बुधवार, 15 अप्रैल 2020

बांद्रा में मजदूर इकट्ठे करने वाला अरेस्ट

मुंबई। लॉकडाउन के बीच बांद्रा रेलवे स्टेशन पर प्रवासी मजदूरों की भारी भीड़ इकट्ठा होने के मामले में पुलिस ने विनय दुबे नाम के शख्स को हिरासत में ले लिया है। विनय दुबे को नवी मुंबई पुलिस ने हिरासत में लिया और उसे मुंबई पुलिस को सौंप दिया। विनय दुबे पर लॉकडाउन के बीच भीड़ को गुमराह करने का आरोप है। विनय दुबे ‘चलो घर की ओर’ कैंपेन चला रहा था। अपने फेसबुक पर शेयर किए गए पोस्ट में उसने टीम के बांद्रा में होने की बात कही थी। इस मामले में पुलिस ने एक हजार लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। दुबे के खिलाफ आईपीसी की धारा 117, 153 ए, 188, 269, 270, 505(2) और एपिडेमिक एक्ट की धारा 3 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।


गौर हो कि मंगलवार को मुंबई के बांद्रा रेलवे स्टेशन पर प्रवासी मजदूरों की भारी भीड़ इकट्ठा हो गई थी। ये सभी मजदूर घर जाने के लिए स्टेशन पहुंचे थे। मजदूरों को उम्मीद थी कि लॉकडाउन खत्म हो जाएगा। उन्हें हटाने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा था।


कौशल विकास कार्यक्रम की लेंगे मदद

नई दिल्ली। देश में कोरोना महामारी से निपटने के लिए केंद्र सरकार ने कौशल विकास कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षित किए गए स्वास्थ्य पेशेवरों की मदद लेने का निर्णय लिया है। इसके लिए केंद्रीय कौशल विकास व उद्यमिता मंत्रालय (एमएसडीई) ने करीब 1.75 लाख प्रशिक्षित स्वास्थ्य पेशेवरों का ब्योरा सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को उपलब्ध कराया है। एमएसडीई के तहत काम करने वाले राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) ने इसके लिए हर राज्य के लिए एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। राज्य प्रशासन की तरफ से मांग आने पर इस नोडल अधिकारी को ही आवश्यकता के हिसाब से इन स्वास्थ्य पेशेवरों को उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी निभानी होगी।


मंत्रालय के मुताबिक, इन पेशेवरों को स्वास्थ्य कार्यकर्ता, आपातकालीन चिकित्सा तकनीशियन, सामान्य ड्यूटी असिस्टेंट, फ्लबॉटमी तकनीशियन, घरेलू स्वास्थ्य सहायक तकनीशियन आदि का प्रशिक्षण दिया गया है और इनका उपयोग राज्य आइसोलेशन सेंटरों से लेकर क्वारंटीन सेंटरों तक पर कर सकते हैं। मंत्रालय के मुताबिक, उनके 17 राज्यों के 99 जिलों में मौजूद 101 जन शिक्षण संस्थानों ने लॉकडाउन के दौरान अभी तक 5 लाख से ज्यादा मास्क बनाकर स्थानीय प्रशासन को उपलब्ध कराए हैं।


राष्ट्रीय कौशल प्रशिक्षण संस्थानों में बनेंगे क्वारंटीन सेंटर
एमएसडीई ने सभी राज्यों को अपने 33 राष्ट्रीय कौशल प्रशिक्षण संस्थानों (एनएसटीआई) का उपयोग क्वारंटीन सेंटर या आइसोलेश्न वार्ड के तौर पर करने की भी अनुमति दी है। हरियाण के पानीपत, पंजाब के लुधियाना, उत्तराखंड के देहरादून, केरल के तिरुवनंतपुरम व कालीकट (कोझिकोड) में एनएसटीआई को आइसोलेशन वार्ड में बदल भी दिया गया है। चेन्नई में भी एनएसडीसी के एक हॉस्टल में आइसोलेशन वार्ड बनाया गया


पुलिस कार्रवाई पर संदेह, जांच की मांग

कार्तिकेय राणा की गिरफ्तारी गलत, मनन करे पुलिस अधिकारी


विधायक संजय गर्ग और पूर्व विधायक शशिबाला पुंडीर गरजे


सीओ से जांच कराने की मांग का भी अधिकारी लें संज्ञान


सहारनपुर। नगर विधायक संजय गर्ग एवं पूर्व विधायक श्रीमती शशिबाला पुंडीर ने कहा कार्तिकेय राणा की गिरफ्तारी गलत है उनके घर के सामने कोई सोशल डिस्टेंसिंग को नहीं तोड़ा गया था पुलिस किसी से दुर्व्यवहार कर रही थी यह अपनी बालकनी में खड़े थे जिस से ऊपर से उन्होंने पुलिस को कहा था कि क्यों इस से बदतमीजी कर रहे हैं मत करिए ,इन्हें बुरा भला कहना शुरू कर दिया तभी वे नीचे गए थे।अगर किसी भी जनप्रतिनिधि के घर के सामने पुलिस किसी से दुर्व्यवहार करेगी ,स्वाभाविक रूप से वह नीचे उतर कर जाएगा।जब इन से ही कहा- सुनी पुलिस करने लगी तब अड़ोस-पड़ोस के लोग आ गए थे,आवाज सुनकर और फैसला हो गया था।यह अपने घर चले ऊपर चले गए थे।पुलिस चली गई थी,लेकिन कुछ भाजपाइयों के कहने से बदले की भावना से कार्रवाई की गई है हम एसएसपी व डीआईजी साहब  को स्पष्ट तौर से कह देना चाहते हैं पुलिस की वर्किंग का भी मनन करें। यह सच्चाई है इस आपदा के समय पुलिस बहुत व्यस्त है। लेकिन व्यस्तता के साथ-साथ होश नहीं खोना चाहिए इस समय में सरकार को खुश करने के लिए अति उत्साह में अधिकारी लोग समाजवादी पार्टी के लोगों को निशाना बना रहे हैं। विधायक संजय गर्ग ने वरिष्ठ अधिकारियों से मांग किया इस प्रकरण की जांच किसी सीओ से कराई जाए और जो मनगढ़ंत धाराएं लगाई गई है उन्हें हटाया जाए।


अरविन्द नैब पत्रकार


दारू पार्टी करने वाले पर मामला दर्ज

हैदराबाद। तेलंगाना पुलिस ने कोविड-19 लॉकडाउन मानदंडों का उल्लंघन करते हुए कथित रूप से शराब पार्टी करने के आरोप में चार सरकारी अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। खम्मम जिले के मढ़ीरा कस्बे में ब्लॉक स्तर के अधिकारियों ने सोमवार रात एक गेस्ट हाउस में पार्टी का आयोजन किया था। पुलिस ने एक गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए उस जगह पर छापा मारा, जहां एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के एक डॉक्टर श्रीनिवास एक कमरे में छिपे हुए मिले, जबकि तीन अन्य भागने में सफल रहे। पुलिस ने गेस्ट हाउस से शराब की आधी बोतल और खाद्य सामग्री जब्त की।


पुलिस ने जांच शुरू की और मंगलवार को चार अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया। तहसीलदार सैदुलू, उप-जेलर प्रभाकर रेड्डी और पंचायत राज एवं ग्रामीण विकास अधिकारी राजा राव के अलावा डॉक्टर श्रीनिवास पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने कहा कि इस पार्टी में अगर और अधिकारी भी शामिल रहे होंगे तो उन पर भी कार्रवाई की जाएगी। तेलंगाना में 24 मार्च को लॉकडाउन शुरू होने के बाद से ही सभी शराब की दुकानें, पब और बार बंद हैं।


सीमा पर गोलाबारी, 2 नागरिक घायल

शिमला। जम्मू एवं कश्मीर के राजौरी में बुधवार को नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान की ओर से हुई गोलीबारी में दो नागरिक घायल हो गए हैं। पुलिस के सूत्रों ने कहा कि पाकिस्तान ने राजौरी जिले के मंजाकोट सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर अकारण अंधाधुंध गोलीबारी और बमबारी की। पुलिस ने कहा, “उन्होंने मंजाकोट सेक्टर में सेना और नागरिकों के इलाके में गोलीबारी कर मोर्टार दागे। इस गोलाबारी में एक लड़की सहित दो नागरिक घायल हुए हैं, जबकि तीन घरों को नुकसान पहुंचा है।” पुलिस ने कहा कि घायलों को उपचार क लिए अस्पताल भेजा गया है। खबरें है कि दोनों पक्षों के बीच गोलीबारी का सिलसिला जारी है और भारतीय चौकियों से कड़ी जवाबी कार्रवाई की जा रही है।


 


पैदल चलने वाले क्यों झेले महामारी

पटना। कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए बढ़ाए गए लॉकडाउन के बाद दिहाड़ी मजदूरों और गरीबों की समस्याओं को लेकर बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने सरकार पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने बुधवार को कहा कि यह बीमारी लेकर आए हवाई जहाज वाले और भुगतना पड़ रहा है पैदल चलने वालों को।


राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी ने बुधवार को गरीबों की मदद के लिए आगे नहीं आने वालों पर निशाना साधा।उन्होंने ट्वीट किया, ” यह बीमारी लेकर आए हवाई जहाज वाले और भुगते पैदल चलने वाले, कोरोना लेकर आए पासपोर्ट वाले और कीमत अदा करे बीपीएल राशनकार्ड वाले। अमीरों की शानो-शौकत और बीमारी का हर्जाना बेचारे करोड़ों गरीब लोग भुगत रहे हैं। गरीबों की मदद के लिए क्यों नहीं वो अब आगे आ रहे है?”तेजस्वी ने सरकार द्वारा दी जा रही सहायता को कम बताते हुए एक अन्य ट्वीट में लिखा, “सरकारें सोचतीं है कि वो गरीबों के खाते में महज 500 रुपये डालकर और उन्हें मुट्ठीभर दाल-चावल का लालच देकर बहला लेंगी। मैं सरकारों से प्रार्थना कर रहा हूं कि कोरोना से कोई मरे ना मरे लेकिन करोड़ों गरीब लोगों को घर भेज, महीनों के राशन का इंतजाम करे अन्यथा वो भूख से जरूर मर जाएंगे।”


केंद्र सरकार ने जारी की गाइडलाइन

मनोज सिंह ठाकुर


नई दिल्ली। लॉकडाउन के दूसरे चरण की घोषणा के बाद आज केन्द्र सरकार ने देश के सभी राज्यों के लिए विस्तृत गाइडलाइन जारी कर दी है। इस गाइड लाइन में कई बिंदुओं पर छूट दी गई है तो वहीं अधिकांश बिंदुओं पर प्रतिबंध जारी रखा गया है। 20 अपै्रल तक देश के सभी राज्यों, जिलों और थाना स्तर की विस्तृत अध्ययन के बाद केन्द्र सरकार कुछ और छूट दे सकती है। 


गृह मंत्रालय की ओर से सभी राज्यों के मुख्य सचिवों और प्रशासनिक अधिकारियों को भेजे गए विस्तृत गाइडलाइन में कहा गया है कि कृषि से जुड़े कामों के लिए रियायत दी जाएगी। मनरेगा के तहत काम होगा। वहीं, औद्योगिक गतिविधियों पर रोक जारी रहेगी। सभी तरह के परिवहन सेवाओं पर रोक रहेगी। सावर्जनिक स्थानों पर मास्क पहनना अनिवार्य होगा।
इन बिंदुओं पर प्रतिबंध रहेगा जारी : 
सभी डोमेस्टिक या इंटरनेशनल फ्लाइट, ट्रेन (पैसेंजर की आवाजाही के लिए), सभी एजुकेशनल-ट्रेनिंग-कोचिंग सेंटर, इंडस्ट्रियल व कॉमर्शियल गतिविधि, होटल, टैक्सी, ऑटो रिक्शा, साईकिल रिक्शा, सिनेमा हॉल, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, जिम, स्पोट्र्स कॉम्प्लेक्स, स्वीमिंग पूल, बार, थियेटर, कोई भी इवेंट, सभी धार्मिक स्थान बंद रहेंगे। इसके अलावा किसी भी अंतिम संस्कार में 20 से अधिक लोगों को शामिल होने की इजाजत नहीं दी जाएगी।
इन्हें मिली रियायत : आवश्यक सामानों और दवाईयों का उत्पादन जारी रहेगा। स्श्र्वं के तहत उत्पादन जारी रहेगा। इसके अलावा कुछ शर्तों के साथ ट्रकों को आवाजाही की इजाजत दी गई है। ग्रामीण इलाकों में औद्योगिक गतिविधियां जारी रहेंगी। केबल टीवी, डीटीएच, टेलिफोन समेत आवश्यक सेवाएं जारी रहेंगी। बिजली मैकेनिक, कॉरपेंटर को इजाजत दी गई है।
कृषि से जुड़े कामों में रियायर्त: केंद्र सरकार ने किसानों को राहत देते हुए कृषि से जुड़े कामों को इजाजत दे दी है। किसानों को अपनी फसल काटने और बुवाई करने की छूट दी गई है। साथ ही एजेंसियों को किसानों की उपज खरीदने की इजाजत दी गई है। मछली पालन से जुड़ी गतिविधियों को इजाजत दी गई है।
घर से निकलने पर मास्क जरूरी: नई गाईडलाइन्स में कहा गया है कि ये सभी गतिविधियां राज्य/ केंद्रशासित प्रदेशों द्वारा अनुमति देने के बाद शुरू होंगी हालांकि इससे पहले सोशल डिस्टेंसिंग के उपाय भी किये जाएं। निर्देश में कहा है कि सभी सार्वजनिक स्थानों, कार्यस्थलों पर फेस कवर पहनना अनिवार्य है। वहीं सार्वजनिक स्थानों पर थूकना दंडनीय होगा और इसके लिए भारी जुर्माना लगाया जा सकता है। 
शैक्षणिक संस्थानें 3 तक बंद : दिशानिर्देश में कहा गया है कि सिनेमा हॉल, मॉल, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, व्यायामशाला, स्पोट्र्स कॉम्प्लेक्स, स्विमिंग पूल और बार 3 मई तक बंद रहेंगे। इसके साथ ही शैक्षिक संस्थान, कोचिंग सेंटर, घरेलू, अंतरराष्ट्रीय हवाई यात्रा, ट्रेन सेवाएं तीन मई तक स्थगित रहेंगी। बताया गया है कि एक राज्य से दूसरे राज्य और जिले से दूसरे जिले तक लोगों की आवाजाही, मेट्रो, बस सेवाओं को 3 मई तक प्रतिबंधित किया गया है। गृह मंत्रालय ने कहा कि सभी सामाजिक, राजनीतिक, खेल, धार्मिक कार्य, धार्मिक स्थल, पूजा स्थल 3 मई तक जनता के लिए बंद रहेंगे।
मनरेगा और कंस्ट्रक्शन वर्क को इजाजत: केंद्र ने मनरेगा के तहत कार्यों को जारी रखने का निर्देश दिया है। सोशल डिस्टेनसिंग बनाए रखने की अपील की गई है। इसके साथ राज्य सरकार की ओर किए जा रहे कंट्रक्शन वर्क में भी रियायत दी गई है।
हॉटस्पॉट क्षेत्रों में कोई छूट नहीं : कोरोना के हॉटस्पॉट एरिया में कोई रियायत नहीं दी जाएगी। इन इलाकों में स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी गाइडलाइन का पालन किया जाएगा. साथ ही किसी को भी बाहर निकलने की इजाजत नहीं होगी। आवश्यक सामानों की होम डिलिवरी होगी। एरिया की सुरक्षा में लगे जवान और मेडिकल स्टाफ का ही मूवमेंट होगा।
20 अप्रैल के बाद सशर्त मिल सकती है छूट :जिन इलाकों में कोरोना के मामले नहीं आएंगे, उन्हें रियायत मिल सकती है. इसकी समीक्षा 20 अप्रैल तक की जाएगी. इस समीक्षा के बाद कुछ इलाकों में मामूली रियायत दी जाएगी। रियायत देने से पहले राज्य सरकार और जिला प्रशासन की ओर से गाइडलाइन के पालन के सारे उपाय किए जाएंगे, ताकि ऑफि स, वर्कप्लेस, फैक्ट्री या संस्थानों में सोशल डिस्टेनसिंग का पालन हो।


चमगादड़ों में मिला कोरोना वायरस

नई दिल्ली। दुनियाभर में हाहाकार मचाने वाले कोरोना वायरस के बारे में ऐसे कयास लगाए गए थे कि ये चमगादड़ों से इंसानों में पहुंचा है। अब इस बात की पुष्टि भी हो गई है। इस बात का खुलासा भारतीय वैज्ञानिकों ने किया है। वैज्ञानिकों का कहना है कि देश के 10 में से 5 राज्यों के चमगादड़ों में कोरोना वायरस पाया गया है।वैज्ञानिकों ने इसके लिए चमगादड़ों की दो प्रजातियों पर अध्ययन किया है। उसके बाद इस बात का खुलासा हुआ कि कोरोना वायरस चमगादड़ों से ही फैला है। हालांकि वह दुनिया में अभी फैला नोबल कोरोना वायरस नहीं है। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) का कहना है, पुणे की नेशनल इंस्टीच्यूट ऑफ वॉयरोलॉजी (एनआईवी) लैब में 3 साल से चमगादड़ों पर अध्ययन चल रहा था। इसी बीच, वैज्ञानिकों ने कोरोना वायरस को लेकर भी चमगादड़ों के नमूनों की जांच शुरू की। इनमें से दो की आंत और गुर्दा भी संक्रमित मिले। कुछ ही समय पहले केरल में निपाह वायरस भी चमगादड़ों से आया था। इसीलिए नए संक्रमण का पता लगाने के लिए उन राज्यों में लगातार सर्विलांस जरूरी है, जहां चमगादड़ ज्यादा पाए जाते हैं। चमगादड़ों की एक प्रजाति के लिए केरल, चंडीगढ़, कर्नाटक, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, गुजरात, ओडिशा, पुड्डुचेरी, तमिलनाडु और तेलंगाना से 508 नमूने लिए गए। दूसरी प्रजाति के 78 चमगादड़ों के नमूने केरल, कर्नाटक, चंडीगढ़, गुजरात, ओडिशा, पंजाब और तेलंगाना से लिए गए। इस दौरान 12 की मौत हो गई थी। वैज्ञानिक डॉ. आर बाला सुब्रह्मण्यम का कहना है कि केरल के चमगादड़ों को अध्ययन में शामिल किया गया था। पुणे में इनकी टेस्टिंग के बाद कोरोना वायरस की पुष्टि हुई.कुछ समय पहले निपाह वायरस भी चमगादड़ों से ही आया था। पुणे स्थित नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ वॉयरोलॉजी की निदेशक डॉ. प्रिया अब्राहम के अनुसार हमारे अध्ययन में शामिल चमगादड़ों में से कुछ में कोरोना वायरस मिला है। हालांकि यह इंसानों तक कैसे पहुंचा? इस पर फिलहाल एक विस्तृत अध्ययन की आवश्यकता है।


जैश के कई आतंकी कोरोना संक्रमित

नई दिल्ली। चीन से दुनियाभर में फैले कोरोना वायरस के संक्रमण का असर अब तेजी से बढ़ने लगा है। खुफिया जानकारी के मुताबिक जैश के कई आतंकी कोरोना वायरस के संक्रमण का शिकार हो चुके हैं। इन आ​तंकियों ने पाकिस्तान सरकार से इलाज के लिए मदद भी मांगी है, लेकिन पाकिस्तान में उनका इलाज नहीं किया जा रहा है। यही कारण है कि कश्मीर से पाकिस्तान गए कई आतंकी एक बार फिर कश्मीर लौटने के फिराक में हैं। जानकारी के मुताबिक, लाहौर में रह रहे आतंकी शाहिद ने अनंतनाग में रह रहे अपने परिवार के लोगों को फोनकर बताया है कि वह खुद कोरोना वायरस के संक्रमण का शिकार हो चुका है। पिता के साथ बात करते हुए शाहिद ने यह भी कहा कि उसकी तबीयत इतनी बिगड़ चुकी है कि शायद यह उसका आखिरी कॉल होगा। उसने बताया कि उसके साथ के कई लड़कों को कोरोना हो चुका है और सभी की हालत दिनों दिन बिगड़ती जा रही है। शाहिद ने बताया कि कोरोना का इलाज कराने के लिए उन लोगों ने सरकार के कई अधिकारियों को संदेश भी भेजवाया था, लेकिन पाकिस्तान सरकार ने इस संबंध में कोई कार्रवाई नहीं की। जैश के आतंकी ने बताया कि उसके साथी काफी डरे हुए हैं और किसी भी तरह कश्मीर में दाखिल होने की फिराक में हैं।


लॉक डाउन तोड़ने पर कड़ा प्रावधान

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री मोदी की लॉकडाउन के दूसरे चरण की घोषणा के ठीक 24 घंटे बाद केंद्र सरकार ने बुधवार को लॉकडाउन की नई गाइडलाइन जारी कर दी है। इसमें 3 मई तक 19 दिन बढ़ाए गए लॉकडाउन को तोड़ने पर सख्त कार्रवाई के निर्देश हैं। इनमें आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के अनुसार दंड और जुर्माने का प्रावधान किया गया है। इसमें स्पष्ट किया गया है कि सार्वजनिक स्थानों और काम करने की जगह पर मास्क पहनना अनिवार्य होगा।


पब्लिक प्लेस पर थूकने पर सजा और जुर्माना देना होगा। गाइडलाइन में कानून तोड़ने वालों और अन्य लोगों के लिए जान-माल का खतरा पैदा करने की स्थिति में आपदा प्रबंधन अधिनियम की धारा 9 धाराओं के अनुसार एक्शन होगा। सरकारी कर्मचारियों पर आदेश न मानने की स्थिति में आईपीसी की धारा 188 के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।


आपदा प्रबंधन कानून के तहत लगने वाला दंड और जुर्माना


धारा 51 के तहत : कर्मचारियों के काम में बाधा डालने आदि के लिए


यदि कोई व्यक्ति किसी सरकारी कर्मचारी को उनके कर्तव्यों को पूरा करने से रोकता या बाधा डालता है, या केंद्र/राज्य सरकारों या सक्षम एजेंसी द्वारा जारी किए गए निर्देशों का पालन करने से इनकार करता है तो उसे इस धारा के तहत सजा दी जा जाएगी।


उदाहरण के लिए, इस धारा के तहत, दिशानिर्देशों का कोई भी उल्लंघन, जिसमें पूजास्थल पर जाना, सामाजिक कार्यक्रम का आयोजन करना आदि शामिल हैं, सभी को इस धारा के तहत अपराध माना जाएगा। इस धारा के तहत, 1 साल तक की कैद और जुर्माना लगाया जा सकता है। हालांकि, यदि दोषी व्यक्ति के किसी काम से जानमाल का नुकसान होता है, तो 2 साल तक की कैद और जुर्माना हो सकता है।


धारा 53 के तहत : धन/सामग्री का दुरुपयोग करने आदि के लिए


यदि कोई व्यक्ति राहत कार्यों/प्रयासों के लिए किसी भी पैसे या सामग्री का दुरुपयोग, अपने स्वयं के उपयोग के लिए करता है, या उन्हें ब्लैक में बेचता है तो वह इस धारा के अंतर्गत दोषी ठहराया जा सकता है। इस धारा के तहत 2 साल तक की सजा एवं जुर्माना हो सकता है।


धारा 54 के तहत: झूठी चेतावनी के लिए


यदि कोई व्यक्ति एक झूठा अलार्म या आपदा के बारे में चेतावनी देता है, या इसकी गंभीरता के बारे में झूठी चेतावनी देता है, जिससे घबराहट फैलती है तो इसके तहत एक वर्ष तक की सजा या जुर्माना हो सकता है।


धारा 55 के तहत: सरकारी विभागों के अपराध के लिए


इसके तहत यदि कोई अपराध सरकार के किसी विभाग द्वारा किया गया है तो वहां का विभाग प्रमुख दोषी माना जाएगा और जब तक कि वह यह साबित नहीं कर देता कि अपराध उसकी जानकारी के बिना किया गया था, अपने विरुद्ध कार्रवाई किए जाने और दंड का भागी होगा।


धारा 56 के तहत: अधिकारी के कर्त्तव्य पालन न करने पर


यदि कोई सरकारी अधिकारी, जिसे लॉकडाउन से संबंधित कुछ कर्तव्यों को करने का निर्देश दिया गया है, और वह उन्हें करने से मना कर देता है, या बिना अनुमति के अपने कर्तव्यों को पूरा करने से पीछे हट जाता है तो वह इस धारा के अंतर्गत दोषी ठहराया जा सकता है। इस धारा के तहत 1 साल तक की सजा या जुर्माना हो सकता है।


धारा 57 के तहत: अपेक्षित आदेश का उल्लंघन होने पर


यदि कोई व्यक्ति इस तरह के अपेक्षित आदेश (धारा 65 के अधीन) का पालन करने में विफल रहता है, तो वह इस धारा के अंतर्गत दोषी ठहराया जा सकता है। इस धारा के तहत 1 साल तक की सजा और जुर्माना अथवा दोनों हो सकता है।


अधिनियम की अन्य धाराएं (धारा 58, 59 और 60)


इस अधिनियम की धारा 58, कंपनियों के अपराध से सम्बंधित है। इसके अलावा, धारा 59 अभियोजन के लिए पूर्व मंजूरी (धारा 55 और धारा 56 के मामलों में) से सम्बंधित है, वहीं धारा 60 न्यायालयों द्वारा अपराधों के संज्ञान से सम्बंधित है।


सरकारी कर्मचारियों पर धारा 188 के अनुसार एक्शन


इस संबंध में किसी सरकारी कर्मचारी द्वारा दिए निर्देशों का उल्लंघन करने पर ये धारा लगाई जा सकती है। यहां तक कि किसी के ऊपर ये धारा लगाने व कानूनी कार्रवाई करने के लिए ये भी जरूरी नहीं कि उसके द्वारा नियम तोड़े जाने से किसी का नुकसान हुआ हो या नुकसान हो सकता हो।


सजा और जुर्मान के दो प्रावधान हैं


पहला – सरकार या किसी अधिकारी द्वारा दिए गए आदेशों का उल्लंघन करते हैं, या आपसे कानून व्यवस्था में लगे व्यक्ति को नुकसान पहुंचता है, तो कम से कम एक महीने की जेल या 200 रुपए जुर्माना या दोनों।


दूसरा – आपके द्वारा सरकार के आदेश का उल्लंघन किए जाने से मानव जीवन, स्वास्थ्य या सुरक्षा, आदि को खतरा होता है, तो कम से कम 6 महीने की जेल या 1000 रुपए जुर्माना या दोनों। दोनों ही स्थिति में जमानत मिल सकती है।


नाबालिक प्रेमी युगल ने की आत्महत्या

महासमुंद। छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले से एक दुखद खबर प्रकाश में आयी है। यहां नाबालिग प्रेमी जोड़े ने गांव के जंगल पेड़ पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
प्राप्त जानकारी के अनुसार दोनों एक ही गांव के रहने वाले थे, और मंगलवार दोपहर घर से खाना खाकर निकले थे। पुलिस सूत्रों ने बताया कि घटना बसना थाना अंतर्गत भंवरपुर चौकी क्षेत्र की है। घटना के पूरे इलाके के शोक का माहौल है। आज सुबह परिजनों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची, और मर्ग कायम कर मामले की तफ्तीश में जुटी है।


संक्रमितो का आंकड़ा 6 लाख के पार

अमेरिका। कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या का आंकड़ा छह लाख के पार चला गया है, जबकि महामारी के चलते अब तक 25 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के सेंटर फॉर सिस्टम साइंस एंड इंजीनियरिंग (सीएएसई) ने इस बात की जानकारी दी।


समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने सेंटर फॉर सिस्टम साइंस एंड इंजीनियरिंग की ओर से जारी किए नवीनतम आंकड़ों के हवाले से कहा, ‘देश में स्थानीय समयानुसार मंगलवार शाम 6.5० बजे (225०जीएमटी) तक कोविड-19 से संक्रमित लोगों की कुल संख्या 6,02,989 रही, जबकि महामारी के चलते 25,575 लोगों की मौत हो चुकी है।’आंकड़ों के अनुसार, कोरोनावायरस संक्रमण से अमेरिका के सबसे प्रभावित राज्य न्यूयॉर्क स्टेट में कुल 10,834 मौतों सहित अकेले 2,02,630 मामले सामने आए हैं। इसके बाद न्यूजर्सी 68,824 मामलों सहित कुल 2,805 मौतों के साथ दूसरे स्थान पर है।


वहीं, मैसाचुसेट्स, मिशिगन, पेंसिल्वेनिया, कैलिफोर्निया, इलिनोइस और लुइसियाना संक्रमण के 20 हजार से अधिक मामलों वाले अन्य राज्यों में शामिल हैं।


'संयुक्त राष्ट्र तंत्र' से जुड़े 180 संक्रमित

संयुक्त राष्ट्र। विश्व भर में संयुक्त राष्ट्र तंत्र से जुड़े 180 से अधिक लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। वहीं तीन लोगों की मौत हो चुकी है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस के प्रवक्ता ने जानकारी दी। दुनिया भर में कोरोना के 19.2 लाख मामले हैं और 1,19,687 लोगों की मौत हुई है। दुनिया में संक्रमितों की सबसे अधिक 5,82,607 संख्या अमेरिका में है। वहां करीब 23,000 लोगों की कोविड-19 से मौत हुई है।
बेटे के एक फोन पर 82 साल की बुजुर्ग मां तक पहुंची मदद 
महासचिव के उपप्रवक्ता फरहान हक ने कहा, रविवार शाम तक, दुनिया भर में संयुक्त राष्ट्र के 189 कर्मियों में संक्रमण की पुष्टि हुई है और इसमें वैश्विक महामारी (Epidemic) शुरू होने के बाद से संयुक्त राष्ट्र तंत्र में हुई तीन मौत भी शामिल है। प्रवक्ता ने मामलों का देशवार ब्यौरा उपलब्ध नहीं कराया।


सार्वजनिक सूचनाएं एवं विज्ञापन

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


अप्रैल 16, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-249 (साल-01)
2. बृहस्पतिवार, अप्रैल 16, 2020
3. शक-1942, वैशाख, कृष्ण-पक्ष, तिथि-नवमी, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 06:04,सूर्यास्त 06:48।


5. न्‍यूनतम तापमान 21+ डी.सै.,अधिकतम-36+ डी.सै.।


6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
7. स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहींं है।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।


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मंगलवार, 14 अप्रैल 2020

3 मई तक बढ़ाया संपूर्ण 'लॉक डाउन'

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉक डाउन को अगले 19 दिन, 3 मई तक बढ़ाने की घोषणा की। उन्होंने इस दौरान सप्तपदी दी। 7 महत्वपूर्ण बातों पर सबका साथ मांगा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता में से एक जो रोज कमाने खाने वाले हैं, इनके जीवन में आई मुश्किलों को कम करना है। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के माध्यम से सरकार उनकी जरुरतों को पूरा करने का ध्यान रख रही है। इनके हितों को ध्यान में रखा है। इस समय रबी फसल की कटाई का काम भी जारी है। केंद्र सरकार और राज्य सरकार मिलकर प्रयास कर रही हैं कि किसानों को कम से कम दिक्कत हो। देश में दवा से लेकर राशन तक पर्याप्त मात्रा में है। सप्लाई चैन की बाधाएं लगातार दूर की जा रही है। प्रधानमंत्री ने भारत के युवा वैज्ञानिकों से विशेष अनुरोध किया है कि विश्व कल्याण के लिए, मानव कल्याण के लिए कोरोना की वैक्सीन बनाने का बीड़ा उठाएं। 


जानिए विजय प्राप्त करने की सप्तपदी :
प्रधानमंत्री ने कहा कि धैर्य बनाकर रखेंगे, नियमों का पालन करेंगे तो कोरोना जैसी महामारी को भी परास्त कर देंगे। उन्होंने कहा कि सप्तपदी विजय प्राप्त करने का मार्ग हैं। इसमें सबका साथ चाहिए। 
पहली बात : अपने घर के बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें। विशेषकर ऐसे व्यक्ति जिन्हें पुरानी बीमारी हो, उनकी हमें एक्स्ट्रा केयर करनी है। उन्हें कोरोना से बहुत बचा कर रखना है।
दूसरी बात : लॉक डाउन और सोशल डिस्टेंसिंग की लक्ष्मण रेखा का पूरी तरीके से पालन करना है। घर में बने फेस कवर या मास्क का अनिवार्य उपयोग करें।
तीसरी बात : अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए आयुष मंत्रालय के निर्देश का पालन करें। गरम पानी, काढा का निरंतर सेवन करें।
चौथी बात : कोरोना संक्रमण का फैलाव रोकने के लिए आरोग्य सेतु मोबाइल एप जरूर डाउनलोड करें। दूसरों को भी इसे डाउनलोड करने के लिए प्रेरित करें ।
पांचवी बात : जितना हो सके उतने गरीब परिवार की देखरेख करें। उनके भोजन की आवश्यकता पूरी करें।
छठवीं बात : अपने व्यवसाय, अपने उद्योग में, अपने साथ काम कर रहे लोगों के प्रति संवेदना रखें। किसी को नौकरी से ना निकाले।
सातवीं बात : देश के कोरोना वॉरियर्स हमारे डॉक्टर,नर्स, सफाई कर्मी, पुलिसकर्मी ऐसे सभी लोगों का सम्मान करें। आदर पूर्वक उनका गौरव करें।
विजय प्राप्त करने निष्ठापूर्वक पालन करना होगा
प्रधानमंत्री ने कहा कि इन 7 बातों में सबका साथ ये सप्तपदी विजय प्राप्त करने का मार्ग है। विजय प्राप्त करने के लिए निष्ठा पूर्वक करने वाला यह काम है। 3 मई तक लॉक डाउन के नियमों का पालन करें। जहां है वहां रहें, सुरक्षित रहें।


1.9 लाख मौतें, 19.18 लाख संक्रमित

नई दिल्ली। चीन के वुहान से उपजे कोरोना वायरस (Coronavirus) का कहर पूरी दुनिया भर में जारी है। दुनियाभर के 180 से ज्यादा देशों में कोहराम मचा रहे कोरोना वायरस (Coronavirus) के चलते 1,19,588 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, अबतक 19 लाख 18 हजार से ज्यादा लोग इस महामारी से संक्रमित हो चुके हैं। अमेरिका (US) कोरोना प्रभावित देशों की सूची में पहले स्थान पर है। वहां पिछले 24 घंटे में वहां 1,509 लोगों की जान जा चुकी है। वहीँ देश में मृतकों का आंकड़ा 22 हजार के पार पहुंच चुका है। अमेरिका के अलावा इटली, स्पेन, फ्रांस और ब्रिटेन ऐसे देश हैं जहां कोरोना से मौत का आंकड़ा 10,000 के पार पहुंच गया है। वहीं, इटली (Italy) में कोरोना वायरस के कारण होने वाली मौत का आंकड़ा 20 हजार के पार चला गया है। इसके अलावा स्पेन (Spain) में 17,756 और फ्रांस (France) में 14,967 लोगों की मौत हो चुकी है। फ्रांस में लॉकडाउन 11 मई तक बढ़ा दिया गया है।


दुनिया के किस देश में अबतक कितनी मौतें हुईं, यहां जानें


अमेरिका – 23,529


इटली – 20,465


स्पेन – 17,756


फ्रांस – 14,967


ब्रिटेन – 11,329


ईरान – 4,585


बेल्जियम – 3,903


चीन – 3,341


जर्मनी – 3,194


नीदरलैंड – 2,823


ब्राजील – 1,328


तुर्की – 1,296


स्विट्जरलैंड – 1,138


स्वीडन – 919


पुर्तगाल – 543


इंडोनेशिया – 399


ऑस्ट्रिया – 368


आयरलैंड – 365


भारत – 324


किसानों की मेहनत पर 'फिरा पानी'

पानापुर(सारण)। प्रखण्ड क्षेत्र के दर्जनों गांव गंडक नदी के किनारे बसे हैं।जिसमें हजारों परिवार रहते हैं। जिसमें मुख्य रूप से रामपुररूद्र, सारंगपुर, बसहियॉ, रामपुररूद्र 61, सलेमपुर आदि शामिल है। जिनके जीवनयापन के लिए आमदनी का मुख्य श्रोत ज्यादतर फसल की खेती है।जिसमें वे तरबूज, खरबूज, ककरी, लौकी,करेला,खीरा आदि की खेती करते हैं। जिसे इस जिला से लेकर दूसरे जिले के कई बाजारों में भेजकर उसकी बिक्री कर लाखो की कमाई करते हैं।लेकिन कोरोना महामारी के चलते देश व राज्य में लॉकडाउन है।जिसके कारण न बाजार लग रहा है न मण्डी लग रही है। ऐसे में ये लाखों की पूँजी लगाकर बेबस और लाचार दिन-रात इसी चिंता में हैं कि इनके फल और सब्जियाँ बाजारों तक कैसे पहुॅचेंगे।


यदि बाजार तक नहीं पहुँचे तो लाखों की पूँजी लगाकर फसलों को नदी में फेंकने के आलावे कोई विकल्प नहीं रहेगा। तरबूज कृषक राजनाथ सहनी ने कहा कि हम इस खेती में लाखों रूपये लगाकर करीब दो बीघे में फसल लगाए हैं ।हमने सभी रुपये ब्याज पर कर्ज लेकर लागाया है कि फसल तैयार होने पर ब्याज सहित पैसा वापस कर देंगे तथा अपने लिए भी कमाई हो जाएगी।लेकिन यदि फसल नहीं बिका तो हम कर्ज से दब जाऐंगे तथा सालों भर खाने के लिए भी सोचना पड़ेगा।ऐसे में हमारे सामने भुखमरी की स्थिति हो जाएगी।


स्पेनः मरने वालों की संख्या 18,056

मैडिड्र। स्पेन में कोरोना वायरस से 567 लोगों की मौत होने के बाद, इस देश में कोविड-19 से जान गंवाने वालों की संख्या बढ़ कर 18,056 हो गई है। आधिकारिक तौर पर स्पेन में मृतकों का यह आंकड़ा, अमेरिका और इटली के बाद दुनिया में तीसरा सर्वाधिक आंकड़ा है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, देश में नए संक्रमणों की संख्या में 1.8 फीसदी की वृद्धि होने के बाद, कोरोना वायरस से प्रभावित मामले 172,541 हो गए हैं। कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने से रोकने के लिए स्पेन में 14 मार्च से लॉकडाउन लागू है।


वहीं, ईरान ने मंगलवार को कहा कि देश में एक महीने में पहली बार कोरोना वायरस से मृतकों की संख्या 100 से कम रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता किनौश जहांपुर ने बताया कि पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस से 98 लोगों की मौत हुई है जिससे मृतकों की कुल संख्या 4,683 पहुंच गई है। उन्होंने टेलीविजन पर संवाददाता सम्मेलन में कहा, ''दुर्भाग्य से, हमने बीमारी से संक्रमित अपने 98 और लोगों को खो दिया है...लेकिन एक महीने के इंतजार के बाद ऐसा पहली बार है कि मृतकों की संख्या 100 से कम रही है।" इस बीच, संयुक्त राष्ट्र महासभा की आगामी कुछ महीनों में होने वाली बैठकें कोविड-19 वैश्विक महामारी के कारण स्थगित कर दी गई हैं और सदस्य देश सितंबर में उच्च-स्तरीय वार्षिक यूएनजीए सत्र के आयोजन के संबंध में फैसला करने के लिए वार्ता कर रहे हैं। महासभा के 74वें सत्र के अध्यक्ष के कार्यालय ने बताया कि 20 से 27 अप्रैल तक जापान के क्योतो में होने वाली 'अपराध रोकथाम एवं आपराधिक न्याय' पर संयुक्त राष्ट्र की बैठक आगामी नोटिस आने तक स्थगित कर दी गई है। 'परमाणु हथियार मुक्त क्षेत्र एवं मंगोलिया' सम्मेलन, 2020 को 2021 के लिए स्थगित किया गया है। इसे अगले साल कब आयोजित किया जाना है, इसका फैसला महासभा अगले सत्र में करेगी। यह सम्मेलन 24 अप्रैल को होने वाला था। इसके अलावा जून में लिस्बन में होने वाले 'सतत विकास' लक्ष्य 14 के क्रियान्वयन पर सहयोग संबंधी सम्मेलन: सतत विकास के लिए महासागरों, समुद्रों के संसाधनों का संरक्षण एवं उचित उपयोग को भी स्थगित कर दिया गया है।


इटलीः मृतकों का आंकड़ा 20 हजार 465

रोम। इटली में मृतकों का आंकड़ा 20 हजार 465 है। यहां मरनेवालों की तादाद अमेरिका के बाद सबसे ज्यादा है। यानी मृतकों के मामले में अमेरिका पहले नंबर पर जबकि इटली दूसरे नंबर पर स्पेन तीसरे नंबर पर है।


इटली में रविवार को सबसे कम 431 मौतः इटली में रविवार को कोरोना वायरस के कारण तीन सप्ताह में सबसे कम मौत दर्ज की गई। मौत के नए 431 आंकड़े 19 मार्च से सबसे कम थे। मगर अब मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 20 हजार 465 हो गया है। शोधकर्ताओं ने इटली में कोविड-19 के मामलों का अध्ययन कर कुछ नतीजे निकाले हैं। अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन की पत्रिका में इसके बारे में लिखी गई है। साथ ही दूसरे मुल्कों को भी सलाह दी है। शोध में बताया गया है कि आबादी की आयु सबसे बड़ा कारण है। इटली में आयु भी चपेट में आने का अहम कारणः इटली में यूरोप के सबसे ज्यादा बुजुर्गों की संख्या है। यहां कोरोना वायरस से मरनेवालों की आयु 80 साल रही है।जबकि 67 साल की औसत आयु वाले मरीजों को सख्त मेडिकल सहायता की जरूरत पड़ी है। पहले से ही दिल संबंधी बीमारी से ग्रसित मृतकों में कोरोना वायरस के आसान शिकार साबित हुए। हालांकि अस्पताल और ICU में भर्ती होनेवालों के आंकड़ों में मामूली गिरावट देखी गई। शोधकर्ताओं ने दूसरे मुल्कों को ICU तैयार करने पर जोर देने की सलाह दी है।


वायरस विनाश के लिए फिर लॉक डाउन

अतुल त्यागी मंडल प्रभारी, मुकेश सैनी जिला प्रभारी


हापुड़। कोरोना वायरस संक्रमण को प्रदेश में रोकने के लिए लगाए गए लॉक डाउन के दौरान जिला प्रशासन पुलिस प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग जहां पुलिस इस संक्रमण महामारी से बचाने के लिए संघर्षरत दिखाई दे रहा है तो वही जनता भी घरों में रहकर सहयोग करती नजर आ रही है। इसी कड़ी में पुलिस प्रशासन की कड़ी मेहनत एवं जनता की सुरक्षा के लिए लगाव को देखते हुए कोरेना संक्रमण जैसी छुआछूत को बचाने के उद्देश्य से सोमती नर्सिंग होम द्वारा अपनी गाड़ियां लगाकर चौराहे एवं रास्तों पर ड्यूटी कर रहे पुलिसकर्मियों को ग्लब्स  एवं सैनिटाइज वितरित करते हुए ग्लब्स एवं सैनिटाइज से इसका प्रयोग करने की सलाह दी गई इस अवसर पर हमारे संवाददाता दीपक कश्यप से बात करते हुए सोमती नर्सिंग होम की टीम ने लोगों से आव्हान किया कि वह अधिक से अधिक घरों में रहते हुए लॉक डाउन का पालन कर कोराना को देश से भगाने में सरकार का समर्थन कर सहयोग करें तथा अपने को सुरक्षित रखते हुए खुद एवं अपने परिवार सहयोगी जनपद प्रदेश एवं देश को सुरक्षित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करें।


हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया

हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कांग्रेस पर अपना हमला तेज ...