स्थानीय उत्पादों के साथ बदल रहा है। उसने आरोप लगाया है कि इसका भारत की आत्मनिर्भरता से कोई लेना-देना नहीं है, यह बस डकैती है। उधर भारत सरकार ने एक नोटिस जारी कर साफ कर दिया है कि टिकटॉक समेत चीन के अन्य एप पर लगी पाबंदी जारी रहेगी। सरकार ने सबसे पहले जून में चीन के 59 एप पर और फिर सितंबर में 118 अन्य एप पर रोक लगा दी थी। इनमें टिकटॉक और पबजी जैसे लोकप्रिय एप शामिल हैं। भारत सरकार ने इन एप्स के जरिए इकट्ठा किए जा रहे डेटा और उनके इस्तेमाल को लेकर सवाल उठाए थे। सरकार ने इस संबंध में इन एप्स की कंपनियों से सफाई मांगी थी, लेकिन कंपनियों ने जो जवाब दिए हैं, उससे सरकार संतुष्ट नहीं है, इसलिए यह कदम उठाया गया है।
राहुल गांधी ने किसानों को उकसाने का काम किया
केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने कहा कि यह पहली बार नहीं हो रहा है कि कांग्रेस इतनी घिनौनी राजनीति कर रही है। चुनावों में लगातार हार से बौखलाई कांग्रेस चाहती है कि लोगों की जान जाए, पुलिस बबर्रता हो ताकि उसे राजनीति का अवसर मिले। किसान आंदोलन में भी वह यही कर रही है।
भाजपा कार्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में जावडेकर ने कहा कि सभी तथ्य सबके सामने हैं। एक तरफ किसान नेताओं ने भड़काया तो दूसरी ओर कांग्रेस नेताओं और यूथ कांग्रेस की ओर से हुड़दंगियों को सही ठहराया गया। एक इकाई ने तो लालकिले की फतह का संदेश दे दिया था। सभी जानते हैं कि एक युवा किसान की ट्रैक्टर पलटने से मौत हुई लेकिन कांग्रेस ने यह ट्वीट कर आग में घी डालने का काम किया कि पुलिस की गोली से उसकी जान गई।
किसान नेताओं पर गृह मंत्रालय का बड़ा एक्शन
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। गणतंत्र दिवस के दिन दिल्ली में हुई किसान ट्रैक्टर रैली में भड़की हिंसा के लिए जिम्मेदार किसान नेताओं पर सरकार सख्त कदम उठाने की तैयारी कर चुकी है। इसी कड़ी में गृह मंत्रालय ने किसान नेताओं के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी करने के आदेश दिए हैं। यानी लुक आउट नोटिस का सीधा मतलब यह हुआ कि इस हिंसा के लिए जिम्मेदार जिन लोगों के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी किया जायेगा वे लोग देश से बाहर नहीं जा सकेंगे। गृह मंत्रालय ने किसान नेताओं के पासपोर्ट जब्त करने के भी आदेश दिए है। गौरतलब है राजधानी दिल्ली में कृषि कानूनों को लेकर दिल्ली के बॉर्डर पर पिछले 2 महीने से आंदोलनरत किसानों की गणतंत्र दिवस के दिन ट्रैक्टर रैली प्रस्तावित थी। किसानों ने दिल्ली पुलिस के साथ समझौता किया था कि वह इस ट्रैक्टर रैली को शांति पूर्वक निकालेंगे और किसी भी प्रकार की हिंसा नहीं फैलाएंगे, लेकिन किसानों ने ऐसा नहीं किया। ट्रैक्टर रैली के दौरान प्रदर्शनकारियों ने तय रूट को बदला और दिल्ली के कई इलाकों में तोड़फोड़ की। उन्होंने बैरिकेड्स भी तोड़ दिए और सुरक्षाकर्मियों के साथ भी हिंसक झड़पें की। जिसमें कई पुलिसकर्मियों को गंभीर चोटें भी आईं।
आइपीएल: 18 फरवरी को खिलाड़ियों की नीलामी
गांगुली का मैडिकल टेस्ट, स्टेंट लगाने पर फैसला
कोलकाता। भारतीय क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष सौरव गांगुली के गुरूवार को कई मेडिकल टेस्ट किये जायेंगे जिसके बाद ही उपचार के अगले कदम के बारे में फैसला लिया जायेगा। गांगुली का उपचार कर रही पैनल में शामिल एक सीनियर डॉक्टर ने यह जानकारी दी। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान गांगुली को बुधवार को सीने में बेचैनी की शिकायत के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनकी एंजियोग्राफी किये जाने की संभावना है। डॉक्टर इसके बाद फैसला लेंगे कि दूसरा स्टेंट डालना जरूरी है या नहीं।
हर चुनौती से निपटने के लिए सक्षम है देश: पीएम
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को कहा कि कोविड-19 महामारी से मुकाबला हो या सीमा पार से देश की सुरक्षा को चुनौती देने वाली ताकतें, भारत हर मोर्चे पर समर्थ है और अपनी रक्षा के लिए पूरी मजबूती से हर कदम उठाने में सक्षम भी है। राजधानी दिल्ली स्थित करियप्पा मैदान में राष्ट्रीय कैडेट कोर की रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि देश में नक्सलवाद अब सिमट कर कुछ जिलों में ही सीमित रह गया है। इस अवसर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत सहित तीनों सेनाओं के प्रमुख भी उपस्थित थे। आयोजन के दौरान प्रधानमंत्री ने गार्ड ऑफ ऑनर तथा एनसीसी दलों के मार्च पास्ट का निरीक्षण भी किया।
25 मई को खुलेंगे 'हेमकुंड साहिब' के कपाट
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