शुक्रवार, 27 मार्च 2020

रामानंद कृत रामायण का पुनः प्रसारण

मुंबई। रामानंद सागर की रामाणय को पसंद करने वाले दर्शकों के लिए एक बड़ी खबर सामने आई है। जनता की मांग पर शनिवार 28 मार्च से ‘रामायण’ का प्रसारण पुनः दूरदर्शन के नेशनल चैनल पर शुरू होगा।  पहला एपिसोड सुबह 9.00 बजे और दूसरा एपिसोड रात 9.00 बजे प्रसारित होगा ।


केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने खुद इस बात की जानकारी सोशल मीडिया पर दी है। बता दें कि पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर रामानंद सागर की रामायण और बीआर चोपड़ा की महाभारत को फिर से टेलिकास्ट करने की मांग की जा रही थी। ऐसे में उन सभी की इस मांग को पूरा करते हुए फिलहाल रामायण का प्रसारण दोबारा से शुरू कर दिया गया है।


रामानंद सागर की रामायण का प्रसारण साल 1987 में पहली बार दूरदर्शन पर हुआ था। वहीं बीआर चोपड़ा की महाभारत का प्रसारण भी साल 1988 में पहली बार दूरदर्शन पर हुआ था।  रामायण और महाभारत को लोग इतने चाव से देखते थे कि सड़कों पर एक दम सन्नाटा होता था। इन धार्मिक कार्यक्रमों के प्रसारण के वक्त बाहर सड़कों का माहौल एक दम कर्फ्यू की तरह ही होता था।


1987-88 में रामायण और महाभारत को लोग बड़े ही चाव से देखते थे। कहा जाता है कि उस दौर में अफसर से लेकर नेता तक किसी से मिलना तो क्या किसी का फोन भी उठाना पसंद नहीं करते थे। 78 एपिसोड वाले रामायण का प्रसारण जब होता था तो देश की सड़कों और गलियों में कर्फ्यू जैसा सन्नाटा छा जाता था। भारत के तमाम शहरों और गांवों में रामायण के टेलीकास्ट के समय लोग अगरबत्ती जलाकर बैठा करते थे। चप्पलें कमरे के बाहर उतार दी जाती थीं।


गौरतलब है कि रामायण में भगवान राम का किरदार अरुण गोविल ने निभाया था। वहीं सीता का किरदार निभाने वाली दीपिका चिखलिया को आज भी सीता के रूप में ही याद किया जाता है। इसके साथ ही दारा सिंह ने हनुमान का रोल निभाया था। वहीं रावण का रोल निभाकर अरविंद त्रिवेदी ने खासी लोकप्रियता बटोरी थी।


आइसोलेशन वार्ड में तब्दील करेंगे कोच

नई दिल्ली। रेलवे जरूरत पड़ने पर कोच फैक्ट्रियों में मेडिकल उपकरण बना सकता है। रेलवे ने सैनिटाइजर और मास्क बनाने की शुरुआत कर दी है। इसके अलावा कोचों को आइसोलेशन वार्ड में भी तब्दील किया जा सकता है। मैकेनिकल और मेडिकल की टीम इस विकल्प पर मीटिंग भी कर रही है।


पीएम ने राष्ट्र के नाम संबोधन में कोरोना को विश्व युद्ध से भी खतरनाक बताया था। रेलवे ने इसी आधार पर तैयारी शुरू कर दी है। रेलवे बोर्ड के अधिकारियों ने बताया कि दूसरे विश्व युद्ध के दौरान रेलवे के वर्कशॉप में एंबुलेंस, बख्तरबंद गाड़ियों के निर्माण से लेकर एयरक्राफ्ट की मरम्मत तक हुई थी। मौजदा समय में कोच फैक्ट्रियों में रेल से जुड़ा सभी तरह का प्रोडक्शन बंद कर दिया गया है। इसलिए कोच फैक्ट्रियों में बेड, रैक, स्टैंड, मेज, कुर्सी बनाए जा सकते हैं। रेलवे बोर्ड ने इसके संबंध में रिपोर्ट भी मांगी है।


रेलवे बोर्ड के अधिकारियों ने बताया कि जरूरत पड़ने पर रेलवे कोचों को आइसोलेशन वॉर्ड में भी बदला जा सकता है। कोचों को मोबाइल अस्पताल में पहले भी बदल चुका है। एक कोच में चार टॉयलेट होते हैं, इसलिए 2 से 4 आइसोलेशन वार्ड बनाए जा सकते हैं। अधिकारियों का कहना है कि हर तरह के विकल्प पर विचार किया जा रहा है। स्थितियों को देखते हुए फैसला लिया जाएगा।


भारतीय सेना का 'ऑपरेशन नमस्ते'

नई दिल्ली। देश पर जब-जब भी संकट आया है, सेना ने सबसे आगे आकर मोर्चा संभाला है और हर संकट से मुक्ति दिलाने में अपनी प्रभावी भूमिका निभाई है। आज जब देश के सामने कोरोना वायरस के महा-संकट से पार पाने की गंभीर चुनौती है तो आर्मी फिर से मोर्चे पर तैनात हो गई है। भारतीय सेना ने कोरोना के खिलाफ ‘ऑपरेशन नमस्ते’ छेड़ दिया है।


आर्मी चीफ जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने ऑपरेशन नमस्ते के बारे में बताते हुए कहा, ‘छुट्टी पर पाबंदी लगाई गई है। 2001 में ऑपरेशन पराक्रम के दौरान 8-10 महीने में कोई छुट्टी पर नहीं गया था। पराक्रम में भी हम विजयी निकले हैं, ऑपरेशन नमस्ते में भी कामयाब रहेंगे।’ आर्मी चीफ के मुताबिक भारतीय सेना की आंतरिक खूबी है कि हम अपने सांगठनिक ढांचे और ट्रेनिंग की बदौलत तरह-तरह की आपातकालीन परिस्थितियों से उबल जाते हैं। हम कोविड-19 से निपटने में भी अपनी इसी क्षमता का इस्तेमाल करेंगे।


उन्होंने कहा, ‘कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में सरकार और सामान्य प्रशासन की मदद करना हमारा दायित्व है। बतौर आर्मी चीफ सैन्य बलों को चुस्त-दुरुस्त रखना मेरी जिम्मेदारी है।’ उन्होंने आगे कहा, ‘देश की रक्षा के लिए हमें खुद को सेफ और फिट रखना काफी महत्वपूर्ण है। इसे ध्यान में रखते हुए हमने पिछले कुछ हफ्तों में 2-3 अडवाइजरी जारी की है।’ आर्मी चीफ ने कहा कि सेना ने पहले भी सभी अभियानों में सफलता पाई थी और ऑपरेशन नमस्ते को भी सफलतापूर्वक अंजाम देगी। सेना की ओर से देशभर में अब तक आठ क्वारेंटाइन सेंटर्स स्थापित किए जा चुके हैं।


सेना की ओर से हेल्प लाइन नंबर भी जारी किया गया है। इसके लिए सेना के साउर्थन कमांड, ईस्टर्न कमांड, वेस्टर्न कमांड, सेंट्रल कमांड, नॉदर्न कमांड, साउथ वेस्टर्न कमांड और दिल्ली हेडक्वॉर्टर में कोरोना हेल्प लाइन सेंटर्स बनाए गए हैं। इसके जरिए कोरोना वायरस की चपेट में आए लोगों की मदद की जाएगी। साथ ही, आम नागरिकों को इस संकट से जुड़ी जानकारियां भी दी जाएंगी। निगरानी और आइसोलेशन की क्षमता बढ़ाई जा रही है।


सभी आर्मी हॉस्पिटलों को छह घंटों की सूचना पर सिर्फ कोविड-19 मरीजों के लिए 45 बेड का आइसोलेशन वार्ड और 10 बेड का आइसीयू वॉर्ड तैयार करने का निर्देश दिया गया है। जिन इलाकों में कोरोना का असर ज्यादा है, वहां के 30 प्रतिशत फिल्ड हॉस्पिटलों को स्टैंडबाय मोड में रखा गया है। क्विक रिएक्शन मेडिकल टीमें गठित होंगी जो सूचना मिलने के छह घंटे के अंदर मरीज को अस्पतालों में पहुंचाने को तैयारी कर लेगी।


दिसंबर 2001 में संसद पर हमले में पाकिस्तान के हाथ होने के कुछ अहम सबूत मिले तो भारत ने उसके खिला ऑपरेशन पराक्रम चलाया था। तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने सेना को सीमा की ओर कूच करने का आदेश दिया था और दिसंबर 2001 से जून 2002 तक भारत और पाकिस्तान दोनों देशों की सेना धीरे-धीरे नियंत्रण रेखा (एलओसी) की ओर बढ़ती रही। इसका असर यह हुआ कि पाकिस्तानी सेना ने दबाव में आकर आतंकवादी समूहों को समर्थन देना बंद कर दिया। आर्मी चीफ नरवणे ने इसी का उदाहरण देते हुए बताया कि तब भी सेना के जवान लंबे वक्त तक छुट्टियों पर नहीं गए थे।


कोरोनाः एसबीआई ने लिए बड़े फैसले

नई दिल्ली। देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने कोरोना वायरस के चलते देश में लागू किए गए 21 दिन के लॉकडाउन को देखते हुए बड़ा फैसला लिया है। इसके तहत बैंक ने अपनी शाखाओं में कामकाज का समय बदल दिया है। सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए यह फैसला किया गया है।


एसबीआई के प्रबंध निदेशक पी के गुप्ता ने कहा कि उन्होंने राज्य सरकारों के परामर्श से पूरे देश में बैंकिंग सेवाओं के लिए टाइम स्लॉट लागू किए हैं। गुप्ता ने कहा कि कई राज्यों में हमने अपनी शाखा खोलने के समय को सीमित रखा है। कुछ राज्यों में यह सुबह 7 बजे से 10 बजे तक है, जबकि कुछ राज्यों में यह समय सुबह 8 बजे से 11 बजे तक और कुछ राज्यों में सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक है। इस बीच एसबीआई की ओर से बैंक शाखाओं में काम कर रहे उसके कर्मचारियों को मास्क और सैनिटाइजर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। जबकि कतार में कम से कम 1 मीटर की दूरी बनाए रखी जा रही है। प्रशासन विभाग के लोग वैकल्पिक दिनों में काम कर रहे हैं।


बैंक मोबाइल एटीएम सेवाएं भी चला रहा है ताकि ग्राहक बिना एटीएम शाखाओं में आए आसानी से पैसा निकाल सकें। पीके गुप्ता ने ग्राहकों की सुविधा के लिए बैंक की ओर से चलाए जा रहे एक ऐसे मोबाइल एटीएम का वीडियो भी साझा किया। एसबीआई ने नकदी निकालने के लिए एटीएम का उपयोग करने वाले सभी बैंक ग्राहकों के लिए सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने को लेकर 7 टिप्स भी साझा किए हैं। एसबीआई के अलावा एचडीएफसी, आईसीआईसीआई, स्टैंडर्ड चार्टर्ड, सिंडिकेट बैंक, इंडियन बैंक और अन्य कई बैंकों ने देश में कोरोना वारयर सके बढ़ते प्रकोप को देखते हुए अपनी शाखाओं के परिचालन के समय में संशोधन किया है। साथ ही गैर जरूरी बैंकिंग सेवाओं को निलंबित कर दिया गया है।


बैंकिंग सेवाओं जैसे पासबुक अपडेट, काउंटर चेक संग्रह प्रतिबंधित कर दिए गए हैं। सभी बैंकों ने अपने ग्राहकों से अपनी बैंकिंग आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए डिजिटल और ऑनलाइन माध्यमों का उपयोग करने का आग्रह किया है। नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) ने भी भारतीय नागरिकों से सामाजिक संपर्क को कम करने के लिए डिजिटल भुगतान का उपयोग करने का आग्रह किया है। एनपीसीआई के एमडी और सीईओ दिलीप असबे ने कहा कि वर्तमान लॉक-डाउन की स्थिति में हम सभी नागरिकों से घर पर रहने का अनुरोध करते हैं। हम सभी सेवा प्रदाताओं और उपभोक्ताओं को डिजिटल भुगतान के तरीकों का इस्तेमाल करने का आग्रह भी करते हैं।


हाई रेट में पुलिस की लाठी हुई तेज

तौबा मेरे तौबा पिटाई क्या बताऊँ ?
क्या क्या हुआ इनके उनके साथ रे !
मिर्जापुर। लाकडाउन में टेम्परामेंट डाउन की अनेकानेक कहानियाँ पिछले 48 घण्टे में सुनने को मिलीं । ड्यूटीरत सिपाही-दरोगा का टेम्परामेंट जो डाउन हुआ है तो उनकी जुबान और साथ ड्यूटीमें लगे सिपाही ही नहीं होमगार्डों की लाठी की चोट हाई है । हाई में वीआईपी शामिल हैं तो जरूरत के सामानों के रेट भी हाई है । इसी हाई-लो बोल्टेज में लाकडाउन चल रहा है ।
संकटमोचनपर बैठे शराफत के दुश्मन---
लाकडाउन में नगर के संकटमोचन मंदिर से दुर्व्यहार की खबरें ज्यादा मिलीं । यहां गुरुवार को नगरपालिका के जलकल के एक आपरेटर को तब ठोक दिया, जब वह DM के आदेश पर सड़कों पर दवायुक्त पानी के छिड़काव के लिए सिटी मजिस्ट्रेट के यहां पास लेने जा रहा था । पास न होने से अनेक ट्यूबबेलों पर ड्यूटी दे रहे आपरेटर पुलिस के गाली-गलौज के शिकार हुए । तिवराने टोला में भी ट्यूबबेल चलाने जा रहे आपरेटर को पुलिस ने हड़काया । इसके अलावा संकटमोचन पर कतिपय मीडियाकर्मियों के साथ भी बदसलूकी की बातें सुनने को मिली लेकिन परिस्थितियों को देखकर मीडियाकर्मी ने मामले को तूल नहीं दिया ।


निर्देश देते होमगार्ड---
सिटी कोतवाली के पास कतिपय होमगार्ड एक चाय की दुकान खुलवाए थे । चाय पी रहे थे तभी एक पत्रकार ने जब फोटो खींच लिया तब उसी में से एक होमगार्ड चिल्लाकर बोला-'ऐ पत्रकार साहब, इधर आइए ।  चाय पीते फोटो मत लीजिए । हम लोगों ने थाने के कतिपय कर्मियों के लिए दुकान खुलवा रखा है ।' इस प्रकार पहलीबार होमगार्ड भी आदेशात्मक मूड में दिखाई पड़े ।
 वीआईपीसुन नहीं रहे---
सर्वाधिक दिक्कत कुछ बीमार लोगों की रही । जिनको गम्भीर बीमारी के लिए वाराणसी जाना था । ADM से सम्पर्क करने पर उन्होंने तो भरोसा दिया और सिटी मजिस्ट्रेट से पास लेने का सुझाव दिया लेकिन सिटी मजिस्ट्रेट से आधे पर ही फोन कट गया फिर लगा नहीं । इस तरह और भी कई बीमारों की स्थिति सुनने को मिली ।
 गांवों की स्थिति---
गांवों में यदि कोई देश के ही किसी हिस्से से अपने घर किसी प्रकार लौट रहा है तो बमचक मच जा रहा है । लौटा व्यक्ति कह रहा है कि वह स्वस्थ है जबकि उसके परिवार के विरोधी पुलिस को फोन कर दे रहे हैं । कतिपय लोग इसे गांव की सतर्कता कह रहे हैं तो कुछ लोग आपसी मनमुटाव का परिणाम बताते सुने गए ।
अर्धनारी श्वररूप--
घर से बाहर निकलने पर प्रतिबन्ध के चलते बहुत से घरों में पुरुष वर्ग महिलाओं के जिम्मे वाला काम करते सुने गए । कोई किचेन में बैठकर सब्जी काट रहा है, तो कोई झाड़ू लगा रहा है । दाई न आने से कोई बर्तन माँज रहा तो कोई कपड़ा साफ कर रहा है । इस प्रकार 'समय बिताने के लिए करना है कुछ काम' की स्थिति है । कहा जाए तो पुरुष आधे नारी रूप में आ गया है ।
 बड़े ऑफिसरों पर बोझ ज्यादा--
मंडल के तीनों जनपदों की निगरानी के लिए कमिश्नर एवं आईजी तथा जिले पर डीएम, एसपी रात दिन दौड़ते नजर आ रहे हैं । एक पैर कहीं तो दूसरा पैर कहीं की हालत है। अतः अपने अपने क्षेत्र में संजीदगी से लोग ड्यूटी दें तो लाकडाउन के लिए नागरिक धीरे धीरे अभ्यस्त होते दिख रहे हैं ।



-सलिल पांडेय


चौकी प्रभारी ने कराया भूखों को भोजन

बजरडीहा में चौकीप्रभारी अजय प्रताप यादव ने बटवाया भूखो को भोजन
वाराणसी। प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र भेलूपुर थाना के बजरडीहा में विभिन्न प्रदेशो से जीविकोपार्जन के लिए आये सैकड़ो गरीब व निर्धन परिवारों की लाकडाउन होने के कारण रोजी-रोटी अधर में पड़ गयी जिसके कारण लाकडाउन के पांचवें दिन दिहाड़ी मजदूरो के सम्मुख भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो गयी। तेज तर्रार चौकी प्रभारी बजरडीहा अजय कुमार यादव को जब पता चला तो आनन-फानन में उपनिरीक्षक धनन्जय यादव व अपने मातहतो के साथ भूख से जूझ रहे दर्जनो निर्धन व गरीब परिवारों को तत्काल भोजन का प्रबन्ध किया और अपने मातहतो के साथ बजरडीहा के विभिन्न क्षेत्रो में भूख से पीड़ितो को भोजन बटवाते हुए नसीहत दिया कि सरकार आपके सुरक्षा के लिए लाकडाउन जैसा निर्णय लिया है, जिससे किसी को घबराने या भयभीत होने की आवश्यकता नही है। सभी लोग संयम से आपस में सामन्जस्य बनाकर साफ सुथरे ढंग से रहे और मास्क का प्रयोग करें, अनावश्यक घरो से बाहर न निकले। उन्होने आश्वासन दिया कि सम्भव प्रयास कर भूखो को भोजन की कमी महसूस नही होने दिया जायेगा। समय-समय पर किसी न किसी तरीके से भोजन का प्रबन्ध होता रहेगा। भोजन पाकर गरीब व निर्धन परिवारो ने स्थानीय पुलिस की कार्यशैली को खूब सराहा, जिसकी पूरे दिन क्षेत्र में जबरदस्त चर्चा रही।


अलीगढ़ प्रशासन द्वारा गरीबों की मदद

अन्नू सोनी


अलीगढ़ में प्रशासन लॉक डाउन के चलते कर रही घरों तक खाद्य पदार्थों की आपूर्ति की पूर्तिती। जनता से अपील है कि बाजारों में दिए समय को भीड़ न लगाकर उस समय का ऐसे पीड़ित व लाचार परिवारों की सहायतार्थ समय का उपयोग करें व समाज सेवा करें।



अलीगढ़। थाना सासनीगेट क्षेत्र के कबीर नगर में एक महिला का परिवार चार दिन से भूख से बेहाल थी। तब उस महिला ने 112 नम्बर पर पुलिस को कॉल कर अपने घर की स्तिथि का हाल बताया और पुलिस द्वारा सहायता का लिए निवेदन किया। महिला के घर जाकर पला चौकी इंचार्ज सतीश कुमार ने अपने साथी पुलिसकर्मियों के साथ जाकर खाद्य वस्तुएं देकर सहायता पहुँचायी।
सबसे बड़ा सवाल यहाँ इस बात का है कि क्यों हर इंसान को पुलिस प्रशासन की सहायता की जरूरत पड़ रही है क्यों पुलिसकर्मियों को ही हर बात के लिए जिम्मेदार बनाया जाता है क्या आम जनता की कोई जिम्मेदारी नहीं जनता कर्फ़्यू व लॉक डाउन तोड़ने पर आमादा जनता बस नियम तोड़ने के लिए ही उतारू है क्या इस तरह की समस्याओं को हल करने के लिए उनकी कोई जिम्मेदारी नहीँ जनता से अपील है कि पुलिस प्रशासन आपकी हर सुरक्षा को लेकर पूरी तरह लगा हुआ है इस समय हालात इतने खराब है कि पुलिस प्रशासन के लिए हर जगह एक समस्या मुँह उबाये खड़ी है कृपया धैर्य बनाये रखकर पुलिस विभाग की सहायता करें न कि उनपर ही निशाना साधे।
जनता से अपील है कि बाजारों में दिए समय को भीड़ न लगाकर उस समय का ऐसे पीड़ित व लाचार परिवारों की सहायतार्थ समय का उपयोग करें व समाज सेवा करें।


1 लाख का दान, फैंस ने सुनाई खरी-खोटी

नई दिल्ली। देश में कोरोनावायरस से निपटने में सरकार के साथ साथ उद्योगपति, खिलाड़ी और हर खासोआम आदमी अपने अपने तरीके से लगा है। इस बीच मदद के नाम पर क्रिकेट खिलाड़ी महेंद्र सिंह धोनी ने ऐसा काम किया कि लोगों के साथ साथ अपने फैंस के गुस्से का शिकार हो गए।
दरअसल, कोरोनावायरस जैसी आपदा से निपटने के लिए देश के अमीर तबके ने अपने खजाने खोल दिये हैं। क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर ने इस आपदा के पीड़ितों के लिए पचास लाख की रकम देने का ऐलान किया है तो कई उद्योगपतियों ने करोड़ों की मदद दे डाली है। ऐसे में भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने मदद के नाम पर शर्मनाक कारनामा किया है।
धोनी ने पुणे के दिहाड़ी मजदूरों के लिए एक लाख रुपये दान देने की घोषणा की। उनकी इस आर्थिक मदद की घोषणा के बाद उनके फैंस सोशल मीडिया पर भड़क गए। लोगों ने धोनी को सोशल मीडिया पर जमकर खरी खोटी सुनाई।  फैंस ने नाराजगी जताते हुए कहा कि सालाना 800 करोड़ रुपये कमाने वाले धोनी मदद के नाम पर सिर्फ एक लाख रुपये की मदद कर भद्दा मजाक कर रहे हैं। इससे बेहतर था कि वो मदद ही नहीं करते। धोनी इस शर्मनाक कारनामे की वजह से सोशल मीडिया पर खूब खरी खोटी सुन रहे हैं।


आईसीसी ने सभी टूर्नामेंट किए स्थगित

नई दिल्ली। कोरोना वायरस को लेकर जहां पूरी दुनिया में अफरा तफरी मची हुई है तो वहीं दूसरी ओर खेल जगत में भी इसका खासा असर पड़ा है, दुनिया भर के छोटे से लेकर बड़े टूर्नामेंट इस खतरनाक महामारी के चलते या तो रद्द कर दिए गए हैं या फिर स्थगित कर दिए गए हैं। आईपीएल को लेकर पहले ही बीसीसीआई पशोपेश में है कि आखिर वो करे तो करे क्या और जिस तरह से हालात अभी देश में दिख रहे हैं उसे देखते हुए तो यही लग रहा है कि आईपीएल सीजन-13 को कहीं रद्द न कना पड़ जाए।


इस बीच आईसीसी ने अब बड़ा फैसला कर लिया है, और कोरोना वायरस के इस कहर को देखते हुए 30 जून से पहले होने वाले अपने सभी क्लीफाइंग टूर्नामेंट को स्थगित कर दिया है। आईसीसी के टूर्नामेंट प्रमुख क्रिस टेटली ने कहा है कि दुनिया भर में ट्रेवल को लेकर पाबंदियों और मौजूदा माहौल में सेहत को लेकर चिंताओं को देखते हुए आईसीसी ने आगामी समीक्षा तक जून के आखिर तक सारे टूर्नामेंट स्थगित करने का फैसला किया है। उन्होंने आगे कहा कि खिलाड़ियों, अधिकारियों, स्टाप और प्रशंसकों की सेहत और सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है, हमें सभी संबंधित पक्षों के हितों को ध्यान में ऱखकर फैसला लेना है। हमारा मानना है कि ये समझदारी भरा फैसला लेने का समय है।


वाहन खाई में गिरा 6 की मौत, 4 घायल

देहरादून। उत्तराखंड के टिहरी जनपद में शुक्रवार को एक वाहन के गहरी खाई में गिरने से उसमें सवार तीन महिलाओं सहित छह लोगों की मौत हो गई और चार गम्भीर रूप से घायल हो गये। टिहरी के जिला आपदा परिचालन केंद्र प्रभारी एस.के. भट्ट ने बताया कि ज्वारना-बंगियाल मोटर मार्ग पर देवीधार के पास एक वाहन लगभग 300 मीटर गहरी खाई में गिर गया।


इस हादसे में फूलचंद पाल (42) पुत्र सब्बल, निवासी ग्राम नेरी, गुड्डी देवी (36) पत्नी रमेशी, पार्वती देवी पत्नी केसर सिंह दोनों ग्राम बरनू निवासी, नत्थे सिंह (60) पुत्र दयालु, ग्राम तिरोहन, क्वांरा देवी (65) पत्नी इंदर सिंह, ग्राम तिरोहन और बीर सिंह (60) पुत्र मंगल सिंह, निवासी ग्राम डांग की घटनास्थल पर मौत हो गई। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।


ऑनलाइन बिजली बिल पर शुल्क नहीं

लखनऊ। बिजली बिलों के ऑनलाइन भुगतान पर उपभोक्ताओं को अब किसी भी प्रकार का शुल्क नहीं देना होगा। कोरोना लॉकडाउन को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के निर्देशों के अनुक्रम में यूपीपीसीएल ने उपभोक्ताओं के हित में नए दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं।


अभी तक डेबिट व क्रेडिट कार्ड के जरिये भुगतान पर बैंकिंग कंपनियों द्वारा शुल्क लिया जा रहा था। अब इस शुल्क का भुगतान यूपीपीसीएल करेगा। विद्युत उपभोक्ता अपने बिलों का ऑनलाइन भुगतान ई-निवारण ऐप के जरिये कर सकते हैं। इसे गूगल प्ले स्टोर डाउनलोड किया जा सकता है। किसी भी कठिनाई पर उपभोक्ता हेल्पलाइन 1912 पर फोन कर समस्या का समाधान पा सकते हैं। उपभोक्ताओं को एसएमएस द्वारा भी बिलों के भुगतान का लिंक साझा किया जा रहा है। विषम परिस्थितियों में भी कारपोरेशन उपभोक्ताओं को निर्बाध विद्युत आपूर्ति के लिए प्रयासरत है।कारपोरेशन उपभोक्ताओं से अपील भी करता है कि वह अपना बिल ऑनलाइन माध्यमों के जरिये जमा करें जिससे विद्युत उत्पादकों का ससमय भुगतान किया जा सके।


3 बच्चों को कुएं में फेंका, 2 की मौत

सोनभद्र। उत्तर प्रदेश में सोनभद्र जिले के बीजपुर थाना क्षेत्र में बुधवार रात एक मानसिक बीमार महिला ने अपने तीन मासूम बच्चों को कथित रूप से कुंए में फेंक दिया। इनमें दो बच्चों की मौत हो गई है। बीजपुर के थाना प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) श्यामबहादुर यादव ने गुरुवार को बताया कि पिंडारी गांव पंचायत के कोहरमरा टोला निवासी मानसिक बीमार महिला देवंती देवी बुधवार रात करीब 10 बजे अपने तीन बच्चों अन्नू (6) अनुज (3) और दीपांशु (1) को घर से कुछ दूरी पर बने कुंए में फेंक दिया और बच्चों के कुंए में गिरने की अफवाह फैलाकर गांव से फरार हो गई है।


उन्होंने बताया, “ग्रामीणों की मदद से तीनों बच्चों को कुंए से बाहर निकालकर अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने अनुज और दीपांशु को मृत घोषित कर दिया और प्राथमिक उपचार के बाद अन्नू को घर भेज दिए हैं।” उन्होंने बताया, “महिला मानसिक रूप से बीमार बताई जा रही है। महिला का पति विजय चेन्नई में एक निजी कंपनी में काम करता है और महिला घर में अपने बुजुर्ग सास-ससुर व बच्चों संग रहती है।” यादव ने बताया कि इस संबंध में महिला के खिलाफ एक मुकदमा दर्जकर दोनों बच्चों के शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेजे गए हैं, फरार महिला की तलाश की जा रही है।


हरियाणा में शराब के ठेके हुए बंद

चंडीगढ़। हरियाणा में शराब के सभी ठेके शुक्रवार से बंद रहेंगे। कोरोना वायरस को लेकर पूरे देश में जारी लॉकडाउन के बावजूद हरियाणा में शराब के ठेके अभी तक लगातार खुले रहे। हरियाणा के सभी जिलों में लॉकडाउन घोषित किया जा चुका है। लेकिन यहां शराब की दुकानों को खोलने की इजाजत दी गई थी।


हालांकि, अब सरकार ने शराब के ठेकों को बंद करने का आदेश जारी किया है। हरियाणा सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “हरियाणा सरकार द्वारा दिए गए आदेश के मुताबिक शराब के सभी ठेके गुरुवार रात 12 बजे के बाद नहीं खोले जा सकेंगे, इसके बाद शराब के ठेके खोलने वाले दुकानदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।” इससे पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित राज्य हरियाणा के गुरुग्राम, फरीदाबाद, सोनीपत, रोहतक सहित सभी जिलों में शराब की दुकाने खुली थीं। प्रधानमंत्री ने 24 मार्च की रात को देश में 21 के दिन के लॉकडाउन का ऐलान करते हुए यह स्पष्ट किया था कि इस दौरान सिर्फ आवश्यवक वस्तुओं और सेवाओं से संबंधित लोग ही घरों से बाहर निकल सकेंगे। इन आवश्यक वस्तुओं में राशन, दूध, दवा, सब्जी आदि शामिल की गई हैं और शराब के ठेके इसमें शामिल नहीं हैं। इसके बावजूद यहां शराब की दुकाने खुलना हैरान करने वाला है। हालांकि, हरियाणा में सभी पब, बीयर बार, रेस्टोरेंट्स बंद हैं। कांग्रेस नेता दीपेंद्र हुड्डा ने हरियाणा में शराब के ठेके खुले रखने पर कहा, “प्रधानमंत्री जी के 21 के लॉकडाउन अनुरोध का पूर्ण पालन कराने की बजाय हरियाणा की सरकार शराब के ठेको को खोलकर जनता के स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रही है। आखिर किसकी शह पर शराब के ठेके खुले हुए हैं? सरकार के जिम्मेदार लोग निजी स्वार्थ-धन लोलुपता से ऊपर उठकर देशहित मे काम करें।


मेडिकल कॉलेज और अस्पताल अधिग्रहित

रायपुर। राज्य सरकार ने निजी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल रिम्स को कोरोना के इलाज के लिये अधिग्रहित कर लिया है। राजधानी रायपुर से लगे ग्राम गोढ़ी में स्थित 350 बिस्तर के इस अस्पताल को राज्य शासन ने स्टाफ और समस्त संसाधनों के साथ अधिग्रहित किया है। हालांकि इससे पहले प्रदेश के सभी निजी अस्पतालों को अधिग्रहित करने का सरकार की तरफ से आदेश जारी किया गया था। लेकिन कुछ घंटों बाद इस आदेश को वापस ले लिया गया था। इस आदेश के बाद संशोधित आदेश जारी कर केवल रिम्स को अधिग्रहित किया गया है।


स्वास्थ्य संचालक द्वारा गुरुवार को जारी आदेश में कहा गया है कि डब्ल्यूएचओ ने कोराना वायरस के संक्रमण को देखते हुए हेल्थ इमरजेन्सी घोषित किया है। छत्तीसगढ़ सरकार एपिडेमिक डिजीस एक्ट 1897 (कमांक 3) के सेक्शन 2, 3 एवं 4 के तहत् प्रदत्त शक्तियों के तहत अस्पताल का अधिग्रहण कर रही है। वर्तमान परिस्थितियों में राज्य में अधिसूचित संक्रामक रोग कोरोना वायरस कोविड-19 के संक्रमण की स्थिति को देखते हुए, यह आवश्यक हो गया है कि उक्त संकामक रोग के प्रसार को रोकने एवं नियंत्रण हेतु राज्य के निजी चिकित्सा महाविद्यालय/नर्सिंग होम/ हॉस्पीटल का अधिग्रहण किया जाना आवश्यक है। आदेश में कहा गया है कि छत्तीसगढ एपिडेमिक डिजीस कोविङ-19 विनियम 2020 की कंडिका 3 के तहत् प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए रायपुर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साईस, भानसोज रोड, गोढी, जिला रायपुर को मय समस्त मानव संसाधन एवं उपलब्ध चिकित्सा संसाधनों सहित दिनांक 25 मार्च 2020 से आगामी आदेश तक के लिए अधिग्रहित किया जाता है।


पश्चिमी यूपीः पॉजिटिव मामले से हड़कंप

लखनऊ। कोरोना वायरस पश्चिमी यूपी में भी पैर पसार चुका है। यहां शामली और बागपत में एक-एक पाॅजिटिव मामले सामने आने के बाद हड़कंप मचा हुआ है। वहीं शुक्रवार को सहानपुर जनपद में स्वास्थ्य विभाग की कोरोना सर्विलांस टीम ने ऐसे ही पांच संदिग्ध पांच पुलिसकर्मियों को आईआईटी सहारनपुर के कैंपस में क्वारंटीन कराया है। बताया गया कि ये पुलिसकर्मी बाहरी जिलों से आए हैं।


कोरोना वायरस का खतरा बढ़ता ही जा रहा है। पांच पुलिसकर्मियों में कोरोना वायरस के लक्षण पाए जाने के बाद स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हैं। सभी पांच संदिग्ध मरीजों के सैंपल जांच के लिए भेज गए हैं। साथ ही उन्हें क्वांरटीन किया गया है। इनके अलावा फतेहपुर में बनाए गए स्पेशल कोरोना वार्ड में एक और मरीज को भर्ती कराया गया है। इस वार्ड में एक मरीज पहले से ही भर्ती है। इस बीच कुछ सूचनाएं मिलने पर तीन और संदिग्ध मरीजों को लेने के लिए कोरोना सर्विलांस टीमों की एम्बुलेंस निकली हैं। एक दिन पहले ही जिले में कोरोना के चार संदिग्ध मरीजों को भर्ती कराया गया था। इनके नमूने जांच के लिए भेजे गए थे। इनमे देवबंद में मरीजों के मिलने के बाद वहां मस्जिद को सैनेटाइज कराया गया था। सीएमओ डॉक्टर बीएस सोढ़ी का कहना है कि हर तरह के मरीजों की पूरी निगरानी की जा रही है। शहर या देहात जहां से भी सूचनाएं आ रहीं हैं, उन्हें फॉलो कर मरीज़ों को भर्ती कराया जा रहा है। इसके साथ ही उनकी कॉउंसलिंग कराई जा रही है।


743 लोगों को 'होम क्वारेन्टाइन'

गरियाबंद। विश्व सहित भारत में कोरोना वायरस की चपेट लगातार बढ़ रही है। करोड़ों लोग घरों में कैद हो गए हैं। इसी बीच छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में विदेश से लौटे 5 व्यक्तियों के साथ 743 लोगों को होम क्वारेन्टाइन किया गया है। गरियाबंद स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार प्रशासन ने इन लोगों को 14 से 28 दिनों के लिए होम क्वारेन्टाइन में रहने का निर्देश दिए गए हैं। उनके घर के सामने निगरानी में रखे जाने के संबंध में सूचना चस्पा की गई है। साथ ही निगरानी में रखे गये व्यक्तियों को निर्देश दिया गया है कि निगरानी अवधि के दौरान किसी भी स्थिति में घर से बाहर न निकल पाए।


प्रशासन के निर्देश पर जिले में अधिकारी-कर्मचारियों की टीम गठित कर नोवल कोरोना-19 वायरस के समुदाय में संक्रमण व प्रसार के नियंत्रण करने हेतु समुदाय स्तर पर कम्युनिटी सर्विलेन्स के लिए होम क्वारेन्टाइन किए गए घरों के आसपास के 50 घरों का सर्वे कर संभावित संक्रमित व्यक्तियों की खोज की जा रही है। प्रशासन के अलावा जनप्रतिनिधियों और आम नागरिकों से अपील की गई होम क्वारेन्टाइन किये गये व्यक्तियों से दूरी बनाकर रहे साथ उनके सतत निगरानी के निर्देश दिए गए हैं।


प्रमुख दादी की 104 वर्ष की उम्र में निधन

राणा ओबराय


ब्रह्माकुमारी की प्रमुख दादी जानकी का 104 वर्ष की उम्र में निधन, देश-विदेश में फैली शोक की लहर

नई दिल्ली। ब्रह्माकुमारी संस्थान की प्रमुख राजयोगिनी दादी जानकी का शुक्रवार को निधन हो गया। 104 साल की उम्र में उन्होंने माउण्ट आबू के ग्लोबल हास्पिटल में 27 मार्च को प्रातः 2 बजे अंतिम सांस ली। संस्थान के मुख्यालय शांतिवन में दोपहर 3:30 बजे उनका अंतिम संस्कार होगा। उनके निधन की खबर से देश-विदेश में संस्था के अनुयायियों में शोक की लहर है। दादी जानकी को 2007 में बनी मुख्य प्रशासिका: ब्रह्माकुमारीज संस्था की पूर्व मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी प्रकाशमणि के देहावसान के पश्चात 25 अगस्त, 2007 को ब्रह्माकुमारीज संस्थान की मुख्य प्रशासिका का कार्यभार सौंपा गया। तब से लेकर आज तक वे देश और दुनिया भर में अमन, चैन और सुख शांति की स्थापना के लिए कार्यरत थीं। ब्रह्माकुमारी संस्थान की प्रमुख ब्रह्माकुमारीज संस्थान की मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी जानकी इसी साल 1 जनवरी को 104 वर्ष की हुई थीं। 104 वर्ष की उम्र में भी 140 देशों में फैले अंतरराष्ट्रीय आध्यात्मिक संस्थान का संचालन करने वाली वे दुनिया की पहली मुख्य प्रशासिका हैं। उनके संसथान से करीब बीस लाख लोग जुड़े हैं और 46 हजार बहनों की वह अभिभावक थीं। दादी के नाम दुनिया की पहली मुख्य प्रशासिका का खिताब तो है ही, साथ में 104 साल की उम्र में 12 महीने में 4 माह तक भारत के कई शहरों और दस देशों में 72 हजार किमी की यात्रा का विश्व रिकॉर्ड भी उन्होंने बनाया है। 1916 में जन्मी दादी जानकी प्रात: चार बजे उठकर ज्ञान, ध्यान, राजयोग और लोगों से मिलना जुलना प्रारंभ करती थीं।ब्रह्माकुमारी संस्थान की प्रमुख दादी जानकी ने 46 हजार बहनों की ऐसी रूहानी सेना तैयार की है जो लोगों में आध्यात्मिकता के जरिए ज्ञान, राजयोग और साधना से मूल्यनिष्ठता को स्थापित करता है। दादी जानकी स्वच्छता के संदर्भ में हमेशा से एक्टिव रहीं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छ भारत मिशन का उन्हें ब्रांड एम्बेसडर बनाया था। कक्षा चौथी तक पढ़ी दादी जानकी ने ईश्वरीय सेवाओं के लिए पश्चिमी देशों को चुना। 1970 में पहली बार लंदन गईं और 35 वर्षों तक वहीं रहकर सौ से ज्यादा देशों में ईश्वरीय संदेश को पहुंचाया। हजारों-लाखों लोगों को जीवन जीने की कला सिखाई। आज उनके निधन पर देश-विदेश में शोक की लहर है।


पाक सेना में बड़े पैमाने पर संक्रमण

पाकिस्तान में कोरोना फैला रहा चीन? पाक को दोस्ती पड़ रही भारी


इस्लामाबाद। चीन से खुली हुई सीमा और बड़े पैमाने पर चीनी नागरिकों से मेलजोल का असर अब पाकिस्तान में बड़े पैमाने पर कोरोना के संक्रमण के तौर पर नजर आ रहा है। सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान की सेना में बड़े पैमाने पर कोरोना के संक्रमण की खबरें आ रही है। कुल 230 सैनिकों को संक्रमण की आशंका के चलते आइसोलेशन में भेजा गया है जिनमें 40 को पॉजिटिव पाया गया है। इनमें अफसर भी शामिल हैं। सूत्रों के मुताबिक गिलगित- बाल्टिस्तान में 28, डोमेल में 41, बाग़ में 9, रावलाकोट में 14, मीरपुर में 45 और खैबर पख्तुनख्वा में 55 पाकिस्तानी सैनिकों को कोरेंटाइन में भेजा गया हैं। वहीं मुजफ्फराबाद में 21, रावलाकोट में 9, कोटली में 2, बलोचिस्तान में 8 और खैबर पख्तुनख्वा- पंजाब में एक-एक सैनिकों को कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। पाकिस्तान ने अपने क्वारंटाइन सेंटर पीओके और गिलगिट- बाल्टिस्तान में स्थापित किए हैं। इससे पाकिस्तान के मुख्य इलाकों जैसे पंजाब में वायरस फैलने का खतरा नहीं रहेगा साथ ही यहां सेना का पूरी तरह नियंत्रण होने से खबरें बाहर नहीं आएगी। बता दें कि पाकिस्तान में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 1106 पहुंच गई है, जिसमें 8 लोगों की मौत हो चुकी है।


हम हर स्थिति से लड़ने को तैयार

नई दिल्ली। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि अगर दिल्ली में करोना के केस बहुत ज़्यादा बढ़ते हैं तो हमें क्या करना है। हमारी डॉक्टर्स की टीम ने उसका पूरा प्लान बना लिया है। हम किसी भी स्थिति का मुक़ाबला करने के लिए तैयार हैं। उन्होनें कहा कि मैं भगवान से मनाता हूं कि भारत में कोरोना की भयावहता थम जाए लेकिन अगर स्थिति बिगड़ती भी है तो हम मजबूती के साथ इसका मुकाबला करेंगे।


दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने बताया अभी दिल्ली में रोजाना तीन-चार केस आ रहे हैं लेकिन अगर यह तेजी से बढ़ता है तो कैसे निपटना है इसके लिए दिल्ली सरकार ने पूरी प्लान तैयार कर लिया है। उन्होनें कहा कि  रोज अगर 100 केस आते या फिर 500 केस रोज या फिर 1000 केस सामने आते हैं तो हमें क्या-क्या करना है इसकी पूरी गाइडलाइन तैयार की गयी है। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अभी कोरोना के 100 मरीजों के इलाज के लिए सरकार पूरी तरह तैयार। 500 मरीजों के इलाज तक की तैयारी हो रही है। जबकि संख्या अगर 1000 तक जाती है तो इससे भी निपटने का प्लान तैयार किया गया है। उन्होनें कहा कि सरकार रोज भूखें लोगों को खाना खिला रही है। 4 लाख लोगों को रोज खाना खिलाने की तैयारी हो रही है। रैन बसेरों की संख्या भी बढ़ाई जा रही है। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज के हालात में हमारे पास कोरोना से निपटने की मुकम्मल व्यवस्था है। लेकिन  आगे आने वाले दिनों में हमें कितने आईसोलेशन की जरूरत पड़ेगी, कितने वेंटीलेटर, आईसीयू और कितने टेस्ट की जरूरत होगी।कितने एंबुलेंस की जरूरत पड़ेगी और कितने डॉक्टर-नर्स की जरूरत पड़ेगी ये सभी के लिए प्लानिंग की गयी है कि 100 केस आते हैं तो कैसे निपटना है 500 केस आते तो फिर क्या होगा और ये संख्या अगर तक होती है तो क्या करना है। कोरोना वायरस के चलते भारत में लॉकडाउन का आज तीसरा दिन है। इस बीच कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़कर 724 पर पहुंच गई है। वहीं इस महामारी की चपेट में आकर देश में अब तक 17 लोगों ने दम तोड़ दिया है। हालांकि देश में 50 संक्रमित मरीज ठीक भी हुए हैं। 


खौफ के बीच 'बर्ड फ्लू' की दस्तक

पटना। कोरोना के खौफ के बीच अब बर्ड फ्लू ने भी दस्तक दे दी है। पटना के कई इलाकों में मरे कौवों और पक्षियों की जांच रिपोर्ट में बर्ड फ्लू की पुष्टि की खबर है। बर्ड फ्लू के प्रभावी क्षेत्र के 1 किलोमीटर के दायरे में सामूहिक कीलिंग की कार्रवाई भी की जाएगी। क्षेत्र में पोल्ट्री फॉर्म में मौजूद मुर्गियों को मारा जाएगा। वैसे सारे काम की गाइडलाइन केंद्र सरकार देगी।


आधिकारिक सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक पहले जंगली पक्षी की श्रेणी में आने वाले कौवे में इस बीमारी का पता चला। इसके बाद शहर के अशोकनगर और पड़ोसी जिले नालंदा के कतरी सराय के सैदपुर गांव में एक पोल्ट्री फॉर्म में जांच के बाद बर्ड फ्लू का पता चला है। इसके बाद वेटनरी ऑफिसरों ने माना कि राजधानी में बर्ड फ्लू ने दस्तक दे दी है।खास बात यह कि देश में इस वर्ष कहीं भी बर्ड फ्लू के संक्रमण की बात सामने नहीं आई है। पटना इस मामले में पहला शहर है। इस जानकारी के बाद केंद्र सरकार भी सतर्क हो गई है। बर्ड फ्लू का फैलाव दूसरे शहरों या अन्य क्षेत्रों में नहीं हो, इसके लिए सघन सैनेटाइजेशन का काम होगा। उसकी रणनीति बनाई गई है। सरकार की हिदायत के बाद ही दोनों स्थानों पर कार्यवाही की जाएगी। वेटनरी डॉक्टरों की टीम ने प्रभावित क्षेत्रों को सर्विलांस पर रखा है। दवाओं का छिड़काव भी हो चुका है। वेटनरी डॉक्टरों की तीन टीमें गुरुवार से तैयार हैं। उन्हें बस केंद्र सरकार के आदेश का इंतजार है।


अनुराग गोयल


एक ही परिवार के 12 लोग संक्रमित

मुंबई। देश में बढ़ते कोरोना के मरीजों की संख्या के बीच महाराष्ट्र से एक बड़ी खबर आई है, जहां एक ही परिवार के 12 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इसके साथ ही महाराष्ट्र में कोरोना पॉजिटिव मरिजों की संख्या बढ़कर 130 के पार हो गई हैं।


मुताबिक सांगली के इस्लामपुर के रहने वाले इस परिवार के 4 लोग हाल ही में हज की यात्रा करके लौटे थे। सबसे पहले 23 मार्च को परिवार के उन्हींं सदस्यों को टेस्ट हुआ जो यात्रा से लौटे थे।  23 मार्च को इन सबकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। जिसके बाद 25 मार्च को परिवार के 5 और सदस्यों का टेस्ट कराया गया। ये पांचों भी पॉजिटिव पाए गए। इसके बाद मेडिकल टीम ने परिवार के 3 और लोगों को टेस्ट के लिए बुलाया। ये तीनों भी पॉजिटिव निकले. इसी तरह से परिवार ते 12 लोग कोरोना वायरस के चपेट में आ गए हैं।
ये मामला सामने आते ही अब इनके संपर्क में आने वाले सभी लोगों का सैंपल लिया गया है। इन सबकी रोपर्ट आज आने वाली है। वहीं 12 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद डॉक्टरों को इस बात का डर है कि कोरोना का ये चेन काफी लंबा हो सकता है। गांव के लोग भी इसके चपेट में आ सकते हैं। वहीं परिवार के सबी करीबी रिश्तेदारों को आइसोलेट कर दिया गया है।


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