बुधवार, 26 अगस्त 2020

नोएडा में पहली बार बनेगा 'मेट्रो स्टेशन'

नई दिल्ली। नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन 3 नए प्रस्तावित रूट पर ऐसे मेट्रो स्टेशन तैयार करने जा रहा है जो पूरे देश में अब तक नहीं बने हैं। इसके लिए मेट्रो स्टेशन के डिजाइन में बदलाव किया गया है। नोएडा और ग्रेटर नोएडा में शानदार 3 मंजिला कमर्शियल कॉम्प्लेक्स के साथ मेट्रो स्टेशन का निर्माण किया जाएगा।दिल्ली एनसीआर में दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन और नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने एक मंजिला कमर्शियल कॉन्प्लेक्स का निर्माण किया है, लेकिन ये पहली बार है कि एनएमआरसी अब 3 मंजिला कमर्शियल कॉम्प्लेक्स में मेट्रो स्टेशन का निर्माण करेगा। इसके लिए 3 नए प्रस्तावित मेट्रो स्टेशन की लंबाई चौड़ाई में कोई बदलाव नहीं किया गया है, केवल उसके डिजाइन में बदला करते हुए उसकी ऊंचाई को दो मंजिल और बढ़ाने का फैसला लिया गया है।


डिजाइन में बदलाव के बाद डीपीआर को मिली मंजूरी
प्रस्तावित स्टेशन के डिजाइन में बदलाव के बाद इसकी डीपीआर को मंजूरी मिल गई है।दरअसल इस बदलाव का मुख्य कारण राजस्व में बोढ़तरी करना है। मौजूदा समय में एक्वा लाइन घाटे में चल रही है क्योंकि मेट्रो स्टेशन पर कम स्पेस होने के कारण अधिक कमर्शियल गितिविधियां नहीं हो सकती, जिसके कारण राजस्व भी जमा नहीं हो पाता। इस समस्या का हल निकालने के लिए 3 मंजिला कमर्शियल मेट्रो स्टेशन बनाने का फैसला लिया गया है।                         


बच्ची से रेप करने वाला दरिंदा गिरफ्तार

अतुल त्यागी (मंडल प्रभारी)
मुकेश सैनी (जिला प्रभारी)
बहादुरगढ़ पुलिस की पैनी नजर से नहीं बच पाएंगे
अपराधिक घटनाओं में संलिप्त एवं वांछित चल रहे अपराधी नाबालिग बच्ची के साथ बलात्कार करने वाले दरिंदे को किया गिरफ्तार
गढ़मुक्तेश्वर/हापुड़। जनपद पुलिस के मजबूत सेनापति एसपी संजीव सुमन अपर पुलिस अधीक्षक सर्वेश कुमार मिश्र के निर्देश पर पुलिस क्षेत्राधिकारी गढ़मुक्तेश्वर डाक्टर पवन कुमार के नेतृत्व में अपराधिक घटनाओं में संलिप्त एवं वांछित चल रहे अपराधियों की धरपकड़ अभियान को लेकर बहादुरगढ़ थाना प्रभारी नीरज कुमार की पैनी नजर अपने क्षेत्र में लगी हुई है ड्रोन कैमरा बनकर इसी अभियान को अमलीजामा पहनाते हुए तेजतर्रार थाना प्रभारी नीरज कुमार ने मुखबिर की सूचना पर छापामार कार्यवाही करते हुए अपनी पुलिस टीम के कास्टेबल 389 देवेन्द्र सिंह कांस्टेबल 645 सुनील कुमार हेड कांस्टेबल 186सुधीर कुमार के साथ नाबालिग बच्ची के साथ बलात्कार करने वाले दरिंदे आलोक कुमार चौहान पुत्र नेपाल सिंह चौहान को गिरफतार कर मु॰अ॰स॰232/20 धारा 376ए बी/506/504भा द वि व 5एम/6पोस्को के मुकदमा पंजीकृत कर माननीय न्यायालय में किया पेश।
वहीं थाना प्रभारी नीरज कुमार का कहना है कि अपराधी या तो क्षेत्र छोड़ जाएंगे या फिर जेल जाएंगे।                  


साजिशः संसद भवन के पास एक पकड़ा

दिल्ली दहलाने की एक और साजिश, संसद भवन के पास पकड़ा संदिग्ध व्यक्ति


अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल ने राजधानी के विजय चौक के पास से एक संदिग्ध शख्स को पकड़ा है। फिरदौर नाम का ये युवक संसद भवन के आस-पास घूम रहा था। संदिग्ध गतिविधियों के चलते वहां मौजूद सीआरपीएफ जवानों ने इसे पकड़ लिया। पूछताछ करने पर उसने अपने बारे में अलग-अलग जानकारियां दीं, फिर इसके बाद इस युवक को पार्लियामेंट थाने ले जाया गया जहां इससे नए सिरे से पूछताछ चल रही है। फिलहाल इंटेलीजेंस ब्यूरो (आइबी) के अधिकारी उससे पूछताछ कर रहे हैं। वहीं अन्य एंजेंसियों को भी इसकी जानकारी दी गई है। बता दें कि इस शख्स के पास से एक चिट्ठी मिली है जो कोडवर्ड में लिखी है। इस शख्स के मिलने के बाद संसद भवन और आसपास की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। जानकारी के अनुसार हिरासत में लिया गया युवक कश्मीरी है। वह संदिग्ध हालात में संसद भवन के आसपास घूम रहा था, जिसके बाद पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया। पुलिस के एक अधिकारी का कहना है,कि ये है एक सामान्य प्रक्रिया है। पूछताछ के बाद ही कुछ औपचारिक तौर पर कुछ कहा जा सकता है। वहीं, उसके पास से दो पहचान पत्र मिले हैं। एक आधार कार्ड और एक ड्राइविंग लाइसेंस मिला है। दोनों में नाम अलग-अलग हैं। ड्राइविंग लाइसेंस में उसका नाम फिरदौस है, जबकि आधार कार्ड में नाम मंजूर अहमद अहंगेर है। संदिग्ध ने खुद को रथसून बीरवाह, बडगाम का रहने वाला बताया है। उसके पास से एक बैग भी मिला है। पूछताछ में पहले उसने बताया कि वो 2016 में घूमने के लिए दिल्ली आया था।             


सुप्रीम कोर्ट में मुंह बंद रखना पड़ा भारी

नई दिल्ली। किसी वजह से वकील ने जजों के कहने के बावजूद कुछ नहीं बोला। यह साफ नहीं है कि उस दौरान कोई तकनीकी खराबी आ गई थी या असावधानी जैसी कोई और वजह रही। लेकिन जजों ने एक के बाद एक तीन बार वकील से बोलने के लिए कहा।


हालांकि, इसके बावजूद जब वकील ने कुछ नहीं कहा, तो जज नाराज हो गए। जस्टिस नरीमन ने इस मामले को गंभीररता से लेते हुए वकील को चालबाजी करने के लिए लताड़ लगाई। इसके बाद वकील ने अचानक से घबराहट में बोलना शुरू किया और जजों के सामने माफी मांगी। वकील ने कहा कि उसका कोर्ट का समय जाया करने जैसा कोई इरादा नहीं था। वकील ने ध्यान भटकने के लिए एक बार फिर कोर्ट से माफी मांगी। इसके बाद जब कोर्ट ने गंभीर मुद्रा में ही आदेश पढ़ना शुरू किया, तो वकी ने फिर माफी मांगी और जजों से अपनी गलती को आदेश में शामिल न करने के लिए कहा। हालांकि, जस्टिस नरीमन ने इस पर कोई ध्यान न देते हुए फैसले में कहा, "सुनवाई के दौरान माइक चालू होने और जजों के लगातार तीन बार बोलने के लिए कहने के बावजूद वकील ने अपना मुंह नहीं खोला। उसने ऐसा जानबूझकर ऐसा नहीं किया, क्योंकि वह सीनियर एडवोकेट का इंतजार कर रहा था।


बेंच ने कहा, "उसे सीधे कोर्ट को बताना चाहिए था कि वह वरिष्ठ वकील का इंतजार कर रहा है। लेकिन उसने चालबाजी की कोशिश की। हम इसका कड़ा विरोध करते हैं। हम नहीं चाहते कि कोई वकील इस तरह से सुनवाई के तरीकों का मजाक बनाए। हालांकि, इसके बावजूद हमने वकील की बात सुनी है।" इसके बाद जब वकील ने जब जजों से माफी मांगते हुए अपील की कि वे अपने आदेश से उसकी चालबाजी से जुड़ी बात हटा दें, तो बेंच ने कहा कि वे ऐसा नहीं करेंगे। जजों ने डांट लगाते हुए कहा कि अगर वकील चाहता है, तो वे बार काउंसिल ऑफ इंडिया को लिखकर कार्रवाई के लिए कह सकते हैं। हालांकि, वकील ने इसके बाद दोबारा माफी मांगी और चुप्पी साध ली।                   


जनपद में 103 नए मरीज सामने आए

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। जनपद में कोरोना संक्रमण की चपेट में 103 नए मरीज आए हैं। इन संक्रमितों में एक डेढ़ वर्ष का बच्चा व 70 साल के बुजुर्ग भी हैं। संक्रमितों में अधिकांश 30 से 45 वर्ष के हैं। पहले से संक्रमित 96 मरीजों के स्वस्थ होने पर उन्हें डिस्चार्ज किया गया है। 


अभी तक संक्रमित मरीजों की संख्या 5769  पहुंच गई है। इनमें से 4660 डिस्चार्ज हो चुके हैं। मौत का आंकड़ा 64 पर ही स्थिर है। अभी 1045 मरीज संक्रमण की चपेट में हैं और उनका इलाज अलग-अलग अस्पतालों एवं होम आइसोलेशन में इलाज चल रहा है। नए संक्रमित मरीजों में 33 ने कोविड अस्पताल में भर्ती होने की सहमति दी है, जबकि अन्य 70 ने होम आइसोलेशन की अनुमति मांगी है।             


पीड़िता ने कलक्ट्रेट पर की आत्मदाह

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। मसूरी थाना क्षेत्र में सामूहिक दुष्कर्म के दो आरोपितों को गिरफ्तार नहीं करने पर एक युवती ने कलेक्ट्रेट पर आत्महत्या की कोशिश की। मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने युवती को पकड़ लिया। आरोपित केस वापस नहीं लेने पर पीड़िता व उसके दिव्यांग भाई की हत्या करने की धमकी दे रहे थे। आरोप है कि कई बार शिकायत के बाद भी पुलिस ने कार्रवाई नहीं की।


मसूरी थाना क्षेत्र नुवासी युवती के माता-पिता नहीं हैं। वह अपने एक दिव्यांग भाई के साथ रहती है। दोनों भाई बहन मजदूरी करते हैं। अगस्त 2019 में तीन युवकों ने पीड़िता को अगवा कर लिया था । आरोपित उसे पहले गाड़ी में लेकर मेरठ और फिर दिल्ली लेकर गए और उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। पीड़िता को बेहोशी की हालत दिल्ली में ले जाकर सड़क छोड़ दिया।


दिल्ली पुलिस ने केस दर्ज कर केस को मसूरी ट्रांसफर कर दिया। पुलिस ने एक आरोपित को गिरफ्तार किया था। पीड़ित आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग कर रही थी। आरोपित केस वापस नहीं लेने पर पीड़िता के भाई की हत्या करने की धमकी दी थी। पीड़िता का भाई पिछले काफी समय से हत्या के डर से घर पर नहीं रह रहा था। आरोप है कि वह लगातार स्थानीय पुलिस के पास जा रही थी। लेकिन, पुलिस ने कोई सुनवाई नहीं की। पीड़िता पुलिस द्वारा सुनवाई नहीं करने पर मंगलवार सुबह कलेक्ट्रेट पहुंची और अपने ऊपर तेल छिड़क लिया। मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने उसे किसी तरह रोका।             


जर्जर सड़कों के कारण लग रहें है जाम

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। साप्ताहिक लॉकडाउन खत्म होते ही सोमवार से शुक्रवार तक जनपद की सड़कों पर जाम लगने लगता है हालांकि मेरठ रोड पर शुक्रवार शाम को ज्यादा जाम लग जाता है। पुलिस जाम के लिए वाहनों का दबाव, जर्जर सड़कें और जलभराव को जिम्मेदार ठहरा रही है। एसपी ट्रैफिक ने जलभराव और जर्जर सड़कों की समस्या को दूर करने के लिए नगर आयुक्त को पत्र लिखा है।


जीटी रोड, मेरठ रोड और आंबेडकर रोड पर ज्यादा बुरा हाल है। शनिवार और रविवार को लॉकडाउन रहता है। मगर वाहनों के आवागमन पर कोई रोक नहीं रहती है। इन दो दिनों में सड़कें खाली रहती है। इससे सड़कों पर वाहनों का दबाव बढ़ जाता है। सबसे ज्यादा दबाव मेरठ रोड पर होता है। मेरठ रोड पर रैपिड रेल का काम भी चल रहा है। जिसके कारण यह रोड सिकुड़ गया है। इस पर रोड पर बड़ी संख्या में अवैध कट बने हुए हैं। साप्ताहिक लॉकडाउन होने से एक दिन पहले शुक्रवार शाम को दिल्ली में नौकरी करने वाले लोग अपने घर लौटते हैं। फिर साप्ताहिक लॉकडाउन के अगले दिन सोमवार सुबह बड़ी संख्या में लोग घर से अपनी ड्यूटी पर जाते हैं। लिहाजा सोमवार को सुबह से दोपहर तक मेरठ रोड पर जाम लग जाता है। वहीं, आंबेडकर रोड, जीटी रोड पर अनलॉक में पांचों दिन जाम की स्थिति बनी रही रहती है। जर्जर सड़क होने से लाल कुंआ पर जाम: बुलंदशहर रोड पर लाल कुंआ के पास करीब चार किलोमीटर सड़क जर्जर हालत में है। जिस कारण दिनभर वाहन धीरे-धीरे चलते हैं। रात में भी जाम की स्थिति बनी रहती है। ट्रैफिक पुलिस तैनात रहते हुए भी यहां पर जाम खत्म नहीं होता है। लाल कुंआ पर ऑटो व ई-रिक्शा की संख्या अधिक होना भी जाम लगने का बड़ा कारण हैं।           


राजनीति: पीएम मोदी ने अखिलेश पर निशाना साधा

राजनीति: पीएम मोदी ने अखिलेश पर निशाना साधा संदीप मिश्र  भदोही। भदोही के ऊंज में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों को संबोधित किया। इस दौरा...