शनिवार, 21 मार्च 2020

कालाबाजारी पर एसडीएम के सख्त निर्देश

उप जिलाधिकारी ने कालाबाजारी करते हुए विक्रांत मेडिकल स्टोर के संचालक को किया गिरफ्तार


सचिन विशौरिया


गाजियाबाद। जनता की सुरक्षा के लिए जागरूक हुआ लोनी का प्रशासन। लोनी की सड़कों पर सैनिटाइजिंग छिड़काव करा कर अधिकारियों ने की कार्रवाई। लोनी उपजिलाधिकारी ने कालाबाजारी कर रहे मास्क व सैनिटाइजर विक्रेताओं पर भी की बड़ी कार्रवाई। उप जिला अधिकारी ने बताया प्रधानमंत्री के आदेश अनुसार 1 दिन के कर्फ्यू से संक्रमण को एक हद तक नियंत्रित किया जा सकता है। उसी मुहिम को आगे बढ़ाते हुए सार्वजनिक स्थलों पर, बस आदि सार्वजनिक वाहनों एवं सार्वजनिक उपयोग में आने वाले संयंत्रों को सैनिटाइज किया गया है। जिससे संक्रमण का प्रभाव नहीं होगा। जिस प्रकार से कालाबाजारी बढ़ रही है। उसके विरुद्ध नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी। यदि कोई कालाबाजारी करता पकड़ा जाएगा तो निश्चित रूप से उसके विरुद्ध कार्रवाई होगी। इस प्रकार की यदि कोई सूचना आती है तो उस पर त्वरित कार्रवाई की जाएगी। साथ-साथ उन्होंने यह भी बताया की मास्क का निर्माण बहुत साधारण है। जिसे कोई भी मनुष्य बनाकर उपयोग कर सकता है। मास्क 'यूज एंड थ्रो' पर आधारित है। जिसे एक बार उपयोग किया जाता है और यह एक रुपए की कीमत में तैयार किया जा सकता है।


मातृभूमि ट्रस्ट का बेहतर आयोजन

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। मातृभूमि ट्रस्ट लोनी स्थित डीएलएफ अंकुर विहार में कोरोना नहीं फैलने देगी। कॉलोनी के अंदर व आसपास मातृभूमि ट्रस्ट के सौजन्य से सैनिटाइजर बांटने का अभियान चलाया गया। मास्क बितरित करने का अभियान चलाया गया था। कार्यक्रम के आयोजन आरपी पांडे के द्वारा बताया गया कि हमारे क्षेत्र में साफ-सफाई की उचित व्यवस्था नहीं है। जबकि वायरस गंदगी से ही फैलता है। इसीलिए ट्रस्ट के द्वारा स्थानीय संसाधनों को सुरक्षित करने का प्रयास किया गया है। ताकि क्षेत्र के लोगों में वायरस घुसपैठ ना कर सके। कॉलोनी के अंदर आने जाने वाले सभी कमर्शियल वाइकल प्राइवेट वाइकल को सेंट्राइस किया गया। जिसमें ट्रस्ट के सदस्य सुरेश पटेल अमित त्रिपाठी धर्मेंद्र त्रिपाठी  विनोद शुक्ला हरि पाल  विजेंद्र शुक्ला अनुज शर्मा अनिल कौशिक अनिल शर्मा आदि की अहम भूमिका रही।


बसों में पेट्रोल छिड़ककर लगाई आग

सोनौली बार्डर:अराजक तत्वों ने दो बसों में पेट्रोल छिड़ककर लगा दिया आग
महाराजगंज। इंडो नेपाल न्यूज़ सोनौली डेस्क। सोनौली कोतवाली क्षेत्र के कुनसेरवा चौराहे के पास एक खाली प्लाट में घड़ी दो यात्री बसों में कुछ लोगों ने आग लगा दिया है। जिसमें दोनों बस जलकर खाक हो गई है ।
शुक्रवार की देर रात को एकाएक प्लाट की पिछली छोर पर खड़ी दो बसों में आग लगने की खबर जैसे ही पुलिस को मिली सोनौली पुलिस मौके पर पहुंचकर अन्य बसों को हटवाया। लेकिन तब तक दोनो बसें बुरी तरह से जलकर खाक हो गई। पुलिस मौके पर पहुंचकर फायर बिग्रेड बुलाकर आग पर काबू पाया।
अंदेशा व्यक्त किया जा रहा है कि दोनों बसों को पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी गई है।
जलने वाली दोनों बसें जिनके नंबर यूपी 70 AT 1929 तथा up56T 073 है । जिनके मालिक मकसूद अख्तर और दीपक गिरी है। यह दोनों बसें खंनुवा से चलकर नौतनवा होते हुए ठूठीबारी तक चलती है।
इस मामले में बस मालिक मकसूद अख्तर जो मोटर प्राइवेट यूनियन के अध्यक्ष भी है ने कहा कि इस घटना को अंजाम देने कुछ टेंपो वालों का है, जो अक्सर सवारियों को लेकर बसों में तोड़फोड़ मारपीट आगजनी करते रहते हैं।
बता दे कि इस तरह की एक घटना सीमावर्ती क्षेत्र में पहली घटना है। यह घटना अराजक तत्वों के लिए दुस्साहस भरा कदम कहा जा सकता है।


मस्जिद में इमाम ने बताए, बचाव-उपाय

निगोहा कस्बे की मस्जिद में इमाम ने बताएं कोरोना वायरस से बचने के उपाय


लखनऊ। राजधानी लखनऊ निगोहां नोवेल कोरोना वायरस की महामारी को देखते हुए केंद्र सरकार व राज्य सरकारें अलर्ट हो चुकी कोरोना वायरस से लड़ने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे जैसे सैनिटाइजर ,मॉस्क लगाए रखना भीड़-भाड़ का एकत्रित ना होना प्रति 2 घंटे में अपने हाथों को धोना किसी से हाथ ना मिलाना अपने आसपास सफाई रखना इत्यादि यदि ऐसे छोटे-छोटे उपाय किए जाए तो कोरोना जैसी महामारी से बचा जा सकता है। इसी क्रम में निगोहां भगवान पुर कस्बे मे स्थित जामा मस्जिद मे जुमे की नमाज अदा करने आए लोगो को मस्जिद के इमाम ने कोरोना से बचाव के उपाय बताए।
मौजूदा हालात को देखते हुए मस्जिद के इमाम साहब ने कहा कि आज की सुरक्षा कल की जिंदगी है।
वही इमाम साहब ने यह भी बताया की बच्चे व बुजूर्ग कोरोना को देखते हुए मस्जिद की जगह घर पर ही नमाजें आदा करे जिससे कोरोना जैसे वायरस से बचा जा सके।


गंगा जमुनी तहजीब का प्रतीक जनपद लखनऊ में रहने वाले सभी संप्रदाय के लोग मौजूदा हालात को देखते हुए एक हैं। और कोरोना जैसी महामारी से लड़ने के लिए तैयार है।


 मोहम्मद इश्तियाक शेरखान


रोबोट करेंगे देखभाल, देंगे दवाई

देव गुर्जर 


गौतम बुध नगर। तेजी से फैलते कोरोना वायरस के संक्रमण को कम करने और डॉक्टरों एवं मेडिकल स्टाफ को इस घातक वायरस से बचाने के लिए नोएडा के अस्पताल में रोबोट का इस्तेमाल होते हुए देखा जा सकेगा।


जानकारी के अनुसार, नोएडा का फेलिक्स अस्पताल कोरोना संक्रमित मरीजों की देखभाल के लिए उत्तर प्रदेश सरकार को तीन रोबोट देगा। यह रोबोट कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की सेवा में काम करेंगे। इन रोबोट का काम संक्रमित मरीजों को खाना और अन्य सामान देना आदि होगा। इससे मरीज के संपर्क में कम लोग ही रहेंगे।


काशी विश्वनाथ मंदिर पर लगाया ताला

दुनिया भर में भय का पर्याय बन चुके कोरोना वायरस से बचाव के लिए  देश के साथ-साथ उत्तर प्रदेश के तमाम बड़े व छोटे मंदिरों को बंद कर दिया गया है। UP में संकटमोचन मंदिर में जहां लोग बंद मंदिर के मुख्य द्वार पर ही माला-फूल चढ़ा रहे हैं वहीं काशी विश्वनाथ मंदिर भी आम श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिया है।


वाराणसी। काशी विश्वनाथ मंदिर 24 मार्च तक बंद
वाराणसी स्थित द्वादश ज्योतिर्लिंग में से एक बाबा काशी विश्वनाथ मंदिर को कोरोना से बचाव के मद्देनजर 21 मार्च से 24 मार्च तक श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिया गया। इस दौरान पुजारियों की नियमित पूजा-अर्चना पर रोक लागू नहीं होगी। पुजारी मंदिर में प्रवेश कर दैनिक पूजा-अर्चना करते रहेंगे। DM कौशल राज शर्मा ने यह आदेश दिया है। इस दौरान मंदिर के पुजारियों के अलावा आम दर्शनार्थियों को मंदिर में प्रवेश नहीं दिया जाएगा।


काशी के कोतवाल कालभैरव का मंदिर अनिश्चितकाल के लिए बंद
काशी के कोतवाल कहे जाने वाले बाबा काल भैरव का मंदिर भी अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया गया है। मंदिर के महंत परिवार की ओर से मिली जानकारी के अनुसार पूजा-अर्चना होती रहेगी। श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक लगाई गई है।


संकट मोचन मंदिर 25 मार्च तक बंद, मुख्य द्वार पर ही लोग चढ़ा रहे माला-फूल
कोरोना के प्रकोप के कारण वाराणसी का प्रसिद्ध संकटमोचन मंदिर भी शनिवार की सुबह से आम लोगों के लिए बंद कर दिया गया है। मंदिर बंद होने के बाद भी काफी संख्या में लोग पहुंचे और मुख्य गेट पर ही माला फूल चढ़ाने के साथ भगवान हनुमान को नमन किया। कुछ लोगों ने गेट के बाहर सड़क पर ही हनुमान चालीसा व अन्य पाठ किया। बता दें कि संकट मोचन मंदिर में हर शनिवार व मंगलवार को भारी भीड़ उमड़ती है। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के मद्देनजर ही शुक्रवार शाम मंदिर के महंत प्रो. विश्वम्भरनाथ मिश्र ने मंदिर के कपाट आम लोगों के लिए बंद करने का फैसला लिया।


शहर के दक्षिणी भाग में स्थित संकटमोचन मंदिर वाराणसी ही नहीं देश विदेश के श्रद्धालुओं के लिए आस्था का बड़ा केंद्र है। PM  ने भी जब वाराणसी से चुनाव लड़ने का फैसला किया था  तो सबसे पहले यहीं आकर आशीर्वाद लिया था।  मंदिर को 25 मार्च तक के लिए बंद कर दिया गया है।


गंगा आरती में आम श्रद्धालुओं का प्रवेश 31 मार्च तक के लिए प्रतिबंधित
बता दें कि वाराणसी में होने वाली गंगा आरती में आम लोगों की प्नवेश पर पहले ही रोक लगा दिया गया है। यह निर्णय जिला प्रशासन और गंगा सेवा निधि ने कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए लिया है। गंगा सेवा निधि के अध्यक्ष सुशांत मिश्रा ने कहा- दशाश्वमेध घाट पर होने वाली मां गंगा की दैनिक आरती का स्वरूप 31 मार्च तक के लिए सांकेतिक किया गया है।


चित्रकूटः मंदिरों पर लगा ताला
कोरोनावायरस का असर चित्रकूट में भी देखने को मिल रहा है। यहां 31 मार्च तक कामदगिरि परिक्रमा और कामतानाथ के दर्शनों के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक लगा दी गई। मझगवां SDM हेमकरण धुर्वे ने बताया कि राम घाट स्थित मंदिर महाराजाधिराज मतगजेंद्र नाथ शिव मंदिर में भी आज ताला लगा दिया गया। सुबह पूजन और शाम को आरती व भगवान का भोग सेवायतों द्वारा संपन्न होगा।


गोरखपुरः गोरखनाथ पीठ श्रद्धालुओं के लिए किया गया बंद
इसके अलावा गोरखपुर के गोरखनाथ पीठ को भी श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिया गया है। गोरखनाथ पीठ श्रद्धालुओं के लिए 31 मार्च तक बंद रहेगा।  इस दौरान गोरखनाथ पीठ में नियमित भोग और आरती आम दिनों की तरह होती रहेगी। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ही इस मठ के महंत हैं।


ज्ञात है कि कोरोना वायरस के कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार, 22 मार्च को जनता कर्फ्यू का आह्वान किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी प्रदेश धार्मिक आयोजनों पर भी रोक लगाते हुए लोगों से अपने घर पर रहकर ही पूजा करने की अपील की है। मां वैष्णो देवी और मां कामाख्या के मंदिर श्रद्धालुओं के लिए बंद किए जा चुके हैं। इस बीच अब उत्तर प्रदेश के भी प्रमुख मठ-मंदिरों में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक लग गई है।


दीमक रोधी रसायन से मां-बेटी की मौत

इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर में दीमक से बचाव के लिए निजी स्तर पर किए गए पेस्ट कंट्रोल ने दो जिंदगियां छीन लीं। परिवार की लापरवाही से कीटनाशकों का दुष्प्रभाव जाने बिना उनके उपयोग से यह स्थिति बनी। पेस्ट कंट्रोल के लिए लगाई जाने वाली सामग्री को और प्रभावी बनाने के लिए परिवार ने उसमें सल्फास पाउडर भी मिला दिया था।


एक कमरे में पेस्ट कंट्रोल के बाद मां और ढाई वर्ष की बेटी सामने वाले कमरे में सो गए। कमरे में लगे एसी का कंप्रेशर बाहर गलियारे में लगा था। कीटनाशकों की जहरीली गैस कंप्रेशर से होते हुए एयर कंडीशनर (एसी) के माध्यम से कमरे में पहुंच गई। हादसे में मां-बेटी की मौत हो गई, जबकि गंभीर रूप से बीमार तीन लोग अस्पताल में भर्ती हैं।


पुलिस के अनुसार इकबाल कॉलोनी निवासी शादाब शेख के घर के फर्नीचर में दीमक लग गई थी। उसे मारने के लिए घर की महिलाओं ने थर्माइट किलर नाम का पेस्ट कंट्रोलर और सल्फास मंगवाया। दोनों को मिलाकर फर्नीचर और घर की दीवारों में छिड़काव कर कमरा बंद कर दिया।


गुरुवार रात करीब 10 बजे 35 वर्षीय रेशमा और ढाई साल की बेटी आयशा पेस्ट कंट्रोल किए गए कमरे के सामने वाले कमरे में एसी चालू करके सो गई। रात में दोनों का कीटनाशकों की गैस से दम घुटने लगा तो तीसरी मंजिल पर सो रहा देवर इरफान उन्हें लेकर निजी अस्पताल पहुंचा। इसी बीच रेशमा का पति शादाब भी अस्पताल पहुंचा। वहां डॉक्टर ने मौसम का हवाला देकर खुली हवा में सोने को कहा और वापस भेज दिया। तीनों वापस आए और उसी कमरे में सो गए।


इरफान भी ऊपर अपने कमरे में पत्नी शाहिना के साथ एसी चालू करके सो गया। सुबह सात बजे रेशमा, शादाब, आयशा, भाई इरफान शेख और शाहिना की तबीयत बिगड़ी तो स्वजन सभी को निजी अस्पताल लेकर पहुंचे। इस बीच रेशमा और बच्ची आयशा की मौत हो गई। शादाब, इरफान और शाहिना की हालत गंभीर है।


हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया

हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कांग्रेस पर अपना हमला तेज ...