बुधवार, 15 अप्रैल 2020

लॉक डाउन तोड़ने पर कड़ा प्रावधान

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री मोदी की लॉकडाउन के दूसरे चरण की घोषणा के ठीक 24 घंटे बाद केंद्र सरकार ने बुधवार को लॉकडाउन की नई गाइडलाइन जारी कर दी है। इसमें 3 मई तक 19 दिन बढ़ाए गए लॉकडाउन को तोड़ने पर सख्त कार्रवाई के निर्देश हैं। इनमें आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के अनुसार दंड और जुर्माने का प्रावधान किया गया है। इसमें स्पष्ट किया गया है कि सार्वजनिक स्थानों और काम करने की जगह पर मास्क पहनना अनिवार्य होगा।


पब्लिक प्लेस पर थूकने पर सजा और जुर्माना देना होगा। गाइडलाइन में कानून तोड़ने वालों और अन्य लोगों के लिए जान-माल का खतरा पैदा करने की स्थिति में आपदा प्रबंधन अधिनियम की धारा 9 धाराओं के अनुसार एक्शन होगा। सरकारी कर्मचारियों पर आदेश न मानने की स्थिति में आईपीसी की धारा 188 के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।


आपदा प्रबंधन कानून के तहत लगने वाला दंड और जुर्माना


धारा 51 के तहत : कर्मचारियों के काम में बाधा डालने आदि के लिए


यदि कोई व्यक्ति किसी सरकारी कर्मचारी को उनके कर्तव्यों को पूरा करने से रोकता या बाधा डालता है, या केंद्र/राज्य सरकारों या सक्षम एजेंसी द्वारा जारी किए गए निर्देशों का पालन करने से इनकार करता है तो उसे इस धारा के तहत सजा दी जा जाएगी।


उदाहरण के लिए, इस धारा के तहत, दिशानिर्देशों का कोई भी उल्लंघन, जिसमें पूजास्थल पर जाना, सामाजिक कार्यक्रम का आयोजन करना आदि शामिल हैं, सभी को इस धारा के तहत अपराध माना जाएगा। इस धारा के तहत, 1 साल तक की कैद और जुर्माना लगाया जा सकता है। हालांकि, यदि दोषी व्यक्ति के किसी काम से जानमाल का नुकसान होता है, तो 2 साल तक की कैद और जुर्माना हो सकता है।


धारा 53 के तहत : धन/सामग्री का दुरुपयोग करने आदि के लिए


यदि कोई व्यक्ति राहत कार्यों/प्रयासों के लिए किसी भी पैसे या सामग्री का दुरुपयोग, अपने स्वयं के उपयोग के लिए करता है, या उन्हें ब्लैक में बेचता है तो वह इस धारा के अंतर्गत दोषी ठहराया जा सकता है। इस धारा के तहत 2 साल तक की सजा एवं जुर्माना हो सकता है।


धारा 54 के तहत: झूठी चेतावनी के लिए


यदि कोई व्यक्ति एक झूठा अलार्म या आपदा के बारे में चेतावनी देता है, या इसकी गंभीरता के बारे में झूठी चेतावनी देता है, जिससे घबराहट फैलती है तो इसके तहत एक वर्ष तक की सजा या जुर्माना हो सकता है।


धारा 55 के तहत: सरकारी विभागों के अपराध के लिए


इसके तहत यदि कोई अपराध सरकार के किसी विभाग द्वारा किया गया है तो वहां का विभाग प्रमुख दोषी माना जाएगा और जब तक कि वह यह साबित नहीं कर देता कि अपराध उसकी जानकारी के बिना किया गया था, अपने विरुद्ध कार्रवाई किए जाने और दंड का भागी होगा।


धारा 56 के तहत: अधिकारी के कर्त्तव्य पालन न करने पर


यदि कोई सरकारी अधिकारी, जिसे लॉकडाउन से संबंधित कुछ कर्तव्यों को करने का निर्देश दिया गया है, और वह उन्हें करने से मना कर देता है, या बिना अनुमति के अपने कर्तव्यों को पूरा करने से पीछे हट जाता है तो वह इस धारा के अंतर्गत दोषी ठहराया जा सकता है। इस धारा के तहत 1 साल तक की सजा या जुर्माना हो सकता है।


धारा 57 के तहत: अपेक्षित आदेश का उल्लंघन होने पर


यदि कोई व्यक्ति इस तरह के अपेक्षित आदेश (धारा 65 के अधीन) का पालन करने में विफल रहता है, तो वह इस धारा के अंतर्गत दोषी ठहराया जा सकता है। इस धारा के तहत 1 साल तक की सजा और जुर्माना अथवा दोनों हो सकता है।


अधिनियम की अन्य धाराएं (धारा 58, 59 और 60)


इस अधिनियम की धारा 58, कंपनियों के अपराध से सम्बंधित है। इसके अलावा, धारा 59 अभियोजन के लिए पूर्व मंजूरी (धारा 55 और धारा 56 के मामलों में) से सम्बंधित है, वहीं धारा 60 न्यायालयों द्वारा अपराधों के संज्ञान से सम्बंधित है।


सरकारी कर्मचारियों पर धारा 188 के अनुसार एक्शन


इस संबंध में किसी सरकारी कर्मचारी द्वारा दिए निर्देशों का उल्लंघन करने पर ये धारा लगाई जा सकती है। यहां तक कि किसी के ऊपर ये धारा लगाने व कानूनी कार्रवाई करने के लिए ये भी जरूरी नहीं कि उसके द्वारा नियम तोड़े जाने से किसी का नुकसान हुआ हो या नुकसान हो सकता हो।


सजा और जुर्मान के दो प्रावधान हैं


पहला – सरकार या किसी अधिकारी द्वारा दिए गए आदेशों का उल्लंघन करते हैं, या आपसे कानून व्यवस्था में लगे व्यक्ति को नुकसान पहुंचता है, तो कम से कम एक महीने की जेल या 200 रुपए जुर्माना या दोनों।


दूसरा – आपके द्वारा सरकार के आदेश का उल्लंघन किए जाने से मानव जीवन, स्वास्थ्य या सुरक्षा, आदि को खतरा होता है, तो कम से कम 6 महीने की जेल या 1000 रुपए जुर्माना या दोनों। दोनों ही स्थिति में जमानत मिल सकती है।


नाबालिक प्रेमी युगल ने की आत्महत्या

महासमुंद। छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले से एक दुखद खबर प्रकाश में आयी है। यहां नाबालिग प्रेमी जोड़े ने गांव के जंगल पेड़ पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
प्राप्त जानकारी के अनुसार दोनों एक ही गांव के रहने वाले थे, और मंगलवार दोपहर घर से खाना खाकर निकले थे। पुलिस सूत्रों ने बताया कि घटना बसना थाना अंतर्गत भंवरपुर चौकी क्षेत्र की है। घटना के पूरे इलाके के शोक का माहौल है। आज सुबह परिजनों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची, और मर्ग कायम कर मामले की तफ्तीश में जुटी है।


संक्रमितो का आंकड़ा 6 लाख के पार

अमेरिका। कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या का आंकड़ा छह लाख के पार चला गया है, जबकि महामारी के चलते अब तक 25 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के सेंटर फॉर सिस्टम साइंस एंड इंजीनियरिंग (सीएएसई) ने इस बात की जानकारी दी।


समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने सेंटर फॉर सिस्टम साइंस एंड इंजीनियरिंग की ओर से जारी किए नवीनतम आंकड़ों के हवाले से कहा, ‘देश में स्थानीय समयानुसार मंगलवार शाम 6.5० बजे (225०जीएमटी) तक कोविड-19 से संक्रमित लोगों की कुल संख्या 6,02,989 रही, जबकि महामारी के चलते 25,575 लोगों की मौत हो चुकी है।’आंकड़ों के अनुसार, कोरोनावायरस संक्रमण से अमेरिका के सबसे प्रभावित राज्य न्यूयॉर्क स्टेट में कुल 10,834 मौतों सहित अकेले 2,02,630 मामले सामने आए हैं। इसके बाद न्यूजर्सी 68,824 मामलों सहित कुल 2,805 मौतों के साथ दूसरे स्थान पर है।


वहीं, मैसाचुसेट्स, मिशिगन, पेंसिल्वेनिया, कैलिफोर्निया, इलिनोइस और लुइसियाना संक्रमण के 20 हजार से अधिक मामलों वाले अन्य राज्यों में शामिल हैं।


'संयुक्त राष्ट्र तंत्र' से जुड़े 180 संक्रमित

संयुक्त राष्ट्र। विश्व भर में संयुक्त राष्ट्र तंत्र से जुड़े 180 से अधिक लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। वहीं तीन लोगों की मौत हो चुकी है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस के प्रवक्ता ने जानकारी दी। दुनिया भर में कोरोना के 19.2 लाख मामले हैं और 1,19,687 लोगों की मौत हुई है। दुनिया में संक्रमितों की सबसे अधिक 5,82,607 संख्या अमेरिका में है। वहां करीब 23,000 लोगों की कोविड-19 से मौत हुई है।
बेटे के एक फोन पर 82 साल की बुजुर्ग मां तक पहुंची मदद 
महासचिव के उपप्रवक्ता फरहान हक ने कहा, रविवार शाम तक, दुनिया भर में संयुक्त राष्ट्र के 189 कर्मियों में संक्रमण की पुष्टि हुई है और इसमें वैश्विक महामारी (Epidemic) शुरू होने के बाद से संयुक्त राष्ट्र तंत्र में हुई तीन मौत भी शामिल है। प्रवक्ता ने मामलों का देशवार ब्यौरा उपलब्ध नहीं कराया।


सार्वजनिक सूचनाएं एवं विज्ञापन

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


अप्रैल 16, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-249 (साल-01)
2. बृहस्पतिवार, अप्रैल 16, 2020
3. शक-1942, वैशाख, कृष्ण-पक्ष, तिथि-नवमी, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 06:04,सूर्यास्त 06:48।


5. न्‍यूनतम तापमान 21+ डी.सै.,अधिकतम-36+ डी.सै.।


6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
7. स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहींं है।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।


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मंगलवार, 14 अप्रैल 2020

3 मई तक बढ़ाया संपूर्ण 'लॉक डाउन'

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉक डाउन को अगले 19 दिन, 3 मई तक बढ़ाने की घोषणा की। उन्होंने इस दौरान सप्तपदी दी। 7 महत्वपूर्ण बातों पर सबका साथ मांगा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता में से एक जो रोज कमाने खाने वाले हैं, इनके जीवन में आई मुश्किलों को कम करना है। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के माध्यम से सरकार उनकी जरुरतों को पूरा करने का ध्यान रख रही है। इनके हितों को ध्यान में रखा है। इस समय रबी फसल की कटाई का काम भी जारी है। केंद्र सरकार और राज्य सरकार मिलकर प्रयास कर रही हैं कि किसानों को कम से कम दिक्कत हो। देश में दवा से लेकर राशन तक पर्याप्त मात्रा में है। सप्लाई चैन की बाधाएं लगातार दूर की जा रही है। प्रधानमंत्री ने भारत के युवा वैज्ञानिकों से विशेष अनुरोध किया है कि विश्व कल्याण के लिए, मानव कल्याण के लिए कोरोना की वैक्सीन बनाने का बीड़ा उठाएं। 


जानिए विजय प्राप्त करने की सप्तपदी :
प्रधानमंत्री ने कहा कि धैर्य बनाकर रखेंगे, नियमों का पालन करेंगे तो कोरोना जैसी महामारी को भी परास्त कर देंगे। उन्होंने कहा कि सप्तपदी विजय प्राप्त करने का मार्ग हैं। इसमें सबका साथ चाहिए। 
पहली बात : अपने घर के बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें। विशेषकर ऐसे व्यक्ति जिन्हें पुरानी बीमारी हो, उनकी हमें एक्स्ट्रा केयर करनी है। उन्हें कोरोना से बहुत बचा कर रखना है।
दूसरी बात : लॉक डाउन और सोशल डिस्टेंसिंग की लक्ष्मण रेखा का पूरी तरीके से पालन करना है। घर में बने फेस कवर या मास्क का अनिवार्य उपयोग करें।
तीसरी बात : अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए आयुष मंत्रालय के निर्देश का पालन करें। गरम पानी, काढा का निरंतर सेवन करें।
चौथी बात : कोरोना संक्रमण का फैलाव रोकने के लिए आरोग्य सेतु मोबाइल एप जरूर डाउनलोड करें। दूसरों को भी इसे डाउनलोड करने के लिए प्रेरित करें ।
पांचवी बात : जितना हो सके उतने गरीब परिवार की देखरेख करें। उनके भोजन की आवश्यकता पूरी करें।
छठवीं बात : अपने व्यवसाय, अपने उद्योग में, अपने साथ काम कर रहे लोगों के प्रति संवेदना रखें। किसी को नौकरी से ना निकाले।
सातवीं बात : देश के कोरोना वॉरियर्स हमारे डॉक्टर,नर्स, सफाई कर्मी, पुलिसकर्मी ऐसे सभी लोगों का सम्मान करें। आदर पूर्वक उनका गौरव करें।
विजय प्राप्त करने निष्ठापूर्वक पालन करना होगा
प्रधानमंत्री ने कहा कि इन 7 बातों में सबका साथ ये सप्तपदी विजय प्राप्त करने का मार्ग है। विजय प्राप्त करने के लिए निष्ठा पूर्वक करने वाला यह काम है। 3 मई तक लॉक डाउन के नियमों का पालन करें। जहां है वहां रहें, सुरक्षित रहें।


1.9 लाख मौतें, 19.18 लाख संक्रमित

नई दिल्ली। चीन के वुहान से उपजे कोरोना वायरस (Coronavirus) का कहर पूरी दुनिया भर में जारी है। दुनियाभर के 180 से ज्यादा देशों में कोहराम मचा रहे कोरोना वायरस (Coronavirus) के चलते 1,19,588 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, अबतक 19 लाख 18 हजार से ज्यादा लोग इस महामारी से संक्रमित हो चुके हैं। अमेरिका (US) कोरोना प्रभावित देशों की सूची में पहले स्थान पर है। वहां पिछले 24 घंटे में वहां 1,509 लोगों की जान जा चुकी है। वहीँ देश में मृतकों का आंकड़ा 22 हजार के पार पहुंच चुका है। अमेरिका के अलावा इटली, स्पेन, फ्रांस और ब्रिटेन ऐसे देश हैं जहां कोरोना से मौत का आंकड़ा 10,000 के पार पहुंच गया है। वहीं, इटली (Italy) में कोरोना वायरस के कारण होने वाली मौत का आंकड़ा 20 हजार के पार चला गया है। इसके अलावा स्पेन (Spain) में 17,756 और फ्रांस (France) में 14,967 लोगों की मौत हो चुकी है। फ्रांस में लॉकडाउन 11 मई तक बढ़ा दिया गया है।


दुनिया के किस देश में अबतक कितनी मौतें हुईं, यहां जानें


अमेरिका – 23,529


इटली – 20,465


स्पेन – 17,756


फ्रांस – 14,967


ब्रिटेन – 11,329


ईरान – 4,585


बेल्जियम – 3,903


चीन – 3,341


जर्मनी – 3,194


नीदरलैंड – 2,823


ब्राजील – 1,328


तुर्की – 1,296


स्विट्जरलैंड – 1,138


स्वीडन – 919


पुर्तगाल – 543


इंडोनेशिया – 399


ऑस्ट्रिया – 368


आयरलैंड – 365


भारत – 324


किसानों की मेहनत पर 'फिरा पानी'

पानापुर(सारण)। प्रखण्ड क्षेत्र के दर्जनों गांव गंडक नदी के किनारे बसे हैं।जिसमें हजारों परिवार रहते हैं। जिसमें मुख्य रूप से रामपुररूद्र, सारंगपुर, बसहियॉ, रामपुररूद्र 61, सलेमपुर आदि शामिल है। जिनके जीवनयापन के लिए आमदनी का मुख्य श्रोत ज्यादतर फसल की खेती है।जिसमें वे तरबूज, खरबूज, ककरी, लौकी,करेला,खीरा आदि की खेती करते हैं। जिसे इस जिला से लेकर दूसरे जिले के कई बाजारों में भेजकर उसकी बिक्री कर लाखो की कमाई करते हैं।लेकिन कोरोना महामारी के चलते देश व राज्य में लॉकडाउन है।जिसके कारण न बाजार लग रहा है न मण्डी लग रही है। ऐसे में ये लाखों की पूँजी लगाकर बेबस और लाचार दिन-रात इसी चिंता में हैं कि इनके फल और सब्जियाँ बाजारों तक कैसे पहुॅचेंगे।


यदि बाजार तक नहीं पहुँचे तो लाखों की पूँजी लगाकर फसलों को नदी में फेंकने के आलावे कोई विकल्प नहीं रहेगा। तरबूज कृषक राजनाथ सहनी ने कहा कि हम इस खेती में लाखों रूपये लगाकर करीब दो बीघे में फसल लगाए हैं ।हमने सभी रुपये ब्याज पर कर्ज लेकर लागाया है कि फसल तैयार होने पर ब्याज सहित पैसा वापस कर देंगे तथा अपने लिए भी कमाई हो जाएगी।लेकिन यदि फसल नहीं बिका तो हम कर्ज से दब जाऐंगे तथा सालों भर खाने के लिए भी सोचना पड़ेगा।ऐसे में हमारे सामने भुखमरी की स्थिति हो जाएगी।


स्पेनः मरने वालों की संख्या 18,056

मैडिड्र। स्पेन में कोरोना वायरस से 567 लोगों की मौत होने के बाद, इस देश में कोविड-19 से जान गंवाने वालों की संख्या बढ़ कर 18,056 हो गई है। आधिकारिक तौर पर स्पेन में मृतकों का यह आंकड़ा, अमेरिका और इटली के बाद दुनिया में तीसरा सर्वाधिक आंकड़ा है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, देश में नए संक्रमणों की संख्या में 1.8 फीसदी की वृद्धि होने के बाद, कोरोना वायरस से प्रभावित मामले 172,541 हो गए हैं। कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने से रोकने के लिए स्पेन में 14 मार्च से लॉकडाउन लागू है।


वहीं, ईरान ने मंगलवार को कहा कि देश में एक महीने में पहली बार कोरोना वायरस से मृतकों की संख्या 100 से कम रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता किनौश जहांपुर ने बताया कि पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस से 98 लोगों की मौत हुई है जिससे मृतकों की कुल संख्या 4,683 पहुंच गई है। उन्होंने टेलीविजन पर संवाददाता सम्मेलन में कहा, ''दुर्भाग्य से, हमने बीमारी से संक्रमित अपने 98 और लोगों को खो दिया है...लेकिन एक महीने के इंतजार के बाद ऐसा पहली बार है कि मृतकों की संख्या 100 से कम रही है।" इस बीच, संयुक्त राष्ट्र महासभा की आगामी कुछ महीनों में होने वाली बैठकें कोविड-19 वैश्विक महामारी के कारण स्थगित कर दी गई हैं और सदस्य देश सितंबर में उच्च-स्तरीय वार्षिक यूएनजीए सत्र के आयोजन के संबंध में फैसला करने के लिए वार्ता कर रहे हैं। महासभा के 74वें सत्र के अध्यक्ष के कार्यालय ने बताया कि 20 से 27 अप्रैल तक जापान के क्योतो में होने वाली 'अपराध रोकथाम एवं आपराधिक न्याय' पर संयुक्त राष्ट्र की बैठक आगामी नोटिस आने तक स्थगित कर दी गई है। 'परमाणु हथियार मुक्त क्षेत्र एवं मंगोलिया' सम्मेलन, 2020 को 2021 के लिए स्थगित किया गया है। इसे अगले साल कब आयोजित किया जाना है, इसका फैसला महासभा अगले सत्र में करेगी। यह सम्मेलन 24 अप्रैल को होने वाला था। इसके अलावा जून में लिस्बन में होने वाले 'सतत विकास' लक्ष्य 14 के क्रियान्वयन पर सहयोग संबंधी सम्मेलन: सतत विकास के लिए महासागरों, समुद्रों के संसाधनों का संरक्षण एवं उचित उपयोग को भी स्थगित कर दिया गया है।


इटलीः मृतकों का आंकड़ा 20 हजार 465

रोम। इटली में मृतकों का आंकड़ा 20 हजार 465 है। यहां मरनेवालों की तादाद अमेरिका के बाद सबसे ज्यादा है। यानी मृतकों के मामले में अमेरिका पहले नंबर पर जबकि इटली दूसरे नंबर पर स्पेन तीसरे नंबर पर है।


इटली में रविवार को सबसे कम 431 मौतः इटली में रविवार को कोरोना वायरस के कारण तीन सप्ताह में सबसे कम मौत दर्ज की गई। मौत के नए 431 आंकड़े 19 मार्च से सबसे कम थे। मगर अब मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 20 हजार 465 हो गया है। शोधकर्ताओं ने इटली में कोविड-19 के मामलों का अध्ययन कर कुछ नतीजे निकाले हैं। अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन की पत्रिका में इसके बारे में लिखी गई है। साथ ही दूसरे मुल्कों को भी सलाह दी है। शोध में बताया गया है कि आबादी की आयु सबसे बड़ा कारण है। इटली में आयु भी चपेट में आने का अहम कारणः इटली में यूरोप के सबसे ज्यादा बुजुर्गों की संख्या है। यहां कोरोना वायरस से मरनेवालों की आयु 80 साल रही है।जबकि 67 साल की औसत आयु वाले मरीजों को सख्त मेडिकल सहायता की जरूरत पड़ी है। पहले से ही दिल संबंधी बीमारी से ग्रसित मृतकों में कोरोना वायरस के आसान शिकार साबित हुए। हालांकि अस्पताल और ICU में भर्ती होनेवालों के आंकड़ों में मामूली गिरावट देखी गई। शोधकर्ताओं ने दूसरे मुल्कों को ICU तैयार करने पर जोर देने की सलाह दी है।


वायरस विनाश के लिए फिर लॉक डाउन

अतुल त्यागी मंडल प्रभारी, मुकेश सैनी जिला प्रभारी


हापुड़। कोरोना वायरस संक्रमण को प्रदेश में रोकने के लिए लगाए गए लॉक डाउन के दौरान जिला प्रशासन पुलिस प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग जहां पुलिस इस संक्रमण महामारी से बचाने के लिए संघर्षरत दिखाई दे रहा है तो वही जनता भी घरों में रहकर सहयोग करती नजर आ रही है। इसी कड़ी में पुलिस प्रशासन की कड़ी मेहनत एवं जनता की सुरक्षा के लिए लगाव को देखते हुए कोरेना संक्रमण जैसी छुआछूत को बचाने के उद्देश्य से सोमती नर्सिंग होम द्वारा अपनी गाड़ियां लगाकर चौराहे एवं रास्तों पर ड्यूटी कर रहे पुलिसकर्मियों को ग्लब्स  एवं सैनिटाइज वितरित करते हुए ग्लब्स एवं सैनिटाइज से इसका प्रयोग करने की सलाह दी गई इस अवसर पर हमारे संवाददाता दीपक कश्यप से बात करते हुए सोमती नर्सिंग होम की टीम ने लोगों से आव्हान किया कि वह अधिक से अधिक घरों में रहते हुए लॉक डाउन का पालन कर कोराना को देश से भगाने में सरकार का समर्थन कर सहयोग करें तथा अपने को सुरक्षित रखते हुए खुद एवं अपने परिवार सहयोगी जनपद प्रदेश एवं देश को सुरक्षित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करें।


भूखे गरीब- मजदूरो को खिलाया खाना

अतुल त्यागी मंडल प्रभारी, मुकेश सैनी जिला प्रभारी


उपजिलाधिकारी हापुड़ सदर द्वारा खाना पहुँचाया गया स्वयं दो दिनों से भूखे थे गरीब मजदूर 


हापुड़। खाने के लिए मोहताज बिहार के रहने वाले 14 से 15 मजदूर जो पिछले 2  दिनों  से  लगातार भूख से  परेशान थे यह सभी लोग बिहार के रहने वाले है और ततारपुर गांव के पास रह रहे है जानकारी के अनुसार हापुड में बन रहे बाईपास पर गुजरात के रहने वाले ठेकेदार के पास यह सभी मजदूर कार्य कर रहे है जो की ठेकेदार बाईपास बनाने का कार्य करवा रहा था  लाँकडाउन होने के कुछ दिन बाद ही ठेकेदार इन गरीब मजदूरों को बिना बताये अपने शहर गुजरात भाग गया कुछ दिनों तक तो इन गरीब मजदूरों ने अपने परिवार के साथ खाना खाया लेकिन कुछ दिनों में ही   इनके पास जब खाने के लिए पैसे और राशन नहीं रहा तो यह लोग थाना हापुड़ देहात पुलिस के पास पहुंचे जहां पर इनको आश्वासन दिया गया कि यह लोग 112 पर कॉल करें इनके पास तक खाना पहुंच जाएगा  लेकिन दो दिन तक खाना नहीं पहुंचने पर यह मजदूर सदर विधायक  विजयपाल आढती के पास पहुंचे  यहां भी उनको सिर्फ आश्वासन ही मिला  कि आप लोग कल आना  कल आपके लिए खाने की व्यवस्था कर दी जाएगी बेचारे गरीब मजदूर भूखे प्यासे विधायक निवास से चल पडे   लेकिन   हमारे जिला प्रभारी मुकेश सैनी ने इनको जाते हुए देख लिया  तत्काल हापुड सदर उपजिलाधिकारी सत्यप्रकाश शर्मा को  मामले से अवगत कराया गया  मामला उनके संज्ञान में आते ही तत्काल उन्होंने कार्रवाई करते  हुए  मजदूरों तक खाने की व्यवस्था खुद कराई गयी वह उन्हें स्वयं भोजन देकर आये  तथा कहा कि आप लोग जहां रह रहे हैं वही रहें खाने की व्यवस्था आपकी होती रहेगी जिस पर मजदूरों ने सदर उपजिलाधिकारी का  आभार व्यक्त किया  और धन्यवाद दिया  उप जिलाधिकारी ने  मजदूरों को  समझाते हुए कहा कि  सामाजिक दूरी का  पालन करें  और  साफ सफाई रखें और साफ सफाई का बिशेष ध्यान रखें।


बड़कन्ने ! बाहर ना जायो !...

घर में सायउ, घर में खायउ


बड़कन्ने!  बाहर  ना  जायो!


अपने  अम्मा  बप्पा  देखो, घर  का चप्पा चप्पा  देखो।


छपरा   देखो छानी  देखो चुवति कहाँ पानी  देखौ।


भारी  देखो  हल्का  देखो, घर के खटिया पलका देखौ।


घारी  देख बग्गर देखो, बाहर देखौ  भीतर   देखो।


घर के  भीतर  रोयो  गायो, बड़कन्ने  बाहर  ना  जायो!


सरिगा सारा लहसुन देखो, गोंहुन माँ परिगे घुन  देेखो।


चाभी देखो  ताला  देखो, घर के भीतर जाला  देखो।


पगही देखो पगहा  देखो, द्वारे  पर  के  हरहा देखो।


चैला देखौ चिफुरी देखो, धनिया चरिगै बकरी देखो।


अपनै  घरु है  ना   सरमायो, बड़कन्ने    बाहर  ना   जायो।


बच्चा   देखो  बीवी   देखो, जतना  चाहौ टीवी देखौ।


भाभी  जी  हैं घर पर  देखो, अब राति दौसु पिच्चर देखो।


रामायण  घरी   घरी   देखो, सब टीवी  डिस्कवरी  देखो।


देखो या कम देखो, हाँ  मगर   सूर्यवंशम  देखो।


टीवी   से   बाहर ना  आयो, बड़कन्ने   बाहर   ना  जायो।


जी  बाहर  गे  उनका  देखो, चिरकुआ गवा धुनका देखो।


मँगरुआ  गवा  मारा   देखो, ननकू  का  पिछवारा  देखो


सब  के  सब सत्तारी  देखो, यिकी  बीमारी  देखो।


दुनिया दुनियादारी देखो, सरकारी तैयारी  देखो।


खरफू है मुलु  ना घबरायो, बड़कन्ने बाहर ना जायो।


मानव कल्याण संस्था की उत्कृष्ट सेवा

आदिल


गाजियाबाद। लोनी नगर पालिका स्थित राजीव गार्डन 100 फुटा रोड पर राजमल पहलवान मार्केट में लोक डाउन के चलते 1 मजदूर रोज कमाने और खाने वाला व्यक्ति भूख से तड़पता हुआ काफी समय से बीमारी हालत में वहां पड़ा था। पैसे ना होने की वजह से दवाई नहीं ली गई, जिससे उनकी हालत और गंभीर हो गई। एक व्यक्ति ने फोन कर मुझे बताया एक बार तो मुझे भी डर था कि वह व्यक्ति कोरोना संक्रमित ना हो, फिर भी इंसानियत के नाते हमारी मदद करना जिम्मेदारी बनती थी। हाथ में गलाउज पहना कर मास्क लगाकर लोगों की मदद से अपनी पर्सनल गाड़ी मेेंं ले जाकर प्राइवेट नर्सिंग होम में उन्हें भर्ती कराया। वहां डॉक्टरों  ने उनको चेकअप करते हुए बताया कोरोना संक्रमित नहीं है। काफी दिन से बीमार होने के कारण और शरीर में खाना ना पहुंचने के कारण ऐसी उनकी हालत हो गई है। दवाई दी जा रही है जल्दी ठीक होकर अपने घर और परिवार में पहुंच जाएंगे स्थानीय लोगों ने मानव कल्याण चैरिटेबल फाउंडेशन राष्ट्रीय अध्यक्ष धर्मेंद्र त्यागी की प्रशंसा करते हुए कहा आप जैसे देवदूत किसी न किसी रूप में भगवान भेज देता है। किसी ना किसी की मदद करने के लिए
प्रधानमंत्री मोदी जी ने अपने संबोधन में कहा था आपके आसपास बुजुर्ग मजदूर अच्छे से ख्याल रखना है और उनकी मदद करना है यही सबसे बड़ी देश सेवा है।


अंबेडकर जयंती पर किया राशन वितरण

सुनील पुरी


फतेहपुर। बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जयंती समारोह घर आई खेड़ा में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। मुख्य अतिथि के रूप में बिंदकी विधानसभा के प्रत्याशी पूर्व सपा जिलाध्यक्ष दयालु गुप्ता उपस्थित रहे। संबोधन में ग्राम वासियों से बाबा साहब के सपनों को साकार करने हेतु कार्य करने का आह्वान किया। बताया कि सपा सरकार में सर्वप्रथम बीपीएल कार्ड वालों को समाजवादी पेंशन की योजना चलाई गई थी। समाजवादी एंबुलेंस 108 जैसी योजनाओं में भी माननीय अखिलेश यादव जी ने किसी जाति विशेष का फायदा करने की कोशिश नहीं की। समाजवादी सरकार में बिजली का बिल बहुत काम आता था। राशन कार्ड आसानी से बने हुए थे और हर कमजोर गरीब के लिए आरक्षण की योजना नियमानुसार लागू होती थी। क्योंकि अखिलेश जी की सोच हर कमजोर को मजबूत करने की थी। इस अवसर पर गांव के 20 गरीब लोगों को राशन वितरण भी किया गया ग्राम वासियों ने ताली बजाकर स्वागत करते हुए कहा की बाबा साहब की जयंती पर हम सब शिक्षित होने का प्रयास करेंगे। कोरोना जैसी बीमारी पर अपने संबोधन में पूर्व जिला अध्यक्ष दयाल गुप्ता ने सोशल सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने का आह्वान किया। पूरी मीटिंग के दौरान सोशल जितेन सिंह का विशेष ध्यान रखा गया। शमशेर सिंह यादव, सुरेंद्र सिंह यादव, मनीष रैदास, प्रिंस रैदास, गंगासागर, लाखन सिंह यादव, अखिलेश अंबेडकर, डॉक्टर फूलचंद, प्रिंस गौतम सहित बहुत से लोग रहे।


बेवजह घूमने वालों को लगी फटकार

बिना मास्क के बेवजह घर से निकलने वालों को मिली फटकार


कोरोनावायरस से बचाव के लिए लगातार किया जा रहा है सैनिटाइज
नगर पालिका द्वारा घरों में रहने की दी जा रही हिदायत


सुनील पुरी
बिंदकी फतेहपुर। कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए लगातार 20 वें दिन भी लॉक डाउन चलता रहा। सुबह से ही पुलिस और प्रशासन दौड़ता रहा बेवजह घरों से बिना मास्क निकले लोगों को फटकार लगाई गई।             


कोरोनावायरस संक्रमण से बचाव के लिए सरकार के निर्देशानुसार 21 दिनों के लाख डाउन के 20 वे दिन भी लॉक डाउन को सफल बनाने के लिए पुलिस व प्रशासन सक्रिय नजर आया। सुबह से ही उपजिलाधिकारी प्रहलाद सिंह एवं तहसीलदार गणेश सिंह यादव नगर क्षेत्र में भ्रमण करते नजर आए जो लोग भी बिना मास के के बेवजह घर से निकलते मिले। उन्हें अधिकारियों ने फटकार लगाई। पुलिस ने उन्हें वापस करने का काम किया सुबह 10:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक छूट मिलने के कारण जरूरतमंद लोग घरों से निकले हालांकि धूप अधिक होने के कारण लोगों की आवाजाही कम दिखी बाजारों में भी भीड़ कम देखी। शाम 4:00 बजे के बाद पुलिस प्रशासन फिर सक्रिय हो गया। जिसके चलते अधिकांश लोग अपने घरों के अंदर चले गए वहीं नगर पालिका परिषद की गाड़ी द्वारा बराबर अनाउंस किया जाता रहा कि पुराना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए घरों से ना निकले यदि निकले तो मास्क लगाए रहे शोषण डिस्टेंस बनाए रखें।


प्रतिपक्ष ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा

नेता प्रतिपक्ष ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा 
लखनऊ। कोरोनावायरस के बढ़ते हुए प्रकोप को देखते हुए प्रधानमंत्री के द्वारा 3 मई तक लोक डाउन सुनिश्चित करने की घोषणा कर दी गई है। बल्कि लॉक डाउन को पहले से सख्त करने का भी निर्देश दिया है। जिससे महामारी पर नियंत्रण पाया जा सके। लंबे खींचते लॉक डाउन को देखते हुए नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने पत्रकारों के हित को ध्यान में रखते हुए। प्रत्येक पत्रकार का ₹5000000 का बीमा कराने की मांग की है। कोरोना के खिलाफ जंग में पत्रकारों के अहम योगदान को ध्यान में रखते हुए सरकार को पत्रकारों के हित में इस प्रकार के कदम उठाने की गुहार लगाई है। इस संदर्भ में यह भी स्पष्ट किया गया है कि पत्रकार मान्यता प्राप्त है अथवा नहीं। नगरीय क्षेत्र में है अथवा ग्रामीण क्षेत्र में। प्रत्येक पत्रकार को 50 लाख का बीमा कवर प्रदान किया जाना चाहिए।


कोटाः थूक भर घरों में फेंकी पॉलिथीन

कोटा में सनसनीखेज घटना, महिलाओं ने थूक भरकर घरों में फेंकी पॉलीथीन


कविता गर्ग


कोटा। कोरोना वायरस के मामले देश में लगातार बढ़ते जा रहे हैं। रोजाना कई पॉजिटिव मरीज सामने आ रहे हैं। कोरोना बढ़ते संक्रमण के बीच राजस्थान से सनसनीखेज घटना सामने आई है। यहां कोटा में कुछ महिलाओं ने पॉलीथीन में थूककर उन्हें घरों के भीतर फेंक दिया।


वायरल वीडियो में कुछ महिलाएं एक पॉलीथीन बैग में थूकने के बाद उन्हें दरवाजे से अंदर फेंकती दिख रही हैं। इस मामले के सामने आने के बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने कहा कि वीडियो के सामने आने के बाद नगर निगम से बोलकर पूरे इलाके को सैनिटाइज कराया जा रह है। वहीं, इससे पहले जोधपुर में कुछ घरों के लेटर बॉक्स के भीतर से दस रुपए के नोट मिले थे। इसके बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई थी। हालांकि, बाद में पुलिस की जांच में ये नोट नकली पाए गए थे।


राजस्थान में अब तक कितने कोरोना केस?


राजस्थान में कोरोना वायरस संक्रमण से संक्रमितों की संख्या सोमवार सुबह तक बढ़कर 815 हो गई है। राज्य में 11 नए मामले सामने आए हैं। अतिरिक्त मुख्य सचिव (स्वास्थ्य) रोहित कुमार सिंह ने बताया कि भरतपुर में दस और बांसवाड़ा में एक नया मामला सामने आया है। राजस्थान में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों में दो इतालवी नागरिकों के साथ-साथ 52 वे लोग भी हैं जिन्हें ईरान से लाकर जोधपुर व जैसलमेर में सेना के आरोग्य केंद्रों में ठहराया गया है। जयपुर में अब तक सबसे ज्यादा 341 मामले सामने आ चुके हैं। राज्यभर में 22 मार्च से लॉकडाउन है और कम से कम 40 थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा हुआ है।


ढील बरतने वाले डीएम पर कार्रवाई

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में तब्लीगी जमात से जुड़े लोग अब भी सरकार का सहयोग नहीं कर रहे हैं। वह सामने आकर जांच कराने की बजाए अपनी बीमारी छिपा रहे हैं। इससे कोरोना मरीजों के आंकड़े लगातार बढ़ते जा रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस पर सख्ती बरतते हुए कोरोना संक्रमण छिपाने या जानबूझ कर संक्रमण फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि यदि इसमें शिथिलता बरती गई तो संबंधित जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक जिम्मेदार होंगे।
उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण की स्थिति और लॉकडाउन की व्यवस्थाओं की समीक्षा सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास पर की। तब्लीगी जमात में शामिल होने वालों की सक्रियता से तलाश के निर्देश के साथ ही उन्होंने कहा कि सभी चिकित्सालयों में पूरी सुरक्षा और सर्तकता अपनाते हुए आपातकालीन सेवाओं को बहाल किया जाए। चिकित्सकों और अन्य स्वास्थ्यकर्मियों को कोरोना संक्रमण से बचने के लिए भी सभी उपाय करने को कहा गया। उन्होंने कहा कि चिकित्सालयों को कोरोना संक्रमण से मुक्त रखना सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए।


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हॉटस्पॉट क्षेत्रों में संक्रमण की जांच तेज करने के लिए कैटेगरी बनाने व टीमें लगाने को कहा। इन क्षेत्रों में डोरस्टेप डिलीवरी और सैनिटाइजेशन ठीक से कराने के निर्देश भी मुख्यमंत्री ने दिए। योगी ने कहा कि प्रदेश में रह रहे अन्य राच्य के नागरिकों और विदेशी व्यक्तियों से संपर्क कर उनकी समस्याओं का समाधान कराया जाए। वहीं, नकली शराब के मामलों को गंभीरता से लेते हुए उन्होंने कहा कि अवैध शराब को हर हाल में रोका जाए। किसी भी क्षेत्र में अवैध शराब पाए जाने पर संबंधित एसडीएम और सीओ के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इस अवसर पर मुख्य सचिव आरके तिवारी सहित संबंधित सभी वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।


सरकार को विशेष छूट दे देनी चाहिए

देहरादून। आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता रविन्द्र सिंह आनन्द ने अपना एक बयान जारी करते हुए कहा कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ाने के आदेश का स्वागत आप पार्टी स्वागत करती है। फिलहाल अभी उत्तराखंड कोरोना को लेकर ऑरेंज जोन में है। क्योंकि लगातार बीते पांच दिनों से उत्तराखंड में कोई भी केस कोरोना पॉजिटिव नहीं पाया गया। इसलिए प्रदेश में त्रिवेन्द्र सरकार को विशेष छूट दी देनी चाहिए।


रविन्द्र ने अपने ब्यान में यह भी कहा कि, कोरोना के चलते सभी छोटे-मोटे उद्योग, धंधे, प्राइवेट एवं सरकारी कार्यालय आदि बंद पड़े है। जिसका सीधा प्रभाव आम जनमानस पर पड़ रहा है। कई लोग काम न मिलने के चलते भुखमरी का शिकार भी हो सकते हैं। इसीलिए उत्तराखंड अब ऑरेंज जोन में है। यहां कोरोना पर काफी हद तक काबू पा लिया गया है। तो सरकार को चाहिए कि, यहां निजी एवं सरकारी कार्यालयों को छूट दे दी जाए। जिससे सरकारी कार्यो, व्यापार एवं बाजार को गति मिल सके और वे वेतन आदि के संकट से निपट सकें। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि, छूट पूरे एहतियात एवं पूर्ण तरीके से नियमों का पालन कर यानी मास्क पहनना, सोशल डिस्टेंसिंग रखना आदि नियमों का ध्यान रखकर ही दी जानी चाहिए। अक्सर देखा गया है कि, हर महामारी या आपदा के बाद जीवन को नए सिरे से शुरू करना पड़ता है। अतः राज्य सरकार इच्छाशक्ति जागृत करते हुए कुछ निजी दफ्तरों सहित सरकारी दफ्तरों को खोलने के लिए अपने विवेक द्वारा निर्णय लें।


साथ ही पार्टी के उत्तराखंड संगठन प्रभारी डीके पाल ने भी केंद्र सरकार द्वारा देश में लोकडॉउन की अवधि को 3 मई तक बढ़ाने का स्वागत किया। साथ ही केंद्र की मोदी से सरकार से अनुरोध किया कि, दिल्ली प्रदेश को जनमानस के हित में बजट बढ़ाकर समय पर दे। क्योंकि केंद्र सरकार कही न कही भाजपा शासित राज्य के बजट पर ज्यादा ध्यान दे रही है। इसीलिए केंद्र सरकार ने दिल्ली सरकार को पिछले बजट की अनुदान राशि अभी तक नही दी है। इस बात की चिंता और नींदा भी हम करते है, और उम्मीद करते है की इस बार केंद्र सरकार ऐसी गलती करने से पहले दिल्ली की जनता के सहयोग का ध्यान रखे।


25 मई को खुलेंगे 'हेमकुंड साहिब' के कपाट

25 मई को खुलेंगे 'हेमकुंड साहिब' के कपाट पंकज कपूर  देहरादून। हेमकुंड साहिब के कपाट आगामी 25 मई को खोले जाएंगे। इसके चलते राज्य सरका...