गुरुवार, 20 फ़रवरी 2020

शिवरात्रि पर 5 राशियां होगी प्रभावित

हिंदू धर्म में महाशिवरात्रि का पर्व उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया जाता है। फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। इस साल महाशिवरात्रि 21 फरवरी को यानि कल मनाई जाएगी। इस साल की शिवरात्रि बेहद खास है क्योंकि इस बार शिवरात्रि पर 117 साल बाद शुक्र और शनि का दुर्लभ योग बन रहा है। भगवान शिव की पूजा-अर्चना से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। इस महाशिवरात्रि पांच राशि वाले जातकों पर भगवान शिव की खास कृपा रहेगी। इन राशि वाले जातकों के सारे रुके काम पूरे हो जाएंगे।


1.मेष- इस शिवरात्रि मेष राशि वाले जातकों को भगवान शिव की पूजा-अर्चना करने से विशेष फल मिलेगा। इसके साथ ही उनका भाग्य इस समय उनका पूरा साथ देगा। पद और प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी. स्वास्थ्य लाभ भी बना रहेगा। 
2. वृषभ- महाशिवरात्रि के मौके पर वृषभ राशि वालों जातकों पर भगवान शिव की पूरी कृपा रहेगी। धन-धान्य में वृद्धि होगी। करोबार करने वाले लोगों का करोबार खुब फलेगा। पद-प्रतिष्ठा के साथ-साथ समाजिक सम्मान में भी वृद्धि होगी। जो भी जातक नौकरी का इंतजार कर रहे हैं उनको भी शुभ समाचार मिल सकता है। हालांकि इस राशि वाले जातकों को नकारात्मक लोगों से बचकर रहने का सलाह दिया जा रहा है। महामृत्युंजय का जाप करें।


3. सिंह- इस राशि वाले जातकों पर भगवान शंकर की खूब कृपा बरसेगी। अपने कार्यक्षेत्र में आगे बढ़ेगें। आत्मबल प्रबल रहेगा। पारिवारिक सुख की पूरी प्राप्ति है। जो भी नया काम आप शुरू करेंगे उसमें लाभ मिलेगा। 
4. तुला- तुला राशि के जातकों को इस महाशिवरात्रि अच्छे परिणाम मिलेंगे। खुशखबरी भी मिल सकती है। सारे रुके काम बन जाएंगे। मकान खरीदने का संयोग बन रहा है। भगवान शिव की पूजा के दौरान दही चढ़ाएं।
5. मीन- इस राशि वाले जातकों को यात्राओं के साथ-साथ धन के  योग बन रहे हैं। वाहन, जमीन खरीदने का संयोग बन रहा है। आपके जो भी शत्रु हैं उनका दमन होगा। कानूनी पचड़े में आपको विजय मिलेगा। किसी भी दिशा में आप जाएंगे तो आपको सफलता मिलेगी।


अनामिका


आईपीएस ऑफिसरो से भरी नाव पलटी

भोपाल। आईपीएस ऑफिसरों से भरी नाव झील में पलट गई, इस नाव पर ही मध्य प्रदेश के डीजीपी विजय कुमार सिंह की पत्नी सवार थी। आसपास के मौजूद सुरक्षा कर्मियों ने सभी को बचा लिया। जिससे बड़ा हादसा टल गया। यह घटना भोपाल शहर की है।


सभी की बच गई जानः घटना के बारे में बताया जा रहा है कि आईपीएस सर्विस मीट के दौरान कई अधिकारी नाव पर सवार होकर झील घुमने निकले। इस दौरान ही यह हादसा हो गया। एडीजी विजय कटारिया ने बताया कि नाव में मौजूद सभी लोगों ने लाइफ जैकेट्स पहनी थी, इसलिए कोई हताहत नहीं हुआ।


सेफ्टी बोट थी तैनातः बताया जा रहा है कि हर साल भोपाल में आईपीएस मीट का आयोजन किया जाता है। इस दौरान अधिकारी जुटते हैं। जिसमें से कुछ वाटर स्पोर्ट्स में हिस्सा लेते हैं। हिस्सा लेने से पहले सुरक्षा को लेकर सभी को लाइफ जैकेट्स पहनने के लिए दिया जाता है. जिससे बड़ा हादसा टल गया। जिससे अधिकारियों ने राहत की सांस ली है। कुछ देर के लिए यहां पर अफरातफरी का माहौल हो गया था।


मनीष कुमार


 


25 करोड़ का सांपों का जहर बरामद

अररिया। तस्करों के पास से एसएसबी ने 25 करोड़ रुपए का सांप का जहर बरामद किया है। तस्करों ने जहर को 2 जार में रखा हुआ था। जिस जार में तस्करों ने जहर रखा था वह बुलेटप्रूफ है। यह कार्रवाई अररिया में एसएसबी की टीम ने की है।


नेपाल सीमा पर हुई कार्रवाईः एसएसबी जवानों को सूचना मिली थी कि कुछ तस्कर बॉर्डर पार करने वाले हैं इनके पास सांप का जहर है। सूचना मिलने के बाद जवानों ने जांच तेज कर दी। इस दौरान बाइक सवार तस्करों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार तस्करों में सरफिल यादव,जितेंद्र यादव सिकटी थाना क्षेत्र के दहिपोरा मजरख गांव के रहने वाले हैं। एक तस्कर पश्चिम बंगाल का रहने वाला है।


जार पर लिखा है मेड इन फ्रांसः एसएसबी ने बरामद सांप का जहर और तस्करों को वन विभाग के हवाले कर दिया है। जिस जार में जहर था उस पर मेड इन फ्रांस लिखा हुआ है। अंतराष्ट्रीय बाजार में इस जहर की कीमत लगभग 25 करोड़ रुपए है। गिरफ्तारी के बाद पूछताछ के दौरान तस्करों ने बताया कि पश्चिम बंगाल के मालदह के नारायण साह उर्फ गोपाल दा ने उनलोगों को सांप का जहर दिया था। इसको देश के किसी शहर में देना था।


मनीष कुमार


प्रदर्शनकारियों से वार्ता, नहीं निकला हल

रवि चौहान


नई दिल्ली। दिल्ली के शाहीन बाग इलाके में बीते 15 दिसंबर से संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी है। इस बीच सुप्रीम कोर्ट के वार्ताकार बुधवार को प्रदर्शनकारियों से बातचीत के लिए प्रदर्शन स्थल पर पहुंचे। इस दौरान वार्ताकार संजय हेगड़े और साधना रामचंद्रन ने प्रदर्शनकारियों से करीब 2 घंटे तक बातचीत की लेकिन मसले को कोई हल नहीं निकला।


दोनों वार्ताकारों ने मंच से प्रदर्शनकारियों को सुप्रीम कोर्ट का आदेश पढ़कर सुनाया और समझाने की कोशिश की। इस दौरान साधना रामचंद्रन ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने यह कतई नहीं कहा कि आपके विरोध के अधिकार को छीना जाए। हम इस मसले का एक ऐसा हल निकालने पर विचार कर रहे हैं जो दुनिया में मिसाल पेश करे।


बातचीत से पहले वार्ताकारों ने कहा कि दोनों के बीच चर्चा मीडिया के सामने नहीं होगी। वार्ताकारों की इस सुझाव पर प्रदर्शनकारी बंटे हुए नजर आएं। किसी ने इस पर सहमति जताई तो कोई नाराज नजर आया। हालांकि वार्ताकारों की तरफ से कहा गया कि जो भी बातचीत होगी उसे मीडिया को भी बता दिया जाएगा। वहीं एक तरफ वार्ताकार प्रदर्शनकारियों को सुन रहे थे तो दूसरी तरफ दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। हाल ही में दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में केजरीवाल के कामकाज संभालने के बाद यह उनकी शाह के साथ पहली बैठक है। यह बैठक करीब 20 मिनट तक शाह के आवास पर चली। पहले यह बैठक गृह मंत्रालय में होनी थी।


केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘माननीय गृह मंत्री श्री अमित शाह जी से मुलाकात की। काफी सार्थक और अच्छी बैठक रही। दिल्ली से जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा हुई। हम दोनों ही इस बात पर सहमत हुए कि दिल्ली के विकास के लिए हम साथ काम करेंगे।’ हालांकि इस दौरान दोनों के बीच शाहीन बाग विरोध प्रदर्शन को लेकर कोई बातचीत नहीं हुई। मालूम हो कि सुप्रीम कोर्ट ने प्रदर्शनकारियों को दूसरे स्थल पर जाने के लिए मनाने के लिए दो वार्ताकारों की नियुक्ति की है।


जो मरना चाहता है उसे कौन बचाएगा

CAA हिंसा पर बोले योगी आदित्यनाथ- कोई मरने के लिए आ ही रहा है तो जिंदा कहां से हो जाएगा


लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के एक बयान पर विवाद खड़ा हो गया है। सीएम का बयान संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ दिसंबर में विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा में हुई मौतों पर है। उन्होंने कहा है कि अगर कोई मरने के लिए आ ही रहा है तो वो जिंदा कहां से हो जाएगा।
 इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि सीएए विरोधी हिंसा में पुलिस की गोली से उत्तर प्रदेश में किसी की मौत नहीं हुई। उन्होंने कहा सीएए विरोधी हिंसा के दौरान राज्य में कुल 20 लोगों की मौत हुई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य विधानसभा को संबोधित करते हुए यह बातें कही।
इस दौरान आदित्यनाथ ने उन लोगों पर भी निशाना साधा, जो पिछले एक महीने में राज्य में नागरिकता (संशोधन) अधिनियम (सीएए) का विरोध कर रहे हैं। लखनऊ, कानपुर और प्रयागराज में इस कानून के खिलाफ लगातार विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। उन्होंने आगे कहा ‘आजादी के नारे लगाए जा रहे हैं। कौनसी आजादी’? क्या हमें जिन्ना (मोहम्मद अली जिन्ना) के सपने के लिए काम करना है या क्या हमें गांधी के सपनों की दिशा में काम करना है?
पुलिस को दिसंबर की हिंसा के बाद उनके काम की प्रशंसा की जानी चाहिए। क्योंकि राज्य में कोई दंगे नहीं हुए। हम लोकतांत्रित तरीके के जरिए किए जाने वाले प्रदर्शनों का समर्थन करते हैं लेकिन जहां हिंसा होगी वहां पर जो जिस भाषा में समझेगा उसी में समझाएंगे।’


'दिल्ली पुलिस वीक' बच्चों को दिया सम्मान

दिल्ली पुलिस वीक 2020" के अवसर पर पेंटिंग प्रतियोगिता और सड़क सुरक्षा अभियान पर कमिश्नर,ने बच्चों को प्रमाण पत्र और पुरस्कार देकर सम्मानित किया


नरेन्द्र कुमार


नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस वीक 2020 समारोहों के रूप में "दिल्ली ट्रैफिक पुलिस" ने इंडिया गेट C-HEXAGON,लॉन में सड़क सुरक्षा क्लब की एक 'ऑन-द-स्पॉट' पेंटिंग प्रतियोगिता और स्मारक समारोह का आयोजन किया।
 
दिल्ली पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक, ने इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की  और वरिष्ट पुलिस अधिकारी ताज हसन, स्पेशल सीपी, ट्रैफिक और आर एस  कृष्णिया, स्पेशल CP/L & O (दक्षिण) इस अवसर पर सम्मानित अतिथि थे। पुलिस वीक समारोहों के इस अवसर पर बोलते हुए दिल्ली पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक ने युवाओं और बच्चों के दिमाग में सही सड़क उपयोगकर्ता व्यवहार को विकसित करने के महत्व पर जोर दिया ताकि जब वे बड़े हो जाएं तो वे अच्छे सड़क सुरक्षा मूल्यों को आत्मसार करें उन्होंने दिल्ली ट्रैफिक पुलिस विशेषकर सड़क सुरक्षा सेफ्टी की ओर से आम जनता के साथ-साथ स्कूली बच्चों में सड़क सुरक्षा जागरूकता फैलाने के प्रयासों की बहुत बहुत सराहना की गई। जो कि वर्ष 2019 में दिल्ली की सड़कों पर होने वाले जानलेवा हादसों को कम करने में एक लंबा रास्ता तय किया है।
 
पुलिस आयुक्त ने कहा कि पिछले वर्ष (2018) 1690 और वर्ष 2019 में घातक दुर्घटनाओं की संख्या में 1463 की गिरावट आई है, यह इस तथ्य की ओर इशारा करता है कि 224 मौतों में भारी कमी आई है अर्थात सड़क में 14 प्रतिशत कमी आई है। दुर्घटनाओं और दिल्ली ट्रैफिक पुलिस 30 साल की अवधि के बाद इस उपलब्धि को हासिल करने में सफल रही है। इसी प्रकार, वर्ष 2019 में दिल्ली में दुर्घटनाओं की संख्या में 905 (-14%) की कमी दर्ज की गई है। वर्ष 2019 में दुर्घटना का आंकड़ा 5610 था, जबकि 2018 में दिल्ली में दुर्घटनाओं की कुल संख्या 6515 थी।


दिल्ली में प्राथमिक, मध्य और वरिष्ठ वर्ग के 20 से अधिक स्कूलों के लगभग 800 छात्रों ने सड़क सुरक्षा से संबंधित विषयों पर आधारित "ऑन-द-स्पॉट पेंटिंग प्रतियोगिता" में भाग लिया।  दिल्ली कॉलेज ऑफ़ आर्ट्स, तिलक मार्ग के संकाय सदस्यों की एक टीम;  विभाग। आर्ट्स, जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी और कैपिटल कॉलेज ऑफ़ फाइन आर्ट्स, रोहिणी ने प्रत्येक श्रेणी के लिए चित्रों का आकलन किया और प्रत्येक श्रेणी में प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरस्कार विजेताओं को सम्मानित किया। प्रत्येक श्रेणी में विजेताओं को मुख्य अतिथि द्वारा पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
 
मौके पर प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरस्कार के लिए भी पुरस्कार दिए गए अक्टूबर 2019 में योग्य सीपी दिल्ली द्वारा शुरू की गई स्कूल रोड सेफ्टी अवेयरनेस कैंपेन 2019-20 के संबंध में आयोजित सड़क सुरक्षा से संबंधित विषयों पर अंतिम प्रतियोगिताओं के निबंधों, निबंध लेखन, एक्सपेम्पोर भाषण और पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिताओं के विजेता।
 
इसके अलावा, सड़क सुरक्षा रोलिंग ट्रॉफी के साथ 15,000 रुपये को ज्ञान मंदिर पब्लिक स्कूल, नारायण विहार से सम्मानित किया गया, जिसे सर्वश्रेष्ठ स्कूल घोषित किया गया था जिसने छात्रों और स्कूलों को शामिल करते हुए अभिनव जागरूकता अभियान आयोजित करके आम जनता के बीच सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए अधिकतम योगदान दिया था।  टीनू पब्लिक स्कूल, संगम विहार को रनर अप स्कूल घोषित किया गया और इस अवसर पर दस हजार रुपये के साथ सम्मानित किया गया। और एक प्रशंसा प्रमाण पत्र। सभी पुरस्कार और नकद पुरस्कार सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सियाम) द्वारा प्रायोजित किए गए थे।


शिक्षिका ने मुंडवाया सिर, राहुल को भेजे बाल

 भोपाल। बीते 72 दिनों से अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे अतिथि विद्वानों के लिए बुधवार का दिन बेहद भावुक करने वाला रहा। बुधवार दोपहर को धरना दे रही एक महिला अतिथि विद्वान ने अपने केश त्यागते हुए सार्वजनिक रूप से खुद का मुंडन करवा लिया. मुंडन करवाने वाली महिला अतिथि विद्वान का नाम डॉक्टर शाहीन खान है।


मुंडन करवाने के बाद भावुक हो गईं और कहा कि चुनाव के बाद अतिथि विद्वानों से कांग्रेस ने वादा किया था कि सरकार बनने पर हमारी मांगों को पूरा किया जाएगा। हमने साल भर तक इंतजार किया और उसके बाद ही हमने जब आंदोलन शुरू किया तो अतिथि विद्वानों को फालेन आउट नोटिस मिलना शुरू हो गए। हम यहां दो महीने से ठंड में धरना दे रहे हैं, लेकिन सरकार ने हमारी कोई सुध नहीं ली. हमने बच्चों को पढ़ाकर उनका भविष्य बनाया लेकिन अब खुद हमारा भविष्य अंधकारमय है इसलिए यहां से लिखित आर्डर मिलने तक हम नहीं उठेंगे।



वहीं, अतिथि विद्वान नियमतिकरण संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष देवराज सिंह ने कहा कि इससे दुखदाई दिन अतिथि विद्वानों के लिए नहीं हो सकता, क्योंकि एक महिला ने अपने केश त्याग दिए। डॉक्टर शाहीन ने जो बाल मुंडवाए हैं उसे हम राहुल गांधी के पास भेजेंगे ताकि उन्हें पता चल सके कि उनके दिए गए वचन का यहां पालन नहीं हो रहा है।  


वहीं, महिला अतिथि विद्वान के मुंडन करवाने के बाद मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री कमलनाथ पर ट्वीट कर निशाना साधा है। शिवराज सिंह चौहान ने कमलनाथ का फरवरी 2018 का एक पुराना ट्वीट शेयर करते हुए लिखा है कि मुख्यमंत्री जी, आज भी केश नारी के सम्मान का प्रतीक है। अतिथि विद्वान बहनों ने आपकी सोती हुई सरकार को नींद से जगाने के लिए अपने केश त्यागे, क्या आज आपको उनकी पीड़ा का अंदाज़ा है? क्या आपकी नज़र में आज प्रदेश शर्मसार हुआ? क्या उनकी भलाई के लिए आप कोई कदम उठाएंगे?


दरअसल, जब शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री थे तब कमलनाथ ने महिला अतिथि विद्वान के मुंडन कराने पर शिवराज को घेरते हुए इसे दिल को झकझोरने वाली घटना कहा था। बता दें कि अपने नियमतिकरण की मांग को लेकर मध्य प्रदेश के अतिथि विद्वान 2 दिसंबर 2019 से आंदोलन कर रहे हैं जो अबतक जारी है।


25 मई को खुलेंगे 'हेमकुंड साहिब' के कपाट

25 मई को खुलेंगे 'हेमकुंड साहिब' के कपाट पंकज कपूर  देहरादून। हेमकुंड साहिब के कपाट आगामी 25 मई को खोले जाएंगे। इसके चलते राज्य सरका...