शुक्रवार, 24 जनवरी 2020

कोई फर्क नहीं, 5 साल नाटी डालेंगेः ठाकुर

अगले 5 साल भी हम ही नाटी डालेंगे, हमें फ़र्क नहीं पड़ता: सीएम


अमित शर्मा


शिमला। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए जयराम ठाकुर ने कहा कि नाटी तो मैं डालूंगा ही आपने डालनी है तो हमारे साथ आइये। नाटी कोई मुद्दा नहीं है यह हमारा डांस है और मैं खेत पहाड़ियां हूं इसलिए नाटी तो मैं डालूंगा ही। चाहे किसी को आपत्ति हो या न हो। मुझे इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता। हम खुद को नाटी से अलग नहीं कर सकते। तंज कसते हुए जयराम ठाकुर ने कहा कि अभी हम सिर्फ 5 साल नाटी नहीं डालेंगे बल्कि इसके बाद 5 साल फिर नाटी डालेंगे। जिस तरह से विरोधी सब देख रहे हैं वैसे ही देखते रहेंगे। कांग्रेस के जो कुछ लोग इन्वेस्टर मीट को लेकर लोगों को बरगलाने वाले बयान बाजी मीडिया में कर रहे हैं। मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि छत्तीसगढ़ और राजस्थान में जो कांग्रेस पार्टी ने इन्वेस्टर मीट की है उसके बारे में उनका क्या विचार है। अब तो पंजाब सरकार ने भी जिस तरह से हिमाचल में मीट हुई है उसी तरह की मीट करवाने का मन बना लिया है। इसके लिए वह हिमाचल में हुए मीट की आंकड़े जुटाएं जा रहे हैं। मैं उन्हें भी न्योता देना चाहता हूं अगर उनके पास प्रदेश के युवाओं को रोजगार देने के लिए कोई प्रपोजल है तो वो भी लेकर आए हम उनके साथ में पूरा सहयोग करेंगे। सरकारी तंत्र में हर किसी को नौकरी मिल जाना आज के दौर में संभव नहीं है, इसलिए हम हिमाचल में प्रयास कर रहे हैं कि ज्यादा से ज्यादा निजी क्षेत्रों में अच्छी नौकरियां हमारे युवाओं को मिले ताकि वह आराम से अपने जीवन बसर कर सकें। मंत्री पर सरकार मेहरबान! IPH मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर के जन्मदिन पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर धर्मपुर पहुंचे। यहां उन्होंने मंत्री को बधाई देने के साथ-साथ कई घोषणाएं भी की। मंत्री औऱ उनके बेटे रजत की पीठ थपथपाते हुए जयराम ठाकुर ने कहा कि महेंद्र सिंह ने अलग-लग दलों से चुनाव लड़कर गिनीज़ बुक में नाम दर्ज करवाया है। अपने भाषण में उन्होंने स्पष्ट किया कि महेंद्र सिंह ठाकुर प्रदेश में बेहतरीन काम कर रहे हैं औऱ उन्हें हमेशा अपने क्षेत्र की चिंता रहती है। महेंद्र सिंह ठाकुर जैसा नेता कहीं नहीं मिल सकता। उनके बेटे और युवा मोर्चा के महामंत्री रजत ठाकुर की तारीफ करते हुए जयराम ठाकुर ने कहा कि वे भी अपने क्षेत्र में बेहतरीन काम कर रहे हैं। कांग्रेस पार्टी के मसलों को जनता के बीच लेकर जाएं। जो बरगलाने का प्रयास किया जा रहा है उसे जनता के सामने साफ किया जाए। मुख्यमंत्री की ये तारीफ़ एक ओर से IPH मंत्री औऱ उनके बेटे का बचाव करने वाला था। महिला कर्मचारियों के साथ बदसलूकी पर जो वीडियो वायरल हुआ था उसमें मंत्री का बेटा रजत सरेआम धोंस दिखाता पकड़ा गया था। इसके साथ ही और भी कई मामलों में मंत्री के बेटे पर सवाल उठते रहे हैं। लेकिन सरकार ने पहले भी कोई कार्रवाई करने के बजाय उन्हें क्लीन चिट्ट दी थी औऱ अब एक बार फ़िर मुख्यमंत्री ने उनकी चढाई की है।


23 हजार फीट ऊपर 'विमान' का इंजन फैल

23 हजार फीट की ऊंचाई पर खराब हुआ इंडिगो विमान का इंजन, यात्रियों की सांसें अटकी


मुंबई। हैदराबाद जा रहा इंडिगो का एक विमान बुधवार रात इंजन में खराबी आने के बाद मुंबई वापस लौट आया। अचानक इंजन बंद होने से हजारों फीट की ऊंचाई पर विमान यात्रियों की सांसें अटक गईं। विमान ए320 नियो का प्रैट ऐंड विटनी इंजन (पीडब्ल्यू) इंजन उड़ान के बीच में ही बंद हो गया, जिसकी वजह से इंडिगो की विमान 6E-5384 के उड़ान भरने के एक घंटे के भीतर ही उसे आपात लैंडिंग करनी पड़ी। सुरक्षित लैंडिंग के बाद मुसाफिरों ने राहत की सांस ली।
बताया जा रहा है कि विमान जब 23 हजार फीट की ऊंचाई पर था तो इसके एक इंजन में तेज आवाज के साथ कॉमन हाइ वाइब्रेशन शुरू हो गया जिसके बाद इसे बंद करना पड़ा। इसके बाद एक इंजन ही सहायता से ही पायलट ने विमान को मुंबई में रात 1 बजकर 39 मिनट में सुरक्षित लैंड कराया। बता दें कि पिछले दो साल में इंडियो नियो के पीडब्ल्यू इंजन में खराबी का 22वां मामला सामने आया है।
मामले की जांच करने वाले एक शख्स ने बताया, ‘ग्राउंड निरीक्षण के दौरान इंजन नंबर 1 का लो प्रेशर टरबाइन नंबर 3 खराब पाया गया, यह 4006 घंटे तक उड़ान भर चुका था। विमान को दूसरे मॉडिफाइड इंजन के जरिए सुरक्षित उतारा गया, जिसने 1198 घंटे तक उड़ान भरी थी।’ इंडिगो प्रवक्ता ने बताया कि फ्लाइट नंबर 6E-5384 (A320) में 95 यात्री थे। घटना की पुष्टि करते हुए उन्होंने बताया कि तकनीकी खराबी आने के बाद विमान को निरीक्षण के लिए रखा गया है। यात्रियों को दूसरे विमान से भेजा गया
सूत्र ने बताया, ‘हैदराबाद-मुंबई मार्ग पर चलने वाली इंडिगो की उड़ान 6ई-5384 की गुरुवार सुबह मुंबई हवाई अड्डे पर इमर्जेसी लैंडिंग हुई। विमान के इंजन में से एक के बंद होने के बाद उसे वापस शहर लाया गया।’ उन्होंने बताया कि हैदराबाद के लिए उड़ान भरने के एक घंटे से भी कम समय के भीतर विमान हवाई अड्डे पर वापस लौट आया। सभी यात्रियों को दूसरे विमान से हैदराबाद के लिए रवाना किया गया। 


हादसे में एमबीबीएस के 3 छात्रों की मौत

जालंधर हादसे में एमबीबीएस के तीन छात्रों के मौत, रिजल्ट आने के बाद जश्न मनाने जा रहे थे


अमित शर्मा


जालंधर। दिल्ली नेशनल हाईवे पर परागपुर जीटी रोड पर देर रात 11:30 पर हुए दर्दनाक हादसे में जालंधर स्थित पिम्स मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस कर रहे 3 छात्रों की मौत हो गई। तीनों बुलेट मोटरसाइकिल पर सवार होकर नेशनल हाईवे पर हाई स्पीड पर जा रहे थे कि मोटरसाइकिल बेकाबू हो गई। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कर परिवार वालों को सौंप दिया है।
मृतकों की पहचान हरकुलदीप सिंह निवासी बटाला, तेजपाल सिंह निवासी भटिंडा और विनीत कुमार निवासी पटियाला के रूप में हुई है। सूत्रों के मुताबिक तीनों ने एमबीबीएस की दूसरे वर्ष की परीक्षा पास की थी और इस खुशी को सेलिब्रेट करने के लिए जालंधर से फगवाड़ा की तरफ निकले थे, लेकिन रास्ते में उनके साथ ये खौफनाक हादसा हो गया। तीनों हवेली रेस्तरां में खाना खाने जा रहे थे। घटना रात को 11:30 के आसपास सैफरन माल के निकट घटी और उस समय अंधेरा व हाईवे खाली होने के कारण किसी को पता नहीं चल सका कि घटना कैसे हुई? तीनों जख्मी हालत पर सड़के पर खून से लथपथ पड़े थे। एसीपी हरसिमरत छेतरा का कहना है कि ऐसी आशंका है कि तीनों हाईस्पीड पर राष्ट्रीय राजमार्ग पर ट्रिप्पल राइडिंग पर जा रहे थे कि छोटे-छोटे गड्डे से उनकी बाइक निकली और जंप होने के बाद बेकाबू होकर साइड में लोहे की रेलिंग से जा टकराई। जिसके बाद तीनों के सिर लोहे से टकराये और उनकी मौत हो गई। तीनों विद्यार्थियों के साथी भी आगे चल रहे थे, जो कुछ देर बाद अपने साथियों को वापस देखने आए तो पता चला कि उनकी बाइक दुर्घटनाग्रस्त हो गई है। तीनों छात्र की पहचान होने के बाद पुलिस ने उनके परिवार वालों को सूचना दी और रात को ही परिजन जालंधर पहुंचे। बुधवार को तीनों का पोस्टमार्टम सिविल अस्पताल से करवाकर शव उनके परिवार वालों को सौंप दिये गए हैं। एक साथ हुआ पोस्टमार्टम, परिवारों में मचा कोहराम
 हरकुलदीप सिंह के पिता प्रोफेसर बलविंदर सिंह बटाला पॉलिटेक्निक कॉलेज में पढ़ाते हैं। उनका रो-रोकर बुरा हाल था। वह सिविल अस्पताल के मोर्चरी के बाहर खड़े थे और अंदर बेटे का पोस्टमार्टम हो रहा था। बलविंदर सिंह कहते हैं कि हरकुलदीप सिंह शुरू से ही पढ़ाई में अव्वल था और हमेशा सकारात्मक सोच वाला था। रोते हुए कहते हैं कि मेरी तो बुढ़ापे की लाठी टूट गई। वहीं तेजपाल सिंह के पिता अजीत सिंह एलआईसी बठिंडा में हैं। तेजपाल सिंह निवासी शहीद जरनैल सिंह गुरु नानकपुर बठिंडा का रहने वाला है और जालंधर में एमबीबीएस का विद्यार्थी था। पिता अजीत सिंह व उनके रिश्तेदार अस्पताल में रो रहे थे कि उनका होनहार लाडला छोड़कर चला गया। विनीत कुमार जैन पुत्र कमल कुमार जैन घग्गा पांतड़ा पटियाला का रहने वाला था। उसके पिता कमल जैन शैलर चलाते हैं और उनका इलाके में खासा रसूख है। अस्पताल में माहौल गमगीन था।


बर्फबारी से रास्ते खोलने में आई दिक्कत

स्पीति उपमंडल में बाधित मार्ग खोले गए  बर्फबारी काफी ज्यादा होने की वजह से रास्ते खोलने में शुरू में दिक्कतें पेश आई  एसडीएम जीवन नेगी 


लाहुल। भारी बर्फबारी के बाद लाहौल स्पीति के काजा उपमंडल में बाधित मार्गो को खोलने का कार्य तीव्र गति से प्रशासन ने शुरू कर दिया है। सुमदो से पोह मैदान तक 1 फुट बर्फ पोह से सिचलिंग तक 25 फुट, काजा से मोरंग  तक 35 फुट , क्याटो से लोसर तक 4 फुट, काजा से किब्बर चिचिम  तक 3 फुट बर्फबारी हुई है ।जबकि लोक निर्माण विभाग केअधिशाषी अभियंता  के अनुसार अभी तक काजा से की ,किब्बर- चिचिम तक सड़क खोल दी गई है। इसके साथ ही काजा से  हिक्कम तक, शिचलिंग से डंखर तक और शिचलिग से माने तक भी सड़क बहाल कर दी गई है । हिक्कम से कोमिक तक मार्ग शीघ्र खोल दिया जाएगा । इसके साथ ही अतरगु से  सगनम मार्ग तथा लिदाग डेमुल मार्ग जल्द खुल जाएगा।इस मार्ग पर दो डोजर तीन जेसीबी काम कर रही है। बी आर ओ ने अबतक एनएच5 सुमदो  से झुंडी नाला तथा लोसर  से फलदार मैदान खोल दिया है। एसडीएम जीवन सिंह नेगी ने कहा कि बर्फबारी काफी हो गई थी। इस वजह से  रास्ते खोलने में शुरू में दिक्कतें पेश आई लेकिन अब अधिकांश मार्ग खोल दिए गए हैं ।कृषि एवं जनजातीय प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ राम लाल मारकंडा ने कहा स्पीति क्षेत्र में भारी बर्फबारी के कारण कई सड़क मार्ग बंद हो गए थे । लेकिन जिला प्रशासन ने तुरंत इन्हे खोल दिया है।  इसके साथ ही कई मार्गों पर अभी भी बर्फ पड़ी है, जिन्हें खोलने का कार्य तीव्र गति से प्रशासन कर रहा है। बीआरओ और लोक निर्माण विभाग संयुक्त रूप से बाधित मार्गो को खोलने के लिए कार्य कर रहे हैं। स्पीति मंडल में कुछ ट्रांसफार्मर भारी बर्फबारी के कारण काम नहीं कर पा रहे थे, जिनमें से कुछ को ठीक करके सुचारू कर दिया गया है पिन वैली मुद  गांव की विद्युत आपूर्ति अब बहाल हो चुकी है । इसके साथ ही राहत कार्यों का अपडेट पल-पल प्रशासन से लिया जा रहा है।


नहर में गिरी कार, पति-पत्नी की मौत

मातम में बदली शादी की खुशियां, नहर में गिरी कार, पति-पत्नी की मौत, साला लापता


अमित शर्मा


फरीदकोट। तलवंडी भाई के गांव कैलाश और कबरवच्छा के पास एक कार अनियंत्रित होकर राजस्थान फीडर नहर में गिर गई। हादसे में कार में सवार दंपती की मौत हो गई। एक व्यक्ति नहर में बह गया। गोताखोर तीसरे व्यक्ति की तलाश में जुटे हैं। सूचना पर थाना घल्लखुर्द पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। दोनों शवों को कब्जे में लेकर कार्रवाई शुरू कर दी गई है। यह घटना बुधवार देर शाम घटी है। पुलिस के मुताबिक गांव मोरांवाली (फरीदकोट) निवासी मनदीप सिंह किसी शादी समारोह में गांव शकूर शामिल होने आया था। बुधवार देर शाम गांव शकूर से लौटते समय अपनी पत्नी किरणदीप कौर और साले जतिंदर सिंह निवासी शकूर को कार में बैठाकर फरीदकोट लौट रहा था। जैसे ही गांव कबरवच्छा और गांव कैलाश के बीच राजस्थान फीडर नहर के नजदीक पहुंचा कि कार अचानक अनियंत्रित होकर नहर में गिर गई। कार को नहर में गिरते हुए गांव कैलाश के खेतों में काम कर रहे किसानों ने देख लिया। किसानों ने शोर मचाना शुरू कर दिया। गांव से लोग एकत्र होकर घटनास्थल पहुंच गए और पुलिस को सूचित किया। क्रेन मंगवाकर नहर के अंदर से कार निकालने का प्रयास किया। पानी का बहाव तेज होने के कारण देर रात कार को नहर से बाहर निकाला गया। 
तलवंडी भाई के गांव कैलाश और कबरवच्छा के पास एक कार अनियंत्रित होकर राजस्थान फीडर नहर में गिर गई। हादसे में कार में सवार दंपती की मौत हो गई। एक व्यक्ति नहर में बह गया। गोताखोर तीसरे व्यक्ति की तलाश में जुटे हैं। सूचना पर थाना घल्लखुर्द पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। दोनों शवों को कब्जे में लेकर कार्रवाई शुरू कर दी गई है। यह घटना बुधवार देर शाम घटी है। पुलिस के मुताबिक गांव मोरांवाली (फरीदकोट) निवासी मनदीप सिंह किसी शादी समारोह में गांव शकूर शामिल होने आया था। बुधवार देर शाम गांव शकूर से लौटते समय अपनी पत्नी किरणदीप कौर और साले जतिंदर सिंह निवासी शकूर को कार में बैठाकर फरीदकोट लौट रहा था। जैसे ही गांव कबरवच्छा और गांव कैलाश के बीच राजस्थान फीडर नहर के नजदीक पहुंचा कि कार अचानक अनियंत्रित होकर नहर में गिर गई। कार को नहर में गिरते हुए गांव कैलाश के खेतों में काम कर रहे किसानों ने देख लिया। किसानों ने शोर मचाना शुरू कर दिया। गांव से लोग एकत्र होकर घटनास्थल पहुंच गए और पुलिस को सूचित किया। क्रेन मंगवाकर नहर के अंदर से कार निकालने का प्रयास किया। पानी का बहाव तेज होने के कारण देर रात कार को नहर से बाहर निकाला गया।


मोहाली में समय से पहले फैल गई, सनसनी

मोहाली पिता के रिवाल्वर से बेटे ने खुद को उड़ाया, मां की मौत के बाद डिप्रेशन में था


मोहाली। फेज-10 में गुरुवार को उस समय सनसनी फैल गई, जब एक लड़के ने घर पर ही अपने पिता की रिवाल्वर से अपने सिर पर गोली चलाकर जान दे दी। मृतक की पहचान 17 साल के हरदात सिंह के रूप में हुई है। वह सेक्टर-27 स्थित सेंट जोंस स्कूल में 12वीं कक्षा की पढ़ाई कर रहा था। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मृतक के शव को सिविल अस्पताल की मार्चरी में रखवा दिया है। वहीं, रिवाल्वर को कब्जे में ले लिया है। शुक्रवार को शव का पोस्टमार्टम करवाकर उसके परिजनों को सौंप दिया जाएगा। थाना फेज-11 की पुलिस ने इस मामले में फिलहाल 174 के तहत कार्रवाई की है। यह घटना फेज-10 के मकान नंबर-517 में शाम 4 बजे की है। पुलिस के मुताबिक जब यह घटना हुई तो उस समय घर पर उसकी सौतेली मां थी। गोली की आवाज सुन उसकी मां भागी और जब उसने देखा तो हरदात का खून से लथपथ शव पड़ा हुआ था और उसके हाथ में रिवाल्वर था। मां की सूचना पर तुरंत पुलिस ने मौके पर पहुंचकर वारदात में इस्तेमाल की गई रिवाल्वर कब्जे में ले ली जो कि उसके पिता की लाइसेंसी है। पुलिस ने पूरे घटनास्थल से सैंपल लेकर आस-पास रहने वाले लोगों से भी पूछताछ की है, ताकि मामले की सच्चाई का पता चल सके। वॉशरूम में जाकर चलाई गोली
हरदात के परिवार के सदस्यों ने पुलिस को बताया कि वह अपने स्कूल से घर लौटा था और 4 बजे वॉशरूम में गया। इसके बाद दरवाजा अंदर से बंद कर लिया। वह रिवाल्वर को अंदर छुपाकर ले गया था। फिर खुद के सिर में गोली मार ली और हरदात की मौके पर ही मौत हो गई। लगा जैसे गीजर में ब्लास्ट हुआ
हरदात की मां ने पुलिस को बताया कि जब उसने गोली चलाकर जान दी थी तो बड़ी जोर से धमाका हुआ। उन्हें ऐसे लगा मानो वॉशरूम में  गीजर फट गया हो। लेकिन हरदात ने अंदर से दरवाजा नहीं खोला। उन्होंने काफी शोर मचाया और फिर अपने पति को फोन किया और पुलिस कंट्रोल रूम को भी सूचित किया। मां की मौत के बाद से डिप्रेशन में था
थाना फेज-11 के एसएचओ कुलवीर सिंह ने बताया कि मृतक का परिवार मूलरूप से बठिंडा का रहने वाला है। उसकी मां की बचपन में ही मौत हो गई थी। उसी समय से वह परेशान रहता था और घर में ज्यादा किसी से बात नहीं करता था। उसके पिता ने दूसरी शादी कर ली थी और उसके पिता दूसरी पत्नी को और उसे मोहाली में ले आए थे। अच्छी शिक्षा देने बठिंडा से आए थे मोहाली मृतक के पिता ने पुलिस को बताया कि बठिंडा से मोहाली में बच्चे को अच्छी शिक्षा देने के लिए लाए थे। अपना बिजनेस यहीं पर सेट कर लिया। चडीगढ़ के नामी कॉन्वेंट स्कूल में दाखिला दिलवाया, ताकि उसका मन पढ़ाई में लग जाए और अपनी मां की मौत का सदमा उसके दिमाग से दूर हो जाए। लेकिन ऐसा नहीं हुआ और बेटे की मौत ने उनका सब कुछ बर्बाद कर दिया है।


एयरपोर्ट पर वायरस को लेकर 'अलर्ट जारी'

मोहाली और अमृतसर एयरपोर्ट पर वायरस को लेकर अलर्ट जारी


अमित शर्मा


चंडीगढ़। पंजाब के स्वास्थ्य विभाग द्वारा मोहाली और अमृतसर एयरपोर्ट पर कोरोना वायरस को लेकर अलर्ट जारी किया गया है, और साथ ही स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं, कि दोनों हवाई अड्डों पर यात्रियों की स्पेशल स्क्रीनिंग शुरू की जाए। जिला सरकार ने केंद्र सरकार द्वारा एडवाइजरी जारी किए जाने के बाद यह कार्रवाई शुरू की है। स्वास्थ्य अधिकारियों को इन हवाई अड्डों पर यात्रियों की स्पैशल स्क्रीनिंग करने के निर्देश दिए गए हैं। और इसकी प्रतिदिन की रिपोर्ट ‘स्टेट सरवीलैंस यूनिट’ को भेजने के लिए कहा गया है। यदि मोहाली इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर संदिग्ध मरीजों को अस्पतालों में भर्ती करने की जरूरत पड़ती है, तो उन्हें पटियाला के सरकारी मैडीकल कालेज और अस्पताल में भर्ती किया जाएगा, जबकि अमृतसर के राजासांसी अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट पर संदिग्ध मरीजों का इलाज जी.एम.सी.एच. अमृतसर में किया जाएगा।


'याचिका' को तत्कालीन राष्ट्रपति ने करा खारिज

नई दिल्ली। अमरोहा के शबनम,सलीम की फांसी की सजा का मामलाअब के बार फिर से गरमा गया है, जब देश में निर्भया के दोषियों को सजा की बात हो रही हो तब। सजा के खिलाफ पुनर्विचार याचिका पर सुनवाई के लिए भेजी दया याचिका को तत्कालीन राष्ट्रपति ने खारिज कर दिया था। प्रणब मुखर्जी ने शबनम की याचिका खारिज कर दी थी।सलीम की दया याचिका भी खारिज कर दी थी। अमरोहा में 2008 में प्रेमी के साथ मिलकर शबनम ने 7 हत्याएं की थी। इन हत्यारों ने पुरे परिवार में किसी नहीं को नहीं बख्सा था। अगर शबनम को फांसी हुई तो देश में पहली महिला को फांसी लगेगी। क्या है पूरी कहानी शबनम यानी कि वह पार्क चीज जिसे देख हर किसी को मोहब्बत हो जाती है जी हां शबनम को हिंदी में ओस या तुषार कहते हैं। उर्दू में उसको शबनम कहते हैं। लेकिन ऐसे खूबसूरत नाम को आज अमरोहा के बावन खेड़ी गांव में कोई याद करना नहीं चाहता है जब शबनम का नाम जेहन में आता है एक-एक कर साथ लाते हैं सामने खड़ी नजर आती हैं। अमरोहा के बावन खेड़ी गांव में अब किसी बेटी का नाम शबनम नहीं रखा जाता वह यूं ही नहीं इसका एक बहुत बड़ा कारण है इस कारण के पीछे 10 साल पहले प्रेम में अंधी हो चुकी इसी गांव की शबनम ने अपने प्रेमी सलीम के साथ मिलकर परिवार के 7 लोगों का गला रेत दिया इन सब की मौके पर ही मौत हो गई थी। इस घटना की चर्चा उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देश में हुई थी एक दशक पुराने हत्याकांड को याद कर आज भी गांव के लोग सिहर उठते हैं इसलिए अब कोई भी अपनी बेटी का नाम इस गांव में शबनम नहीं रखता है जिन्होंने रखा भी था। उन्होंने अब अपनी बेटी का नाम बदल लिया है। जिला मुख्यालय से महज 20 किलोमीटर दूर हसनपुर थाना क्षेत्र के बावन खेड़ी गांव में 14 15 अप्रैल की रात उस समय हड़कंप मच गया जब एक ही परिवार के 7 लोगों की गला रेत कर हत्या कर दी गई इस घर में सिर्फ एक 25 वर्षीय लड़की बची थी जिसका नाम था शबनम। घटना का अंदाजा इसी से लगा लीजिए कि तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती अगले ही दिन गांव पहुंच गई थी और जल्द ही अधिकारियों को इस घटना के खुलासे करने के निर्देश जारी किए थे।शबनम ने सलीम के साथ मिलकर अपने पूरे परिवार का सफाया कर दिया उस समय शबनम 7 सप्ताह की गर्भवती भी थी। शुरूआत में उसने यह दलील देकर खुद को बचाने की कोशिश की कि लुटेरों ने उसके परिवार पर हमला कर दिया था और बाथरूम में होने की वजह से वह बच निकलने में कामयाब रही लेकिन परिवार में सुख वही एकमात्र जिंदा बची थी। इसलिए पुलिस का शक उस पर गहरा गया और उसकी कॉल डिटेल खंगाल ई गई तो सारा सच सामने आ गया। शबनम और सलीम को 2 साल बाद अमरोहा की सत्र अदालत ने मौत की सजा सुनाई निचली अदालत के फैसले के बाद इस मामले को इलाहाबाद हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट ने भी मोहर लगा दिए सब नम पिछले करीब 10 साल से 8 माह के बच्चे सहित सात लोगों की हत्या के मामले में मुरादाबाद जेल में बंद है। जब उसका प्रेमी सलीम आगरा सेंट्रल जेल में बंद है। शबनम और सलीम का बेटा अब करीब 10 साल का हो चुका है जिसका लालन-पालन बुलंदशहर के पत्रकार उस्मान सैफी और उनकी पत्नी वंदना करती हैं। उस्मान शबनम के कॉलेज में ही पढ़ते थे और उनसे 2 साल जूनियर थे उन्हें जब इस घटना के बारे में पता चला तो उन्होंने बच्चे की जिम्मेदारी लेने का फैसला किया। उस्मान का कहना है कि वह और शबनम अक्सर एक साथ बस में जाते थे एक बार फीस भरने के लिए जब उनके पास पैसे नहीं थे तो शबनम ने उनकी फीस भरने में मदद की थी। शबनम की उम्र अब 35 साल हो गई है और घटना को 10 साल से अधिक समय गुजर चुका है। लेकिन लोग आज भी खौफनाक वारदात को भूले नहीं है शबनम के घर के सामने रहने वाले इंतजार अली कहते हैं उस घटना के बाद बावन खेड़ी के किसी भी घर में शबनम नाम की लड़की ने जन्म नहीं दिया आज भी अपनी बेटियों को शबनम नाम देने से डरते हैं कि कहीं घटना की पुनरावृत्ति ना हो जाए फिलहाल शबनम और सलीम को फांसी दी जाएगी या नहीं इस पर इसी महीने सुप्रीम कोर्ट से फैसला आने वाला है। दोनों ने राष्ट्रपति के पास दया याचिका दाखिल की थी लेकिन इस जघन्य अपराध को देखते हुए राष्ट्रपति ने उनकी दया याचिका खारिज कर दी थी। अब एक बार फिर उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दायर की है। इसी महीने सुनवाई होनी है इस घटना पर फांसी की सजा बरकरार रहती है। तो शबनम देश की पहली महिला होगी जिसे फांसी की दी जाएगी अब सबकी इस मामले पर निगाह टिकी हुई है।आखिर 7 लोगों को जान से मारने वाली शबनम को सरकार फांसी कब देगी और इस गांव को शबनम नाम से कब निजात मिलेगी।


न्यूजीलैंड को छह विकेट से करारी मात

ऑकलैंड। आज से शुरू हुए भारत और न्यूजीलैंड के बीच पहला मुकाबला ऑकलैंड में खेला गया। इस पहले इंटरनेशनल टी 20 मुकाबले में भारत ने शानदार प्रदर्शन करते हुए न्यूजीलैंड को छह विकेट से करारी मात दी है। इस पूरे पारी के हीरो रहे श्रेयस अय्यर ने महज 29 गेंद में नाबाद 58 रन बनाये. इसे पहले 203 रनो का पीछा करने उतरी भारतीय तरफ से मजबूत शुरुआत करते हुए केएल राहुल ने 27 गेंदों मेतूफ़ानी 59 रन और कप्तान कोहली ने 32 गेंदों में 45 रन बनाये।
आज का दिन बॉलर्स के लिए कुछ ख़ास नहीं रहा। टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने उतरी भारतीय टीम के गेंदबाजों की जमकर धुलाई हुई। न्यूजीलैंड की तरफ से ओपनर कॉलिन मुनरो 42 गेंदों में 59 रन, रॉस टेलर ने 27 गेंदों में 54 और कीवी कप्तान केन विलियम्सन ने 26 बॉल का सामना करते हुए 51 रन बनाये थे। इस तरह उन्होंने भारत के सामने 204 रनो का लक्ष्य रखा था। लेकिन भारतीय तीन ने इस लक्ष्य को चार विकेट खोकर 19वें ओवर की आखिरी गेंद में ही हासिल कर लिया।


गोद में बैठाकर दूध पिलाती है डीएम

भोपाल। राजगढ़ थप्पड़ कांड भाजपा के लिए बड़ा  मुद्दा बन चुका है। लगातार इस मामले को लेकर विरोध रपदर्शन जारी है। भाजपा राजगढ़ में विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेने पहुंचे पूर्व राज्य मंत्री बद्री लाल यादव ने सभी हदे पार करते हुए महिला कलेक्टर पर अभद्र टिप्पणी कर दी। बद्री लाल यादव ने कहा कि कलेक्टर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को गोद में बिठाकर दूध पिलाती है और हमें तमाचा मारती है।  यह उनका दोहरा रवैया है।


बतादें राजगढ़ में CAA के समर्थन में आयोजित भाजपा की रैली में एक भाजपा कार्यकर्त्ता को थप्पड़ मारने से चर्चा में आई राजगढ़ कलेक्टर निधि निवेदिता को भाजपा नेता ने ये अभद्र बातें कही है। आईएएस एसोसिएशन ने इस महिला अधिकारी के खिलाफ की गई टिप्पणी की भर्त्सना की है। आईएएस एसोसिएशन के अध्यक्ष ICP केसरी ने ट्वीट कर उनके बयानों की निंदा की।


13 वर्षीय मां,10 वर्षीय प्रेमी बनेगा पिता

रूस। प्रेग्नेंट होने के बाद एक 13 साल की लड़की की कहना है कि गर्भ में पल रहे बच्चे का पिता उसका 10 साल का प्रेमी है। लड़की ने बताया है कि वह करीब एक साल पहले लड़के से मिली थी और पहली नजर में प्यार हो गया। डरिया और इवान नाम के कपल रूस के Zheleznogorsk शहर के रहने वाले हैं। एक टीवी शो में दोनों बच्चों ने हिस्सा लिया और अपने रिलेशनशिप से जुड़े तमाम सवालों के जवाब दिए। The Rossiya 1 चैनल के शो ‘Father at 10 ?’ में इनकी कहानी दिखाई गई है।


हालांकि, इवान की जांच करने वाले डॉक्टर इवगिनी ग्रेकोव का कहना है कि वह स्पर्म प्रॉड्यूस करने के लिए काफी कम मैच्योर है, वह बच्चे का पिता नहीं हो सकता। लेकिन लड़की इस बात से इनकार करती है कि उसका कोई और पार्टनर था। एक साइक्लॉजिस्ट ने लड़की की बात पर भरोसा जताया है।


द सन के मुताबिक, पैरेंट्स की सहमति से दोनों बच्चे टीवी शो में शामिल हुए। पैरेंट्स ने बच्चों की मेडिकल जांच की भी अनुमति दी थी। इस कपल को लेकर स्थानीय समाज में गंभीर बहस छिड़ गई है। 8 हफ्ते की प्रेग्नेंट डरिया और उनकी मां बच्चे को रखना चाहती हैं। डरिया की 35 साल की मां एलेना ने कहा कि उनकी बेटी ने खुद रिश्ता कबूल किया था।


वहीं, लड़का इवान की मां को भी लगता है कि बेटा सच बोल रहा है कि वह बच्चे का पिता है। उन्होंने कहा कि मैं समझती हूं कि उसे खुद इस बात का अहसास नहीं होगा कि क्या हुआ है। वह महज बच्चा है, भले ही खुद को बड़ा समझता है। डरिया ने कहा कि वह और उसका बॉयफ्रेंड एक दूसरे का पूरा ख्याल रखते हैं। दोनों ने सोशल मीडिया पर खुद को मैरिड भी लिख रखा है। हालांकि, इस कपल को स्थानीय समाज में लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ रहा है।


सीएए के विरोध में 500 ने भाजपा छोड़ी

नई दिल्ली। मध्य प्रदेश भारतीय जनता पार्टी (BJP) के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के नेता, नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Act) और एनआरसी (NRC) को लेकर नाराज हैं। यही वजह है कि पिछले कुछ दिनों में पार्टी के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के दो वरिष्ठ पदाधिकारियों ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। एक तरफ बीजेपी जहां सीएए पर फैले 'भ्रम' को दूर करने के लिए देशव्यापी अभियान चला रही है, वहीं पार्टी के भीतर ही नेताओं में एक मत नहीं दिख रहा है। एमपी (Madhya Pradesh) में तो आलम यह है कि पिछले कुछ हफ्तों में 100 से ज्यादा पदाधिकारियों और 500 से अधिक कार्यकर्ताओं ने भाजपा से इस्तीफा दे दिया है। इन सभी इस्तीफों की वजह CAA और NRC ही बताई जा रही है।


 रिपोर्ट के मुताबिक, सीएए के मुद्दे पर खंडवा और खरगोन जिले में सबसे अधिक इस्तीफे दिए गए हैं। इस कारण पार्टी ने अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश प्रवक्ता जावेद बेग को बर्खास्त कर दिया है। बेग ने कहा कि पिछले दिनों पार्टी ने CAA और NRC पर बैठक की। इसमें न तो अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रशीद अंसारी आए और न ही राज्य प्रभारी सनव्वर पटेल। यहां तक कि जिलाध्यक्ष मो. एजाज भी बैठक में शामिल नहीं हुए। इसी बीच सनव्वर पटेल ने जावेद बेग को पार्टी की गाइडलाइन न मानने को लेकर बर्खास्त कर दिया। बेग ने कहा, 'हम भाजपा के अनुशासित कार्यकर्ता रहे हैं। तीन तलाक का मसला हो या बाबरी मस्जिद-राम मंदिर का मामला, हम लोगों ने हमेशा पार्टी के निर्देशों का पालन किया।' लेकिन बेग ने जब जामिया मिल्लिया इस्लामिया और JNU की घटना को लेकर सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर किया तो उन्हें पार्टी से निकाल दिया गया।


खुलकर विरोध कर रहे हैं नेता
भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के उपाध्यक्ष आदिल खान ने नागरिकता कानून को सीधे तौर पर गलत करार दिया है। उन्होंने कहा, 'इस कानून से शरणार्थियों को पहले ही नागरिकता दी जाती रही है, फिर इसमें जानबूझकर धर्म को क्यों जोड़ा जा रहा है।' खान ने सवाल उठाया, 'मॉब लिंचिंग जैसी घटनाएं हमारे देश में भी हुई हैं। ऐसे में जब पड़ोसी देशों के अल्पसंख्यकों पर जुल्म की बात उठती हैं, तो हम कैसे कह सकते हैं कि अपने देश में अल्पसंख्यक समुदाय के साथ ऐसा नहीं हो रहा है। खान ने कहा कि CAA और NRC सिर्फ मुस्लिमों के खिलाफ ही नहीं है, बल्कि यह गरीब लोगों के खिलाफ लाया गया है। आदिल खान ने बताया कि इस मामले को लेकर अकेले भोपाल (Bhopal) में ही 50 से अधिक ऐसे पार्टी पदाधिकारियों ने भाजपा से इस्तीफा दिया है, जो पिछले 15-20 साल से पार्टी की सेवा कर रहे थे।


खरगोन से 500 ने छोड़ी पार्टी
प्रदेश के खरगोन जिले में इस मुद्दे को लेकर सबसे ज्यादा पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने भाजपा से इस्तीफा दिया है। यहां के नेता तस्लीम खान ने कहा, 'हम CAA और NRC को लेकर अपने समुदाय के लोगों के साथ नजरें नहीं मिला पा रहे हैं। हम भाजपा के साथ देशसेवा की भावना से जुड़े थे, लेकिन इस तरह का कानून लाए जाने के बाद हमारे पास कोई जवाब नहीं है।' तस्लीम खान ने बताया कि खरगोन जिले 173 पदाधिकारियों और 500 कार्यकर्ताओं ने बीती 9 जनवरी को अल्पसंख्यक मोर्चा से इस्तीफा दे दिया। खान ने आरोप लगाया कि हमारे समुदाय को लेकर बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं की आपत्तिजनक और कई बार निजी टिप्पणियों को हम लोगों ने नजरअंदाज किया, लेकिन CAA और NRC जैसे कानून हमारी सहनशीलता की सीमा से परे हैं। खान ने बताया कि हरदा और देवास जिले में भी पार्टी के कई नेता व कार्यकर्ता इस्तीफा देने वाले हैं।


'पीएम' मोदी ने अभिनेत्री रश्मिका की तारीफ की

'पीएम' मोदी ने अभिनेत्री रश्मिका की तारीफ की अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। नेशनल क्रश रश्मिका मंदाना सिर्फ साउथ सिनेमा का ही नहीं, अब ...