बुधवार, 19 अगस्त 2020

यूपी में शुरू हुआ खाद वितरण घोटाला

लखनऊ। यूपी में खाद की कमी और वितरण में गड़बड़ी के आरोप लगाते हुए शि‍कायतें दिल्ली के रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय तक पहुंच रही थीं। भरपूर स्टॉक देने के बाद भी उर्वरक का संकट क्यों हुआ, इसकी पड़ताल के लिए केंद्रीय खाद एवं रसायन मंत्रालय ने एक वित्तीय वर्ष के दौरान सबसे अधि‍क खाद लेने वाले प्रत्येक जिले के टॉप 20 किसानों की सूची बनाई और इसे अपने पोर्टल पर लोड कर दिया। मंत्रालय ने सभी जिलों के जिलाधि‍कारियों को इन किसानों द्वारा खरीदे गए उर्वरक की जांच कर रिपोर्ट देने को कहा। जिलाधि‍कारियों ने पोर्टल से सूची लेकर जब जांच कराई तो पूरी गड़बड़ी सामने आ गई. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह जिले गोरखपुर में 23,252 क्विंटल का खाद घोटाला उजागर हुआ है।घोटालेबाजों ने नियमों का माखौल उड़ाते हुए फर्जी और काल्पनिक नामों पर बिना आधार कार्ड के खाद की बिक्री कर दी।                         


बीजेपी विधायकों ने योगी पर उठाए सवाल

कई विधायकों ने योगी सरकार पर सवाल खड़े किए हैं


योगी सरकार पर विधायकों ने पक्षपात का आरोप लगाया


लखनऊ। उत्तर प्रदेश में योगी सरकार की कार्यप्रणाली पर योगी के सिपहसालार ही अब सवालिया निशान उठाने लगे हैं। कोई विधायक खुलेआम बयानबाजी कर रहा है तो कोई ट्विटर और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपनी नाराजगी जाहिर कर रहा है। ऐसा नहीं है कि किसी एक विधायक ने अपनी सत्ताधारी सरकार की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान उठाया हो। ऐसे कई विधायक हैं जिन्होंने पिछले दिनों उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर सवाल खड़े किए। लखीमपुर में हर्ष फायरिंग में हुई मौत के मामले में एक इंस्पेक्टर द्वारा सानू खान नाम के एक आरोपी को बचाने का मामला सुर्खियों में आया तो इस घटना को संज्ञान में लेते हुए योगी के गढ़ गोरखपुर के सदर विधायक डॉक्टर राधा मोहन दास अग्रवाल ने ट्वीट कर पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए। उसके कुछ घंटे बाद उत्तर प्रदेश के डीजीपी का कॉल विधायक राधा मोहन दास के पास आया और उस कॉल के बाद दोबारा राधा मोहन दास अग्रवाल ने ट्वीट किया कि मामला डीजीपी के संज्ञान में है, देखना है कि कार्रवाई में क्या प्रगति होती है।           


देश में बारिश का कहर, प्रशासन अलर्ट



नई दिल्ली। मानसून के आने के साथ देशभर में भारी बारिश का दौर जारी है। पिछले 24 घंटे में गोवा, गुजरात, पूर्वी मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, हिमाचल प्रदेश, तटीय कर्नाटक और असम में हल्की से मध्यम भारी बारिश हुई। मौसम एजेंसियों के मुताबिक, देशभर में अब तक बारिश सामान्य से 4 फीसदी ज्यादा है। देशभर के कई हिस्सों में जलाशय, नदियां और तालाब पानी से लबालब भर चुके हैं। कई राज्यों में भारी बारिश का सितम जारी है। देशभर में नदियां उफान पर हैं। मौसम एजेंसियों के मुताबिक 19 अगस्त के आसपास उत्तरी बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनेगा। इसके बाद 20 अगस्त से फिर भारी बारिश शुरू हो जाएगी। एजेंसियों ने 11 राज्यों मध्यप्रदेश, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, तेलंगाना,  पश्चिम बंगाल, गोवा, कर्नाटक, उत्तराखंड और हिमाचल में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के मुताबिक तेलंगाना में अब तक सामान्य से 38 फीसदी ज्यादा यानी 683.9 मिमी बारिश हो चुकी है। मौसम विभाग के अनुसार 31 राज्यों में सामान्य से ज्यादा बारिश हुई है। 17 राज्य तो ऐसे हैं, जहां सोमवार को सामान्य से 50 फीसदी ज्यादा बारिश हुई। एक जून से अब तक की बात करें तो देश में सामान्य से चार फीसदी ज्यादा बारिश हो चुकी है। भारत में 18 अगस्त तक 612.1 मिमी बारिश होनी चाहिए थी जबकि 639 मिमी बारिश हो चुकी है। गुजरात में मंगलवार को 525 फीसदी ज्यादा बारिश हुई। महाराष्ट्र, गोवा में भी सामान्य से कहीं ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। एक जून से 18 अगस्त तक आंकड़ों पर नजर डालें तो अब तक 10 राज्यों में सामान्य से ज्यादा बारिश हुई है। 21 राज्य ऐसे हैं, जहां सामान्य बारिश हुई। जबकि छह राज्यों में अभी तक सामान्य से कम बारिश दर्ज की गई है। 


महाराष्ट्र में 16 फीसदी ज्यादा बारिश 
मौसम विभाग के मुताबिक महाराष्ट्र में इस मानसून जून से अब तक सामान्य औसत से लगभग 16 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है। राज्य में एक जून से 17 अगस्त तक 826.7 मिलीमीटर बारिश हुई। पिछले मानसून में इस अवधि के दौरान 713.7 मिलीमीटर बारिश हुई थी। राज्य के 36 में से छह जिलों में एक जून के बाद बड़े पैमाने पर अधिक वर्षा हुई है जबकि यवतमाल, गोंदिया और अकोला में कम वर्षा हुई।मध्यप्रदेश में हो सकती है बाढ़ जैसी स्थिति  
मौसम विभाग के मुताबिक बुधवार को बंगाल की खाड़ी में लो प्रेशर एरिया बनता दिख रहा है। इस वजह से अगले 4-5 दिन भारी बारिश हो सकती है। खासतौर से मध्यप्रदेश में बहुत भारी बारिश की चेतावनी है। अनुमान है कि मध्यप्रदेश में 20 सेंटीमीटर तक बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने आपदा प्रबंधन विभाग को भी सतर्क रहने को कहा है। दिल्ली में हो रही बारिशः दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों में तेज बारिश ने मौसम सुहाना बना दिया है। आज सुबह से दिल्ली, गाजियाबाद, गुरुग्राम आदि इलाकों में हो रही बारिश से सड़कों पर जलजमाव की समस्या भी हो गई है। हरियाणा के आधे से ज्यादा जिलों और दिल्ली व यूपी के कुछ जिलों में मानसून सक्रिय हो गया है। अगले 48 से 72 घंटों में प्रदेश के उत्तरी, पूर्वी और दक्षिण के कुछ जिलों में भारी बारिश होने की बात कही गई थी।                     



हिमाचल में मामलों की संख्या 4,175

शिमला। हिमाचल प्रदेश में बुधवार को कोविड-19 के 13 नए मामले सामने आए, जिससे राज्य में कोरोना वायरस के मामलों की कुल संख्या 4,175 हो गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। विशेष सचिव (स्वास्थ्य) निपुण जिंदल ने कहा कि राज्य में कोरोना वायरस के 1,313 मरीज उपचाराधीन हैं, जबकि 2,797 मरीज अब तक संक्रमण से उबर चुके हैं। कोविड-19 के कारण राज्य में 18 मरीजों की मौत हो गई है और 40 राज्य से बाहर चले गए हैं। जिंदल ने बताया कि राज्य में सामने आए 13 नये मामलों में से छह सोलन से, तीन चंबा से और दो-दो मामले ऊना और कांगड़ा से आये हैं। इस बीच, सोमवार को 77 मरीज ठीक हुए हैं। चंबा में 21, सिरमौर में 17, मंडी में 12, ऊना में नौ, हमीरपुर में आठ, शिमला में चार और कांगड़ा और बिलासपुर में तीन-तीन लोगों को ठीक होने के बाद अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई।                      


केरल में वायरस से ठीक हुए बड़े 'बुजुर्ग'

अकाशुं उपाध्याय


तिरूवनंतपुरम। देश में भले ही कोरोना वायरस संक्रमण के केस बढ़ रहे हों, लेकिन इसके साथ ही संक्रमण से ठीक होने वाले लोगों की रफ्तार भी बढ़ रही है। इनमें हर उम्र के लोग शामिल हैं। इन्‍हीं में से एक हैं केरल के पुरक्‍कट वीटिल फरीद. वह 103 साल के हैं। उन्‍होंने कोरोना संक्रमण को मात दी तो अस्‍पतान ने उन्‍हें अच्‍छे से घर विदा किया। फरीद केरल के अलूवा में रहते हैं। 20 दिन पहले उनकी कोरोना वायरस संक्रमण जांच पॉजिटिव आई थी। इसके बाद उन्‍हें कोच्चि के सरकारी मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में भर्ती किया गया था। अब वह वहां से पूरी तरह से स्‍वस्‍थ्‍य होने के बाद घर चले गए हैं।                                 


मेघालय में संक्रमित संख्या 1,454 हुई

शिलांंग। आज बुधवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 36 नए मामले सामने आने के साथ ही राज्य में संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 1,454 तक पहुंच गई। नए मामलों में 20 सुरक्षाकर्मी भी शामिल हैं। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। स्वास्थ्य सेवा निदेशक अमन वार ने कहा कि संक्रमण के नए मामलों में से पूर्वी खासी हिल्स में 24, पश्चिमी गारो में सात, री-भोई में तीन और पूर्वी जंतिया हिल्स और दक्षिण पश्चिमी गारो हिल्स में एक-एक मामला सामने आया। उन्होंने कहा, '' नए मरीजों में सीमा सुरक्षा बल के 13 कर्मी और अन्य सशस्त्र बलों के सात कर्मचारी भी शामिल हैं।'' निदेशक के मुताबिक, चार लोगों को संक्रमणमुक्त होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई, जिसके साथ ही अब तक 683 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। राज्य में अब तक छह मरीजों की इस घातक वायरस के कारण मौत हो चुकी है। उन्होंने कहा कि मेघालय में फिलहाल 765 मरीज उपचाराधीन हैं। राज्य में अब तक 43,870 नमूनों की जांच की जा चुकी है।                                


झारखंड में कोरोना ने तोड़े सभी रिकॉर्ड

रांची। झारखंड में कोरोना वायरस संक्रमण के नए मामले लगातार सामने आ रहे हैं। बुधवार को कोरोना वायरस ने प्रदेश में अब तक के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। 19 अगस्‍त को राज्य में 1266 नए कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं। इसके साथ ही झारखंड में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 25 हजार के पार हो गई है। जानकारी के मुताबिक, मंगलवार को सबसे ज्यदा रांची और पूर्वी सिंहभूम जिले में कोरोना मरीज मिले हैं। पूर्वी सिंहभूम में 360 तो रांची जिले में 426 पॉजिटिव केस मिले हैं।                                     


धूल और मलबे के बीच से गुजरेगी 'पृथ्वी'



धूल के गुबार और मलबे से भरे रास्ते से कोई भी गुज़रना नहीं चाहेगा। लेकिन कभी-कभी ऐसा कर के आप अचम्भे में पड़ सकते हैं। अगस्त के मध्य में अपनी धुरी पर घूमती पृथ्वी ब्रह्मांडीय मलबे और धूल के बीच से हो कर गुज़रेगी और इस दौरान आसमान रोशनी से जगमगा उठेगा। आसमान में उल्का पिंडों की बौछार, यानी शूटिंग स्टार की शानदार प्रदर्शन देखने का ये अहम मौक़ा होगा और अगर आपकी किस्मत ने साथ दिया तो आपको फायर-बॉल भी दिखेगा।





क्या है परसिड्स? स्विफ्ट-टर्टल नाम का धूमकेतु पृथ्वी की तरह सूरज के चारों तरफ चक्कर काटता है, लेकिन ये चक्कर काटते वक़्त एक ख़ास तरह का एंगल बनाता है। लंदन के ग्रीनविच में मौजूद रॉयल म्यूज़ियम से जुड़े खगोल विज्ञानी एडवर्ड ब्लूमर कहते हैं, "हर साल सूरज के चारों तरफ घूमती हुई पृथ्वी इस धूमकेतु की कक्षा से हो कर जाती है और इस दौरान वो इसके मलबे और धूल की गवाह बनती है।




बर्फ के टुकड़ों, धूल, चावल के दाने के जितने पत्थर के टुकड़ों से भरा ये ब्रह्मांडीय मलबा पृथ्वी के वायुमंडल की ऊपरी परत में प्रवेश करते हैं। ब्लूमर कहते हैं, "वायुमंडल में प्रवेश करते ही ये टुकड़े घर्षण के कारण जलने लगते हैं, भले ही कुछ सेकंड के लिए ये नज़ारा अद्भुत होता है। वो कहते हैं, "परसिड्स उल्का पिंड का बौछार इसलिए ख़ास है क्योंकि ये तय समय पर होता है। जुलाई के आख़िर से ही ये दिखवने लगता है और अगस्त में मध्य में अपने पीक पर पहुंचता है। आप इसे बिना किसी ख़ास चश्मे के आंखों से देख सकते हैं और आप लगातार कई दिनों तक रात के आकाश में इसका मज़ा ले सकते हैं। क्या पता किस रात आपको कुछ ख़ास रोशनी का जलवा दिख जाए। ब्लूमर कहते हैं कि कभी-कभी धूमकेतु का कोई बड़ा हिस्सा भी आपको दिख सकता है और "अगर आप लकी हुए तो आपको फायर बॉल भी दिख सकता है। वो कहते हैं कि दो साल की कोशिशों के बाद वो फायर बॉल की एक झलक पाने में कामयाब हुए थे।




लेकिन उल्का पिंडों को देखने के लिए इतना उत्साह?





ब्लूमर कहते हैं, "बिल्कुल होना ही चाहिए। घर की बत्तियां बुझाइए और कहीं खुले में जा कर इसका आनंद लीजिए।परसिड्स प्राकृति की आतिशबाज़ी की तरह है, और ये आतिशबाज़ी अपने आप में शानदार होती है और कभी-कभी घंटे भर में आपको सौ तक उल्का पिंड दिखते हैं। ये उल्का पिंड 215,000 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से धरती के वायुमंडल में प्रवेश करते हैं लेकिन फिर भी ये धरतीवासियों के लिए किसी तरह का ख़तरा नहीं हैं। ब्लूमर कहते हैं, "खुद के लिए थोड़ा वक्त निकालिए, एक खुली जगह पर चीदर बिछाइए और आसमान को निहारिए।आतिशबाज़ी का ये नज़ारा आपका तनाव भी कम कर देगा।





परसिड्स का मज़ा कैसे लें?




खगोल विज्ञानी एडवर्ड ब्लूमर कहते हैं- आसमान में पूर्व और उत्तर पूर्व की तरफ देखें। अगर आप नक्षत्रों को जानते हैं तो कैसियोपिया नक्षत्र के नज़दीक परसिड्स को ढूंढें। अगर आप इसे नहीं ढूंढ पातो इसके लिए मोबाइल एप की मदद लें।





कोरोना महामारी से पहले तारे देखना थोड़ा आसान था, लेकिन अब भी सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन करते हुए आप ऐसा कर सकते हैं। जहां से आप आकाश देखना चाहते हैं उस जगह की तलाश शाम से ही कर लें। वहां चादर बिछाएं और आराम से रात होने का इंतज़ार करें। आसपास लाइटें हों तो बंद कर दें, अपने मोबाइल फ़ोन को भी बंद करे या फिर लाइट पॉल्यूशन करने वाली कोई और चीज़ आसपास हो तो उसे बंद करें। अब प्रकृति के अद्भुत नज़ार का आनंद लें। आपको घंटे भर में क़रीब सौ उल्का पिंड तो दिखेंगे ही, हो सकता है कि आपको फायर बॉल भी दिख जाए।


परसिड्स का नाम क्यों है ख़ास?





ब्लूमर बताते हैं, "उल्का पिंड की ये बौछार परसियस नक्षत्र से आती दिखती है इस कारण इसे परसिड्स कहते हैं। लेकिन इस तरह की बौछार पहले भी कई अलग-अलग संस्कृतियों में देखी गई है। कैथोलिक परंपरा में रोम शहर के सात अहम चर्च अधिकारियों में से एक लॉरेन्टियस की याद में इसे 'टीयर्स ऑफ़ सेंट लॉरेन्स' यानी संत लॉरेन्स के आंसू कहा गया है। 258 ईस्वी में रोमन्स ने जिन ईसाईयों को मार दिया था उनमें से एक संत लॉरेन्टियस भी थे। कहा जाता है कि 10 अगस्त को इस संत को मारने के लिए उन्हें ज़िंदा आग के ऊपर रख दिया गया था। भूमध्यसागरीय इलाक़ों में प्रचलित लोककथाओं की मानें तो साल के इस दौरान दिखने वाले उल्का पिंड उसी आग के निशान हैं जो आसमान में बिखरते दिखते हैं। लेकिन रोमन से पहले पर्शिया, बेबीलोन, मिस्र, कोरिया और जापान में ऐसे सही खगोलीय रिकॉर्ड मिले हैं जो उल्का पिंडों की बौछार के बारे में विस्तार से बताते हैं। माना जाता है कि परसिड्स के नज़ारे का सबसे पहला उल्लेख चीन के हान राजवंश के दौर में मिलता है। 36 ईस्वी के उस दौर खगोल शास्त्रियों ने लिखा था कि पूरी रात आकाश में "सौ से अधिक उल्का पिंड देखे गए थे।               




जमीर इजराइल को स्वीकार नहीं करेगा



इस्लामाबाद। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने इसराइल के साथ द्विपक्षीय रिश्ते स्थापित करने की किसी भी संभावना होने से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि उनका ज़मीर कभी इसराइल को स्वीकार नहीं कर सकता। हाल ही में इसराइल और संयुक्त अरब अमीरात के बीच ऐतिहासिक समझौते के संदर्भ में उन्होंने यह बात की। दोनों देशों ने सामान्य द्विपक्षीय रिश्ते बहाल कर दिए हैं।






पाकिस्तान के एक निजी चैनल 'दुनिया' को दिए इंटरव्यू में इमरान ख़ान ने इसराइल को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में कहा, "इसराइल पर हमारा रुख़ एकदम साफ़ है। पाकिस्तान इसराइल को मान्यता नहीं दे सकता। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने कहा, "क़ायद-ए-आज़म मोहम्मद अली जिन्ना ने 1948 में साफ़ कर दिया था कि हम इसराइल को तब तक तस्लीम नहीं कर सकते जब तक कि फ़लस्तीनियों को उनका हक़ नहीं मिलता। फ़लस्तीनियों की टू नेशन थ्योरी थी कि उन्हें उनका देश मिले। यह फ़ैसला होने से पहले ही अगर हम इसराइल को स्वीकार कर लेते हैं तो कश्मीर की भी ऐसी ही स्थिति है, हमें वो मुद्दा भी छोड़ देना चाहिए। इसलिए पाकिस्तान कभी इसराइल को स्वीकार कर नहीं कर सकता।






इमरान ख़ान ने कहा, "इंसान अल्लाह को जवाबदेह है। आप जब इसराइल और फ़लस्तीन की बात करते हैं, तो सोचना चाहिए कि हम अल्लाह को क्या जवाब देंगे। जिन लोगों पर हर क़िस्म की ज़्यादतियां हुई हैं, जिनके सारे हक़ छीन लिए गए, क्या हम उनको यूं ही बेसहारा छोड़ सकते हैं? मेरा तो ज़मीर ऐसा करने के लिए कभी नहीं मानेगा। मैं इसे कभी स्वीकार नहीं कर सकता।             




शिक्षा मंत्रालय को राष्ट्रपति की मंजूरी मिली



नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मानव संसाधन विकास मंत्रालय का नाम बदलकर शिक्षा मंत्रालय करने को मंजूरी दे दी है। यह जानकारी एक आधिकारिक अधिसूचना में दी गयी है। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के मसौदे में मंत्रालय का नाम बदलने समेत कई अहम सिफारिशें की गई थीं। पिछले ही महीने केंद्रीय मंत्रिमंडल ने इस नीति को मंजूरी दी थी। सोमवार रात प्रकाशित गजट अधिसूचना में कहा गया है कि राष्ट्रपति ने मानव संसाधन विकास मंत्रालय का नाम बदलकर शिक्षा मंत्रालय करने को मंजूरी दे दी है। अधिसूचना के अनुसार, अब मानव संसाधन विकास मंत्रालय के स्थान पर शिक्षा मंत्रालय लिखा जाएगा। शिक्षा मंत्रालय का नाम 1985 में तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी के कार्यकाल में बदलकर मानव संसाधन विकास मंत्रालय कर दिया गया था। इसके अगले साल एनईपी लायी गई थी और उसे 1992 में संशोधित किया गया था। पी वी नरसिम्हा राव, राजीव गांधी मंत्रिमंडल में पहले मानव संसाधन विकास मंत्री बने थे।               



बिना संसद चलें, देश कैसे चल रहा है ?

मोदी सरकार बिना संसद चलाए देश कैसे चला रही है? - पूर्व जज जस्टिस एपी शाह


नई दिल्ली। कोविड महामारी के समय हमारी संसद न सिर्फ़ बंद रही बल्कि उसने लोगों का नेतृत्व भी नहीं किया। मनमाने तरीक़े से काम करने की सरकार को अब छूट मिल गई है। उनके ख़िलाफ़ सवाल उठाने का कोई भी संस्थागत तरीक़ा अब नहीं बचा है। ये कहना है पूर्व जज जस्टिस एपी शाह का जिन्होंने रविवार यानी 16 अगस्त से शुरू हुए छह दिवसीय जनता संसद में ये बातें कही।


संबंधितः गांधी ने कहा, किसी ग़ैर-गांधी को संभालना चाहिए कांग्रेस का नेतृत्व - प्रेस रिव्यू


देश के कई सामाजिक संगठनों और एकेडमिशियन ने इस कार्यक्रम का आयोजन किया है। इसमें लोग ऑनलाइन हिस्सा ले सकते हैं। कोरोना महामारी की वजह से संसद के बजट सत्र की अवधि कम कर दी गई है। संसदीय समिति दो महीने से काम नहीं कर रही और संसद का मॉनसून सत्र भी जुलाई के मध्य से शुरू होना चाहिए था लेकिन नहीं हो सका है। इस कार्यक्रम के आयोजकों का मानना है कि कोरोना महामारी की वजह से चूंकि संसद नहीं चल रही है इसलिए सरकार से जवाबदेही मांगना कठिन हो गया है। इस मक़सद से ही वर्चुअल जनता संसद का आयोजन किया गया है। जनता संसद के उद्घाटन सत्र में जस्टिस एपी शाह, सामाजिक कार्यकर्ता सैयदा हमीद, सोनी सोरी और गुजरात से विधायक जिग्नेश मेवानी ने हिस्सा लिया।


ऑनलाइन क्यों नहीं चल सकती संसद?


जस्टिस एपी शाह ने इस मौक़े पर कहा, "संसद का बजट सत्र जनवरी में हुआ था। उसके बाद कोविड के कारण यह फ़ैसला लिया गया कि संसद को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित किया जाएगा लेकिन इस संकट के वक़्त भी कई दूसरे देशों में हमने संसद को काम करते देखा है। कनाडा और ब्रिटेन जैसे देशों की संसद ने अपने काम करने के तरीक़ों में बदलाव करते हुए वीडियो कॉन्फ्रेंस के ज़रिए सत्र आयोजित किए हैं। कुछ देशों में इंटरनेट के माध्यम से वोट करके यह भी निश्चित किया गया है कि संसद की कार्यवाही चलती रहे।


"फ़्रांस, इटली, और चिली जैसे देशों में संसद की कार्यवाही चलाई गई है। स्पेन जैसा देश जहाँ पर महामारी का असर ज़्यादा है, वहाँ संसद की कार्यवाही जारी है। मालदीव में एक सॉफ़्टवेयर की मदद से वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग कर संसद का काम चल रहा है। वहाँ के स्पीकर ने कहा है कि संसद अपने लोगों का प्रतिनिधित्व करना कभी ख़त्म नहीं कर सकती फिर चाहे महामारी का वक़्त ही क्यों न हो।         


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस   (हिंदी-दैनिक)



 अगस्त 20, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-06 (साल-02)
2. बृहस्पतिवार, अगस्त 20, 2020
3. शक-1943, भाद्रपद, शुुुक्ल-पक्ष, तिथि- दूज, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 05:27, सूर्यास्त 07:12


5. न्‍यूनतम तापमान 23+ डी.सै.,अधिकतम-35+ डी.सै.। आद्रता बनी रहेगी।


6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
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मंगलवार, 18 अगस्त 2020

सीमा पर चीनी सेना का रवैया अडियल

बीजिंग। लद्दाख सीमा पर चीनी सेना का अड़ियल रवैया जारी है। चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी लद्दाख के पैंगोंग त्सो और गोगरा-हॉट स्प्रिंग्स क्षेत्र पर अब भी फॉरवर्ड पोजिशन पर काबिज है और वादे के मुताबिक ड्रैगन डी-एस्केलेशन के कोई संकेत नहीं दे रहा है। ऐसी स्थिति में चीन को सबक सिखाने और उसकी हेकड़ी तोड़ने के लिए नरेंद्र मोदी सरकार आर्थिक मोर्चे पर एक और एक्शन लेने की योजना बना रही है। भारत का अर्थ व्यापार है, यह संदेश देने के लिए मोदी सरकार आर्थिक मोर्चे पर चीन के साथ आगे की कार्रवाई पर विचार कर रही है। 


इस मामले से परिचित वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों के अनुसार, शीर्ष चीन अध्ययन समूह (सीएसजी) ने सोमवार को लद्दाख में जमीन पर चीनी सेना की कार्रवाई और तिब्बत के कब्जे वाले अक्साई चीन क्षेत्र में उसकी सैन्य मुद्रा पर चर्चा की। दरअसल, सीएसजी वह निकाय है, जो चीन के साथ कार्रवाई पर देश की क्या रणनीति होगी, इसकी सिफारिश करता है। सीएसजी में केंद्र सरकार के महत्वपूर्ण सदस्य शामिल होते हैं। इसमें भारत सरकार के वरिष्ठ मंत्री, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल सहित सैन्य और अन्य संबंधित सरकारी एजेंसियों के प्रतिनिधि शामिल हैं। चीन चाहता है कि भारत सीमा पर अभी की स्थिति के आधार पर राजनयिक संबंधों को सामान्य करे, जबकि मोदी सरकार का दृढ़ता से मानना है कि लद्दाख क्षेत्र में यथास्थिति (पहले की स्थिति) से कम कुछ भी अस्वीकार्य है। आक्रामक होने के बावजूद चीनी सेना यानी पीएलए का मानना है कि उसके सैनिक लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा की अपनी धारणा के भीतर ही हैं। अधिकारियों के अनुसार, भारतीय सेना को लद्दाख में 1597 किलोमीटर वास्तविक नियंत्रण रेखा के साथ फॉर्वर्ड पोजिशन पर बने रहने के लिए कहा गया है। 5 जुलाई को सीमा वार्ता पर भारतीय विशेष प्रतिनिधि ने दो घंटे से अधिक समय तक अपने चीनी समकक्ष से बात की। दोनों ने तय किया था कि दोनों पक्ष पूरी तरह से अलग हो जाएंगे और फिर डी-एस्केलेट हो जाएंगे, मगर एक महीने बाद स्थिति चीन के साथ एक कूटनीतिक पेशकश के साथ एक गतिरोध पर पहुंच गई है। दरअसल, चीन दुनिया की नजर में अच्छा बने रहने के लिए कूटनीतिक पेशकश कर शांति वार्ता के जरिए इसे सुलझाने की बात कर रहा है, मगर वह पीछे हटने को भी तैयार नहीं है। भारत को आपत्ति इसी बात से है कि जब तक चीनी सेना पीछे नहीं हटती, तब तक शांति की बात करना भी बेमानी ही है।


क्योंकि अब अमेरिका ने हुवावई और इसकी सहयोगी कंपनी पर जासूसी के लिए एक्शन लेकर चीन को झटका दिया है। ऐसे में संभव है कि भारत भी निकट भविष्य में बड़ा एक्शन लेगा। यह स्पष्ट है कि भारत चीनी संचार और बिजली कंपनियों को भविष्य की किसी भी परियोजना से बाहर रखेगा। मोदी सरकार स्पष्ट है कि द्विपक्षीय संबंध सीमा शांति के साथ सीधे जुड़े हुए हैं और अतीत की तरह उन्हें समानांतर ट्रैक पर नहीं आने देंगे। बता दें कि अमेरिका ने सोमवार को हुवावेई को लेकर सख्ती बढ़ा दी। इसके तहत उसने कंपनी की 21 देशों में 38 संबद्ध इकाइयों को अपनी निगरानी सूची में शामिल किया है। अमेरिका इन कदमों के जरिए यह सुनिश्चित कर रहा है कि कंपनी किसी तरीके से उसके कानून के साथ खिलवाड़ नहीं करे।           


मृतक -51,797, संक्रमित-27,02,742

नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों में पिछले दिनों से थोड़ी कमी आई है। मंगलवार को 55,078 नए मामले सामने आए। वहीं, संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 27 लाख के पार पहुंच गया है। लेकिन अच्छी बात यह है कि संक्रमण से स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या साढ़े 19 लाख से ज्यादा हो गई है और जांच में तेजी आई है। 


मंगलवार सुबह अद्यतन किए गए आंकड़े के अनुसार, पिछले 24 घंटे में 876 लोगों की मौत होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 51,797 हो गई है। देश में संक्रमण के मामले बढ़कर 27,02,742 हो गए हैं, जिनमें से 6,73,166 लोगों का उपचार चल रहा है और 19,77,779 लोग उपचार के बाद इस बीमारी से उबर चुके हैं। संक्रमण के कुल मामलों में विदेशी नागरिक भी शामिल हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़े के मुताबिक, मरीजों के स्वस्थ होने की दर बढ़कर 73.18 फीसदी हो गई है जबकि मृत्यु दर में गिरावट आई है और यह 1.92 फीसदी है। वहीं, 24.91 फीसदी मरीजों का अभी इलाज चल रहा है। पिछले 24 घंटे में करीब नौ लाख नमूनों की जांच
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) की ओर से जारी आंकड़े के मुताबिक, देशभर में 17 अगस्त तक कुल 3,09,41,264 नमूनों की जांच की गई, जिनमें से सोमवार को एक दिन में 8,99,864 नमूनों की जांच की गई, यह अब तक एक दिन में जांच की सर्वाधिक संख्या है।


आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटे में जिन 876 लोगों की जान गई है, उनमें से सबसे अधिक 228 लोग महाराष्ट्र के थे। इसके बाद तमिलनाडु के 120, कर्नाटक के 115, आंध्र प्रदेश के 82, उत्तर प्रदेश के 66, पंजाब के 51, पश्चिम बंगाल के 45, मध्यप्रदेश के 23, दिल्ली के 18, गुजरात के 15, केरल के 13 , हरियाणा के 12, राजस्थान के 11, और ओडिशा के 10 लोग थे। वहीं छत्तीसगढ़ में नौ, असम तथा तेलंगाना में आठ-आठ, बिहार तथा गोवा में सात-सात, जम्मू-कश्मीर, झारखंड तथा उत्तराखंड में छह-छह, पुदुचेरी में चार, त्रिपुरा में तीन, अंडमान- निकोबार द्वीपसमूह, चंडीगढ़ और मणिपुर में एक-एक व्यक्ति की जान गई। मंत्रालय ने बताया कि अब तक देश में कोविड-19 से हुई कुल 51,797 मौतों में सबसे अधिक महराष्ट्र में 20,265 लोगों की जान गई है। इसके अलावा तमिलनाडु में 5,886, दिल्ली में 4,214, कर्नाटक में 4,062 , गुजरात में 2,800 , आंध्र प्रदेश में 2,732 , उत्तर प्रदेश में 2,515 , पश्चिम बंगाल में 2,473 और मध्य प्रदेश में 1,128 लोगों की मौत कोरोना वायरस के संक्रमण की वजह से हुई है।


केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक राजस्थान मे 887, पंजाब में 863, तेलंगाना में 711 , हरियाणा में 550, जम्मू-कश्मीर में 548, बिहार में 468, ओडिशा में 353, झारखंड में 250, असम में 197, केरल में 169 और उत्तराखंड में 158 लोगों की जान कोरोना वायरस के संक्रमण की वजह से गई।


छत्तीसगढ़ में 150, पुदुचेरी में 114, गोवा में 111, त्रिपुरा में 62, चंडीगढ़ में 30, अंडमान-निकोबार द्वीपसमूह में 29, हिमाचल प्रदेश में 19, मणिपुर में 17, लद्दाख में 14, नगालैंड में आठ, मेघालय में छह, अरुणाचल प्रदेश में पांच, दादरा एवं नगर हवेली एवं दमन-दीव में दो तथा सिक्किम में एक मरीज की मौत कोविड-19 की वजह से हुई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि संक्रमण के कारण मरने वाले 70 प्रतिशत से अधिक लोगों को पहले से भी कोई बीमारी थी।           


गाजियाबादः संक्रमितो के अनुपात में कमी

अश्वनी उपाध्याय


गाज़ियाबाद। जिले में अब तक कोरोना संक्रमितों की लगभग 10 हजार रिपोर्ट्स राज्य अथवा केंद्र सरकार के स्वास्थ्य पोर्टल पर अपलोड नहीं की गई हैं!  संतोषजनक बात यह है कि ये रिपोर्ट्स उन मरीजों की हैं जिनके रिजल्ट्स नेगेटिव आए थे।  लेकिन रिपोर्ट्स अपलोड न करने के कारण जिले में सरकारी और निजी लैब द्वारा की जाने वाली कोरोना टेस्टिंग के पॉजिटिविटी प्रतिशत में तीन से पांच गुना का अंतर हैं। इसी के चलते निजी लैब का पॉजिटिविटी प्रतिशत बहुत ज्यादा बढ़ा हुआ है। जिला स्वास्थ्य विभाग ने अब इस मामले को लेकर तीन निजी लैब को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। आपको बता दें कि गाज़ियाबाद में कोरोना की जांच तीन प्रकार से की जा रही हैं। इनमें एंटीजन, आरटी-पीसीआर और ट्रूनेट शामिल हैं। आंकड़ों के अदध्यान से पता चलता है कि तीनों तरह की जांच में निजी लैबों का पॉजिटिविटी प्रतिशत काफी ज्यादा है। सरकारी लैब में आरटी-पीसीआर टेस्ट की पॉजिटिविटी 7.06 प्रतिशत है जबकि निजी लैब में यह प्रतिशत 18.9 है। सरकारी लैब में एंटीजन टेस्टिंग का पॉजिटिविटी प्रतिशत 2.5 है जबकि निजी लैब में यह प्रतिशत 14.3 है। इसके अलावा सरकारी लैब में ट्रूनेट की जाने वाली जांच का पॉजिटिविटी प्रतिशत 5.5 है जबकि निजी लैब में यह प्रतिशत 12 है।


स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि इस अंतर का बड़ा कारण निजी लैब की और से सभी निगेटिव रिपोर्ट को पोर्टल पर अपलोड नहीं करना है। स्वास्थ्य विभाग का मानना है कि निजी लैब्स की और से सभी निगेटिव रिपोर्ट पोर्टल पर अपलोड किए जाने के बाद पॉजिटिविटी प्रतिशत काफी कम हो जाएगा। निजी लैब्स ने लगभग 20 निगेटिव रिपोर्ट पोर्टल पर अपलोड नहीं की थी, जिसके चलते उन्हें चेतावनी दी गई थी। इसके बाद निजी लैब की तरफ से लगभग 10 निगेटिव रिपोर्ट पोर्टल पर अपलोड कर दी गईं, हालांकि लगभग दस हजार निगेटिव रिपोर्ट अभी अपलोड नहीं की गई हैं। इसके लिए तीन निजी लैब को कारण बताओ नोटिस भी जारी किए गए हैं। यदि निजी लैब सभी निगेटिव रिपोर्ट पोर्टल पर अपलोड नहीं करती हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। अधिकारियों के अनुसार सरकारी लैब में ज्यादातर ऐसे लोगों की जांच की जा रही है, जो कोरोना पॉजिटिव मरीज के संपर्क में किसी भी तरह से आए हैं, इनमें से अधिकांश निगेटिव होते हैं जबकि निजी लैब में केवल उन्हीं लोगों की जांच की जा रही है, जिन्हें बुखार, खांसी जैसे कोरोना के लक्ष्ण हैं। पॉजिटिविटी प्रतिशत पर इसका भी कुछ असर हो सकता है।         


शराबी युवक ने नाबालिग से किया रेप

मेरठ। सरधना के एक गांव निवासी शराबी युवक ने नाबालिग किशोरी के साथ दुष्कर्म कर डाला। जिसके बाद आरोपी किशोरी को बदहवास हालात में छोड़कर फरार हो गया। परिजनों ने आरोपी को नामजद करते हुए तहरीर दी हैं। तहरीर के आधार पर पुलिस मुकदमा दर्ज कर जांच में जुट गयी हैं। आपको बता दें कि, मिली जानकारी के मुताबिक मेरठ जनपद के सरधना थाना क्षेत्र के एक गाँव निवासी अपाहिज वयक्ति की 10 वर्षीय नाबालिग लड़की से दूसरे सम्प्रदाय के एक युवक ने बलात्कार कर डाला। आरोपी दिल्ली सरूरपुर निवासी बताया जा रहा हैं। जो इस गाँव में एक रिश्तेदारी में आया हुआ था। पीड़िता के पिता ने थाने में तहरीर देते हुए बताया कि, सोमवार शाम को उसकी 10 वर्षीय बच्ची खेल रही थी, तभी दिल्ली निवासी आरोपी ने खेलती हुई बच्ची का मुँह भीचकर पडौस के प्लाट में ले गया जहां नाबालिग के साथ रेप की घटना को अंजाम दिया। मेडिकल रिपोर्ट में नही हुई रेप की पुष्टी: पुलिस के अनुसार लड़की के डॉक्टरी परीक्षण में अभी रेप की पुष्टि नही हो पाई है। जिससे प्रथम दृष्ट्या मामला संदिग्ध लग रहा हैं। घटना के संबंध में सरधना थाना प्रभारी उपेंद्र मलिक ने बताया कि, तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया हैं। जांच पड़ताल की जा रही है।               


भयावहः दर्दनाक हादसे में 3 की मौत 2 गंभीर

बलरामपुर। सोमवार की देर रात सडक के किनारे खडे एक खराब ट्रक में तेज रफतार स्कार्पियों घुस गयी, इस घटना में जहां तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गयी वही दो अन्य गम्भीर रूप् से घायल हो गये। घटना जनपद के कोतवाली उतरौला के गलीबापुर चैराहे की है जहेा सडक किनारे खडे एक खराब ट्क से तेज रफतार स्कार्पियों टकरा गयी, इस दुर्घटना में उतरौला के ही पटेल नगर निवासी सिराज 58, अरशद हुसैन 48, नूरजहां 45 की मौके पर ही मौत हो गयी जबकि अरशद की पत्नी हुमैरा और उसकी पुत्री गम्भीर रूप् से घायल हो गये।


सूचना पर पहुची पुलिस ने जहां घायलों केा अस्पताल पहुचाया वही शवों को अपने कब्जे में लेकर अ्िरग्रम कायवाही में जुट गयी। ताजा समाचार मिलने तक घायलों के गम्भीर हालत को देखते हुए उन्हें बहराइच रिफर कर दिया गया है।



             



अधिकारियों की उदारता का परिणाम देखें

अतुल त्यागी, मुकेश सैनी


हापुड़ में साहब की अथॉरिटी का नंबर है ऐसे वाहन चालकों के विरुद्ध कब होगी कार्यवाही


इनका कहना हैै रजिस्ट्रेशन कराने की हमको जरूरत नहीं स्थानीय पुलिस प्रशासन पर अपना रोब गालिब है और परिवहन विभाग हमें रोकता नहीं


गढ़मुक्तेश्वर/ हापुड़। क्षेत्र में वाहन स्वामियों के द्वारा वाहनों की नंबर प्लेट पर रजिस्ट्रेशन नंबर की जगह गुर्जर, जाटव सक्सेना, पंडित, जाट इत्यादि जाति सूचक शब्दों के साथ सत्ता आसीन राजनीतिक पार्टी से जुड़े पदों के लिखने का सिलसिला कुकुरमुत्ते की तरह पनप रहा हैं।
विदित रहे कि नंबर प्लेट पर रजिस्ट्रेशन नंबर की जगह जाति का नाम लिखवा कर घूमने वाले बाइक सवार कार सवार लोग जहां पुलिस पर रौब गालिब करते हैं वही ऐसे वाहन अपराधिक घटनाओं को अंजाम देखकर देकर आसानी से फरार हो जाते हैं। इन शब्दों का इस्तेमाल अधिकतर दुपहिया वाहन चालक करते हैं कोई जाट लिखवा लेता है तो कोई गुर्जर लिखवा लेता है और साथ ही कहते हैं कि स्थानीय पुलिस का उनको खौफ नहीं और परिवहन विभाग के अधिकारी उनको रोकते नहीं। इसलिए रजिस्ट्रेशन कराने की जरूरत नहींं।     


             


लोकतंत्र का असली चेहरा देखेंं भारत वासी

अतुल त्यागी, मुकेश सैनी


हापुड़ के थाना देहात क्षेत्र के गांव वझीरपुर निवासी एक युवती को दूसरी बिरादर के युवक से प्रेम प्रसंग करना पड़ा भारी जीजा और भाई ने किठौर थाना क्षेत्र में ले जाकर मारने का किया प्रयास सूत्रों के हवाले से खबर


हापुड़। जनपद के थाना हापुड़ देहात क्षेत्र में एक युवती के गैरजातीय युवक से प्रेम संबंधों से क्षुब्ध सगे जीजा और भाई ने युवती की गर्दन काटकर हत्या का प्रयास किया, परन्तु ग्रामीणों को देख छोड़कर फरार हो गए। हापुड़ जिले के वझीलपुर गांव निवासी एक युवती का हापुड़ निवासी एक गैरजातीय युवक से प्रेम प्रसंग चल रहा था। जिसको युवती के परिजन स्वीकार नहीं कर रहे थे।सोमवार शाम को युवती का सगे भाई व जीजा उसको मोटरसाइकिल पर बैठाकर ले गए।किठौर थाना क्षेत्र के महमूदपुर घड़ी जंगल में ले जानें पर युवती ने जब विरोध किया, तो जीजा और भाई ने गंग नहर के किनारे बाईक रोककर उसकी गर्दन काटने लगे।युवती की चीख पुकार की आवाज सुनकर उधर से गुजर रहे ग्रामीण भागकर घटनास्थल पर पहुंचें, तो दृश्य देखकर सन्न रह गए। ग्रामीणों को देख जीजा, साले बाईक से फरार हो गए।
ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने पूछताछ के बाद युवती को अस्पताल भेजा जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।इस संबंध में किठौर थाना प्रभारी रोजन त्यागी ने बताया कि घायल युवती को इलाज हेतु अस्पताल में भर्ती करवाकर उसके बयान दर्ज किए वहीं दूसरी तरफ मीडिया द्वारा थाना हापुड़ देहात के थाना इंचार्ज से संपर्क किया गया तो उन्होंने मीडिया के माध्यम से जानकारी होना बताया लेकिन परिवार या दूसरे थाना इंचार्ज की पुलिस के माध्यम से कोई जानकारी नहीं मिली है अगर कोई जानकारी मिलती है तो मामले को संज्ञान में लिया जाएगा।           


पूर्व आईएएस को संगठन की कमान सौंपी

मिशन मोदी अगेन पीएम संगठन ने पूर्व आईएएस अधिकारी को सौपी उत्तर प्रदेश की कमान
बृजेश केसरवानी 


प्रयागराज के कार्यकर्ताओं मे जश्न का माहौल 2022 मे पुनः निभाएगी अहम भूमिका


प्रयागराज। डेमोक्रेसी डनलपमेंट ट्रस्ट द्धारा संचालित "मिशन मोदी अगेन पीएम" उत्तर प्रदेश का अध्यक्ष पद की बागडोर सोमवार देर रात घोषित करते हुए पूर्व आईएएस अधिकारी अजय दीप सिंह को मिलने पर काशी प्रांत मीडिया प्रभारी व जिला प्रभारी प्रयागराज दिलीप कुमार चतुर्वेदी ने शुभकामनाऐं देते हुए राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष राम गोपाल काका जी का आभार व्यक्त किया है। श्री सिंह पूर्व मे बागपत, बिजनौर, संतकबीर नगर एवं बहराइच के जिलाधिकारी व अलीगढ़ मंडल के मंडलायुक्त के पद पर रह चुके हैं। मिशन मोदी अगेन पीएम 2019 के चुनाव में पूरे देश के प्रत्येक जिले मे 11000 कार्यकर्ताओं की टीम तैयार कर चुनाव में मोदी को प्रधानमंत्री बनाने मे अहम भूमिका निभाई थी। जिसका नेतृत्व राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष रामगोपाल ने स्यमं अपने हाथो लिया था। जिसका प्रयागराज मे पहला राष्ट्रीय अधिवेशन व राष्ट्रीय प्रशिक्षण भी हुआ था। और लगातार राष्ट्रीय स्तर की कई बैठकों का आयोजन किया गया था। अब 2022 के चुनाव मे पुनः पूर्व की भांति अहम भूमिका निभाने हेतू यह घोषणा बहुत मायने रखती है।             


5-5 वायरसो से जूझ रही है राजधानी

नई दिल्ली। देश की राजधानी एक साथ पांच-पांच वायरस से जूझ रही है। कोरोना वायरस ने तो कहर बरपा ही रखा है, बारिश के मौसम में फैलने वाली संक्रामक बीमारियों- डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के केसेज भी आने लगे हैं। इसके अलावा स्‍वाइन फ्लू के मामले भी 400 से ज्‍यादा हो गए हैं। इनमें से हर एक वायरस बेहद खतरनाक है। अगर समय पर इलाज न मिले तो जान पर बन आती है। दिल्‍ली में हर साल डेंगू, चिकनगुनिया और मलेरिया फैलता है। लोगों को इनके बारे में अवेयर भी किया जाता रहा है। ऐसे में यह बेहद जरूरी हो जाता है कि हम इन वायरस के खतरों को समझें और उनसे बचने के लिए डॉक्‍टर्स की बताई गईं सावधानियों का पालन करें।             


हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया

हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कांग्रेस पर अपना हमला तेज ...