नई दिल्ली। हिंदू मान्यताओं के अनुसार शादी के बाद सिंदूर और चुड़ियां महिलाओं का श्रृंगार होती है। लेकिन एक महिला ने महज इसलिए सिंदूर लगाने और चूड़ी पहनने से मना कर दिया क्योंकि वह नहीं चाहती थी कि वह शादीशुदा दिखे। बस फिर क्या था। पत्नी का कहना था कि ये उसे बोझ लगते हैं, पत्नी मॉडन लगना चाहती और इसके लिए वह यह नहीं बताना चाहती थी कि वह विवाहित है। लिहाजा पत्नी के इन्हीं नखरों को देखते हुए पति ने तलाक के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और गौहाटी हाई कोर्ट ने तलाक के एक मामले में फैसला सुनाते हुए कहा कि अगर कोई हिंदू महिला विवाहित है और वह सिंदूर और चूड़ी पहनने से मना करती है तो इसका अर्थ साफ है कि उसे शादी मंजूर नहीं है। लिहाजा पीड़ित को तलाक दे दिया जाए। लेकिन हाई के मुख्य न्यायाधीश अजय लांबा और जस्टिस सौमित्र सैकिया की दो सदस्यीय खंडपीठ ने इस पर पारिवारिक अदालत के फैसले को पलट दिया और तलाक को मंजूर कर दिया। जबकि पारिवारिक अदालत ने पति को तलाक नहीं दिया। असल में पारिवारिक कोर्ट ने यह कहते हुए पति को तलाक नहीं दिया कि पत्नी का चूड़ी और सिंदूर नहीं पहनना उसके साथ अत्याचार नहीं है। वहीं हाईकोर्ट ने कहा कि सभी परिस्थितियों में अगर पति को तलाक नहीं मिला और उसे पत्नी के साथ रहने को मजबूर किया जाए तो यह उसका उत्पीड़न होगा। कोर्ट ने कहा कि पत्नी अगर साखा चूड़ी और सिंदूर नहीं लगाना चाहती है और वह कुंवारी दिखाना चाहती है तो इसका अर्थ साफ है उसे शादी मंजूर नहीं है। पत्नी का इस तरह का व्यवहार यह जताता है कि वह अपने विवाह को जारी रखना नहीं चाहती है। असल में पारिवारिक अदालत ने पति की याचिका पर तलाक की मंजूरी नहीं देने के बाद पति ने इसके खिलाफ हाई कोर्ट में अपील की थी और उसे हाईकोर्ट में न्याय मिला था।
|
बुधवार, 1 जुलाई 2020
पत्नी की दलीलों से कोर्ट खफा, तलाक
लापता व्यापारी जांच में मुजफ्फरनगर मिला
अकाशुं उपाध्याय
गाजियाबाद। राजनगर एक्सटेंशन इलाके में सिथित केडीपी ग्रांड सवाना में रहने वाले 36 बर्षीय कंस्ट्रक्शन कारोबारी विक्रम त्यागी बीती शुक्रवार शाम करीब पौने सात बजे अपने पटेल नगर सिथित कार्यालय से अपनी इनोवा कार लेकर घर के लिए निकल था। जिसके एक घण्टे बाद उनकी अपने चचेरे भाई अरुण से मोबाइल बात हुयी। जिसके बाद रात करीब 10 बजे तक जब लापता कारोबारी अपने घर नही पहुचे तो उनकी पत्नी ने उनके चचेरे भाई अरुण को फोन कर विक्रम के घर पहुचने की जानकारी दी। जिसके बाद परिवार ने लापता हुये विक्रम की तलाश शुरू कर दी और स्थानीय पुलिस को घटना की जानकारी दी लापता विक्रम का चचेरा भाई
अभय त्यागी ने बतया की घटना के एक दिन बाद 27 जून को दोपहर करीब 2 बजे विक्रम की इनोवा कार मुजफ्फरनगर के तितावी थाना क्षेत्र में लावारिस हालत में खड़ी मिली । कार की पिछली सीट पर खून पड़ा मिला हैं । हालांकि लापता विक्रम का कोई सुराग अभी तक पुलिस को नही मिला है । परिवार के अनुसार विक्रम की किसी से कोई दुश्मनी नही थी। वही परिवार के अनुसार विक्रम के गायब होने के कुछ ही घण्टो के अंदर परिवार ने गाजियाबाद पुलिस को घटना की सूचना दे दी थी लेकिन पुलिस ने उस समय गायब विक्रम को ढूढने में गम्भीरता नही दिखायी शिकायत भी घटना की सूचना के अगले दिन जाकर दर्ज की गई। लापता विक्रम त्यागी के भाई सिद्धार्थ त्यागी का कहना है की कोरोना काल मे घटी यह घटना बेहद परेशान करने वाली है।विक्रम को गायब हुए 5 दिन बीत चुके हैं लेकिन मंत्री की भेस को 24 घण्टे में ढूढने वाली यूपी पुलिस अभी तक कारोबारी विक्रम का कोई सुराग तक नही पता लगा पायी हैं।
आतंकियों ने दल पर की ताबड़तोड़ गोलीबारी
श्रीनगर। उत्तरी कश्मीर के सोपोर में बुधवार की सुबह को सीआरपीएफ दल पर आतंकवादियों के हमले में एक सीआरपीएफ हेड कांस्टेबल और एक नागरिक की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य सुरक्षाकर्मी घायल हो गए। जानकारी के अनुसार, आतंकवादियों ने सीआरपीएफ दल पर ताबड़तोड़ गोलीबारी की।
लिहाजा गैस-सिलेंडर के दाम जून में बढ़े
24 घंटे में संक्रमण के 18653 नए केस
नई दिल्ली। देश में दो दिन तक कोरोना वायरस संक्रमण के दैनिक मामलों में कमी आने के बाद एक बार फिर इसका प्रकोप बढ़ने लगा है तथा पिछले 24 घंटों में संक्रमण के 18,653 नये मामले सामने आये हैं जिससे संक्रमितों का आंकड़ा 5.85 लाख के पार पहुंच गया है और इसी अवधि में मृतकों की संख्या में 500 से अधिक की वृद्धि दर्ज किये जाने से यह आंकड़ा 17,400 पर पहुंच गया। केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से बुधवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक कोरोना संक्रमण के 18,653 नये मामलों के साथ कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 5,85,493 हो गयी है। सोमवार और मंगलवार को संक्रमण के दैनिक मामलों में कमी दर्ज की गयी थी। रविवार को जहां संक्रमण के 19,906 मामले दर्ज किये गये थे वहीं सोमवार को इससे थोड़े कम 19,459 मामले सामने आये तथा मंगलवार को 18,522 नये मामले सामने आये हैं। पिछले 24 घंटों के दौरान इस संक्रमण से 507 लोगों की मौत हुई है जिससे मृतकों की संख्या बढ़कर 17,400 हो गयी है। दूसरी तरफ इस बीमारी से निजात पाने वालों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है और इसी अवधि में 13,157 रोगी ठीक हुए है, जिन्हें मिलाकर अब तक कुल 3,47,979 मरीज रोगमुक्त हो चुके हैं। बहरहाल देश में अभी कोरोना संक्रमण के 2,20,114 सक्रिय मामले हैं। कोरोना महामारी से सर्वाधिक प्रभावित महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटों में संंक्रमण के 4878 मामले दर्ज किये गये और 245 लोगों की मौत हुई। इसके साथ ही राज्य में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1,74,761 और मृतकों की संख्या बढ़कर 7,855 हो गयी है। राज्य में 90911 लोग संक्रमणमुक्त हुए हैं।तमिलनाडु में पिछले कुछ दिन से कोरोना वायरस के मामलों में लगातार हो रही तेज वृद्धि से यह संक्रमण के मामले में देश भर में दूसरे स्थान पर पहुंच गया है। राज्य में पिछले 24 घंटों में संक्रमितों की संख्या 3,943 बढ़कर 90,167 पर पहुंच गयी है और इसी अवधि में 60 लोगों की मौत से मृतकों की संख्या 1201 हो गयी है। राज्य में 50074 लोगों को उपचार के बाद अस्पतालों से छुट्टी दी जा चुकी है।
योगी ने वक्फ बोर्ड का चुनाव टाला, विस्तार
योगी सरकार का फैसला, सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड का चुनाव टाला, 6 महीने का किया विस्तार
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने सुन्नी सेंट्रल वक़्फ़ बोर्ड को 6 महीने का विस्तार दिया है। ज़ुफर फ़ारूक़ी चेयरमैन का काम देखते रहेंगे। कोरोना वायरस महामारी के चलते नए सदस्य और चेयरमैन का चुनाव अभी नहीं होगा। अयोध्या मामले में सुन्नी वक़्फ़ बोर्ड का काम अहम माना जाता है। मस्जिद के लिए दी गई जमीन पर सुन्नी बोर्ड को ही फैसला लेना है।
यूपी सेंट्रल सुन्नी वक्फ बोर्ड का कार्यकाल तो 31 मार्च को ही पूरा हो चुका था। सुन्नी वक्फ बोर्ड के चेयरमैन पद पर जुफर फारुकी पिछले 10 साल से काबिज है।
वारंट सहित सभी आदेशों को रद्द किया
प्रयागराज। सिने तारिका जया प्रदा नाहटा को इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने बड़ी राहत दी है। कोर्ट ने जया प्रदा के खिलाफ रामपुर के अपर सत्र न्यायाधीश के समक्ष विचाराधीन आपराधिक मामले की कार्यवाही एवं उसमें जारी गैर जमानती वारंट सहित सभी आदेशों को रद्द कर दिया है। न्यायालय ने अधीनस्थ अदालत को नियमानुसार नये सिरे से आदेश पारित करने के लिए प्रकरण वापस लिए। पुलिस ने जया प्रदा नाहटा के खिलाफ लाल बत्ती प्रकरण में असंज्ञेय, अपराध को संज्ञेय मानते हुए भारतीय दंड संहिता की धारा 171 जी के तहत चार्जशीट दाखिल की है। जिस पर संज्ञान लेते हुए अदालत ने वारंट जारी किया था। न्यायमूर्ति ओम प्रकाश सप्तम ने जया प्रदा नाहटा की याचिका को स्वीकार करते हुए यह आदेश दिया है। याची के खिलाफ रामपुर के थाना स्वार व थाना कैमारी में दर्ज मामले में पुलिस ने एनसीआर दर्ज की। साथ ही धारा 171जी के तहत चार्जशीट दाखिल की है। राज्य सरकार की तरफ से मुकदमा सत्र न्यायालय में पेश हुआ और अदालत ने दोनो मामलो में याची को गैर जमानती वारंट जारी किया है। इन आदेशों सहित मुकदमें के विचारण की वैधता को चुनौती दी गयी। याची का कहना है कि आरोपित धारा के तहत दो माह की अधिकतम सजा व दो सौ रूपये जुर्माना या दोनो ही सजा का प्रावधान है। यह असंज्ञेय अपराध है। जिसे संज्ञेय अपराध मानकर विचारण करना न्यायिक प्रक्रिया का दुरुपयोग है। न्यायालय ने याची के तर्कों को सही माना और दोनो मुकदमो की कार्यवाही और उसमें पारित सभी आदेश को रद्द कर दिया है।
25 मई को खुलेंगे 'हेमकुंड साहिब' के कपाट
25 मई को खुलेंगे 'हेमकुंड साहिब' के कपाट पंकज कपूर देहरादून। हेमकुंड साहिब के कपाट आगामी 25 मई को खोले जाएंगे। इसके चलते राज्य सरका...
-
महर्षि कश्यप के पुत्र पक्षीराज गरुड़ को भगवान विष्णु का वाहन कहा गया है। एक बार गरुड़ ने भगवान विष्णु से मृत्यु के बाद प्राणियों की स्थिति, ...
-
55 साल की उम्र में भी बरकरार है खूबसूरती कविता गर्ग मुंबई। 55 की उम्र में भी यह हसीना बेहद खूबसूरत दिखती है, और मलाइका की हॉटनेस उसकी ...
-
वर्षा: पानी में डूबी दिल्ली, बाढ़ के हालात बनें इकबाल अंसारी नई दिल्ली। इन दिनों उत्तर भारत में हो रही भारी बारिश ने कहर बर...