बुधवार, 11 दिसंबर 2019

दिल्ली की वायु गुणवत्ता गंभीर स्थिति में स्थिर

नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता बुधवार सुबह 'गंभीर श्रेणी ' के करीब पहुंच गई और लगातार आठवें दिन 'बेहद खराब ' श्रेणी में दर्ज की गई। शहर में वायु गुणवत्ता सूचकांक सुबह आठ बजकर 41 मिनट पर 399 दर्ज किया गया।
0-50 श्रेणी में वायु गुणवत्ता सूचकांक को 'खराब ' , 51-100 में 'संतोषजनक ' , 101-300 में 'मध्यम ' , 201-300 में 'खराब ' , 301-400 में 'बेहद खराबÓ और 401-500 में 'गंभीर ' माना जाता है। वहीं, 500 से ऊपर के एक्यूआई को 'अति गंभीर ' श्रेणी में माना जाता है।


गुजरात 2002 दंगों में मोदी को क्लीन चिट

अहमदाबाद। नानावती आयोग ने गुजरात में 2002 के दंगों में तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार को क्लीन चिट दे दी है! इन दंगों में 1000 से अधिक लोग मारे गए थे जिनमें से अधिकतर अल्पसंख्यक समुदाय के थे!
राज्य के गृह मंत्री प्रदीपसिंह जडेजा ने सदन में आयोग की रिपोर्ट पेश कीी! इस रिपोर्ट को तत्कालीन सरकार को सौंपे जाने के पांच साल बाद सदन में पेश किया गया है! आयोग ने 1,500 से अधिक पृष्ठों की अपनी रिपोर्ट में कहा, 'ऐसा कोई सबूत नहीं मिला कि राज्य के किसी मंत्री ने इन हमलों के लिए उकसाया या भड़काया!


इसमें कहा गया है कि कुछ जगहों पर भीड़ को नियंत्रित करने में पुलिस अप्रभावी रही क्योंकि उनके पास पर्याप्त संख्या में पुलिसकर्मी नहीं थे या वे हथियारों से अच्छी तरह लैस नहीं थे! आयोग ने अहमदाबाद शहर में साम्प्रदायिक दंगों की कुछ घटनाओं पर कहा, 'पुलिस ने दंगों को नियंत्रित करने में सामर्थ्य, तत्परता नहीं दिखाई जो आवश्यक था!
नानावती आयोग ने दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ जांच या कार्रवाई करने की सिफारिश की हैै! सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश (सेवानिवृत्त) जी टी नानावती और गुजरात हाईकोर्ट के पूर्व न्यायाधीश (सेवानिवृत्त) अक्षय मेहता ने 2002 दंगों पर अपनी अंतिम रिपोर्ट 2014 में राज्य की तत्कालीन मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल को सौंपी थी!
साल 2002 में राज्य के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने दंगों की जांच के लिए आयोग गठित किया था! यह दंगे गोधरा रेलवे स्टेशन के समीप साबरमती एक्सप्रेस ट्रेन की दो बोगियों में आग लगाए जाने के बाद भड़के थे जिसमें 59 'कारसेवक मारे गए थे!
2002 के गोधरा दंगों के बाद गुजरात में दंगे योजनाबद्ध नहीं थे! मोदी के अलावा शोक भट्ट, भरत बारोट और हरेन पंड्या को भी क्लीन चिट मिला है! मोदी पर सबूतों को नष्ट करने के लिए जो आरोप लगाए गये थे, वे झूठे साबित हुए हैं! साथ ही तीन अधिकारियों आरबी कुमार, संजीव भट्ट और राहुल शर्मा की नकारात्मक भूमिका साबित हुई है!


बसपा भी करेगी विधेयक का विरोध

नई दिल्ली। बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने बुधवार को कहा कि उनकी पार्टी राज्यसभा में भी नागरिकता संशोधन विधेयक 2़019 का पूरजोर विरोध करेगी। सुश्री मायावती ने एक ट्वीट में कहा, बी.एस.पी. का पुन: यह कहना है कि नागरिकता संशोधन विधेयक पूर्णत: विभाजनकारी एवं असंवैधानिक है।
इसकी वजह से ही बी.एस.पी. ने लोकसभा में इसके विरोध में अपना मत दिया है और आज राज्यसभा में भी बी.एस.पी. का यही स्टैण्ड रहेगा। लोकसभा में यह विधेयक सोमवार को पारित हो चुका है और राज्यसभा में इस पर चर्चा चल रही है।


शेयर बाजार में आरंभिक उछाल आया

मुंबई। घरेलू शेयर बाजार में बुधवार को आरंभिक कारोबार के दौरान तेजी का रुझान देखने को मिला। शुरुआती कारोबार के दौरान सेंसेक्स 180 अंक से ज्यादा उछला और निफ्टी 11,900 के ऊपर तक उछला। सेंसेक्स सुबह 10 बजे पिछले सत्र से 135.75 अंकों यानी 0.34 फीसदी की तेजी के साथ 40,375.63 पर कारोबार कर रहा था और निफ्टी भी 36.30 अंक यानी अंक 0.31 फीसदी की बढ़त के साथ 11,893.10 पर बना हुआ था।


इससे पहले बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स पिछले सत्र के मुकाबले करीब 45 अंकों की तेजी के साथ 40,285.20 पर खुला और 40,422.33 तक उछला, हालांकि इस दौरान सेंसेक्स का निचला स्तर 40,135.37 रहा। जबकि पिछले सत्र में सेंसेक्स 40,487.43 पर बंद हुआ था।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी भी पिछले सत्र के मुकाबले बढ़त के साथ 11,867.35 पर खुला और 11,905.60 तक उछला, हालांकि इस दौरान निफ्टी 11,864.65 तक फिसला। पिछले सत्र में निफ्टी 11,856.80 पर बंद हुआ था।


शेयर बाजार में 'यस बैंक' की गिरावट

नई दिल्ली। यस बैंक का शेयर लगातार गिर रहा है। मंगलवार को बैंक ने शेयर बाजार को बताया कि वह साइटेक्स होल्डिंग्स और साइटेक्स इन्वेस्टमेंट ग्रुप की 50 करोड़ डॉलर की पेशकश पर विचार करने को इच्छुक है। हालांकि, एरविन सिंह ब्रैच और एसपीजीपी होल्डिंग्स की 1.2 अबर डॉलर की पेशकश को लेकर मैनेजमेंट में उहापोह की स्थिति बनी हुई है। बैंक 2 अरब डॉलर निवेश जुटाने की कोशिश में लगा हुआ है।
बुधवार को सेंसेक्स पर यस बैंक का शेयर दोपहर 12.10 बजे तक करीब 16 फीसदी तक गिर चुका है। इस समय एक शेयर की कीमत 42.40 रुपये है। अब तक कारोबार के दौरान यह 49.30 रुपये के अधिकतम और 40.70 रुपये के न्यूनतम स्तर पर पहुंच चुका है।
इससे पहले मंगलवार को भी शेयर बाजार में यस बैंक के शेयर में 11त्न तक की गिरावट दर्ज की गई थी। बीएसई पर यस बैंक के शेयर में 10.05 फीसदी और एनएसई पर सर्वाधिक 10.40 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई थी। मंगलवार को यस बैंक का शेयर 50.55 रुपये पर बंद हुआ था। 
पिछले दिनों ऐसी भी खबर आई थी कि स्टेट बैंक ऑफ इंडिया यस बैंक का टेक ओवर कर सकता है। बाद में एसबीआई के चीफ फाइनैंशल ऑफिसर प्रशांत कुमार ने मीडिया रिपोर्ट को नकारा। बता दें, दूसरी तिमाही में यस बैंक को करीब 600 करोड़ का घाटा हुआ था।


विधेयक के खिलाफ कांग्रेसियों ने चूड़ी तोड़ी

नागरिकता बिल के खिलाफ कांग्रेसियो ने तोड़ी चूड़ियां.!


प्रयागराज! नागरिकता संशोधन बिल के खिलाफ कांग्रेसियो ने मोदी सरकार और गृहमंत्री के खिलाफ जमकर हंगामा किया, प्रदर्शन के दौरान आक्रोशित कांग्रेसियो ने चूड़ियां तोड़कर और  बिल की प्रतियां जलाकर अपना विरोध दर्ज कराया.!


पीसीसी सदस्य मुकुन्द तिवारी और शहर अध्यक्ष नफीस अनवर का कहना था की ये विधेयक देश को साजिश है जिसको हम कांग्रेसजन इस साजिश को नाकाम करेंगे.!कांग्रेस नेता आब्दी इलाहाबादी का कहना था की ये बिल देश को खंडित करने षडयंत्र है जिसको हम आमजन के साथ मिलकर देश मे जागरूकता फैलाने का काम करेंगे।प्रदर्शन करने वालो में: नफीस अनवर, मुकुन्द तिवारी, हसीब अहमद, आब्दी इलाहाबादी, अनिल पाण्डेय, संजय श्रीवास्तव, राजेश राकेश, मकसूद रिज़वी, शकील अहमद, दीपचंद्र शर्मा, महेश त्रिपाठी आदि लोग मौजूद थे ।


बृजेश केसरवानी


सपा ने नागरिकता विधेयक का किया विरोध

सिविल अमेंडमेंट बिल और महिला उत्पीड़न को लेकर सपाईयों ने किया विरोध दिया धरना


प्रयागराज! समाजवादी पार्टी ने सिविल अमेंडमेंट बिल का विरोध करते हुए सुभाष चौराहे पर धरना दिया।समाजवादी पार्टी की वरिष्ठ महिला नेत्री सबीहा मोहानी के नेत्रित्व मे बड़ी संख्या में महिलाओं ने काली पट्टी बांध कर सिविल अमेंडमेंट बिल को किसी भी क़िमत पर लागू न करने की चेतावनी दी धरना में समाजवादी पार्टी ज़िला व महानगर के वरिष्ठ नेतागण व पदिधीकारीयों ने इसे हिन्दू और मुस्लिमों के बीच खाई पैदा करने की कोशिश बताया।सबिहा मोहानीके नेत्रित्व में सुभाष चौराहे पर जूटे समाजवादीयों ने बाहों पर काली पट्टी बांध कर काले क़ानून को वापस लेने की मांग की।हाथों में हिन्दू मुस्लिम एक्ता व हिन्दुस्तान ज़िन्दाबाद सहित सिविल अमेंडमेंट बिल के खिलाफ लिखे प्लेबोर्ड लेकर प्रदर्शन किया।धरना के उपरान्त विरोध स्वरुप सिविल अमेंडमेंट बिल व ग्रह्यमंत्री अमित शाह के चेहरे वाले पोस्टर  की प्रति भी जलाई गई।निर्वतमान महानगर अध्यक्ष सै०इफ्तेखार हुसैन,सत्यवीर मुन्ना,मंजू पाठक,नेहा यादव,इन्दू यादव,निशा शुक्ला,मीनू खत्री,मालती यादव,महबूब उसमानी,दान बहादुर मधूर,सै०मो०अस्करी,रविन्द्र यादव,कमल सिंह यादव,डॉ निर्भय सिंह पटेल,डॉ मान सिंह,वज़ीर खाँ,शुएब खाँ,इसरार अन्जुम,अब्बास नक़वी,ननकऊ यादव,अवधेश यादव,आशीष पाल,राकेश यादव,काशान सिद्दीक़ी,अब्दुल्ला तेहामी,सचिन यादव,रामा यादव,रुपनाथ यादव,मशहद अली खाँ,किताब अली,शानू हाशमी,औन ज़ैदी,फैज़ अन्जुम,सन्तलाल वर्मा सहित सैकड़ो सपा कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
बृजेश केसरवानी


25 मई को खुलेंगे 'हेमकुंड साहिब' के कपाट

25 मई को खुलेंगे 'हेमकुंड साहिब' के कपाट पंकज कपूर  देहरादून। हेमकुंड साहिब के कपाट आगामी 25 मई को खोले जाएंगे। इसके चलते राज्य सरका...