बुधवार, 22 अप्रैल 2020

पालिका क्षेत्र को कर रहे है सैनिटाइज

अश्वनी उपाध्याय


गाज़ियाबाद। कोरोना वायरस को मद्देनज़र रखते हुए मुरादनगर नगरपालिका परिषद द्वारा पूरे क्षेत्र को सैनिटाइज किया जा रहा है। इतना ही नहीं, चेयरमैन विकास तेवतिया एवं अधिशासी अधिकारी निहारिका चौहान के नेतृत्व में सफाई निरीक्षक अनिल कुमार शर्मा व उनकी टीम के समस्त सफाई कर्मचारी पूरे क्षेत्र में सक्रिय नज़र आ रहे हैं।लाॅकडाउन/जनता कर्फ्यू के अंतर्गत कोरोना वायरस से लड़ने के लिए मुरादनगर नगरपालिका परिषद के अधिकारियों और कर्मचारियों ने अपनी कमर कसी हुई है। हालांकि, सफाई निरीक्षक कि टीमें कस्बा मुरादनगर के विभिन्न इलाकों को पूर्ण रूप से सैनिटाइज करने में जबरदस्त तरीके से लगी हुई हैं। आपको बता दें कि सफाई कर्मचारी क्षेत्र के वार्डो में जाकर गली और मोहल्लों सैनिटाइज करते नज़र आ रहे हैं और उनका समय सुबह 7 से दोपहर 2 बजे तक का है। वहीं, सफाई निरीक्षक कि एक टीम लगभग 3 वार्डो को सैनिटाइज करती है, जिसमें एक सफाई नायक समेत पांच लोग तैनात रहा रहते हैं।


दरअसल, सफाई नायक कि टीम को एक ट्रैक्टर सैनिटाइज टैंक समेत 40 फुट लंबा पाइप मिला हुआ है, जिससे वह गली-मोहल्लों और घरों के दरवाजों को सही तरीके से सैनिटाइज करते हुए कोरोना वायरस के संक्रमण को समाप्त कर देते हैं। आपको यह भी बता दें कि सफाई कर्मचारियों की एक टीम के सफाई नायक सोहन पाल इसी दौरान वार्ड नंबर 22, 23 और 25 में अपनी टीम के सफाई कर्मियों समेत इन इलाकों को सैनिटाइज करते नजर आए हैं।
गौरतलब है कि जिन इलाकों को लोग-बागों ने बांस-बल्ली आदि से बंद किया हुआ है, उनमें सफाई कर्मचारी 40 फुट लंबे पाइप से उन इलाकों को सैनिटाइज कर रहे है, जिससे कोरोना वायरस का संक्रमण पूर्व रूप से समाप्त हो जाएगा।


डीएम-एसएसपी ने किया क्षेत्र भ्रमण

फाईज़ अली सैफी
गाज़ियाबाद। कोरोना वायरस को मद्देनज़र रखते लॉकडाउन के सफल क्रियान्वयन के लिए जिलाधिकारी अजय शंकर पांडे और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी ने जनपद के विभिन्न थानाक्षेत्रों में भ्रमण करते हुए लाॅकडाउन कि स्थिति एवम् हॉटस्पॉट एवं आइसोलेशन केन्द्रों व दिल्ली-यूपी बाॅर्डर जैसे कि यूपी गेट, तुलसी निकेतन, लालकुआं, कौशाम्बी आदि के क्षेत्रों का निरीक्षण करते हुए जायजा लिया।डीएम और एसएसपी ने विभिन्न थानाक्षेत्रों में हाॅटस्पाट केंद्रों पर ड्यूटी करते मिले पुलिसकर्मियों और अन्य लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ध्यान रखने, मास्क आवश्यक रूप से लगाने, ग्लब्स पहनने, सैनेटाइजर यूज़ करने और पुलिसकर्मियों को COVID-19 से खुद का बचाओ रखने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं।
एसएसपी कलानिधि नैथानी द्वारा विभिन्न हाॅटस्पाॅट इलाको में आम नागरिकों से बातचीत भी की गई और उनकी समस्याओं का भी मुआयना किया गया। इतना ही नहीं, एसएसपी ने ड्यूटी पर तैनात सभी पुलिसकर्मियों से हॉटस्पॉट क्षेत्रांतर्गत रहने वाले व्यक्तियों कि दैनिक आवश्यकताओं का विशेष ध्यान रखने के लिए निर्देशित किया गया।
गौरतलब है कि इसी दौरान मौके पर सम्बन्धित क्षेत्राधिकारी और थाना प्रभारी भी मौजूद रहे हैं। वहीं, एसएसपी ने समस्त क्षेत्राधिकारी/थाना प्रभारी व पुलिसकर्मियों को लाॅकडाउन का पूर्णरूपेण पालन कराने के निर्देश दिए। इसके अलावा एसएसपी ने लाॅकडाउन का उल्लंघन करने वाले व्यक्तियों के विरुद्ध आवश्यक वैधानिक कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं।


इंदौर में 2 आईपीएस भी संक्रमित हुए

इंदौर। देश में कोरोना वायरस से सबसे अधिक प्रभावित जिलों में से एक इंदौर में इस महामारी के खिलाफ जंग लड़ रहे करीब 5,000 पुलिस कर्मियों में से 11 लोग इसके संक्रमण की जद में आ गए हैं। इनमें 2 आईपीएस अधिकारी भी शामिल हैं। पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) हरिनारायणचारी मिश्रा ने कहा कि जिले भर में अब तक 2 आईपीएस अधिकारी समेत हमारे 11 कर्मी कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं। अस्पतालों में इनके इलाज का पूरा ध्यान रखा जा रहा है।


उन्होंने कहा, 'कोविड-19 की तमाम चुनौतियों के बावजूद हमारे बल का हौसला बुलंद है। पुलिस कर्मी पहली पंक्ति के योद्धा के तौर पर इस महामारी के खिलाफ संघर्ष में जुटे हैं।'


डीआईजी ने बताया कि फिलहाल जिले के अलग-अलग स्थानों पर करीब 5,000 पुलिस कर्मी तैनात हैं। वे आम लोगों से कर्फ्यू का पालन कराने समेत अलग-अलग जिम्मेदारियां निभा रहे हैं। इनमें से करीब 170 पुलिस कर्मी अलग-अलग रोकथाम क्षेत्रों (कंटेनमेंट जोन) में तैनात हैं। इन क्षेत्रों में पुलिस कर्मियों की ड्यूटी बदल-बदलकर लगाई जा रही है।
रोकथाम क्षेत्र उस रिहाइशी इलाके को कहा जाता है जहां किसी महामारी का पहला मरीज मिलते ही उसे सील कर दिया जाता है और वहां आम लोगों की आवाजाही पूरी तरह प्रतिबंधित कर दी जाती है।
मिश्रा ने बताया कि पुलिस को मास्क, सेनेटाइजर और निजी सुरक्षा उपकरणों (पीपीई) की किट पर्याप्त संख्या में मिल रही है। बल के कर्मियों को कोरोना वायरस के खतरे से बचाने के लिए प्रशासनिक उपाय भी किए गए हैं।
उन्होंने कहा, 'सावधानी के तौर पर हमने 50 साल से अधिक उम्र वाले और पुरानी गंभीर बीमारियों से जूझ रहे पुलिस कर्मियों को रोकथाम क्षेत्रों की ड्यूटी से पहले ही हटा दिया है। इनकी जिले के अन्य स्थानों पर तैनाती की गई है।'
गौरतलब है कि शहर के जूनी इंदौर थाने के प्रभारी 41 वर्षीय पुलिस निरीक्षक कोरोना वायरस से संक्रमित पाये गये थे, जिनकी शनिवार देर रात इलाज के दौरान मौत हो गई थी।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक पुलिस निरीक्षक हालांकि इलाज के बाद कोरोना वायरस संक्रमण से मुक्त हो गए थे और डॉक्टरों ने संदेह जताया है कि उनकी मौत का तात्कालिक कारण पल्मोनरी एम्बोलिज्म है। लेकिन इस बात की भी आशंका है कि उनमें पल्मोनरी एम्बोलिज्म की समस्या कोरोना वायरस संक्रमण के कारण ही उत्पन्न हुई हो।
अधिकारियों ने बताया कि पिछले एक महीने में इंदौर जिले के कुल 923 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। इनमें से 52 लोगों की इलाज के दौरान मौत हो चुकी है, जबकि 72 मरीजों को स्वस्थ होने पर अस्पतालों से छुट्टी दी जा चुकी है। इंदौर में कोरोना वायरस के मामले सामने आने के से प्रशासन ने 25 मार्च से शहरी सीमा में कर्फ्यू लगा रखा है, जबकि अन्य स्थानों में सख्त लॉकडाउन लागू है।


सेना से मुठभेड़, चार आतंकी ढेर

जम्मू।  दक्षिण कश्मीर के शोपियां में सुरक्षाबलों ने बुधवार सुबह एनकाउंटर में चार आतंकवादियों को मार गिराया। सेना और पुलिस के सूत्रों ने बताया कि शाम को इनके मालहुरा जानपोरा गांव में छिपे होने की जानकारी मिली। इसके बाद, एक संयुक्त अभियान चलाया गया। पुलिस ने बताया कि ऑपरेशन खत्म हो गया है। इससे पहले अप्रैल महीने में अब तक चार एनकाउंटर हो चुके। इनमें सुरक्षाबलों ने 13 आतंकवादियों को मार गिराया था।


22 अप्रैल को शोपियां में चार आतंकवादियों को मार गिराया। 17 अप्रैल को राज्य में दो अलग-अलग जगहों पर मुठभेड़ हुई, इसमें चार आतंकी मार गिराए गए थे। 11 अप्रैल को कुलगाम जिले में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुई थी, इसमें आतंकी हथियार छोड़कर भाग गए थे। 7 अप्रैल को सेना ने आमने-सामने की लड़ाई में 5 आतंकी मार गिराए थे। यह कश्मीर में साल का सबसे मुश्किल ऑपरेशन था। इसमें सर्जिकल स्ट्राइक कर चुकी पैरा यूनिट के 5 जवान शहीद हो गए थे। 4 अप्रैल को कुलगाम में सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में हिजबुल के 4 आतंकियों को मार गिराया।


केंद्र से बातचीत के बाद हटे प्रदर्शनकारी

नई दिल्ली  केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के डॉक्टरों से बातचीत की। अमित शाह ने डॉक्टरों को सुरक्षा का आश्वासन दिया और उनसे अपील की कि वे उनके द्वारा प्रस्तावित सांकेतिक प्रदर्शन न करें। शाह ने कहा कि सरकार उनके साथ है। अमित शाह से बातचीत के बाद आईएमए ने प्रदर्शन का फैसला वापस ले लिया है।


अमित शाह ने कोरोना वायरस के खिलाफ संघर्ष में डॉक्टरों के योगदान को सराहा। साथ ही शाह ने उन्हें सुरक्षा का भरोसा भी दिया। गृहमंत्री की डाक्टरों के साथ यह बातचीत ऐसे समय में हुई है जब देशभर से कोरोना वायरस से लोहा ले रहे डाक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों पर हमले की खबरें आ रही हैं। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने डॉक्टरों और चिकित्साकर्मियों पर हो रहे हमलों को लेकर नाराजगी जाहिर करते हुए विरोध-प्रदर्शन करने का एलान किया था। आईएमए ने कहा था कि सरकार को सुरक्षित कार्यस्थलों के लिए हमारी वैध जरूरतों को पूरा करना होगा। चिकित्साकर्मियों के साथ हो रही हिंसा तुरंत बंद होनी चाहिए।


इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने देश के लिए व्हाइट अलर्ट भी जारी किया था। आईएमए ने सभी डॉक्टरों और अस्पतालों से 22 अप्रैल को रात नौ बजे एक मोमबत्ती जलाकर अपना विरोध जाहिर करने के लिए कहा, साथ में केंद्र सरकार को काला दिवस मनाने की चेतावनी भी दी थी। आईएमए ने कहा था कि अगर सरकार व्हाइट अलर्ट के बाद भी डॉक्टरों और अस्पतालों के खिलाफ हिंसा पर केंद्रीय कानून लागू करने में विफल रहती है तो आईएमए 23 अप्रैल को काला दिवस घोषित करेगा। देश के सभी डॉक्टर काली पट्टी लगाकर काम करेंगे।


केंद्रीय जांच दल का ममता पर आरोप

कोलकाता। पश्चिम बंगाल में कोरोना वायरस के खतरे के बीच शुरू बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। केंद्र सरकार की तरफ बंगाल में जांच के लिए भेजी गई टीम ने आरोप लगाया है कि मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी उसे प्रभावित इलाकों में नहीं जाने दे रही हैं। इसके बाद, रात राज्‍य के मुख्‍य सचिव राजीव सिन्‍हा ने इस पूरे मामले पर ममता सरकार का रुख स्‍पष्‍ट किया है। राजीव सिन्‍हा ने बताया कि प्रदेश सरकार आईएमसीटी  का पूरा सहयोग कर रही है। साथ ही उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वे महामारी से निपटने का सारा काम छोड़कर इन दलों के साथ घूम नहीं सकते हैं।


मुख्‍य सचिव राजीव सिन्हा ने राज्य सचिवालय के बाहर पत्रकारों से कहा, ‘ हम केंद्रीय टीम की मदद कर रहे हैं। ऐसा नहीं करने का कोई सवाल ही नहीं है। लेकिन हमारा रुखयह है कि हम सभी कोरोना वायरस से निपटने में व्यस्त हैं… उन्हें (केंद्रीय दलों के सदस्यों को) कारों में या गेस्ट हाउस में बैठकर जानकारी नहीं मिल सकती है। हम अपने व्यस्त कार्यक्रम से समय निकालकर, वे सभी जानकारी साझा करेंगे जो वे चाहते हैं लेकिन अपना सारा काम छोड़कर केंद्रीय टीम के साथ घूम नहीं सकेंगे।’


इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्रालय की संयुक्‍त सचिव पुण्‍य सलिला श्रीवास्‍तव ने इस मामले को लेकर पश्चिम बंगाल के मुख्‍य सचिव राजीव सिन्‍हा को एक पत्र लिखा था। पत्र के जवाब में राजीव सिन्‍हा ने केंद्रीय टीम को पूरा सहयोग उपलब्‍ध कराए जाने की बात कही जिसका गृह मंत्रालय ने स्‍वागत किया है। गौरतलब है कि दोपहर सेंट्रल टीम के लीडर और रक्षा मंत्रालय में अपर सचिव अपूर्व चंद्रा ने पश्चिम बंगाल सरकार पर कई बड़े आरोप लगाए थे। अपूर्व चंद्रा ने कहा, ‘केंद्र सरकार ने आईएमसीटी मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान जैसे राज्यों में भी भेजी है यहां उन्हें राज्य सरकारों का पूरा सहयोग मिल रहा है। इन राज्य सरकारों को भी पश्चिम बंगाल जैसा नोटिस भेजा गया था, मगर उन्हें काम शुरू करने के बाद से कोई परेशानी नहीं हुई।’ उन्होंने बताया कि मुझे यहां एक दिन हो गया है मगर राज्य सरकार की तरफ से कोई सहयोग नहीं मिल रहा है।


शराब की दुकान खोलने की अनुमति

चंडीगढ़। देश में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों को रोकने के लिए देश में 3 मई तक लॉकडाउन लगाया गया है। ऐसे में शराब की दुकानें भी बंद हैं. पंजाब के मुख्‍यमंत्री कैप्‍टन अमरिंदर सिंह ने गृह मंत्रालय को इस संबंध में पत्र लिखा है। उन्‍होंने केंद्र सरकार से राज्‍य में शराब की दुकानें खोलने की मंजूरी मांगी है। सीएम अमरिंदर ने राज्‍य की खराब आर्थिक स्थिति का हवाला देते हुए चरणबद्ध तरीके और सशर्त शराब की दुकानें खोलने की इजाजत मांगी है।


पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने रविवार को कहा था कि राज्‍य में तीन मई तक लॉकडाउन में कोई ढील नहीं दी जाएगी। सरकार ने कहा कि राज्य में लॉकडाउन खत्‍म करने के संबंध में कोई भी निर्णय विशेषज्ञ समिति की ओर से रिपोर्ट सौंपे जाने के बाद ही लिया जाएगा। उम्मीद जताई जा रही है कि समिति इस सप्ताह अपनी रिपोर्ट सौंप देगी। मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने उपायुक्तों को सभी जिलों में कर्फ्यू को सख्ती से लागू करने के साथ ही जरूरी सामान की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया हुआ है। सीएम ने अधिकारियों को अगले सप्ताह से शुरू होने जा रहे रमजान के महीने में भी कर्फ्यू पास (अनुमति पत्र) जारी नहीं करने को कहा है।


बता दें कि पंजाब में 6 लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण पाया गया है। राज्‍य में कोरोना संक्रमितों की संख्‍या बढ़कर 251 हो गई है। इनमें 49 लोग ठीक हो गए हैं। 16 लोगों की मौत हो चुकी है।


हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया

हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कांग्रेस पर अपना हमला तेज ...