मंगलवार, 14 जुलाई 2020

हॉस्पिटल के अंदर डॉक्टर की धुनाई की

पंचकूला में सरकारी अस्पताल के डाक्टर की धुनाई, देखे ऐसे क्या हुआ
राणा ओबरॉय


पंचकूला। पंचकूला के सेक्टर 6 स्थित सामान्य अस्पताल में एक डॉक्टर द्वारा नर्स के साथ छेड़छाड़ करने का मामला सामने आया है। जिससे मंगलवार को नर्सों का गुस्सा फूट गया और उन्होंने आइसोलेशन वार्ड में तैनात आरोपी डॉक्टर की जमकर धुनाई कर दी। नर्सों ने डॉक्टर को जमकर थप्पड़ मारे। कैमरे के सामने पूरा घटनाक्रम हुआ।


इससे पूर्व नागरिक अस्पताल सेक्टर 6 पंचकूला में शनिवार देर रात एक डाक्टर द्वारा नर्स से छेड़छाड़ मामले में नर्सिंग वेल्फेयर एसोसिएशन पंचकूला डाक्टर के खिलाफ लामबंद हो गई है। नर्सिंग वेल्फेयर एसोसिएशन ने चेतावनी दी है कि यदि डाक्टर पर कार्रवाई नहीं हुई, तो वह आंदोलन करने पर मजबूर हो जाएंगी। पीएमओ को लिखे पत्र में नर्सों ने कहा कि डाक्टर के खिलाफ केस दर्ज करवाया जाए। डाक्टर को अस्पताल से भेज दिया, जिससे साफ दिख रहा है कि डाक्टर को बचाने की कोशिश हो रही है।


20 लाख रूपये किलो बिकता है कीड़ा




नई दिल्ली। दुनिया का सबसे महंगा फंगस या यूं कहें कि कीड़ा यानी हिमालयन वियाग्रा जो बाजार में करीब 20 लाख रुपए प्रति किलो की दर से बिकता है। उसका कारोबार अब एकदम चौपट हो गया है। अब इसे कोई 1 लाख रुपए प्रति किलो की दर से भी खरीदने नहीं आ रहा है। चीन को इस कीड़े की सबसे ज्यादा जरूरत होती है। लेकिन भारत के साथ सीमा विवाद के चलते और कोरोना वायरस की वजह से इस बार इस कीड़े का कारोबार चौपट हो गया है। इतना ही नहीं इसे अंतरराष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ (IUCN) ने ख़तरे की सूची यानी रेड लिस्ट में डाल दिया है।







IUCN का मानना है कि इसके कारोबार में आई कमी की वजह है इसका ज्यादा इस्तेमाल। इसे शारीरिक दुर्बलता, यौन इच्छाशक्ति की कमी, कैंसर आदि बीमारियों को ठीक करने के लिए इस्तेमाल में लाया जाता है। अब IUCN की सूची में नाम आने के बाद हिमालयन वियाग्रा के बचाव के लिए राज्य सरकारों की मदद लेकर एक योजना तैयार की जा रही है. हिमालयन वियाग्रा 3500 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में मिलती है। हल्द्वानी स्थित वन अनुसंधान केंद्र ने जोशीमठ के आसपास किए गए रिसर्च में पाया कि पिछले 15 सालों में इसकी उपज 30 प्रतिशत कम हो गई है। इसकी मात्रा में आई कमी का सबसे बड़ा कारण है इसकी मांग, ग्लोबल वार्मिंग और क्लाइमेट चेंज। इसके बाद ही IUCN ने हिमालयन वियाग्रा को संकट ग्रस्त प्रजातियों में शामिल कर ‘रेड लिस्ट’ में डाल दिया है।






हिमालयन वियाग्रा को भारतीय हिमालयी क्षेत्र में कीड़ाजड़ी और यारशागुंबा के नाम से भी जाना जाता है। इसका नाम कीड़ाजड़ी इसलिए रखा गया है क्योंकि यह आधा कीड़ा और आधा जड़ी है। हिमालयन वियाग्रा जंगली मशरूम है, जो एक खास कीड़े के कैटरपिलर्स को मारकर उसके ऊपर पनपता है। इस जड़ी का वैज्ञानिक नाम ओफियोकॉर्डिसेप्स साइनेसिस है। जिस कीड़े के कैटरपिलर्स पर यह उगता है, उसे हैपिलस फैब्रिकस कहते हैं।






पिछले 15 सालों में हिमालयन वियाग्रा की उपलब्धता में 30 फीसदी की कमी आई है। ये भारत के अलावा नेपाल, चीन और भूटान के हिमालय और तिब्बत के पठारी इलाकों पाई जाती है। उत्तराखंड के पिथौरागढ़, चमोली और बागेश्वर जिलों में ये काफी ऊंचाई वाले क्षेत्रों में मिलती है। मई से जुलाई महीने के बीच जब पहाड़ों पर बर्फ पिघलती है तो सरकार की ओर से अधिकृत 10-12 हजार स्थानीय ग्रामीण इसे निकालने वहां जाते हैं। दो महीने इसे जमा करने के बाद इसे अलग-अलग जगहों पर दवाओं के लिए भेजा जाता है।






हिमालयन वियाग्रा की एशियाई देशों में बहुत ज्यादा मांग है। सबसे ज्यादा मांग चीन, सिंगापुर और हॉन्गकॉन्ग में है। इन देशों के बिजनेसमैन इसे लेने भारत, नेपाल तक चले आते हैं। एजेंट के जरिए खरीदने पर अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत 20 लाख रुपए प्रति किलो तक पहुंच जाती है। एशिया में हर साल इसका 150 करोड़ रुपए का व्यवसाय होता है।  हिमालयन वियाग्रा का सबसे बड़ा कारोबार चीन में होता है। इसे पिथौरागढ़ से काठमांडू भेजा जाता है और फिर वहां से यह भारी मात्रा में चीन ले जाया जाता है। लेकिन इस साल कोरोना वायरस के कहर के चलते, साथ ही भारत और चीन के बीच चल रहे विवाद के चलते हिमालयन वियाग्रा का व्यवसाय चौपट हो गया।               




शपथ ग्रहण के साथ विभागों का बंटवारा

रायपुर। मुख्यमंत्री निवास में संसदीय सचिवों के शपथ ग्रहण के बाद तत्काल विभागों का बंटवारा कर दिया गया है। सभी 15 संसदीय सचिवों को अलग-अलग विभागों में दायित्व सौंपा गया है। जो अब मंत्रियों के विभागों के काम काज में उनका सहयोग करेंगे। बता दें कि कुछ देर पहले ही संसदीय सचिवों को सीएम निवास में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई है।









संसदीय सचिवों को को इन मंत्रियों के साथ किया गया अटेच 









  • द्वारिकाधीश यादव – मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम

  • विनोद चंद्रकार— मंत्री टीएस सिंहदेव

  • चंद्रदेव राय— मंत्री मो.अकबर

  • शकुंतला साहू— मंत्री रविंद्र चौबे

  • अंबिका सिंहदेव— मंत्री रुद्र कुमार

  • चिंतामणी महाराज— मंत्री ताम्रध्वज साहू

  • यू.डी मिंज— मंत्री कवासी लखमा

  • पारसथान राजवाड़े— मंत्री उमेश पटेल

  • इंदरशाह मंडावी— मंत्री जयसिंह अग्रवाल

  • कुंवरसिंह निषाद— खाद्य मंत्री अमरजीत भगत

  • गुरुदयाल सिंह बंजारे— मंत्री टीएस सिंहदेव

  • रश्मि आशीष सिंह— मंत्री अनिला भेड़िया

  • शिशुपाल शोरी— मंत्री मो.अकबर

  • रेखचंद जैन— मंत्री शिव डहरिया           


भुखमरी के कगार पर पहुंचे सेक्स वर्कर

 अकांशु उपाध्याय

नई दिल्ली। वैसे तो कोरोना ने सभी बिजनेस की कमर तोड़ दी है लेकिन इसके चलते सेक्स इंडस्ट्री पूरी तरह से तबाह हो चुकी है। इसको लेकर सेक्स वर्कर्स ने तगड़ा प्रदर्शन किया। जर्मनी की लगभग 400 सेक्स वर्कर्स ने हैम्बर्ग शहर में प्रदर्शन किया। इन्होंने कोरोना वायरस के कहर के चलते कई महीनों से बंद ब्राथल हाउसेस यानि वेश्यालयों को फिर से खोलने की मांग करते हुए हैम्बर्ग के रेड लाइट इलाके में प्रदर्शन किया। इन सेक्स वर्कर्स का कहना था कि जब जर्मनी में सभी बिजनेस खोल दिये गये हैं तो इस बिजनेस को भी खोलने की इजाजत दे दी जानी चाहिए। सेक्स बिजनेस बंद होने से इससे जुड़े परिवार भूखे मरने को मजबूर हैं।

दरअसल, सरकार ने जर्मनी में दुकानों, रेस्तरां और बार सभी को दोबारा खोलने की इजाजत दे दी है। अब इसी को जर्मनी की सेक्स वर्कर मुद्दा बनाकर सरकार से मांग कर रही हैं कि जर्मनी में वेश्यावृत्ति कानूनी रूप से वैध है और उनके काम से किसी के लिए कोई बड़ा स्वास्थ्य जोखिम नहीं है इसलिए सरकार को ये काम फिर से शुरू करने की इजाजत देनी चाहिए। इन सेक्स वर्कर्स का प्रदर्शन इतना जोरदार था कि हैम्बर्ग के कई इलाकों की सड़कें घंटो जाम का शिकार हो गई।           


हर सूर्यास्त के बाद सूर्य उदय होता है

हर सूर्यास्त के बाद सूर्योदय होता है..!


बिलासपुर। कोरोना संक्रमण के कारण आर्थिक संकट से घिरे अधिवक्ताओं की समस्या किसी से छुपी नहीं है, छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका भी मुख्यनायधीश पी आर रामचंद्रन मेनन एवं जस्टिस पी पी साहू के बेंच में चल रही है, जिसमे याचिका राजेश केशरवानी ने अपने अधिवक्ता संदीप दुबे के माध्यम से फाइल की है जिस पर सुनवाई में 18/06/2020 के अपने एक आदेश में वकीलों के दुर्दशा का जिक्र बहुत ही सवेंदनशीलता से किया था, हाईकोर्ट ने इसे अत्यन्त संवेदनशील बताते हुए एक राष्ट्रीय दैनिक में प्रकाशित समाचार का उल्लेख किया। जिसमें बताया गया था कि बेरोजगारी के कारण अधिवक्ता को आदिवासी इलाकों की टोकनियां बेचकर गुजारा करना पड़ा है। उन्होंने एक न्यूज़ टाइम्स ऑफ़ इंडिया में छपे खबर का हवाला दिया जिसमे अधिवक्ता अपने आर्थिक हालत ख़राब होने से टोकना बनाने का कार्य श्रमिक बनकर कर रहे है।


उस अधिवक्ता के कार्य से प्रदेश के सवेंदलशील मुख्यानाधिपति प्रभावित होकर उन्हें आर्थिक सहायता पहुंचाने के लिए अधिवक्ता के. उत्तमकुमाराम को पत्र लिखा। पत्र के साथ 10 हजार का चेक जारी करते हुई लिखा है।            


उथल-पुथल से खेल जगत में होगा बदलाव

नई दिल्‍ली। कोरोना वायरस (Coronavirus) के कारण पूरे खेल जगत में उथल पुथल मची हुई है, हालांकि अब खेल की दुनिया फिर से पटरी पर लौटने की कोशिश में जुटी है. चार महीने बाद क्रिकेट की वापसी भी हुई. मगर भारतीय क्रिकेट अभी भी बंद है। मार्च में साउथ अफ्रीका के खिलाफ बारिश के कारण धर्मशाला वनडे रद्द होने के बाद कोविड के कारण पूरी सीरीज को ही रद्द कर दिया गया था। इसके बाद आईपीएल के 13वें सीजन को भी अश्चितकाल के लिए टाल दिया गया। इस वायरस ने भारतीय क्रिकेट के 2020 2021 क्रिकेट शेड्यूल में बड़े बदलाव के संकेत दे दिए हैं।


" alt="" aria-hidden="true" />चंदन अग्रहरि शाहगंज, जौनपुर। नगर में तेजी से पांव पसार रहे कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर प्रशासन 6 नए कंटेनमेंट जोन घोषित करते हुए लोगों के स्वास्थ्य परीक्षण का काम तेजी से शुरू किया है। कोरोना संक्रमण का दायरा स्थानीय नगर में फैलने लगा है। रविवार को 15 लोगों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई थी। संक्रमण को रोकने के लिए प्रशासन ने एराकियाना व पुराना चौक मोहल्ले में दो-दो और नोनहट्टा मोहल्ले में बैरिकेडिंग कराते हुए कंटेनमेंट जोन घोषित किया है। मोहल्ला हुसैनगंज में 250 मीटर के दायरे में दुकानों को बंद रखने का निर्देश दिया गया है। यहां पर बैरिकेडिंग नहीं की जाएगी क्योंकि हुसैनगंज मोहल्ला मुख्य मार्ग की दोनों पटरियों पर बसा है। बैरिकेडिंग लगाए जाने पर वाराणसी-अयोध्या मार्ग बंद हो जाएगा। उप जिलाधिकारी राजेश कुमार वर्मा के नेतृत्व में सोमवार को प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की टीम ने भ्रमण करके लोगों को दिये आदेशों का अनुपालन करने को कहा। एसडीएम राजेश कुमार वर्मा ने कहा कि जो व्यक्ति आदेश का उल्लंघन करेगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।


बीसीसीआई सभी सेंट्रल कॉन्‍ट्रेक्‍ट क्रिकेटर्स के साथ जुलाई के मिड में नेशनल कैंप शुरू करने की योजना बना रहा था, मगर देश के कई हिस्‍सों में लॉकडाउन, हवाई यात्रा की अव्‍यवस्‍था और सुविधाओं ने बीसीसीआई को इसे आगे टालने पर मजबूर कर दिया। टाइम्‍स ऑफ इंडिया की खबर के अनुसार इन सब पर नजर रखने वालों का कहना है केंद्र सरकार और राज्‍य सरकार की अनुमति के बिना बीसीसीआई कुछ भी नहीं कर सकता।               


बिहार में संक्रमितो की संख्या-18853

पटना। बिहार में जानलेवा कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। इस वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है। हर दिन सैकड़ों की संख्या में मरीजों का इजाफा हो रहा है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से ताजा अपडेट जारी की गई है। इस अपडेट के मुताबिक बिहार में 1432 लोग कोरोना पॉजिटव मिले हैं। इसके साथ ही राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 18853हो गई है।


बिहार में अब तक 134 की मौत
बिहार में अब तक कोरोना से 134 लोगों की मौत हुई है। सबसे ज्यादा राजधानी पटना में 15 लोगों की मौत हुई है। भागलपुर और दरभंगा में 10-10 लोगों की मौत हुई है। समस्तीपुर में 7 मरीजों की जान गई है। मुजफ्फरपुर, नालंदा, पूर्वी चंपारण, रोहतास और सीवान  6-6 लोगों की मौत हुई है। बेगूसराय, और सारण जिले में 5-5 मरीजों की मौत हुई है।


इसके आलावा भोजपुर, पश्चिमी चंपारण और वैशाली  में 4-4 लोगों ने दम तोड़ा है। गया, खगड़िया, जहानाबाद, नवादा, सीतामढ़ी और में 3-3 लोगों की मौत हुई है। इसके साथ ही अररिया, कैमूर, किशनगंज और मधुबनी में 2-2 मरीजों की जान कोरोना से गई है। वहीं, अरवल, औरंगाबाद, जमुई, कटिहार, मधेपुरा, मुंगेर, सहरसा और शिवहर में 1-1 मरीज की मौत हुई है।


नाकाम-निकम्मी यूपी पुलिस का कारनामा

सुनील पुरी


फतेहपुर  उत्तर प्रदेश पुलिस की नाकामियां और उसके गलत क्रियाकलाप समय-समय पर उजागर होते रहते हैं। गैंगस्टर विकास दुबे के मामले ने यूपी पुलिस के कामकाज की पोल खोल कर रख दी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गैंगस्टर विकास दुबे का एनकाउंटर कराकर भले ही यूपी पुलिस की पीठ थपथपा रहे हों, मगर पुलिस की कारगुजारियां दर्शाती हैं कि इतनी नाकारा और निकम्मी पुलिस शायद ही किसी राज्य की हो। एक नाबालिग लड़की की गुमशुदगी की नामजद प्राथमिकी के बावजूद यूपी पुलिस उसे ढ़ाई साल बाद भी नहीं खोज पाई है। ऐसी निकम्मी पुलिस से आखिर सूबे की जनता क्या अपेक्षा कर सकती है।


थाना कल्याणपुर, जनपद फतेहपुर निवासी एक 15 वर्षीय नाबालिग लड़की पांच जनवरी, 2018 को अचानक अपने घर से गायब हो जाती है। उसकी गुमशुदगी की रपट 18 जनवरी, 2018 को कल्याणपुर थाने में दर्ज कराई जाती है। बाकायदा नामजद प्राथमिकी दर्ज होने के बावजूद कल्याणपुर थाना इस पर कोई कार्रवाई नहीं करता। उत्तर प्रदेश सरकार के पोर्टल पर ऑनलाइन शिकायत के बाद भी इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं होती। बार – बार की शिकायत पर थाना की एक लाइन की आख्या होती है – श्रीमान जी रिपोर्ट अवलोकनार्थ सादर सेवा में प्रेषित है।


पुलिस महकमे के निकम्मेपन की इंतहा तो तब होती है, जब गुमशुदगी की शिकायत करने पर  रिपोर्ट लगाई जाती है कि यहां पर गलियारे और चकरोड का कोई विवाद नहीं है। पुलिस को जब फिर से यह बात याद दिलाई जाती है कि यह कोई जमीन विवाद का मामला नहीं नाबालिग लड़की की गुमशुदगी का मसला है तब वह फिर रिपोर्ट बदलकर वही घिसा पिटा जवाब देते हैं कि इस संदर्भ में एफआईआर दर्ज हो चुकी है और जांच चालू है। पिछले ढ़ाई साल में जो पुलिस एक नाबालिग लड़की को नहीं ढूंढ़ पायी, ऐसी नाकारा और निकम्मी पुलिस से आखिर क्या उम्मीद की जा सकती है। भला हो मध्य प्रदेश पुलिस का जिसने विकास दुबे को ढ़ूंढ़ निकाला। और जब मध्य प्रदेश की पुलिस ने विकास दुबे को उत्तर प्रदेश की पुलिस को सौंपा, तब भी उनमें अपने किए पर कोई शर्म नहीं आयी और न ही पछतावा हुआ। अब तो शिकार उनके हाथ में था, ऐसे में उसका कथित तौर पर फर्जी एनकाउंटर कर उसे लगा कि उसने बहुत बड़ा काम कर दिया है।           


चीन में बारिश का कहर, बहे हजारों घर




















बीजिंग। चीन में भारी बारिश ने तबाही मचा दी है। मौसम विभाग ने भारी बारिश की चेतावनी दी थी, जिसके बाद उत्तरी क्षेत्र में बारिश की वजह से करीब 120 लोगों की मौत हो गई। कई लोग गायब हैं। 12 जुलाई को भारी बारिश का अलर्ट था। रिपोर्ट के मुताबिक, शंघाई, चोंगकिंग और ऐसे करीब एक दर्जन जिलों में बारिश ने लगभग 17,000 घरों को तबाह कर दिया। करीब 5.9 बिलियन का नुकसान हो चुका है।


इस वक्त चीन के 27 प्रांतों में भारी बारिश की वजह से तबाही मची है। बुरी तरह प्रभावित इलाकों में जियांग्शी, अन्हुई, हुबेई और हुन्नान प्रांत हैं। राष्ट्रीय मौसम विज्ञान ने भविष्यवाणी की कि चीन के अनहुई, हुबेई, हुनान और झेजियांग प्रांत, जिनमें दो पूर्वोत्तर प्रांत हैं, हीलोंगजियांग और जिलिन में 4 से 9 इंच तक बारिश हो सकती है।


आपातकालीन प्रबंधन मंत्रालय ने घोषणा की कि मूसलाधार बारिश से कम से कम 36 मिलियन लोग किसी न किसी तरह से प्रभावित हुए और लगभग 300,000 लोगों को क्वेंटांग नदी (Qiantang) के किनारे से निकाला गया।


















दुर्लभ प्रजाति के मेंढको का झुंड मिला

नरसिंहपुर। सोशल मीडिया पर मेंढकों का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसे देखकर सभी लोग इस वीडियो को सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल कर रहे हैं।


मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिले के एक गांव में दुर्लभ प्रजाति के मेंढकों का झुंड देखा गया, इन पीले रंग के दुर्लभ प्रजाति के मेंढकों को देखकर गांव वाले भी हैरान रह गए और अपने अपने मोबाइल में इसका वीडियो उतारने में लग गए। देखते देखते इन पीले रंग के मेंढकों का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। आपको बता दें कि ये दुर्लभ मेंढक भारत में पाए जाते हैं, और इन्हे इंडियन बुल फ्रॉग कहा जाता है। प्रजनन काल में पीले मेंढक रंग बदलकर पीले हो जाते हैं, जो किसानों के लिए अच्छा माना जाता है।                


 


खाकी की गोद 'संपादकीय'

खादी एवं खाकी की गोद में पल रहे अपराधी एवं आतंक के प्राय बने विकास दूबे के अंत पर उठ रहे सवालों पर विशेष
  संपादकीय


उत्तर प्रदेश पुलिस एवं राजनीति के संरक्षण में पला बढ़ा शासन प्रशासन को अपनी जेब में रखने वाला रातोंरात अपने गाँव में पुलिस के अधिकारियों कर्मचारियों की सामूहिक नृशंस हत्या करने के बाद मोस्ट वॉन्टेड गैंगस्टर बने विकास दुबे का अंत आखिरकार उसी कानपुर की सीमा एवं उसी प्रदेश पुलिस की गोलियों से हो गया।जिस कानपुर से उसने खौफ का कारोबार शुरू किया था अन्ततः उसी जिले में ही कारोबार समाप्त हो गया। कहते हैं कि  कानपुर ही नही बल्कि अब मध्यप्रदेश बम्बई जैसे कई शहरों में उसके खौफ का कारोबार शुरू हो गया था और वह अपने विश्वासपात्र लोगों के माध्यम से सारे अपराधिक कारोबार को एक सम्राट की तरह सीना ठोंक कर चला रहा था।उसकी प्रदेश की राजनैतिक दलों से मधुर विश्वसनीय संबंध थे तो पुलिस में भी उस पर जान छिड़कने वाले उसके विश्वासपात्र खाकीधारी भी थे।खाकी एवं खादी के दामन में पल पोसकर दोनों के लिए सिरदर्द बनकर गले की हड्डी बने आतंक के युग का अंत हो गया जो जरूरी था।विकास अकेले प्रदेश में ऐसा अपराधी नहीं था जिसके आतंक से लोग आतंकित थे और खाकी एवं खादी का सरंक्षण प्राप्त है।इधर प्रदेश की राजनीति ही अपराधियों के बलबूते पर चलने लगी है और ऐसा कोई पक्ष विपक्ष की राजनैतिक पार्टी नहीं है जिसमें अपराधिक प्रवृत्ति के लोगों की सहभागिता न हो।राजनैतिक दल अपराधियों को अपने दल में शामिल कर अपने को बेझिझक गौरान्वित महसूस करने लगे हैं।इसमें दो राय नहीं है कि विकास दूबे एक खूंखार अपराधी था और हत्या कर आतंक फैलाना उसका पेशा बन गया है लेकिन विकास को यहाँ तक पहुंचाने वाले राजनेता एवं पुलिस भी उससे कम अपराधी नहीं है।विकास जैसे अपराधियों के साथ उनका भी अंत होना जरूरी है जो ऐसे लोगों को संरक्षण देकर अपराध और अपराधियों को बढ़ावा देते हैं।विकास अगर जिंदा होता तो यह पता चल सकता था कि उसे जीरो से सुपर हीरो बनाने में कौन कौन लोगों का योगदान था। हत्याकांड के बाद प्रदेश पुलिस को चकमा देकर नींद हराम कर देखते ही देखते लाखों का इनामियां बदमाश बने विकास की कहानी के अंत की शुरुआत उसके खुद किसी की जान बचाने की शह पर मध्यप्रदेश के उस शिवमंदिर में पहुंचते ही हो गई थी। जिसे कालो का काल महाकाल कहा जाता है और धारणा है कि वहाँ जाने वाले की अकाल मौत नहीं होती है। उज्जैन के शिव के मंदिर से  एसटीएफ की टीम उसे  लेकर कानपुर आ रही थी इसी दौरान एसटीएफ की गाड़ी पलट गई जिस पर आधा दर्जन से अधिक पुलिस कर्मियों की मौजूदगी में वह उनकी पिस्तौल छीनकर लगड़ा होने के बावजूद गोली बरसाते हुये भाग खड़ा हुआ और बाद में मुठभेड़ के बाद उसके जीवन की लीला का अंत हो गया।आतंक के प्राय बने विकास दूबे जानता था कि उत्तर प्रदेश पुलिस उसे मुठभेड़ दिखाकर मार देगी और इसीलिए वह घटना के बाद यूपी पुलिस से बचता रहा और आखिर में जिन्दा पकड़े जाने की ख्वाहिश में मध्यप्रदेश पहुंच गया और खुद अपना नाम उजागर कर दिया।उसे स्वप्न में भी विश्वास नहीं था कि रास्ते में ही अकाल काल के गाल में जाना पड़ेगा। उसे यह यकीन था कि यूपी पुलिस उसे जिंदा नहीं छोड़ेगी इसलिए उसके वकील ने उज्जैन में उसकी गिरफ्तारी होते ही मुठभेड़ में हत्या की आशंका जताते हुए जान बचाने की सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर कर दी थी।यूपी पुलिस और एसटीएफ की टीम ने शुक्रवार की सुबह कानपुर की सीमा के अंदर ही इस एनकाउंटर को अंजाम दिया।


लेकिन अब इस मुठभेड़ को लेकर कई बड़े सवाल उठने लगे हैं जिनके जवाब लोग अपने अपने अनुसार लगाने लगे हैं।सभी विपक्षी दल मुठभेड़ को फर्जी बताते हुए इसकी सीबीआई से जांच कराने की मांग करने लगे हैं।लोग चर्चा कर रहे हैं कि कानपुर की सीमा में आने के बाद एसटीएफ के काफिले की मात्र एक गाड़ी का एक्सीडेंट कैसे हो गया? अचानक गाड़ी पलटने से पीछे की गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त क्यों नहीं हुयी? क्या लगातार भागने वाला लगंड़ा  विकास दुबे इस हालत में था कि उसने एक्सीडेंट होते ही पुलिस के हथियार छीन लिए? आखिरकार उस बहू का क्या गुनाह था जो कुछ दिनों पहले ही उसके घर आई थी और उसे भी गिरफ्तार करके जेल में ठूंस दिया गया।
भोलानाथ मिश्र


खिलौने का पंचनामा भर पीएम को भेजा

बुलढाणा। महाराष्ट्र के बुलढाणा में पुलिस और अस्पताल की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे हैं। दरअसल पुलिस ने खिलौने को नवजात का शव समझकर का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। अस्पताल ने भी पोस्टमार्टम की प्रक्रिया शुरू कर दी। खिलौने से कपास और स्पंज निकलने पर पता चला जिसका पोस्टमार्टम हो रहा है तो प्लास्टिक की गुड़िया है। यह घटना जिले भर में चर्चा का विषय बन गई है। बुलढाणा जिले के खामगाव तालुका स्थित बोर के पास एक नदी के किनारे कपड़े में एक नवजात का शव फेंके जाने की  सूचना पर पिंपलगांव राजा पुलिस बोरजवाला गांव मे नदी के किनारे मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव का पंचनामा किया और नवजात का शव अपने कब्जे में लेकर खामगाव के अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।


लेकिन, पुलिस की तरह ही अस्पताल की कार्यशैली में लापरवाही सामने आई है। पोस्टमार्टम के समय जब उसकी चीरफाड़ की गई तो उसमें से कपास और स्पंज निकाला। इसके बाद पता चला कि यह नवजात का शव नहीं बल्कि खिलौना है। पुलिस इंस्पेक्टर एस.एल.चव्हाण ने कहा कि गांव के पुलिस पाटिल ने ही यह जानकारी दी थी कि नदी के पास 7-8 महीने के नवजात का शव पड़ा है। दूसरे दिन पंचनामा कर दस्तावेज बनाए गए। पोस्टमार्टम के समय शरीर में से कपास और स्पंज निकलने के बाद समझ में आया कि वह मानव शरीर नही बल्कि गुड़िया है। कीचड़ में सने होने के कारण वह नवजात बच्चे का शव ही दिखाई दे रहा था।             


राजनीति: पीएम मोदी ने अखिलेश पर निशाना साधा

राजनीति: पीएम मोदी ने अखिलेश पर निशाना साधा संदीप मिश्र  भदोही। भदोही के ऊंज में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों को संबोधित किया। इस दौरा...