सोमवार, 27 अप्रैल 2020

जांच में मिली हॉस्पिटल में बडी कमियां

शिव हॉस्पिटल की जांच में मिली कई बड़ी खामियां,


प्राइवेट अस्पताल पर एडिशनल सीoएमoओ एवं एसoडीoएम का छापा
    
मानक विहीन अस्पताल में नोटिस चस्पा कर 24 घंटे के अंदर मांगा जवाब


रोहित गोस्वामी


लखीमपुर। तहसील गोला गोकर्णनाथ लखीमपुर रोड स्थित शिव हॉस्पिटल की जांच में मिली कई बड़ी खामियां। जांच टीम में एडिशनल सीएमओ डॉ अश्वनी, एसडीएम गोला अखिलेश यादव ,गोला सीoएचoसी प्रभारी डॉ गणेश ने सामूहिक रूप से की जांच । एडिशनल सीएमओ डॉ अश्विनी ने बताया कि जांच के दौरान जिन कमियों को पाया गया उनको अगले दिन 11:00 बजे तक पूरा करके सीoएमoओ ऑफिस में स्पष्टीकरण दें। वहीं एसडीएम अखिलेश यादव ने बताया कि अस्पताल मानक के हिसाब से नहीं चल रहा था अस्पताल में सर्जरी हुई थी लेकिन सर्जरी करने वाला कोई भी डॉक्टर मौजूद नहीं था। मेडिकल वेस्टेज के लिए डिस्पोजल की कोई व्यवस्था नहीं पाई गई। मौके पर कोई भी स्टाफ मौजूद नहीं था। सभी अस्पताल से भाग गए थे। सारे दस्तावेज सील कर दिए गए हैं। और नोटिस चस्पा कर दी गई है। 24 घंटे का समय दिया गया है अपना जवाब दें। अगर नहीं देते हैं तो उसके हिसाब से कार्यवाही की जाएगी।


सांस्कृतिक धरोहर 'भगवा ध्वज'

भारत की सनातन संस्कृति की धरोहर का सांस्कृतिक दूत है परम पवित्र भगवा ध्वज


कल झारखंड में कुछ हिन्दू व्यवसायी द्वारा अपने दुकान प्रतिष्ठान पे पर परम पवित्र भगवा ध्वज फहराने पे उन्हें रोका गया और उसी संदर्भ में उनके खिलाफ तहरीर भी लिखी गयी। जिसको लेकर हमने एक पोस्ट  डाली थी ,पोस्ट पर कुछ अतिविशिष्ट ज्ञानियों द्वारा ये मत दिया गया कि परम पवित्र भगवा ध्वज केवल देवालयों आवासों पर ही फहराया जा सकता है।


संस्कृति की समग्रता, राष्ट्रीय एकता जिसमें समाहित है,,आदि काल से वैदिक संस्कृति, सनातन संस्कृति, हिंदू संस्कृति, आर्य संस्कृति, भारतीय संस्कृति एक दूसरे के पर्याय हैं जिसमें समस्त मांगलिक कार्यों के प्रारंभ करते समय उत्सवों में, पर्वों में, घरों- मंदिरों- देवालयों- वृक्षों, रथों- वाहनों ,व्यवसायिक प्रतिष्ठानों पर भगवा ध्वज या केसरिया पताकाएं फहराई जाती रही हैं। यह ध्वजा परम पुरुषार्थ को प्राप्त कराती है एवं सभी प्रकार से रक्षा करती है।
हमारे धर्म हमारे कर्म क्षेत्र से जुड़े है ,फिर ऐसा मत क्यो??
कोई बताएगा कि क्या परम पवित्र भगवा ध्वज क्या देवालयों पर ही फहराया जा सकता है ??
किस वैदिक परिपाटी के अंतर्गत ये ,परिभाषित होता है ??


भारत में वैदिक काल से आज तक यज्ञ एवं ध्वज का महत्व है| भारत में, जिसे जम्बूद्वीप भी कहा जाता है, यज्ञमय यज्ञ पुरुष भगवान विष्णु का सदा यज्ञों द्वारा वंदन किया जाता है| यज्ञ भगवान विष्णु का ही स्वरूप है, यज्ञों यग्योमयी विष्णु यज्ञ की अग्नि शिखाएं उसी की आभानुसार भगवा रुप भगवा ध्वज बन,,अग्नि स्वर्ण को तपा कर शुद्ध सोना बना देती है,, शुद्धता त्याग, समर्पण, बलिदान, शक्ति और भक्ति का संदेश देती है| उसकी स्वर्णमयी हिरण्यमयी चमकती सी आमा का रंग ही तो भगवा ध्वज में दिखता है,,


हिंदू संस्कृति में सूर्य की उपासना प्रभात वेला में की जाती है| सूर्योदय के समय उपस्थित सूर्य की लालिमा भगवा ध्वज में समाहित है,,उसकी सर्वमयी रश्मियां अंधःकार को नष्ट करती हुई जग में प्रकाश फैलाती है,,अज्ञानता का, अविद्या का नाश करती है और प्रकृति में ऊर्जा का संचार करती है। प्रत्येक प्राणी अपने कार्य में जुट जाता है,, बड़े- बड़े संत महात्मा, ऋषिमुनि, त्यागी तपस्वी इससे ऊर्जा प्राप्त करते हैं| सैनिक लड़ाई के मैदान में जाते हैं तो केसरिया पगड़ी धारण करते हैं,, केसरिया बाना उन्हें जोश और उत्सर्ग करने की प्रेरणा देता है, उनके रथों में, हाथों में भगवा पताकाएं फहराती हैं। भगवे ध्वज में सूर्य का तेज समाया हुआ है। यह भगवा रंग त्याग, शौर्य, आध्यात्मिकता का प्रतीक है। भगवान श्रीकृष्ण के द्वारा सारथ्य किये गये अर्जुन के रथ पर भगवा ध्वज ही विराजमान था। भगवा रंग भारतीय संस्कृति का प्रतीक है| उसके बिना भारत की कल्पना भी नहीं की जा सकती है| वेद, उपनिषद, पुराण श्रुति इसका यशोगान करते हैं| संतगण इसकी ओंकार, निराकार या साकार की तरह पूजा अर्चना करते हैं। चाहे गृह प्रवेश हो, पाणिग्रहण संस्कार हो या अन्य कोई हिंदू रीति-रिवाज, पूजा पर्व, उत्सव हो ,व्यावसायिक प्रतिष्ठान हो ,घर के शिखर पर प्रतिष्ठान के शिखर पर  ध्वजा फहराई जाती है और भगवान विष्णु से प्रार्थना की जाती है कि प्रभु हम सब का मंगल करें।


भगवान गरुड़ द्वारा रक्षित एवं सेवित ध्वजा हमारा मंगल करें,, हमारे ऊपर आने वाली विघ्न-बाधाएं दूर करें,,हमारे मंदिर, मकान,  व्यावसायिक प्रतिष्ठान महल, भवन, आवासीय परिसर से नकारात्मक ऊर्जा समाप्त करें, नष्ट करें,,शिखर पर फहराने से समस्त विघ्न-बाधाएं, अनिष्टकारी शक्तियां, अलाय-बलाय व पाप नष्ट हो जाता है| गरुड़ ध्वजा हमारे लिए सुख समृद्धि, शक्ति और दैवीय कृपा सहित कल्याणकारी हो।
संदीप गुप्ता


कोरोना संक्रमित 31 पत्रकार हुए ठीक

मुंबई के कोरोना संक्रमित 31 पत्रकार स्वास्थ होकर घर लौटे, लोगों ने ताली बजाकर किया स्वागत
मुंबई। महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में हाल ही में 50 से अधिक पत्रकारों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई थी। उनमें से आज 31 मीडियाकर्मी स्वस्थ होकर अपने-अपने घर वापस लौट चुके हैं। इनका दूसरा कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद अस्पताल ने इन्हें छुट्टी दे दी है। साथ ही इन्हें 14 दिनों तक घर पर ही क्वारंटाइन रहने के लिए कहा गया है। यह जानकारी आज बीएमसी ने दी है।


मुंबई के प्रतीक्षा नगर के प्रेस एनक्लेव के हाउसिंग सोसाइटी के सदस्यों ने ताली बजाकर पत्रकारों का स्वागत किया। यहां रहने वाले दो पत्रकार भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे ।
 मुंबई में कम से कम 53 मीडियाकर्मी ऐसे थे, जिनके कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी। बीएमसी ने बताया था कि कोविड-19 की जांच के लिए 16 और 17 अप्रैल को आजाद मैदान में विशेष शिविर लगाया गया था और इस दौरान 171 मीडियाकर्मियों के लार के नमूने लिए गए थे। इनमें इलेक्ट्रॉनिक और प्रिंट मीडिया के पत्रकार, फोटोग्राफर और कैमरामैन शामिल थे।
कुल 171 नमूनों में से 53 कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए थे। इनमें से अधिकतर में कोई लक्षण नहीं थे। सभी संक्रमितों को क्वारंटाइन में रखा गया था।


 


नोएडा देहात में नए 3 संक्रमित मिले

नोएडा में कोरोना के तीन नए पॉजिटिव केस में एक मूक-बधिर बच्ची भी, मरीजों की संख्या हुई 117 


 विजय भाटी


गौतम बुध नगर। उत्तर प्रदश में गौतम बुद्ध नगर में जनपद रविवार तीन और लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई जिसके साथ ही इस जनपद कोविड-19 से संक्रमित मरीजों की संख्या 117 हो गई है। जिला सूचना अधिकारी राकेश चौहान ने बताया कि रविवार को 92 लोगों की जांच रिपोर्ट आई हैं, जिससे 89 लोगों में संक्रमण नहीं होने और तीन के संक्रमित होने की बात सामने आयी। उन्होंने बताया कि जनपद में अब कुल लोग 117 कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए हैं जिनमें से 71 मरीज ठीक होकर अब तक घर जा चुके हैं एवं 44 मरीजों का उपचार यहां के विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है।


कोरोना पॉजिटिव मरीजों की आई कुल 92 रिपोर्टों में 3 पॉजिटिव पाए गए हैं। पॉजिटिव पाए गए लोगों में दो बच्चियां शामिल हैं। इनमें एक एच्छर गांव की रहने वाली 9 साल की मूक बधिर बच्ची में कोरोना पॉजिटिव पाया गया है, बच्ची गलगोटिया हॉस्टल में बने क्वारंटाइन सेंटर में थी। पॉजिटिव पाए जाने के बाद उसे शारदा अस्पताल भेजा गया है, मूक बधिर बच्ची में कोरोना संक्रमण का जिले में यह पहला मामला बताया जा रहा है। बच्ची के ताऊ व ताई भी कोरोना संक्रमित हैं. उनका इलाज पहले से ही शारदा अस्पताल में चल रहा है. बताया जाता है कि वो जमात के संपर्क में आने से संक्रमित हुए थे। 


सूचना अधिकारी ने बताया कि तीन नये मरीजों में एक 9 वर्षीय बच्ची एच्छर गांव ग्रेटर नॉएडा की है, 32 वर्षीय व्यक्ति ग्रेटर नोएडा के तिलपता गांव का है, तथा 10 वर्षीय बच्ची सेक्टर 8 नोएडा से है। उन्होंने बताया कि अन्य जनपदों से आए दो मरीज भी कोरोनावायरस से संक्रमित पाए गए हैं, जिनकी सूचना उनके गृह जनपद को दे दिया गया है। उन्होंने बताया कि रविवार को नोएडा के विभिन्न अस्पतालों से ठीक होकर कोविड-19 के 12 मरीज घर पहुंचे. उनमें 8 मरीज ग्रेटर नोएडा के जिम्स अस्पताल से डिस्चार्ज हुए हैं। उन्होंने बताया कि जनपद में 21671 लोगों की विदेश यात्रा की पृष्ठभूमि है, सूचना अधिकारी ने बताया कि 3,053 लोगों का अब तक करोना संक्रमण के टेस्ट के लिए सैंपल लिया गया है। उन्होंने बताया कि जनपद में अब कोरोना संक्रमण से सक्रिय मरीज 44 हैं।


सूचना अधिकारी ने बताया कि 570 संदिग्ध मरीज अभी विभिन्न जगहों पर पृथक वास में हैं।उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के लिए जनपद में 400 पृथक बिस्तर तैयार हैं।उन्होंने बताया कि कोविड-19 संक्रमण को रोकने के लिए दिल्ली से नोएडा में प्रवेश पूरी तरह से बंद कर दिया गया है।जिला प्रशासन द्वारा जारी पास के आधार पर ही डॉक्टर, मीडिया कर्मी, व कोविड-19 के उपचार से जुड़े स्वास्थ्य कर्मी तथा आवश्यक वस्तुओं और आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोग दिल्ली से नोएडा आ पा रहे हैं। उन्होंने बताया कि जो भी व्यक्ति दिल्ली से नोएडा में आ रहा है, उसका थर्मल स्केनर मशीन की सहायता से तापमान देखा जा रहा है, तथा चेकिंग प्वाइंट पर खड़े डॉक्टर उसकी जांच कर रहे हैं, जांच में ठीक पाए जाने के बाद ही दिल्ली से नोएडा में प्रवेश दिया जा रहा है।


 


जरूरतमंदों को राहत सामग्री वितरित

श्रीबालाजी सेवा समिति द्वारा जरूरतमंदों को दी गई खाद्य सामग्री
लॉक डाउन के बाद प्रतिदिन दी जा रही खाद्य सामग्री व हरी सब्जी


सुनील पुरी
बिंदकी फतेहपुर। कोरोना वायरस संक्रमण के चलते लॉक डाउन की स्थिति चल रही है ऐसी अवस्था में तमाम लोगों के पास खाने-पीने की समस्या खड़ी हो गई इस समस्या को लेकर श्री बालाजी सेवा समिति द्वारा लगातार लोगों को खाद्य सामग्री व हरी सब्जी देने का काम किया जा रहा है।
 सोमवार को नगर के मोहल्ला छिपहटी सहित कई इलाकों में श्री बालाजी सेवा समिति के मोना ओमर द्वारा तमाम जरूरतमंद लोगों को खाद्य सामग्री दी गई जिसने भी खाद्य सामग्री पाई उसको कुछ राहत समझ में आई। इसके अलावा उन्होंने नगर के विभिन्न इलाकों में भी खाद्य सामग्री और हरी सब्जी पहुंचाने का काम किया इस मौके पर श्री बालाजी सेवा समिति के अन्य सदस्य अश्विनी कुमार भी मौजूद रहे इस मौके पर श्री बालाजी सेवा समिति के मोना ओमर ने बताया कि जबसे लॉक डाउन उनकी स्थिति चल रही है वे लगातार लोगों को खाद्य सामग्री हरी सब्जी देने का काम कर रहे हैं ताकि लोगों को भोजन मिल सके उन्होंने कहा कि यह क्रम उनका लगातार जारी रहेगा जब तक लाख डाउन की स्थिति बनी रहेगी।


कोरोना फाइटर्स को श्रद्धांजलि अर्पित

सुनील पुरी


फतेहपुर। थाना किशनपुर अर्तगत दौराने ड्यूटी जमुना नदी में डुबने से कोराना फाइटर्स उ0नि0 श्री रामजीत व का0 शशिकांत कुमार की मृत्यु हो गयी थी। जिसके पार्थिव शरीर को रिर्जव पुलिस लाइन फतेहपुर में केन्द्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति व खागा विधायिका श्रीमती कृष्णा पासवान सहित पुलिस महकमें के सभी अधिकारियों/कर्मचारियों द्वारा पुष्प गुच्छ अर्पित कर दिवंगत आत्म की शान्ति के लिए प्रार्थना की गयी। सेरमोनियल गार्द द्वारा शोक सलामी दी गयी । श्रीमान पुलिस महानिरीक्षक प्रयागराज, परिक्षेत्र प्रयागराज श्री कवीन्द्र प्रताप सिंह द्वारा गहरा दुख व्यक्त करते हुए ईश्वर से दिवगंत आत्माओं को शान्ति प्रदान करने व शोकाकुल परिवार को असीम पीड़ा सहन करने की शक्ति प्रदान करे । श्रीमान पुलिस अधीक्षक फतेहपुर व अन्य अधिकारियों द्वारा पार्थिव शरीर को कंधा देकर परिवारिजनोंको सुपुर्द कर उनके गन्तव्य को रवाना किया।


वार्षिक महोत्सव का आयोजन किया

कॉलेज का वार्षिकोत्सव हवन पूजन करके मनाया गया
कोरोनावायरस से बचाव के लिए लॉक डाउन का किया गया पालन
सुनील पुरी


फतेहपुर। कोरोनावायरस से बचाव के लिए लॉक डाउन का पालन करते हुए इंटर कॉलेज का वार्षिकोत्सव धूमधाम से नहीं बल्कि सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए हवन पूजन करके मनाया गया और कोरोना वायरस बीमारी से देश और समाज को जल्द दिलाने की प्रार्थना भी की गई।
क्षेत्र के दरवेशाबाद गांव के पास स्थित स्वामी विज्ञानानंद इंटर कॉलेज का वार्षिकोत्सव धूमधाम से नहीं बल्कि कोरोनावायरस से बचाव के लिए सोशल डिस्टेंस का ध्यान रखते हुए हवन पूजन करके मनाया गया इस मौके पर मौजूद संत सोम आनंद महाराज ने ईश्वर से कोरोनावायरस जैसी महामारी को देश और समाज से जल्द मुक्त करने की प्रार्थना भी की उन्होंने कहा कि हवन पूजन एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके चलते वायु को शुद्ध किया जा सकता है वातावरण अच्छा हो सकता है और कोरोनावायरस जैसी बीमारी को जल्द समाप्त किया जा सकता है इस मौके पर कालेज के प्रबंधक राजेंद्र कुमार गुप्ता उनकी धर्मपत्नी मीना गुप्ता के अलावा रूपा मौर्या आदि मौजूद रहे।


आंधी-बरसात से फसल हुई बर्बाद

तेज आंधी व झमाझम बारिश से किसानों की फसलें हुई बर्बाद मची तबाही 


संवादाता सुनील पुरी 


फतेहपुर। कोरोनावायरस के चलते किसानों की हालत वैसे ही खराब चल रही है और आज दैवीय आपदा के कारण किसानों की हालत बुरी तरह बेकार हो गई है प्राप्त जानकारी के अनुसार आज सायं 6:15 बजे के बाद तेज आंधी आने के कारण आम की फसलें करीब 50% बेकार हो गई है आंधी के बाद तेज बारिश होने के कारण किसानों की फसलें खराब हो गई जो गेहूं खेत पर कटा हुआ मड़ाई के लिए पड़ा है एवं जो फसलें कटने के लिए खेत पर खड़ी है दोनों बारिश के कारण गेहूं की फसलें जिसे पैदावार में कमी हो  होने की आशंका है क्योंकि तेज बारिश के कारण गेहूं की फसल कटी पड़ी हुई खेतों में बुरी तरीके से लथपथ गई है जिससे काफी मात्रा में गेहूं की फसलें बर्बाद हो गई है अभी 24 घंटे नहीं बीता था अमौली क्षेत्र में भी काफी मात्रा में बारिश एवं ओले गिरने से किसान बुरी तरीके से बर्बाद हो गया है इस दैवी आपदा के कारण किसान भूखों मरने की कगार पर आ खड़ा हुआ है किसानों के साथ साथ आम लोग भी दैवी आपदा की मार झेलने पर मजबूर नजर आ रहा है ।


वायरसः मौतों के आंकड़ों में गिरावट

नई दिल्ली। कोरोना संक्रमण से जूझ रही दुनिया के लिए रविवार अच्छी खबर लेकर आया। करीब एक महीने के बाद संक्रमण से सबसे बुरी तरह प्रभावित लगभग हर देश में इससे हो रही मौतों में कमी दर्ज की गयी है। कोरोना से हो रहीं मौतों का आंकड़ा रविवार को 5000 से नीचे रहा और दुनिया भर में 3751 मौतें दर्ज की गयीं। इसके बाद अब कुल मौतों का आंकड़ा बढ़कर 2,06,915 हो गया है। संक्रमण के मामलों में भी बीते 3 दिन के मुकाबले कमी आई और करीब 74,000 नए केस सामने आए जिसके बाद कुल मामले बढ़कर अब 29,93,000 से भी ज्यादा हो गए हैं। अमेरिका (US), यूरोप (Europe), एशिया (Asia) और अफ्रीका (Africa) सभी जगह नए मामलों और मौतों में कमी दर्ज की गयी है।


US में लॉकडाउन का उल्लंघन कर हजारों लोग पहुंचे बीच पर

गर्मी बढ़ने के साथ ही हजारों लोग घरों में रहने के आदेशों का उल्लंघन करते हुए दक्षिणी कैलिफोर्निया के समुद्र तटों और नदियों के किनारे उमड़ पड़े। अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि घर में ही रहने के आदेश का उल्लंघन करने से कोरोना वायरस फिर से अपना प्रकोप दिखा सकता है। ऑरेंज काउंटी के न्यूपोर्ट समुद्र तट पर हजारों लोग जमा हो गए। स्थानीय निवासियों के मुताबिक सामान्य तौर पर इतनी भीड़ नहीं होती है। वहीं तटरक्षक लोगों को हिदायत दे रहे थे कि अगर वे छह या इससे ज्यादा के समूह में हैं तो एक-दूसरे से दूर-दूर रहें। पड़ोस के हंटिंगटन तट पर भी बड़ी संख्या में लोग जुटे। पार्किंग स्थल बंद होने के बावजूद बड़ी संख्या में लोग यहां पुहंच गए।


जॉर्जिया यूनिवर्सिटी ने खोजी औषधि

राजेंद्र कुमार 
सिरसा/जॉर्जिया। हरियाणा में सिरसा के कस्बा ऐलनाबाद के सब्जी विक्रेता राजकुमार ग्रोवर के पुत्र डा. मुकेश ग्रोवर ने वह कर दिखाया जिससे केवल ऐलनाबाद का नहीं बल्कि पूरे सिरसा, हरियाणा व पूरे देश का सिर गर्व से ऊंचा हो गया है। डा. मुकेश ग्रोवर ने संयुक्त राज्य अमेरिका के जॉर्जिया राज्य विश्वविद्यालय में कोविड -19 के लिए एक आशाजनक उपचार को खोज निकाला है। 
     कोविड-19 के पहले अमेरिकी मामलों के सामने आने के बाद फरवरी में जॉर्जिया स्टेट यूनिवर्सिटी के वायरोलॉजिस्ट डा. मुकेश ग्रोवर ने एक शोध शुरु किया था जिसका परिणाम अब जाकर सामने आया है। अपने उच्च-स्तरीय जैव सुरक्षा लैब के परीक्षणों में डा. मुकेश ग्रोवर और उनके सहयोगियों ने औरानाफिन दवा से कोविड-19 के सफल ईलाज का दावा किया है। औरानाफिन दवा के साथ इलाज किए जाने के 48 घंटे बाद ही  संक्रमित कोशिकाओं में कोरोना वायरस की मात्रा 95 प्रतिशत कम हो गई। आपको बता दें कि औरानाफिन एक प्रकार का यौगिक है जिसमें सोना होता है और 1985 से यह जोड़ रोग के इलाज के लिए उपयोग किया जाता है। अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन द्वारा औरानाफिन दवा को पहले से ही अनुमोदित किया गया है। डा. मुकेश ग्रोवर ने बताया कि हम कोविड-19 के उपचार के लिए दवाओं की तलाश कर रहे थे। लेकिन अब जाकर कुछ हल मिला है। उन्होंने अपने शोध को वायरोलॉजी पत्रिका में जारी किया है। इसे अभी तक अन्य वैज्ञानिकों द्वारा वीटो नहीं किया गया है। चिकित्सक तुरंत कोविड-19 के इलाज के लिए इसका उपयोग कर सकते हैं। इसे केवल एक चिकित्सक की देखरेख में लिया जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि वे अभी भी कोविड-19 के इलाज की अन्य संभावनाओं की तलाश कर रहे है। उन्हें यकीन है कि और भी कई दवाएं प्रभावी हो सकती हैं। हमें बस उनका परीक्षण करना है। आपको बता दें कि डा. मुकेश ग्रोवर शहर के वार्ड 8 निवासी राजकुमार ग्रोवर व सरोज ग्रोवर के सुपुत्र हैं। इन्होंने पांचवीं कक्षा तक की पढ़ाई शहर के नवज्योति स्कूल से की है। जबकि दसवीं कक्षा सर छोटूराम जाट हाई स्कूल से, बारहवीं कक्षा राजकीय नेशनल कॉलज सिरसा से तथा वेटरनरी सर्जन की पढ़ाई नानाजी देशमुख पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय, मऊ (मध्यप्रदेश) से की थी। वे 2008 में अमेरिका चले गए जहां उन्होने हवाई विश्वविद्यालय से 2012 में अपनी पी.एच.डी. की डिग्री प्राप्त की। अपने कार्य के लिए उन्हें अमेरिका में कई बार सम्मानित भी किया जा चुका है। वे अमेरिका की कई प्रसिद्ध संस्थाओं में भी अपनी सेवाएं दे चुके है। वे अब जॉर्जिया स्टेट यूनिवर्सिटी में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। वर्ष 2012 में उनकी शादी कोमल से हुई। उनके 4 वर्षीय पुत्री सान्या भी है। उनके बड़े भाई नरेश ग्रोवर गांव कोटली में जेबीटी अध्यापक के रूप में कार्यरत हैं। डा. मुकेश ग्रोवर की इस उपलब्धि पर शहरवासियों ने भी खुशी व्यक्त करते हुए उन्हें बधाई प्रेषित की है।


इस मौसम में तरबूज के अनेक फायदे

गर्मियों का मौसम शुरू हो चुका है और इस समय भरपूर पानी पीने के साथ साथ ऐसे फलों का सेवन करना भी जरूरी होता है जो शरीर में पानी की कमी को पूरा कर सकें. तरबूज ऐसे फलों का एक बड़ा उदाहरण है. ऊपर से थोड़ा सख्त नजर आने वाला तरबूज अंदर से पानी से भरा होता है. तरबूज खाने से शरीर को कई तरह से फायदा पहुंचता है. यह न केवल हेल्दी होता है बल्कि शरीर में पानी की कमी को पूरा करता है. इसके अलावा इसमें अधिक मात्रा में विटामिन ए भी मौजूद होता है जो आंखों के लिए बहुत अच्छा होता है. आइए आपको बताते हैं गर्मियों में तरबूज खाने के फायदों के बारे में.
तरबूज खाने के गजब फायदे


तरबूज में लाइकोपिन नामक तत्व पाया जाता है जो त्वचा की चमक को बरकरार रखता है. तरबूज खाने से स्किन का ग्लो बना रहता है और स्किन इंफेक्शन से भी बचा जा सकता है.
हार्ट संबंधी बीमारियों को रोकने में भी तरबूज एक रामबाण उपाय है. ये दिल संबंधी बीमारियों को दूर रखता है. दरअसल ये कोलस्ट्रॉल के लेवल को नियंत्रित करता है जिससे इन बीमारियों का खतरा कम हो जाता है.
तरबूज में विटामिन ए की मात्रा बहुत अधिक होती है जिससे आंखों की रोशनी सही बनी रहती है. इसके अलावा तरबूज खाने से इम्यून सिस्टम भी स्ट्रॉन्ग होता है और वायरल बीमारियों से दूर रहा जा सकता है.
तरबूज खाने से दिमाग शांत रहता है और गुस्सा कम आता है. असल में तरबूज की तासीर ठंडी होती है इसलिए ये दिमाग को शांत रखता है. इसके अलावा यह स्ट्रेस व तनाव को भी बॉडी से दूर रखता है.
तरबूज के बीज भी कम उपयोगी नहीं होते हैं. बीजों को पीसकर चेहरे पर लगाने से स्किन पर ग्लो नजर आता है. साथ ही इसका लेप सिरदर्द में भी आराम पहुंचाता है.
तरबूज के नियमित सेवन से कब्ज की समस्या दूर हो जाती है. इसके अलावा शरीर में खून की कमी होने पर इसका जूस फायदेमंद साबित होता है.
तरबूज को चेहरे पर रगडऩे से ग्लो तो आता ही हे साथ ही ब्लैकहेड्स भी हट जाते हैं. वहीं झुर्रियों की समस्या भी कम होती है.


राजनीति: पीएम मोदी ने अखिलेश पर निशाना साधा

राजनीति: पीएम मोदी ने अखिलेश पर निशाना साधा संदीप मिश्र  भदोही। भदोही के ऊंज में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों को संबोधित किया। इस दौरा...