बुधवार, 26 अगस्त 2020

गाजियाबाद डीएम को पेरेंट्स की 'चेतावनी'

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन ने जिलाधिकारी को सौंप चेतावनी दी है कि अगर सात दिनों के अंदर जिला स्तरीय शुल्क नियामक समिति ने ऑन लाइन क्लास के अनुसार फीस का निर्धारण नहीं किया तो वे 2 सिंतबर 2020 से जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठ जाएंगे।


आपको बता दें कि इससे पहले 22 जुलाई को भी पेरेंट्स एसोसिएशन ने जिलाधिकारी कार्यालय के सामने धरना और क्रमिक भूख हड़ताल की थी। उस समय जिला विद्यालय निरीक्षक और सिटी मजिस्ट्रेट ने तथाकथित रूप से पेरेंट्स एसोसिएशन को तथाकथित रूप से आश्वासन दिया था कि किसी भी बच्चे की ऑनलाइन क्लास बंद नहीं होगी और ना ही किसी भी बच्चे का नाम काटा जाएगा।  जिसके बाद जीपीए ने अपनी कार्मिक भूख -हड़ताल को स्थगित कर दिया था। लेकिन हाल ही में कुछ निजी स्कूलों ने फीस न जमा कराने वाले बच्चों की ऑनलाइन क्लासें बंद कर दी थी जिसके लिए जिला विद्यालय निरीक्षक की ओर से ऐसा करने वाले स्कूलों को नोटिस जारी किया गया था। 


पेरेंट्स एसोसिएशन का आरोप है कि उन्हें बच्चों की ऑनलाइन क्लास को रोकना, एग्जाम रोकना, एग्जाम के रिजल्ट रोकना एवं बच्चों के नाम काटने तक की धमकी देने की अनगिनत शिकायतें मिल रही हैं। इस बारे में जिला स्कूल इंस्पेक्टर और जिला स्तरीय शुल्क नियामक समिति को पत्र लिखने के बाद केवल कुछ स्कूलों को ही नोटिस जारी किया गया है जिससे अभिभावक संतुष्ट नहीं है।


डीएम गाज़ियाबाद को दिए गए ज्ञापन में गाज़ियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन की प्रमुख मांगें इस प्रकार हैं



  • लॉक डाउन समय की एक तिमाही ( अप्रैल , मई , जून) की फ़ीस माफ़ी।



  • ऑनलाइन क्लास के अनुसार फ़ीस निर्धारित करना।



  • बच्चों की बंद की गईं ऑनलाइन क्लास को तत्काल प्रभाव से शुरू करवाना।



  • DFRC को अभिभावकों द्वारा की जा रही शिकायतों का निस्तारण करना।



  • ज़िले के सभी निजी स्कूलों की बैलेंस-सीट की जाँच कर फीस अधिनियम 2018 के अनुसार फीस का निर्धारण।


ज्ञापन देने वालों अभिभावकों में अनिल सिंह , कौशलेन्द्र सिंह  कौशल ठाकुर, अजित रावत , अजित कुमार मिश्रा , अरुण आजाद , मनीष कुमार , दीपक चौधरी , सुमित चौधरी , विवेक जैन , विवेक त्यागी , अनुभव कौशिक , विनय कक्कड़ आदि प्रमुख हैं।               


असम के पूर्व 'मुख्यमंत्री' कोरोना पॉजिटिव

गुवाहाटी। असम के पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई कोरोना वायरस (COVID-19) से संक्रमित हो गए हैं। उन्होंने खुद ट्वीट करके इसकी जानकारी दी। कांग्रेसी के वरिष्ठ नेता ने पिछले कुछ दिनों में उनके संपर्क में आने वाले सभी लोगों से टेस्ट कराने का आग्रह किया। हालांकि , उनकी पत्नी डॉली गोगोई की कोरोना टेस्ट रिपोर्ट नेगेटिव आई है।


डॉक्टरों ने 85 वर्षीय राजनेता को होम आइसोलेशन में रहने की सलाह दी है। जोरहाट जिले के टिटबोर विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले गोगोई कोरोना से संक्रमित होने वाले असम के 13 वें विधायक हैं। गगोई के पूर्व कैबिनेट सहयोगी और गोलाघाट के विधायक अजंता नियोग ने मंगलवार को कोरोना से संक्रमित पाए गए थे और उन्हें गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भर्ती कराया गया।               


महिला किसान को मिलेगा 'लोकमत सम्मान'

अतुल त्यागी (मंडल प्रभारी)
मुकेश सैनी (जिला प्रभारी)
प्रगतिशील महिला किसान सारिका त्यागी का होगा सम्मान


हापुड़। जनपद के वझीलपुर गांव की प्रगतिशील महिला किसान सारिका त्यागी पत्नी ज्ञानेन्द्र त्यागी को गत वर्ष सरसों उत्पादन में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ द्वारा प्रथम स्थान के लिए एक लाख रुपये का चेक भेंट कर व शाल उढाकर व सम्मान पत्र देकर, सम्मानित किया गया था। अब आगामी इकत्तीस अक्टूबर को 'लोकमत सम्मान 2020' लखनऊ के चयनित किया गया है।
पत्र मिलते ही क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ गई
इससे पूर्व में भी सारिका त्यागी के ससुर सोमेन्द्र सिंह को सरसों उत्पादन में सन् 2010 में जिले स्तर पर (जब जिला गाज़ियाबाद था ) था के लिए प्रथम पुरस्कार व पति ज्ञानेन्द्र सिंह त्यागी को सन् 2012 में मसूर उत्पादन के लिए तत्कालीन जिलाधिकारी चक्रपाणि ने जनपद हापुड़ में प्रथम पुरस्कार मिल चुका है।


केसः नेता राम ने सीएम को लिखी चिट्ठी

मुंबई। एक्टर सुशांत सिंह राजपूत केस के मामले में नया मोड़ आ गया है। रिया चक्रवर्ती के वायरल चैट से ड्रग्स कनेक्शन सामने आया है। इस मामले पर सियासी बयानबाजी भी शुरू हो गई है। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नेता राम कदम ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को चिट्ठी लिखकर विधानसभा में बॉलीवुड के ड्रग्स कनेक्शन पर बहस करने की मांग की है।


अपनी चिट्ठी में बीजेपी नेता राम कदम ने कहा, 'आपको पता है कि ड्रग्स और बॉलीवुड को लेकर एक बहस छिड़ी हुई है। मैं आपसे बॉलीवुड इंडस्ट्री में ड्रग्स नेक्सस को खुलासे के लिए जांच की मांग करता हूं। पूरा प्रदेश बॉलीवुड सितारों को अपना आइकन मानता है। ऐसे में ड्रग्स को लेकर आ रही खबर से उन पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। बीजेपी नेता राम कदम ने कहा, 'मैं आपसे अपील करता हूं कि विधानसभा के इस सत्र में बॉलीवुड इंडस्ट्री की ओर से ड्रग्स के इस्तेमाल और इसके नेक्सस पर बहस की जाए और उचित कार्रवाई की जाए। एक और ट्वीट में राम कदम ने कहा, 'ड्रग्स माफिया का एंगल सामने आ रहा है। यह बेहद गंभीर है।


बीजेपी नेता राम कदम ने अपने ट्वीट में कहा, 'कोई भी अभिनेता या राजनीतिक नेता जो मूल रूप से युवाओं के लिए प्रतीक नहीं हैं, उन्हें ड्रग्स के सेवन में शामिल होना चाहिए. ऐसे राजनीतिक नेता और अभिनेता जो नशीले पदार्थों का सेवन करते हैं, उन्हें सार्वजनिक जीवन छोड़ देना चाहिए।                 


भ्रष्ट दरोगा पर कप्तान की गाजः हापुड़

अतुल त्यागी (मंडल प्रभारी)
हापुड़ कप्तान संजीव सुमन का एक्शन हुआ शुरू भ्रष्टाचार में लिप्त चौकी इंचार्ज पर गिरी गाज।


हापुड़। कप्तान संजीव सुमन ने बड़ा एक्शन लिया है हापुड़ की अयोध्यापुरी चौकी पर तैनात चौकी इंचार्ज नवीन कुमार गौतम को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है। इतना ही नहीं भ्रष्टाचारी में लिप्त पुलिस कर्मियों को हापुड़ एसपी संजीव सुमन ने सख्त निर्देश दिया है वही चौकी इंचार्ज नवीन कुमार गौतम की विभागीय जांच कराने को कहा है।हापुड़ में एसपी संजीव सुमन का पड़ा एक देख अब भ्रष्टाचारी में लिप्त पुलिसकर्मियों में हड़कंप मचना शुरू हो गया है। अभी देखना यह है गाज अभी और भी गिर सकती हैं या यही रुकेगी  हापुड़ कप्तान एक्शन मोड में दिखाई दे रहे हैं।


महाराष्ट्रः 24 घंटे में 122 पुलिस संक्रमित

मुंबई। महाराष्ट्र में बीते 24 घंटों में 122 पुलिसकर्मी कोरोना संक्रमित पाये गये और दो जवानों की इस संक्रमण के कारण मौत हो गयी। महाराष्ट्र पुलिस के अनुसार राज्‍य में अब तक कुल 14,189 जवान कोरोना संक्रमित हो चुके हैं जिनमें से 11,423 जवान इलाज के बाद स्‍वस्‍थ हो गये हैं। अब तक 144 जवानों की इस महामारी के कारण मौत हो चुकी है।   


महाराष्ट्र में बीते 24 घंटों में कोरोना संक्रमण के 10,425 नए मरीज सामने आये और 329 संक्रमितों की मौत हो गयी। स्‍वास्‍थ्‍य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार राज्‍य में कुल संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 7 लाख को पार करता हुआ 7,03,823 तक पहुंच चुका है। राज्‍य में अब तक कुल 5,14,790 मरीज स्‍वस्‍थ होने के बाद अस्‍पताल से घर जा चुके हैं, 1,65,921 मरीज सक्रिय हैं।                     


₹7000 लीटर से महंगा गधी का दूध

अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। देश में कोरोना काल में गधी के दूध की असलियत सामने आई है| लोगों ने जब इसकी कीमत जानी, तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई| कीमत जानकर आप यकीन करेंगे कि बाकि मवेशियों के दूध की कीमत कुछ 100 रुपये प्रति लीटर होगी| लेकिन गधी का दूध 7 हज़ार रुपये प्रति लीटर मिल रहा है | बढ़ती हुई मांग के बीच जल्द ही इसकी कीमत 10 हज़ार रुपये प्रति लीटर तक पहुँच सकती है|


बताया जाता है कि हलारी नस्ल की गधी के दूध को दवाइयों का खजाना कहा जाता है| इसके दूध में कैंसर, मोटापा, ऐलर्जी जैसी बीमारियों से लड़ने की क्षमता होती है| यह नस्ल गुजरात में पाई जाती है | जानकारों का कहना है कि कई बार गाय या भैंस के दूध से छोटे बच्चों को एलर्जी हो जाती है लेकिन हलारी नस्ल की गधी के दूध से कभी एलर्जी नहीं होती| इसके दूध में एंटी ऑक्सीडेंट, एंटी एजीन तत्व पाए जाते हैं जो शरीर में कई गंभीर बीमारियों से लड़ने की क्षमता विकसित करते हैं|दरअसल कोरोना संक्रमण से बचने के लिए इसे कारगर माना जा रहा है | बताया जाता है कि गधी का दूध इंसानों के लिए न सिर्फ बेहद फायदेमंद होता है बल्कि शरीर का इम्यून सिस्टम ठीक करने में काफी बड़ी भूमिका निभाता है| इससे कई ब्यूटी प्रोडक्ट भी बनते हैं | कई संक्रमितों ने ठीक होने के बाद गधी के दूध का इस्तेमाल किया | उन्हें चौंकाने वाले रिजल्ट मिले | यही नहीं कई ऐसे भी लोग रहे जो अपने कमजोर इम्यून सिस्टम के कारण चर्चित रहे |


उन्होंने जब से गधी का दूध पीना शुरू किया | उनकी सेहत में जबरदस्त सुधार देखा गया | इसके चलते बाजार में इस दूध की मांग बढ़ गई | विभिन्न किस्म की गधी का दूध बाजार में 2000 से लेकर 7000 रुपए प्रति लीटर तक में बिकता है| इससे ब्यूटी प्रॉडक्ट्स भी बनाए जाते हैं जो काफी महंगे होते हैं| गधी के दूध से साबुन, लिप बाम, बॉडी लोशन तैयार किए जा रहे हैं| लिहाजा देश में पहली बार गधी के दूध का व्यावसयिक इस्तेमाल शुरू हो रहा है | फ़िलहाल इसके एक लीटर दूध की कीमत होगी 7000 रुपये निर्धारित की गई है | ज्यादा दूध रोजाना उपलब्ध हो सके इसके लिए जल्द ही गधी के दूध की डेयरी भी शुरू होने वाली है | राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान केंद्र हिसार में गधी के दूध की डेयरी शुरू की जा रही है | एनआरसीई हिसार में हलारी नस्ल की गधी के दूध की डेयरी शुरू होने के बाद इसे देश के विभिन्न हिस्सों में भेजा जा सकेगा | एनआरसीई में 10 हलारी नस्ल की गधी सैकड़ों की तादात में रखी गई है | यहाँ इनकी ब्रीडिंग की जा रही है | ब्रांडिंग के बाद डेयरी का काम जल्द शुरू हो जाएगा | गधी के दूध की डेयरी शुरू करने के लिए NRCE हिसार के केंद्रीय भैंस अनुसंधान केंद्र और करनाल के नेशनल डेयरी रीसर्च इंस्टीट्यूट के वैज्ञानिकों ने दिन – रात एक कर दिया है | दरअसल कोरोना संक्रमण से बचने के लिए इसे कारगर माना जा रहा है | बताया जाता है कि गधी का दूध इंसानों के लिए न सिर्फ बेहद फायदेमंद होता है बल्कि शरीर का इम्यून सिस्टम ठीक करने में काफी बड़ी भूमिका निभाता है| इससे कई ब्यूटी प्रोडक्ट भी बनते हैं | कई संक्रमितों ने ठीक होने के बाद गधी के दूध का इस्तेमाल किया | उन्हें चौंकाने वाले रिजल्ट मिले | यही नहीं कई ऐसे भी लोग रहे जो अपने कमजोर इम्यून सिस्टम के कारण चर्चित रहे |              


उत्तराखंड में संक्रमित संख्या-16,014

देहरादून। उत्तराखंड में कोरोना का कहर बढ़ता ही जा रहा है।यहां मंगलवार को कोरोना ने छह और मरीजों की जान ले ली।वहीं, कोरोना के 485 नए मामले सामने आए हैं। इस तर प्रदेश में कोरोना से संक्रमित लोगों की कुल संख्या 16,014 हो गयी है।


यहां प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी बुलेटिन के अनुसार तीन मरीजों ने एम्स ऋषिकेश में दम तोड़ा। वहीं, दो मरीजों की देहरादून के दून मेडिकल कॉलेज में मौत हुई है। इसके अलावा एक अन्य की मौत हल्द्वानी स्थित सुशीला तिवारी अस्पताल में हुई। बुलेटिन के अनुसार अब तक प्रदेश में महामारी से जान गंवाने वालों की संख्या 213 हो चुकी है।             


सिक्कीमः 934 लोग ठीक, 3 की मौत

गंगटोक। सिक्किम में सोमवार को 43 और लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई। अधिकारी ने बताया कि इसके साथ ही राज्य में कुल कोविड-19 मरीजों की संख्या बढ़कर 1 सूचना, शिक्षा एवं संप्रेषण अधिकारी सोनम भूटिया ने बताया कि 42 नये मामले अकेले पूर्वी सिक्किम जिले में आए हैं जबकि पश्चिम जिले में एक व्यक्ति के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है।


स्वास्थ्य सचिव पेम्पा टी भूटिया ने बताया कि राज्य में इस समय 509 कोविड-19 मरीज उपचाराधीन हैं जबकि 934 लोग ठीक हो चुके हैं। वहीं राज्य में तीन लोगों की मौत हुई है।


इस बीच, पूर्वी सिक्किम के पुलिस अधीक्षक ने कर्मचारी के संक्रमित पाए जाने के बाद सिक्किम विधानसभा परिसर और कार्यालय को 72 घंटे के लिए निषिद्ध क्षेत्र घोषित कर दिया है।             


मेघालयः 29 नए वायरस संक्रमित मिलें

शिलांग। मेघालय में 11 सुरक्षाकर्मियों समेत कम से कम 18 और लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई जिसके बाद मंगलवार को राज्य में संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 1 स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।


स्वास्थ्य सेवा निदेशक अमन वार ने कहा कि नए मामलों में से 14 पूर्वी खासी हिल जिले से सामने आए, दो मामले री भोई और एक-एक मामले उत्तरी और पश्चिमी गारो हिल्स जिले से सामने आए। उन्होंने कहा, “सशस्त्र सेनाओं के 11 कर्मी संक्रमण के शिकार हुए हैं जिनमें से 10 पूर्वी खासी हिल जिले से हैं और एक पश्चिमी गारो जिले से हैं।”


मेघालय में वर्तमान में कोविड-19 के 1,187 मरीजों का इलाज चल रहा है और अब तक 799 मरीज ठीक हो चुके हैं।


अब तक राज्य में कोविड-19 से आठ मरीजों की मौत हो चुकी है।


वार ने कहा कि पूर्वी खासी हिल जिले में 780 मरीजों का इलाज चल रहा है।


उन्होंने कहा कि पश्चिमी गारो हिल में 224 और री भोई में 93 मरीजों का इलाज चल रहा है।


उन्होंने कहा कि पूर्वी खासी हिल जिले में कोविड-19 के जिन मरीजों का इलाज चल रहा है उनमें से 285 सुरक्षाकर्मी हैं।


कोतवाली में 'भारत माता' का अपमान

भोपाल। मध्य प्रदेश के सिवनी के कोतवाली में पिछले 3 सालों से भारत माता की प्रतिमा का अपमान हो रहा है। इस प्रतिमा को सिवनी से 3 किलोमीटर दूर खैरी टेक गांव से प्रशासन द्वारा जब्त कर कोतवाली लाया गया था। कोतवाली के कबाड़खाने में रखी गई यह प्रतिमा खराब हो रही है। 


दरअसल, विद्युत मंडल में कार्यरत सरकारी कर्मचारी विपत लाल विश्वकर्मा ने अपने खर्च से दो लाख रुपए की लागत से 5 टन वजनी भारत माता की एक बहुत ही खूबसूरत प्रतिमा बनवाकर सरपंच की सहमति से उसे खैरी टेक पर स्थापित किया था। प्रतिमा स्थापित करने के 4 महीने बाद कुछ लोगों ने प्रशासन से इसकी शिकायत कर दी। शिकायत पर कार्रवाई करते हुए प्रशासन उस मूर्ति को जब्त कर कोतवाली ले आई। प्रशासन द्वारा जब मूर्ति को वहां से हटाया जा रहा था तो मूर्ति ट्रैक्टर ट्राली से नीचे गिर गई थी। मूर्ति हटाने के दौरान विवाद भी हुआ था, जिस देश और प्रदेश में उस बीजेपी का शासन है जो भारत माता के लिए जान न्योछावर करती है, इसके बावजूद विगत 3 वर्षों से भारत माता का कोतवाली में कैद रहना हैरान करती है। 


हालांकि विपत लाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और बाबूलाल गौर से एक उचित स्थान पर उस मूर्ति को स्थापित करने की कई बार याचना की, उसके बावजूद प्रशासन के कानों में जूं नहीं रेंग रही है।             


हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया

हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कांग्रेस पर अपना हमला तेज ...