रविवार, 9 अगस्त 2020

सड़क हादसे में बाइक सवार युवक की मौत

करनाल। सड़क हादसे में बाइक सवार एक युवक की मौत हो गई। गांव कोयर वासी अंकुश ने बताया कि वह एक प्रमुख कंपनी में काम करता है जबकि उसके साथ गांव का ही रहने वाला बंसत भी काम कर रहा था। वे दोनों अपनी डयूटी के लिए गांव से करनाल आ रहे थे। जैसे ही वे गांव सग्गा के समीप पहुंचे तो एक कार चालक ने कार को लापरवाही से चलाते हुए उन्हें टक्कर मार दी, जिसमें बसंत गंभीर रूप से घायल हो गया जबकि वह भी चोटिल हुआ। घायल अवस्था में बंसत को करनाल के सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। पुलिस ने शिकायत के आधार पर आरोपित कार चालक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया जबकि शव पोस्टमार्टम के बाद शव स्वजनों को सौंप दिया है।           


गोपालगंज में बाढ़ के कारण फसलें बर्बाद

गोपालगंज। गंडक नदी के कहर में किसानों के अरमान पूरी तरह से ध्वस्त हो गए। गंडक नदी के उफान के बाद एक के बाद एक कई तटबंधों के टूटने के कारण पांच प्रखंड बाढ़ की चपेट में आ गए। इस बाढ़ ने जिले में व्यापक तबाही मचाई। बाढ़ के कारण जिले की करीब चार लाख की आबादी बाढ़ से प्रभावित हुई। इस बीच करीब 15 हजार हेक्टेयर में धान व गन्ने की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई। प्रशासनिक स्तर पर भले ही फसल क्षति का आंकड़ा अबतक जारी नहीं किया गया हो, लेकिन पानी में डूबे खेत किसानों की बर्बादी की कहानी खुद करते नजर आ रहे हैं।                   


घाट सेतु का 13 को किया जाएगा उद्घाटन

गोपालगंज। 509 करोड़ की लागत से निर्मित बंगरा घाट सेतु का उद्घाटन 13 अगस्त को किया जाएगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से इस सेतु का उद्घाटन करेंगे। इस सेतु के प्रारंभ होने से छपरा व मुजफ्फरपुर का सीधा संपर्क स्थापित हो जाएगा। साथ ही जिले से छपरा व मुजफ्फरपुर की दूरी भी कम हो जाएगी। तिथि निर्धारित होने के साथ ही प्रशासनिक स्तर पर इस सेतु के उद्घाटन कार्यक्रम की तैयारियां तेज हो गई है।


जानकारी के अनुसार सारण की एसएच 90 और मुजफ्फरपुर के एसएच 74 को जोड़ने वाली गंडक नदी पर बंगरा घाट सेतु का शिलान्यास कार्यक्रम 11 अप्रैल 2004 को बैकुंठपुर प्रखंड के राजापट्टी में आयोजित किया गया था। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस सेतु का विधिवत शिलान्यास किया था। सेतु के शिलान्यास के समय इसे अप्रैल 2019 तक पूर्ण करने की तिथि निर्धारित की गई। लेकिन भूमि अधिग्रहण को लेकर कुछ समस्याएं सामने आने के बाद निर्धारित समय सीमा के अंदर इसे पूर्ण नहीं किया जा सका। ऐसे में सेतु पूर्ण होने की तिथि को बढ़ाकर अक्टूबर 2019 निर्धारित किया गया। निर्धारित समय में भूमि अधिग्रहण का कार्य फंसा रहा और दोबारा इसके पूर्व होने की तिथि को बढ़ाकर अप्रैल 2020 निर्धारित किया गया। अप्रैल में कोरोना संकट के कारण इसका उद्घाटन कार्यक्रम एक बाद फिर टल गया। करीब 509 करोड़ रुपये की लागत से इस सेतु का निर्माण कार्य पूर्ण होने के साथ ही इसके उद्घाटन की तिथि 13 अगस्त निर्धारित की गई है। मुख्यमंत्री इसका उद्घाटन करेंगे।         


डीएम ने पौधा लगा शुरू किया अभियान

गोपालगंज। पृथ्वी दिवस के मौके पर कुचायकोट प्रखंड के बखरी में कार्यक्रम आयोजित कर सांसद व जिलाधिकारी ने पौधा लगाकर अभियान की रविवार को विधिवत शुरुआत की। सांसद ने प्रत्येक व्यक्ति को कम से कम एक पौधा लगाने की अपील की। इस अभियान के दौरान पूरे जिले में चार लाख से अधिक पौधे लगाए जाएंगे। रविवार को आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सांसद डॉ. आलोक कुमार सुमन ने कहा कि पौधे हमारे जीवन में काफी जरूरी हैं। ऐसे में पौधों को लगाने में प्रत्येक व्यक्ति को आगे आना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार इसके लिए जल जीवन व हरियाली का अभियान चला रही है। इस अभियान में उन्होंने आम लोगों को बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने को कहा। इस मौके पर जिलाधिकारी अरशद अजीज ने कहा कि इस अभियान के तहत पूरे जिले में चार लाख से अधिक पौधों को लगाने की योजना है। पौधों को सुरक्षित रखने के लिए उनके चारों को गैबियन लगाने का निर्देश दिया। ताकि पौधों को मवेशियों से नुकसान होने से बचाया जा सके। इस मौके पर उप विकास आयुक्त सज्जन आर के अलावा कई प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी व कई जनप्रतिनिधि मौजूद रहे। उधर, जिले के सभी प्रखंडों में भी पृथ्वी दिवस के मौके पर पौधों को लगाने का अभियान चलाया गया। सभी प्रखंडों के बीडीओ व सीओ के अलावा स्थानीय मुखिया व अन्य जनप्रतिनिधियों ने पौधे लगाए।           


कोरोना के खिलाफ लड़ाई में मिलेगी 'जीत'

मास्को। क्या 48 घंटे बाद दुनिया को कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में बड़ी जीत मिलने जा रही है। रूस ने दावा किया है कि वो 12 अगस्त को कोरोना वायरस की वैक्सीन रजिस्टर करवाने जा रहा है। रूस के उप-स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि रूस 12 अगस्त को कोरोना वायरस के खिलाफ अपना पहला टीका रजिस्टर करवाएगा। ये वैक्सीन गामालेया रिसर्च इंस्टीट्यूट और रूसी रक्षा मंत्रालय द्वारा संयुक्त रूप से विकसित की गई है। रूस ने कहा कि अगले महीने से कोरोना वैक्सीन का प्रोडक्शन शुरू हो जाएगा क्योंकि वैक्सीन ने अपना अंतिम चरण ह्यूमन ट्रायल भी सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है। दावा तो ये भी किया जा रहा है कि रूस में बनाई जा रही कोरोना वैक्सीन जल्द बाजार में भी आ सकती है।


रूस के स्वास्थ्य मंत्री मिखाइल मुराश्को ने कहा कि उम्मीद की जा सकती है कि सितंबर के अंत तक ये वैक्सीन प्रोडक्शन स्तर पूरा कर लेगी। हालांकि कुछ समय पहले आई रिपोर्ट में इस बात का दावा किया जा रहा था कि रूस के गामालेया इंस्टीट्यूट की तैयार की जा रही वैक्सीन 10 अगस्त तक मार्केट में उपलब्ध हो जाएगी।         


चीन को अपने ही नागरिकों से खतरा

बीजिंग। चीन की शी जिनपिंग सरकार अपनी महत्वकांशाओं और विस्तारवादी नीतियों को पूरा करने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है। फिर मुद्दा चीन के नागरिकों की निगरानी का हो या दुनिया पर धौंस जमाने का। चीन की शी जिनपिंग सरकार की कम्युनिस्ट पार्टी को लेकर अमेरिकी आयोग ने एक नया खुलासा किया है। अमेरिकी कांग्रेस आयोग के अनुसार चीनी कम्युनिस्ट पार्टी कोरोना वायरस डाटा की आड़ में अपनी आबादी की निगरानी कर रही है। इससे एक सवाल यह भी उठता है कि दुनिया की नाक में दम करने वाला चीन क्या अपने ही नागरिकों से खतरा महसूस कर रहा है। एक संयुक्त बयान में रॉबिन क्लीवलैंड और यूएस-चाइना इकोनॉमिक एंड सिक्योरिटी रिव्यू कमीशन के वाइस चेयरमैन कैरोलिन बार्थोलोम्यू ने कहा कि चीन सरकार द्वारा अपने नागरिकों के दमन के लिए अब यह हाई टैक तरीका अपनाया जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार चीनी सरकार अत्याधुनिक निगरानी कैमरों द्वारा बीजिंग के हर कोने की निगरानी कर रही है। दरअसल उइगर मुसलमानों के मुद्दे व अल्पसंखयक समुदायों को लेकर चीन को बगावत का डर सताता रहता है इसलिए अपने नागरिकों  की हरकतों पर नजर रखने के लिए चीन मोटी रकम खर्च कर रहा है। फॉक्स न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार टेक स्टार्ट-अप्स के स्कोर के साथ दुनिया के सबसे अधिक आबादी वाले देश चीन में निगरानी एक तेजी से बढ़ता व्यवसाय बन गया है। चीन में ये सब कुछ इसलिए होता है, ताकि कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना सुरक्षित रहे। बेकसूरों का खून भले ही बह जाए, लेकिन CCP के एजेंडे को रत्तीभर भी फर्क न पड़े इसलिए वो लगातार अपने ही लोगों पर नजर रखती है। कई मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने चीन के अपने नागरिकों खासकर अल्पसंख्यक समूहों के इस दमन और दुर्व्यवहार के लिए चिंता जताई है।


बीजिंग इस निगरानी तंत्र के लिए एकीकृत संयुक्त संचालन मंच (IJOP) नामक एक प्रणाली का उपयोग करता है, जिसमें संपूर्ण आबादी को ऑडिट करने की क्षमता है। यह प्रणाली एक राज्य के स्वामित्व वाली सैन्य ठेकेदार चीन इलेक्ट्रॉनिक्स प्रौद्योगिकी निगम, IJOP द्वारा विकसित की गई है। कहा जाता है कि चीनी सैन्य सिद्धांतकारों ने यह शोध किया था कि इराक और अफगानिस्तान।


 श्रीराम 'निर्भयपुत्र'


किसानों को ₹2000 की छठी किस्त जारी

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) की छठी किस्त के तहत 8.5 करोड़ से भी अधिक किसानों को 17,100 करोड़ रुपये की राशि जारी की। इसके तहत किसानों को हर साल दो-दो हजार रुपये की तीन किस्तों में कुल 6 हजार रुपये की सहायता दी जाती है। मोदी ने इसी के साथ कृषि अवसंरचना कोष के तहत एक लाख करोड़ रुपये की वित्तपोषण सुविधा का उद्घाटन किया। यह कोष फसलों की ‘कटाई के बाद फसल प्रबंधन अवसंरचना और ‘सामुदायिक कृषि परिसंपत्तियों के सृजन को बढावा देने के लिए शुरू किया जा रहा है। मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किसानों को संबोधित किया। इसमें देशभर के किसान, सहकारी समितियां और नागरिक जुड़े। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी इस कार्यक्रम में शामिल थे।


मंत्रिमंडल ने एक लाख करोड़ रुपये के ‘कृषि अवसंरचना कोष के तहत वित्तपोषण सुविधा के लिए केंद्रीय क्षेत्र योजना को मंजूरी दे दी है। यह कोष ‘कटाई बाद फसल प्रबंधन अवसंरचना और ‘सामुदायिक कृषि परिसंपत्तियों जैसे कि कोल्ड स्टोरेज, संग्रह केंद्रों, प्रसंस्करण इकाइयों के सृजन को उत्प्रेरित करेगा। सरकार का मानना है कि ये परिसंपत्तियां किसानों को अपनी उपज का अधिक मूल्य प्राप्त करने में सक्षम करेंगी। दरअसल, इन परिसंपत्तियों की बदौलत किसान अपनी उपज का भंडारण करने एवं ऊंचे मूल्यों पर बिक्री करने, बर्बादी को कम करने, और प्रसंस्करण एवं मूल्यवर्धन में वृद्धि करने में समर्थ हो सकेंगे। कई ऋणदाता संस्थानों के साथ साझेदारी में वित्तपोषण सुविधा के तहत एक लाख करोड़ रुपये मंजूर किए जाएंगे; सार्वजनिक क्षेत्र के 12 बैंकों में से 11 बैंकों ने पहले ही कृषि सहयोग और किसान कल्याण विभाग के साथ सहमति पत्रों (एमओयू) पर हस्ताक्षर कर दिए हैं।


इन परियोजनाओं की व्यवहार्यता या लाभप्रदता बढ़ाने के लिए लाभार्थियों को तीन प्रतिशत ब्याज सब्सिडी और दो करोड़ रुपये तक की ऋण गारंटी दी जाएगी। योजना के लाभार्थियों में किसान, पीएसीएस, विपणन सहकारी समितियां, एफपीओ, एसएचजी, संयुक्त देयता समूह (जेएलजी), बहुउद्देशीय सहकारी समितियां, कृषि-उद्यमी, स्टार्ट-अप्स, और केंद्रीय/राज्य एजेंसी अथवा स्थानीय निकाय द्वारा प्रायोजित सार्वजनिक-निजी भागीदारी परियोजनाएं शामिल होंगी। दिसंबर, 2018 को शुरू की गई पीएम-किसान योजना के तहत 9.9 करोड़ से भी अधिक किसानों को 75,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का प्रत्यक्ष नकद लाभ प्रदान किया गया है।         


अमेरिका में 50 लाख से अधिक संक्रमित

जिनेवा। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है और इसके प्रकोप से अमेरिका में 50 लाख से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं जबकि ब्राजील में इस महामारी से मरने वालों की संख्या एक लाख के पार चली गई है, जिसके साथ ही विश्व भर में अब तक 1.96 करोड़ से ज्यादा लोग संक्रमित हुए हैं तथा करीब 7.26 लाख लोगों की मौत हो चुकी है।


कोविड-19 के संक्रमितों के मामले में अमेरिका दुनिया भर में पहले, ब्राजील दूसरे और भारत तीसरे स्थान पर है। वहीं इस महामारी से हुई मौतों के मामले में अमेरिका पहले, ब्राजील दूसरे, मेक्सिको तीसरे और ब्रिटेन चौथे स्थान पर है जबकि भारत मृतकों की संख्या के मामले में पांचवें स्थान पर है। अमेरिका की जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के विज्ञान एवं इंजीनियरिंग केन्द्र (सीएसएसई) की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार कोरोना से विश्वभर में 196,375,06 लोग संक्रमित हुए हैं तथा 726,781 लोगों की मृत्यु हुई है।


विश्व महाशक्ति माने जाने वाले अमेरिका में कोरोना से अब तक 4,99,8017 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं तथा 162,423 लोगों की मौत हो चुकी है। ब्राजील में अब तक 301,2412 लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं जबकि 100,477 लोगों की मौत हो चुकी है।
भारत में कोरोना के बढ़ते प्रकोप के बीच पिछले 24 घंटों में 53,879 लोग स्वस्थ हुए तथा 861 की मृत्यु हुई। इसके साथ ही देश में कोरोना से संक्रमित होने वाले लोगों की संख्या 21,53,011 तथा मृतकों का आंकड़ा 43,379 हो गया है। वहीं 1480885 लोग इस महामारी से ठीक हुए हैं।
रूस कोविड-19 संक्रमित मामलों में चौथे नंबर पर है और यहां इसके संक्रमण से अब तक 880,563 लोग प्रभावित हुए हैं तथा 14,827 लोगों ने जान गंवाई है। दक्षिण अफ्रीका में कोरोना महामारी का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है जिसके कारण कोरोना से संक्रमित होने के मामले में दक्षिण अफ्रीका पांचवें स्थान पर पहुंच गया है। यहां इससे अब तक 553,188 लोग संक्रमित हुए हैं तथा 10,210 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं मेक्सिको में कोरोना से अब तक 475,902 लोग संक्रमित हुए हैं तथा इस वायरस से मरने वालों की संख्या 52,006 हो गयी हैं।


पेरू में भी लगातार हालात खराब होते जा रहे है। यहां संक्रमितों की संख्या 463,875 हो गई तथा 20,649 लोगों की मौत हो चुकी है। कोविड-19 से संक्रमित होने के मामले चिली अब आठवें नंबर पर पहुंच गया है। यहां इससे अब तक 371,023 लोग संक्रमित हुए हैं और मृतकों की संख्या 10,011 है। वहीं कोलंबिया में इससे अब तक 376,870 लोग प्रभावित हुए हैं तथा 12,540 लोगों की मृत्यु हुई है। ईरान संक्रमण के मामले में आठवें नंबर पर है। यहां अब तक इस महामारी से 324,692 लोग संक्रमित हुए हैं तथा 18,264 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। वहीं स्पेन में कोरोना संक्रमितों की संख्या 314,362 है जबकि 28,503 लोगों की मौत हो चुकी है। ब्रिटेन में संक्रमितों की संख्या 311,461 हो गई है और 46,651 लोगों की इसके कारण मौत हुई है।


सऊदी अरब में कोरोना संक्रमण से अब तक 287,262 लोग प्रभावित हुए हैं तथा 3,130 लोगों की मौत हो चुकी है। पड़ोसी देश पाकिस्तान में कोरोना से अब तक 283,487 लोग संक्रमित हुए हैं तथा 6,068 लोगों की मौत हो चुकी है तथा बंगलादेश में 255,113 लोग कोरोना की चपेट में आए हैं जबकि 3,365 लोगों की इस बीमारी से मौत हो चुकी है। यूरोपीय देश इटली में इस जानलेवा विषाणु से 250,103 लोग संक्रमित हुए हैं तथा 35,203 लोगों की मौत हुई है।
तुर्की में कोरोना संक्रमितों की संख्या 239,622 हो गयी है और 5,829 लोगों की मौत हो चुकी है। फ्रांस में कोरोना संक्रमितों की संख्या 235,208 हैं और 30,327 लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोना से संक्रमित होने के मामले में अर्जेंटीना, जर्मनी से आगे निकल गया है। यहां पर अब तक 241,811 लोग इसकी चपेट में आए हैं तथा 4,523 लोगों की मौत हुई है। जर्मनी में 216,903 लोग संक्रमित हुए हैं और 9,201 लोगों की मौत हुई है।
कोरोना वायरस से बेल्जियम में 9870, कनाडा में 9024, नीदरलैंड में 6178, स्वीडन में 5763, इचडोर में 5916, इंडोनेशिया में 5658, मिस्र में 4992, चीन में 4681, इराक में 5310, बोलीविया में 3587, रोमानिया में 2659, फिलीपींस में 2209, ग्वाटेमाला में 2197, स्विट्जरलैंड में 1986, यूक्रेन में 1906, आयरलैंड में 1772, पुर्तगाल में 1750, पोलैंड 1800, पनामा 1609, किर्गिजस्तान 1459, होंडुरास 1476 और अफगानिस्तान 1312 लोगों की मौत हो चुकी है।                                 


शाह की कोरोना रिपोर्ट आई निगेटिव

नई दिल्ली। उत्तर पूर्वी दिल्ली से सांसद एवं दिल्ली भारतीय  जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व अध्यक्ष मनोज तिवारी ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की कोरोना जांच रिपोर्ट निगेटिव आने के ट्वीट को डिलीट कर दिया है। मनोज तिवारी ने रविवार को पहले ट्वीट कर कहा था कि अमित शाह की कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आई है।


उन्होंने लिखा था, “ देश के यशस्वी गृह मंत्री अमित शाह जी का कोविड रिपोर्ट आया निगेटिव।” मनोज तिवारी ने बाद में इस ट्वीट को डिलीट कर दिया है। अमित शाह दो अगस्त को कोरोना संक्रमित होने के बाद से उपचार के लिए गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती हैं।                                        

राजनाथ ने फुसफुसाहट को किया खत्म

नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा 101 रक्षा उपकरणों के आयात पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा के बाद वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने रविवार को उन पर कटाक्ष करते हुए उनकी घोषणा को ‘फुसफुसाहट’ करार दिया। चिदंबरम ने एक बयान में कहा, “रक्षा मंत्री ने रविवार सुबह एक ‘धमाके’ का वादा किया, जो ‘फुसफुसाहट’ के साथ खत्म हो गया!” इससे पहले दिन में राजनाथ ने कहा, “रक्षा मंत्रालय अब आत्मनिर्भर भारत की पहल में एक बड़ा योगदान देने के लिए तैयार है। मंत्रालय ने रक्षा उपकरणों के उत्पादन में स्वदेशीकरण को बढ़ावा देने के लिए 101 उपकरणों के आयात पर प्रतिबंध लगा दिया है।” चिदंबरम ने बताया कि भारत में रक्षा उपकरणों का एकमात्र आयातक रक्षा मंत्रालय है। उन्होंने कहा, “किसी भी आयात पर रोक वास्तव में खुद पर रोक है। रक्षा मंत्री ने अपनी रविवार की ऐतिहासिक घोषणा में जो कहा वह केवल एक कार्यालयीन आदेश था।” कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि ‘इम्पोर्ट एम्बार्गो’ (आयात पर रोक) केवल ‘शब्दजाल’ है। इसका मतलब यह है कि हम 2 से 4 साल में वही उपकरण (जो हम आज आयात करते हैं) बनाने की कोशिश करेंगे और उसके बाद उनका आयात करना बंद कर देंगे!” बता दें कि 101 उपकरणों की सूची में न केवल आसान उपकरण, बल्कि आर्टिलरी गन, असॉल्ट राइफल, सोनार सिस्टम, परिवहन विमान, हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर और रडार जैसे हाई टेक हथियार और सिस्टम भी शामिल हैं।                             


पीएम ने लाखों की सुविधा को किया लांन्च

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कृषि क्षेत्र में विकास के लिए एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर फंड के तहत एक लाख करोड़ रुपये की वित्तपोषण सुविधा को लॉन्च किया है। निधि की घोषणा वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मई में आत्मनिर्भर भारत आर्थिक पैकेज के अंतर्गत की थी। इस एक लाख करोड़ रुपये के फंड का इस्तेमाल ग्रामीण इलाकों में कृषि क्षेत्र से संबंधित ढांचे के विकास के लिए किया जाएगा जैसे कि प्राथमिक कृषि सहकारी समितियां, किसान उत्पादक संगठन और कृषि उद्यमी सहित कई अन्य को इससे मदद मिलेगी। फंड के जरिए किए जाने वाले कार्यों में कोल्ड स्टोरेज, वेयरहाउस, कलेक्शन सेंटर और प्रोसेसिंग यूनिट जैसी इकाइयों की स्थापना की जाएगी जिससे फसल के बुनियादी ढांचे का विकास होगा। सरकार के मुताबिक, उत्पादन के बाद फसलों के प्रबंधन से संबंधित बुनियादी ढांचे के विकास में भी इससे सहायता मिलेगी। किसानों के लिए फार्म-गेट के आसपास के क्षेत्रों में पर्याप्त मात्रा में कोल्ड चेन और कटाई के बाद के प्रबंधन के बुनियादी ढांचे की कमी को देखते हुए इसकी घोषणा की गई है।


प्रधानमंत्री द्वारा पीएम-किसान योजना के तहत 8.55 करोड़ किसानों के बैंक खातों में 17,100 करोड़ रुपये से अधिक की राशि भी भेजी जा चुकी है। पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से वर्चुअल लॉन्च कार्यक्रम के दौरान विभिन्न राज्यों के किसानों से भी बात की।                                                                   


'पत्रकार' की गोलियों से भूनकर हत्या की, प्रदर्शन

'पत्रकार' की गोलियों से भूनकर हत्या की, प्रदर्शन  संदीप मिश्र  जौनपुर। बाइक पर सवार होकर जा रहे पत्रकार की दिनदहाड़े गोलियों से भूनक...