रविवार, 9 अगस्त 2020

गोपालगंज में बाढ़ के कारण फसलें बर्बाद

गोपालगंज। गंडक नदी के कहर में किसानों के अरमान पूरी तरह से ध्वस्त हो गए। गंडक नदी के उफान के बाद एक के बाद एक कई तटबंधों के टूटने के कारण पांच प्रखंड बाढ़ की चपेट में आ गए। इस बाढ़ ने जिले में व्यापक तबाही मचाई। बाढ़ के कारण जिले की करीब चार लाख की आबादी बाढ़ से प्रभावित हुई। इस बीच करीब 15 हजार हेक्टेयर में धान व गन्ने की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई। प्रशासनिक स्तर पर भले ही फसल क्षति का आंकड़ा अबतक जारी नहीं किया गया हो, लेकिन पानी में डूबे खेत किसानों की बर्बादी की कहानी खुद करते नजर आ रहे हैं।                   


घाट सेतु का 13 को किया जाएगा उद्घाटन

गोपालगंज। 509 करोड़ की लागत से निर्मित बंगरा घाट सेतु का उद्घाटन 13 अगस्त को किया जाएगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से इस सेतु का उद्घाटन करेंगे। इस सेतु के प्रारंभ होने से छपरा व मुजफ्फरपुर का सीधा संपर्क स्थापित हो जाएगा। साथ ही जिले से छपरा व मुजफ्फरपुर की दूरी भी कम हो जाएगी। तिथि निर्धारित होने के साथ ही प्रशासनिक स्तर पर इस सेतु के उद्घाटन कार्यक्रम की तैयारियां तेज हो गई है।


जानकारी के अनुसार सारण की एसएच 90 और मुजफ्फरपुर के एसएच 74 को जोड़ने वाली गंडक नदी पर बंगरा घाट सेतु का शिलान्यास कार्यक्रम 11 अप्रैल 2004 को बैकुंठपुर प्रखंड के राजापट्टी में आयोजित किया गया था। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस सेतु का विधिवत शिलान्यास किया था। सेतु के शिलान्यास के समय इसे अप्रैल 2019 तक पूर्ण करने की तिथि निर्धारित की गई। लेकिन भूमि अधिग्रहण को लेकर कुछ समस्याएं सामने आने के बाद निर्धारित समय सीमा के अंदर इसे पूर्ण नहीं किया जा सका। ऐसे में सेतु पूर्ण होने की तिथि को बढ़ाकर अक्टूबर 2019 निर्धारित किया गया। निर्धारित समय में भूमि अधिग्रहण का कार्य फंसा रहा और दोबारा इसके पूर्व होने की तिथि को बढ़ाकर अप्रैल 2020 निर्धारित किया गया। अप्रैल में कोरोना संकट के कारण इसका उद्घाटन कार्यक्रम एक बाद फिर टल गया। करीब 509 करोड़ रुपये की लागत से इस सेतु का निर्माण कार्य पूर्ण होने के साथ ही इसके उद्घाटन की तिथि 13 अगस्त निर्धारित की गई है। मुख्यमंत्री इसका उद्घाटन करेंगे।         


डीएम ने पौधा लगा शुरू किया अभियान

गोपालगंज। पृथ्वी दिवस के मौके पर कुचायकोट प्रखंड के बखरी में कार्यक्रम आयोजित कर सांसद व जिलाधिकारी ने पौधा लगाकर अभियान की रविवार को विधिवत शुरुआत की। सांसद ने प्रत्येक व्यक्ति को कम से कम एक पौधा लगाने की अपील की। इस अभियान के दौरान पूरे जिले में चार लाख से अधिक पौधे लगाए जाएंगे। रविवार को आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सांसद डॉ. आलोक कुमार सुमन ने कहा कि पौधे हमारे जीवन में काफी जरूरी हैं। ऐसे में पौधों को लगाने में प्रत्येक व्यक्ति को आगे आना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार इसके लिए जल जीवन व हरियाली का अभियान चला रही है। इस अभियान में उन्होंने आम लोगों को बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने को कहा। इस मौके पर जिलाधिकारी अरशद अजीज ने कहा कि इस अभियान के तहत पूरे जिले में चार लाख से अधिक पौधों को लगाने की योजना है। पौधों को सुरक्षित रखने के लिए उनके चारों को गैबियन लगाने का निर्देश दिया। ताकि पौधों को मवेशियों से नुकसान होने से बचाया जा सके। इस मौके पर उप विकास आयुक्त सज्जन आर के अलावा कई प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी व कई जनप्रतिनिधि मौजूद रहे। उधर, जिले के सभी प्रखंडों में भी पृथ्वी दिवस के मौके पर पौधों को लगाने का अभियान चलाया गया। सभी प्रखंडों के बीडीओ व सीओ के अलावा स्थानीय मुखिया व अन्य जनप्रतिनिधियों ने पौधे लगाए।           


कोरोना के खिलाफ लड़ाई में मिलेगी 'जीत'

मास्को। क्या 48 घंटे बाद दुनिया को कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में बड़ी जीत मिलने जा रही है। रूस ने दावा किया है कि वो 12 अगस्त को कोरोना वायरस की वैक्सीन रजिस्टर करवाने जा रहा है। रूस के उप-स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि रूस 12 अगस्त को कोरोना वायरस के खिलाफ अपना पहला टीका रजिस्टर करवाएगा। ये वैक्सीन गामालेया रिसर्च इंस्टीट्यूट और रूसी रक्षा मंत्रालय द्वारा संयुक्त रूप से विकसित की गई है। रूस ने कहा कि अगले महीने से कोरोना वैक्सीन का प्रोडक्शन शुरू हो जाएगा क्योंकि वैक्सीन ने अपना अंतिम चरण ह्यूमन ट्रायल भी सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है। दावा तो ये भी किया जा रहा है कि रूस में बनाई जा रही कोरोना वैक्सीन जल्द बाजार में भी आ सकती है।


रूस के स्वास्थ्य मंत्री मिखाइल मुराश्को ने कहा कि उम्मीद की जा सकती है कि सितंबर के अंत तक ये वैक्सीन प्रोडक्शन स्तर पूरा कर लेगी। हालांकि कुछ समय पहले आई रिपोर्ट में इस बात का दावा किया जा रहा था कि रूस के गामालेया इंस्टीट्यूट की तैयार की जा रही वैक्सीन 10 अगस्त तक मार्केट में उपलब्ध हो जाएगी।         


चीन को अपने ही नागरिकों से खतरा

बीजिंग। चीन की शी जिनपिंग सरकार अपनी महत्वकांशाओं और विस्तारवादी नीतियों को पूरा करने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है। फिर मुद्दा चीन के नागरिकों की निगरानी का हो या दुनिया पर धौंस जमाने का। चीन की शी जिनपिंग सरकार की कम्युनिस्ट पार्टी को लेकर अमेरिकी आयोग ने एक नया खुलासा किया है। अमेरिकी कांग्रेस आयोग के अनुसार चीनी कम्युनिस्ट पार्टी कोरोना वायरस डाटा की आड़ में अपनी आबादी की निगरानी कर रही है। इससे एक सवाल यह भी उठता है कि दुनिया की नाक में दम करने वाला चीन क्या अपने ही नागरिकों से खतरा महसूस कर रहा है। एक संयुक्त बयान में रॉबिन क्लीवलैंड और यूएस-चाइना इकोनॉमिक एंड सिक्योरिटी रिव्यू कमीशन के वाइस चेयरमैन कैरोलिन बार्थोलोम्यू ने कहा कि चीन सरकार द्वारा अपने नागरिकों के दमन के लिए अब यह हाई टैक तरीका अपनाया जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार चीनी सरकार अत्याधुनिक निगरानी कैमरों द्वारा बीजिंग के हर कोने की निगरानी कर रही है। दरअसल उइगर मुसलमानों के मुद्दे व अल्पसंखयक समुदायों को लेकर चीन को बगावत का डर सताता रहता है इसलिए अपने नागरिकों  की हरकतों पर नजर रखने के लिए चीन मोटी रकम खर्च कर रहा है। फॉक्स न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार टेक स्टार्ट-अप्स के स्कोर के साथ दुनिया के सबसे अधिक आबादी वाले देश चीन में निगरानी एक तेजी से बढ़ता व्यवसाय बन गया है। चीन में ये सब कुछ इसलिए होता है, ताकि कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना सुरक्षित रहे। बेकसूरों का खून भले ही बह जाए, लेकिन CCP के एजेंडे को रत्तीभर भी फर्क न पड़े इसलिए वो लगातार अपने ही लोगों पर नजर रखती है। कई मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने चीन के अपने नागरिकों खासकर अल्पसंख्यक समूहों के इस दमन और दुर्व्यवहार के लिए चिंता जताई है।


बीजिंग इस निगरानी तंत्र के लिए एकीकृत संयुक्त संचालन मंच (IJOP) नामक एक प्रणाली का उपयोग करता है, जिसमें संपूर्ण आबादी को ऑडिट करने की क्षमता है। यह प्रणाली एक राज्य के स्वामित्व वाली सैन्य ठेकेदार चीन इलेक्ट्रॉनिक्स प्रौद्योगिकी निगम, IJOP द्वारा विकसित की गई है। कहा जाता है कि चीनी सैन्य सिद्धांतकारों ने यह शोध किया था कि इराक और अफगानिस्तान।


 श्रीराम 'निर्भयपुत्र'


किसानों को ₹2000 की छठी किस्त जारी

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) की छठी किस्त के तहत 8.5 करोड़ से भी अधिक किसानों को 17,100 करोड़ रुपये की राशि जारी की। इसके तहत किसानों को हर साल दो-दो हजार रुपये की तीन किस्तों में कुल 6 हजार रुपये की सहायता दी जाती है। मोदी ने इसी के साथ कृषि अवसंरचना कोष के तहत एक लाख करोड़ रुपये की वित्तपोषण सुविधा का उद्घाटन किया। यह कोष फसलों की ‘कटाई के बाद फसल प्रबंधन अवसंरचना और ‘सामुदायिक कृषि परिसंपत्तियों के सृजन को बढावा देने के लिए शुरू किया जा रहा है। मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किसानों को संबोधित किया। इसमें देशभर के किसान, सहकारी समितियां और नागरिक जुड़े। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी इस कार्यक्रम में शामिल थे।


मंत्रिमंडल ने एक लाख करोड़ रुपये के ‘कृषि अवसंरचना कोष के तहत वित्तपोषण सुविधा के लिए केंद्रीय क्षेत्र योजना को मंजूरी दे दी है। यह कोष ‘कटाई बाद फसल प्रबंधन अवसंरचना और ‘सामुदायिक कृषि परिसंपत्तियों जैसे कि कोल्ड स्टोरेज, संग्रह केंद्रों, प्रसंस्करण इकाइयों के सृजन को उत्प्रेरित करेगा। सरकार का मानना है कि ये परिसंपत्तियां किसानों को अपनी उपज का अधिक मूल्य प्राप्त करने में सक्षम करेंगी। दरअसल, इन परिसंपत्तियों की बदौलत किसान अपनी उपज का भंडारण करने एवं ऊंचे मूल्यों पर बिक्री करने, बर्बादी को कम करने, और प्रसंस्करण एवं मूल्यवर्धन में वृद्धि करने में समर्थ हो सकेंगे। कई ऋणदाता संस्थानों के साथ साझेदारी में वित्तपोषण सुविधा के तहत एक लाख करोड़ रुपये मंजूर किए जाएंगे; सार्वजनिक क्षेत्र के 12 बैंकों में से 11 बैंकों ने पहले ही कृषि सहयोग और किसान कल्याण विभाग के साथ सहमति पत्रों (एमओयू) पर हस्ताक्षर कर दिए हैं।


इन परियोजनाओं की व्यवहार्यता या लाभप्रदता बढ़ाने के लिए लाभार्थियों को तीन प्रतिशत ब्याज सब्सिडी और दो करोड़ रुपये तक की ऋण गारंटी दी जाएगी। योजना के लाभार्थियों में किसान, पीएसीएस, विपणन सहकारी समितियां, एफपीओ, एसएचजी, संयुक्त देयता समूह (जेएलजी), बहुउद्देशीय सहकारी समितियां, कृषि-उद्यमी, स्टार्ट-अप्स, और केंद्रीय/राज्य एजेंसी अथवा स्थानीय निकाय द्वारा प्रायोजित सार्वजनिक-निजी भागीदारी परियोजनाएं शामिल होंगी। दिसंबर, 2018 को शुरू की गई पीएम-किसान योजना के तहत 9.9 करोड़ से भी अधिक किसानों को 75,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का प्रत्यक्ष नकद लाभ प्रदान किया गया है।         


अमेरिका में 50 लाख से अधिक संक्रमित

जिनेवा। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है और इसके प्रकोप से अमेरिका में 50 लाख से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं जबकि ब्राजील में इस महामारी से मरने वालों की संख्या एक लाख के पार चली गई है, जिसके साथ ही विश्व भर में अब तक 1.96 करोड़ से ज्यादा लोग संक्रमित हुए हैं तथा करीब 7.26 लाख लोगों की मौत हो चुकी है।


कोविड-19 के संक्रमितों के मामले में अमेरिका दुनिया भर में पहले, ब्राजील दूसरे और भारत तीसरे स्थान पर है। वहीं इस महामारी से हुई मौतों के मामले में अमेरिका पहले, ब्राजील दूसरे, मेक्सिको तीसरे और ब्रिटेन चौथे स्थान पर है जबकि भारत मृतकों की संख्या के मामले में पांचवें स्थान पर है। अमेरिका की जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के विज्ञान एवं इंजीनियरिंग केन्द्र (सीएसएसई) की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार कोरोना से विश्वभर में 196,375,06 लोग संक्रमित हुए हैं तथा 726,781 लोगों की मृत्यु हुई है।


विश्व महाशक्ति माने जाने वाले अमेरिका में कोरोना से अब तक 4,99,8017 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं तथा 162,423 लोगों की मौत हो चुकी है। ब्राजील में अब तक 301,2412 लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं जबकि 100,477 लोगों की मौत हो चुकी है।
भारत में कोरोना के बढ़ते प्रकोप के बीच पिछले 24 घंटों में 53,879 लोग स्वस्थ हुए तथा 861 की मृत्यु हुई। इसके साथ ही देश में कोरोना से संक्रमित होने वाले लोगों की संख्या 21,53,011 तथा मृतकों का आंकड़ा 43,379 हो गया है। वहीं 1480885 लोग इस महामारी से ठीक हुए हैं।
रूस कोविड-19 संक्रमित मामलों में चौथे नंबर पर है और यहां इसके संक्रमण से अब तक 880,563 लोग प्रभावित हुए हैं तथा 14,827 लोगों ने जान गंवाई है। दक्षिण अफ्रीका में कोरोना महामारी का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है जिसके कारण कोरोना से संक्रमित होने के मामले में दक्षिण अफ्रीका पांचवें स्थान पर पहुंच गया है। यहां इससे अब तक 553,188 लोग संक्रमित हुए हैं तथा 10,210 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं मेक्सिको में कोरोना से अब तक 475,902 लोग संक्रमित हुए हैं तथा इस वायरस से मरने वालों की संख्या 52,006 हो गयी हैं।


पेरू में भी लगातार हालात खराब होते जा रहे है। यहां संक्रमितों की संख्या 463,875 हो गई तथा 20,649 लोगों की मौत हो चुकी है। कोविड-19 से संक्रमित होने के मामले चिली अब आठवें नंबर पर पहुंच गया है। यहां इससे अब तक 371,023 लोग संक्रमित हुए हैं और मृतकों की संख्या 10,011 है। वहीं कोलंबिया में इससे अब तक 376,870 लोग प्रभावित हुए हैं तथा 12,540 लोगों की मृत्यु हुई है। ईरान संक्रमण के मामले में आठवें नंबर पर है। यहां अब तक इस महामारी से 324,692 लोग संक्रमित हुए हैं तथा 18,264 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। वहीं स्पेन में कोरोना संक्रमितों की संख्या 314,362 है जबकि 28,503 लोगों की मौत हो चुकी है। ब्रिटेन में संक्रमितों की संख्या 311,461 हो गई है और 46,651 लोगों की इसके कारण मौत हुई है।


सऊदी अरब में कोरोना संक्रमण से अब तक 287,262 लोग प्रभावित हुए हैं तथा 3,130 लोगों की मौत हो चुकी है। पड़ोसी देश पाकिस्तान में कोरोना से अब तक 283,487 लोग संक्रमित हुए हैं तथा 6,068 लोगों की मौत हो चुकी है तथा बंगलादेश में 255,113 लोग कोरोना की चपेट में आए हैं जबकि 3,365 लोगों की इस बीमारी से मौत हो चुकी है। यूरोपीय देश इटली में इस जानलेवा विषाणु से 250,103 लोग संक्रमित हुए हैं तथा 35,203 लोगों की मौत हुई है।
तुर्की में कोरोना संक्रमितों की संख्या 239,622 हो गयी है और 5,829 लोगों की मौत हो चुकी है। फ्रांस में कोरोना संक्रमितों की संख्या 235,208 हैं और 30,327 लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोना से संक्रमित होने के मामले में अर्जेंटीना, जर्मनी से आगे निकल गया है। यहां पर अब तक 241,811 लोग इसकी चपेट में आए हैं तथा 4,523 लोगों की मौत हुई है। जर्मनी में 216,903 लोग संक्रमित हुए हैं और 9,201 लोगों की मौत हुई है।
कोरोना वायरस से बेल्जियम में 9870, कनाडा में 9024, नीदरलैंड में 6178, स्वीडन में 5763, इचडोर में 5916, इंडोनेशिया में 5658, मिस्र में 4992, चीन में 4681, इराक में 5310, बोलीविया में 3587, रोमानिया में 2659, फिलीपींस में 2209, ग्वाटेमाला में 2197, स्विट्जरलैंड में 1986, यूक्रेन में 1906, आयरलैंड में 1772, पुर्तगाल में 1750, पोलैंड 1800, पनामा 1609, किर्गिजस्तान 1459, होंडुरास 1476 और अफगानिस्तान 1312 लोगों की मौत हो चुकी है।                                 


शाह की कोरोना रिपोर्ट आई निगेटिव

नई दिल्ली। उत्तर पूर्वी दिल्ली से सांसद एवं दिल्ली भारतीय  जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व अध्यक्ष मनोज तिवारी ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की कोरोना जांच रिपोर्ट निगेटिव आने के ट्वीट को डिलीट कर दिया है। मनोज तिवारी ने रविवार को पहले ट्वीट कर कहा था कि अमित शाह की कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आई है।


उन्होंने लिखा था, “ देश के यशस्वी गृह मंत्री अमित शाह जी का कोविड रिपोर्ट आया निगेटिव।” मनोज तिवारी ने बाद में इस ट्वीट को डिलीट कर दिया है। अमित शाह दो अगस्त को कोरोना संक्रमित होने के बाद से उपचार के लिए गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती हैं।                                        

राजनाथ ने फुसफुसाहट को किया खत्म

नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा 101 रक्षा उपकरणों के आयात पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा के बाद वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने रविवार को उन पर कटाक्ष करते हुए उनकी घोषणा को ‘फुसफुसाहट’ करार दिया। चिदंबरम ने एक बयान में कहा, “रक्षा मंत्री ने रविवार सुबह एक ‘धमाके’ का वादा किया, जो ‘फुसफुसाहट’ के साथ खत्म हो गया!” इससे पहले दिन में राजनाथ ने कहा, “रक्षा मंत्रालय अब आत्मनिर्भर भारत की पहल में एक बड़ा योगदान देने के लिए तैयार है। मंत्रालय ने रक्षा उपकरणों के उत्पादन में स्वदेशीकरण को बढ़ावा देने के लिए 101 उपकरणों के आयात पर प्रतिबंध लगा दिया है।” चिदंबरम ने बताया कि भारत में रक्षा उपकरणों का एकमात्र आयातक रक्षा मंत्रालय है। उन्होंने कहा, “किसी भी आयात पर रोक वास्तव में खुद पर रोक है। रक्षा मंत्री ने अपनी रविवार की ऐतिहासिक घोषणा में जो कहा वह केवल एक कार्यालयीन आदेश था।” कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि ‘इम्पोर्ट एम्बार्गो’ (आयात पर रोक) केवल ‘शब्दजाल’ है। इसका मतलब यह है कि हम 2 से 4 साल में वही उपकरण (जो हम आज आयात करते हैं) बनाने की कोशिश करेंगे और उसके बाद उनका आयात करना बंद कर देंगे!” बता दें कि 101 उपकरणों की सूची में न केवल आसान उपकरण, बल्कि आर्टिलरी गन, असॉल्ट राइफल, सोनार सिस्टम, परिवहन विमान, हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर और रडार जैसे हाई टेक हथियार और सिस्टम भी शामिल हैं।                             


पीएम ने लाखों की सुविधा को किया लांन्च

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कृषि क्षेत्र में विकास के लिए एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर फंड के तहत एक लाख करोड़ रुपये की वित्तपोषण सुविधा को लॉन्च किया है। निधि की घोषणा वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मई में आत्मनिर्भर भारत आर्थिक पैकेज के अंतर्गत की थी। इस एक लाख करोड़ रुपये के फंड का इस्तेमाल ग्रामीण इलाकों में कृषि क्षेत्र से संबंधित ढांचे के विकास के लिए किया जाएगा जैसे कि प्राथमिक कृषि सहकारी समितियां, किसान उत्पादक संगठन और कृषि उद्यमी सहित कई अन्य को इससे मदद मिलेगी। फंड के जरिए किए जाने वाले कार्यों में कोल्ड स्टोरेज, वेयरहाउस, कलेक्शन सेंटर और प्रोसेसिंग यूनिट जैसी इकाइयों की स्थापना की जाएगी जिससे फसल के बुनियादी ढांचे का विकास होगा। सरकार के मुताबिक, उत्पादन के बाद फसलों के प्रबंधन से संबंधित बुनियादी ढांचे के विकास में भी इससे सहायता मिलेगी। किसानों के लिए फार्म-गेट के आसपास के क्षेत्रों में पर्याप्त मात्रा में कोल्ड चेन और कटाई के बाद के प्रबंधन के बुनियादी ढांचे की कमी को देखते हुए इसकी घोषणा की गई है।


प्रधानमंत्री द्वारा पीएम-किसान योजना के तहत 8.55 करोड़ किसानों के बैंक खातों में 17,100 करोड़ रुपये से अधिक की राशि भी भेजी जा चुकी है। पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से वर्चुअल लॉन्च कार्यक्रम के दौरान विभिन्न राज्यों के किसानों से भी बात की।                                                                   


देश भावुक कर फाइलें गायब कर रही सरकार

नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर करारे हमले जारी रखे हैं। उन्होंने एक के बाद एक ट्वीट कर केंद्र की भाजपा सरकार पर फिर से तगड़ा हमला बोला।राहुल गांधी ने इस बार रक्षा मंत्रालय के चीन के भारतीय सीमा में अतिक्रमण संबंधी दस्तावेज को लेकर सरकार को घेरा। जिसे बाद में मंत्रालय की वेबसाइट से हटा लिया गया था। इसके साथ ही विजय माल्या को लेकर पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने सरकार पर कटाक्ष किया है। राहुल गांधी ने ट्वीट कर लिखा ‘जब जब देश भावुक हुआ, फ़ाइलें ग़ायब हुईं।माल्या हो या राफ़ेल, मोदी या चोक्सी। गुमशुदा लिस्ट में लेटेस्ट हैं चीनी अतिक्रमण वाले दस्तावेज़। ये संयोग नहीं, मोदी सरकार का लोकतंत्र-विरोधी प्रयोग है’। दरअसल, राहुल गांधी पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ सीमा पर जारी तनाव को लेकर मोदी सरकार के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाए हुए हैं। इससे पहले राहुल गांधी ने सरकार पर तीखा हमला करते हुए लिखा था कि, चीन का सामना करना तो दूर की बात है, भारत के प्रधानमंत्री में उनका नाम तक लेने का साहस नहीं है। इस बात से इनकार करना कि चीन हमारी मातृभूमि पर है और वेबसाइट से दस्तावेज़ हटाने से तथ्य नहीं बदलेंगे।         


विधायक की हत्या आरोपी मुठभेड़ में ढेर

बृजेश केसरवानी


लखनऊ। यूपी के लखनऊ से बड़ी खबर आ रही है , बीजेपी विधायक की हत्या में शामिल बदमाश हनुमान पांडे उर्फ राकेश पांडे मुठभेड़ में ढेर हो गया।


राजधानी लखनऊ के सरोजनीनगर इलाके में यूपी एसटीएफ की टीम ने भाजपा विधायक कृष्णानंद राय हत्याकांड के एक आरोपी कुख्यात बदमाश हनुमान पांडे उर्फ राकेश पांडेय को मुठभेड़ में मार गिराया है। पुलिस के मुताबिक एक लाख के इनामी रहे हनुमान पांडेय से यूपी एसटीएफ की लखनऊ के सरोजनीनगर में मुठभेड़ हुई। मारा गया बदमाश मुख्तार अंसारी और मुन्ना बजरंगी का करीबी था। पुलिस ने बताया कि राकेश पांडेय मऊ जनपद के कोपागंज का रहने वाला है। राकेश पांडेय कई संगीन वारदातों में शामिल था।


गौरतलब है कि मुन्ना बजरंगी की जेल में हत्या के बाद हनुमान पांडेय मुख्तार अंसारी के गैंग का बड़ा शूटर बन गया था। हनुमान पांडेय बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी के गैंग डी-5 का सबसे सक्रिय सदस्य बताया जाता था। हनुमान पांडेय उर्फ राकेश पांडेय मुख्तार के साथ मऊ में ठेकेदार अजय प्रकाश सिंह समेत 2 लोगों की हत्या के मामले में भी आरोपी था।             


चरमराई व्यवस्था से अनियंत्रित कोरोना

अकांशु उपाध्याय


लखनऊ। प्रदेश में सरकार को सड़कों पर लगने वाली खाने पीने की दुकानों पर कुछ दिनों के लिए प्रतिबंध लगा देना चाहिए।इन दुकानों में कहीं भी सरकार के दिशा निर्देशों का पालन नही हो रहा है।स्थिति
यह है कि दिनोदिन कोरोना के मरींजों की संख्या बढ़ती जा रही है और चिकित्सा सेवाएं ध्वस्त होती जा रही हैं। इनदिनों यह देखने में आ रहा है कि जहाँ कहीं भी खानपान की दुकाने हैं।उनमें ज्यादा भीड़ उमड़ रही है।इनमें चाट, समोसा खस्ता, पानी के बतासे, डोसा, चाऊमीन,छोला भटूरा आदि वस्तुओं की दुकानें कोरोना विस्तार का माध्यम बन रही हैं।इनमे महिलाओं की संख्या से ज्यादा पुरुषों की संख्या है।जो एक के ऊपर एक चढ़े हुए सामान खरीदते और खाते दिख जायेंगे।जिनको देखकर पुलिस भी कुछ कार्रवाई नही करती है।पुलिस की शह पर लगती इन दुकानों के मालिकों पर सरकार और प्रशासन के आदेशों का कोई असर नही पड़ता है।बाजार बंदी के समय का भी यह सब उल्लंघन करते नजर आते हैं।
सरकार ने इस पर अंकुश नही लगाया तो कानपुर और लखनऊ जैसे शहरों की दशा दिनोदिन और बदतर होती जाएगी।क्योंकि खाने पीने की दुकानों पर बिकने वाला सामान एक तो खुला बिक रहा है,दूसरे वह मानकों पर भी खरा नही उतरता।यह सब खाद्य विभाग के लोग  जानते हुए भी कोई कार्रवाई नही करते हैं।कोरोना के लगातार बढ़ते संक्रमण के बाद भी लोग किसी भी नियम को मानने को तैयार नही हैं।यह देखते हुए तमाम व्यापारी भी एकबार फिर से कुछ समय के लिए लॉकडाउन की मांग करने लगे हैं। ताकि दिनोदिन बढ़ते कोरोना संक्रमितों की संख्या पर कुछ नियंत्रण किया जा सके।              


104 संस्कृतिक विधालय बनाएगी सरकार

राणा ओबेरॉय


चंडीगढ़। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि शिक्षा में गुणात्मक सुधार के उद्देश्य से प्रदेश में 104 राजकीय स्कूलों को आदर्श संस्कृति स्कूल के रूप में विकसित किया जाएगा। वर्तमान में राज्य में 22 आदर्श संस्कृति स्कूल हैं। मुख्यमंत्री आज राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, बल्लभगढ़ का उदघाटन करने उपरांत वहां उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने बल्लभगढ़ स्थित राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में नया भवन बनाने तथा सेक्टर-3 स्थित राजकीय स्कूल को आदर्श संस्कृति स्कूल बनाने की घोषणा भी की। इसके अतिरिक्त, मुख्यमंत्री ने बल्लभगढ़ में तीन परियोजनाओं का उदघाटन भी किया, जिसमें 6.20 करोड़ रुपए की लागत से बने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के तीन मंजिला नए भवन, गांव चंदावली में 24.94 लाख रुपये से निर्मित प्रवेश द्वार और 24.60 लाख रुपए की लागत से बनाए गये पार्क का उदघाटन शामिल है। उन्होंने पार्क में पौधारोपण भी किया।


मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार की ओर से स्कूलों में मजबूत इंस्फ्रास्ट्रक्चर विकसित कर उनमें सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं। सरकार पांच बिन्दुओं पर पूरी एकाग्रता से कार्य कर रही है, जिसमें शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा, स्वावलंबन-रोजगार व स्वाभिमान शामिल हैं। उन्होंने कहा कि सरकार स्कूलों में अच्छा स्टाफ व अन्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने पर बल दे रही है ताकि बच्चों को बेहतर शिक्षा मिल सके। उन्होंने कहा कि सरकार प्रदेश में परिवार पहचान पत्र का डाटा तैयार कर रही है। इसमें प्रदेश के सभी परिवारों की शैक्षणिक योग्यता, आमदनी तथा सभी अन्य सामाजिक मूल्यांकन शामिल हैं। उन्होंने कहा कि सरकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार पर रोक लगाने तथा योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए परिवार पहचान पत्र काफी कारगर सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार वर्ष 2020 को ‘सुशासन संकल्प वर्ष’ के रूप में मना रही है। सरकार प्रदेश में हर प्रकार से भ्रष्टाचार मुक्त व्यवस्था कायम करना चाहती है। इसके अलावा, प्रदेश में पांच से 15 वर्ष की आयु वर्ग के ऐसे बच्चों का रिकार्ड तैयार किया जाएगा, जो शिक्षा से वंचित हैं ताकि उनकी शिक्षा का प्रबंध किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी पूरे विश्व के सामने एक नई चुनौती लेकर आई है। हम इस चुनौती का पूरी मुस्तैदी से सामना कर रहे हैं। धीरे-धीरे लोगों ने अपनी जीवनशैली में बदलाव लाना शुरू कर दिया। हर क्षेत्र में प्रौद्योगिकी का उपयोग बढ़ा है। बच्चे ऑनलाइन शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं और स्कूलों में स्मार्ट क्लास रूम बनाए जा रहे हैं। ‘किसान मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल’ पर अपनी फसल का विवरण दे रहे हैं। जमीन की ऑनलाइन रजिस्ट्री होने से पारदर्शिता आई और बिचौलिया व्यवस्था पर रोक लगी है। जमीन का सारा डाटा आनलाइन किया जा रहा है।


इस अवसर पर केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री श्री कृष्णपाल गुर्जर ने कहा कि ‘सबका साथ-सबका विकास’ की नीति के तहत मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रदेश में भ्रष्टाचार मुक्त ईमानदार सरकार दी है। बिजली, शिक्षा, सडक़ें, स्ट्रीट लाइट सहित अनेक विकास कार्य तेजी से पूरे किए जा रहे हैं। लड़कियों के लिए अलग से कॉलेज खोले जा रहे हैं ताकि उन्हें शिक्षा प्राप्त करने के लिए अधिक दूर न जाने पड़े। गांवों में 24 घंटे बिजली देने का काम किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दुनिया में भारत को और मुख्यमंत्री मनोहर लाल भारत में हरियाणा को दूसरों के मुकाबले काफी आगे लाए हैं। परिवहन तथा खनन मंत्री मूलचंद शर्मा ने मुख्यमंत्री व अन्य विशिष्ट व्यक्तियों का स्वागत करते हुए कहा कि स्कूल के लिए नये भवन का उदघाटन करके मुख्यमंत्री ने इस क्षेत्र को नई सौगात दी है। नया भवन बनने से बच्चों को काफी सहूलियत होगी। इस स्कूल में स्मार्ट क्लास रूम भी बनाया गया है। उन्होंने कहा कि शिक्षित हरियाणा परियोजना के तहत बच्चों को आनॅलाइन शिक्षा उपलब्ध करवाई जा रही है। इस अवसर पर उन्होंने मुख्यमंत्री को स्मृति चिह्नï भी भेंट किया।
इस अवसर पर बडख़ल की विधायक श्रीमती सीमा त्रिखा, तिगावं के विधायक श्री राजेश नागर, फरीदाबाद के विधायक  नरेन्द्र गुप्ता, पृथला के विधायक नयनपाल रावत तथा मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव अजय गौड़ के अतिरिक्त अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।           


हरियाणा में रिकवरी रेट 83.23 फ़ीसदी

राणा ओबरॉय/साहब राम


चंडीगढ़। हरियाणा में कोरोना की मरीजों की संख्या में आज फिर इजाफा हुआ है। आज कोरोना के नये 789 पॉजिटिव केस सामने आए हैं। स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जारी आकंड़ों के मुताबिक प्रदेश में 474 लोगों की अब तक मौत हो चुकी है। वहीं प्रदेश में एक्टिव मरीजों की संख्या 6338 है। प्रदेश में रिकवरी रेट 83.23 फीसदी है। आज गुरुग्राम में 99, फरीदाबाद में 149, सोनीपत में 0, रेवाड़ी में 69, अंबाला में 88, पानीपत में 126, हिसार में 36, पलवल में 27, झज्जर में 11, महेंद्रगढ़ में 32, भिवानी में 19, पंचकूला में 61, मेवात में 8, कुरुक्षेत्र में 33, फतेहाबाद में 9, जींद में 4, कैथल में 18 नये केस सामने आए हैं।            


सूफी गीतों में दर्द से उबरने की ताकत

नई दिल्ली। गायिका हर्षदीप कौर का कहना है कि सूफी संगीत में एक अजीब सा जादू है। इसमें एक दूर की दुनिया की बात की जाती है और इसके बोल दिलों को छू लेते हैं और सबसे जरूरी बात यह है कि इसमें दर्द से उबरने की ताकत है।हर्षदीप कौर ने हिंदी, पंजाबी, तेलुगू, तमिल, बंगाली और गुजराती जैसे कई भारतीय भाषाओं में गीत गाए हैं। दो रिएलिटी शोज में खुद को साबित करने के बाद कौर ने महज 16 साल की उम्र में ‘सजना मैं हारी’ गीत के साथ अपना डेब्यू किया। उस दौर को याद करती हुई वह कहती हैं, “स्कूल में उस वक्त रहते हुए अपने किसी फिल्मी गीत के रिलीज होने का अनुभव ही रोमांचक था। मैं बहुत खुश थी।” रिएलिटी शो में जीत हासिल करने के बाद बहुत कम ही कलाकार ऐसे होते हैं जो इंडस्ट्री में खुद को अच्छी तरह से स्थापित कर पाने में कामयाब होते हैं। ज्यादातर विजेता इंडस्ट्री में सफल नहीं हो पाते हैं इस बात को कौर भी स्वीकार करती हैं। उनका भी यही मानना है कि ऐसे शोज से तुरंत लोकप्रियता तो मिल जाती है, लेकिन असली सफर की शुरूआत इसके बाद ही होती है।


वह कहती हैं, “उस सफलता को बनाए रखना, बेहतर संगीत पर अपने काम को जारी रखना और अच्छे गाने गाना बहुत जरूरी है। रिएलिटी शो में जीतने का मतलब यह नहीं है कि आपकी मेहनत और आपका संघर्ष खत्म हो गया है। अपने रास्ते आने वाले हर मौके का फायदा उठाना ही मायने रखता है।” कौर फिलहाल फिल्मी गीतों के अलावा अपने स्वतंत्र गीत और नए गीतों को बनाने में व्यस्त हैं। वह कहती हैं, “मैं कुछ नए गानों को कम्पोज कर रही हूं और खुद को रिकॉर्ड कैसे करते हैं यह भी सीख रही हूं और हां, अपने बैंड के साथ मिलकर डिजिटल कॉन्सर्ट भी कर रही हूं।           


संपत्ति खरीद पर महिलाओं को बड़ी छूट

विकास कुमार


देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत प्रदेश की मातृशक्ति को बड़ी सौगात देने की तैयारी कर रहे हैं। महिलाओं को 50 लाख रुपये तक की संपत्ति खरीद पर उनसे सिर्फ एक रुपये स्टांप शुल्क लिया जाएगा। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने शनिवार को स्त्री शक्ति तीलू रौतेली एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पुरस्कार वितरण समारोह में इस बात के साफ संकेत दिए। महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास राज्यमंत्री रेखा आर्य ने अपने संबोधन में मुख्यमंत्री के समक्ष यह सुझाव रखा था।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि राज्य के विकास में महिलाओ की भूमिका को अनदेखा नहीं किया जा सकता। उन्होंने महिला किसानों व समूहों के लिए पांच लाख रुपये तक के ब्याजरहित ऋण योजना का जिक्र किया। कहा कि अनाथालयों में रहने वाले बच्चों के 18 साल की आयु पूर्ण करने के बाद उनके लिए सरकारी सेवाओं में पांच फीसद आरक्षण की व्यवस्था की गई है।
महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास राज्यमंत्री रेखा आर्य ने कहा कि राज्य में महिलाओं के व्यापक हित में सरकार ने भूमि पर पति के साथ पत्नी को भी अधिकार देने की दिशा में कदम बढ़ाए हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि महिलाओं को 50 लाख रुपये तक की संपत्ति की खरीद पर मात्र एक रुपये स्टांप शुल्क लिया जाए। वर्तमान में 25 लाख की संपत्ति खरीद पर रजिस्ट्री में महिलाओं को 25 फीसद तक की छूट दी जा रही है।               


संक्रमण को एसएसपी ने गंभीरता से लिया

रुद्रपुर। कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे को रोकने के लिए ऊधमसिंह नगर जिले के एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने वीडियो कांफे्रस्ंिग के जरिए सभी क्षेत्राधिकारी व थाना अध्यक्षों के साथ मीटिंग कर रोष जताया। एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने कहा कि गत 30 जून तक जिले में 234 कोरोना पॉजिटिव केस थे, जो अब 8 अगस्त तक 1456 हो गए हैं। जिस पर प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने चिंता व्यक्त करते हुए कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए उचित प्रबंध कर आवश्यक निर्देश दिए हैं। जिसके बाद ऊधमसिंह नगर जिले के एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने वीडियो कांफ्रेस्ंिग के जरिए सभी क्षेत्राधिकारियों व थानाध्यक्षों के सख्ती से कार्यवाही करने को निर्देशित किया है। एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने निर्देशित किया है कि सभी थानाध्यक्ष अभियान के तहत कंटेनमेंट जोन/ होम क्वारंटीन/ सोशल डिस्टेंस व मास्क न पहनने वालों द्वारा नियमों का उल्लंघन करने पर मुकदमा दर्ज कर आवश्यक कार्यवाही को अमल में लाया जाये। कांटेक्ट ट्रेसिंग टीम द्वारा संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए अधिक से अधिक व्यक्तियों की कांटेक्ट ट्रेसिंग की जाये। कहा कि जनपद क्षेत्र अंतर्गत समस्त फैक्ट्री/ कंपनी प्रबंधक को संबंधित थाना इंचार्ज अवगत करा दें कि इनकी फैक्ट्रियों में जो भी श्रमिक बाहर से कार्य करने आ रहे हैं, उनका पहले कोविड टेस्ट कराया जाये, उसके बाद ही उसे काम पर रखा जाये। सिडकुल की प्रत्येक फैक्ट्रियों में कम से कम 10 प्रतिशत कर्मचारियों/श्रमिकों का टेस्ट अवश्य किया जाये। साथ ही कहा कि जनपद पर बाहरी राज्यों से आवागमन हेतु 11 बैरियर खोले गए हैं परंतु अन्य रास्तों से चोरी छुपे आवागमन की शिकायतें व सूचना आने पर संज्ञान लेते हुए ऐसे व्यक्तियों पर कठोर कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं। वहीं कुछ व्यक्ति उत्तराखंड से रोज यूपी आवागमन करते हैं, जिनके संबंध में बताया गया कि ऐसे व्यक्ति विशेष सावधानी बरतें, यदि इनके द्वारा सावधानी न बरतते हुए अन्य राज्यों से संक्रमित होकर यहां संक्रमण फैलाया जायेगा तो इसकी जिम्मेदारी उन्हीं की होगी, जिसके बाद उक्त व्यक्ति पर कठोर आवश्यक कार्यवाही को अमल में लाया जायेगा।            


6 चरणों में शुरू होगी पढ़ाई, ड्राफ्ट जारी

मनोज सिंह ठाकुर


नई दिल्ली। लॉकडाउन के चलते स्कूल-कॉलेज काफी समय से बंद हैं। इसलिए इन्हें दोबारा खोले जाने पर लगातार विचार-विमर्श चल रहा है। मगर कोरेाना काल में स्कूलों को संचालान किस तरह से हो और बच्चों को संक्रमण का खतरा न रहे ये सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती है। इसी सिलसिले में एनसीईआरटी ने एक ड्राफ्ट गाइडलाइन तैयार किया है। जिसे सरकार को सौंपा गया है। इसमें कक्षाएं किस तरह से संचालित की जाए इस पर कई सुझाव दिए गए हैं।


मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एनसीईआरटी के ड्राफ्ट प्लान में स्कूलों को दोबारा खोलने पर बच्चों, पेरेंट्स व टीचर्स के लिए किन बातों का ध्यान रखना जरूरी होगा इस बात पर फोकस किया गया है। ड्राफ्ट में कहा गया है कि स्कूल खुलने के बाद रोल नंबर के आधार पर कक्षाए संचालित की जाए। मतलब यहां ऑड-ईवन फॉर्मूला लागू किया जा सकता है। इससे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो सकेगा।


खुले मैदानों में लगाएं क्लासेज:
एनसीईआरटी ने सुझाव दिया है कि अगर कक्षाएं खुले मैदानों (Open Fields) में लगाई जाएं तो इससे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन बेहतर तरीके से हो सकेगा। क्योंकि कक्षाओं में जगह सीमित होती है। ऐसे में बच्चों के बीच ज्यादा दूरी रखना मुमकिन नहीं हो पाएगा। इसके अलावा स्कूल पहुंचने के समय में भी गैप रखने का प्रस्ताव रखा है। प्लान के अनुसार स्कूल पहुंचने में कक्षाओं के हिसाब से 10-10 मिनट का अंतराल रखना बेहतर होगा।


कक्षाओं में लागू हो सकती हैं ये व्यवस्थाएं:
NCERT के ड्राफ्ट गाइडलाइन के मुताबिक स्कूलों को दोबारा खोलने पर कक्षाओं के संचालान में बदलाव किया जा सकता है। जिसमें हर क्लास में स्टूडेंट्स (Students) के बीच 6 फीट की दूरी जरूरी होगी। जबकि एक कमरे में 30 या 35 बच्चों से ज्यादा की अनुमति नहीं होगी। क्लासरूम के दरवाजे-खिड़कियां खुली रहेंगी और एसी नहीं चलाए जाएंगे। इसके अलावा कमरे रोजाना सैनिटाइज किए जाए। इसके अलावा मॉर्निंग असेंबली और एनुअल फंक्शन जैसा कोई आयोजन नहीं होंगे।


बच्चों के लिए जरूरी होंगी ये चीजें:
गाइडलाइन के तहत बच्चों को स्कूल में ऑड-ईवन के आधार पर बुलाया जाएगा, लेकिन उन्हें रोजाना होम असाइनमेंट देना होगा। जबकि क्लास में बच्चे सीट न बदलें, इसलिए डेस्क पर नाम लिखा होगा। स्कूल में प्रवेश से पहले छात्रों और स्टाफ की स्क्रीनिंग होगी। स्कूल के बाहर खाने-पीने के स्टॉल नहीं लगाए जाएंगे। इसके अलावा बच्चों के लिए कॉपी, पेन, पेंसिल या खाना शेयर करने की मनाही होगी।


स्कूलों को फॉलो करना पड़ेगा रूल:
गाइडलाइन के अनुसार स्कूल प्रबंधन को भी कुछ चीजों का ध्यान रखना होगा। इसके तहत उन्हें चिकित्सा, सुरक्षा या सफाई संबंधी कामों से जुड़ी सभी चीजों की जानकारी उन्हें पेरेंट्स को देनी होगी। साथ ही पेरेंट्स-टीचर्स मीटिंग नहीं होगी। अगर किसी स्कूल का हॉस्टल है तो वहां भी दो बेडों के बीच छह फीट का गैप रखना जरूरी होगा।


24 घंटे में 64,339 नए संक्रमित मिलेंं

अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। देशभर में कोरोना वायरस से संक्रमित हुए मरीजों की कुल संख्या 21 लाख के पार पहुंच गई है। पिछले 24 घंटे में कोरोना के सर्वाधिक 64,399 नए मामले सामने आए हैं।


देश में कोरोना के अब तक कुल 21,53,010 पॉजिटिव मामले पाए गए हैं। जबकि अब तक ठीक हुए संक्रमित मरीजों की संख्या 14,80,884 तक पहुंच गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार देशभर में कोरोना से अब तक 43,379 लोगों की मौत हुई है। पिछले 24 घंटे में देशभर में कोरोना से 861 लोगों की मौत हुई है। हालांकि रिकवरी रेट बढ़कर 68.78 प्रतिशत हो गया है जबकि पॉजिटिविटी रेट 8.95 प्रतिशत हुआ। संक्रमण के कुल मामलों में विदेशी नागरिक भी शामिल हैं। देश में कोरोना वायरस से संक्रमित 6,28,747 लोगों का इलाज चल रहा है। वहीं महाराष्ट्र में शनिवार को कोरोना वायरस के अब तक के सर्वाधिक 12,822 नए मामले सामने आए, जिससे राज्य में संक्रमण के कुल मामले 5,03,084 तक पहुंच गए। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने ये जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कोविड-19 से 275 मरीजों की मौत के बाद राज्य में मरने वालों की संख्या बढ़कर 17,367 हो गई। हालांकि रिकॉर्ड 11,082 मरीजों को अस्पतालों से छुट्टी दी गई, जिससे ठीक हुए कोरोना वायरस रोगियों की संख्या 3,38,362 तक पहुंच गई। उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र में अब 1,47,048 मरीजों का इलाज चल रहा है। राज्य की राजधानी मुंबई में 1,304 नए मामले सामने आए और 58 मौतें हुईं। महानगर में कोविड-19 मामलों की कुल संख्या बढ़कर 1,22,316 और मृतकों की संख्या बढ़कर 6,751 हो गई।


हाईकोर्ट के आदेश के बाद एसओ पर गाज

उधमसिंहनगर/रुद्रपुर। दरसल मामला बीते 28 जुलाई  का है वीडियो में साफ दिख रहा है कि तीन पुलिसकर्मी और एक एसपीओ के साथ केला खेड़ा के पास स्थित  ढाबे में एक  मुखबीर को लेकर पहुंचे थे ।जंहा पुलिस के अनुसार पुलिस ने इस ढाबे से मुखबिर की सूचना पर चरस बरामद की गई थी, यहां तक तो सब ठीक था । असल में जब पुलिस ने इस पूरे मामले में मुकदमा दर्ज किया तो वारदात स्थल को ढाबे से कुछ दूर आगे दिखाया बस यहीं पर मामला बिगड़ गया और फँस गए पुलिस के यह तेजतर्रार दरोगा जी और पुलिसकर्मी उधर बाद में जब पुलिस को एहसास हुआ कि ढाबे में सीसीटीवी लगे हुए हैं, तो दूसरे दिन 2 पुलिसकर्मी वापस मौके पर पहुंचकर ढाबे में मौजूद कर्मचारियों से जबरन सीसीटीवी फुटेज डिलीट करवा दी हालांकि ढाबा  मालिक विपिन शर्मा ने एहतियात बरतते हुए  पहले ही सीसीटीवी फुटेज पेन ड्राइव में सेव कर ली थी। ढाबे के मालिक अनिल शर्मा के अनुसार ढाबे में दाखिल हुए दरोगा और पुलिसकर्मी ने उनके छोटे भाई को ढाबे के बाहर से रात में ग्रिफ्तार कर लिया और बाद में यह दिखा दिया की ढाबे से कुछ  दूर चरस के साथ पुलिस ने गिरफ्तार किया साथ ही अनिल शर्मा का यह भी कहना है कि उनके भाई को जब पुलिसकर्मी  उठा कर ले जा रहे थे। तो पूरी घटना में लगे सीसीटीवी मैं रिकॉर्डिंग हो गयी हाई कोर्ट में पेश किए मामले मैं यह भी बताया है कि उनके भाई को बाद में पुलिसकर्मी ने जेल भेज दिया अभी तक 31 जुलाई को जमानत मिलने के बाद उनका भाई जेल से बाहर आ सका इस पूरे मामले ढाबे के मालिक ने पहले तो जिले के एसएसपी से शिकायत की और जब शिकायत का निस्तारण नहीं हुआ तो शिकायतकर्ता ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया और हाईकोर्ट ने आज इस पूरे मामले में सख्त रुख अपनाते हुए पूरे मामले की जांच सीबीआई को दे दी इस पूरे मामले को देखा जाए तो एसएसपी ने इस मामले में कानून का उल्लंघन करने वाले एक थानाध्यक्ष को लाइन हाजिर कर आरोपी चौकी इंचार्ज व तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है मौके पर पुलिसकर्मी एवं एसपीओ नीले रंग की टीशर्ट पहने हुए दिखाई दे रहा है उसके खिलाफ फिलहाल कोई कानूनी कार्रवाई क्यों नहीं की गई ..? आपको बता दें कि जिले के पूर्व कप्तान द्वारा कोरोना संक्रमण के मद्देनजर जिले में पुलिस द्वारा किए जा रहे कार्यों की मदद के लिए बड़े पैमाने पर जिले में एसपीओ (Special Police officer) तैनात किए गए  गए थे लेकिन सीसीटीवी फुटेज में कैद हुए वीडियो में साफ जाहिर हो रहा है कि यह  यह पुलिस की कितनी मदद कर रहे हैं ।  बरहाल जिस तरीके से आज हाईकोर्ट ने पूरे मामले को सख्ती से संज्ञान लिया है उससे साफ जाहिर होता है कि कानून का पालन जनता सहित सभी अधिकारी व कर्मचारी  को भी करना है।कानून का उल्लंघन करने पर उन्हें भी जेल की हवा खानी पड़ सकती है।             


'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन   मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूली बच्चों ने निकाला रैली कौशाम्बी। एन डी कान...