शनिवार, 11 अप्रैल 2020

लोनी विधायक ने डीएम को लिखा पत्र

अकाशुं उपाध्याय


गाजियाबाद। विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने लिखा जिलाधिकारी को पत्र, मांगा नगरपालिका और तहसील के लिए कॅरोना से निपटनें के लिए करोड़ों का पैकेज, कहा बिना राशन कार्ड वालों को भी राशन और 1000 रूपए का लाभ दिए जाने की हो व्यवस्था। शनिवार को लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने जिलाधिकारी गाजियाबाद को पत्र लिखकर क्षेत्र के असंगठित क्षेत्र व छोटे कामगार जिनके पास राशन कार्ड नहीं है। उन्हें चिन्हित कर राशन और 1000 रूपए की धनराशि दिए जाने की मांग की। साथ ही कॅरोना आपदा से निपटने के लिए लोनी को दी गई 10 लाख की राशि को अपर्याप्त बताते हुए पालिका और तहसील को पृथक रूप से करोड़ों रूपए दिए जाने की बात रखी। 


देखने वाली बात यह है कि जिला अधिकारी अजय शंकर पांडेय, विधायक के द्वारा की गई मांग को किस प्रकार लेते हैं? क्या जरूरतमंदों के प्रति उनका हृदय पसीज जाएगा या शासन व्यवस्था के अधीन कुछ कठोर निर्णय लेने होंगे। विधायक ने पत्र में लिखा कि विधानसभा क्षेत्र में लगभग 80 प्रतिशत आबादी दिहाड़ी मजदूर, असंगठित क्षेत्र में कार्यरत मजदूर, खोखा, पटरी, आॅटो चालक आदि की है जिनमें से अधिकतर वे लोग है जो प्रतिदिन कमाकर उसी से अपना पेट भरते है। कॅरोना महामारी को देखते हुए लाॅकडाउन हो जाने के कारण इनके सामने भूखमरी का संकट पैदा हो गया था। मैंने स्वंय 27 मार्च से लोनी की भूखमरी के कारण बिगड़ती स्थिति के कारण 6 विधायक-योगी रसोई के नाम से जरूरतमंदों तक भोजन वितरण के लिए रसोई चालू करवाई। साथ ही, दर्जनों सामाजिक संगठनों से निवेदन कर अधिकारियों के साथ बैठक करवाकर उनसे भी क्षेत्र में भिन्न-भिन्न स्थानो पर रसोई शुरू की गई और काॅल के माध्यम से मिलने वाली सूचना पर जरूरतमंदों के घर तक भोजन पहुंचाने की व्यवस्था की जा रही है जिससे लाॅकडाउन का भी आसानी से पालन हो सकें। 3 दिवस पूर्व 2 सरकारी रसोई तहसील के द्वारा शुरू की गई है लेकिन सामाजिक संगठनों की सीमित क्षमता होने के कारण उन्होंने प्रतिदिन बनने वाले खाने की मात्रा घटा दी है या फिर निकट भविष्य में परिस्थितियों को देखते हुए ये पूर्ण रूप से बंद भी हो सकते हैं। 16 लाख की आबादी में अधिकांश संख्या गरीब मजदूरों के होने के कारण उत्पन्न होने वाली भूखमरी से स्थिति भयावह हो सकती है। इसलिए समय रहते ही सभी वार्ड एवं गांव स्तर पर ऐसे मजदूरों और जरूरतमंदों सूची बनाई जाए जिनके पास राशन कार्ड नहीं है, आधार कार्ड नहीं है उन्हें राशन पहुंचाने की व्यवस्था के साथ-साथ 1000 रूपए की भी मुख्यमंत्री विशेष आपदा कोष से इनके खातों में दिलवाने की मांग की हैं जिससे प्रदेश सरकार व माननीय मुख्यमंत्री जी की मंशा के अनुरूप इस आपदा की घड़ी में कोई भी भूखा एवं असहाय न रहें। 


वहीं विधायक ने लिखा कि लोनी की आबादी को ध्यान में रखते हुए कॉरोना से निपटने के लिए करोड़ों रूपए की मदद मिलनी चाहिए थी वहां 10 लाख रूपए की राशि ऊंट के मुंह में जीरा के समान है। इसलिए एसडीएम व अधिशासी अधिकारी की रसोई एवं अन्य कार्य के लिए पृथक रूप में करोड़ों रूपए की जरूरत है।  विधायक ने पत्र की प्रतिलिपि माननीय मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव को भी प्रेषित किया है।


महाराष्ट्रः 110 की मौत, 1574 संक्रमित

मुंबई। महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण से होने वाली मौत का आंकड़ा 100 पार कर गया। शुक्रवार को मुंबई में 12 लोगों की मौत हुई। इसी के साथ राज्य में मौतों का आंकड़ा 110 हो गया। वहीं, राज्य में संक्रमितों की संख्या 1574 तक पहुंच गई है। राज्य में संक्रमण से पहली मौत 17 मार्च को हुई थी। लेकिन दो अप्रैल के बाद मौत के आंकड़ों में बेहद तेजी रही। जहां 17 मार्च से एक अप्रैल तक यानी 14 दिन में संक्रमण से 13 लोगों की मौत हुई। वहीं, दो अप्रैल से 10 अप्रैल यानी 9 दिनों में 98 लोगों की जान गई।
देश के संक्रमण में महाराष्ट्र की स्थिति-
देश में संक्रमण के करीब सात हजार मामले हैं। वहीं, महाराष्ट्र में संक्रमितों का आंकड़ा 1500 से ज्यादा है। यानी हर पांचवां मरीज महाराष्ट्र से है। राज्य के 36 में से 22 जिलों तक कोरोना का संक्रमण फैल चुका है।
देश में मौत का आंकड़ा 255 है। महाराष्ट्र में 108 मौत हो चुकी है। यानी हर 10 में चार मौत महाराष्ट्र में हुई है। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा मौत मुंबई और पुणे में हुई है। मुंबई में अब तक 74 जबकि पुणे में 25 की मौत हो चुकी है।
देश के 20% संक्रमित महाराष्ट्र में
देश के कुल संक्रमित मामलों में करीब 20% जबकि कुल मौतों में से 42% मामले महाराष्ट्र के हैं। राज्य में कोरोना संक्रमितों की मृत्युदर (सीएफआर) 7.11% है जबकि देश में यह 3.10% है। हालांकि, मृत्यु दर के मामले में महाराष्ट्र, पंजाब और गुजरात से पीछे है। यहां क्रमशः 7.92 और 7.69% मृत्यु दर रही है। वहीं सबसे खास यह है कि केरल, जहां कोरोना का पहला मामला सामने आया वहां अब तक सिर्फ 2 मौतें हुई और वहां मृत्यु दर सिर्फ 0.56% है।
पुणे में तेजी से बढ़ा मृतकों का आकंड़ा, सिर्फ दो दिन में हुई 18 मौतें
राज्य में हुई 108 मौतों में से 74 यानि की तकरीबन 70% मौतें मुंबई में हुई हैं। इसके बाद दूसरा नंबर पुणे का आता है। यहां अब तक 27 लोगों की जान जा चुकी है। खास यह है कि पुणे में मंगलवार के बाद से मृतकों के आकड़ों में तेजी से वृद्धि हुई है। मंगलवार को यहां मृतकों की संख्या सिर्फ 6 थी जो गुरुवार शाम तक बढ़कर 25 हो गई। यानि सिर्फ दो दिन में पुणे में 19 लोगों की मौत हुई है। पुणे में सबसे ज्यादा मौतें ससून हॉस्पिटल और मुंबई में कस्तूरबा हॉस्पिटल में हुईं हैं।


पश्चिम बंगाल में संक्रमितो की संख्या-116

कोलकाता। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से पीडि़तों की कुल संख्या पश्चिम बंगाल में शुक्रवार को बढ़कर 116 हो गई। फिलहाल कोविड-19 से 89 संक्रमित हैं। पिछले 24 घंटे के दौरान 12 और मामले सामने आए हैं। और तीन लोगों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई, जबकि महामारी से राज्य में मृतकों की संख्या 5 पर ही टिकी हुई है। इस बीच दक्षिण कोलकाता में एक बैंक अधिकारी की मां के कोरोना से पीडि़त होने के बाद बैंक को सील कर दिया गया।
राज्य के मुख्य सचिव राजीव सिन्हा ने सचिवालय नवान्न में संवाददाता सम्मेलन में बताया कि राज्य में अभी भी 44,474 लोग होम क्वारंटाइन में हैं जबकि 4830 लोग सरकारी क्वारंटाइन में हैं। सरकारी क्वारंटाइन सेन्टरों में 14 दिन की अवधि पूरा कर लेने के कारण 450 लोगों को रिहा किया गया। मुख्य सचिव के अनुसार राज्य में 2 गैर सरकारी और 5 सरकारी लेबोरेटरी में अब तक कुल 2095 लोगों के नमूने की जांच की गई। 
निगम जारी नहीं कर सकता प्रमाण पत्र
पश्चिम बंगाल में कोविड-19 से मृतकों की संख्या कम दिखाने के आरोपों पर मुख्य सचिव ने कहा कि कोरोना पर गठित डेथ ऑडिट कमेटी में शामिल विशेषज्ञ चिकित्सकों की अनुशंसा पर ही स्वास्थ्य व परिवार कल्याण विभाग आधिकारिक तौर पर कोविड-19 से मौत की पुष्टि करता है। उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि कोरोना से किसी भी व्यक्ति की मौत का प्रमाण पत्र नगर निगम या स्थानीय निकायों की ओर से जारी नहीं किया जा सकता।


बुजुर्ग की पेंशन से जरूरतमंदों की मदद

८० वर्षीय पुष्पलता पेंशन के पैसों से कर रहीं ज़रुरतमन्दों की मदद
 
प्रयागराज। कीडगंज की ८०वर्षीय पुष्पलता यादव का जज़बा देख कर क्षेत्रवासी गदगद हैं। इस उम्र में वह लोगों के लिए प्रेणा बनी हैं।जब से कोरोना वॉयरस के कारण लॉक डाऊन लगा है। तब से प्रतिदिन वह ग़रीबों व ज़रुरतमन्दों को खाद्ध सामाग्री बाँट रही हैं।उम्र के इस पड़ाव पर भी वह अपनी पेंशन के पैसों से ज़रुरतमन्दों के घर चूलहा जलाने के लिए प्रबन्ध कर रही हैं।अस्वस्थ रहने के बाद भी लोगों की सेवा करने से उनके अन्दर ग़ज़ब की स्फूर्ति जाग्रत हो गई है।मोहल्ले में कोई उनहे दादी मॉ तो कोई माता जी तो काकी माँ कह कर पुकारते हैं।पुष्पलता यादव की बेटी मंजू यादव अखिल भारतीय यादव महासभा की ज़िलाध्यक्ष व समाजवादी पार्टी महिला सभा की महानगर अध्यक्ष हैं।बेटी को हमेशा लोगों की सेवा करते देख पुष्पलता जी में भी इस उम्र में ज़रुरतमन्दों के लिए कुछ करने का जज़बा पैदा हो गया।उनहोने बेटी मंजू से कह कर आँटा, दाल, चावल,सरसों का तेल,आलू,मसाले आदि मंगा कर खुद व नातियों की मदद से पैकेट तय्यार करवाए और एक एक ज़रुरतमन्द को अपने हाँथों से खाद्ध सामाग्री का वित्रण किया।दो नाती उनके डाक्टर हैं और मंजू यादव के पति भी डाक्टर थे जिनका देहान्त हो चूका है।बूढ़ी माँ के हौसले को देख कर मंजू यादव की आँखे छल छला आईं।उनका कहना है की पति के इस संसार से जाने के बाद माँ का हौसला था जो आज मैं लोगों की समाज सेवा कर रही हूँ।


बृजेश केसरवानी


लॉक डाउनः राजनीति का गिरता स्तर

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। भारतीय जनता पार्टी की लोनी नगर पालिका अध्यक्ष रंजीता धामा अपने पति मनोज धामा के साथ दोपहर 1बजे लोनी बार्डर थाने पर पँहुची तथा थाना प्रभारी को तहरीर देते हुये कल कुछ असामाजिक तत्वों के दुारा उनके विषय मे "लोनी की लाडली चैयरमेन लापता " है ऐसे पोस्टर लोनी क्षेत्र मे लगाये गये थे जो कि उनकी लोनी क्षेत्र मे बढती लोकप्रियता से द्वेष रखने वाले लोगोॆ ने लगाये हैं । 
लोनी नगरपालिका अध्यक्ष रंजीता धामा जी जानकारी देते हुये बताया कि उनका परिवार लोनी क्षेत्र का एक प्रतिष्ठित परिवार है तथा उनके पति पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष रहे हैं। जिस वजह से कुछ लोग उनसे राजनीतिक दुेष रखने लगे हैं। इसी कारणवश इस संकट की घडी मे भी वो लोग बाज नही आ रहे हैं तथा नित नये नये हथकंडे अपना रहे हैं।
हमारे परिवार के दुारा इस कोरोना नामक वैश्विक महामारी के दौर मे लोनी की जनता के लिये दिन -प्रतिदिन शुद्ध एवं सात्विक भोजन की व्यवस्था की जा रही है हम लोग अपनी लोनी की जनता के लिये हमेशा सुख -दु:ख मे साथ खडे रहते हैं इसी वजह से ये लोग हमसे राजनीतिक द्वेष रखते हैं ।
लोनी नगर पालिका अध्यक्ष रंजीता धामा ने पुलिस प्रशासन से प्रकरण की जाँच कर उचित कानूनी कार्यवाही की मांग की तथा दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही हो ऐसा पुलिस प्रशासन सुनिश्चित करे।


24 घंटे में दो हजार से अधिक मौत

वाशिंगटन। अमेरिका में वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) ने विकराल रूप ले लिया है और इसके कारण अब तक 18 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है जबकि पांच लाख से अधिक संक्रमित हुए हैं। जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी की ओर से जारी किए गए ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना से पहली बार दो हजार से अधिक लोगों की मौत हुई है जिससे मरने वालों की संख्या 18 हजार को पार कर 18693 पहुंच गयी है जबकि 500399 लोग इससे संक्रमित हुए हैं।
अमेरिका में कोरोना से शुक्रवार को 2000 से अधिक लोगों की मौत हुई है। इससे पहले बुधवार को सर्वाधिक 1936 लोगों की मौत हुई थी। कोरोना के कारण इटली के बाद अमेरिका में सर्वाधिक मौतें हुई हैं। इटली में इस महामारी के कारण अब तक 18849 लोगों की मौत हो चुकी है। वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक 60 प्रतिशत से अधिक मौतें न्यूयॉर्क (777), न्यूजर्सी (232) और मिशीगन (205) प्रांत में हुई हैं। 
वहीं, विश्व में कोरोना वायरस से मरनेवालों की संख्या एक लाख के आंकड़े को पार कर गई है जिनमें से लगभग 70 प्रतिशत मौत यूरोप में हुई हैं। आधिकारिक आंकड़ों के आधार पर एएफपी द्वारा तैयार की गई सूची के अनुसार, विश्व में कोरोना वायरस 1,00,661 लोगों की जान ले चुका है जिनमें से 70,245 लोगों की मौत यूरोप में हुई है। इटली में 18,849 के आंकड़े के साथ सर्वाधिक मौत हुई हैं, जबकि उसके बाद अमेरिका में 17,925 लोगों की मौत हुई है। वहीं, स्पेन में 15,843 लोगों की मौत हुई है।


वीजा प्रतिबंध आदेश पर हस्ताक्षर

मनोज सिंह ठाकुर


वाशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घातक कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी के बीच अमेरिकी में मौजूदा विदेशी नागरिकों को स्वदेश वापसी की स्वीकृति नहीं देने या इसमें अनुचित रूप से देरी करने वाले देशों के खिलाफ वीजा प्रतिबंध लगाने संबंधी एक सरकारी आदेश पर हस्ताक्षर किया है।
ट्रंप ने शुक्रवार देर रात एक ज्ञापन जारी कर कहा, कोरोना वायरस माहमारी के बीच जिस भी देश ने अमेरिका से अपने नागरिकों को स्वदेश वापसी की स्वीकृति नहीं दी या अनुचित रूप से देरी की है, अमेरिका उन पर वीजा प्रतिबंध लगायेगा। इन देशों ने अमेरिकी लोगों के लिए स्वास्थ्य संबंधी खतरे और बढ़ा दिये है। अमेरिका देश के कानून का उल्लघंन करने वाले विदेशी नागरिकों को प्रत्यावर्तित करने में सक्षम है।
ज्ञापन में कहा गया, विदेश मंत्री जल्द से जल्द और अधिकतम सात दिन के अंदर प्रवासन एवं नागरिकता कानून के अनुच्छेद 234(डी) के तहत वीजा प्रतिबंध लगाने के लिए एक योजना तैयार करें।


हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया

हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कांग्रेस पर अपना हमला तेज ...