सोमवार, 25 मई 2020

प्रदेशवासियों को मिलना चाहिए प्रवेश

मुंबई। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के अध्यक्ष राज ठाकरे ने सोमवार को मांग की कि भविष्य में राज्य सरकार को अन्य राज्यों से आने वाले प्रवासियों में से केवल उनको प्रवेश की अनुमति देनी चाहिए, जो वास्तविक रूप से यहां के हैं। उन्होंने कहा कि अब के बाद जब प्रवासी राज्य में प्रवेश करते हैं, तो उन्हें पंजीकृत होना चाहिए और उनका पूरा व्यक्तिगत विवरण और पहचानपत्र पुलिस के पास पेश करना चाहिए।


ठाकरे ने कहा, “अगर इन आवश्यकताओं को पूरी लगन के साथ पूरा किया जाता है, तभी उन्हें (प्रवासियों को) महाराष्ट्र में प्रवेश करने की अनुमति दी जाएगी।” उनकी टिप्पणी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के एक कथित बयान के जवाब में आई है कि अगर किसी राज्य को उनके लोगों की सेवाओं की आवश्यकता है, तो इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार की पूर्व अनुमति अनिवार्य होगी। ठाकरे ने कहा, अगर ऐसा है तो महाराष्ट्र में प्रवेश करने वाले किसी भी प्रवासी को महाराष्ट्र सरकार और राज्य पुलिस से अनुमति लेने की जरूरत होगी। महाराष्ट्र सरकार को इस मामले को गंभीरता से देखने की जरूरत है। यह याद किया जा सकता है कि 2008 में ये मामला उस समय खासा उछला था जब उत्तर प्रदेश, बिहार और अन्य राज्यों के प्रवासियों को कई महीनों तक निशाना बनाकर आंदोलन चलाया गया था। इस कारण बड़े पैमाने पर सामाजिक-राजनीतिक उपद्रव हुए थे और बाद में ठाकरे और अन्य के खिलाफ अदालती मामले दर्ज किए गए थे।


लगभग 14 साल बाद फिर ऐसा ही मुद्दा उठ रहा है। मोटे अनुमान के मुताबिक, मुंबई और पुणे महानगरीय क्षेत्रों के समृद्ध औद्योगिक-वाणिज्यिक बेल्ट से सबसे बड़ी संख्या में ऑटोरिक्शा, टैक्सियों, बसों, ट्रेनों आदि के द्वारा पिछले दो महीनों में एक लाख से अधिक प्रवासी महाराष्ट्र छोड़ चुके हैं।


संक्रमण के संबंध में महत्वपूर्ण रिसर्च

सिंगापुर। वैज्ञानिकों ने पता लगाया है कि कोरोना वायरस के मरीज 11 दिनों के बाद संक्रमण नहीं फैलाते, भले ही वे 12वें दिन वे कोरोना पॉजिटिव ही बने रहें। न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, सिंगापुर नेशनल सेंटर फॉर इंफेक्शस डिजीजेज (NCID) एंड अकेडमी ऑफ मेडिसीन की स्टडी में ये बात पता चली है। अब तक ये समझा जाता रहा है कि कोरोना मरीज जब तक पॉजिटिव हैं, कोरोना संक्रमण फैला सकते हैं। वहीं रिसर्चर्स ने यह भी कहा है कि लक्षण दिखने के 2 दिन पहले से कोरोना मरीज संक्रमण फैला सकते हैं।


वैज्ञानिकों ने कहा है कि स्टडी के दौरान देखा गया कि कोरोना मरीजों में लक्षण दिखने के 7 से 10 दिन बाद तक संक्रमण फैलाने की क्षमता होती है। सिंगापुर नेशनल सेंटर फॉर इंफेक्शस डिजीजेज ने करीब 73 कोरोना मरीजों पर स्टडी की जिस दौरान उन्हें नई बात पता चली। वैज्ञानिकों ने कहा कि ये देखा गया कि 11 दिन के बाद कोरोना वायरस को आइसोलेट या Cultured नहीं किया जा सकता। वैज्ञानिकों ने कहा है कि लक्षण दिखने के एक हफ्ते बाद कोरोना मरीजों में एक्टिव वायरल रेप्लिकेशन घटने लगता है। नई जानकारी के आधार पर हॉस्पिटल इस बारे में फैसला ले सकते हैं कि मरीजों को कब डिस्चार्ज किया जाए। अमेरिका सहित दुनिया के कई देशों में दो बार निगेटिव टेस्ट आने के बाद ही डॉक्टर ये मानते हैं कि कोरोना मरीज ठीक हो गए। हालांकि, सिंगापुर में की गई स्टडी का सैंपल साइज छोटा था लेकिन नई जानकारी डॉक्टरों के लिए महत्वपूर्ण हो सकती है।


सिंगापुर के NCID की एग्जेक्यूटिव डायरेक्टर लिओ यी सिन ने स्ट्रेट टाइम्स से कहा कि सैंपल साइज छोटा होने के बावजूद नई जानकारी को लेकर रिसर्चर्स विश्वस्त हैं। रिसर्चर्स का मानना है कि बड़े सैंपल साइज में भी ऐसे ही परिणाम देखने को मिलेंगे। लिओ यी सिन ने कहा- वैज्ञानिक दृष्टि से मैं काफी आश्वस्त हूं, इस बात के पर्याप्त सबूत हैं कि कोरोना मरीज 11 दिन बाद संक्रामक नहीं होते हैं।


बता दें कि दुनियाभर में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। सोमवार सुबह तक दुनिया में कोरोना के मामलों की संख्या 54 लाख से अधिक हो चुकी है।दुनियाभर में कोरोना से 3 लाख 45 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। भारत में भी कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। एक तरफ दुनिया में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, लेकिन कई देशों में लॉकडाउन में ढील दी जा रही है। हालांकि, दुनिया के कई देश वैक्सीन की खोज में जुटे हुए हैं।


ब्रिटेन की ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में तैयार की जा रही कोरोना वैक्सीन से पूरी दुनिया को उम्मीदें हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन के साथ मिलकर यूनिवर्सिटी ChAdOx1 नाम की वैक्सीन पर काम कर रही है। लेकिन ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के ही एक वैज्ञानिक ने ये कहकर चौंका दिया है कि ChAdOx1 वैक्सीन के ट्रायल के सफल होने की उम्मीद 50 फीसदी ही है। उन्होंने अत्यधिक उम्मीद करने को लेकर चेतावनी दी।


ऑक्सफोर्ड की कोरोना वैक्सीन डेवलपमेंट टीम का नेतृत्व करने वाले वैज्ञानिकों में शामिल एड्रियन हिल ने कहा कि आने वाले ट्रायल में 10 हजार वॉलेंटियर्स को शामिल किया जा रहा है। लेकिन हो सकता है कि इससे कोई रिजल्ट ना मिले क्योंकि ब्रिटेन में तेजी से कोरोना वायरस के मामले घट रहे हैं। बीते हफ्ते अमेरिकी कंपनी मॉडर्ना ने अपनी कोरोना वैक्सीन के पहले राउंड के ट्रायल की जानकारी दी थी। पहले राउंड में सिर्फ आठ लोगों को वैक्सीन दी गई थी। लेकिन कंपनी ने कहा कि वैक्सीन सुरक्षित मालूम पड़ती है और इम्यून रेस्पॉन्स पैदा करती है। वहीं, चीन में बनाई गई एक कोरोना वैक्सीन का करीब 108 लोगों पर ट्रायल किया गया। मेडिकल जर्नल The Lancet में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रायल के दौरान पता चला कि वैक्सीन वायरस के खिलाफ इम्यून रेस्पॉन्स पैदा करती है और कारगर साबित हो सकती है।


शीत युद्ध के कगार पर धकेलने की कोशिश

बीजिंग। चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने अमेरिका पर आरोप लगाया है कि उसने कोरोना वायरस महामारी के बारे में ‘षड्यंत्र और झूठ’ फैलाने का आरोप लगाया है, इससे दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है। बीबीसी ने बताया कि रविवार को चीन के संसदीय सत्र के दौरान एक वार्षिक समाचार सम्मेलन में वांग ने कहा, “अमेरिका में कुछ राजनीतिक ताकतें चीन-अमेरिका संबंधों को बंधक बना रही हैं।”


उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि वे कौन सी ताकतें हैं, लेकिन वे ‘हम दोनों देशों को एक नए शीतयुद्ध के कगार पर धकेलने’ की कोशिश कर रही हैं।उन्होंने कहा, “कोरोना वायरस के कारण होने वाली तबाही के अलावा, वे अमेरिका के माध्यम से एक राजनीतिक वायरस भी फैल रही हैं। यह राजनीतिक वायरस चीन पर हमला करने और धब्बा लगाने के हर अवसर का उपयोग कर रहा है।”बीबीसी ने वांग के हवाले से लिखा है, “कुछ राजनेताओं ने बुनियादी तथ्यों की पूरी तरह से अवहेलना की है और चीन को निशाना बनाते हुए कई झूठ भी गढ़े हैं।”


हालांकि उन्होंने प्रकोप से निपटने के लिए वाशिंगटन और बीजिंग के बीच सहयोग का आह्वान किया।वांग ने कहा, “हम दोनों विश्व शांति और विकास के लिए एक बड़ी जिम्मेदारी वहन करते हैं .. चीन और अमेरिका सहयोग से लाभ उठाने और टकराव से हारने के लिए


जापान में पीएम ने आपातकाल हटाया

जापान में नए संक्रमितों की संख्या में गिरावट, पीएम शिंजो आबे ने हटाया आपातकाल 
टोक्यो। जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने नए मामलों की संख्या में भारी गिरावट के बाद कोरोना वायरस का मुकाबला करने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर लगाए गए आपातकाल की स्थिति को हटा दिया है।नेपाल में एक दिन में सर्वाधिक 72 नए मामले, संक्रमितों की संख्या 675 हुई। नेपाल में सोमवार को कोरोना वायरस के 72 नए मामले सामने आए हैं। जिसके बाद देश में कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 675 हो गई है।
स्वास्थ्य अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
नेपाल ने कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए देशव्यापी लॉकडाउन दो जून तक के लिए बढ़ा दिया है। नेपाल उन देशों में से है जहां कोराना वायरस के मामले सबसे कम आए हैं।


टोक्यो और चार अन्य प्रांतों में आपातकाल हटाने को तैयार है जापान
एक विशेष सरकारी पैनल के विशेषज्ञों ने टोक्यो और चार अन्य प्रान्तों में कोरोना वायरस आपातकाल हटाने की योजना को मंजूरी दे दी है। इसके बाद प्रधानमंत्री शिंजो आबे के लिए व्यवसायों को धीरे-धीरे फिर से शुरू करने की अनुमति देकर आपातकाल हटाने का मार्ग प्रशस्त हो गया है।
अर्थव्यवस्था मंत्री यासुतोषी निशिमुरा ने संवाददाताओं से कहा कि सरकार द्वारा गठित पैनल के विशेषज्ञों ने डेढ़ महीने से अधिक समय तक चले आपातकाल की स्थिति को समाप्त करने की योजना को मंजूरी दे दी है।


दक्षिण अफ्रीका में 1 जून से मिलेगी छूट

दक्षिण अफ्रीका में एक जून से लॉकडाउन में मिलेगी छूट
दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति ने एक जून से कोरोना वायरस लॉकडाउन के पाबंदियों में रियायत देने की घोषणा की है।


तुर्की में 32 और लोगों की मौत, 1141 नए मामले सामने आए
प्रिटोरिया। तुर्की में कोविड-19 से 32 और लोगों की मौत हो गई, जिससे देश में संक्रमण से मरने वालों की संख्या बढ़कर 4,340 हो गई है। स्वास्थ्य मंत्री फाहरेतिन कोका ने यह जानकारी दी।
कोका ने रविवार को ट्वीट किया कि पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 1,141 नए मामले भी सामने आए हैं, जिसके साथ ही देश में संक्रमण के मामले बढ़कर 1,56,827 हो गए हैं। अमेरिका के जॉन्स हॉपकिंस विश्वविद्यालय की वैश्विक सूची में तुर्की नौंवे नंबर पर है। वहीं विशेषज्ञों का मानना है कि यह संख्या बताई गई संख्या से कहीं अधिक हो सकती है।
अमेरिका कोरोना वायरस से निपटने के लिए पाकिस्तान को देगा 45.6 करोड़ रुपये। अमेरिका ने कहा कि वह कोरोना वायरस वैश्विक महामारी से निपटने के पाकिस्तान के प्रयासों में मदद के लिए उसे करीब 45 करोड़ 60 लाख 45 हजार रुपये (60 लाख डॉलर) देगा।
पाकिस्तान में अमेरिकी राजदूत पॉल जोन्स ने शनिवार को एक वीडियो संदेश में कहा कि यह धनराशि पाकिस्तान को उन स्वास्थ्यकर्मियों को और प्रशिक्षण देने में काम आएगी जो अस्पतालों में कोरोना वायरस संक्रमण के गंभीर हालत वाले मरीजों की देखभाल करते हैं। इससे चिकित्सा केन्द्रों में कोरोना वायरस फैलने से रुकेगा। इसके अलावा इससे संक्रमित इलाकों में रहने वाले पाकिस्तानी नागरिकों की जांच के लिए मोबाइल प्रयोगशाला भी बनाई जाएगी।


नवाज के बाद बरसाई अंधाधुंध गोलियां

इस्लामाबाद। पाकिस्तान के अशांत उत्तर-पश्चिम कबायली क्षेत्र में ईद पर कुछ अज्ञात बंदूकधारियों ने देश के एक शीर्ष सूचना अधिकारी और उनके दो रिश्तेदारों की हत्या कर दी। हमलावरों ने तीनों पर अंधाधुंध गोलीबारी की और मौके से फरार हो गए।


जिला पुलिस अधिकारी शफीउल्ला गांदापुर ने बताया कि जबीआदुल्ला दावर पाकिस्तान हाउजिंग सोसाइटी के निदेशक के तौर पर तैनात थे। वह उत्तर वजीरिस्तान में ईद की नमाज के बाद अपने दो रिश्तेदारों के साथ घर लौट रहे थे। रास्ते में बाइक सवार हमलावरों ने उन पर हमला किया।
अधिकारी ईद मनाने इस्लामाबाद से अपने गांव आए थे। उनकी मौके पर ही मौत हो गई। इस घटना में उनके रिश्तेदार भी मारे गए। पुलिस ने जांच शुरू की है लेकिन अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।


पाकिस्तान में रविवार को ईद मनाई गई। ईद देश के प्रमुख शहरों और नगरों में खुले स्थानों, मस्जिदों और ईदगाहों में मनाई गई। इस दौरान एक-दूसरे से दूरी बनाए रखने और अन्य एहतियाती उपायों का पालन करने की अपील की गई है।


चेन्नई से घरेलू हवाई यात्रा सेवा शुरू की

चेन्नई। दो महीने के अंतराल बाद सोमवार को चेन्नई हवाईअड्डे पर घरेलू हवाई सेवा शुरू हुई। यहां से इंडिगो एयरलाइंस की उड़ान 116 यात्रियों के साथ दिल्ली के लिए रवाना हुई। घरेलू उड़ानों को कोविड-19 लॉकडाउन उपायों के हिस्से के रूप में निलंबित कर दिया गया था।


इस पहली फ्लाइट में 120 यात्रियों को दिल्ली जाने वाले विमान में यात्रा करने के लिए निर्धारित किया गया था, लेकिन अधिकारियों ने चार यात्रियों को बोर्ड करने की अनुमति नहीं दी, क्योंकि उनमें खांसी और सर्दी के लक्षण दिखे थे।


बाद में एक स्पाइसजेट विमान दिल्ली के लिए रवाना हुआ। एयर इंडिया भी यहां से अपनी उड़ान संचालित करने वाली है।अधिकारियों के अनुसार, सोमवार को कई इनकमिंग और आउटगोइंग फ्लाइट संचालित की जानी हैं। इसमें दिल्ली, कोच्चि, मदुरै, हैदराबाद और बेंगलुरू जैसे शहरों में फ्लाइट आनी-जानी हैं।हर यात्री को अपने टिकट को एक बड़ी टीवी स्क्रीन से जुड़े कैमरे से दिखाना होता है। यात्रियों को मास्क पहनना पड़ता है और हवाईअड्डे पर सामाजिक दूरी बनाए रखनी पड़ती है।


रविवार को, तमिलनाडु सरकार घरेलू हवाई यात्रियों के लिए एक मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) लेकर आई थी। एसओपी के अनुसार, बगैर लक्षण वाले यात्रियों को 14 दिनों के लिए होम क्वोरंटीन में रहना होगा।सभी यात्रियों को हवाईअड्डे से बाहर जाने की अनुमति देने से पहले तारीख के साथ ‘संगरोध’ शब्द के साथ मुहर भी लगाई जाएगी।


यदि कोई यात्री में कोरोनावायरस जैसे लक्षण विकसित होते हैं, तो वह 1077 पर जिला कॉल सेंटर को सूचित करेगा या जिला नोडल अधिकारी के कहने पर निकटतम सरकारी अस्पताल जाएगा।


हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया

हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कांग्रेस पर अपना हमला तेज ...