मंगलवार, 14 अप्रैल 2020

दिल्लीः 24 लोगों की मौत,1510 संक्रमित

नई दिल्ली। दिल्ली में कोरोना वायरस के 356 नए मामले सामने आए और चार लोगों की मौत हुई। इसके बाद राष्ट्रीय राजधानी में संक्रमितों की तादाद बढ़कर 1510 हो गई। दिल्ली सरकार के अधिकारियों के मुताबिक, कुल मामलों में से 1071 वे हैं जिन्हें विशेष अभियान के जरिए केंद्रों में लाया गया है। सरकार ने पिछले महीने निजामुद्दीन इलाके में हुए एक धार्मिक कार्यक्रम से संबंधित लोगों को पृथकवास में भेजने के उपाय किए थे। रविवार रात तक संक्रमितों की तादाद 1154 थी। इनमें से 24 लोगों की मौत हो गई थी। कोरोना वायरस से चार और मौत हुई हैं, जिसके बाद मृतकों की संख्या 28 हो गई है। अधिकारियों ने बताया कि 30 मरीज इलाज के बाद ठीक हो गए हैं और उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है, जबकि एक मरीज देश से बाहर चला गया है।


आईपीएल पर सभी संभावनाएं खत्म

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस के कारण जारी लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ाने का ऐलान कर दिया। इसके बाद अब दुनिया की सबसे अमीर टी-20 क्रिकेट लीग आईपीएल पर किसी भी समय फैसला लिया जा सकता है।BCCI ने IPL को 15 अप्रैल तक स्थगित किया था, इस उम्मीद में कि अगर हालात सुधरते हैं तो कोई उपयुक्त विंडो देखकर टूर्नामेंट को आयोजित किया जा सके, लेकिन लॉकडाउन के 3 मई तक बढऩे से सभी संभावनाएं खत्म हो गईं। आईपीएल टूर्नामेंट पर कभी भी फैसला होने की संभावना है। टूर्नामेंट को रद्द भी किया जा सकता है। कोरोना की वजह विंबलडन और ओलंपिक खेलों पर पहले ही ग्रहण लग चुका है। ऐसे में आईपीएल का आयोजन कैसे हो सकता है यह बड़ा सवाल है।


कोरोना वायरस के कारण भारत में 10,000 से ज्यादा लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए हैं। जबकि इनमें से 339 लोगों की मौत हो चुकी है। इससे पहले भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने IPL को लेकर बड़ा बयान दिया था। सौरव गांगुली ने कहा था कि मौजूदा हालात में इस पर सोचा भी नहीं जा सकता है।


सौरव गांगुली ने कहा, अभी जो हालात हैं उनमें IPL का आयोजन होना मुश्किल है। इस समय एयरपोर्ट बंद हैं, लोग घरों में फंसे हैं, दफ्तर बंद हैं, कोई भी कहीं नहीं जा सकता और ऐसा लग रहा कि मई के मध्य तक ऐसा ही चलता रहेगा। गांगुली ने कहा था कि जब पूरी दुनिया में सबकुछ बंद है तो खिलाड़ी कैसे आएंगे और अगर खिलाड़ी नहीं आते हैं तो फिर टूर्नामेंट का आयोजन कैसे कराना संभव हो पाएगा। आपको खिलाड़ी कहां से मिलेंगे, खिलाड़ी यात्रा कहां से करेंगे। यह तो बेहद साधारण कॉमन सेंस की बात है, पूरी दुनिया में किसी भी तरह से खेल के पक्ष में इस वक्त कुछ भी नहीं है, आईपीएल तो भूल ही जाइए।


बेलारूस के राष्ट्रपति का अजीब दावा

मिन्स्क। वुहान से शुरू हुए कोरोना वायरस ने लगभग पूरी दुनिया में पांव पसार लिये हैं। इस वासरस से दुनिया 19 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हुए हैं और 1.20 लाख के करीब लोगों की मौत हो गई है। वहीं भय के इस माहौल में कई ऐसी जानकारियां सोशल मीडिया पर चल रही हैं, जिनमें दावा किया जा रहा है कि इनके इस्तेमाल से कोरोना वायरस के असर को कम किया जा सकता है और इसको फैलने से रोकने के लिए और इसके इलाज के लिए कई तरह की बातें सुनने को मिल रही हैं। वहीं अब वोडका को कोरोना की दवा बता चुके बेलारूस के राष्ट्रपति ने एक और अजीबोगरीब दावा किया है। अलेक्जेंडर लूकाशेन्को ने कहा है कि उनके देश में कोरोना से किसी की मौत नहीं हुई है और ना ही आगे कोई मरेगा। हालांकि, बेलारूस में आधिकारिक तौर से कोरोना वायरस से हुई मौतों का आंकड़ा दो दर्जन से अधिक है। इतना ही नहीं, कोरोना वायरस को लेकर अलेक्जेंडर ने कहा है कि वोडका पीने, ट्रैक्टर चलाने, बकरियों के साथ खेलने और साउना से यह बीमारी ठीक हो जाती है।



ब्रिटिश मीडिया में अलेक्जेंडर को तानाशाह कहा जाता है। अलेक्जेंडर पर यह भी आरोप लग रहे हैं कि वे डॉक्टर और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की चेतावनी को नजरअंदाज कर रहे हैं और वायरस को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। इससे बड़ी संख्या में लोगों की मौत हो सकती है। राष्ट्रपति अलेक्जेंडर ने लॉकडाउन लगाने से इनकार कर दिया है और देश के 95 लाख लोगों को संबोधित करते हुए कहा- हमने उन दवाओं की खोज कर ली है जिससे लोग कोरोना से ठीक हो जाते हैं। 65 साल के अलेक्जेंडर 25 सालों से अधिक समय से देश की सत्ता पर काबिज हैं। हालांकि, उन्होंने विस्तार से नहीं बताया कि किन दवाओं से वे कोरोना बीमारी को ठीक करने की बात कर रहे हैं। लेकिन उन्होंने कहा कि लोग डरे हुए हैं। इसलिए लोगों से कहा कि देश में कोरोना से किसी की मौत नहीं हुई। कोरोना वायरस से पीडि़त लोगों को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति अलेक्जेंडर ने कहा- चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। हमारे देश में कोरोना वायरस से किसी की मौत नहीं हुई है। मैं इसे सार्वजनिक तौर से कह रहा हूं। राष्ट्रपति ने मौत के आंकड़ों के संबंध में कहा कि उन लोगों की मौत किसी अन्य बीमारी से हुई है जिनसे वे पहले से जूझ रहे थे। राष्ट्रपति अलेक्जेंडर ने यहां तक दावा किया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन भी उनसे सहमत है। 


लॉक डाउन उल्लंघन, पासपोर्ट न नौकरी

जयपुर। राजस्थान में संक्रमितों की संख्या का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। मंगलवार सुबह राज्य में 48 नए कोरोना पॉजिटिव सामने आए। यह सभी जयपुर से हैं। इसे मिलाकर राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या 945 पर पहुंच गई है। भीलवाड़ा के बाद अब राज्य में जयपुर और जोधपुर से सबसे ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। जयपुर में संक्रमितों की कुल संख्या 420 पर पहुंच गई है। वहीं, जोधपुर में पॉजिटिव मरीजों की संख्या 122 (40 ईरान से आए) है।


प्रदेश में लॉकडाउन का उल्लंघन करने वाले सावधान हो जाएं। जिन लोगों के खिलाफ पुलिस लॉकडाउन उल्लंघन का केस दर्ज करेगी वे न तो पासपोर्ट बना सकेंगे और न ही उनकी सरकारी नौकरी लग सकेगी। दरअसल, पुलिस अब ऐसे लोगों के खिलाफ चालान पेश करने जा रही है। ऐसे लोगों के बारे में भी जयपुर समेत अन्य जिलों में जानकारी मांगी गई है जिनके खिलाफ मामले दर्ज हुए हैं और सरकारी नौकरी में हैं। लॉकडाउन से अब तक सिर्फ जयपुर में 556 केस दर्ज हुए हैं। इनमें 830 से ज्यादा लोगों को आरोपी बनाया गया है। सरकारी कर्मचारियों के खिलाफ संबंधित विभाग को लिखा जा रहा है। 830 आरोपियों में से 570 की उम्र 20 से 40 के बीच हैं।


प्रदेश को 4 जोन में बांटने की तैयारी


राज्य सरकार ने संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए प्रदेश को चार जोन में बांटने की तैयारी कर रही है। इसमें जयपुर और जोधपुर समेत 13 जिलों को रेड जोन में रखा गया है। यानी यहां पर लॉकडाउन के दौरान ज्यादा सख्ती की जाएगी। हालांकि, इसकी सरकार की तरफ से अभी आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है।


रेड कैटेगरी: जयपुर, बांसवाड़ा, टोंक, भरतपुर में वैर और बयाना, भीलवाड़ा, बीकानेर, जोधपुर, जैसलमेर का पोकरण, झालावाड़ का पिड़ावा, झुंझुनू का गुढ़ा गौड़जी और मंडावा, दौसा, कोटा और चूरू।


ऑरेंज कैटेगरी:अलवर, डूंगरपुर, नागौर, खेतड़ी, अजमेर।


येलो कैटेगरी: धौलपुर, जैसलमेर, बाड़मेर, हनुमानगढ़, करौली, पाली, सीकर, उदयपुर, प्रतापगढ़, झालावाड़।


ग्रीन कैटेगरी: श्रीगंगानगर, बारां, बूंदी, राजसमंद, चित्तौड़गढ़, सवाई माधोपुर, जालौर, सिरोही।


केवल जयपुर में कुल 420 संक्रमित

जयपुर। जयपुर न केवल राजस्थान में बल्कि पूरे देश में कोरोना का सबसे बड़ा केंद्र बन चुका है। आबादी के अनुपात में देखें तो 40 लाख लोगाें के इस शहर में 420 कोरोना पॉजिटिव मिल चुके हैं, जो इस लिहाज से मुंबई और दिल्ली से भी आगे है। मुंबई में प्रति 40 लाख करीब 274 और दिल्ली में 225 संक्रमित हैं। हालांकि, जांच के मामले में जयपुर का रिकॉर्ड दिल्ली से भी बेहतर है। प्रति हजार लोगों में दिल्ली के मुकाबले यहां दोगुनी जांचें हाे चुकी हैं। जयपुर में सोमवार को ब्रह्मपुरी निवासी 22 वर्षीय गर्भवती को कोरोना संक्रमित मिली है। यह राज्य में गर्भवती के संक्रमण का पहला मामला है।
सीकर: शहर के शास्त्री नगर इलाकेे में रहने वाले युवक को कोरोना संदिग्ध मानते हुए डॉक्टरों ने भर्ती किया था। तीन दिन से युवक का इलाज किया जा रहा था। सैंपल लेकर जांच के लिए भिजवाए थे। सोमवार को आइसोलेशन वार्ड से युवक छत पर पहुंच गया। इसके बाद छत से पाइप के सहारे उतरकर फरार हो गया। फिलहाल, उसकी तलाश की जा रही है।
33 में से 25 जिलों में पहुंचा कोरोना


राज्य में सबसे ज्यादा जयपुर में 420 पॉजिटिव मिले हैं। इसके अलावा जोधपुर में 122 (इसमें 40 ईरान से आए), टोंक और बांसवाड़ा में 59-59, कोटा में 49, जैसलमेर में 43 (इसमें 14 ईरान से आए), बीकानेर में 34, झुंझुनूं में 31 और भीलवाड़ा में 28 मरीज मिले हैं। उधर, भरतपुर में 20, झालावाड़ में 15, चूरू में 14, दौसा में 11, अलवर में 7, नागौर में 6, डूंगरपुर और अजमेर में 5-5, उदयपुर में 4, करौली में 3, हनुमानगढ़, प्रतापगढ़, सीकर और पाली में 2-2, जबकि बाड़मेर और धौलपुर में 1-1 व्यक्ति को इस बीमारी ने अपनी चपेट में लिया है।
राजस्थान में कोरोना से अब तक 11 लोगों की मौत हुई है। इनमें भीलवाड़ा में 2, जयपुर में 5, जबकि बीकानेर, जोधपुर, कोटा और टोंक में 1-1 व्यक्ति ने जान गंवाई है।


चीन में फिर वायरस पसार रहा पैर

बीजिंग। कोरोना वायरस ने एक बार फिर चीन में पैर पसारना शुरू कर दिया है। विदेश से आए ज्यादातर लोग पॉजिटिव पाए गए हैं। पिछले दो-तीन दिनों के अंदर ही सैकड़ों कोरोना के मरीज मिले हैं। ऐसे वक्त में जब पूरी दुनिया कोरोना वायरस से जंग लड़ रही है और ज्यादातर देशों में लॉकडाउन जारी है तो चीन में पाबंदिया धीरे-धीरे हटाई जा रही थी। चीन में आम लोगों की जिंदगी पटरी पर लौट रही थी लेकिन इसी बीच कोरोना ने भी एक बार फिर चीन में पैर पसारना शुरू कर दिया है।


द गार्जियन की रिपोर्ट के मुताबिक बीते दिनों में चीन में एक बार फिर कोरोना के नए मरीजों की पुष्टि हुई है। चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग के मुताबिक इस रविवार को वहां 108 नए कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आए हैं। जबकि शनिवार को 99 और शुक्रवार को 46 मामलों की पुष्टि हुई थी। इनमें से 10 मामले ऐसे हैं जिसमें मरीज विदेश से लौटा था। जबकि सात कोरोना पॉजिटिव चीन के हीलोंगजियांग से आए हैं जो रूसी सीमा के बेहद करीब है। अधिकारियों ने चीनी लोगों के कोरोना वायरस के साथ रूसी सीमा को पार कर देश लौटने वाले लोगों पर ध्यान देने का आदेश दिया है। बता दें कि चीन के शंघाई में रूस से एक विमान में उड़ान भरने वाले 51 चीनी नागरिक कोरोना टेस्ट में पॉजिटिव पाए गए हैं। जबकि 21 ऐसे कोरोना मरीजों की पुष्टि हुई है जो हेइलोंगजियांग प्रांत से संबंध रखते हैं।


बता दें कि वुहान में अधिकारियों ने पहले ही प्रतिबंधों को खत्म कर दिया है लेकिन हार्बिन के साथ ही सीमा से सटे शहर सूफीने में वुहान की तरह ही लॉकडाउन कर दिया गया है। चूंकि फरवरी में रूस ने चीन से आने-जाने वाली सभी उड़ानों को बंद कर दिया था इसलिए लोगों के लिए चीन लौटने के लिए सूफीने एक प्रमुख मार्ग बन गया था। हेइलोंगजियांग की राजधानी के सीमावर्ती शहर सुइफे और हार्बिन में विदेश से आए लोगों को 28 दिनों के क्वारनटीन रहने के साथ-साथ सभी तरह के टेस्ट कराने का आदेश जारी कर दिया गया है।


प्रेमी की साजिश, खत्म किया परिवार

बलौदाबाजार। जिले के पलारी थानांतर्गत ग्राम छेरकाडीह में एक ही परिवार के पति-पत्नी व उसके लड़के की हत्याकांड की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों में एक मृतिका का प्रेमी निकला जिसने इस हत्याकांड की साजिश रची थी।


ज्ञात हो कि 11 अप्रैल को ग्राम छेरकाडीह निवासी यशवंत साहू , उसकी पत्नी महेश्वरी साहू और बेटा देवेन्द्र साहू वर्ष की हत्या कर दी थी। पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू की तो पता चला कि ग्राम जारा निवासी रविशंकर शुक्ला जो पूजा-पाठ करता है का पूर्व में मृतिका महेश्वरी के साथ अवैध संबंध था। इसका पता जब मृतिका के पति को चला तो इसकी शिकायत सरपंच से की। इसके बाद सरपंच की उपस्थिति में गांव में बैठक रखी गई थी, जिसमें आरोपी रविशंकर को मृतिका से मिलने के लिए मना किया गया था। इससे नाराज होकर आरोपी ने मृतिका के पूरे परिवार को जान से मारने की योजना बनाई, जिसमें उसने अपने अन्य दो साथी दुर्गेश वर्मा और नेमीचंद को शामिल किया। इसके बाद तीनों ने मिलकर धारदार हथियार से इस वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने आरोपियों के पास से घटना में उपयोग किए गए हथियार और वाहन को भी जब्त कर लिया गया है। तीनों आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।


129 वींं जयंती के उपलक्ष में माल्यार्पण

मेरठ। भारत रत्न डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की 129 वींं जयंती के उपलक्ष में नौचंदी मैदान में वार्ड 67 के निगम पार्षद राकेश शर्मा ने अंबेडकर की प्रतिमा की साफ-सफाई, धुलाई कराने के बाद माल्यार्पण किया।


इस अवसर पर पवन भार्गव, जितेंद्र शर्मा जिला प्रतिनिधि भाजपा, सुपरवाइजर  नायक अरुण कुमार एवं सफाई मित्रगण लखन ,मनोज, जोनी ,सोनू, वासु, सुधीर, विपिन एवं रवि आदि उपस्थित रहे। सभी ने लॉकडाउन का पालन किया और1 मीटर की दूरी बनाए रखी।  


 


राष्ट्रहित में पीएम का निर्णयः जयराम

बोले, पीएम मोदी का निर्णय राष्ट्र हित व समाज हित में


शिमला। पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा लाॅक डाउन की अवधि को तीन मई तक बढ़ाए जाने को हिमाचल के सीएम जयराम ठाकुर ने मानवता के हित में बताया है। जयराम ने कहा कि पीएम मोदी ने जो ऐलान किया है कि वह राष्ट्र हित व समाज हित में लिया गया निर्णय है। मोदी लाइन पर बात करते हुए जयराम ने कहा कि जिन क्षेत्रों में अगले सात दिनों में कोई भी नया मामला नहीं आएगा, ऐसे क्षेत्रों में कई तरह की आंशिक छूट प्रदान की जा सकती हैं।


जयराम ने कहा कि हमारे लिए सुखद बात ये है कि प्रदेश में कोरोना के मामलों में कमी दर्ज की गई है। अब हम सबकी जिम्मेदारी बनती है कि इस कमी को लगातार कायम रखने में नियमों का पालन करते रहें। उन्होंने लॉक डाउन अवधि के दौरान आमजन द्वारा रखे गए संयम की सराहना की और उम्मीद की है कि तीन मई तक प्रदेश का प्रत्येक व्यक्ति इसी तरह से संयमित होकर घर में रहेगा।


पंजाब सरकार खोल सकती है ठेके

राणा ओबरॉय


चंडीगढ़ । कोरोना वायरस के कारण लगाए गए लॉकडाउन के बाद पंजाब सरकार की शराब के ठेकों से एक्साइज ड्यूटी के तौर पर मिलने वाली कमाई नहीं हो पा रही है ऐसे में सरकार ने ठेके खोलने का मन बना लिया है। इस बाबत जल्द ही आदेश जारी किए जा सकते हैं। दरअसल, कोरोना वायरस के चलते लगाए गए लॉकडाउन के बीच सरकार ने जरूरी सामान की दुकानें खोलने में तो छूट दी थी लेकिन, शराब के ठेकों को बिना कोई सूचना दिए ही बंद कर दिया गया था, इसका नतीजा ये हुआ कि एक्साइज ड्यूटी के तौर पर मिलने वाली सरकार की कमाई पूरी तरह से ठप पड़ गई।


जानकारी के अनुसार, इस बाबत एक प्रस्ताव विभाग द्वारा सीएम को भेज दिया गया है। विभाग चाहता है कि 31 मार्च तक जो 66 फीसदी ठेके रिन्यू किए जा चुके हैं, उन ठेकाधारकों को ठेके खोलने की इजाजत दे दी जाए। इन्हें दिन में 5-6 घंटे खोलने की ही अनुमति दी जाए और सामाजिक दूरी को भी सुनिश्चित किया जाए। जानकारी के लिए बता दें, ठेकों के बंद होने के कारण सरकार को रोजाना करीब 15 करोड़ रुपए का नुकसान हो रहा है। इस तरह से सरकार पिछले एक महीने से करीब 450 करोड़ का नुकसान झेल रही है।


पाक़ पंजाब में 20 चिकित्सक संक्रमित

इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में कोरोना मरीजों के इलाज में जुटे 20 और डॉक्टरों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। पंजाब में अकेले 50 से अधिक डॉक्टर संक्रमित हो चुके हैं। पाकिस्तान मेडिकल एसोसिएशन के अनुसार पूरे पाकिस्तान में 100 डॉक्टर कोरोना की चपेट में आ चुके हैं।
पंजाब सरकार के अनुसार रविवार और सोमवार के बीच कुल 20 डॉक्टरों और मुल्तान के निस्तार अस्पताल में काम करने वाली छह नर्सों में कोरोना की पुष्टि हुई है। इसके बाद कुल 160 मेडिकल स्टाफ कोरोना से संक्रमित हैं जिसमें डॉक्टर और नर्स शामिल हैं। स्वास्थ्यकर्मियों के संक्रमित होने के बाद अब ये चिंता सताने लगी है कि इलाज कौन करेगा?
डॉक्टरों को हड़ताल के लिए मजबूर होना होगा। पाकिस्तान मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. मसूदूर रौफ हराज ने इमरान सरकार पर आरोप लगाया कि वे डॉक्टरों को जरूरी सुरक्षा किट मुहैया नहीं करा पा रही। एन-95 मास्क तक नहीं दिया जा रहा। हालात ऐसे ही रहे तो डॉक्टरों को मजबूर होकर हड़ताल करनी पड़ जाएगी।
पाकिस्तान में कोरोना वायरस के 334 नए मामले, मृतक संख्या 93


पाकिस्तान में घातक कोरोना वायरस के 334 नए मामले सामने आने के बाद देश में इससे संक्रमित लोगों की संख्या 5,374 हो गई। वहीं इससे संक्रमित सात लोगों के जान गंवाने के बाद मृतक संख्या 93 हो गई है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा मंत्रालय ने बताया कि 1,095 लोग पूरी तरह ठीक हो गए हैं लेकिन 44 लोगों की हालत नाजुक है। मंत्रालय ने बताया कि पिछले 24 घंटे में 334 नए मामले सामने आने के बाद वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या सोमवार को 5,374 हो गई। वहीं इस दौरान सात लोगों की जान चली गई, जिससे पाकिस्तान में वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 93 हो गई।


व्यवस्था निर्धारण के लिए पीस मीटिंग

अश्वनी उपाध्याय


ग़ाज़ियाबाद। थाना कोतवाली घंटाघर स्थित गरीबों के लिए खाने की व्यवस्था एवं अंबेडकर जयंती को लेकर सिटी मजिस्ट्रेट और सीओ प्रथम ने गणमान्य लोगों के साथ मीटिंग की। शहर के थाना कोतवाली घंटाघर के अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों के गणमान्य लोग एवं सभी सभासद के साथ शासन-प्रशासन के अधिकारियों ने एक मीटिंग ली। जिसका मुख्य उद्देश्य था कि अगर किसी गरीब को खाने की समस्या है तो वह आला अधिकारियों को अवगत कराएं और आने वाली 14 अप्रैल को बाबासाहेब अंबेडकर जी के जन्मदिन को अपने घरों में रहकर ही मनाए। आप सभी लोग अपने क्षेत्र के जिम्मेदार लोग हैं। आप से अपील है कि सभी लोग अपनी जिम्मेदारी को निभाते हुए कोरोना वायरस महामारी से बचने के लिए अपने क्षेत्र की जनता को बोले की अपने घरों में ही रहे। जो भी त्यौहार आता है उस त्यौहार को अपने घरों में परिवार के साथ  मनाये। यह सब देश हित के लिए किया जा रहा है। सभी गणमान्य लोगों ने अपनी जिम्मेदारी संभालने के लिए शासन-प्रशासन को कहां कि हम अपने क्षेत्रों में लॉक डाउन का उल्लंघन नहीं होने देंगे। अपने क्षेत्र में अंबेडकर जयंती को घरों में ही परिवार के साथ मनाने की अपील करेंगे।


 


लॉक डाउनः 21 शावको का हुआ जन्म

नई दिल्ली। देशभर में कोरोना वायरस के चलते लोग हैरान परेशान हैं। इस बीच गुजरात के गिर इलाके के जंगलों से अच्छी खबर आई है।
देश के साथ पूरी दुनिया में शेरों की आबादी तेजी से कम हो रही है। ये वन्य जीवों से प्यार करने वालों के लिए चिंता की बात है। इस बीच गुजरात से सबके के लिए अच्छी खबर हैं। यहां के जूनागढ़ स्थित सक्करबाग जूलाजिकल पार्क में शेरनियों ने कुल मिलाकर पिछले दस दिनों में इक्कीस बच्चों को जन्म दिया है। सक्करबाग जूलॉजिकल पार्क के अधिकारियों ने बताया कि, पिछले कुछ दिनों से इस जूलॉजिकल पार्क में लगातार कई शेरनियां शावकों को जन्म दे रही हैं। ये शेरों की संख्या के लिहाज से बहुत अच्छी खबर है। खास बात ये है कि ये शेरनियां और इनके बच्चे पूरी तरह स्वस्थ है। वन्य कर्मचारी इनपर सीसीटीवी के जरिये नजर रखे हुए हैं।
दरअसल, पूरी दुनिया में शेरों की आबादी में तेजी से कमी आई है। खासकर एशियाटिक लायन की संख्या में पिछले कुछ सालों में काफी कमी होने से आशंका जताई जा रही थी कि कहीं शेर लुप्तप्राय प्रजाति ना हो जाय लेकिन गुजरात में लगातार शेरों की बढ़ती संख्या वन्य जीव प्रेमियों के लिए राहत भरी खबर है।


शहनाई के लिए करना पड़ेगा इंतजार

नई दिल्ली। शहनाई की धुनों पर कोरोना का ग्रहण लग गया है। खरमास तो 13 अप्रैल को समाप्त हो रहा है, लेकिन लॉकडाउन के कारण मांगलिक कार्यों में ढेर सारी परेशानियां हैं। अप्रैल और मई में विवाह नहीं हुए तो नवंबर और दिसंबर में केवल दो-दो मुहूर्त ही मिल रहे हैं। इसके बाद जातकों को अगले साल का इंतजार करना पड़ेगा।


ज्योतिषाचार्य गणेश प्रसाद मिश्र का कहना है कि सूर्य ने सोमवार को मेष राशि में प्रवेश कर लिया है। 14 अप्रैल के बाद से नूतन गृह प्रवेश, देव प्रतिष्ठा, विवाह, मुंडन, यज्ञोपवीत आदि शुभ कार्य आरंभ हो जाएंगे। अप्रैल माह में विवाह के पांच मुहूर्त मिल रहे हैं लेकिन लॉकडाउन के कारण अप्रैल ही नहीं मई की शादियों के आयोजन भी निरस्त हो रहे हैं।


ज्योतिषाचार्य पं. दीपक मालवीय के अनुसार मुहूर्तों की बात करें तो अप्रैल और मई मिलाकर कुल 12 मुहूर्त मिल रहे हैं। जून में सिर्फ तीन मुहूर्त हैं और इसके बाद अगले साल मार्च तक कुछ छह शुभ मुहूर्त मिल रहे हैं। जुलाई से 24 नवंबर तक कोई मुहूर्त ही नहीं है। नवंबर और दिसंबर में दो-दो मुहूर्त मिल रहे हैं।


विवाह मुहूर्त 2020


अप्रैल -15, 20, 25, 26, 27


मई- 1, 2, 4, 6, 17, 18, 19


जून-13, 15, 30


किंग खान ने 25 हजार पीपीई किट दिए

नई दिल्ली। कोरोना वायरस को मात देने और लोगों की जान बचाने में हमारे देश के डॉक्टर, नर्सों और अन्य मेडिकल स्टाफ ने जान की बाजी लगा दी है। बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान ने महाराष्ट्र के फ्रंटलाइन मेडिकल स्टाफ की सुरक्षा के लिए 25,000 पीपीई किट बांटे। इसकी जानकारी महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने ट्वीट के जरिए दी है और कहा है कि यह दान हेल्थकेयर वर्कर्स के लिए काफी मददगार साबित होगा। राजेश टोपे ने ट्वीट कर लिखा है, ‘शाहरुख खान का बहुत-बहुत शुक्रिया, जिन्होंने 25,000 पीपीई किट का योगदान किया है। कोरोना वायरस से लड़ने में यह हमें दूर तक मदद करेगा और फ्रंटलाइन में खड़े हमारे मेडिकल केयर टीम की सुरक्षा करेगा।’ बता दें कि राज्य सरकार इस वक्त महामारी के बीच लगातार पीपीई किट, एन95 मास्क, ग्लब्स जैसी कमियों से जूझ रही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने केंद्र सरकार से पीपीई किट, एन95 मास्क, ग्लब्स जैसी सुरक्षा साधन सामग्री मुहैया कराने की मांग की थी। 
राजेश टोपे के इस ट्वीट का शाहरुख खान ने जवाब भी दिया है। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा है, इन किट को मंगाने में आपने जो भी मदद की उसके लिए आपका आभारी हूं सर। इस कोशिश में हम सभी खुद को और इंसानियत को बचाने के लिए एक-दूसरे के साथ हैं। अच्छा लग रहा है कि सेवा का मौका मिला। आपका परिवार और टीम सुरक्षित व स्वास्थ रहे।’ याद दिला दें कि इससे पहले शाहरुख खान की आईपीएल टीम कोलकाता नाइटराइडर्स, एंटरटेनमेंट कंपनी रेड चिलीज एंटरटेनमेंट और रेड चिलीज वीएफएक्स और एनजीओ मीर फाउंडेशन की ओर से इस जंग में दिल खोलकर दान भी कर चुके हैं, जिसकी लिस्ट नीचे दी गई है।


पीएम-केयर्स फंडः शाहरुख खान, गौरी खान, जूही चावला और जय मेहता की आईपीएल टीम कोलकाता नाइटराइडर्स पीएम केयर्स फंड में दान करेगी।
महाराष्ट्र सीएम रिलीफ फंडः गौरी खान और शाहरुख खान की एंटरटेनमेंट कंपनी रेड चिलीज एंटरटेनमेंट महाराष्ट्र सीएम रिलीफ फंड में दान करेगी।
पीपीई किट्सः कोलकाता नाइटराइडर्स और मीर फाउंडेशन मिलकर पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र में हेल्थ वर्कर्स को 50000 पीपीई किट उपलब्ध कराएंगे।
एक साथ-द अर्थ फाउंडेशनः मीर फाउंडेशन, एक साथ-द अर्थ फाउंडेशन के साथ मिलकर मुंबई में लगभग 5,500 परिवारों को एक महीने तक खाना देंगे। इसके साथ एक किचन भी बनाया जाएगा, जहां लगभग 2000 ऐसे लोगों के लिए खाना बनेगा जिनके पास खाना पहुंच नहीं पाता है।
रोटी फाउंडेशनः मीर फाउंडेशन, रोटी फाउंडेशन के साथ मिलकर प्रति दिन 10000 लोगों के लिए एक महीने के लिए तीन लाख मील किट्स उपलब्ध कराएगा।
वर्किंग पीपल्स चार्टरः मीर फाउंडेशन इनके साथ मिलकर दिल्ली में 2,500 मजदूरों को कम-से-कम एक महीने तक जरूरी ग्रोसरी आइटम्स देगा।
एसिड अटैक सर्वाइवर्स के लिएः मीर फाउंडेशन यूपी, बिहार, वेस्ट बंगाल और उत्तराखंड की 100 एसिड अटैक सर्वाइवर्स को मासिक भत्ता देगा और उनकी बुनियादी जरूरतों का ख्याल रखेगा।


भारतीय के लिए आगे आया अमेरिका

नई दिल्ली। कोरोना संकट के बीच अमेरिका में फंसे भारतीयों की मदद के लिए अमेरिकी सरकार आगे आई है। अमेरिकी नागरिकता एवं आव्रजन सेवा (USCIS) ने वीजा संबंधी समस्याओं से जूझ रहे भारतीयों की हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। साथ ही विशेष परिस्थितियों के आधार पर उनके प्रवास को बढ़ाने पर भी विचार किया जा रहा है। हमारे सहयोगी चैनल WION को मिली जानकारी के अनुसार, अमेरिकी सरकार भारतीयों से जुड़े मामलों पर विशेष ध्यान देगी या प्रक्रिया को तेज किया जाएगा, ताकि उन्हें जल्द समाधान उपलब्ध कराया जा सके। गौरतलब है कि USCIS वीजा, नागरिकता, कार्य वीजा आदि विषयों को संभालती है और उससे अपेक्षा रखी जाती है कि ऐसी स्थितियों में लोगों को विशेष सहायता प्रदान करे, जो उनके नियंत्रण से बाहर हैं। भारत ने पिछले हफ्ते अमेरिकी सरकार से COVID-19 महामारी के कारण यूएस में फंसे भारतीय नागरिकों के लिए H-1B और अन्य वीजा की वैधता बढ़ाने का अनुरोध किया था। इस अनुरोध को अमेरिकी विदेश विभाग की तरफ से यूएस डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्योरिटी को पहुँचाया गया, जिसके अंतर्गत USCIS आता है. अमेरिकी नागरिकता एवं आव्रजन सेवा ने अमेरिका में चल रहे COVID संकट के कारण व्यक्तियों, नियोक्ताओं की आव्रजन संबंधी समस्याओं को दूर करने के लिए कदम उठाए हैं। संस्था द्वारा समस्याओं और उनके संभावित समाधानों का विश्लेषण किया जा रहा है, ताकि जल्द से जल्द संबंधित व्यक्तियों एवं कंपनियों की परेशानी को दूर किया जा सके। USCIS ने इस विषय में लोगों की सिफारिशों पर भी विचार करने की बात कही है। बुधवार को इस संबंध में विदेश सचिव हर्षवर्धन ने अमेरिकी राज्य उप-सचिव स्टीफन ई. बेगुन से बातचीत की थी। विदेश सचिव और अमेरिकी विदेश मंत्री के बीच वार्ता में, दोनों ने COVID-19 महामारी का मुकाबला करने और इसे नियंत्रित करने के तरीकों पर भी चर्चा की। साथ ही कोरोना वायरस के खिलाफ बचाव और उपचार के विकास में जरूरी चिकित्सा उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित करने और बेहतर जानकारी साझा करने पर बातचीत की गई थी। यदि नियोक्ता H1B धारक के अनुबंध को समाप्त कर देता है, तो कर्मचारी को अपने H1B दर्जे को बनाए रखने के लिए 60 दिनों के भीतर नई नौकरी खोजनी होती है, लेकिन अब तक अमेरिकी सरकार की तरफ से ऐसा कोई आदेश नहीं आया है, जिसमें नियोक्ताओं को H1B वीजा धारकों की सेवाएं समाप्त करने के लिए कहा गया हो। अमेरिका में बेरोजगारी की आशंका के बीच यह कहा जा रहा है इसकी सबसे ज्यादा मार H-1B वीजा धारक भारतीयों को उठानी पड़ सकती है और वे किसी बेरोजगारी भत्ते के भी हकदार नहीं होंगे। आपको बता दें कि लगभग 10 मिलियन अमेरिकियों ने बेरोजगारी भत्ते के लिए आवेदन किया है। इसके अलावा, लॉकडाउन के चलते वीजा नवीनीकरण में देरी हो रही है। यह ध्यान देने वाली बात है कि अमेरिका में H-1B वीजा धारक भारतीय बड़ी संख्या में हैं और COVID-19 महामारी के सामने आने के बाद से अमेरिका और भारत के बीच उच्च स्तरीय पारस्परिक जुड़ाव रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने 4 अप्रैल को संकट का मुकाबला करने के प्रयासों के विषय में बात की थी। इसके बाद विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भी 6 अप्रैल को अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ से विचार-विमर्श किया था। लिहाजा उम्मीद है कि अमेरिका में रहने वाले भारतीयों की परेशानियों का जल्द अंत हो जाएगा।


दिग्गजों पर टूटा कोरोने का कहर

नई दिल्ली। कोरोना वायरस महामारी के कारण खेल जगत पर भी गहरा अहम पड़ा है। विश्व के कई देशों में लॉकडाउन के कारण स्पोर्ट्स इवेंट थमने के कारण कई दिग्गज क्रिकेटरों का करियर खत्म होने की संभावना भी पैदा हो गई है। इसमें भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का नाम भी शामिल हैं जिनके आईपीएल से वापसी के बाद टीम इंडिया में वापसी का रास्ता साफ होना था। वहीं पाकिस्तान के शोएब मलिक इस लिस्ट में भी शामिल हैं। आइए एक नजर डालते हैं इस खिलाड़ियों के बारे में – वर्ल्ड कप 2019 के बाद से ही धोनी ने कोई अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेला और लगातार उनके संन्यास की खबरें आ रही हैं। इसी बीच माना जा रहा था कि आईपीएल में धोनी का प्रदर्शन अच्छा रहा तो वह टी20 विश्व कप के लिए भारतीय टीम का हिस्सा होंगे। लेकिन कोरोना वायरस महामारी के कारण आईपीएल खतरे में है और धोनी की वापसी संभव दिखाई नहीं दे रही। अगर बीसीसीआई अपने इस चहेते खिलाड़ी को विदाई मैच में उतारना चाहते तो यह संभव हो सकता है लेकिन क्रिकेट के कुछ जानकार ये मानते हैं कि धोनी ने अपना अंतिम मैच खेल लिया है। वेस्टइंडीज के धमाकेदार बल्लेबाज क्रिस गेल भी इस लिस्ट में शामिल हैं। उन्‍होंने पिछले साल कहा था कि वर्ल्‍ड कप उनका आखिरी टूर्नामेंट होगा लेकिन ऐसा हुआ नहीं। हालांकि अगस्‍त 2019 के बाद से उन्‍हें नेशनल टीम में जगह भी नहीं मिली। लेकिन उनकी नजरें भी टी20 वर्ल्ड कप पर हैं। लेकिन इसके लिए उन्हें खुद को साबित करना होगा लेकिन कोरोना वायरस के कारण अब ये संभव नहीं दिखाई दे रहा जिस कारण उनका करियर भी खत्म होने की कगार पर है। टी20 वर्ल्ड कप में दक्षिण अफ्रीका के धाकड़ खिलाड़ी एबी डिविलियर्स के संन्यास से वापसी की खबरें आ रही थी। डीविलियर्स ने हाल ही में एक बयान में कहा कि उनकी फॉर्म तथा फिटनेस और पिछले साल आईसीसी विश्वकप में वापसी नहीं कर पाना उनके टी-20 विश्वकप में वापसी नहीं करने वजह बन सकता है। ऐसे में अब कोरोना वायरस के कारण इस खिलाड़ी की वापसी पर भी प्रश्न चिन्ह लग गया है। अपनी खतरनाक यार्कर के कारण विश्व भर में मशहूर श्रीलंका के अनुभवी गेंदबाज लसिथ मलिंगा का आईपीएल और टी20 वर्ल्ड कप में खेलना लगभग तय था। लेकिन विश्व भर में खतरनाक वायरस के कारण हालात खराब होने के चलते आईपीएल का होना फिलहाल तय नहीं है। वहीं ऑस्ट्रेलिया ने भी छह महीने के लिए अपने बार्डर सील किए हुए हैं ऐसे में टी20 वर्ल्ड कप पर भी संशय बना हुआ है। इस कारण इस 36 वर्षीय खिलाड़ी का इंटरनेशनल करियर भी अधर में लटक गया है।


लॉक डाउन बढ़ने से आहत,की खुदकुशी

गुरुग्राम। लॉकडाउन के कारण हरियाणा के गुरुग्राम में फंसे हरदोई के पिहानी निवासी मजदूर ने खुदकुशी कर ली। मृतक के भाई का कहना है कि वह लॉकडाउन बढ़ाने की बात से परेशान था। पोस्टमार्टम के बाद सोमवार को परिजन शव लेकर गांव पहुंचे। घटना के बाद सेपरिजनों में कोहराम मचा है। कोतवाली क्षेत्र के ग्राम बगौछा निवासी नरेश पाल (55) पुत्र नन्हूराम हरियाणा के गुरुग्राम में मजदूरी करता था। 25 मार्च को लॉकडाउन के बाद वह साथियों के साथ गुरुग्राम में ही फंस गया था।


रविवार को साथियों के साथ नरेश गेहूं की फसल काट कर रहा था। वहीं लॉकडाउन की अवधि को बढ़ाने की चर्चा होने लगी। साथियों के मुताबिक ये सुनकर नरेश काफी परेशान हो गया। दोपहर में उसने पास ही एक खेत में खड़े पेड़ से गमछे के सहारे फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। भाई कालीचरन ने बताया कि नरेश के दो बेटे व एक बेटी है। परिवार गांव में ही रहता है। लॉकडाउन की अवधि बढ़ने की चर्चाओं ने उसकी परेशानी बढ़ा दी थी। उसने कई बार फोन कर इसका जिक्र भी किया था।


धारदार हथियार से महिला की हत्या

प्रतापगढ़। लालगंज इलाके के मेंढावा गांव में 32 वर्षीय महिला की धारदार हथियार से निर्मम हत्या का मामला सामने आया है। घटना की खबर मिलते ही पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने आरोपी पति को हिरासत में ले लिया है और मामले की छानबीन कर रही है।
मिली जानकारी के अनुसार मेंढावा गांव के रहने वाले सचिन तिवारी और उनकी पत्नी पूनम के बीच शादी के बाद से ही विवाद चल रहा। मृतिका ने पहले भी कई बार ससुरालवालों पर प्रताड़ना का आरोप लगाया था। बताया गया कि पति-पत्नी के बीच सोमवार रात को भी विवाद हुआ था। आरोप है कि इसके बाद मंगलवार सुबह करीब चार बजे सचिन ने धारदार हथियार से मारकर पत्नी की हत्या कर दी। पुलिस ने मृतका के तीनों बच्चो से भी बीतचीत की। इसके बाद मौके से पति को हिरासत में लेकर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।


बाहर से 6, गांव में घुसने से रोका

आगरा। लॉकडाउन के कारण हैदराबाद में फंसे आगरा जिले के बाहरी क्षेत्र निवासी छह लोग भाडे़ पर एंबुलेंस लेकर गांव तक पहुंच गए। लेकिन, यहां गांव वालों ने बिना जांच कराए उन्हें घुसने नहीं दिया। इस पर ये युवक स्क्रीनिंग के लिए सोमवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) बाह पहुंचे।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर इन युवकों ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान एंबुलेंस का सहारा लेकर आसानी से गांव तक पहुंच गए। बाह सीएचसी पर उनकी स्क्रीनिंग हुई तब कहीं वे घर तक पहुंच सके। स्क्रीनिंग के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 14 दिन तक घर में ही क्वारंटीन रहने की हिदायत दी है। उधर, बाह के एक गांव में दामाद के घर महिला पहुंची तो मोहल्ले के लोगों ने विरोध कर दिया। इस पर सास को लेकर युवक स्क्रीनिंग के लिए बाह सीएचसी पहुंचा।
रिश्तेदार के आने पर बखेड़ा
आगरा की एक कॉलोनी में बने अपार्टमेंट के एक परिवार से रिश्तेदार के मिलने आने पर बखेड़ा हो गया। अपार्टमेंट के लोगों ने रिश्तेदार को गेट पर ही रोक दिया। विवाद बढ़ने पर पुलिस बुला ली। पुलिस के समझाने पर रिश्तेदार वापस चले गए।


मामला थाना जगदीशपुरा की अलकापुरी चौकी क्षेत्र स्थित एक कॉलोनी में बने अपार्टमेंट का है। रविवार रात को अपार्टमेंट में रहने वाले एक परिवार से मिलने मारुति एस्टेट क्षेत्र के रहने वाले एक दंपती आए थे। अपार्टमेंट के गेट को बंद करके बाहरी लोगों का प्रवेश वर्जित का बोर्ड लगा रखा है। दंपती को लोगों ने गेट पर ही रोक लिया। पूछताछ करने पर उन्होंने बताया कि वो कॉलोनी में रहने वाले अपने एक रिश्तेदार के यहां आए हैं। उन्हें कुछ सामान देना है। लेकिन, लोगों ने अंदर नहीं जाने दिया। इसकी जानकारी पर दंपती के रिश्तेदार भी आ गए। अपार्टमेंट के लोगों से विवाद शुरू हो गया। उनका कहना था कि रिश्तेदार के आने में क्या आपत्ति है। अपार्टमेंट के लोगों का कहना था कि लॉकडाउन में सभी को घर में रहना चाहिए। विवाद बढ़ने पर 112 नंबर पर काल कर दिया गया। पुलिस ने सभी को समझाया कि नियम उनके हित के लिए हैं। दंपती पुलिस के समझाने पर गेट से ही सामान देकर लौट गए।


महाराष्ट्र में वायरस ने मचाया कोहराम

मुंबई। महाराष्ट्र में कोरोना वायरस कोहराम मचा दिया है। यहां संक्रमित लोगों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है। ऐसे ही समय में महाराष्ट्र सरकार में आवास मंत्री जितेंद्र अव्हाड़ के स्टाफ के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद से हड़कंप मच गया है। वहीं आवास मंत्री को क्वॉरेंटाइन कर दिया गया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, महाराष्ट्र सरकार में आवास मंत्री जितेंद्र अव्हाड़ के 14 निजी स्टाफ कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं। इन 14 स्टाफ में 5 पुलिस और उसके अलावा 9 निजी स्टाफ है। जो कोराना पॉजिटिव पाए गए हैं। वहीं दूसरी तरफ घर के नौकर और पार्टी के कार्यकर्ता भी इस लिस्ट में शामिल हो गए हैं।


फिलहाल कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद आवास मंत्री जितेंद्र अव्हाड़ खुद भी घर में क्वारंटाइन हो गए हैं। जानकारी के लिए बतादें कि जितेंद्र अव्हाड़ एनसीपी नेता है। बीते सोमवार को जानकारी मिली थी कि वे एक ऐसे व्यक्ति के संपर्क में थे। जो कोरोना पॉजिटिव निकला है। इसके बाद उन्होंने अपने आपको क्वारंटाइन में जाने की घोषणा कर दी थी। बता दें कि महाराष्ट्र में कोरोना वायरस संक्रमित लोगों की संख्या दिनों दिन बढ़ रही है। भारत के अन्य राज्यों की तुलना में महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा कोरोनावायरस के मरीज पाए जा रहे हैं। महाराष्ट्र के 5 जिले ऐसे हैं जो सबसे ज्यादा प्रभावित हैं और जो शहरी इलाकों में शामिल हैं। बीते सोमवार को 352 नए केस सामने आए हैं। जिसके बाद राज्य में मरीजों की संख्या 2334 हो गई।


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पंजाब किंग्स ने जीता टॉस, गेंदबाजी का फैसला  इकबाल अंसारी  चेन्नई। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2024 सीजन में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) और पं...