सोमवार, 13 जुलाई 2020

भूकंप ने किया नुकसान, ली गई जानें

अकाशुं उपाध्याय


काठमांडू। नेपाल में रविवार को भारी बारिश के बाद भूस्खलन से कम से कम दस और लोगों की मौत हो गई, जिसके परिणामस्वरूप पिछले तीन दिनों में भूस्खलन के कारण कुल 54 मौतें हुईं। नेपाल के 19 जिले पिछले तीन दिनों से भारी बारिश के कारण भूस्खलन और बाढ़ से प्रभावित हैं। गृह मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, रविवार को मायागड़ी में सात, जाजरकोट में दो और सिंधुपालचौक में एक व्यक्ति की मौत हो गई।


गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि पिछले 72 घंटों में देश के विभिन्न हिस्सों में भूस्खलन के कारण 54 लोगों की मौत हो गई है और 39 लापता हैं। करीब 40 लोग घायल भी हुए हैं। देश के पूर्वी संखुवासभा जिले में भारी बारिश के कारण आठ घर बह गए और लगभग 11 लोग लापता हैं। नेपाल सरकार ने राहत और बचाव कार्यों के लिए सेना और पुलिस की तैनाती की है।           


'दुबे' योगी सरकार के गले की फांस

केपी सिंह


लखनऊ। विकास दुबे प्रकरण में सरकार की खोखली कार्रवाइयां उजागर हो गई। विकास दुबे ने कुछ ही दशकों में मामूली हैसियत से अरबों रूपये की संपत्ति जुटा ली थी। जबकि उसका अपराध क्षेत्र भी बहुत व्यापक नहीं था। विकास दुबे का गुर्गा जय वाजपेयी 6-7 साल पहले 4000 रूपये की नौकरी में गुजारा करता था लेकिन इतने कम समय में उसकी गिनती भी कानपुर के बड़े रईसों में विकास दुबे के करिश्में के बदौलत होने लगी थी। विकास दुबे और उसके जय वाजपेयी जैसे पलेतों का कारोबार अभी बदस्तूर चलता रहता अगर उसने थोक में पुलिस कर्मियों को शहीद न किया होता।


सच बात यह है कि न जाने कितने विकास दुबे पड़े हैं जो हर शहर और महानगर में गलत कार्य करके करोड़पति और अरबपति बन चुके हैं। अपराध और काले धन की इस समानान्तर व्यवस्था को तोड़ने में सरकार और प्रशासन की दिलचस्पी न तो कभी रही है और न है। अगर सरकार समय रहते इन्हें कानून के शिकंजे में जकड़ने के लिए तत्पर हो जाये तो न तो पुलिस कर्मियों को शहीद करके माफिया सरकार की नाक काट सकते हैं और न ही सरकार के लिए आम जनता जो कि कपोतव्रती है, को अंधाधुंध टैक्स के कुल्हाड़े से हलाल करने की जरूरत पड़ सकती है।



पहले की सरकारें अपराधियों की सरपरस्ती में खुले आम लगी रहती थी क्योंकि शार्ट कट में चुनाव जीतना और अपनी कई पुस्तों के लिए शाही बंदोबस्त करना उन्हें चलाने वाले सूरमाओं ने अपना मकसद बना रखा था पर वर्तमान केन्द्र और राज्य सरकार के कमांडर तो अलग फितरत के लोग लगते हैं जिन्हें न खुद जायदाद बनाना है और न ही अपने खानदानियों को सत्ता कैश कराने की छूट देना गवारा है। फिर ये लोग गलत काम करने वालों पर कृपालु क्यों हैं यह एक रहस्य है।



केन्द्र सरकार के पास सीबीआई, आयकर, ईडी आदि तमाम सरंजाम है। अगर व्यवस्था बदलनी थी तो उसे रातोंरात कुबेर बने लोगों की कुंडली जांचने का अभियान चलाना चाहिए था। चुनाव के पहले तो सत्तारूढ़ पार्टी के नेता दम भरते थे कि देश में इतना काला धन है जो बरामद कर लिया जाये तो नये टैक्स लगाना तो दूर सरकारी खजाने में इतना माल आ जायेगा कि हर नागरिक के खाते में 15-15 लाख रूपये की रकम पहुंचायी जा सके। लेकिन जब पार्टी सरकार में आ गई तो कालाधन बाहर निकालने की जिम्मेदारी को लेकर उसने अपनी आंखे मूंद ली। इन मामलों में कार्रवाई करने वाले उसके विभाग केवल प्रतिद्वंदी पार्टियों के नेताओं के दमन तक अपने सरोकार समेटे हुए हैं। भाजपा के प्रति लोगों में इसी कारण मोह भंग हो रहा है जबकि उसके इकलौते बचे विश्वास के भी हश्र को देखने की परिणति लोगों की लोकतंत्र में अनास्था के रूप में सामने आ सकती है जो कि काफी खतरनाक होगा।


राज्य सरकार का भी यही आलम है। लोकायुक्त, एन्टीकरप्शन, भ्रष्टाचार निवारण संगठन, आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन आदि का लम्बा तामझाम उसने सफेद हाथी बनाकर रख छोड़ा है। विकास दुबे प्रकरण के बाद भी सरकार जागती नहीं दिखाई दे रही है जबकि उसे अपने इस भारी भरकम तंत्र को पहले से ही नव धनाढ़यों की जांच में लगा देना चाहिए था।             


बेलगाम भाजपा को जनता सबक सिखाएं

भाजपाई हो रहे बेलगाम जनता सिखाएगी सबक


बृजेश केसरवानी


प्रयागराज। शहर के बहादुर गंज मुहल्ले में प्रदेश के काबिना मंत्री द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान उनके निवास स्थान के आसपास के घरों को भगवा रंग में रंग देने और पड़ोसियों के एतराज करने पर मंत्री के रिश्तेदारों, चहेतों द्वारा धमकी देने के मामले को विधान परिषद् में उठाया जाएगा।सपा के वरिष्ठ नेता और विधानपरिषद सदस्य मा बासुदेव यादव ने अपर पुलिस महानिदेशक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रयागराज को पत्र लिखकर मामले को गंभीरता से लेने को कहा है। उन्होने कहा है कि आगामी दिनों में शुरू होने वाले विधानसभा सत्र में भी यह मामला उठाया जाएगा l आरोप लगाया कि भाजपाई बेलगाम हो गए हैं।
वहीं समाजववादी पार्टी ने हाईकोर्ट कैम्प कार्यालय पर बैठक कर उक्त कृत की निन्दा की।निर्वतमान महानगर अध्यक्ष सै०इफ्तेखार हुसैन ने बहादुरगंज में कैबिनेट मंत्री के आवास के आस पास के मकानों को भगवा रंग में रंगाए जाने पर आपत्ती जताते हुए कहा की भाजपाई गुण्डों के सहारे जबरन भगवाकरण कर रहे हैं।निर्वतमान महासचिव योगेश यादव ने जबरन मकानों के भगवारंग रोग़न को भाजपाईयों के पतन की ओर बढ़ने वाला क़दम बताते हुए इसकी कड़े शब्दों मे आलोचना की कहा भाजपा लोगों पर जबरन मकानों का रंग बदल कर धार्मिक उनमाद को पैदा कर रही है।
सपा के जिला प्रवक्ता दान बहादुर मधुर ने अपने बयान में कहा है कि लाकडाउन के दौरान एक जिम्मेदार कैबिनेट मंत्री द्वारा आयोजित कार्यक्रम में कानून की धज्जियां उड़ाई गई l ऊपर से पड़ोसियों, मुहल्ले वालों के मना करने के बाद भी इनके रिश्तेदारों और चहेतों द्वारा पूरी गली को रंग रोगन कर दहशत का माहौल पैदा किया गया है l थाने में अपनी पीड़ा लेकर पहुंचे भुक्तभोगियों की तहरीर बदल कर मंत्री को बचाने का काम किया गया है, जिससे प्रशासन की मंशा पर सवाल खड़ा होता है lबैठक में सै०इफ्तेखार हुसैन,योगेश चन्द्र यादव,सै०मो०अस्करी,रविन्द्र यादव,मो०ग़ौस,विक्रम पटेल,मुशीर अहमद,वीरु पासी,काशान सिद्दीक़ी,अब्दुल ज़र्रार खान,मो०ज़ैद,एजाज़ खान,औन ज़ैदी आदि उपस्थित रहे।


कर्क राशि में प्रवेश करेंगे सूर्य

नई दिल्ली। आगामी 16 जुलाई, गुरुवार के दिन सूर्य कर्क में प्रवेश करेंगे। जैसे ही सूर्य का कर्क में गोचर होगा, तभी सम-सप्‍तम योग लग जाएगा। इस योग के होने का अर्थ है कि सूर्य कर्क में और शनि मकर राशि में होंगे। दोनों एक दूसरे के सातवें घर में गोचर करेंगे। इससे पहले सूर्य अब तक मिथुन राशि पर गोचर कर रहे थे। 16 जुलाई को एकादशी भी आ रही है। इसे कामिका एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। ज्‍योतिषियों का कहना है कि सम-सप्‍तम योग का सभी राशियों के जीवन पर प्रभाव पड़ेगा। 5 राशियां ऐसी हैं, जिन्‍हें संभलकर रहने की जरूरत है। इन राशियों में कर्क, सिंह, मीन, मिथुन और मकर राशि के नाम शामिल हैं। थोड़ी सी भी असावधानी परेशानी बढ़ा सकती है। अन्‍य राशियों के लिए मिला जुला असर रहेगा एवं कुछ राशियों के लिए अच्‍छे परिणाम मिलने के संकेत हैं। जानिये इस राशि परिवर्तन का क्‍या प्रभाव पड़ेगा।


इन 5 राशियों को संभलकर रहना होगा


कर्क – नौकरी करने वालों के लिए चिंताजनक समय आ रहा है। किसी भी विवाद में पड़ने से बचें। आर्थिक स्थिति बिगड़ सकती है। व्‍यर्थ के खर्चों पर नियंत्रण रखें। आपके व्‍यवहार के चलते आपके संबंध लोगों से बिगड़ सकते हैं। व्‍यापार एवं नौकरी में कोई बात परेशान कर सकती है।


सिंह – आपका कोई राज उजागर होने से मुश्किलें बढ़ सकती हैं। बेहतर होगा कि आप अपनी योजनाओं को गुप्‍त रखें। घर में अशांति का वातावरण रहेगा। पैसों के लेन देन के समय सावधानी बरतें। नया निवेश करने से बचें और किसी को उधार देने से पहले सोचें।


मिथुन – इस राशि के लोगों को सेहत के प्रति जागरूक होने की जरूरत है। घर में बीमारियां आ सकती हैं। धन व्‍यय होगा। वाणी पर नियंत्रण रखें। आपके शब्‍द आपकी परेशानी बढ़ा सकते हैं।


मीन – वर्ष 2020 के आरंभ से ही मीन राशि के लिए सामान्‍य समय रहा है लेकिन सम-सप्तक योग बनते ही आपकी कोई बड़ी हानि हो सकती है। आर्थिक स्थिति बिगड़ सकती है। खर्च और कर्ज बढ़ने की आशंका है। कोई हादसा हो सकता है। वाहन संभलकर चलाएं। परिवार के लोगों की सेहत को लेकर सजग रहें।


मकर – यदि इस समय आप कोई अहम फैसला लेने जा रहे हैं तो एक बार अच्‍छे से सोच लें। आपका गलत फैसला जीवन पर बुरा असर डाल सकता है। खर्च बढ़ेंगे और आर्थिक स्थिति कमजोर हो सकती है। बेहतर होगा आप अपने पास उपलब्‍ध चीजों का किफायत से इस्‍तेमाल करें।


समसप्तक योग से इन राशि के लोगों को लाभ की संभावना


मेष- इस राशि के चौथे भाव में सूर्य का गोचर हो रहा है, जो घर में सुख एवं समृद्धि का परिचायक है।


मीन – मीन राशि के लिए यह गोचर लाभदायक तो नहीं है लेकिन इससे हानि भी नहीं होगी। आर्थिक स्थिति में बहुत ज्‍यादा उतार-चढ़ाव नहीं आएगा।


वृषभ – इस राशि के लोगों का साहस बढ़ेगा। ख्‍याति बढ़ेगी। कार्यों में सफलता मिलेगी। गोचर काल के समय आप लक्ष्‍य पूरे करने के लिए अग्रसर होंगे। आय में बढ़ोतरी की भी अच्‍छी खबर सामने आ सकती है।


कन्‍या – कन्‍या राशि के 11वें भाव में सूर्य का गोचर होगा। इसका यह अर्थ है कि बहुत अच्‍छा समय आने वाला है। अगर आप किसी भी माध्‍यम से विदेशों से संबंधित कामकाज से जुड़े हैं तो आपको सफलता प्राप्‍त होगी। यदि आप प्राइवेट, कॉर्पोरेट कर्मचारी हैं तो आपको धन की प्राप्ति होने के प्रबल योग बन रहे हैं।


तुला – तुला राशि के लोगों के लिए बहुत सक्रियता भरा समय आ रहा है। आपमें प्रबंधन एवं नेतृत्‍व क्षमता विकसित होगी। अधूरे कार्य पूरे होंगे। लक्ष्‍यों की प्राप्ति होगी। नए कार्यों को आरंभ करने का यह बेहतर समय है। यदि आप सरकारी नौकरी के लिए तैयारी कर रहे हैं तो आपको सफलता मिल सकती है। प्रॉपर्टी से जुड़े कामों में सफलता के योग हैं।


इन राशियों के लिए मिला जुला रहेगा प्रभाव


वृश्‍चिक – वृश्चिक राशि के लोगों के लिए नो प्रॉफिट, नो लॉस की स्थिति है। आपकी राशि के दसवें भाव में सूर्य स्‍वामी होकर नवें भाव में गोचर करेंगे। यानी आपके काम अटक सकते हैं। यह गोचर लाभकारी नहीं होगा लेकिन समस्‍याएं बहुत ज्‍यादा नहीं होंगी।


धनु- इस राशि के अष्‍टम भाव में सूर्य का गोचर होगा। इसका अर्थ यह है कि आपके जीवन में अभी सब कुछ अनिश्‍चित रहने वाला है। ऐसे में आपको सावधान रहना चाहिये। ध्‍यान रखें किसी से कोई कर्ज ना लें। सेहत का विशेष ध्‍यान रखें।


कुंभ – कुंभ राशि के लिए यह गोचर ठीक रहेगा। आपके छठे भाव में सूर्य का गोचर होगा। यह शुभ फल देगा। हालांकि आपकी प्रतिस्‍पर्धा बढ़ सकती है लेकिन आपकी क्षमता भी बढ़ेगी। आप अच्‍छा प्रदर्शन कर सकेंगे। जो लोग नई नौकरी की तलाश में हैं, उन्‍हें सफलता मिल सकती है।


दोस्ती का बदतर सिला, ऐसा सलूक

अतुल त्यागी


मेरठ। उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के फाजलपुर गांव निवासी 20 वर्षीय युवक की उसी के चार दोस्तों ने कथित रूप से हत्या कर दी और अपराध छिपाने के लिए शव को टुकड़े-टुकड़े कर 40 फीट गहरे बोरवेल में डाल दिया। पुलिस अभी तक शव को बरामद नहीं कर सकी है।


नगर पुलिस अधीक्षक अखिलेश नारायण सिंह ने बताया कि शव बरामद करने के लिए विशेष मशीने मंगाई गईं हैं। उन्होंने बताया कि हत्या आरोपी चारों दोस्तों को कंकरखेड़ा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। सिंह ने रविवार को घटना की जानकारी देते हुए बताया कि कंकरखेड़ा के अनूपनगर फाजलपुर निवासी रूपक उर्फ भूरी 25 जून को घर से गायब हो गया था। परिजनों की सूचना के आधार पर पुलिस ने उसके चार दोस्तों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की तो उन्होंने हत्या करने की बात कबूल कर ली। उन्होंने बताया कि आरोपियों ने पहले बताया कि शव को गांव के जगंल में गड्ढा खोदकर दबा दिया है। लेकिन अभियुक्तों को लेकर उस स्थान पर पहुंची पुलिस को शव नहीं मिला। नगर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जब दोबारा युवकों से कड़ाई से पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि हत्या उपरान्त उन्होंने अपराध छिपाने के लिए शव के टुकड़े कर जिटोला गांव के जंगल में 40 फीट गहरे बोरवेल में डाल दिया था।


उधर, क्षेत्रीय थाना रोहटा के पुलिसी निरीक्षक उपेंद्र ने बताया कि बदले बयान के बाद पुलिस ने 40 फीट गहरे बोरवेल में कैमरा डाल जांच की तो उसमें कुछ कुछ संदिग्ध वस्तु दिखाई दी। उन्होंने बताया कि जेसीबी की मदद से बोरवेल के आसपास खुदाई की जा रही है। लगभग 25 से 30 फीट की खुदाई की जा चुकी है 40 फीट की खुदाई की जानी है। 40 फीट की खुदाई होने के बाद ही सही पता चलेगा।               


नोएडाः टेस्ट से बच रहींं मुस्लिम महिलाएं

विजय भाटी। गौतम बुद्ध नगर जिले में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा होता जा रहा है। गौतम बुद्ध नगर जिले में कोरोना वायरस के संक्रमण का पता लगाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की तरफ से लगातार रैपिड टेस्ट शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। यह शिविर गौतम बुद्ध नगर जिले के कस्बों, शहर और ग्रामीण इलाकों में लगाए जा रहे हैं। इस शिविर के दौरान स्वास्थ्य विभाग और पुलिस विभाग के अधिकारी वहां से जाने वाले राहगीरों को रोक-रोक कर कोरोना वायरस की जांच कर रहे हैं। लेकिन, स्वास्थ्य विभाग और पुलिस विभाग के लिए इस समय सबसे बड़ी समस्या गौतम बुद्ध नगर जिले की मुस्लिम महिलाएं बनी हुई हैं। गौतम बुद्ध नगर जिले की अधिकांश मुस्लिम महिलाएं कोरोना वायरस की जांच कराने से इंकार कर रही हैं।


स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक, गौतम बुद्ध नगर जिले के सभी चिकित्सकों द्वारा कोरोना वायरस की जांच के लिए रैपि़ड टेस्ट शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। इस रैपिड टेस्ट शिविर के दौरान पुलिस विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा वहां से गुजरने वाले राहगीरों को रोक कर उनकी कोरोना वायरस की जांच करायी जा रही है। इस दौरान वहां से गुजरने वाली मुस्लिम महिलाओं द्वारा कोरोना वायरस की जांच कराने के लिए पुलिस विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को साफ इंकार कर दिया जा रहा है। जबकि अन्य लोगों द्वारा कोरोना वायरस की जांच कराने के लिए काफी उत्सुकता देखी जा रही है।


कार्यवाहक मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर नेपाल सिंह ने बताया कि इस समय उत्तर प्रदेश में महामारी अधिनियम और आपदा प्रबंधन अधिनियम लागू है। इन दोनों अधिनियम के तहत कोई भी व्यक्ति संक्रामक बीमारी की जांच और इलाज से इनकार नहीं कर सकता है। अगर कोई संक्रमित व्यक्ति को छुपाने का भी प्रयास करता है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा सकती है।             


नगर निगम के हवाले करेगा जीडीए

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। वर्षों से गाज़ियाबाद नगर निगम और विकास प्राधिकरण की उपेक्षा का शिकार रहे राजनगर एक्सटेंशन में रहने वाले हजारों फ्लैट मालिकों के लिए एक अच्छी खबर है।  गाज़ियाबाद विकास प्राधिकरण ने राजनगर एक्सटेंशन को नगर निगम के हवाले करने की कवायद शुरू कर दी है।  सूत्रों के अनुसार प्राधिकरण ने इसके लिए नगर आयुक्त को एक पत्र भेजा है।


हिंडन के करीब बसे राजनगर एक्सटेंशन में 45 से ज्यादा ग्रुप हाउसिंग सोसायटी हैं। जिनमें 35 हजार फ्लैट हैं। करीब 21 हजार फ्लैटों में परिवार रहने लगे। यह कॉलोनी नूरनगर गाँव की भूमि पर बसी है जो पहले से नगर निगम के सिटी ज़ोन का हिस्सा रहा है। इस कॉलोनी को गाज़ियाबाद के कुछ प्रमुख बिल्डरों ने मिलकर बनाया और विकास शुल्क के बदले जीडीए ने यहाँ सड़क, नाले, सीवर और एसटीपी जैसी मूलबूत सुविधाएं विकसित की हैं।  जीडीए के अधिकारियों का कहना है की नगर निगम को कॉलोनी हैंडओवर में अभी कम से कम 6 महीनों का समय लग सकता है।  


आपको बता दें कि अभी हाल ही में नगर निगम ने राज नगर एक्सटेंशन के निवासियों को  हाउस टैक्स के बिल भेजने शुरू कर दिए थे जिसका स्थानीय नागरिक विरोध कर रहे हैं।  नगर निगम के अधीन आने के बाद उम्मीद की जा रही है कि शहर के बाकी इलाकों कि तरह यहाँ की सोसायटियों से डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन शुरू हो जाएगा। सड़क, नाले और सीवर की व्यवस्था नियमित रहेगी। अभी यहां सोसायटियों का कूड़ा निस्तारण आरडब्ल्यूए और बिल्डर को कराना होता है। बाहरी क्षेत्र की सफाई जीडीए शॉर्ट टर्म टेंडर के जरिए कराता है।                 


राजनीति: पीएम मोदी ने अखिलेश पर निशाना साधा

राजनीति: पीएम मोदी ने अखिलेश पर निशाना साधा संदीप मिश्र  भदोही। भदोही के ऊंज में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों को संबोधित किया। इस दौरा...