शुक्रवार, 4 दिसंबर 2020

करोड़ों भारतीयों की उम्मीद को बड़ा झटका

अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। देश में कोरोना संक्रमण के मामलों में हल्की गिरावट जरूर देखी गई है, किन्तु अभी महामारी से पूरी तरह राहत नहीं है। ऐसे में हर भारतीय उम्मीद लगाए बैठा है कि सरकार हर किसी को कोरोना का टीका लगाएगी। यदि आप भी यही सोच रहे हैं, तो आप गलत है। दरअसल, सरकार ने मंगलवार को एक बयान जारी करते हुए साफ़ कर दिया है कि कोरोना का टीका देश की पूरी आबादी को नहीं लगेगा।               


मुंबई: कंगना ने कांग्रेस पर कसा तंज

चैन्नई। ग्रेटर हैदराबाद नगर निकाय चुनाव की एक सौ पचास सीटों के लिए वोटों की गितनी जारी है। नतीजा शाम तक ही आएगा, लेकिन शुरुआती रुझानों में भाजपा बड़ा उलटफेर करने की तरफ बढ़ रही है। भाजपा ने टीआरएस और असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM के खिलाफ बड़ी बढ़त बना ली है। (ताजा अपडेट के लिए यहां क्लिक करें) इस बीच, प्रतिक्रियाएं भी आना शुरू हो गई हैं। हैदराबाद का निजाम बदलते देख अभिनेत्री कंगना रनोट (Kangana Ranaut) ने कांग्रेस पर निशाना साधा है। कंगना ने अपने ट्वीट में लिखा, 'कांग्रेस के हाथ से एक एक कर उसके राज्य फिसल रहे हैं, और पार्टी दिनभर कंगना कंगना करती रहती है। इसका कोई फायदा नहीं हो रहा है, लेकिन एक बार साफ है कि भाजपा लोगों के दिलों पर राज कर रही है।' वहीं भाजपा प्रवक्ता ने माता लक्ष्मी की तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा, 'भाग्यनगर'।             


दशरथ का भी 51 फुट ऊंचा मंदिर बनेगा

अयोध्या में बनेगा 51 फीट ऊंचा महाराज दशरथ का मंदिर, उनके चारों पुत्रों की बाल प्रतिमाएं भी बढ़ाएंगी शोभा
अयोध्या। रामनगरी अयोध्या को त्रेतायुग की तरह सजाने-संवारने का काम सरकारी स्तर पर तो हो ही रहा है। अब रामनगरी के संत भी अयोध्या को भव्यता प्रदान करने के लिए आगे आए हैं। इसी क्रम में राममंदिर निर्माण से पूर्व रामकोट स्थित दशरथ महल में महाराज दशरथ का भव्य मंदिर बनने जा रहा है। यह मंदिर 51 फीट ऊंचा होगा। मंदिर निर्माण का काम शुरू हो चुका है एक से डेढ़ वर्ष में मंदिर बनकर तैयार हो जाएगा।
भगवान राम के मंदिर निर्माण से पहले उनके पिता महाराजा दशरथ के भव्य मंदिर निर्माण का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। इस मंदिर को त्रेता युग के महल की तरह सजाए जाने की योजना है।
रामकोट क्षेत्र में रामजन्मभूमि के समीप स्थित दशरथ महल में प्राचीन दशरथ मंदिर को तैयार करने का कार्य शुरू हो चुका है। इस मंदिर को विशेष आर्किटेक्ट के माध्यम से डिजाइन किया गया है।
इस मंदिर की ऊंचाई 51 फीट होगी। जिसमें महाराजा दशरथ के साथ भगवान राम, लक्ष्मण, भरत व शत्रुघ्न के बाल स्वरूप की प्रतिमा स्थापित की जाएगी। साथ ही मंदिर में भव्य जगमोहन के साथ सत्संग भवन का भी निर्माण किया जाएगा। जिसमें 1000 पंडित एक साथ बैठकर पाठ कर सकेंगे।
इस मंदिर को इस तरह सजाया और संवारा जा रहा है कि आने वाले भक्तों को यह महसूस हो कि त्रेता कालीन भगवान श्री राम के पिता राजा दशरथ के महल में पहुंचे हैं।
इस महती योजना के सूत्रधार बिंदुसंप्रदाय के गौरव महंत देवेंद्र प्रसादाचार्य ने बताया कि महाराजा दशरथ के महल के परिसर में ही दशरथजी का भव्य मंदिर बनाया जाएगा। इसके लिए नींव के निर्माण का काम पूरा कर लिया गया है। आगे का कार्य स्वीकृत मॉडल के अनुसार कराया जाएगा। उन्होंने विश्वास जताया कि कार्य एक से डेढ़ वर्ष में पूरा कर लिया जाएगा।
संतों से ली गई दशरथ महल मंदिर के मॉडल की स्वीकृति
प्राचीन दशरथ महल के महंत बिंदुगद्दाचार्य देवेंद्र प्रसादाचार्य ने बताया कि दशरथ जी का यह स्थान बहुत ही प्राचीन स्थल है। देशभर के लाखों भक्तों की आस्था यहां से जुड़ी हुई है। जब से राममंदिर का निर्माण शुरू हो चुका है तब से भक्तों में बड़ा ही उल्लास है। भक्तों की इच्छा थी कि भगवान श्रीराम का सुंदर मंदिर बन रहा है तो उनके पिता महाराजा दशरथ का भव्य मंदिर बने। इसलिए भक्तों की इच्छा के अनुरूप और प्रदेश सरकार द्वारा अयोध्या को सजाने संवारने की योजना को लेकर हम लोगों ने भी निर्णय लिया कि अपने स्थानों को भी सजाने और संवारने का कार्य करें। महंत देवेंद्र प्रसादाचार्य ने कहा कि चक्रवर्ती महाराज दशरथ का स्वतंत्र मंदिर अयोध्या में नहीं हैं। चक्रवर्ती महाराजा दशरथ के गौरवपूर्ण योगदान को देखते हुए उनकी गरिमा के अनुरूप भव्य मंदिर बनाने का मॉडल अक्षय नवमी पर्व पर रामनगरी के विशेष धर्माचार्यों की मौजूदगी में दशरथ मंदिर का मॉडल प्रस्तुत किया गया। इसे धर्माचार्यों ने सर्वसम्मति से स्वीकृति प्रदान कर दी, जिसके बाद काम शुरू हो गया है।                             


मीटरों की जांच के लिए देने होंगे ₹175

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश पावर कार्पोरेशन के एमडी एम देवराज ने एक आदेश जारी कर स्मार्ट मीटरों के लिए दरें तय कर दी हैं।  अब यदि आपको शक है कि आपका बिजली का मीटर तेज़ी से चल रहा है तो आपको अपने स्मार्ट मीटर की जांच के लिए ₹ 175 जमा कराने होंगे। उन्होंने बताया कि यदि उपभोक्ता को अपने परिसर पर लगे मीटर की रीडिंग पर संदेह है, तो आप चेक मीटर लगाने के लिए आवेदन कर सकते हैं। विद्युत उपभोक्ता को टैरिफ ऑर्डर -2020 के अनुसार स्मार्ट मीटर को चेक करने के लिए मीटर टेस्टिंग एवं चेकिंग के लिए निर्धारित शुल्क 175 जमा करना होगा। उन्होंने बताया कि विद्युत प्रदाय संहिता 2005 के अनुसार आवेदन के सात दिनों के भीतर वर्तमान मीटर के साथ ही सिरीज में एक चेक मीटर स्थापित करते हुये मीटर का परीक्षण किया जाएगा।               


रॉयल एनफील्ड की बाइक होने जा रही लॉन्च

नई दिल्ली। कोरोना संक्रमण काल में ऑटो जगत को बड़ा आर्थिक नुकसान भुगतना पड़ा है, जिसे पूरा करने को कंपनियां एड़ी से चोटी तक जोर लगा रही हैं। कंपनियों का मकसद किसी तरह बिक्री बढ़ाकर आर्थिक पहिये को मजबूत करना है। पावरफुल और धांसू बाइक बनाने वाली देसी कंपनी रॉयल एनफील्ड भी भारतीय बाजार में जल्द एक दमदार बाइक क्लासिक 350 लॉन्च करने जा रही है, जो कि काफी अडवांस फीचर्स के साथ ही बेहतर लुक में आएगी।               


'स्ट्रीट डॉग्स' के लिए बना रैन बसेरा

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। सर्दी के मौसम में बेसहारा व्यक्तियों के लिए नगर निगम और जिला प्रशासन की ओर से रैन बसेरों की व्यवस्था की जाती है। एनजीटी की लाठी चलने से पहले शहर में निगम की ओर से कई जगहों पर अलाव की भी व्यवस्था की जाती रही है। लेकिन उत्तर भारत की कड़ाके की सर्दी से आवारा जानवरों को बचाने के लिए सरकार की ओर से कभी भी कोई प्रबंध नहीं किए गए हैं। इसी कमी को अब गाज़ियाबाद में परमार्थ समिति जैसी सामाजिक संस्थाएं पूरा कर रही हैं।                 


किसान आंदोलन से कई बॉर्डर बंद, लगा जाम

किसान आंदोलन कई बॉर्डर बंद, जाम से बचना है तो इन रास्तों से ना गुजरे


अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। केन्द्र के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों की दिल्ली से लगी सीमाओं पर बढ़ती संख्या को देख पुलिस ने सुरक्षा और कड़ी कर दी है। किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए एनएच 44 समेत सिंघु बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर, चिल्ला बॉर्डर समेत कई बॉर्डर को बंद कर दिया गया है। लोगों को शहर में प्रवेश और निकास के लिए वैकल्पिक मार्गों से आवागमन करने का सुझाव दिया गया है।
दरअसल आंदोलनरत किसानों ने अपनी मांगे नहीं मानी जाने पर दिल्ली के अन्य मार्गों को बंद करने की धमकी दी थी। जिसे देखते हुए उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद को दिल्ली से जोड़ने वाले दो राष्ट्रीय राजमार्ग पर पड़ने वाले रास्तों को भी बंद कर दिया गया। दिल्ली पुलिस ने वीरवार को ट्वीट कर बताया था। कि स्थानीय पुलिस ने राष्ट्रीय राजमार्ग-9 और राष्ट्रीय राजमार्ग-24 पर गाजियाबाद से दिल्ली के लिए मार्गों को बंद कर दिया है। राष्ट्रीय राजमार्ग-1 पर शनि मंदिर के पास दोनों ओर के मार्गों को बंद कर दिया गया है।
चिल्ला बॉर्डर पर दिल्ली से नोएडा के लिए एक रास्ता यातायात के लिए खुला है। लेकिन नोएडा से दिल्ली वाला रास्ता अब भी बंद है। झाडौदा झटिकरा में दिल्ली हरियाणा सीमा यातायात के लिए बंद है। केवल बड़ूसराय बॉर्डर दोपहिया वाहनों के लिए खुला है। यातायात पुलिस ने कहा कि हरियाणा के लिए लोग ढांसा, दौराला, कापसहेड़ा, रजोकरी एनएच8 बिजवासन। बजघेड़ा, पालम विहार और डूंडाहेड़ा बॉर्डर वाला रास्ता ले सकते हैं।
यातायात पुलिस ने ट्वीट किया कि सिंघू बॉर्डर अब भी दोनों ओर से बंद है। लामपुर, औचंदी और अन्य छोटे बॉर्डर भी बंद हैं। कृपया वैकल्पिक माार्गों का सहारा लीजिए। मुकरबा चौक और जीटीके रोड से यातायात परिवर्तित किया गया है। लोगों से कहा गया कि सिग्नेचर ब्रिज से रोहिणी तक आउटर रिंग रोड जाने से बचें इसी प्रकार जीटीके रोड, एनएच44और सिंघू, औचंदी और लामपुर बॉर्डर से भी बचें। गौरतलब है। कि ‘दिल्ली चलो मार्च के तहत किसान राष्ट्रीय राजधानी के अति व्यस्त सिंघू, टिकरी नोएडा और गाजीपुर बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे हैं। जगह-जगह बॉर्डर बंद होने से चलते लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।                       


राजनीति: पीएम मोदी ने अखिलेश पर निशाना साधा

राजनीति: पीएम मोदी ने अखिलेश पर निशाना साधा संदीप मिश्र  भदोही। भदोही के ऊंज में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों को संबोधित किया। इस दौरा...