शुक्रवार, 15 जनवरी 2021

क्रिकेट के भगवान का बेटा अर्जुन पिच पर उतरा

मुंबई। बायें हाथ के उभरते हुए तेज गेंदबाज अर्जुन तेंदुलकर ने शुक्रवार को यहां हरियाणा के खिलाफ सैयद मुश्ताक अली ट्राफी के एलीट ई लीग ग्रुप मैच में मुंबई की सीनियर टीम के लिये पदार्पण किया। महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर का 21 साल का बेटा अर्जुन अब इंडियन प्रीमियर लीग की नीलामी के लिये क्वालीफाई कर लेगा क्योंकि उसने मुंबई की टीम के लिये अपना पदार्पण कर लिया है। मुंबई ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। तेंदुलकर जूनियर को एक अन्य तेज गेंदबाज कृतिक हनागावाड़ी के साथ मुंबई की टीम में शामिल किया गया है। जिसका चयन सलिल अंकोला वाली चयन समिति ने भारतीय क्रिकेट बोर्ड के कुल 22 खिलाड़ियों को चुने जाने की अनुमति के बाद किया। अर्जुन मुंबई के लिये विभिन्न उम्र के ग्रुप टूर्नामेंट में खेलते रहे हैं और वह उस टीम का भी हिस्सा थे जो आमंत्रण टूर्नामेंट खेलती है। अर्जुन को भारत की राष्ट्रीय टीम के नेट में भी गेंदबाजी करते हुए देखा गया और उन्होंने 2018 में श्रीलंका का दौरा करने वाली अंडर-19 टीम में भी भारत का प्रतिनिधित्व किया था। श्रीराम 'निर्भयपुत्र'

किसान: खेत से सड़क पर आ गए

ज़ाकिर घुरसेना/कैलाश यादव

पिछले 6 से 7 सप्ताह से चल रहे किसान आंदोलन रुकने का नाम नहीं ले रहा है। उनकी सिर्फ एक ही मांग है कि तीनों कृषि कानून को वापस लो। सरकार भी इसे प्रतिष्ठा का प्रश्न बनाकर कानून वापसी की बात छोड़कर हर बात मानने तैयार है। लेकिन पेंच फंस गया इसी बात पर । आखिर में सुप्रीमकोर्ट को दखल देना पड़ा,चार सदस्यों की कमेटी को कानून की समीक्षा करने को कहा। इससे किसान भड़क गए एवं वे चार सदस्यों की निष्पक्षता पर ही सवाल उठाने लगे। जनता में खुसुर-फुसुर है कि दिल्ली बार्डर में सिर्फ हरियाणा, पंजाब के किसानों की संख्या को देखकर ये अंदाजा न लगाया जाए कि कानून से केवल इन्हें तकलीफ है, जबकि वास्तविकता ये है कि इससे पूरे देश के किसान चिंता जाहिर कर चुके है। अब सरकार को हठ छोड़कर इनकी मांगों पर गंभीरता से विचार कर उनके हक में फैसला देना चाहिए।

बाबा भारती की याद आ गई:- पिछले दिनों बाबा भारती और डाकू खड़कसिंह की याद ताजा हो गई। दरअसल हुआ ये कि लिफ्ट मांग कर दो युवकों ने तीसरे युवक की बाइक और मोबाइल छीन कर भाग गए। ये तो नेकी कर और जूते खा वाली बात हो गई। जनता में खुसुर-फुसुर है कि वो बात अलग थी कि बाबा भारती ने डाकू खड़कसिंह से कहा कि इस घटना की जिक्र कही भी मत करना वर्ना भरोसा उठ जाएगा। यहां बाबा भारती की जगह पुलिस है क्या एक्शन होगा जनता को मालूम है।

बघेल जी को चापड़ा चटनी खिलाया कि नहीं:- पिछले दिनों छग के कैबिनेट मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि बस्तर में कोरोना से एक भी मौत नहीं हुई है, और कोरोना की रामबाण दवा है चापड़ा चटनी। उन्होंने बताया कि ये कोई जनप्रतिनिधि या मैं नहीं बल्कि उड़ीसा हाई कोर्ट ने कहा है। लखमा ने कहा कि बस्तर में लाल चीटी का चापड़ा चटनी चाव से खाया जाता है। यही वजह है कि बस्तर में कोरोना नहीं फैला। जनता में खुसुर-फुसुर है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बस्तर दौरे पर थे और लोग जानना चाहते है कि लखमा ने भूपेश बघेल को चापड़ा चटनी खिलाया कि नहीं। लोगों ने यह सुझाव दिया कि छत्तीसगढ़ में चापड़ा चटनी सेंटर भी खोल दिया जाए।

कांग्रेसी जासूसी भी करते हैं :- बात यह है कि भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय 100 क्विंटल धान बेचे हैं, और उनके खाते में एक लाख 86 हजार रुपए आ गए हैं। ऐसी जानकारी कांग्रेस प्रवक्ता ने दी है। कांग्रेसी राजनीति के साथ-साथ अब भाजपाइयों की जासूसी भी करने लग गए हैं। जनता में खुसुर-फुसुर है कि कांग्रेसियों की राजनीति नहीं चलने पर कम से कम देश के खुफिया विभाग में सेवा तो ली जा सकती है।

तंज कसना भारी पड़ गया:- पिछले दिनों भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने तंज कसते हुए कहा था कि गोबर को राजकीय चिन्ह बना दिया जाये। अब केंद्र सरकार द्वारा गोबर के पेंट की लांचिंग पर भूपेश बघेल गदगद हैं और विधायक जी को बोल रहे हैं कि गोबर उन्हीं के मुँह पर पड़ा। जनता में खुसुर फुसुर है कि धान से एथेनॉल बनाने का प्रोजेक्ट हो या गोबर खरीदी योजना दोनों छत्तीसगढ़ का प्रोजेक्ट है। ख़ुशी की बात है कि चलिए केंद्र ने यहाँ की योजनाओं का अनुसरण कर छत्तीसगढिय़ो का मान तो बढ़ाया।

छजकां की सत्ता में आदिवासी मुख्यमंत्री:- पिछले दिनों जनता कांग्रेस के मीडिया प्रमुख इकबाल अहमद रिजवी का बयान आया कि छत्तीसगढ़ में जनता कांग्रेस की सत्ता आएगी तो मुख्यमंत्री आदिवासी ही होगा। जनता में खुसुर-फुसुर है कि छजकां अगर सत्ता में आई तो आदिवासी मुख्यमंत्री नकली आदिवासी बनेगा या असली आदिवासी बनेगा, ये भी बताते जाएं। बहरहाल सत्ता तो दूर है कम से कम छजकां के मुख्य पदों पर ही आदिवासियों को बैठाकर शुरूआत तो कीजिए, पूछती है जनता।

लगता है जनता नासमझ है:- कांग्रेसी किसानों के लिए धरना प्रदर्शन कर भाजपा और केंद्र सरकार पर किसानों की हालात को लकेर दोष मढ़ रही है, दूसरी तरफ भाजपाई भी किसानों के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं। धरना प्रदर्शन कर रहे है। कांग्रेस वाले बोल रहे हैं केंद्र सरकार बारदाना दे ,भाजपाई बोल रहे हैं भूपेश सरकार बारदाना दे , समझ में नहीं आ रहा कि बारदाना आखिर है कहाँ। जनता में खुसुर-फुसर है कि समझ में नहीं आ रहा है कि हो क्या रहा है। लगता है जनता को नेता लोग ना समझ मान लिए है।

तीनों कानूनों को वापस लेना ही होंगा: राहुल-प्रियंका

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। कांग्रेस ने केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ शुक्रवार को यहां प्रदर्शन किया। जिसमें पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और कई अन्य नेता शामिल हुए। उप राज्यपाल के निवास के निकट आयोजित इस विरोध प्रदर्शन में राहुल गांधी ने कहा कि तीनों कानूनों को सरकार को वापस लेना पड़ेगा और जब तक ये वापस नहीं लिए जाते। तब तक कांग्रेस पीछे नहीं हटेगी। उप राज्यपाल के निवास के निकट आयोजित कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन में शामिल राहुल गांधी ने कहा, ”कुछ साल पहले केंद्र सरकार ने भूमि अधिग्रहण विधेयक के माध्यम से किसानों की जमीन छीनने का प्रयास किया था। कांग्रेस ने उसे रोका। भाजपा एक बार फिर किसानों पर आक्रमण कर रही है।” उन्होंने आरोप लगाया, ”ये तीनों कानून किसानों की मदद करने के लिए नहीं हैं, बल्कि उन्हें खत्म करने के लिए हैं। सरकार कुछ उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाना चाहती है।” कांग्रेस नेता ने कहा, ”कांग्रेस किसानों के साथ खड़ी है। सरकार को ये तीनों कानून वापस लेने होंगे। सरकार जब तक ये कानून वापस नहीं लेगी तब तक कांग्रेस पीछे नहीं हटने वाली है।” राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने जंतर-मंतर पहुंचकर, पंजाब से पार्टी के उन सांसदों के साथ एकजुटता प्रकट की जो पिछले करीब 40 दिनों से कृषि कानूनों के विरोध में धरने पर बैठे हैं। पंजाब से ताल्लुक रखने वाले कांग्रेस के लोकसभा सदस्य जसबीर गिल, गुरजीत औजला, रवनीत सिंह बिट्टू और कुछ अन्य नेता कृषि कानूनों के खिलाफ खुले आसमान के नीचे धरना दे रहे हैं। उनकी मांग तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की है। राहुल गांधी और प्रियंका कुछ देर तक पार्टी के इन सांसदों के साथ धरना स्थल बैठे और उनके साथ एकजुटता प्रकट की।

नए कृषि कानूनों को लेकर देश में मचा घमासान

वाशिंगटन डीसी/ नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) का मानना है कि ‘तीनों हालिया कानून’ भारत में कृषि सुधारों को आगे बढ़ाने की दिशा में उठाया गया महत्वपूर्ण कदम है। हालांकि आईएमएफ ने यह भी जोड़ा कि नयी व्यवस्था को अपनाने की प्रक्रिया के दौरान प्रतिकूल प्रभाव झेलने वाले लोगों के बचाव के लिये सामाजिक सुरक्षा का प्रबंध जरूरी है। आईएमएफ के एक संचार निदेशक (प्रवक्ता) गेरी राइस ने यहां कहा कि नये कानून बिचौलियों की भूमिका को कम करेंगे और दक्षता बढ़ायेंगे। उन्होंने बृहस्पतिवार को वाशिंगटन में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ”हमारा मानना है कि इन तीनों कानूनों में भारत में कृषि सुधारों को आगे बढ़ाये जाने का प्रतिनिधित्व करने की क्षमता है।” राइस ने कहा, ”ये कानून किसानों को खरीदारों से प्रत्यक्ष संबंध बनाने का मौका देंगे। इससे बिचौलियों की भूमिका कम होगी, दक्षता बढ़ेगी, जो किसानों को अपनी उपजी की बेहतर कीमत हासिल करने में मदद करेगा और अंतत: ग्रामीण क्षेत्र की वृद्धि को बल देगा।” उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया में जिन लोगों की नौकरियां जायेंगी, उनके लिये कुछ ऐसी व्यवस्था की जानी चाहिये कि वे रोजगार बाजार में समायोजित हो सकें।” राइस ने कहा कि निश्चित रूप से इन सुधारों के लाभ प्रभावशीलता और उनके कार्यान्वयन के समय पर निर्भर होंगे। इसलिये सुधार के साथ इन मुद्दों पर भी ध्यान देने की आवश्यकता है। उल्लेखनीय है कि हाल ही में पारित इन तीनों कानूनों का विरोध में हजारों किसान दिल्ली की सीमाओं पर पिछले कई सप्ताह से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। किसानों का आरोप है कि ये कानून न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की व्यवस्था समाप्त कर देंगे और किसानों को कॉरपोरेट खेती की ओर धकेल देंगे। हालांकि सरकार इन कानूनों को बड़े कृषि सुधारों के तौर पर पेश कर रही है।

सीएम ने डिजिटल डायरी एप का लोकार्पण किया

गोरखपुर (ड़ेस्क)। मकर संक्रांति के मौके पर गोरखनाथ मंदिर सेमुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेशवासियों को एक और सौगात दी। मुख्यमंत्री ने सूचना विभाग की डिजिटल डायरी एप का लोकार्पण किया जिसके जरिये राज्य के जनप्रतिनिधियों, विभागों और अधिकारियों तक जन-जन की पहुंच और आसान हो सकेगी। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने डाक विभाग द्वारा तैयार खिचड़ी मेले के विशेष डाक टिकट भी अनावरण किया।

उन्‍होंने कहा कि आज जमाना तकनीकी का है। इसके प्रयोग से हम अपने हर क्षेत्र में व्यापक सुधार ला सकते हैं। अच्छी बात यह है कि हम भी जमाने के साथ बदल रहे हैं। सूचना विभाग ने डिजिटल डायरी-एप के जरिये एक अभिनव पहल की है। अब मोबाइल में ही डायरी होगी। लोग नि:शुल्क इस एप को अपने मोबाइल में डाउनलोड कर राज्य के हर विभाग से संपर्क स्थापित कर सकेंगे। सीएम योगी ने कहा कि तकनीकी के माध्यम से ही हम कोरोना संक्रमण के दौर में आमजन को बेहतरीन सेवाएं देने में सफल हो सके। जनधन खातों में सहायता राशि, पेंशन, भरण पोषण भत्ता, छात्रवृत्ति आदि लोगों को घर बैठे मिल सकी। तकनीकी के जरिये ही 2.35 करोड़ किसानों के खातों में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि और 44 लाख प्रवासियों को भरण पोषण भत्ता दिया जा सका।

जबकि अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल ने बताया देश में सूचना विभाग की पहली बार इस तरह की डिजिटल डायरी बनी है कोई भी व्यक्ति अपने मोबाइल में प्लेस्टोर से UPIDINFO एप निशुल्क डाउनलोड कर सकता है। उसमें सभी जनप्रतिनिधियों, विभागों, अधिकारियों और मीडिया के लोगों के नाम, फोन नंबर और ईमेल एड्रेस दर्ज हैं।

घेराव करने जा रहे कांग्रेस अध्यक्ष, हिरासत में लिया

हरिओम उपाध्याय 

लखनऊ। केंद्र के तीन नये कृषि कानूनों के विरोध में शुक्रवार को राजभवन का घेराव करने जा रहे उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू और पार्टी के अन्य कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता ने बताया कि पार्टी के ‘किसान अधिकार कार्यक्रम’ के तहत प्रदेश अध्यक्ष लल्लू शुक्रवार दोपहर बाद पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ राजभवन का घेराव करने जा रहे थे। तभी डॉलीबाग के पास से पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। राजभवन की ओर जुलूस के रूप में जा रहे पार्टी कार्यकर्ता ‘जय जवान जय किसान’ का नारा लगा रहे थे। प्रवक्ता ने बताया कि नये कानूनो के विरोध में आज पूरे देश में कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता अपने अपने प्रदेशों में राजभवन का घेराव कर रहे हैं।

अर्थव्यवस्था की मजबूती को राष्ट्रपति का बड़ा कदम

वाशिंगटन डीसी। अमेरिका के मनोनीत राष्ट्रपति जो बिडेन ने गुरुवार को कोरोना वायरस महामारी से बुरी तरह प्रभावित अमेरिकी अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने में मदद करने के लिए 19 खरब डॉलर की प्रोत्साहन योजना पेश की। यदि संसद इस प्रोत्साहन पैकेज को पारित कर देती है, तो इसमें घरों के लिए 10 खरब डॉलर का प्रावधान होगा, जिसके तहत सभी अमेरिकियों को 1,400 डॉलर का प्रत्यक्ष भुगतान किया जायेगा। राहत प्रस्ताव में महामारी से लड़ने के लिए 415 अरब डॉलर और सबसे बुरी तरह प्रभावित हुए छोटे व्यवसायों के लिए 440 अरब डॉलर प्रदान करने का भी प्रावधान है। बिडेन ने अपने पूर्ववर्ती राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की तुलना में वायरस से बेहतर तरीके से निपटने का संकल्प लिया है। ये नये प्रस्ताव ऐसे समय में आये हैं जब कोरोना वायरस के मामलों में सर्दियों के दौरान काफी वृद्धि देखी जा रही है और उसने पिछला रिकॉर्ड तोड़ दिया है। बिडेन ने यह भी कहा कि वह एक देशव्यापी टीकाकरण कार्यक्रम शुरू करना चाहते हैं जिसमें सामूहिक टीकाकरण केंद्र स्थापित करना और दूरदराज के क्षेत्रों में मोबाइल इकाइयों को भेजना शामिल है और इसके लिए वह 20 अरब डॉलर का आवंटन करने का प्रस्ताव रखते हैं।

सपा के प्रत्याशियों ने दाखिल किया नामांकन पत्र

संदीप मिश्र  

लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधान परिषद के चुनाव के लिये शुक्रवार को समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी अहमद हसन और राजेंद्र चौधरी ने नामांकन पत्र दाखिल कर दिया। चुनाव अधिकारी बी बी दुबे ने बताया कि हसन और चौधरी ने शुक्रवार दोपहर को परिषद के आगामी चुनाव के लिये अपना पर्चा दाखिल किया है। समाजवादी पार्टी के इन दोनों वरिष्ठ नेताओं के नामांकन के समय पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव, विधानसभा में विपक्ष के नेता राम गोविंद चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम सहित कई नेता मौजूद थे। विधान परिषद की 12 सीटें 30 जनवरी को रिक्त हो रही है क्योंकि इन सदस्यों का कार्यकाल समाप्त हो रहा है।

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शुक्रवार को नए कृषि कानूनों को लेकर सत्तारूढ़ भाजपा पर जमकर निशाना साधा और आरोप लगाया कि भगवा पार्टी गरीब किसानों की कीमत पर मुट्ठी भर लोगों को लाभ पहुंचाने के लिये काम कर रही है। सपा अध्यक्ष ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, ”भाजपा का यह कैसा फैसला है कि गरीब किसान खत्म हो जाएं और मुट्ठी भर लोग लाभान्वित हों।”

देश में कोरोना संक्रमण की रफ्तार हो रही धीमी

देश में कोरोना की रफ्तार पड़ रही धीमी, अब सिर्फ इतने मामले हैं सक्रिय
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। कोरोना महामारी के खिलाफ शनिवार से शुरू हो रहे देशव्यापी टीकाकरण अभियान के पहले ही कोविड-19 संक्रमण की रफ्तार धीमी पड़ती जा रही है जिसके कारण सक्रिय मामलों की दर घटकर 2.02 प्रतिशत रह गयी है। वहीं मौतों की दैनिक संख्या दूसरे दिन भी 200 से नीचे रहा।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शुक्रवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटे में संक्रमण के 15,590 नये मामले सामने आये जिससे संक्रमितों की संख्या एक करोड़ पांच लाख 27 हजार से अधिक हो गयी है। इसी दौरान 15,975 मरीज स्वस्थ हुए जिसके साथ कोरोनामुक्त होने वालों की संख्या एक करोड़ एक लाख 62 हजार 738 हो गयी और रिकवरी दर बढ़कर 96.53 प्रतिशत हो गयी।सक्रिय मामले 576 कम होकर 2.13 लाख रह गये हैं। इसी अवधि में 191 मरीजों की मौत हो गयी और मृतकों का आंकड़ा एक लाख 51 हजार 918 हो गया है। मृत्यु दर अभी 1.44 फीसदी है।
केरल में पिछले 24 घंटों के दौरान सर्वाधिक 1134 सक्रिय मामले बढ़े और इनकी संख्या 66,713 हो गयी है। वहीं सबसे ज्यादा 4,337 मरीज स्वस्थ भी हुए जिसे मिलाकर कोरोना को मात देने वालों की तादाद 7.61 लाख से अधिक हो गयी है जबकि 19 और मरीजों की मौत से मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 3392 हो गया है। सक्रिय मामलों में केरल अभी पहले स्थान पर है। महाराष्ट्र में भी सक्रिय मामले 200 बढ़े हैं और इनकी संख्या 53,744 हो गयी है। राज्य में कोरोनामुक्त होने वालों का आंकड़ा 18.77 लाख हो गया है वहीं 70 और मरीजों की मौत से मृतकों की संख्या 50,291 हो गयी है।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी सक्रिय मामलों में निरंतर कमी आ रही है और अब इनकी संख्या 2937 रह गयी है। वहीं चार और मरीजों की मौत हुई है जिससे मृतकों की संख्या बढ़कर 10,722 हो गयी है। दिल्ली में 6.17 लाख से ज्यादा मरीज कोरोनामुक्त हुए हैं। दक्षिणी राज्य कर्नाटक में कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 8747 रह गयी है। राज्य में मृतकों का आंकड़ा 12,155 हो गया है तथा अब तक 9.09 लाख से अधिक मरीज स्वस्थ हुए हैं।
आंध्र प्रदेश में सक्रिय मामले 2338 रह गये हैं। वहीं 7138 लोगों की जानें जा चुकी है और 8.76 लाख से अधिक लोग संक्रमणमुक्त हुए हैं। आबादी के हिसाब से देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटों में सक्रिय मामले 52 कम होकर 10,080 रह गये। इस महामारी से 8543 लोगों की मौत हो चुकी है तथा अब तक 5.76 लाख से अधिक मरीज स्वस्थ हुए हैं। तमिलनाडु में सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 6488 रह गयी है तथा अभी तक 12,246 लोगाें की मौत हुई है। राज्य में 8.10 लाख से अधिक मरीज संक्रमणमुक्त हुए हैं।
ओडिशा में सक्रिय मामले 11 बढ़कर 2035 हो गये हैं , वहीं 3.28 लाख लोग इस संक्रमण से निजात पा चुके हैं जबकि मृतकों की संख्या 1896 हो गयी है। तेलंगाना में सक्रिय मामले 53 बढ़कर 4442 रह गये हैं और 1574 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 2.85 लाख से अधिक लोग इस महामारी से ठीक हुए हैं। पश्चिम बंगाल में कोरोना के सक्रिय मामले 31 कम होकर 7272 रह गये हैं और 10010 लोगों की मौत हुई है। राज्य में अब तक 5.46 लाख से अधिक लोग स्वस्थ हुए हैं।
पंजाब में सक्रिय मामले 50 घटकर 2767 हो गये हैं तथा संक्रमण से निजात पाने वालों की संख्या 1.61 लाख से अधिक हो गई है जबकि 5473 मरीजों की जान जा चुकी है। मध्य प्रदेश में सक्रिय मामले 186 कम हुए हैं और इनकी संख्या 7108 रह गयी है तथा अब तक 2.39 लाख से ज्यादा लोग स्वस्थ हो चुके हैं जबकि 3740 लोगों की इस बीमारी से मौत हो चुकी है।
छत्तीसगढ़ में सक्रिय मामले 373 घटकर 7418 रह गये हैं। राज्य में 2.81 लाख लोग कोरोनामुक्त हो चुके हैं वहीं 10 और मरीजों की मौत होने के साथ मृतकों की संख्या 3537 हो गयी है। गुजरात में सक्रिय मामले 7056 रह गये हैं तथा 4357 लोगों की मौत हुई है और 2.42 लाख से अधिक लोग इस बीमारी से स्वस्थ भी हुए हैं। बिहार में सक्रिय मामले 55 घटकर 4170 रह गये हैं। राज्य में कोरोना से 1447 लोगों की मौत हुई है जबकि 2.51 लाख से अधिक लोग संक्रमणमुक्त हो चुके हैं।
कोरोना महामारी से अब तक हरियाणा में 2972, राजस्थान में 2744, जम्मू-कश्मीर में 1915, उत्तराखंड में 1596, असम में 1065, झारखंड में 1048, हिमाचल प्रदेश में 963, गोवा में 752, पुड्डुचेरी में 640, त्रिपुरा में 390, मणिपुर में 365, चंडीगढ़ में 330, मेघालय में 144, सिक्किम में 130, लद्दाख में 128, नागालैंड में 86, अंडमान निकाेबार द्वीप समूह में 62, अरुणाचल प्रदेश में 56, मिजोरम में नौ तथा दादर-नागर हवेली एवं दमन-दीव में दो लोगों की मौत हुई है।

उपचुनाव: भाजपा ने उम्मीदवारों की सूची जारी की

यूपी विधान परिषद चुनाव: भाजपा ने उम्मीदवारों की सूची की जारी, जानिए किसको मिला टिकट
हरिओम उपाध्याय
लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने भारतीय प्रशासनिक सेवा के पूर्व अधिकारी अरविंद कुमार शर्मा को विधान परिषद के द्विवार्षिक चुनाव में आज अपना प्रत्याशी घोषित किया। भाजपा के महासचिव अरुण सिंह ने बताया कि भाजपा की केन्द्रीय समिति ने अरविंद कुमार शर्मा को प्रत्याशी घोषित करने के साथ ही प्रदेश भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव, राज्य के उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा एवं लक्ष्मण प्रसाद आचार्य को उत्तर प्रदेश विधान परिषद की चार सीटों के लिए उम्मीदवार बनाया है। उत्तर प्रदेश विधान परिषद के 12 सदस्‍यों का कार्यकाल 30 जनवरी, 2021 को समाप्‍त हो रहा है। इसके लिए 28 जनवरी को चुनाव होगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के करीबी माने जाने वाले अरविंद कुमार शर्मा ने गुरूवार को लखनऊ में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की थी। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह ने शर्मा को पार्टी मुख्यालय में एक सादे समारोह में पार्टी की सदस्यता ग्रहण करायी। इस मौके पर उप मुख्यमंत्री डाॅ. दिनेश शर्मा भी मौजूद थे।
गुजरात कैडर के अरविंद कुमार शर्मा ने हाल ही में स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ली थी। अरविंद कुमार मऊ जिले के एक पिछड़े गांव से ताल्लुक रखते हैं। उन्हें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मंत्रिमंडल में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दिये जाने के कयास लगाये जा रहे हैं।

विश्व: सबसे बड़े टीकाकरण अभियान का आगाज

कोरोना टीकाकरण। सरकार की गाइडलाइन जारी, जानें किन्हें लगेगा और किन्हें नहीं
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। 16 जनवरी से भारत में दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान का आगाज हो रहा है। टीकाकरण अभियान से पहले सरकार ने एक गाइडलाइन जारी की है, जिसमें स्पष्ट रूप से बताया गया है। कि किन लोगों को अभी टीका नहीं लगवाना है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि कोविड-19 टीकों की विनिमयशीलता (इंटरचेंजिंग) की अनुमति नहीं है और गर्भवती और दूध पिलाने वाली महिलाएं टीके न लगवाएं क्योंकि उन्हें अभी तक किसी भी कोरोना वायरस-रोधी टीके के क्लिनिकल ट्रायल का हिस्सा नहीं बनाया गया है। बकायदा इसके लिए केंद्र सरकार ने राज्यों को पत्र लिखा है। और यह एहतियात बरतने को दिशा-निर्देश जारी किया है। मंत्रालय ने सभी राज्यों और केन्द्रशासित प्रदेश को लिखे पत्र में आपातकालीन परिस्थितियों में इनके इस्तेमाल को रेखांकित करते हुए कहा कि कोविड-19 टीके केवल 18 साल या उससे अधिक आयु के लोगों के लिए हैं। आवश्यकता पड़ने पर कोविड-19 टीकों और अन्य टीकों के बीच कम से कम 14 दिन का अंतराल लिया जा सकता है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव मनोहर अगनानी द्वारा भेजे गए पत्र में कहा गया है, ‘कोविड-19 टीकों की विनिमयशीलता (एक टीका अलग, दूसरा अलग) की अनुमति नहीं है। दूसरी खुराक भी उसी टीके की लेनी होगी, जो पहले टीके की ली गई है। पत्र में कहा गया है। गर्भवती तथा दूध पिलाने वाली महिलाओं को अभी तक किसी भी टीके के क्लिनिकल ट्रायल का हिस्सा नहीं बनाया गया है। लिहाजा गर्भवती या अपने गर्भवती होने को लेकर अनिश्चित महिलाएं इस समय कोविड-19 टीके न लगवाएं।

हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया

हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कांग्रेस पर अपना हमला तेज ...