सोमवार, 23 मार्च 2020

व्यवस्था के लिए उच्च स्तरीय बैठक

कोरोना संक्रमण पर शहर व्यवस्था के लिए उच्च स्तरीय बैठक


नगर विधायक शैलेश पांडे, कलेक्टर डॉ संजय अलंग ,पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल, जिला पंचायत सीईओ रितेश अग्रवाल और नगर निगम कमिश्नर प्रभाकर पांडे बैठक में हुए शामिल


बिलासपुर। कोरोना वायरस के संक्रमण के रोकथाम पर एक दिवसीय राष्ट्रव्यापी जनता कर्फ्यू के बाद प्रदेश में 144 धारा लगाई गई है। इसके संक्रमण को रोकने, आम जनता और वस्तुओं और सेवाओं की सुविधाओं के संबंध में स्पष्ट दिशा निर्देश और कानून के दायरे में शहर में व्यवस्था बनाए रखने के लिए आज उच्च स्तरीय बैठक आयोजित की गई । जिसमें नगर विधायक शैलेश पांडे ने कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, नगर निगम कमिश्नर, और जिला पंचायत सीईओ के सामने जनता की सुविधा, व्यवस्था और बंद के दौरान मिलने वाली सेवाओं के संदर्भ में अनेक बातें रखी।


इन विषयों को गंभीरता से लेते हुए इस पर जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, नगर निगम और जिला पंचायत द्वारा जल्द ही व्यवस्था दुरुस्त करने कहा गया है। इस संबंध में जानकारी देते हुए नगर विधायक शैलेश पांडे ने कहा कि एक दिवसीय जनता कर्फ्यू में देश भर के लोगों का समर्थन मिला और लोग इस गंभीर समस्या से लड़ने के लिए तैयार नजर आए।  सभी ने अपने घरों में रहकर कोरोना से लड़ने का संदेश दिया है , लेकिन आज दूसरे दिन इस संक्रमण को लेकर लोगों में गंभीरता थोड़ी कम दिखाई दी है। इस बात के लिए जिला प्रशासनऔर पुलिस प्रशासन सहित सभी को गंभीर होने की जरूरत है। शहर के कई स्थानों में लोग घूमते और अन्य व्यवहार करते नजर आए इस पर जानकारी मिली और देखा गया है  कि आम जनता के पास बंद को लेकर स्पष्ट निर्देश नहीं हैं। खासकर सुविधाओं और सेवाओं के बाजार मैं दुकानदारों और आम जनता में इस बात की दुविधा बनी हुई है , कि कौन सी दुकानें खुली रहेंगी और कौन सी दुकानें बंद रहेंगी। इसी तरह सेवाओं को लेकर भी अभी स्पष्ट दिशा-निर्देश और जानकारी नहीं होने के कारण लोग अपने अनुसार कार्य करते नजर आ रहे हैं। जोकि एक तरह से गंभीर समस्या का रूप ले सकती है। बैठक में हमने कहा है , कि आम जनता को कर्फ्यू के संबंध में स्पष्ट दिशा निर्देश दिए जाएं, कि वह क्या कार्य कर सकते हैं, और क्या नहीं। इसी तरह सभी व्यापारी, पेट्रोल पंप संचालक ,मेडिकल स्टोर संचालक उद्योगपति, सभी निजी संस्थान सहित अनेक क्षेत्रों को भी स्पष्ट निर्देश होना चाहिए कि कौन सी दुकान खुलेगी और कौन सी दुकानें बंद रहेंगी।  यदि इन दुकानों और उद्योगों को खोलने और बंद करने की सीमा तय की जानी चाहिए तो वह भी स्पष्ट हो। उसके लिए स्पष्ट रूप से  सूची जारी किए जाने की आवश्यकता है। श्री पांडे ने बताया कि बाजार में सैनिटाइजर और साबुन के व्यवस्था की जरूरत है। किराना दुकान और सरकारी दुकानों में यह कम से कम दाम पर उपलब्ध हो और यदि यह नि:शुल्क व्यवस्था कराई जाए तो और बेहतर होगा। प्रशासन को यह सुनिश्चित करने के लिए भी कहा गया है। महत्वपूर्ण बात यह भी है कि कुछ लोगों को रहने और खाने की भी दिक्कतें सामने आई हैं , इस पर उद्योगपतियों से भी कहा जाएगा कि वे रेडक्रॉस या अन्य एनजीओ के माध्यम से आर्थिक मदद करें। जिससे कि उन लोगों को नियम के तहत कानून के दायरे में भोजन व्यवस्था कराई जाए और लोगों को नि:शुल्क दवाएं भी दी जा सके। शैलेश पांडे ने यह भी बताया कि जो मजदूर बाहर से आ गए हैं, जिसे तिहारी मजदूर भी कहा जाता है। ऐसे लोगों की मजदूरी और उनकी प्रतिदिन की आय सुनिश्चित करना भी जरूरी है। इसके लिए मनरेगा के तहत उन्हें काम देने की जरूरत है। श्री पांडे ने बताया कि सभी लोगों को घर में रहने की समझाइश देने और संक्रमण के बारे में जानकारी देने के लिए स्वच्छ भारत वाले वाहन पर मुनादी कराने का भी फैसला लिया गया है। जिसके आदेश जल्द ही जारी किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि निजी और सरकारी क्षेत्र में जो नर्स से और वार्ड बॉय सहित हमारे मेहनती और जांबाज चिकित्सा साथी काम कर रहे हैं , उन्हें कोई मकान मालिक या अन्य कोई व्यक्ति अपने मकान से ना हटाए उन्हें सम्मान मिले और सुविधा मिले,  इस बात के लिए के लिए भी आदेश से जारी किया जाएगा। शैलेश पांडे ने कहा कि  हमारा बिलासपुर पूरी तरीके से सुरक्षित है।  बस हमें जरूरत है, तो सतर्क रहकर अपने आप को बचाए रखने की।  इसके लिए जिला प्रशासन पूरी तरीके से मुस्तैद है। साथ ही स्वास्थ्य विभाग विभाग के सभी लोग तैयार हैं। उन्होंने जनता से अपील की है कि घर पर रहकर ही कार्य करें और अपने साथ समाज को भी सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी निभाए।


बुरी खबर 'समसामयिक कृति'

'बुरी खबर' 
बुरी खबर आई है, दुनिया के कोना-कोना से।
नए खौफ का मंजर है, वायरस कोरोना से।


मिलना-जुलना ना पसंद करो,
खिड़की-दरवाजा सब बंद करो,
डॉक्टरों का फरमान है ये,
तुम भी आवाज बुलंद करो,
हिफाजत से ही जीत मिलेगी,
ना जादू ना टोना से..... 
नये खौफ का मंजर है वायरस कोरोना से


मुंह को ढक लो तुम मास्क ओढ़कर,
हाथ रखो सैनिटाइजर से धोकर,
गले मिलने में खतरा है ज्यादा , अब करो 'नमस्ते' हाथ जोड़कर,
दूर ही रहना, किसी के चादर-बिछौने से.....


नए खौफ का मंजर है, वायरस कोरोना से


'सिराज' मोहम्मद सिराज


सख्ती या बेफिक्री ? 'संपादकीय'

मधुकर कहिन
कॅरोना वायरस की गंभीरता समझाने हेतु कहीं सरकार को न लगाना पड़े कर्फ्यू
प्रशासन की सख्ती के बावजूद बेफिक्र घूम रहे हैं अजमेर वासी


जनता कर्फ्यू खत्म होते ही , अजमेर के लोग इतनी बेफिक्री से सड़कों पर घुमाई घूमते हुए दिखाई दे रहे है जैसे कि कोई कैदी सालों बाद जेल से छूटा हो।


लोगों को लगता है कि उनके थाली और ताली बजाने और शोर मचाने से कॅरोना वायरस मैदान छोड़ कर भाग गया हैं।आज सुबह कुछ समझदार लोग ट्रॉम्बे स्टेशन के पास अपने दोस्तों की भीड़ इकट्ठी करके काढ़ा वितरण करने लगे । ताकि कॅरोना का इलाज कर सकें। इन नेतागिरी के रोगियों को शायद यह मालूम नहीं है कि - करोना का इलाज काढ़े से करने के चक्कर में कहीं इनको गंभीर इलाज की ज़रूरत न पड़ जाए क्योंकि कॅरोना ऐसे ज्यादा समझदारों का इलाज करने में पूरी तरह से सक्षम है। ऐसे नेतागिरी पसंद समाज सेवाको कि बेवकूफ की वजह से जो माहौल उत्पन्न हो रहा है वह माहौल खुद ही किसी आपातकालीन स्थिति से कम नहीं है। उस पर हिंदुस्तान जिंक का भीलवाड़ा यूनिट रोज तकरीबन 400 मजदूरों को अजमेर से गाड़ी लगाकर भीलवाड़ा ले जाता है। और शाम को भीलवाड़ा से उठाकर वापस अजमेर में छोड़ देता है। जिनमें से 400 नहीं तो दो या चार लोग तो संक्रमण लेकर आते ही होंगे। और अड़ोस पड़ोस में एक आद लोगों को टच कर लेते होंगे। परंतु अभी तक प्रशासन को शायद इसका ज्ञान नहीं है। लगता है अजमेर वासियों को अभी तक लॉक डाउन का मतलब पूरी तरह समझ में नहीं आ रहा है। वैसे भी यहाँ के नेतागिरी पसंद ननगरिकों को  इतनी आसानी से बातें समझ में कहाँ आती हैं। सो अजमेर के भोले भाले समाजसेवी जीवो को मैं बता देता हूँ कि भाई !!! लॉक डाउन ऐसी आपात परिस्थिति में एक अहसान है !!!  जो सरकार ने आप लोगों पर किया है।सरकार चाहती तो जबरन कर्फ्यू भी लगा सकती थी। ताकि आप लोग इस गंभीरता को समझ सकें और पांव बांधकर शांति से घर बैठे रहें। लेकिन सरकार ने फिर भी ऐसा नहीं किया। और ज़रा नरमी बरतते हुए जनता से उम्मीद की है कि शायद वह इस आपातकालीन स्थिति को समझ सके। और खुद ही सहयोग करें । ताकि लाखों लोगों की जान बचाई जा सके। लेकिन आज सुबह बाज़ारों का दृश्य देख कर ऐसा लगता है की अजमेर वासियों को अब तक बात समझ नहीं आयी है। शायद सरकार द्वारा बखशी गयी इज्जत रास नहीं आ रही है। लो एक कोशिश मैं भी मेरी तरह से कर ही लेता हूं। तो भाई लोगों !!! आज 400 के करीब जो कॅरोना वायरस के संक्रमण का आंकड़ा पूरे देश में है , लगभग यही 400 के आसपास का आंकड़ा 1 महीने पहले इटली का था । और तब भी इटली वासियों ने बिल्कुल आप लोगों की तरह इसे गंभीरता से नहीं लिया। और बिल्कुल ऐसा ही माहौल था वहां पर भी , जैसा आज हमारे यहां चल रहा है। यदि हम इस वक्त गंभीर होकर जिम्मेदारी से कॅरोना वायरस के खिलाफ इस लड़ाई में सरकार और प्रशासन का साथ नहीं देंगे ... तो वह दिन दूर नहीं है कि भारत का भी हाल इटली जैसा हो जाएगा। जहां सेना बॉर्डर पर जंग लड़ रहे सिपाहियों की नहीं ,अपितु अपने ही देश के नागरिकों के शव उठाने के लिए लगी हुई है। खैर !!! अजमेर वासियों का क्या है ??? अजमेरवासी तो अजमेर वासी हैं ...  इन लोगों की हरकतों के पीछे पहले भी कई वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी खामयाजा भुगत चुके हैं।
फिर भी ... जिस तरह की खबरें राष्ट्र चैनलों पर अन्य जगहों की भी आ रही है। उन के मद्देनजर देखा जाए तो राजस्थान सरकार को भी अनिवार्य रूप से 31 तारीख तक सख्ती से कर्फ्यू लागू कर देना चाहिए। अन्यथा इतनी बड़ी जनसंख्या के लोगों को सद्भावना से समझाने में यदि, यह कीमती समय निकल गया तो फिर कॅरोना की मार से बचना प्रदेश में मुश्किल ही नहीं नामुमकिन हो जाएगा। अल्पकाल के लिए ही सही, पर पूरे प्रदेश में एक बार झटके से कर्फ्यू लगाना आम लोगों को कॅरोना वायरस के खतरे से मुकाबले के लिए गंभीर रूप से तैयार करने हेतु बहुत आवश्यक नज़र आता है । बल्कि मैं तो यह कहूँगा की यह आवश्यक ही नहीं अनिवार्य नज़र आता है।


 फिर भी उम्मीद करूंगा कि अजमेर की जनता कम से कम समझदारी बरतते हुए ऐसी स्थिति ना आने दे ।और पूरे प्रदेश में ही नहीं पूरे देश में अनुशासित और सभ्य नागरिकता का उदाहरण प्रस्तुत करें।


नरेश राघानी


शहीद दिवस पर 'शहीदों' को नमन

राष्ट्रीय सनातन महासभा ने शहीद दिवस के रूप में सरदार भगत सिंह राजगुरु और सुखदेव को किया याद


सन्दीप मिश्रा


रायबरेली। राष्ट्रीय सनातन महासभा ने नेहरू नगर रायबरेली में 23 मार्च को शहीद दिवस के रूप में सरदार भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को याद किया। देश पर जान कुर्बान करने वाले अमर क्रांतिकारियों को शत-शत प्रणाम किया। इस अवसर पर राष्ट्रीय सनातन महासभा की कार्यकर्ताओं ने सरदार भगत सिंह की शहादत पर पार्टी कार्यालय में एक बैठक का आयोजन किया। इस अवसर पर पार्टी के राष्ट्रीय सचिव ज्ञान प्रकाश तिवारी एवं पार्टी के अन्य कार्यकर्ताओं ने भारत के सच्चे सपूत सरदार भगत सिंह को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की इस अवसर पर उन्होंने कहा कि लोकतंत्र बहुत अच्छी चीज है लेकिन दुर्भाग्यवश हमारे देश में लोकतंत्र के नाम पर दानव तंत्र चल रहा है यानी कि डेमोक्रेसी के नाम पर डेमनो क्रेशी रही है उन्होंने कहा कि आज देश को सरदार भगत सिंह जैसे महान भारत माता के सच्चे सपूत की जरूरत है जो इस दान व तंत्र को उखाड़ फेंके उन्होंने देश के सभी सम्मानित लोगों से अपील की। हमें इन महान क्रांतिकारियों के सपनों को साकार करने के लिए देश को विश्व गुरु बनाने के लिए हम सब को आगे आना होगा भारत विकसित देशों की श्रेणी में आ सके उन्होंने कहा कि सरदार भगत सिंह के बताए हुए आदर्शों पर चल कर ही हम देश को उन्नति पर ले जा सकेंगे आज हर एक युवा को सरदार भगत सिंह बनना होगा। तभी देश से आतंकवाद खत्म होगा।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि आज की राजनीतिक पार्टियां केवल जातिके नाम पर राजनीति करती हैं जबकि हम सबको एक होकर इन राजनेताओं को सबक सिखाना होगा जो लोग धन् ब बल द्वारा गुमराहकरते हैं इन सब से बचना होगा। इस अवसर पर प्रदेश सचिव चंदन सिंह जिला अध्यक्ष शिवम त्रिवेदी, जिला उपाध्यक्ष गीतेश दीक्षित, ललित त्रिवेदी, कमलेश, रमेश, दिनेश, अनुराग द्विवेदी, हरिशंकर, विजय कुमार, गिरीश कुमार, शिव शंकर, विष्णु शंकर आदि तमाम कार्यकर्ता और समाजसेवी उपस्थित थे।


400 संदिग्धों की जांच, सभी नेगेटिव

सन्दीप मिश्रा


रायबरेली। कोरोना वायरस को लेकर वैसे तो ज्यादातर ट्रेनें रद्द रही लेकिन जो आई उनके यात्रियों पर स्वास्थ्य महकमे की कड़ी नजर रही। रेलवे स्टेशन पर ट्रेन से उतरते ही 30 संदिग्ध यात्रियों को स्टेशन से सीधे जिला अस्पताल भेजे गये।


जहां उनका परीक्षण के बाद परिणाम सकारात्मक आने पर सभी को छुट्टी देकर घर भेज दिया गया। जनता कर्फ्यू के मद्देनजर रेलवे ने भी अपनी अधिकतर सेवाये बन्द रखी। रविवार को सिर्फ 3 ट्रेन जनपद से गुजरी। जिनमे अमृतसर हावड़ा से चलने वाली पंजाब मेल ,मुंबई से आने वाली साकेत एक्सप्रेस ,शामिल थी। जिनमें लगभग चार सौ यात्री उतरे थे। लेकिन स्वास्थ विभाग की टीम पहले से ही तैयार थी। डॉ ऋषि बागची की अगुवाई में सभी यात्रियों का तापमान नापा गया। इनमें 30 यात्रियों का तापमान अधिक मिला। उन्होंने अलग करके अस्पताल पहुंचाया गया। जहां पर सभी का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। जिनमें सभी स्वस्थ मिले इसके बाद सभी की छुट्टी करके घर भेज दिया गया।


शामली में मिला संदिग्ध, जांच को भेजा

भानु प्रताप  उपाध्याय


शामली। बेंगलुरु से लौटे युवक को कोरोना का संदिग्ध मरीज होने की सूचना पर पुलिस द्वारा सीएचसी पर जांच के लिए लाया गया।


कैराना के मोहल्ला गुंबद निवासी एक युुुवक बेंगलुरु में रहकर हेयर सैलून का काम करता था। रविवार देर रात में बेंगलुरु से अपने घर वापस लौटा। सुबह मोहल्ले वासियों ने पुलिस को युवक के कोरोना के संदिग्ध मरीज होने की सूचना दी जिस पर पुलिस द्वारा मौके पर पहुंचकर युवक को जांच के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर लाया गया। युवक को फिलहाल कोरोना के कोई लक्षण नहीं बताए जा रहे हैं। फिर भी उसे हिदायत दी गई है।


वित्त विधेयक, बिना चर्चा के पारित

नई दिल्ली। वित्त विधेयक, 2020 आज लोकसभा में बिना चर्चा के पारित हो गया। इसके साथ ही वित्त वर्ष 2020-21 के बजट को सदन की मंजूरी मिल गई। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन की कार्यवाही दोपहर बाद दो बजे शुरू होने के बाद सबसे पहले जरूरी कागजात सभा पटल पर रखवाए।


इसके बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त विधेयक, 2020 को विचारार्थ सदन के समक्ष रखा। संसदीय कार्य राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि सभी दलों के नेताओं के साथ आज सुबह हुई बैठक में यह सहमति बनी थी कि “असाधारण परिस्थितियों” को देखते हुए वित्त विधेयक को बिना चर्चा के पारित किया जाएगा। बजट के दिन एक फरवरी को वित्त विधेयक में सरकार ने 43 संशोधन किए थे। इसमें तीन खंड (पार्ट 4 ए, पार्ट 6 और पार्ट 7) जोड़े हैं। साथ ही छह नए क्लॉज और दो नए सेक्शन भी विधेयक में जोड़े गए। सदन ने मूल विधेयक में शामिल सेक्शन 144 को सत्ता पक्ष के सदस्यों की जोरदार न के कारण ध्वनिमत से खारिज कर दिया। सरकार की ओर से पेश सभी 43 संशोधनों को सदन की मंजूरी मिल गई, जबकि विपक्ष के सभी संशोधनों को खारिज कर दिया गया। सरकार ने अगले वित्त वर्ष के लिए कुल 30.42 लाख करोड़ रुपये का बजट पेश किया था। आम बजट पर 11 घंटे 51 मिनट चर्चा हुई। रेल मंत्रालय से संबद्ध अनुदान मांगों पर 12 घंटे 31 मिनट, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय की अनुदान मांगों पर पांच घंटे 21 मिनट और पर्यटन मंत्रालय की अनुदान मांगों पर चार घंटे एक मिनट चर्चा हुई। अन्य मंत्रालयों की अनुदान मांगों तथा सभी अनुदान मांगों से संबंधित विनियोग विधेयकों को 16 मार्च को गिलोटीन के जरिए मंजूरी प्रदान की गई थी।


छोटे की हत्या कर शव नाले में दफन

शिमला। हमीरपुर जिले के सुजानपुर तहसील की पनोह पंचायत के भेटेर गांव में बड़े ने छोटे भाई को मार कर नाले में दफना दिया। पुलिस ने  हत्यारे बड़े भाई को गिरफ्तार कर लिया है जबकि छोटे भाई की लाश को नाले से बरामद कर लिया गया है। शव को पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल कालेज भेजा गया है। डीएसपी रेनू शर्मा  ने बताया कि  गणेश कुमार आयु 13 वर्ष कक्षा नवमी का छात्र था। अपने बड़े भाई टेक बहादुर और पिता जंग बहादुर के साथ किराए के मकान में बीते 8 वर्षों से भटेर में रह रहे थे। जंग बहादुर दिहाड़ी मजदूरी का कार्य करता है। सोमवार को वे काम पर गए तो उसके बाद दोनों भाई घर पर अकेले रह गए। दोनों में किसी बात पर कहासुनी हो गई। इस दौरान गणेश के बड़े भाई टेक बहादुर पुत्र जंग बहादुर ने गणेश के गले पर तेजधार हथियार से वार कर दिया और उसे मौत के घाट उतार दिया।


आरोपी युवक ने मृतक अपने छोटे भाई को वहां से उठाया और घर के पास एक नाले के नीचे इसे वहां दफना दिया। पुलिस को सूचना मिलते ही घटनास्थल का दौरा किया गया। सुजानपुर थाना प्रभारी सुभाष शास्त्री के अगुवाई में पुलिस टीम ने कार्रवाई करते हुए आरोपी युवक को गिरफ्तार किया और नाले में उतर कर खुदाई करके शव भी बरामद किया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।


चिकित्सा उपकरणों का निर्यात निंदनीय

नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सर्जिकल मास्क, वेंटिलेटर और अन्य उपकरणों के निर्यात की अनुमति देने के लिए सरकार की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने इसे एक सोची समझी साजिश करार दिया और सवाल किया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की सलाह के बावजूद यह कदम किसकी शह पर उठाया गया।


गांधी ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संबोधित करते हुए ट्विट किया, “आदरणीय प्रधानमंत्री जी, डब्लूएचओ की वेंटिलेटर, सर्जिकल मास्क का पर्याप्त स्टॉक रखने की सलाह के विपरीत भारत सरकार ने 19 मार्च तक इन सभी चीजों के निर्यात की अनुमति क्यों दीं?” उन्होंने इस अनुमति को कोरोनो वायरस के मद्देनज़र एक आपराधिक साजिश बताया और सरकार से पूछा, “ये खिलवाड़ किन ताक़तों की शह पर हुआ? क्या यह आपराधिक साजिश नहीं है।” इससे पहले कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भी ट्वीट कर सरकार के इस रवैये की आलोचना की और आरोप लगाया कि उसने 10 गुना ज्यादा दाम पर इस समान का निर्यात किया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “डब्ल्यूएचओ ने वेंटिलेटर, सर्जिकल मास्क, सर्जिकल डिस्पोजेबल, कॉवेराल के निर्यात की भारत ने 19 मार्च तक 10 गुना मूल्य पर बेचने की अनुमति दी।” इसके साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार के उस आदेश को भी पोस्ट किया है जिसमें इन वस्तुओं के निर्यात की अनुमति दी गई है। भारत सरकार ने 19 मार्च तक इन सभी चीजों के निर्यात की अनुमति क्यों दीं?” उन्होंने इस अनुमति को कोरोनो वायरस के मद्देनज़र एक आपराधिक साजिश बताया और सरकार से पूछा, “ये खिलवाड़ किन ताक़तों की शह पर हुआ? क्या यह आपराधिक साजिश नहीं है।” इससे पहले कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भी ट्वीट कर सरकार के इस रवैये की आलोचना की और आरोप लगाया कि उसने 10 गुना ज्यादा दाम पर इस समान का निर्यात किया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “डब्ल्यूएचओ ने वेंटिलेटर, सर्जिकल मास्क, सर्जिकल डिस्पोजेबल, कॉवेराल के निर्यात की भारत ने 19 मार्च तक 10 गुना मूल्य पर बेचने की अनुमति दी।” इसके साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार के उस आदेश को भी पोस्ट किया है जिसमें इन वस्तुओं के निर्यात की अनुमति दी गई है।


अमेरिकाः 24 घंटे, 100 से ज्यादा मौत

वॉशिंगटन। दुनिया का सबसे ताकतवर देश अमेरिका भी अब कोरोना की चपेट में आता नजर आ रहा है। पिछले 24 घंटे में यहां कोरोना वायरस से 100 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। देश में इस बीमारी से जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 417 हो गई है। जॉन हॉपकिन्स विश्वविद्यालय ने यह आंकड़ा जारी किया। अमेरिका में कम से कम 30,000 लोग इस विषाणु से संक्रमित हुए हैं। 
अमेरिका के उपराष्ट्रपति माइक पेंस ने कहा है कि कुल 25०० अमेरिकी नागरिकों का कोरोना वायरस का टेस्ट कराया था जिसमें से 3०० से ज्यादा लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है। पेंस ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ पत्रकार वार्ता में कहा, हर दिन ज्यादा से ज्यादा लोगों का टेस्ट किया जा रहा है और अब तक 254000 लोगों का टेस्ट किया गया है जिसमें से 3०० से ज्यादा लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। संक्रमित होने वालों में अमेरिकन सीनेटर रैंड पॉल भी शामिल हो गए हैं। 


अब तक सबसे अधिक न्यूयॉर्क (114 मौतें), वॉशिंगटन (94 मौतें) और कैलीफोर्निया (28 मौतें) प्रांत प्रभावित हुए हैं। पेंस ने कहा कि जिन लोगों का टेस्ट किया जा गया है उनमें से अधिकांश लोग ऐसे हैं जिनमें इसके लक्षण थे और जो सोचते थे कि उन्हें कोरोना वायरस हो सकता है। कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच न्यूयॉर्क में आगामी कुछ दिनों में अस्पताल में मरीजों के उपचार के लिए आवश्यक उपकरणों की कमी होने की आशंका है।
न्यूयॉर्क के मेयर बिल डी ब्लासियो ने कहा कि अमेरिका में कोविड-19 के सबसे अधिक मामले न्यूयॉर्क में ही सामने आए हैं। डी ब्लासियो ने कहा कि यदि हमें आगामी 10 दिन में और वेंटिलेटर नहीं मिले तो लोग मारे जाएंगे।


पाकिस्तान में 6 की मौत, 803 संक्रमित

इस्लामाबाद। पाकिस्तान में कोरोना वायरस की चपेट में आने वालों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। दक्षिणपूर्वी प्रांत बलूचिस्तान में सोमवार को कोरोना वायरस के कारण पहली मौत हो गई। इसी के साथ देश में कोविड-19 इन्फेक्शन से मरने वालों की संख्या 6 पहुंच गई अब तक तक देश में 803 लोग कोरोना के लिए पॉजिटिव पाए जा चुके हैं। 
सरकार के प्रवक्ता लियाकत शाहवानी ने इस बारे में जानकारी दी है। उन्होंने बताया है कि च्ेटा के एक अस्पताल में 65 साल के शख्स का इलाज चल रहा था। उन्होंने बताया, च्ेटा के फातिमा जिन्नाह चेस्ट हॉस्पिटल में 65 साल के कोरोना मरीज की जान चली गई। बलूचिस्तान में पहले कोरोना मरीज की जान जाने से दुखी हूं। उनकी आत्मा को शांति मिले। परिवार के साथ संवेदना है।
बलूचिस्तान में अब तक कोरोना के 108 मामले सामने आ चुके हैं। बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री जाम कमाल खान का कहना है कि प्रांत में मेडिकल इच्पिमेंट, जैसे टेस्ट किट और प्रोटेक्टिव सामान की कमी है।


सिंध में कोरोना के 11 नए मरीज मिले हैं और अब यहां कोरोना पीडि़तों की संख्या 352 हो गई है। सिंध के 11 मामलों में से 7 राजधानी कराची के हैं। सिंध के बाहर सबसे खराब हालत पंजाब में है। यहां 225 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं। खैबर पख्तूनख्वा में 31 और इस्लामाबाद में 11 मामले सामने आए हैं। सिंध के मुख्यमंत्री मुराद अली शाह ने 15 दिन का लॉकडाउन घोषित कर दिया है।


लॉकडाउन का सख्ती से पालन करें

नई दिल्ली। कोरोना वायरस के मामले देश में लगातार बढ़ते जा रहे हैं। देश के दस से अधिक राज्यों में सरकार ने लॉकडाउन का ऐलान किया है, इसके बावजूद लोग लगातार घरों से बाहर निकल कर रहे हैं। अब इसपर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सख्ती जताई है। पीएम ने लिखा है कि लोग लॉकडाउन का पालन नहीं कर रहे हैं, सरकारें कानून का पालन करवाएं।


लॉकडाउन की स्थिति पर प्रधानमंत्री ने अपने ट्वीट में लिखा, लॉकडाउन को अभी भी कई लोग गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। कृपया करके अपने आप को बचाएं, अपने परिवार को बचाएं, निर्देशों का गंभीरता से पालन करें. राज्य सरकारों से मेरा अनुरोध है कि वो नियमों और कानूनों का पालन करवाएं। आपको बता दें कि कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों की वजह से दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान समेत देश के 10 से अधिक राज्यों में लॉकडाउन की स्थिति है। लेकिन सोमवार सुबह जो स्थिति दिखी उसमें कई जगह लोग सड़कों पर दिखे. दिल्ली-नोएडा एक्सप्रेस-वे पर तो सोमवार सुबह ही जाम लग गया था, इसी के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ट्वीट सामने आया है। जनता कर्फ्यू में भी कुछ जगह सामने आई थी भीड़ः लॉकडाउन से पहले रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो जनता कर्फ्यू का ऐलान किया था, उसमें भी कई लोग सड़कों पर नज़र आए थे। शाम 5 बजे जब डॉक्टरों-मीडियाकर्मियों-पुलिसकर्मियों का आभार व्यक्त करने के लिए जो थाली और ताली बजाई गई, उस दौरान कई शहरों में लोग सड़कों पर आए और रैली निकालकर तालियां बजाई। इसी के बाद लॉकडाउन को देश के अन्य राज्यों ने भी लागू कर दिया था। बता दें कि दिल्ली में भी कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन लगाया गया है, साथ ही धारा 144 लगाई गई है ताकि एक जगह लोग इकट्ठे ना हो पाएं। अगर देश के मामलों की बात करें तो अभी तक भारत में कोरोना वायरस के 434 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं, जबकि देश में 9 लोगों की मौत इस वायरस की वजह से हुई है।


नाराजगीः अधिकारियों की क्लास लगाई

पटना। कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए बिहार में लॉकडाउन लागू होने के बावजूद लापरवाही पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नाराज हो गए हैं। मुख्यमंत्री ने लॉकडाउन के बावजूद सड़क और बाजार में लोगों की मौजूदगी को लेकर अधिकारियों की क्लास लगाई है।


सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक मीडिया रिपोर्ट के जरिए नीतीश कुमार को जैसे ही इस बात की जानकारी मिली है कि लोग डाउन प्रभावी तरीके से लागू नहीं हो रहा है तो उन्होंने राज्य के बड़े अधिकारियों को तुरंत इस मामले पर एक्शन लेने को कहा है।


देश में 9 लोगों की मौत, 434 संक्रमित

नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस से एक और शख्स की मौत हो गई है, पश्चिम बंगाल में 55 साल के एक शख्स की मौत हुई है, इस जानलेवा बीमारी से देश में अब तक 9 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, देश में कोरोना के मरीजों की संख्या 434 है।अकेले 24 घंटे में 50 से अधिक नए मरीज आए हैं और 4 मौतें हुई हैं, दिल्ली, राजस्थान, बिहार, पंजाब, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, झारखंड, जम्मू-कश्मीर, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, नागालैंड, अरुणाचल प्रदेश में कोरोना वायरस की वजह से 31 मार्च तक लॉकडाउन है, इसके अलावा उत्तर प्रदेश के 16 जिलों को भी 25 मार्च तक लॉकडाउन किया गया है।


चिकित्सकों ने बताया है कि 13 मार्च से वह सर्दी, खांसी और बुखार जैसे लक्षणों से पीड़ित थे, 16 मार्च को उन्हें सांस लेने में तकलीफ होने लगी थे जिसके बाद आमरी अस्पताल में लाकर भर्ती किया गया था। 19 मार्च को उनके कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी।  बेलियाघाटा नाइसेड में उनके खून के नमूने की जांच हुई थी, जिसमें संक्रमण की पुष्टि होने के बाद उन्हें विशेष आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट कर इलाज शुरू कर दिया गया था। हालत गंभीर होने की वजह से उस शख्स को वेंटिलेशन पर रखा गया था। बताया गया है कि कोरोना की वजह से शरीर के अधिकतर अंगों ने काम करना बंद कर दिया था। सोमवार दोपहर हृदयाघात के बाद उनकी मौत हो गयी। इसके बारे में राज्य स्वास्थ्य विभाग को जानकारी दे दी गयी है। बताया गया है कि अधेड़ के परिजनों को भी आइसोलेट कर एमआर बांगुर अस्पताल में रखकर इलाज किया जा रहा है। संक्रमित होने के बाद वह जिसके जिसके संपर्क में आये थे, उन्हें भी चिन्हित किया गया है और उन्हें अलग-अलग जगहों पर पृथक कर दिया गया है।


साहू आशीष


पड़ोसी देशों की मदद का शुक्रिया

नई दिल्ली। देश में कोरोना से हाहाकार मचा हुआ है। केंद्र व राज्य सरकारे कोरोना से लड़ने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। इसी कड़ी में पड़ोसी देशों ने भारत की मदद के लिए हाथ बढ़ाया है। जिसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बांग्लादेश, अफगानिस्तान और श्रीलंका के नेताओं का सार्क कोविड- 19 इमरजेंसी फंड के लिए शुक्रिया कहा है।


पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए अफगानिस्तान, बांग्लादेश और श्रीलंका को धन्यवाद दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने 1 मिलियन डॉलर के सहयोग के लिए अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी को शुक्रिया कहा। इसके अलावा पीएम मोदी ने श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे का भी 5 मिलियन डॉलर के योगदान के लिए आभार व्यक्त किया। पीएम मोदी ने कहा कि हमारे आपसी सहयोग से हम इस बीमारी प्रभावी ढंग से लड़ पाएंगे। बता दें कि पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना को भी शुक्रिया कहा। उन्होंने कहा, COVID19 इमरजेंसी फंड में 1.5 मिलियन डॉलर के योगदान के लिए मैं प्रधानमंत्री शेख हसीना का आभारी हूं। हमारे एक साथ आने और साथ मिलकर काम करने से हम कोविड 19 से जुड़ी सभी चुनौती का सामना कर पाएंगे। वहीं दूसरी और प्रधानमंत्री कार्यालय ने बताया कि पीएम मोदी ने इलेक्ट्रानिक मीडिया के प्रमुखों से बातचीत की। पीएम ने कहा कि कोरोना वायरस एक आजीवन चुनौती है और इसे नए समाधानों से निपटने की जरूरत है। पीएम ने कहा कि पत्रकारों, कैमरापर्सन और टेकनीशियनों के अथक प्रयास राष्ट्र की महान सेवा है।


दिल्लीः 65 हजार करोड़ का बजट पेश

नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में लॉकडाउन के बीच वित्त मंत्री मनीष सिसोदिया ने सोमवार को दिल्ली विधानसभा में आगामी वित्त वर्ष 2020-21 के लिए 65 हजार करोड़ रुपये का बजट पेश किया। अपने बजट भाषण में राजधानीवासियों के लिए अनेक जनहित की योजनाओं का ऐलान किया। इसमें उनकी प्राथमिकता शिक्षा है। आगे जानिए दिल्ली सरकार के इस बजट में क्या-क्या खास हैं।


नए बजट में यह है खास बातेंः 2024 में दुनिया के एडुकेशन मैप पर हैप्पीनेस क्लास को लाएंगे।
देश भक्ति का पाठ्यक्रम लाएंगे। बड़ी क्लास के सभी बच्चो को अखबार देंगे।
इंग्लिश स्पीकिंग क्लास जारी रहेगी, इसके लिए 12 करोड़ प्रस्तावित।
इंफ्रास्ट्रक्चर में 15 नए स्कूल, डिजिटल क्लास रूम बनाएंगे।
100 करोड़ का खर्च, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग एडुकेशन को लेकर। हेल्थ कार्ड जारी होगा। पैरेंट का वर्क शॉप किया जाएगा।
2034 कि दुनिया के लिए बच्चों को तैयार करेंगे।
सिलेबस में राज्य बोर्ड का गठन, अपना बोर्ड होगा।
अर्ली एजुकेशन के लिए कानून लाएंगे। 145 स्कूल ऑफ एक्सेलेंस खोले जाएंगे। आयुष्मान योजना लागू करेगी दिल्ली सरकाारः अलग बोर्ड बनाने को लेकर काम करेगी दिल्ली सरकार
बता दें कि हर बार की तरह इस बार भी मनीष सिसोदिया ने शिक्षा और चिकित्सा व्यवस्था पर जोर देते हुए इनमें और सुधार के लिए कई कदम उठाए जाने की बात कही है। वित्त मंत्री ने दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था को अंतरराष्ट्रीय स्तर की बनाने पर जोर देते हुए इसके लिए कई नए काम शुरू किए जाने का भी विश्वास दिलाया। सबसे खास बात यह है कि नए वित्त वर्ष से दिल्ली सरकार केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी आयुष्मान भारत योजना को दिल्ली में लागू करने की मंजूरी देने जा रही है। इसके साथ ही दिल्ली सरकार दिल्लीवासियों को अलग से हेल्थ कार्ड भी जारी करेगी। इसके साथ ही दिल्ली की कच्ची कॉलोनियों में अनेक विकास कार्यों को कराए जाने का प्रस्ताव पेश किया। उन्होंने प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए कई नए काम भी किए जाएंगे।


दहशतः 24 से एम्स में ओपीडी बंद

नई दिल्ली। कोरोना वायरस का कहर जारी है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार भारत में कोरोना वायरस (COVID-19) के पॉजिटिव मामलों की संख्या 415 हो गई है। वहीं इससे अभी तक 8 लोगों की मौत हुई है। वायरस के बढ़ते मरीजों और जांच के चलते दिल्ली में  अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में अब बाहरी मरीजों के लिए ओपीडी सेवा मंगलवार से बंद रहेगी। यह जानकारी एम्स द्वारा सोमवार को जारी एक सर्कलुर में दी गई है।


ओपीडी सेवाएं बंद होने से हजारों मरीजों को तगड़ा झटका लगा है। हांलाकि एम्स का कहना है कि कोरोना के खतरे को देखते हुए ओपीडी सेवा बंद करने का फैसला किया गया है। इससे पहले एम्स प्रशासन रुटीन सर्जरी को बंद कर दिया था। जिन मरीजों ने पहले से इलाज के लिए डॉक्टरों से समय लिया है, उन्हें भी मैसेज भेजकर अप्वाइंटमेंट रद कर उसे आगे बढ़ाने को कहा जा रहा है।


बता दें कि इससे पहले रांची के रिम्स व सदर अस्पताल के ओपीडी भी सोमवार से बंद किए जा चुके हैं। दोनों अस्पतालों में केवल कोरोना के संदिग्धों की जांच व उपचार के अलावा आपातकालीन चिकित्सा सेवाएं चालू रहेंगी। सिविल सर्जन डॉ वीबी प्रसाद ने कहा कि सामान्य ओपीडी बंद रहेगीं लेकिन हमारे सभी चिकित्सक इमरजेंसी सेवा में तैनात रहेंगे।


वहीं, रिम्स निदेशक डॉ. डीके सिंह, अधीक्षक डॉ. विवेक कश्यप ने विभागाध्यक्षों एवं जूनियर डॉक्टरों की राय पर ओपीडी बंद करने का निर्णय लिया है। इससे कोरोना के मरीजों को बेहतर उपचार व्यवस्था उपलब्ध कराई जा सकेगी। रिम्स में मरीजों व परिजनों की अनावश्यक भीड़ को भी कम किया जा सकेगा। इससे उसके फैलाव को रोका जा सकेगा। रिम्स के जूनियर डॉक्टरों ने शनिवार को रिम्स अधीक्षक से मिलकर सामान्य ओपीडी सेवा को बंद कर इमरजेंसी सेवा को दुरुस्त करने का आग्रह किया था।


धार्मिक स्थान पर जा छिपे लोग

पटना। बिहार की राजधानी से बड़ा मामला सामने आया है। यहां पटना में एक धार्मिक स्थल में कुछ विदेशियों को छिपाकर रखने की खबर मिल रही है। मामला पटना के भीड़भाड़ वाले कुर्जी इलाके का है। सोमवार सुबह पुलिस ने घटना की सूचना पर पहुंचकर छापा मारा है। जिसके बाद यहां गेट नंबर 74 के पास स्थित एक धार्मिक स्थल से 12 विदेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है मामले में पूछताछ जारी है।


बताया जा रहा है कि पटना के बिहटा थाना क्षेत्र के एक धार्मिक स्थल में छिपे हुए 12 विदेशी नागरिकों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। हिरासत में लिए गए लोगों में से दस लोग किर्गिस्तान के रहने वाले  हैं और बाकी दो लोग गाइड बताए जा रहे हैं। स्थानीय लोगों ने जब देखा तो हंगामा किया जिसके बाद पुलिस ने आकर सभी विदेशी नागरिकों को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया है। लोगों ने संदिग्ध बताते हुए धार्मक स्थल को बंद करने की मांग की है।


पूछताछ में सामने आया है कि ये लोग जनवरी में पटना आए थे। इनके पास जो वीजा पासपोर्ट मिला है, वो पूरी तरह से सही है। इनको केवल मेडिकल जांच के लिए भेजा गया है।मेडिकल जांच के बाद पुलिस उन्हें छोड़ देगी। स्थानीय लोगों का आरोप है कि इनलोगों ने अपना मेडिकल जांच नहीं करवाया है। आसपास के मोहल्ले वालों ने इसका विरोध किया। हंगामा के बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने अपने साथ 12 विदेशियों को अपने साथ ले गई।


 


 


जमीर से अच्छा, जिस्म का सौदा

अनिल अनूप


आपने सोचा है कि ऐसा भी हो सकता है कि कोई लड़की इस धंधे में किसी ज़ोर, ज़बरदस्ती से नहीं ना ही किसी मज़बूरी से बल्कि अपने महंगे मंहगे शौक पूरे करने के लिए आती है?
आज आपको ऐसी ही एक हाई प्रोफाइल कॉल गर्ल से हुई बातचीत के आधार पर बताते है कि आज वेश्यावृत्ति किस तरह आसानी से पैसा कमाने वाला एक ऐसा धंधा बन गया है जिसमे बहुत सी खुले विचारों की लड़कियां अपनी मर्ज़ी से आती है.
जहां इंटरव्यू होना था वह एक आलीशान कमरा था। फर्श पर बेहतरीन कार्पेट, दीवारों पर नायाब पेटिंग्स, छत पर टंगा भव्य झाड़फानूस और अनेक खूबसूरत लाइटें; साथ में भव्य सोफे और देवदार की कांच लगी नक्काशीदार दर्शनीय मेज। दीवार पर बनी लकड़ी की अल्मारियों में किताबें, शोपीस और खूबसूरत मूर्तियां।
जब अनीता जी इंटरव्यू के लिए आकर बैठी तो लगा कोई महारानी बैठी है। मैरून रंग की बेशकीमती सिल्क की साड़ी, मैचिंग स्लीवलेस ब्लाउज, गले में छोटा सा लेकिन रत्नजडि़त हार और एक हाथ में राडो की घड़ी तो दूसरे हाथ में सिर्फ एक हीरे का कंगन। तीखे नाक-नक्श और संतुलित मेकअप, करीने से कटे कंधों पर बिखरे घने बाल, व्यायाम से साधा हुआ सुगठित शरीर और साथ में इतनी गहरी मुस्कान कि पता लगाना मुश्किल, बनावटी है या असली।
देखिए जरा समय के पाबंद रहिए और समय से अपना इंटरव्यू खत्म कीजिए। मैं समय की भारतीय अवधारणा में विश्वास नहीं रखती, मेरे लिए एक-एक मिनट कीमती है। – अनीता जी ने घड़ी देखते हुए कहा। मुस्कराहट के साथ स्वर में ऐसी सख्ती दुर्लभ होती है।
मैंने पैड संभाला और मोबाइल का रिकाॅर्डर आॅन करके मेज पर रख दिया। मेज पर रखा काॅफी का कप उठा कर एक सिप लिया और पहला सवाल पूछा।
जी बिलकुल! तो मेरा पहला सवाल है कि आप इस प्रोफेशन में कैसे आयीं?
देखिए मेरा इस प्रोफेशन में आना कोई बड़ी घटना नहीं है। जब दुनिया मुद्रा, आई मीन करेंसी, के चारों ओर घूम रही है तो हर इंसान की ये मजबूरी है कि वह कोई ऐसा काम करे जिसके बदले में उसे पैसे मिलें वर्ना वो चाहे आईन्स्टीन हो या मोजार्ट उसे धकिया कर हाशिए पर फैंक दिया जाएगा। मुद्रा एक प्रतीक थी, सुविधा के लिए बनायी गयी थी। लेकिन प्रतीक की जगह वह खुद ही सब कुछ बन बैठी, जैसे आप अपने पिता की मूर्ति बना लें और उसे ही अपने बाप समझें। और पैसे मिलने का एक ही तरीका है कि हम अपना कुछ बेचें। जब हम बाजार में बेचने निकलते हैं तो ज्यादातर दुकानें कबाडि़यों की नजर आती है जो ’क्राइम एंड पनिशमेंट’ और ‘रंगीली रातों’ को एक ही भाव खरीदते हैं। ऐसे में फिर आपके पास यही रास्ता बचता है कि आप धूर्त हो जाएं और वो बेचें जो आपके पास है ही नहीं या किसी और का छीनें। इसलिए मुझे लगा अपना जमीर बेचने से अच्छा है कि हम अपना जिस्म बेचें। कम से कम अपने खुद के सामने तो नजर उठा कर बात कर सकेंगे। मैंने इस प्रोफेशन में आने का डिसीजन लिया और मुझे इस पर गर्व है।
आपको गर्व है?? आपको किसी तरह का शर्म का अहसास नहीं होता?
क्या बकवास कर रहे हैं आप? इसमें शर्म की क्या बात है? शर्म की बात तो तब होती जब मैं किसी सरकारी नौकरी में जाकर देश की बर्बादी में हाथ बंटाती या लुटेरे कारपोरेट के समूह में शामिल हो जाती। मल्टी नैशनल कंपनी में अपना दिमाग बेचकर जिंदगी होम करने वाले हाइली पेड बंधुआ मजदूरों से मैं लाख गुना बेहतर हूं। अपनी मर्जी से काम करती हूं, अपनी शर्तों पर काम करती हूं। किसी को धोखा नहीं देती। मैं एक एन्ट्रप्रेन्योर हूं, इसमें शर्म की नहीं गर्व की बात है। कानूनी काम करती हूं और पूरा टैक्स भरती हूं।
कानूनी?
जी हां कानूनी! अगर आपकों कानूनों की जानकारी नहीं है तो पहले थोड़ा पढ़ कर आएं फिर इस पर बात करेंगे।
अच्छा ये बताइए आपकी धर्म और ईश्वर के बारे में क्या धारणा है? आप किसे मानती हैं?
निहायत वाहियात सवाल है। इससे बेहतर सवाल होता कि आप ये पूछते कि मैं कौन-सा सेनेटरी नैपकिन या किस कंपनी की हेयर रिमूविंग क्रीम इस्तेमाल करती हूं। देखिए, धर्म एक नितांत व्यक्तिगत चीज है और उसका कोई छोटे-से-छोटा भाग भी प्रकट हो रहा है तो वह अश्लीलता है।
आपने कभी शादी, परिवार के बारे में सोचा है?
जी हां कई बार सोचा है लेकिन हर बार मन नकारात्मक भावों से भर गया है। देखिए जिस ढंग से हमारे यहां शादियां होती हैं वो बड़ा घिनौना है। जाति, धर्म, लालच और अन्याय उसमें इस तरह भरा है कि किसी जागरुक व्यक्ति के लिए शादी करना आसान नहीं है। सामाजिक मान्यता प्राप्त और थोड़ी-बहुत सामाजिक सुरक्षा और पेंशन वगैरह की सुविधा प्राप्त वेश्याओं को पत्नी कहा जाता है। लेकिन उनके पास काॅल गल्र्स जैसे अधिकार नहीं होते। रही परिवार की बात, तो मेरा परिवार बहुत बड़ा है और उसमें ज्यादातर सदस्य जैनेटिक रूप से नहीं जुड़े हैं। जैनेटिक परिवार तो मजबूरी और स्वार्थ की डोर से बंधे होते हैं।
देश के हालात पर आपकी राय?
देखिए इस सवाल की इतनी बेइज्जती हो चुकी है कि मैं इसका जवाब नहीं देना चाहूंगी। हर आदमी चाहे वो कितना ही जाहिल और निकम्मा क्यों न हो इस सवाल का जवाब एक्सपर्ट की तरह देता है।
समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी के बारे में कुछ कहना चाहेंगी आप?
हमारे समाज के ऊपर दो सबसे बड़े घाव हैं – मौत और सेक्स। इन्हीं दो से भागता है और इन्हीं दोनों के फोबिया और मेनिया के बीच पेंडुलम की तरह झूलता रहता है। पूरी जिंदगी इन दो पाटों के बीच पिस कर रह गयी है। जो इलाज किए गए वो बीमारी से भी ज्यादा खतरनाक निकले। लोगों को नियंत्रित करने के लिए धर्म ने सेक्स का सहारा लिया और खाने, पीने, सोने जैसी साधारण और सहज चीज को टैबू करके उसे असाधारण ताकत दे दी और ‘फ्रैंकस्टीन’ बना दिया। नतीजा ये हुआ कि हमारी गालियों से लेकर विज्ञापनों या फिल्मों तक, मंदिरों से लेकर घरों तक हर चीज सेक्स से सन गयी। हमारी पूरी पीढ़ी ही इन्टरनेट के सामने बैठ गयी दूसरों को सेक्स करता हुआ देखने के लिए। उससे भी तृप्ति नहीं मिली तो आज वीभत्स से वीभत्स तरीके खोज रही है सेक्स के। इन्टरनेट के लिए सैक्स कर रही है! मौत के लिए तो मैं कुछ नहीं कर सकती लेकिन सेक्स को लेकर बने इस कैंसर के लिए मैं कुछ सकारात्मक करने की कोशिश करती हूं। एक हीलर की तरह काम करती हूं। कई लोगों को मैंने ठीक किया है। सीनियर सिटीजन्स और डिफरेन्टली एबल्ड लोगों के साथ भी मैंने कई बार बिना किसी फीस के काम किया है।
बलात्कार के मामलों पर आपका क्या कहना है?
ये सवाल भी अपनी गरिमा खो चुका है। सब के सब या तो बलात्कार कर रहे हैं या बलात्कार पर अपनी राय दे रहे हैं। एक बीमार समाज का सबसे खास लक्षण बलात्कार होता है। जब बीमारी है तो लक्षण भी रहेंगे। फिलहाल बीमारी को दूर करने की मंशा मुझे तो कहीं दिखती नहीं।
अच्छा इंटरव्यू के लिए आपका धन्यवाद। मेरा किसी से एपाॅइन्टमैंट है, मुझे अब जाना होगा। आप काॅफी और लेंगे? – अनीता जी घड़ी देखते हुए बोलीं।
नहीं काॅफी तो नहीं! लेकिन मैडम कुछ सवाल रह गए हैं।


झारखंड में बर्ड फ्लू ने दी दस्तक

विवेक चौबे


रांची। काेराेना वायरस के खतराें के बीच झारखंड में बर्ड फ्लू (एच5 एन1) ने भी दस्तक दे दी है। बर्ड फ्लू से ओरमांझी जू में पक्षियाें की माैत के बाद पशुपालन विभाग ने राज्य में अलर्ट जारी कर दिया है। सभी जिलाें काे बर्ड फ्लू पर निगरानी रखने, मुर्गियाें के आवागमन व बिक्री पर नजर रखने काे कहा है।


इसके लिए टीम भी बना दी है। जू के निदेशक वेंकटेश्वर ने बताया कि 23 फरवरी काे जू में दाे गरुड़, तीन उल्लू व दाे सफेद आइबीस पक्षी की माैत हाे गई थी। काेलकाता व भाेपाल भेजे गए सैंपल से हुई पुष्टि हुईः काेराेना व बर्ड फ्लू के सिर्फ लक्षण एक जैसेे, और काेई समानता नहीं। रिम्स के डाॅ. जेके मित्रा ने बताया कि बुखार, कफ, नाक बहना, सिर में दर्द, गले में सूजन, मांसपेशियाें में दर्द, उल्टी लगना, शरीर के निचले हिस्से में दर्द अाैर सांस में परेशानी बर्ड फ्लू के लक्षण हैं। बर्ड फ्लू अाैर काेराेना वायरस के लक्षण मिलते-जुलते हैं, लेकिन और काेई बायाेलाॅजिकल समानता नहीं है। रांची में इलाज उपलब्ध, दवा का पर्याप्त स्टॉकस्टॉकः के मुताबिक यहां बर्ड फ्लू के इलाज की व्यवस्था है। अस्पताल-दुकानों में दवा एंटीवायरल ड्रग ओसेल्टामिविर (टैमीफ्लू) व जानामिविर (रेलेएंजा) का पर्याप्त स्टॉक है।सावधानियां जरूरीः मरे हुए पक्षियों से दूर रहें,बर्ड फ्लू वाले क्षेत्र में नॉनवेज ना खाएं,जहां से नॉनवेज खरीदें, वहां सफाई का ध्यान रखें,कोशिश करें कि मास्क पहनकर बाहर निकलें,आसपास किसी पक्षी की मौत होती है तो इसकी सूचना संबंधित विभाग को दें।


आपात स्थिति मे छोड़े घरः सीएम

चंडीगढ़। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने पंजाब वासियों को स्वास्थ्य सुरक्षा के साथ जुड़े सभी कदम उठाने और खास तौर पर समय-समय पर हाथ धोने और आपात कार्य न होने की सूरत में अपना घर न छोड़ने की अपील की है। कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने लोगों को अपील करते हुए कहा, ‘घरों से बाहर न निकल कर इस वायरस के आगे फैलने को रोकने में मदद करें। उन्होंने कहा, बंद के समय के दौरान खाद्य, किराना और दवा आदि जैसी जरूरी वस्तु की दुकान को छोड़कर बाकी सभी कारोबार और दुकान बंद रहेंगी। इसी तरह जल सप्लाई, सेनिटेशन और बिजली जैसी सभी जरूरी सेवाएं भी बनी रहेंगी। सार्वजनिक यातायात पर लगाए हुए प्रतिबंध भी 31 मार्च तक जारी रहेंगे। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि जो नागरिक हाल ही में विदेश में आए हैं, उनको घर में अलग रहने की जरूरत है और यदि इस वायरस से किसी किस्म का लक्षण दिखाई दे तो तुरंत पास के सरकारी अस्पताल में रिपोर्ट किया जाए।


मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने कहा के राज्य स्तर पर कंट्रोल रूम स्थापित किया जा चुका हैं। इसी तरह सभी जिला मुख्यालायों में भी एसे कंट्रोल रूम स्थापित किए गए हैं। किसी किस्म की जरूरत के लिए अपेक्षित और तत्काल कदम उठाने का भरोसा देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के लोग 181 और 104 हैल्पलाइन नंबरों के द्वारा सरकार तक पहुंच कर सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कारोबारियों को भी अपील की कि न केवल जरूरी वस्तुओं की उचित सप्लाई को यकीनी बनाया जाए बल्कि किसी किस्म की कालाबजारी और मुनाफाखोरी का भी त्याग किया जाए। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार किसी को भी अपने निजी लाभ के लिए मौके का लाभ लेने की इजाजत नहीं देगी।


मुख्य सचिव करन अवतार सिंह ने स्पष्ट किया कि सार्वजनिक जगह पर 10 से अधिक व्यक्तियों के एकत्रित होने पर रोक होगी। डिप्टी कमीश्नरों को सरकार द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों का सख्ती के साथ पालन को यकीनी बनाने के लिए हिदायतें दी गई हैं। स्वास्थ्य विभाग ने स्पष्ट किया कि सभी व्यक्तियों को अपने घरों में रहना चाहिए और वह जरूरी सेवाओं/वस्तुओं या रोजगार/ड्युूटी के लिए अपना घर छोड़ सकते हैं।


हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया

हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कांग्रेस पर अपना हमला तेज ...