रविवार, 22 मार्च 2020

गुंडों पर लागू नहीं होता जनता कर्फ्यू

नई दिल्ली। कोरोनावायरस के चलते जनता कर्फ्यू के आह्वान के बीच दिल्ली के शाहीन बाग में नागरिता संशोधन कानून के खिलाफ चल रहे प्रदर्शन को बंद करवाने को लेकर दो गुट आपस में भिड़ गए। दोनों पक्षों में करीब आधे घंटे तक मारपीट और गालीगलौज हुई। शाहीन बाग धरने के पास पुलिस बैरिकेड पर किसी ने पेट्रोल बम फेंका, जिससे विस्फोट हुआ। अब इस पर बॉलीवुड डायरेक्टर ओनिर का रिएक्शन आया है। ओनिर ने एक ट्वीट किया है, जो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। ओनिर ने अपने ट्विटर हैंडल से लिखा, "'जनता कर्फ्यू (Janta Curfew)' नाम का यह शब्द क्या इन गुंड़ों पर लागू नहीं होता।"ओनिर ने दिल्ली पुलिस को लेकर आगे लिखा, "दिल्ली पुलिस यहां पर आपको अपने डंडों को इस्तेमाल करना चाहिए। क्या आप आश्चर्यचकित हैं। देश जानता है कि यह स्थान कई लोगों के लिए पवित्र है और दूसरों के लिए एक टारगेट है। कृपया सतर्क रहें। धन्यवाद।" ओनिर (Onir) के इस ट्वीट पर लोग खूब रिएक्ट कर रहे हैं और अपनी प्रतिक्रिया भी दे रहे हैं।



बता दें कि देश में कोरोनावायरस (Coronavirus) से संक्रमित लोगों की संख्या 315 हो गई है। कोरोना वायरस के सबसे ज्यादा मरीज महाराष्ट्र में हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने 'जनता कर्फ्यू (Janta Curfew)' शुरू होने से कुछ समय पहले रविवार को ट्वीट किया. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा- "जनता कर्फ्यू शुरू हो रहा है... मेरी विनती है कि सभी नागरिक इस देशव्यापी अभियान का हिस्सा बनें और कोरोना के खिलाफ लड़ाई को सफल बनाएं। हमारा संयम और संकल्प इस महामारी को परास्त करके रहेगा।" उनकी इस अपील का असर भी पूरे देश में दिख रहा है. वाराणसी, कोलकाता, हैदराबाद, बेंगलुरु, लखनऊ, चेन्नई, देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल, हल्द्वानी और इलाहाबाद समेत अन्य प्रमुख शहरों में सुबह के समय सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा और दुकानें बंद रहीं। जनता कर्फ्यू आज सुबह सात बजे शुरू हुआ और रात 9 बजे तक चलेगा।



उत्तराखंड में 31 मार्च तक लॉक डाउन

कोरोना के चलते उत्तराखंड में 31 मार्च तक लॉकडाउन


पंकज कपूर


देहरादून। कोरोना महामारी के चलते उत्तराखंड में 31 मार्च तक लॉक डाउन हो गया है। सूबे के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा है कि, कोरोना के खिलाफ आज केे राष्ट्रव्यापी कर्फ्यू को देखते हुए सरकार ने यह निर्णय लिया है कि, पूरे राज्य में 31 मार्च तक इस कर्फ्यू को बढ़ा दिया जाएगा।


बता दें कि, मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने यह साफ किया कि, आवश्यक वस्तुएं जैसे कि खाना दवाइयां सभी के लिए उपलब्ध रहेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि, आवश्यक वस्तुओं को लोगों तक पहुंचाया जाएगा। दवाओं, खाद्य पदार्थों या किसी अन्य आवश्यक वस्तुओं की कोई कमी नहीं है। इससे लोगों को घबराना नहीं चाहिए।


लहसुन का सेवन प्रभावशाली ?

अब्दुल सलाम क़ादरी


लहसुन


लहसुन खाना सेहत के लिए बहुत अच्छा है लेकिन इससे कोरोना वायरस को नहीं मारा जा सकता। लेकिन इम्युनिटी सिस्टम बढ़ा कर बच सकते है। कोरोना वायरस का असर चीन की सरहदों को पार करता हुआ कई देशों तक पहुंच चुका है और अभी तक इस वायरस का इलाज नहीं खोजा जा सका है।


भय के इस माहौल में कई ऐसी जानकारियां सोशल मीडिया पर चल रही हैं, जिनमें दावा किया जा रहा है कि इनके इस्तेमाल से कोरोना वायरस के असर को कम किया जा सकता है। लेकिन ये तमाम जानकारियां ना सिर्फ़ भ्रांति फैला रही हैं बल्कि इनका उपयोग करना किसी भी व्यक्ति को अस्वस्थ कर सकता है। हमने ऐसे ही कुछ दावों की पड़ताल की और यह जानने की कोशिश की कि क्या ये दावे सच में कोरोना वायरस पर असर दिखा सकते हैं या इससे लोगों को नुक़सान हो सकता है।


आइए देखते हैं सोशल मीडिया पर वायरल होने वाले ऐसे ही कुछ दावेः


1. लहसुन का सेवन


फ़ेसबुक पर ऐसी बहुत सी पोस्ट देखने को मिल रही हैं जिनमें ये बताया जा रहा है कि लहसुन खाने से कोरोना वायरस के असर को ख़त्म किया जा सकता है.


विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) लहसुन को एक अच्छा और स्वास्थ्यवर्धक खाद्य पदार्थ मानता है जिसमें कई बीमारियों से लड़ने की क्षमता है, लेकिन इस बात के कोई सबूत नहीं है कि लहसुन खाने से कोरोना वायरस का असर ख़त्म किया जा सकता है। वैसे तो लहसुन खाने से किसी को नुक़सान नहीं होता लेकिन यह सोचकर कि इससे कोरोना वायरस नहीं होगा, उसका अधिक सेवन करना हमारे स्वास्थ्य पर ज़रूर असर डाल सकता है। साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार एक महिला ने इसी झूठे दावे पर यक़ीन कर के क़रीब 1.5 किलो कच्चा लहसुन खा लिया, जिसके बाद उसके गले में बहुत ज़्यादा परेशानी हो गई। यह बात सभी को पता है कि फल, सब्ज़ियां खाना और पानी पीना स्वास्थ्य के लिए अच्छा है लेकिन इस बात के सबूत नहीं है कि कौन सा खाना खाने से कोरोना वायरस को समाप्त किया जा सकता है।


2. चमत्कारी मिनरल


जॉर्डन सेथर एक यूट्यूबर हैं, जिनके अलग-अलग सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म पर कई फॉलोवर्स हैं. उन्होंने दावा किया कि ‘मिरेकल मिनरल सप्लिमेंट’ जिसे वो MMS बुलाते हैं, इसके सेवन से कोरोना वायरस ठीक हो सकता है। उन्होंने बताया कि इस चमत्कारी मिनरल में क्लोरीन डाइऑक्साइड है। सेथर और कुछ अन्य लोगों ने इस प्रोडक्ट को कोरोना वायरस के फैलने से पहले ही प्रमोट करना शुरू कर दिया था. जनवरी में उन्होंने ट्वीट किया था, ”क्लोरीन डाइऑक्साइड (उर्फ़ एमएमएस) से ना केवल कैंसर सेल को ख़त्म किया जा सकता है, बल्कि इससे कोरोना वायरस को भी समाप्त किया जा सकता है।”


'जनता कर्फ्यू' की सफलता पर आभार

जनता कर्फ्यू में सहयोग करने वाली चायल की जनता व पत्रकार बन्धुओं को क्षेत्राधिकारी चायल व उपजिलाधिकारी चायल ने ब्यक्त किया आभार


इलाके मे भ्रमणशील रहकर ,जनता कर्फ्यू, का लिया जायजा


बीमार और परेशान को नही हुई परेशानी


कौशाम्‍बी। प्रधानमंत्री के संकल्प ,,जनता कर्फ्यू ,,का पालन कराने व आम जनमानस के जागरूकता को देखने के लिए क्षेत्राधिकारी चायल डाक्टर कृष्ण गोपाल सिंह व एसडीएम चायल ज्योति मौर्या व थानाध्यक्ष सराय अकिल विजय विक्रम सिंह पूरे क्षेत्र मे भ्रमणशील रहे। इलाके मे आम नागरिक पूरी तरह सजग दिखे ,जनता के लिए जनता कर्फ्यू  का पालन करते हुए लोग अपने अपने घरो मे रहकर कोरोना वायरस का अंत करने की लड़ाई लड़ रहे थे। पूरी तरह सडके वीरान नजर आ रही थी। दूकाने बंद थी।इस नजारे की सफलता का कारण यदि प्रधानमंत्री का आह्वान था , तो इलाके के लोगो को जागरुक करने के लिए क्षेत्राधिकारी चायल व उपजिलाधिकारी चायल ने भी गोष्ठी करके लोगो से अपील  की थी कि बाइस मार्च को कोई भी व्यक्ति अपने घर से न निकले ,स्वयं बचाव करे और लोगो को भी सुरक्षित करे। क्षेत्राधिकारी चायल और एसडीएम चायल इलाके मे साथ साथ भ्रमण करते रहे। इस दौरान यदि कोई भी सड़क पर मिला तो उसे शालीनता के साथ जनता कर्फ्यू के बारे बताकर उन्हे वापस किया गया ,और यदि मरीज मिला या दवा के लिए जाते हुए लोग मिले तो उन्हें भी आवश्यक निर्देश देकर जाने दिया गया। क्षेत्राधिकारी चायल और थानाध्यक्ष सराय अकिल के प्रयास का परिणाम था कि सराय अकिल इलाके के सभी गाँवो में   लोग घरो मे रहकर पुलिस के कार्यो के प्रति आभार व्यक्त कर रहे थे। सबसे अहम बात यह है पुलिस विभाग के जवान व अधिकारी खुद को जोखिम मे डालकर कर आम नागरिक के सेहत के लिए भ्रमण करते रहे, क्षेत्राधिकारी चायल मे आम लोगो के लिए मानवीयता झलक साफ दिख रही थी।यदि पुलिस और जनता के बीच यही प्रेम उभर कर क्रियाशील रहे तो शायद पुलिस और जनता के बीच की दीवाल पूरी तरह पट जाए। आज के सन्नाटे और सडके से साफ जाहिर हो गया कि जनता   कोरोना वायरस से लड़ने के लिए पूरी तरह तैयार है |


 पुष्पेश त्रिपाठी


पीडाः 24 घंटे में 793 लोगों की मौत

रोम। कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित छह करोड़ की आबादी वाले इटली में सबसे ज्यादा मौतें हो रही हैं। समाचार एजेंसी रॉयटर के मुताबिक, इटली में बीते 24 घंटे में 793 लोगों की मौत कोरोना संक्रमण के चलते हुई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि एक दिन में होने वाली मौतों में यह अब तक का सर्वाधिक उछाल 19.6 फीसद दर्ज किया गया है। अब तक के आंकड़ों पर नजर डालें तो इटली में इस वायरस से 4,825 लोगों की मौत हो चुकी है। कल भी इटली में एक ही दिन में 627 लोगों की मौत हो गई थी। इटली में बीते 24 घंटे में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्‍या 47,021से बढ़कर 53,578 हजार हो गया है। कोरोना वायरस की चपेट में आई लगभग पूरी दुनिया में कफ्र्यू जैसे हालात हो गए हैं। कई देशों ने इस महामारी की रोकथाम के लिए लॉकडाउन जैसे सख्त कदम उठाने के साथ ही अपने यहां विदेशी नागरिकों के आने पर रोक लगा दी है। सीमाएं सील कर दी गई हैं। उड़ानों पर प्रतिबंध लगा दिए गए हैं। इसके चलते कई देशों में सड़कें सूनी हो गई और बाजार बंद हो गए। करीब एक अरब लोग घरों में कैद होकर रह गए हैं। विश्व के 185 देशों में फैल चुका यह खतरनाक वायरस अब तक 11 हजार से ज्यादा लोगों की जान ले चुका है। दो लाख 75 हजार से ज्यादा संक्रमित हो गए हैं।स्पेन में एक दिन में पांच हजार से ज्यादा नए संक्रमित मामले दर्ज किए गए हैं। अमेरिका में न्यूयॉर्क का बुरा हाल और वह कोरोना वायरस के संक्रमण का केंद्र बनते जा रहे है अब तक वहां पांच हजार से ज्यादा मामले सामने आए हैं। कोरोना वायरस से निपटने के लिए अमेरिकी संसद में दो ट्रिलियन डॉलर (करीब 140 लाख करोड़ रुपये) के पैकेज पर चर्चा चल रही है।


इटली में सबसे ज्यादा मौतें


इस वैश्विक महामारी ने पूरे विश्व में जनजीवन को प्रभावित कर दिया है। बड़ी आबादी की आवाजाही प्रतिबंधित कर दी गई है। स्कूल और कारोबार बंद हो गए और लाखों लोग घरों से काम करने को विवश हैं। जबकि बहुतों की आजीविका तक छिन गई है। एक अनुमान के अनुसार, करीब 35 देशों में 90 करोड़ से ज्यादा लोग अपने घरों से बाहर निकल नहीं पा रहे हैं। समाचार एजेंसी रॉयटर की मानें तो इटली में संक्रमण की दर में 13.9 फीसद का उछाल और दर्ज किया गया है।
ईरान में मरने वालों की संख्या डेढ़ हजार के पार


ईरान में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या डेढ़ हजार के पार पहुंच गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि मुल्क में 123 और पीडि़तों ने दम तोड़ दिया। इसे लेकर मरने वालों का आंकड़ा 1,556 हो गया है। 966 लोग और संक्रमित पाए गए हैं।


व्यस्ततम राजधानी रायपुर में भी सन्नाटा

रायपुर। भारी ट्रैफिक और सबसे ब्यस्त रहने वाली राजधानी में आज सन्नाटा पसरा हुआ है। केंद्र सरकार के जनता कर्फ्यू को समर्थन देते हुए लोगो ने घर में रहना बेहतर समझा है। राजधानी के सबसे ब्यस्त इलाके घडी चौक, शास्त्री चौक, मरिन ड्राइव, रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन सहित सभी जगह में सन्नाटा पसरा है। पुलिस की गाड़िया पेट्रोलिंग कर रही है। लोगो को घर में रहने, भीड़ से दूर रहने की सलाह दे रही है। किराना, फल, दूध पार्लर, सभी दुकानदारों ने जनता कर्फ्यू को समर्थन देते हुए स्वमेव ही दुकाने बंद कर दी है।


यही हाल प्रदेश के अन्य शहरो का है जहा लोगो ने स्वमेव कर्फ्यू लगाया है। बिलासपुर, कोरबा,रायगढ़, कांकेर, धमतरी, दुर्ग, भिलाई , बेमेतरा सहित पुरे छत्तीसगढ़ में जनता कर्फ्यू का असर है। जनता कर्फ्यू का असर शहरों के साथ साथ गावो में भी दिखा है।


      


सियासी संकट के बीच मोदी की सौगात

भोपाल/नई दिल्ली। मध्य प्रदेश को केन्द्र की मोदी सरकार ने बडी सौगात दी है। मोदी सरकार ने मध्य प्रदेश के 2 जिलों में नए मेडिकल कॉलेज खोलने को लेकर हरी झंडी दे दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली कैबिनेट ने इसकी मंजूरी दे दी गई है। हैरानी की बात ये है कि मंजूरी ऐसे समय में दी गई है जब कांग्रेस अल्पमत के चलते बाहर हो गई और बीजेपी प्रदेश में सरकार बनाने जा रही है। राजनीतिक उठापटक के बीच यह बीजेपी का बड़ा मास्टरस्ट्रोक माना जा रहा है।



भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा प्रदेश के दो जिलों में नये मेडिकल कॉलेज खोलने की अनुमति प्रदान की है। केन्द्रीय सहायता योजना में स्वीकृत ये कॉलेज खरगोन जिले के महेश्वर और सिगरौली में खोले जायेगे।मेडिकल कॉलेजों की स्थापना में कुल 650 करोड़ की लागत आएगी। इसमें भारत सरकार का 60 प्रतिशत एवं राज्य सरकार का 40 प्रतिशत योगदान रहेगा। 20 मार्च को स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार ने प्रदेश के महेश्वर विधानसभा में नगर मंडलेश्वर-महेश्वर के बीच ग्राम लाड़वी में खसरा नंबर 8/1 शासकीय भूमि पर 325 करोड़ रुपए से मेडिकल कॉलेज की स्वीकृति प्रदान की गई।


वहीं इसके साथ ही प्रदेश स्वास्थ्य विभाग ने नगर मंडलेश्वर में 30 बिस्तर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को 300 बिस्तरीय सिविल अस्पताल 116 करोड़ 7 लाख रुपए की लागत से मंजूरी मिली। उम्मीद की जा रही है कि 2022 तक मेडिकल कॉलेज बनकर तैयार हो जाएंगे और उन में एडमिशन शुरू हो जाएंगे। कमलनाथ सरकार में चिकित्सा शिक्षा महिला व बाल विकास आयुष व संस्कृति मंत्री रही डॉ. विजयलक्ष्मी साधौ ने 6 महीने पहले महेश्वर सहित प्रदेश में 10 मेडिकल कॉलेज के प्रस्ताव भेजे थे। जिनमें 5 पहले ही स्वीकृत हो चुके हैं, जबकि 2 मेडिकल कॉलेज महेश्वर और सिंगरौली को अब मंजूरी दी गई।


लोगों में घर पहुंचने की होड़ दिखी

महाराष्ट्र, पंजाब से बिहार, बंगाल की ट्रेनों में भारी भीड़, पीएम मोदी ने लोगों से शहर नहीं छोड़ने के लिए कहा।


मुंबई से बिहार बंगाल और पूर्वोत्तर जाने वाली ट्रेनों में जनरल क्लास के यात्रियों के बीच अपने घर पहुंचने की होड़ देखी गई।


नई दिल्ली। कोरोना विरोधी मुहिम के तहत जहां रेलवे ने स्टेशनों पर यात्रियों के बीच दूरी सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए हैं। वहीं रविवार की ट्रेन बंदी के कारण शनिवार को मुंबई, लुधियाना स्टेशनों और ट्रेनो में प्रवासी मजदूरों की उमड़ी भीड़ को काबू करने में रेल प्रशासन नाकाम होता दिखाई दिया। मुंबई से पटना, कोलकाता और गुवाहाटी जाने वाली ट्रेने खचाखच भरी हुई थीं और स्क्रीनिंग के नाम पर खानापूर्ति की जा रही थी। पीएम मोदी ने लोगों से शहर नहीं छोड़ने के लिए कहा है।  


महाराष्ट्र, पंजाब से बिहार, बंगाल और पूर्वोत्तर की ट्रेनों में दिखा सैलाब-:


रेलवे की ओर से स्टेशनों पर भीड़ कम करने के उपाय किए अवश्य गए हैं, लेकिन अचानक उमड़ी भीड़ के कारण ये उपाय नाकाफी नजर आए। पीआरएस काउंटरों पर बुकिंग के लिए एक-एक मीटर दूरी पर लाइनें पेंट की गई हैं। लेकिन निगरानी तंत्र के अभाव में बहुत कम जगहों पर यात्री इस दूरी का पालन करते दिखाई दिए। इसी प्रकार प्लेटफार्मो पर ट्रेन में चढ़ते समय दूरी का नियम भंग होता रहा और यात्रियों के बीच पहले चढ़ने की होड़ देखी गई। जबकि कई ट्रेने रद होने तथा शनिवार रात से रविवार रात तक ट्रेन संचालन पूरी तरह बंद रहने के ऐलान के बाद मुंबई से बिहार, बंगाल और पूर्वोत्तर जाने वाली ट्रेनों में जनरल क्लास के यात्रियों के बीच अपने घर पहुंचने की होड़ देखी गई। नतीजतन, ट्रेनों के भीतर, खासकर जनरल बोगियों में वहीं नजारा देखने में आ रहा था जो आम तौर पर छठ, दुर्गापूजा अथवा होली, दीवाली के दिनों में नजर आता है। इसे लेकर पीएम मोदी ने भी लोगों ने आह्वान किया है। 


पीएम मोदी बोले, शहर छोड़कर न जाएं लोग-:


पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा कि कोरोना के भय से मेरे बहुत से भाई-बहन जहां रोजी-रोटी कमाते हैं, उन शहरों को छोड़कर अपने गांवों की ओर लौट रहे हैं। भीड़भाड़ में यात्रा करने से इसके फैलने का खतरा बढ़ता है। आप जहां जा रहे हैं, वहां भी यह लोगों के लिए खतरा बनेगा। आपके गांव और परिवार की मुश्किलें भी बढ़ाएगा। मेरी सबसे प्रार्थना है कि आप जिस शहर में हैं, कृपया कुछ दिन वहीं रहिए। इससे हम सब इस बीमारी को फैलने से रोक सकते हैं। रेलवे स्टेशनों, बस अड्डों पर भीड़ लगाकर हम अपनी सेहत के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। कृपया अपनी और अपने परिवार की चिंता करिए, आवश्यक न हो तो अपने घर से बाहर न निकलिए।
कोरोना के भय से मेरे बहुत से भाई-बहन जहां रोजी-रोटी कमाते हैं, उन शहरों को छोड़कर अपने गांवों की ओर लौट रहे हैं। भीड़भाड़ में यात्रा करने से इसके फैलने का खतरा बढ़ता है। आप जहां जा रहे हैं, वहां भी यह लोगों के लिए खतरा बनेगा। आपके गांव और परिवार की मुश्किलें भी बढ़ाएगा।


रिफंड नियमों में ढील देने का ऐलान-:


हालांकि स्टेशनों पर यात्रियों की स्क्रीनिंग के सकारात्मक परिणाम भी देखने में आ रहे हैं। भीड़ के साथ अधिक यात्रियों की स्क्रीनिंग के परिणामस्वरूप शुक्रवार शाम से लेकर शनिवार शाम तक ट्रेनों में कोरोना पॉजिटिव यात्रियों के एक दर्जन मामले पकड़ में आए हैं। इनमें एक मामला बंगलूर-दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस का है। जिसमें एक युगल को क्वारंटाइन मुहर के साथ देखे जाने पर काजीपेट में उतार लिया गया। यात्रियों की जागरूकता ने इसमें अहम भूमिका निभाई है। अधिकांश मामलों में सह-यात्रियों की सूचना के बाद लोगों को आइसोलेट किया जा रहा है। इस बीच रेलवे ने लोगों से बहुत जरूरी न होने पर ट्रेन यात्रा से बचने के लिए एडवाइजरी जारी की है। रेलवे ने रिफंड नियमों में भी ढील देने का ऐलान किया है और ट्रेन रद होने या स्वयं यात्रा यात्रा रद करने की स्थिति में रिफंड का आवेदन करने के लिए एक से दो महीने तक का समय दे दिया है।


डोमेस्टिक एयरपोर्ट खाली-खाली नजर आए-:


शनिवार को जहां ट्रेनो में भीड़ रही, वहीं डोमेस्टिक एयरपोर्ट प्राय: खाली-खाली नजर आए। दिल्ली के डोमेस्टिक टर्मिनल-2 पर एक परिचित को छोड़ने गए इस संवाददाता को वहां इक्का-दुक्का यात्री ही दिखाई दिए। टर्मिनल 1 का भी कुछ ऐसा ही हाल बताया गया। हालांकि इसकी एक वजह यात्रियों को दूर-दूर रखने की रणनीति भी थी। परंतु इंटरनेशनल उड़ाने हैंडल करने वाले टर्मिनल-3 का नजारा एकदम अलग था। जहां 22 मार्च से सभी इंटरनेशनल उड़ाने बंद होने के ऐलान के बाद विदेशों से आने वाली उड़ानों के यात्रियों की अनिवार्य स्क्रीनिंग के कारण भारी भीड़ दिखाई पड़ रही थी।
वहीं राजेश सॉहनी नामक एक यात्री ने इस स्थिति पर ट्वीट भी किया और वीडियो के साथ दिखाया कि किस तरह विश्व के सर्वश्रेष्ठ एयरपोर्ट में से एक माने जाने वाले दिल्ली एयरपोर्ट पर इंटरनेशनल एरायवल एरिया में यात्रियों का हुजूम बस अड्डे से भी बुरी सूरतेहाल को दर्शा रहा है।


राजीव रंजन कुमार


बिहार में दो पॉजिटिव एक की मौत

 बिहार में कोरोनावायरस ने दी  दस्‍तक- दो पॉजिटिव केस मिले, एक मरीज की मौत।


पटना। बिहार में कोरोना ने दस्‍तक दे दी है जहां मिली जानकारी के अनुसार पटना के राजेंद्र मेमोरियल रिसर्च इंस्‍टीच्‍यूट (RMRI) में दो मरीजों की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव मिली है। इसमें एक की मौत भी हो गई है।
वहीं स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने बताया कि जिस मरीज की मौत हुई है जहां वह पटना के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्‍थान में किडनी का इलाज करा रहा था और वह मुंगेर जिला का रहने वाला था वहीं प्रधान सचिव ने मृतक के कोरोना पॉजिटिव होने की भी पुष्टि की।


देर रात तक 114 सैंपल की जांच, दो की रिपोर्ट पॉजिटिव-:


और इस बीच आरएमआरआइ के निदेशक डॉ. प्रदीप दास ने बताया कि देर रात जांच में दो कोरोना पॉजिटव मामले मिले हैं और उन्‍होंने बताया कि देर रात तक 114 नमूनों की जांच हुई थी जिनमें शाम तक सौ सैंपल की जांच पूरी हो चुकी थी और उनमें कोरोना वायरस का संक्रमण नहीं मिला लेकिन देर रात क शेष 14 सैंपल की जांच के दौरान दो की रिपोर्ट पॉजिटिव मिली जहां उन्‍होंने बताया कि इसकी जानकारी दिल्‍ली में भारतीय चिकित्‍सा अनुसंधान परिषद (ICMR) और राज्‍य के स्वास्थ्य मंत्री व प्रधान सचिव को दी गई है।


राजीव रंजन कुमार


बिहारः सड़क-स्टेशनों पर पसरा सन्नाटा

बिहार में जनता कर्फ्यू शुरू, सड़कों और रेलवे स्टेशन पर पूरी तरह से पसरा सन्नाटा।
                                                                                                                                                                     पटना। कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में आज पूरे देश में जनता कर्फ्यू शरू हो गया। सुबह 7से रात 9 बजे तक घरों में रहकर बिहारवासी कोरोना वायरस को मिटाने का संकल्प लेंगे। इस दौरान ऑटो व सिटी बसें भी नहीं चलेंगी लेकिन दवा की दुकानें खुली रहेंगी। आज के दिन सिर्फ पुलिस प्रशासन और मीडियाकर्मियों की गाड़ियां ही चलेंगी।
8:45 AM: औरंगाबाद, हाजीपुर रेलवे स्टेशन पर पसरा सन्नाटा। कटिहार में गेड़ाबाड़ी सड़क एनएच 81 सूना पड़ा।
8:25 AM: जनता कर्फ्यू के दौरान रविवार की सुबह किशनगंज जिला का ठाकुरगंज रेलवे स्टेशन पर पूरी तरह सन्नाटा पसरा हुआ है।
8:10 AM: सुपौल का व्यस्ततम महावीर चौक, सदर अस्पताल पर पूरी तरह सन्नाटा पसरा हुआ है। एक दो लोग ही नजर आ रहे हैं।
8:00 AM: पटना में भी जनता कर्फ्यू साफ-साफ दिख रहा है। पटना जंक्शन पर पूरी तरह से सन्नाटा पसरा है।
7:40 AM: जनता कर्फ्यू का असर बिहार के लगभग हर जिले में दिखने लगा है, जहानाबाद सिवान आरा गोपालगंज समेत लगभग हर जिलों की दुकानें बंद नजर आई, सड़कों पर भी लोग बहुत ही कम अभी तक दिख रहे हैं।
7:00 AM - कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में आज पूरे देश में जनता कर्फ्यू शरू हो गया। यह रात नौ बजे तक जारी रहेगा। 19 मार्च को पीएम मोदी ने देश के नाम संबोधन में इसकी अपील की थी।
6:40 AM - जनता कर्फ्यू से ठीक पहले पीएम मोदी की अपील जनता कर्फ्यू से पहले पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा कि जनता कर्फ्यू शुरू हो रहा है। मेरी विनती है कि सभी नागरिक इस देशव्यापी अभियान का हिस्सा बनें और कोरोना के खिलाफ लड़ाई को सफल बनाएं। हमारा संयम और संकल्प इस महामारी को परास्त करके रहेगा।


राजीव रंजन कुमार


11000 मौत, दुनिया में लॉक डॉउन

कोरोना के कारण 11,000 लोगों की मौत के बाद दुनिया भर में लॉक डाउन जैसी स्थिति


राजेश पांडेय


कोरोना वायरस महामारी से मरने वालों की संख्या तेजी से बढ़ने के मद्देनजर युवाओं के भी इससे अछूता नहीं रहने की विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की चेतावनी के बीच दुनिया भर में करोड़ों लोगों के लिए सप्ताहांत की शुरुआत बंद जैसी स्थिति और अपने-अपने घरों में ही रहने के साथ हुई।


विश्व भर में कोविड-19 के संक्रमण से मरने वालों की संख्या बढ़ कर 11,000 पार कर गई है। डब्ल्यूएचओ ने आगाह किया है कि युवा भी वायरस के संक्रमण से अछूते नहीं रहेंगे और उनके भी इस महामारी की चपेट में आने की पूरी आशंका है। इस वैश्विक महामारी ने पूरी दुनिया में जनजीवन को प्रभावित कर दिया है, बड़ी आबादी की आवाजाही सीमित कर दी है, स्कूल एवं कारोबार बंद हो गए हैं और लाखों लोग घरों से काम करने के लिए मजबूर हैं जबकि कई की आजीविका छिन गई है। भले ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस बात पर जोर दिया है कि अमेरिका वायरस के खिलाफ जंग जीत रहा है लेकिन अलग-अलग राज्यों ने नाटकीय ढंग से प्रतिबंधों को कड़ा कर दिया है, जहां न्यूयॉर्क, इलिनोइस और कैलिफोर्निया ने लोगों को उनके घरों के भीतर रहने का आदेश दिया है।


दुनिया भर में वायरस के कारण मृतकों की संख्या 11,000 के पार चली गई है जिसमें से 4,000 मामले बुरी तरह प्रभावित इटली से हैं जहां पिछले एक सप्ताह में रोजाना मृतकों की संख्या अचानक बढ़ गई है। वायरस के कारण बुजुर्ग और पूर्व में अन्य बीमारियों से ग्रसित व्यक्ति सबसे अधिक प्रभावित हैं, लेकिन डब्ल्यूएचओ प्रमुख तेदरोस अदहानोम गेब्रेयसस ने आगाह किया है कि युवा भी इस महामारी की चपेट में आ सकते हैं।


तेदरोस ने कहा, आज मेरे पास युवाओं के लिए एक संदेश है: आप इससे अछूते नहीं हैं। यह वायरस हफ्तों तक आपको अस्पताल में भर्ती करा सकता है–या आपकी जान भी ले सकता है। उन्होंने कहा, आप बीमार न भी पड़ें तो आप कहां जाने के बारे में सोच रहे हैं यह किसी और के लिए जीवन और मौत के बीच का अंतर बन सकता है। कोरोना वायरस की गिरफ्त में अमेरिका के आने के साथ इसके सबसे बड़े राज्य कैलिफोर्निया ने अपने बाशिंदों को घरों में ही रहने को कहा है। वहां 1,000 से अधिक मामले सामने आये हैं और 19 मौतें हुई हैं।


न्यूयार्क प्रांत में 7,000 मामले सामने आये हैं और 39 मौतें हुई हैं। इस प्रांत ने भी अपने बाशिंदों को रविवार शाम से घरों से नहीं निकलने का आदेश दिया है। ट्रंप ने इन दोनों राज्यों के फैसलों की सराहना की है, लेकिन कहा कि उन्हें नहीं लगता कि एक राष्ट्रव्यापी बंद की जरूरत है। इस बीच, अमेरिकी उपराष्ट्रपति माइक पेंस के कार्यालय में एक कर्मचारी कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है।


चीन में शनिवार को लगातार तीसरे दिन कोई मामला सामने नहीं आया और डब्ल्यूएचओ ने कहा कि चीन का वुहान शहर “पूरी दनिया के लिए उम्मीद की किरण लेकर आया है, लेकिन क्षेत्र में विदेश से आने वाले नये मामलों को लेकर चिंता बढ़ गई है।


हांगकांग में शुक्रवार को 48 संदिग्ध मामले सामने आए जो संकट शुरू होने के बाद से दिन में अब तक का सबसे बड़ा उछाल है। इन संदिग्ध मामलों में से ज्यादातर लोग यूरोप से आए-गए हैं। पूरे यूरोप में सरकारों ने बंदी के उपाय सख्ती से लागू करना जारी रखा हुआ है। इटली में शुक्रवार को सबसे बुरा दिन रहा जहां 627 और लोगों की मौत हो गई और प्रसार को रोकने के प्रयासों के बावजूद मृतकों की कुल संख्या 4,023 पर पहुंच गई है।


फ्रांस, इटली, स्पेन और अन्य यूरोपीय देशों ने लोगों को घर पर रहने को कहा है और कुछ मामलों में जुर्माना लगाने की भी चेतावनी दी है। बावरिया जर्मनी का पहला क्षेत्र है जिसने कामबंदी के आदेश दिए हैं। यूरोपीय संघ में अपने पड़ोसियों की राह पर चलते हुए ब्रिटेन ने भी कड़े प्रतिबंधों की घोषणा की है और पब, रेस्तरां और सिनेमाघरों को बंद करने को कहा है। साथ ही प्रभावित श्रमिकों की मजदूरी की भरपाई करने का वादा किया है। फ्रांस ने कहा कि घर में रहने के आदेश के पहले दिन 4,000 लोगों पर जुर्माना लगाया गया। मंत्रियों ने नियम तोड़ने वाले लोगों को बेवकूफ बताया। कोविड-19 के कारण दुनिया भर में मरने वाले आधे से ज्यादा लोग यूरोप से हैं।


वायरस का प्रकोप अफ्रीका और पश्चिम एशिया पर भी गहराता जा रहा है। गेबोन में उप सहारा अफ्रीका में हुई दूसरी मौत का मामला सामने आया है जबकि पूरे अफ्रीका में 900 से ज्यादा मामले सामने आए हैं और संख्या तेजी से बढ़ ही रही है। वहीं ईरान में शीर्ष नेता आयातुल्ला अली खामनेई और राष्ट्रपति हसन रूहानी ने प्रकोप से देश को उबारने का वादा किया, लेकिन सख्त प्रतिबंध लगाने में विश्व के अन्य देशों की सूची में शामिल होने से इनकार कर दिया। लातिन अमेरिका में क्यूबा और बोलिविया दोनों ने अपनी सीमाएं बंद करने की घोषणा की है और कोलंबिया ने कहा कि वह मंगलार से अनिवार्य पृथक व्यवस्था शुरू करेगा।


'रेडिएशन' स्टॉर्म के बारे में चेतावनी जारी की

'रेडिएशन' स्टॉर्म के बारे में चेतावनी जारी की  अखिलेश पांडेय  नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। वैज्ञानिक अभी भी पिछले सप्ताह आए सोलर स्टॉर्म...