बुधवार, 25 दिसंबर 2019

बुर्किना फासो में आतंकी हमला, 35 की मौत

अफ्रीकी देश बुर्किना फासो के उत्तरी इलाके के एक कस्बे में मंगलवार को एक आतंकवादी हमले में करीब 35 लोगों की मौत हो गई। मृतकों में ज्यादातर महिलाएं शामिल हैं। देश के राष्ट्रपति रोच मार्क काबोर ने कहा कि हमले के बाद सुरक्षा बलों के साथ हुई मुठभेड़ों में करीब 80 आतंकवादी भी मारे गए हैं।


माली और नाइजर सीमा से लगे बुर्किना फासो में लगातार जिहादी हमले होते रहते हैं। ऐसे हमलों में 2015 की शुरुआत से अब तक सैकड़ों लोगों की जान जा चुकी है।आर्मी चीफ ऑफ स्टाफ ने एक बयान में कहा कि आतंकवादियों के एक बड़े गुट ने सैन्य अड्डे और अरबिंदा में आम नागरिकों पर एक साथ हमला किया। बुर्किना फासो के राष्ट्रपति रोश मार्क काबोर ने ट्वीट किया, 'बर्बर हमले में 35 नागरिक मारे गए, जिनमें अधिकतर महिलाएं हैं।' उन्होंने साथ ही रक्षा एवं सुरक्षा बलों की वारता तथा प्रतिबद्धता की सराहना भी की। संचार मंत्री एवं सरकार के प्रवक्ता रेमीस डंडजिनौ ने बाद में बताया कि 31 महिलाएं मारी गई हैं और करीब 20 सैनिक घायल हुए हैं। राष्ट्रपति ने 48 घंटे के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है। सेना ने बताया कि मोटरसाइकिलों पर सवार जिहादियों ने सुबह हमला किया जो कई घंटों तक चला। बाद में, वायु सेना की मदद से सशस्त्र सेना ने आतंकवादियों को खदेड़ दिया। किसी समूह ने तत्काल हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन अल-कायदा और इस्लामिक स्टेट समूह अक्सर यहां जिहादी हमलों को अंजाम देते रहते हैं।


पार्टी रहे ना रहे, देश रहेः अटल

देश आज पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न अटल बिहारी वाजपेयी की 95वीं जयंती मना रहा है। इस अवसर पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई नेताओं ने वाजपेयी को श्रद्धांजलि अर्पित की। अटल बिहारी वाजपेयी एक ऐसा राजनेता रहे हैं जो अपनी पार्टी के साथ ही सभी दलों के प्रिय नेता रहे हैं। भारत के राजनीतिक इतिहास में अटल बिहारी वाजपेयी का संपूर्ण व्यक्तित्व शिखर पुरुष के रूप में दर्ज है। उनके भाषण के सभी कायल रहे हैं। जब वो सदन में बोलते थे तो हर कोई उन्हें सुनना चाहता था।


ऐसी सत्ता को चिमटे से भी छूना पसंद नहीं करूंगा


अटल बिहारी वाजपेयी राजनीतिक सिद्धांतों का पालन करने वाले नेता रहे। राजनीति में शुचिता के सवाल पर एक बार उन्होंने कहा था कि मैं 40 साल से इस सदन का सदस्य हूं, सदस्यों ने मेरा व्यवहार देखा, मेरा आचरण देखा, लेकिन पार्टी तोड़कर सत्ता के लिए नया गठबंधन करके अगर सत्ता हाथ में आती है तो मैं ऐसी सत्ता को चिमटे से भी छूना पसंद नहीं करूंगा।


31 मई 1996 को संसद में दिया गया 'अमर भाषण'


ऐसा ही सदन में दिया उनका भाषण अमर हो गया। वो भाषण था 31 मई 1996 का। जब अटल प्रधानमंत्री थे और उनकी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था तो उन्होंने खुद सदन में पार्टी के संख्या बल कम होने की बात कही थी और राष्ट्रपति को इस्तीफा सौंपा था। इस दौरान उन्होंने जो भाषण दिया वह आज भी राजनीति के सर्वश्रेष्ठ भाषणों में से एक गिना जाता है। इसके साथ ही अटल जी ने जो बातें विपक्षी दलों, पत्रकारों आदि के बारे में कही हैं उनसे सभी को प्रेरणा लेनी चाहिए। पढ़ें उनकी वो सभी बातें।


-लोग उनके बारे में क्या विचार रखते हैं उस बारे में उन्होंने संसद के पटल से कहा था, 'कई बार यह सुनने में आता है कि वाजपेयी तो अच्छा लेकिन पार्टी खराब….अच्छा तो इस अच्छे बाजपेयी का आप क्या करने का इरादा रखते हैं?'


-अपने इस्तीफे पर उन्होंने कहा था, 'आज प्रधानमंत्री हूं, थोड़ी देर बाद नहीं रहूंगा, प्रधानमंत्री बनते समय कोई मेरा हृदय आनंद से उछलने लगा ऐसा नहीं हुआ, और ऐसा नहीं है कि सब कुछ छोड़छाड़ के जब चला जाऊंगा तो मुझे कोई दुख होगा….'


-पार्टी के संघर्ष के बारे में उन्होंने कहा था, 'हमारे प्रयासों के पीछे 40 सालों की साधना है, यह कोई आकस्मिक जनादेश नहीं है, कोई चमत्कार नहीं हुआ है, हमने मेहनत की है, हम लोगों के बीच गए हैं, हमने संघर्ष किया है, यह पार्टी 365 दिन चलने वाली पार्टी है। यह कोई चुनाव में कुकरमुत्ते की तरह खड़ी होने वाली पार्टी नहीं है।'-राजनीतिक पारदर्शिता के बारे में वो बोले थे, 'राजनीति में जो कुछ हो पारदर्शी हो, दल अगर साथ आते हैं, तो कार्यक्रम के आधार पर आए हिस्सा बांट के आधार पर नहीं….बैंकों में लाखों रुपये जमा किए जाएं इसके लेकर नहीं।'


आडवाणी पर किया था ये मजाक


अपने करियर की शुरुआत पत्रकारिता से करने वाले वाजपेयी का पत्रकारों को लेकर बहुत सरल व्यवहार रहा। उन्होंने एक बार पत्रकारों से कहा था-


'मैं पत्रकार होना चाहता था, बन गया प्रधानमंत्री, आजकल पत्रकार मेरी हालत खराब कर रहे हैं,


मैं बुरा नहीं मानता हूं, क्योंकि मैं पहले यह कर चुका हूं….'


आडवाणी और अटल का रिश्ता बहुत ही गहरा रहा है। इन दोनों का नाम हमेशा साथ में लिया जाता था। एक बार आडवाणी को लेकर मजाकिया लहजे में अटल ने कहा था-


'भारत और पाकिस्तान को साथ-साथ लाने का एक तरीका यह हो सकता है कि दोनों देशों में सिंधी बोलने वाले प्रधानमंत्री हो जाएं, जो मेरी इच्छा थी वह पाकिस्तान में तो पूरी हो गई है लेकिन भारत में यह सपना पूरा होना अभी बाकी है।


पार्टियां रहे या न रहे लेकिन देश रहना चाहिए


वाजपेयी का मानना था कि पार्टियां बनें या बिगड़ें लेकिन देश नहीं बिगड़ना चाहिए। देश में स्वस्थ्य लोकतंत्र की व्यवस्था रहनी चाहिए-


जब जब कभी आवश्यकता पड़ी, संकटों के निराकण में हमने उस समय की सरकार की मदद की है, उस समय के प्रधानमंत्री नरसिंह राव जी ने मुझे विरोधी दल के रूप में जेनेवा भेजा था। पाकिस्तानी मुझे देखकर चकित रह गए थे? वो सोच रहे थे ये कहां से आ गया? क्योंकि उनके यहां विरोधी दल का नेता राष्ट्रीय कार्य में सहयोग देने के लिए तैयार नहीं होता। वह हर जगह अपनी सरकार को गिराने के काम में लगा रहता है, यह हमारी प्रकृति नहीं है, यह हमारी परंपरा नहीं है। मैं चाहता हूं यह परंपरा बनी रहे, यह प्रकृति बनी रहे, सरकारें आएंगी-जाएंगी, पार्टियां बनेंगा-बिगड़ेंगी पर यह देश रहना चाहिए…इस देश का लोकतंत्र अमर रहना चाहिए…


गर्लफ्रेंड के साथ फिल्म,पत्नी का धमाल

अहमदाबाद। गुजरात के अहमदाबाद में कुछ ऐसा हुआ, जिसने हर किसी को हैरान कर दिया। पति कथित गर्लफ्रेंड के साथ रानी मुखर्जी की फिल्म 'मर्दानी-2' देखने पहुंचा पत्नी को पता चला तो उसने सिनेमा हॉल में आकर जमकर बवाल काटा। खबर के मुताबिक, उनके एक परिचित का कॉल आया और बताया कि उनके पति सिनेमा हॉल में 'मर्दानी -2' देखने आए हैं।


महिला को पहली बार में बड़ी बात नहीं लगी। लेकिन, जब कॉल पर मौजूद व्यक्ति ने बताया कि उनके साथ एक 35 वर्षीय महिला है तो पत्नी को तुरंत शक हो गया। उन्होंने खुद जांच करने का फैसला किया और थियेटर में आ गईं। सिनेमा हॉल में उनका पति फिल्म को एन्जॉय कर रहा था।


पत्नी ने पति को मूवी हॉल के कॉर्नर सीट पर बैठा पाया जहां पति के साथ पास में एक महिला बैठी थी और दोनों रोमांस कर रहे थे। महिला ने पति पर अपना गुस्सा निकालने का फैसला किया और जनता की नजरों को खींचने के लिए चिल्लाना शुरू कर दिया। जब दूसरी महिला ने हस्तक्षेप किया तो पत्नी ने उसके बाल पकड़े और पीटना शुरू कर दिया, जिसके बाद पत्नी ने पुलिस को बुलाया और उन्हें अपने पति की बेवफाई के बारे में बताया।


पुलिस अधिकारियों के अनुसार, पति ने पहले 'दबंग-3 ' का टिकट खरीदा था। जब उसने देखा कि सिनेमा हॉल भरा हुआ है तो उसने 'मर्दानी-2' की टिकट खरीदी सिनेमा हॉल खाली होने की वजह से उन्होंने इस फिल्म की टिकट खरीदी थी। तीनों को काउंसलिंग के बाद पुलिस ने वापस भेज दिया। क्योंकि महिला ने अपने पति पर कोई मामला दर्ज नहीं करने का फैसला किया।


मुस्लिमों को चिंतित होने की जरूरत नहीं

मुंबई । संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ देशभर में हो रहे प्रदर्शनों के बीच महाराष्ट्र के सीएम एवं शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा है कि राज्य में कोई 'डिटेंशन सेंटर' नहीं है, और उनके शासन में मुस्लिम नागरिकों को चिंतित होने की जरूरत नहीं है। सीएम ठाकरे ने मुस्लिम समुदाय के कुछ विधायकों के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल को भरोसा दिलाया, जिन्होंने उनसे मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा रहे राकांपा विधायक नवाब मलिक ने कहा कि नवी मुंबई के खारघर स्थित डिटेंशन सेंटर मादक पदार्थों की तस्करी में संलिप्त विदेशी नागरिकों के लिए है। 
मलिक की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ठाकरे नीत महाराष्ट्र विकास आघाड़ी सरकार का हिस्सा है। मलिक ने कहा कि सिर्फ 38 लोग वहां (खारघर डिटेंशन सेंटर) रखे जा सकते हैं। यह जेल से रिहा होने के बाद अपने मूल देशों में प्रत्यर्पित किए जाने से पहले विदेशी नागरिकों के लिए है।लोगों को नागरिकता (संशोधन) अधिनियम के बारे में कोई गलतफहमी नहीं रखनी चाहिए। नबाव मालिक ने कहा, मेरी सरकार किसी धर्म या समुदाय के नागरिकों के अधिकारों को नुकसान नहीं पहुंचने देगी। मैं राज्य में शांति एवं सौहार्द की अपील करता हूं।
इस मौके पर महाराष्ट्र के गृहमंत्री एकनाथ शिंदे, उद्योगमंत्री सुभाष देसाई, पुलिस महानिदेशक सुबोध जायसवाल, मुंबई पुलिस आयुक्त संजय बर्वे, शिवसेना विधायक अब्दुल सत्तार और कांग्रेस विधायक अमीन पटेल भी मौजूद थे। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में एक रैली में कांग्रेस, उसके सहयोगी दलों और 'अर्बन नक्सलियों' पर मुसलमानों को डिटेंशन सेंटर में भेजे जाने की अफवाह फैलाने का आरोप लगाया था। वहीं, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सोमवार को कहा था कि उनकी सरकार ने उन विदेशी नागरिकों को अस्थायी रूप से रखने के लिए एक केंद्र बनाने का प्रस्ताव रखा था, जिनका वीजा समाप्त हो गया है, लेकिन इस तरह के केंद्र को डिटेंशन सेंटर कहना गलत होगा।


रेलवे बढ़ाएगा किराया, लेगा यूजर चार्ज

नई दिल्ली। रेल में सफर करने वाले यात्रियों के लिए अहम खबर आ रही है। खबर है कि आने वाले दिनों में रेल किराए में बढ़ोतरी हो सकती है। माना जा रहा है कि सरकार एयरपोर्ट की तर्ज पर रेलवे स्टेशन इस्तेमाल करने पर यूजर डिवेलपमेंट फीस (UDF) वसूलेगी। ऐसा बताया जा रहा है कि पहले चरण में यह 4 रेलवे स्टेशनों पर लागू होगा, इनमें नागपुर, अमृतसर, ग्वालियर और साबरमती स्टेशन शामिल हैं।


दरअसल रेल मंत्रालय स्टेशन री-डेवलप्मेन्ट योजना के तहत 4 स्टेशनों नागपुर, अमृतसर, ग्वालियर और साबरमती रेलवे स्टेशन का री-डेवलोपमेन्ट करने जा रहा है। री-डिवेलपमेंट के तहत स्टेशनों को ना केवल नया आधुनिक बनाया जाएगा बल्कि साथ ही यात्री सुविधाओं में जबरदस्त इजाफा होगा, जिसमें कमर्शियल एरिया भी डेवेलोप किया जाएगा। प्राइवेट प्लेयर को आमंत्रित कर स्टेशन री डेवलोपमेन्ट योजना को अंजाम दिया जाएगा।
ऐसी तमाम सुविधाओं के लिए रेलवे एयरपोर्ट की तर्ज़ पर यूडीएफ वसूलेगी। अभी जैसे आप एयरपोर्ट पर जाते है या फ्लाइट टिकट बुक करते हैं तो आपके फ्लाइट टिकट में एयरपोर्ट इस्तेमाल करने पर यूजर डेवलपमेंट फीस भी शामिल होती है। अभी अगर आप दिल्ली एयरपोर्ट से फ्लाइट पकड़ते हैं तो अमूमन 700-800 रुपए यूडीएफ लगता है। सूत्रों के मुताबिक, अगर आप इन 4 स्टेशनों पर ट्रेन में चढ़ते या उतरते हैं तो आपके रेल किराए में यूडीएफ शामिल होगा। यही नहीं इन 4 रेलवे स्टेशन पर प्लेटफार्म टिकट पर भी अतिरिक्त यूडीएफ लागू होगा। हालांकि रेलवे स्टेशनों पर भविष्य पर लगने वाले यूजर डेवलपमेंट फीस मामूली शुल्क होगा। प्लानिंग के तहत - 4 स्टेशनों पर आने वाले यात्रियों और स्टेशनों से जाने वाले यात्रियों से अलग अलग UDF शुल्क वसूला जाएगा। रेल मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले उपक्रम IRSDC(इंडियन रेलवे स्टेशन डेवलोपमेन्ट कॉर्पोरेशन) पर रेलवे स्टेशन री डेवलपमेंट की ज़िम्मेदारी है। पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप यानी पीपीपी मॉडल पर री डेवलप किये जा रहे स्टेशनों पर UDF लगेगा। अधिकारियों के मुताबिक जनवरी में कितना यूडीएफ या यूजर डेवलोपमेन्ट फीस लगेगी इसको नोटिफाई कर दिया जाएगा। अगले साल, 6 फरवरी 2020 तक 4 स्टेशनों के लिए टेंडर जारी कर दिया जाएगा। अधिकारियों के मुताबिक अगले 3 साल यानी संभवतः 2023 तक चारों स्टेशन को नए डिज़ाइन और तमाम यात्री सुविधाओं, कमर्शियल एरिया के साथ तैयार कर लिया जाएगा जिसका बाड़ीं स्टेशनों पर आने या जाने के लिए किसी भी व्यक्ति को यूजर फीस चुकानी पड़ेगी।


नागपुर, अमृतसर, ग्वालियर और साबरमती के बाद अगले स्टेशन चिन्हित भी किए जा चुके हैं। मुम्बई का छत्रपति शिवाजी स्टेशन, लुधियाना, बिजवासन, आनंद विहार, दिल्ली स्टेशन भी फेहरिस्त में शामिल किए गए हैं। नागपुर, अमृतसर, ग्वालियर और साबरमती रेलवे स्टेशन के री डिवेलपमेंट के लिए सरकार ने RFQ (request for qualification) जारी कर दिया है। अगले चरण के तहत सरकार RFQ और फिर फाइनल टेंडर जारी करेगी।


हिजाब के कारण रोका,मेडल लेने से इनकार

नई दिल्ली। भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की मौजूदगी में हिजाब पहनने वाली गोल्ड विजेता छात्रा के साथ भेदभाव का मामला सामने आया है। यह घटना केंद्र शासित प्रदेश पुड्डुचेरी का है, जहां के एक विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने सभी टॉपर छात्रों और छात्राओं को अपने हाथों से सम्मानित किया। लेकिन इस दौरान विश्वविद्यालय की गोल्ड मेडल विजेता मुस्लिम छात्रा राबिया को हिजाब पहने होने की वजह से कैंपस के अंदर समारोह में ही जाने से रोक दिया गया।


यूनिवर्सिटी में गोल्ड विजेता छात्रा राबिया का आरोप है कि जब तक राष्ट्रपति कोविंद समारोह में मौजूद रहे, तब तक उसे अंदर नहीं जाने दिया गया। बाद में जब कई छात्रों को सम्मानित करने के बाद राष्ट्रपति ऑडिटोरियम से बाहर निकल गए, तब उसे अंदर जाने दिया गया। इस भेदभाव वाले रवैये पर विरोध जताते हुए बाद में राबिया ने यूनिवर्सिटी से गोल्ड मेडल लेने से इनकार कर दिया।


राबिया का आरोप है कि उसे सबके सामने नीचा दिखाने और अपमानित करने की कोशिश की गई। छात्रा ने कहा, “मैं अन्य छात्रों के साथ सभागार के अंदर बैठी हुई थी, तभी मुझे वहां से बाहर जाने के लिए कहा गया। वहां पर मुझे अपना हिजाब हटाने के लिए कहा गया, लेकिन जब मैंने इससे इनकार कर दिया तो मुझे सभागार से बाहर बैठने के लिए कहा गया। इस पूरी घटना के दौरान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद अंदर ही मौजूद थे।”


जापानी प्रतिनिधिमंडल से सीएम की वार्ता

रायपुर। छत्तीसगढ़ के भ्रमण पर आए जापानी प्रतिनिधि मण्डल ने बुधवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से उनके भिलाई स्थित निवास पर मुलाकात की। उन्होंने प्रदेश में स्थित पुरातात्विक स्थल सिरपुर और प्रज्ञागिरी डोंगरगढ़ के विकास के संबंध में मुख्यमंत्री के साथ विचार-विमर्श किया। प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि यदि सिरपुर और प्रज्ञागिरी में सुविधाएं विकसित की जाएं तो ये दोनों स्थल जापानी पर्यटकों के लिए बड़े आकर्षण का केन्द्र बन सकते हैं। उन्होंने सिरपुर के नजदीक हेलीपेड निर्माण की आवश्यकता बताते हुए कहा कि इससे जापान के पर्यटक दो दिनों में सिरपुर का भ्रमण कर वापस जापान लौट सकेंगें।


उल्लेखनीय है कि सिरपुर के उत्खनन में बौद्ध धर्म से संबंधित अनेक पुरातात्विक स्थल सामने आए हैं और प्रज्ञागिरी को बौद्ध तीर्थ के रूप में विकसित किया गया है। जापानी प्रतिनिधिमंडल ने सिरपुर के नजदीक हेलीपेड निर्माण का आग्रह भी मुख्यमंत्री से किया। उन्होंने कहा कि इससे जापान से आने वाले पर्यटकों को सुविधा होगी और उनके समय की बचत होगी। प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री को बताया कि जापान के लोगों के लिए भारत एक पवित्र तीर्थ स्थान है। जापान के लोग भारत से प्यार करते हैं। जब हम भारत आते हैं तो भारत की धरती को प्रणाम करते हैं और जब हम जापान जाते हैं तब भारत-भूमि के पावन मिट्टी जापान लेकर जाते हैं।


मुख्यमंत्री ने जापानी प्रतिनिधिमंडल को भारत देश से इतना स्नेह रखने के लिए धन्यवाद दिया और आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के सिरपुर में बौद्ध धर्म की पुरातात्विक सम्पदा दुनिया के लिए अनमोल धरोहर है। यहां अनेक बौद्ध विहार और भगवान बुद्ध की प्रतिमाएं मिली हैं।  मुख्यमंत्री ने बताया कि सिरपुर में बौद्धाचार्य नागार्जुन निवास करते थे और चीनी यात्री हृेनसांग सिरपुर आये थे। जिन्होंने भारतीय इतिहास को चीनी भाषा में लिखकर भगवान बुद्ध के शांति एवं भाईचारा के संदेश को दुनिया में फैलाया और भारतीय इतिहास को बचाकर रखा।


आप लोग सिरपुर का यात्रा करें और सिरपुर का अध्ययन करें। जापानी प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री से सिरपुर को टूरिज्म से जोड़ने को आग्रह किया वहां के नजदीक में एयरपोर्ट-हेलीपेड बनाने का भी आग्रह किया जिससे जापान के लोग दो दिन में भारत आकर जापान लौट सकें। हमारे जापानी लोगों के लिए समय बहुत बहुमूल्य होता है। चर्चा में मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ में अभी 27, 28, 29 दिसम्बर को रायपुर में आयोजित तीन दिन के अंतर्राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य के संबंध में जानकारी दी। जापानी प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि जापान में भी पारम्परिक नृत्य और गाने की समृद्ध परम्परा है। लोग बहुत उत्साह के साथ इनके आयोजनों में हिस्सा लेते है। आप रूचि लेंगे तो हम जापानी और भारतीय लोक पारम्परिक नृत्य का आयोजन कर सकते हैं।


जापानी प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री को जापान यात्रा करने के लिए आमंत्रित किया


मुख्यमंत्री से प्रतिनिधिमंडल ने बाबूजी नंदकुमार बघेल के नेतृत्व में मुलाकात की। जापान से आये पूज्य भन्ते शीन्दो कोन्दो ने जापानी भाषा में जापान की संस्कृति एवं वहां के लोगों के भारत के प्रति सद् विचारों की जानकारी दी। पूज्य भदन्त संघरत्न मानके ने भन्ते शीन्दो कोन्दो की बातों का हिन्दी अनुवाद मुख्यमंत्री को बताया। इस प्रतिनिधिमंडल में जापान से आये ताकाहिरो यामाशकी जापान ग्लोबल स्टेªटजी डेवलपमेंन्ट टीम के सदस्य हैं। उनके साथ सगुन लाल वर्मा, अधिवक्ता रामकृष्ण जांगड़े, विवेक वासनिक, रघु साहू एवं रजत गजबिये भी उपस्थित थे।


मुसलमानों के पास 150 देश, हिंदु का 1

गांधीनगर। नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) को लेकर देशभर में विरोध-प्रदर्शन जारी है और कई गैर भारतीय जनता पार्टी शासित राज्यों ने इसे अपने यहां लागू करने से मना कर दिया है। ऐसे में गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने सीएए का पुरजोर समर्थन करते हुए कहा कि अगर किसी दूसरे देश का हिंदू भारत वापस लौटना चाहता है तो उसमें गलत क्या है।


सीएम विजय रुपाणी के लिए इमेज नतीजे"
गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) का समर्थन करते हुए कहा कि मुस्लिमों के पास जाने के लिए दुनिया में 150 देश हैं, जबकि हिंदुओं के पास केवल एक देश भारत ही है। ऐसे में अगर वे भारत वापस लौटना चाहते हैं तो इसमें गलत क्या है।


इस बीच नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) पर मचे घमासान के बीच भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने इस मुद्दे पर जन जागरण अभियान चलाने का फैसला किया है। राष्ट्रीय पदाधिकारियों की पिछले शनिवार को दिल्ली में हुई बैठक में तय किया गया कि पार्टी घर-घर जाकर नागरिकता संशोधन कानून के बारे में जानकारी देगी।


सीएम विजय रुपाणी के लिए इमेज नतीजे"
नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के समर्थन में गुजरात भी शामिल है। बीजेपी इसी सिलसिले में गुजरात में भी जगह-जगह सीएए के समर्थन में रैलियां निकाल रही है। राज्य के 30 से ज्यादा जिलों में मंगलवार को रैलियां निकाली गईं।


सचिन की सुरक्षा घटाई, अन्ना की बढाई

मुंबई। क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले और पूर्व राज्यसभा सांसद सचिन तेंदुलकर की सुरक्षा उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार ने घटा दी है। पहले सचिन को एक्स कैटेगिरी की सुरक्षा प्रदान की गई थी। वहीं, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे और वर्ली के विधायक आदित्य ठाकरे की सुरक्षा को वाई से अपग्रेड करके जेड कर दी गई है। ये निर्णय राज्य सरकार ने हाईप्रोफाइल लोगों की सुरक्षा समीक्षा के बाद लिया है। एक्स कैटेगिरी में सचिन के पास हर समय एक पुलिस कांस्टेबल तैनात रहता था। हालांकि अब उन्हें भी पुलिस एस्कॉट मिल सकता है। भाजपा नेता एकनाथ खड़से को वाई श्रेणी की सुरक्षा प्राप्त है लेकिन उनके एस्कॉट को हटा दिया गया है। वहीं, उत्तर प्रदेश के पूर्व राज्यपाल राम नाईक की सुरक्षा जेड प्लस से घटाकर एक्स कर दी गई है। इसी कड़ी में वरिष्ठ वकील उज्जवल निकम की जेड प्लस की सुरक्षा घटाकर वाई श्रेणी कर दी गई है। समाजसेवी अन्ना हजारे की सुरक्षा बढ़ाते हुए सरकार ने वाई से जेड श्रेणी कर दी गई है। बता दें कि सुरक्षा बढ़ाने या घटाने का निर्णय एक समिति लेती है जो हर तीन महीने पर खतरे का आकलन करती है। समिति द्वारा इंटेलिजेंस एजेंसियों और पुलिस थानों से मिले जानकारी के आधार पर सुरक्षा घटाने या बढ़ाने का फैसला किया जाता है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि समिति ने 97 लोगों को मिली सुरक्षा की समीक्षा की है। 29 लोगों की सुरक्षा में कटौती की गई है, जबकि 16 लोगों की सुरक्षा हटा दी गई है।


आदिवासी नृत्य महोत्सव में राहुल मुख्य अतिथि

अरविंद तिवारी की रिपोर्ट


रायपुर। राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का शुभारंभ 27 दिसम्बर को प्रात: 10:00 बजे साईंस कॉलेज मैदान में होगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्यमंत्री भूपेश बघेल करेंगे। महोत्सव के शुभारंभ अवसर पर अतिविशिष्ट अतिथि के रूप में राज्य सभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद, उप नेता आनंद शर्मा, राज्यसभा सांसद अहमद पटेल और मोतीलाल वोरा, पूर्व सांसद के.सी. वेणुगोपाल, श्रीमती प्रियंका गांधी वाड्रा, पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार, छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष डॉ. चरण दास महंत, सांसद पी.एल. पुनिया, बी.के. हरिप्रसाद, रणदीप सिंह सुरजेवाला, चंदन यादव, पूर्व केन्द्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया और भक्त चरणदास शामिल होंगे।



कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में मंत्री टी.एस. सिंहदेव, ताम्रध्वज साहू, रविन्द्र चौबे, डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, मोहम्मद अकबर, कवासी लखमा, डॉ. शिवकुमार डहरिया, श्रीमती अनिला भेंड़िया, जयसिंह अग्रवाल, गुरू रूद्र कुमार, उमेश पटेल, अमरजीत भगत , सांसद छाया वर्मा, ज्योत्सना महंत, दीपक बैज, विधायक मोहन मरकाम, सत्यनारायण शर्मा, श्री धनेन्द्र साहू, कुलदीप जुनेजा, विकास उपाध्याय, जिला पंचायत की अध्यक्ष शारदा वर्मा  शामिल होंगे।
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ में पहली बार राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। यह महोत्सव अब अंतर्राष्ट्रीय महोत्सव का रूप ले लिया है। तीन दिवसीय इस नृत्य महोत्सव में देश के 25 राज्य एवं केन्द्र शासित प्रदेशों के साथ ही 06 देशों के लगभग 1350 से अधिक प्रतिभागी अपनी जनजातीय कला संस्कृति का प्रदर्शन करेंगे। इस महोत्सव में 39 जनजातीय प्रतिभागी दल 04 विभिन्न विधाओं में 43 से अधिक नृत्य शैलियों का प्रदर्शन करेंगे।


ईसा मसीह के जन्मदिन पर दिया संदेश

क्रिसमस ," ईसा मसीह का जन्म दिवस जिसने दुनिया को प्रेम का संदेश दिया था।


" ईसा मसीह का जीवन प्रेम और करूणा के लिए समर्पित रहा है।उनके जीवन में द्वेष और घृणा का कोई स्थान नहीं था।चाहे वो उनको यातनाएं देने वाला ही क्यों न रहा हो।ईसा मसीह की ये शिक्षाएँ हर किसी इंसान के जीवन में बहुत महत्व रखती हैं। उनकी शिक्षाओं की आज इसलिए जरूरत है क्योंकि इंसान से इंसान कट रहा है,तब यह जरूरी हो जाता हैं कि समाज में प्रेम करूणा के भावों का अधिकाधिक संचार हो ,इंसान को इंसान से जोड़े ,एक अच्छा समाज बनाए । ईसा ने दुश्मन से भी प्यार करने की बात कही है। ईसा हर किसी के प्रति समान भाव रखते थे।


गुरु होकर अपने शिष्यों के पांव धोकर सेवा की चरम मिसाल पेश की थी। उनके लिए ईश्वर ऐसे प्यारे पिता की तरह थे ,जो भले और बुरे के बीच भी फर्क नहीं करता और सूरज की रोशनी और बारिश का पानी सभी को बराबर देता है। ईसा मसीह का कहना है कि "जैसा व्यवहार आप दूसरों से चाहते है ,वैसा ही व्यवहार उनके साथ भी करें।


"ईसा मसीह का व्यक्तित्व विराट था।हम उनके व्यक्तित्व से,गुणों से,जीवन जीने की कला सीख सकते है।ऐसा करने से हमारा जीवन सुख मय बन सकता है। यदि हम उनके गुणों को जीवन में आत्मसात कर ले तो जीवन सफल हो जाएगा, एक अच्छे इंसान बन सकते है। पहला गुण है क्षमाशीलता का ,ईसा मसीह क्षमाशीलता की प्रतिमूर्ति थे।लोगों ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया लेकिन वो हमेशा उनको क्षमा करते रहे।जब उनको सूली पर चढ़ाया गया तब भी उन्होंने भगवान से प्रार्थना की कि सूली पर चढ़ाने वालों के लिए क्षमा मांगी।उन्होंने कहा


हे ईश्वर इन्हें माफ कर देना।ये नहीं जानते कि वो क्या कर रहे है।'उन्होंने कहा इंसान को क्षमा करना आना चाहिए। दूसरा गुण सीखना चाहिए वो है विनम्रता-इंसान को विनम्र होना चाहिए।


यदि कोई आपके साथ गलत करे या हो जाए तो आपको अपने विनम्र स्वभाव को नहीं छोड़ना चाहिए। ईसा मसीह के एक शिष्य ने उनके साथ धोखा किया था, जब वो अन्य शिष्यों के साथ जा रहे थे तो राजा के सैनिकों से कैद करवा दिया गया।फिर ईसा मसीह का अपने शिष्य के प्रति व्यवहार में कोई बदलाव नहीं आया।अपने विनम्र स्वभाव व सहनशीलता के चलते अपने शिष्यों को क्षमा कर दिया। दानशीलता भी हमें ईसा मसीह से सीखना चाहिए।उन्होंने सभी को दान करने की सीख भी दी थी। ईसा मसीह सद्भाव की शिक्षा देते है।


सब लोग मिलजुल कर रहे ।सब ईश्वर की संतान है और उनके लिए कोई छोटा या बड़ा नहीं है। इंसान को बच्चों की तरह सरल व निश्छल होना चाहिए जो पक्षपात रहित हो।बिना किसी पूर्वाग्रह या पक्षपात के जीवन जिया जाए,तो जीवन मे किसी प्रकार का तनाव नहीं रहेगा और जीवन बिल्कुल सहज,सरल बन जाएगा। आज फिर से दुनिया को गौतम बुद्ध ,महावीर स्वामी और ईसा मसीह जैसे शांति के दूत ,मानवता व समानता के पुरोधा महापुरुषों के संदेशों को पुनः स्मरण करने की जरुरत है। शुभ अवसर पर दुनिया के हर इंसान को बहुत बहुत बधाइयां।


पीएम-राष्ट्रपति ने अटल को श्रद्धांजलि दी

नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के मौके पर आज पूरे देश में विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। राजधानी दिल्ली में आज राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राजघाट स्थित अटल स्मारक पहुंचकर अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि दी। इस दौरान भजन सम्राट अनूप जलोटा ने भजन गाकर अटल जी को याद किया। सदैव अटल स्मारक में राष्ट्रपति कोविंद और पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह के अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, बीजेपी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी और तमाम सांसद मौजूद थे।  इससे पहले पीएम मोदी ने एक वीडियो ट्वीट किया और लिखा, ''देशवासियों के दिलों में बसे पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी जी को उनकी जन्म-जयंती पर कोटि-कोटि नमन।'


गौरतलब है कि पीएम मोदी आज उत्तरप्रदेश की राजधानी लखनऊ में अटल जी की कांसे से बनी 25 फीट की प्रतिमा का अनावरण भी करेंगे। आज से ही रोहतांग सुरंग का नाम अटल टनल किया जाएगा।


मोदी ने पंडित मदन मोहन मालवीय को भी दी श्रद्धांजलि


वहीं, पीएम मोदी ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी भारतरत्न पंडित मदन मोहन मालवीय को भी ट्वीट करके श्रद्धांजलि दी। पीएम मोदी ने लिखा, ''भारत माता की सेवा में अपना जीवन समर्पित करने वाले महामना पंडित मदन मोहन मालवीय जी को उनकी जयंती पर विनम्र श्रद्धांलि। उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में अमूल्य योगदान देने के साथ आजादी के आंदोलन में भी अहम भूमिका निभाई। उनकी विद्वता और आदर्श देशवासियों को सदा प्रेरित करते रहेंगे।'


टेलीकॉम कंपनियों ने टैरिफ की कीमतें बढ़ाई

नई दिल्ली। सभी टेलीकॉम कंपनियों ने अपनी टैरिफ की कीमतें बढ़ा दी हैं। रिलायंस जियो से लेकर आईडिया वोडा और एयरटेल ने हर प्लान्स पर 40% तक का प्राइस हाइक किया है। लेकिन ये यहीं नहीं रूकेगा, आने वाले वक्त में टैरिफ की कीमतें और बढ़ सकती हैं। एक्स्पर्ट्स का मानना है कि टेलीकॉम इंडस्ट्री को नुकसान से बचाने के लिए ऐसा किया जा सकता है। टेलीकॉम टॉक की एक रिपोर्ट के मुताबिक सेल्यूयर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया यानी COAI के डायरेक्टर जनरल राजन मैथ्यूज का मानना है कि इंडस्ट्री के फाइनांशियल स्ट्रेस को ठीक करने के लिए टैरिफ हाइक होने चाहिए। उन्होंने यह भी कहा है कि टैरिफ हाइक 200 रुपये ARPU (एवरेज रेवेन्यू पर यूजर) तक बढ़ने चाहिए।


टेलीकॉम कंपनियां भी टैरिफ हाइक को लेकर TRAI के पास गई हैं ताकि वॉयस और डेटा के लिए फ्लोर प्राइसिंग तय किया जा सके। फ्लोर प्राइसिंग के लिए एक पेपर भी तैयार किया गया है और इसके तहत अगले महीने या अगले हफ्ते में टैरिफ की कीमतें और भी बढ़ सकती हैं।


रिपोर्ट के मुताबिक सेल्यूलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने टैरिफ बढ़ोतरी को लेकर TRAI के पास गई है और कन्सल्टेशन पेपर दे कर फ्लोर प्राइस सेट करने को कहा है। इसमें कहा गया है कि ज्यादातर कस्टमर्स ने अब भी नए प्लान्स के साथ रिचार्ज नहीं कराया है।


ET Now को दिए एक इंटरव्यू में COIA के हेड राजन मैथ्यूज ने कहा था, 'हां, हम कह रहे थे शॉर्ट टर्म के लिए टैरिफ को बढ़ा कर कम से कम 200 रुपये ARPU किया जाना चाहिए। फिलहाल टेलीकॉम रेग्यूलेटर अथॉरिटी ऑफ इंडिया यानी TRAI स्टेक होल्डर्स के कॉमेन्ट का इंतजार कर रही है जिसके बाद टैरिफ की बढ़ोतरी की जाए या नहीं इस पर फैसला लिया जाएगा। फिलहाल ये साफ नहीं है कि इस बार टैरिफ में कितनी बढ़ोतरी की जाएगी।


सीएम भूपेश ने जनता का धन्यवाद किया

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नगरीय निकाय चुनाव में पार्टी प्रत्याशियों की जीत को अभूतपूर्व बताते हुए आज कहा कि शहरी क्षेत्र में मतदाताओं ने एक बार फिर कांग्रेस पर भरोसा जताया है। कांग्रेस को ऐतिहासिक जनादेश मिला है। 


मुख्यमंत्री आज राजधानी में राजीव भवन में मीडिया से बात कर रहे थे। उन्होंने शानदार जीत के लिए पीसीसी चीफ मोहन मरकाम को बधाई भी दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि लगभग सभी जगह हम लोग जीते, एक जगह कोरबा में बीजेपी जरूर आगे है, लेकिन वहां भी उन्हें बहुमत नहीं मिला। उन्होंने जीत को आशातीत बताते हुए कहा कि हमारी जीत हर क्षेत्र में हुई। धमतरी में हमारी ना जाने कब जीत हुई थी, वहां भी काँग्रेस जीती है। पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के क्षेत्र में भी कांग्रेस एकतरफा जीती।
उन्होंने कहा कि पहली बार ऐसा ऐतिहासिक जनादेश मिला है। यही नहीं, पहली बार ऐसा हुआ है जब किसी भी नगर निगम में बीजेपी के पास बहुमत नहीं है। जबकि बीजेपी को शहरी वोटरों वाली पार्टी के तौर पर जाना जाता है।
प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष मोहन मरकाम ने जीत का श्रेय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के शानदार एक साल के कार्यकाल को दिया है। उन्होंने कहा कि ये जीत कांग्रेस सरकार की उपलब्धियों पर मुहर लगाती है। उन्होंने दावा किया कि सभी 10 नगर निगमों में कांग्रेस की सरकार बनेगी, वो भी उस सूरत में जब बीजेपी शहरी क्षेत्र में खुद का दबदबा बताती है।


बुंदेलखंड में पेयजल योजना को मंजूरी

लखनऊ। राज्य सरकार द्वारा कैबिनेट की मीटिंग में कई अहम फैसले लिए गए हैं। जिनमें से बुन्देलखण्ड 7के कुल नौ जनपदों के समस्त ग्रामों तक शुद्ध पानी मुहैया कराने के लिए पाइप पेय जल योजना को मंजूरी मिली।
जिसपर कुल 17722.89 करोड़ रुपए व्यय किए जाएंगे।
नगर निगम शाहजहांपुर व आगरा की सीमा विस्तार प्रस्ताव को भी मंजूरी मिली है।
हाथरस की नगर पालिका परिषद हाथरस , महाराजगंज की महाराजगंज नगर पालिका परिषद व अम्बेडकर नगर की नगर पालिका परिषद जलालपुर की सीमा विस्तार को मंजूरी मिली।


संतकबीनगर की नगर पंचायत मेहदावल व महाराज गंज की नगर पंचायत आनंद नगर की सीमा विस्तार के प्रस्ताव को मंजूरी मिली है ।


सुल्तानपुर जिले के गांव पंचायत लम्भुआ अलीगढ़ के मडराक गांव पंचायत कुशीनगर के ग्राम पंचायत तमकुही आजमगढ़ के जहानागंज बाजार जौनपुर के गौराबादशाहपुर, कानपुर देहात के कस्बा राजपुर महाराज गंज के ग्राम पनियरा व ग्राम परतावल तथा लखनऊ में मोहन लाल गंज तहसील मुख्यालय कस्बा को नगर पंचायत बनाने के प्रस्ताव को पास किया गया है।
एटा व हरदोई जनपद के जिला चिकित्सालयों को मेडिकल कालेज में उच्चीकृत करने व पुराने निष्प्रर्योज्य भवनों को ध्वस्त करने के प्रस्ताव को भी राज्य सरकार की कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


दिसंबर 26, 2019 RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-142 (साल-01)
2. बृहस्पतिवार, दिसंबर 26, 2019
3. शक-1941, मार्गशीर्ष- कृष्ण पक्ष, तिथि- चत्तुर्दशी, संवत 2076


4. सूर्योदय प्रातः 07:13,सूर्यास्त 05:35
5. न्‍यूनतम तापमान - डी.सै.,अधिकतम-16+ डी.सै., शीत लहर के साथ बरसात की संभावना।
6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित।


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मंगलवार, 24 दिसंबर 2019

प्रयागराज में 3 दिन बाद इंटरनेट बहाली

प्रयागराज। तीन दिनों से बंद चल रहे इंटरनेट सेवा चौथे दिन दोपहर में चालू होने से लोगों ने राहत की सांस ली तथा तथा रुका हुआ काम दोबारा पटरी पर आने लगा 


गुरूवार को मध्य रात्रि से एन आर सी कैब को लेकर मचे बवाल को लेकर सरकार के दिशा निर्देशन में सभी सरकारी एंव प्राइवेट इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई थी । जिससे लोगों को बडी दिक्कतों का सामना करना पडा । सारी संचार व्यवस्था ठप पड़ जाने से सारे काम अस्त व्यस्त हो गए थे ।


सोमवार को चौथे दिन दोपहर बाद इंटरनेट सेवा बहाल होने से लोगों ने राहत की सांस ली । तथा पूर्व की भांति सभी रूके काम धीरे धीरे पटरी पर आने लगे हैं ।बता दें कि  कई कस्बो  में कैब एंव एनआरसी को लेकर किसी भी प्रकार का कोई भी जुलूस एंव धरना प्रदर्शन नहीं हुआ । ऐहतियातन अब भी क्षेत्र के विभिन्न स्थानों पर पुलिस बल तैनात है और बराबर गस्त करती नजर आ रही है।


रिपोर्ट डा.लालचन्द्र पटेल


लखनऊ हिंसा के पीछे पीएफआई,एक अरेस्ट

लखनऊ। 19 दिसंबर को हिंसा और आगजनी को लेकर लखनऊ पुलिस को बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। पुलिस ने हिंसा के पीछे तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। जिसमें गिरफ्तार इंदिरा नगर निवासी मास्टरमाइंड वसीम के बारे में पुलिस ने बताया तीनों लोग पीएफआई के लिए काम करते थे और लखनऊ में पिछले कई महीनों से रुक कर पीएफआई को फैला रहे थे। 


लखनऊ में 19 दिसंबर को हिंसा आगजनी तोड़फोड़ को लेकर पुलिस ने तीन मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जिसमें से एक आरोपी वसीम को लखनऊ इंदिरा नगर लखनऊ और नदीम और अशफाक को बाराबंकी से गिरफ्तार किया है। तीनों के पास से पुलिस ने भारी मात्रा में पोस्टर, बैनर पेपर जिसमें एनआरसी के विरोध को लेकर पर्चे और बाबरी मस्जिद से जुड़े कागज, राम जन्मभूमि बाबरी मस्जिद की उर्दू किताबें बरामद की है। एसएसपी लखनऊ का कहना है यह तीनों यूपी के और राज्यों में भी पीएफआई को फैलाने की साजिश कर रहे थे। पुलिस ने कहा कि इनसे और पूछताछ की जा रही है। आगे जो भी बातें सामने आएंगी वह मीडिया के साथ रखी जाएंगी। 


वहीं एसएसपी लखनऊ ने यह भी बताया कि मुख्य आरोपी वसीम लखनऊ में रहकर 19 तारीख की हिंसा को लेकर प्लान बना रहा था। 19 तारीख को दो और आरोपी बाराबंकी से लखनऊ आए इन तीनों ने मिलकर लखनऊ में हिंसा को अंजाम दिया। पुलिस ने जब इनके व्हाट्सएप खंगाले तो उसमें कई ऐसे ग्रुप मिले जिसमें लोग भड़काऊ भाषण लिखकर लोगों तक पहुंचा कर आगजनी के लिए उग्र कर रहे थे। पुलिस ने बताया कि इन लोगों ने योजनाबद्ध तरीके से इस घटना को अंजाम दिया और आगजनी फैलाई थी। एसएसपी लखनऊ ने बताया
19 तारीख की घटना को लेकर अब तक टोटल 39 मुकदमे दर्ज किए गए हैं, जिसमे 19 तारीख से पहले 6 मुकदमे लिखे गए थे। बाकी के 33 मुकदमे बाद में लिखे गए थे और पुलिस ने बताया कि ये तीनो पीएफआई जो सिमी संगठन का सदस्य हैं, उसके लिए काम करते थे। इन तीनो साथियों ने योजना बनाकर शांति भंग व आगजनी की और पुलिस ने बताया की सिमी से जुड़े पीएफआईसी मौलाना को भी गिरफ्तार किया जा चुका है। 


वही इस घटना में शामिल तीनों आरोपी में से वसीम अहमद प्रदेश अध्यक्ष पीएफआई है। यह लखनऊ के इंदिरा नगर का रहने वाला है नदीम और अशफाक रामनगर जनपद बाराबंकी का रहने वाला है। पुलिस ने यह कहा कि लखनऊ से रिहाई मंच के मोहम्मद शोएब को भी हम लोगों ने गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है।इन लोगो ने 4 नवंबर को गांधी प्रेक्षागृह में एक मीटिंग की थी। जो बिना परमिशन के मीटिंग थी। कई लोगों को इस मीटिंग में बुलाया गया था। रिहाई मंज के मो शोएब को भी गिरफ्तार कर लिया गया था।


एसएसपी लखनऊ ने कहा कि आगे इस मामले में और भी लोगों को गिरफ्तार किया जाएगा। तब आप लोग को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके उस बारे में जानकारी दे दी जाएगी। मगर बड़ा सवाल यह है कि पीएफआई जुड़े संगठन के मास्टरमाइंड 6 महीने से लखनऊ में डेरा डालकर किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में थे। जो उन लोगों ने 19 तारीख को अंजाम दे दिया। यदि लखनऊ पुलिस को इस बात की कानों कान खबर तक लगी इधर इस मामले में कई बड़े अफसरों की भी लापरवाही की बात सामने आई है। पुलिस की एलआईयू टीम की भी लापरवाही की बात सामने आई है। अगर पुलिस पहले ही सतर्क होकर ऐसे मास्टरमाइंड लोगों को पकड़ लेती तो शायद लखनऊ में हुई आगजनी और तोड़फोड़ का यह दंगा भड़कता ही नहीं।


वीओ-- वहीं पुलिस द्वारा पकड़े गए आरोपियों ने बताया कि उन्होंने कोई भी गुनाह नहीं किया है। उन्हें पुलिस फर्जी तरह से फंसा रही है साथ ही उन्होंने बताया कि उनकी जांच करा लें।


बृजेश केसरवानी


 


प्रयागराज में नई घटी कोई घटना,सौहार्द

प्रयागराज! नागरिकता कानून को लेकर उत्तर प्रदेश के तमाम शहरो में बवाल और आगजनी हुई। लेकिन इस मामले में प्रयागराज के लोगो ने एक मिसाल कायम की है। इस शहर में विरोध हुआ जुलुस निकला लेकिन कही भी कोई ऐसी घटना नहीं हुई जिससे लोगो का जान माल का नुकसान हो।सोमवार को प्रयागराज की जनता को इस सय्यम के लिए प्रशासन और पुलिस के अफसरों ने बधाई दी है. डी आई जी के पी सिंह ने पुलिस हेड क्वाटर के लॉन में शहर के बुध्जीवी और मानिंद लोगो के साथ अफसरों की एक बैठक आयोजित की।


इस बैठक में पुलिस अफसरों में एडीजी सुजीत पांडेय ,एसएसपी सत्यार्थ पंकज अनिरुद्ध ,sp सिटी बृजेश श्रीवास्तव ,जबकि प्रशासन की तरफ से कमिश्नर आशीष गोयल ,डीएम भानु चंद्र गोस्वामी और मेयर अभिलषा गुप्ता  शामिल रही।  


सभी अफसरों ने प्रयागराज की जनता की काफी तारीफ की और कहा की ऐसे माहौल में प्रयागराज की जनता ने दुनिया को बता दिया की ये शहर वाकई में गंगा जमुनी तहज़ीब की मिसाल है! बैठक में डीएम ने ऐलान किया की जिन लोगो ने प्रशासन का सहयोग किया उनको जल्द ही सम्मान से नवाज़ा जायेगा और जिन्होंने अफवाह फैला कर लोगो को गुमराह किया उनकी गतिविधियों की जांच कराकर सख्त से सख्त कार्यवाही की जाएगी। बैठक में राजनितिक संगठनों के साथ मुस्लिम धर्मगुरु भी शामिल हुए!   


बृजेश केसरवानी


1 साल में पांच राज्यों ने भाजपा को नकारा

आदिल अहमद/ रोहित कुमार


वाराणसी! कांग्रेस लोकसभा चुनावों में हार के बाद अपनी सियासी ज़मीन की तलाश में दिखाई दे रही थी। आन्तरिक हलचल और इस हलचल पर भाजपा नेताओं के जमकर हमलावर होने के बाद भी कांग्रेस ने कही न कही अपनी रणनीति को सजोये रखा था। बीते दो लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के बेहतरीन प्रदर्शन और कांग्रेस के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद एक तरफ पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को बड़ा रणनीतिकार साबित किया जा रहा था। वहीं दूसरी तरफ कमजोर होते विपक्ष की बात भी चल उठी थी। 2019 में जब लगातार दूसरी बार बीजेपी जीतकर आई तो राजनीति के जानकारों ने इसका श्रेय कमजोर विपक्ष को भी दिया। बीजेपी की जीत और कमजोर विपक्ष पर उठ रही उंगलियों के बीच कांग्रेस पार्टी की रणनीति पर भी सवाल खड़े होने लगे थे। ऐसे में कांग्रेस के सामने अपनी खो रही सियासी जमीन तलाशने की बड़ी चुनौती थी।


अध्यक्ष बनने के बाद ही राहुल गांधी ने संगठन को जमीनी स्तर से दोबारा खड़ा करने की कवायद शुरू की। इसका फायदा पार्टी को मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के चुनाव में भी मिला। लेकिन राहुल गांधी 2019 लोकसभा चुनाव में पार्टी को ज्यादा सीटें नहीं दिला सके।  इस चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन को देखते हुए उन्होंने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया और कई महीनों तक चली प्रक्रिया के बाद पार्टी ने एक बार फिर वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी को जिम्मेदारी सौंपी। सोनिया गांधी को अंतरिम अध्यक्ष बनाया गया।


राहुल गांधी को पार्टी अध्यक्ष बनाने और बाद में सोनिया गांधी को पार्टी का कमान देने का साफ तौर पर असर विधानसभा चुनाव के परिणामों में दिखा। पार्टी ने 2018 और 2019 के बीच हुए विधानसभा चुनावो में  भाजपा को कुल 5 राज्यों में सत्ता से बेदखल कर दिया है।


एमपी-राजस्थान और छत्तीसगढ़ में बनाई कांग्रेस ने सरकार राहुल गांधी के पार्टी अध्यक्ष बनने के बाद 2018 में मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने पहले से बेहतर प्रदर्शन किया। मध्य प्रदेश में कांग्रेस को इस चुनाव में 114 सीटें मिलीं, जो पिछले चुनाव से 56 सीटें ज्यादा थीं। वहीं राजस्थान में कांग्रेस को कुल 100 सीटें मिलीं, पिछले चुनाव में राज्य में कांग्रेस को महज 21 सीटें मिली थीं। यानी पिछले चुनाव की तुलना में यहां कांग्रेस को 79 सीटों का फायदा हुआ। उधर, छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने बीजेपी को पछाड़ते हुए राज्य में बुहमत के साथ सरकार बनाई। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने 2018 में हुए चुनाव में कुल 68 सीटें जीतीं। बता दें कि पिछले चुनाव (2013) में कांग्रेस को 39 सीटों से संतोष करना पड़ा था।


महाराष्ट्र और हरियाणा में कांग्रेस ने किया वापसी राज्यों के चुनाव में कांग्रेस का बेहतर प्रदर्शन 2019 में भी जारी रहा। पार्टी ने महाराष्ट्र और हरियाणा में पहले की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया। महाराष्ट्र में सीटों के लिहाज से तो कांग्रेस का प्रदर्शन 2014 के आसपास ही रहा, लेकिन उसकी सहयोगी एनसीपी 41 से बढ़कर 54 तक पहुंच गई। जबकि हरियाणा में तो पार्टी सरकार पिछले चुनाव से दोगुना सीटें हासिल की। खास बात यह है कि हरियाणा चुनाव में राहुल गांधी ने जहां गिनती की ही रैलियां की थी वहीं सोनिया गांधी यहां चुनाव प्रचार से पूरी तरह से दूर रहीं थी। जानकारों का मानना है कि अगर पार्टी राज्य में थोड़े समय पहले चुनावी मूड में आ जाती तो इसकी सीटों में और इजाफा हो सकता था।


झारखंड में भी हुई भाजपा की करारी हार? कांग्रेस ने झारखंड चुनाव में भी ज़बरदस्त वापसी किया और जेएमएम के साथ गठबंधन की जीत हासिल कर स्पष्ट बहुमत प्राप्त किया है। झारखंड विधानसभा की 81 सीटों के लिए मतदान की गिनती में बीजेपी को JMM-कांग्रेस गठबंधन ने ज़बरदस्त हार का स्वाद चखा दिया। गठबंधन कुल 47 सीटों को जीत कर भाजपा को मात्र 25 सीट पर सिमित कर दिया। स्पष्ट बहुमत पाई कांग्रेस गठबन्धन की सरकार के बाद भाजपा को सत्ता से उतार फेकने वाली कांग्रेस की यह एक बड़ी जीत है। भाजपा ने जहा झारखण्ड में राम मंदिर, धारा 370 और नागरिकता संशोधन कानून का कार्ड खेला था तो कांग्रेस गठबंधन ने ज़मीनी स्तर की स्थानीय समस्याओं पर चुनाव लड़ा था। और आखिर स्थानीय मुद्दे भारी पड़े और भाजपा सत्ता से बेदखल हो गई।


बेदखली भी कोई छोटी नहीं रही, खुद मुख्यमंत्री रघुबर दास अपना चुनाव हार गए और निर्दल प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़े सरयू राय ने चुनाव जीत कर भाजपा को एक और बड़ा झटका दिया है। भाजपा की तरफ से खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस राज्य में 9 रैली, अमित शाह ने 11 रैली और रघुबर दास ने कुल 51 रैलिया किया था। भाजपा ने चुनाव में पूरी ताकत झोक दिया था। वही कांग्रेस के बड़े नेताओं की इस चुनाव में रेलिया भाजपा के अनुपात में न के बराबर हुई। इसके बाद भी भाजपा की यह हार कही न कही से केंद्रीय नेतृत्व पर भी बड़ा सवाल उठा रही है।


बवाल के बीच एनपीआर को कैबिनेट की मंजूरी

नई दिल्ली! नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) पर देशभर में हो रहे बवाल के बीच मोदी कैबिनेट ने एक बड़ा फैसला लिया है! मोदी कैबिनेट ने राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (NPR) पर मुहर लगा दी है! सूत्रों के मुताबिक, यह मंजूरी राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर यानी NPR को अपडेट करने के लिए दी गई है!


मोदी कैबिनेट की यह बैठक मंगलवार को हुई! बैठक में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर अपडेट करने के लिए मंजूरी दी गई! इस काम में आने वाले खर्च का बजट भी जारी किया गया है! रजिस्टर अपडेट करने के लिए सरकार की तरफ से 8500 करोड़ रुपये से ज्यादा का बजट अप्रूव किया गया है!


यह रजिस्टर नागरिकता अधिनियम 1955 के प्रावधानों के तहत स्थानीय, उप-जिला, जिला, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर तैयार किया जाता है! कोई भी व्यक्ति जो 6 महीने या उससे अधिक समय से किसी इलाके में रह रहा हो तो उसे नागरिक रजिस्टर में जरूरी रजिस्ट्रेशन कराना होता है!


हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया

हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कांग्रेस पर अपना हमला तेज ...