बुधवार, 13 जनवरी 2021

अत्याचार: कार से बांधकर कुत्ते को शहर में घसीटा

एस्टाना। जानवरों पर अत्याचार की खबरें अकसर सामने आती रहती हैं। कई लोग क्रूरता की हद कर देते हैं। ऐसी ही एक घटना कजाकिस्तान से सामने आई है। यहां एक शख्स ने अपनी कार के पीछे एक बेजुबान कुत्ते को बांधा और पूरे शहर में घसीटता रहा।
घटना में कुत्ते के शरीर से कई जगह खून निकलने लगा और वह बुरी तरह घायल हो गया। घटना 7 जनवरी की बताई जा रही है और इसका एक वीडियो भी सामने आया है।
गौरतलब है कि ये मामले तब सामने आया जब इस घटना को कार चालक अंजाम दे रहा था और वहां एक शख्स अपनी बाइक से गुजर रहा था। उसने पहले कार चालक से पूछा कि वो ये क्या कर रहा है तो कार चालक ने कोई जवाब नहीं दिया। बाइक वाले बंदे ने उसे काफी हॉर्न दिया। बाद में उसने कार रोकी और बड़ी बेरहमी से जूते से जख्मी डॉगी को साइड किया और कार लेकर चला गया। बाइक चालक ने बताया कि पीछे पूरी सड़क डॉगी के खून से लाल हुई थी। इसके बाद जानवरों के हित के लिए काम करने वाला एक संगठन काइंड हार्ट इस कुत्ते को अपने साथ ले आया और सोशल मीडिया से घटना की जानकारी दी। इसके बाद कुत्ते का पेन किलर दी गई और टीम उसके इलाज में जुटी है।

जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या-20 हुईं

भोपाल। मध्य प्रदेश में मुरैना जिले के दो गांवों मानपुर और पहावाली में सोमवार रात को कथित तौर पर जहरीली शराब पीने से 14 लोगों की मौत हुई थी। मामले में मंगलवार रात से 6 और लोगों की जान ले ली है और मरने वालों की संख्या बढ़कर 20 हो गई है। मरने वाले इन सभी पीड़ित अस्पताल में ही भर्ती थे।
पुलिस ने कहा कि मुरैना और ग्वालियर जिलों में 17 पीड़ितों को अभी भी अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उनकी हालत गंभीर है। मामले में पुलिस के एक उप-विभागीय अधिकारी सुजीत सिंह भदोरिया को बुधवार को निलंबित कर दिया गया। अधिकारियों के अनुसार  इससे पहले एक थाना प्रभारी और जिला आबकारी अधिकारी को अधिकारियों द्वारा निलंबन के तहत रखा गया था।
पुलिस ने बताया कि आईपीसी की धारा 304 और आबकारी अधिनियम की संबद्ध धाराओं में मामला दर्ज किया गया है तथा जांच और पूछताछ के लिए कुछ व्यक्तियों को हिरासत में भी लिया गया है। मध्य प्रदेश में बीते तीन माह में इस तरह की यह दूसरी घटना है। इससे पहले अक्टूबर माह में उज्जैन में जहरीली शराब पीने से 14 लोग मारे गए थे।
घटना को गंभीरता से लेते हुए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, '' मुरैना में जहरीली शराब दुर्घटना अत्यंत दु:खद एवं दुर्भाग्यपूर्ण है। दुर्घटना की जांच के आदेश दिए गए हैं। कमिश्नर ग्वालियर-चंबल ने जांच दल बनाया है, जिसने जांच प्रारंभ कर दी है। जो भी व्यक्ति दोषी होंगे, उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा, ''घटना में प्रथमदृष्टया सुपरविजन में लापरवाही पाए जाने पर, जिला आबकारी अधिकारी मुरैना को तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया गया है।   इस बीच, अवैध शराब के सेवन से 14 लोगों की मौत होने और 20 अन्य के बीमार होने पर एक पुलिस अधिकारी को भी निलंबित किया गया है।  मध्यप्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा, '' मुरैना में जहरीली शराब पीने से हुई मौत की घटना बेहद दुखद और पीड़ादायक है। इस मामले में संबंधित थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है। घटना के लिए जिम्मेदार कोई भी दोषी बख्शा नहीं जाएगा।

यूपी: लेखपाल ने की 36 बच्चों से हैवानियत

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में उरई के रिटायर्ड लेखपाल ने 36 बच्चों के साथ हैवानियत की। नशीला पदार्थ पिलाकर वह बार-बार इनसे हैवानियत करता रहा। दो बच्चों के रिपोर्ट लिखाने के बाद सनसनीखेज मामला सामने आया। उरई के कोंच से भगत सिंह नगर निवासी रियार्ड लेखपाल राम बिहारी के खिलाफ मोहल्ले के दो बच्चों ने रिपोर्ट दर्ज कराई है, कि उनको काम के बहाने अपने घर बुलाया। कोल्ड ड्रिंक के साथ नशीला पदार्थ पिलाकर उनको अश्लील फिल्में दिखाईं और फिर उनका यौन शोषण किया। इन बच्चों के अनुसार उसने कई बार उनके साथ हैवानियत की। बुधवार सुबह रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पुलिस ने छानबीन शुरू की तो उसके लैपटाप और मोबाइल में 320 अश्लील वीडियो मिले, इसमें कई वीडियो कोंच के बच्चों के साथ ही बनाए गए हैं।
पुलिस की अब तक की छानबीन में सामने आया की उसने 36 बच्चों के साथ इसी तरह हैवानियत की है। इसके अलावा 2-3 गरीब महिलाएं भी हैं जिनको राशन कार्ड व अन्य काम के बहाने घर बुलाया और नशीला पदार्थ खिलाकर रेप किया। इंस्पेक्टर कोंच इमराम खान के अनुसार छानबीन जारी है हालांकि अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है कि 50 बच्चों के साथ हैवानियत करने वाले बांदा के जेई की तरह इसने अश्लील वीडियो बना ऑनलाइन व्यापार किया है या नहीं। इंस्पेक्टर के अनुसार उसको गिरफ्तार कर लिया गया है और पूछताछ की ज रही है।

हज यात्रियों के लिए मेडिकल टीम का गठन किया

रायपुर। हज-2021 के लिए अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय भारत सरकार की ओर से हिन्दुस्तान से जाने वाले हज यात्रियों की चिकित्सा सहायता के लिए मेडिकल टीम की प्रतिनियुक्ति की जाएगी। छत्तीसगढ़ राज्य हज कमेटी के अध्यक्ष मोहम्मद असलम खान ने बताया मेडिकल टीम के लिए प्रतिनियुक्ति पर राज्यों में कार्यरत शासकीय मुस्लिम एैलोपैथिक डॉक्टर्स और पैरामेडिकल स्टॉफ से आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। इच्छुक आवेदक अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय की वेबसाइट  www.haj.nic.in/deputation में उपलब्ध ऑनलाइन आवेदन भर सकते हैं। ऑनलाइन आवेदन पूर्ण करने के बाद उसकी मूल प्रति संबंधित विभाग के माध्यम से अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय भारत सरकार को सहपत्र के साथ भेजा जाए। प्रतिनियुक्ति की अवधि 2 से 3 माह की होगी। ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित करने की अंतिम तिथि 5 फरवरी निर्धारित है। अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय भारत सरकार ने मेडिकल टीम के साथ-साथ प्रतिवर्ष काउंसल जनरल ऑफ इंडिया के अधीन कोऑर्डिनेटर, हज ऑफिसर और हज असिस्टेंट के पदों पर कार्य करने के लिए प्रतिनियुक्ति पर शासकीय मुस्लिम अधिकारियों और कर्मचारियों से भी आवेदन आमंत्रित किए हैं। इन पदों के लिए भी ऑनलाइन आवेदन करने की अंतिम तिथि 5 फरवरी निर्धारित की गई है। प्रतिनियुक्ति पर डॉक्टर्स, पैरामेडिकल स्टॉफ, कोऑर्डिनेटर, हज ऑफिसर और हज असिस्टेंट के पदों के लिए इच्छुक आवेदक वांछित दिशा-निर्देश, चयन के लिए निर्धारित अर्हताएं, अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय की वेबसाइट  www.haj.nic.in/deputation  से और कार्यालय छत्तीसगढ़ राज्य हज कमेटी से संपर्क कर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए कार्यालय छत्तीसगढ़ राज्य हज कमेटी, मुखर्जी बाड़ा बैरन बाजार रायपुर के दूरभाष क्रमांक 0771-4266646 पर संपर्क किया जा सकता है।

अमेरिका: लड़की के सीने से बाहर है दिल, परेशानी

वाशिंगटन डीसी। अमेरिका में रहने वाली एक लड़की बेहद दुर्लभ परेशानी से गुजर रही है। जिसके चलते गर्भ में ही उनकी पेट की मांसपेशियां और पसलियां गलत तरीके से फॉर्म हो गई थी। गोनचारोवा को अपनी इस कंडीशन के चलते कोई दर्द तो महसूस नहीं होता है। लेकिन इसके चलते उसका दिल काफी एक्सपोज हो चुका है। इसके अलावा उनके दिल में छेद भी है। गोनचारोवा को अपने हालातों के चलते अक्सर अस्पताल में भी समय बिताना पड़ता है।साल 2020 की शुरुआत में उनका ऑक्सीजन लेवल काफी तेजी से गिरने लगा था जिसके बाद उन्हें इमरजेंसी रूम ले जाया गया था और अगले दो हफ्तों में अस्पताल में समय बिताने के बाद गोनचारोवा का ऑक्सीजन का स्तर सामान्य हुआ था।

ढांचा विध्वंस पुनरीक्षण याचिका पर सुनवाई टलीं

बृजेश केसरवानी  
लखनऊ/प्रयागराज। इलाहाबाद उच्च न्‍यायालय की लखनऊ खंडपीठ में अयोध्या के विवादित ढांचा विध्वंस मामले के फैसले को चुनौती देने वाली पुनरीक्षण याचिका पर सुनवाई दो सप्ताह के लिये टाल दी गई है। याचिकाकर्ताओं ने बुधवार को अदालत से मांग की थी कि उन्हें अपनी याचिका में कुछ कमियों को दूर करने के लिये कुछ और समय चाहिये। यह याचिका न्‍यायमूर्ति राकेश श्रीवास्तव की एकल पीठ के समक्ष सूचीबद्ध थी। न्यायमूर्ति श्रीवास्तव ने रजिस्टरी कार्यालय से मामले को दो सप्ताह बाद सूचीबद्ध करने का निर्देश दिया है। यह याचिका अयोध्या निवासी हाजी महबूब अहमद और सैयद अखलाक अहमद की ओर से दाखिल की गई है।

याचिका में विवादित ढांचा विध्वंस मामले के 30 सितम्बर 2020 के सीबीआई अदालत के फैसले को चुनौती देते हुए पूर्व उप प्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी, प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री कल्याण सिंह, भाजपा के वरिष्ठ नेताओं – मुरली मनेाहर जोशी , उमा भारती और विनय कटियार – समेत सभी 32 आरोपियों को बरी करने के विशेष अदालत के फैसले को गलत एवं तथ्यों के विपरीत बताया गया है।

याचिका में कहा गया है कि याचिकाकर्ता इस मामले में गवाह होने के साथ-साथ विवादित ढांचा विध्वंस की घटना के पीड़ित भी हैं। याचिकाकर्ताओं का यह भी कहना है कि अभियुक्तों को बरी करने के फैसले के विरुद्ध सीबीआई ने आज तक कोई अपील दाखिल नहीं की है लिहाजा याचियों को वर्तमान पुनरीक्षण याचिका दाखिल करनी पड़ी है। याचिका में सभी 32 अभियुक्तों को दोषी करार दिये जाने की मांग की गई है।

गौरतलब है कि 30 सितम्बर 2020 को सीबीआई की विशेष अदालत ने लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, कल्याण सिंह, उमा भारती, साक्षी महाराज, लल्लू सिंह, बृजभूषण शरण सिंह व महंत नृत्य गोपाल दास समेत सभी जीवित 32 अभियुक्तों को बरी कर दिया था।

कृषि कानूनों की प्रतियां जलाकर विरोध व्यक्त

अली अकबर 

काशीपुर। केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए तीन कृषि विधेयक बिलो को वापस लिए जाने की मांग करते हुए सैकड़ों की तादाद में किसानों ने नगर के मुख्य चौराहे पर एकत्रित होकर कृषि कानून की प्रतियों को जलाकर विरोध प्रदर्शन किया। बता दें कि भारतीय किसान यूनियन के नेतृत्व में सैकड़ों किसानों ने दोपहर करीब 3:00 बजे चीमा चौराहे पर एकत्रित होकर काले झंडे लेकर केंद्र सरकार के विरुद्ध नारेबाजी करते हुए कृषि बिलों की प्रतियां जलाई। तथा सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी की। भारतीय किसान यूनियन के बलविंदर सिंह संधू ने कहा कि जब तक तीनों काले कृषि कानूनों को सरकार के द्वारा वापस नहीं लिया जायेगा तब तक किसान घर वापस नहीं लौटेंगे। किसान बिल की प्रतियां फूंकने वालों में बलविंदर सिंह संधू, प्रताप सिंह, गगन कंबोज, बलविंदर सिंह, मनप्रीत सिंह, जगपाल सिंह, गुरप्रीत सिंह, गुरदास सिंह, जगमोहन सिंह, एडवोकेट हरीश कुमार, टीका सिंह सैनी, राजू छीना, दर्शन सिंह, बलदेव सिंह, बलकार सिंह फौजी, चमकौर सिंह, हरविंदर सिंह तथा कश्मीर सिंह समेत सैकड़ों की तादाद में किसान मौजूद रहे।

राजनीति: पीएम मोदी ने अखिलेश पर निशाना साधा

राजनीति: पीएम मोदी ने अखिलेश पर निशाना साधा संदीप मिश्र  भदोही। भदोही के ऊंज में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों को संबोधित किया। इस दौरा...