सोमवार, 25 नवंबर 2019

एंटीबायोटिक का 'मिस यूज' खतरनाक

ऋषिकेश! अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश की ओर से वर्ल्ड एंटीबायोटिक वीक के अंतर्गत आयोजित जनजागरुकता मुहिम के तहत सार्वजनिक व्याख्यान व संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें विशेषज्ञों ने समाज में एंटीबायोटिक दवाओं के गलत इस्तेमाल पर चिंता जताई और लोगों से एंटीबायोटिक दवाओं का इस्तेमाल बिना चिकित्सकीय परामर्श के नहीं करने की अपील की। इस दौरान लोगों को शपथ दिलाई गई कि वह एंटीबायोटिक के अस्तित्व से जुड़े इस गंभीर विषय को लेकर समाज के दूसरे लोगों को भी जागरुक करेंगे। बृहस्पतिवार को संस्थान के निदेशक पद्मश्री प्रो. रवि कांत की देखरेख में आयोजित जनजागरुकता कार्यक्रम में विशेषज्ञों ने एंटीबायोटिक दवाओं के गलत तरीके से उपयोग पर व्याख्यान दिया।
एम्स निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत ने कहा कि एंटीबायोटिक दवाओं का भविष्य हम सब लोगों के हाथों में है, लिहाजा इसके लिए चिकित्सक व आमजन को जागरुक होने की जरुरत है। उन्होंने लोगों से अपील की कि एंटीबायोटिक दवाओं का उपयोग बिना चिकित्सकीय सलाह के नहीं करें। निदेशक एम्स पद्मश्री प्रो. रवि कांत ने आगाह किया कि यदि हम एंटीबायोटिक दवाओं को सामान्य दवाओं की तरह इस्तेमाल करते रहे तो एंटीबायोटिक रेजिस्टेंस डेवलप एंटीबायोटिक की प्र​तिरोधकता बढ़ जाएगी,जिसके दूरगामी घातक परिणाम सामने आएंगे। लिहाजा हमें एंटीबायोटिक दवाओं को बचाकर रखने की जरुरत है जिससे आने वाली पीढ़ृी इसका उपयोग कर सके।
निदेशक एम्स ने कहा ​कि हाथों को ठीक से धोने व अपने आसपास के वातावरण को स्वच्छ रखकर एंटीबायोटिक दवाओं के इस्तेेमाल से बचा जा सकता है। आयोजित संगोष्ठी में संस्थान के डीन एकेडमिक प्रो. मनोज गुप्ता ने कहा कि एंटीबायोटिक जीवन की सुरक्षा की दवा है, लिहाजा इसके उपयोग पर हमें ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि वर्तमान में एंटीबायोटिक दवाओं का उपयोग कम और दुरुपयोग अधिक हो रहा है, भारत में लोग इन दवाओं का लापरवाही से इस्तेमाल कर रहे हैं जो कि सही नहीं है। डा. मनीष शर्मा के संयोजन व जनक जोशी के संचालन में आयोजित संगोष्ठी में डीन रिसर्च प्रो. प्रतिमा गुप्ता, डीन नर्सिंग प्रो. सुरेश कुमार शर्मा, डा. प्रसन कुमार पांडा, डा.पुनीत धमीजा, डा. संतोष कुमार ने व्याख्यान दिया।
उधर, एम्स की ओर से चंद्रेश्वरनगर क्षेत्र में जनजागरुकता व्याख्यान आयोजित की गई, जिसमें संस्थान के विशेषज्ञ प्रो. एसके शर्मा,डा. पीके पांडा,डा. संतोष कुमार व डा. मनीष शर्मा ने लोगों को एंटीबायोटिक दवाओं के इस्तेमाल को लेकर जागरुक किया, साथ ही उन्हें इन दवाओं के गलत उपयोग से होने वाले नुकसान से अवगत कराया। इस दौरान कॉलेज ऑफ नर्सिंग के विद्यार्थियों ने नाट्य प्रस्तुति के जरिए लोगों को एंटीबायोटिक दवाओं के सही इस्तेमाल व उसके दुरुपयोग को लेकर जागरुक किया। इस अवसर पर प्रो. किम मेमन,डा. वसंता कल्याणी, रूचिका रानी, राखी मिश्रा, शिवप्रसाद बहुगुणा, रमेश बुटोला, बंशीलाल नौटियाल, सुरेंद्र भंडारी, नर्मदा सेमवाल, अंबिका सेमवाल,रचित अग्रवाल,धीरेंद्र बिष्ट आदि मौजूद थे।


बच्चों के फेफड़े गुलाबी नहीं: डब्ल्यूएचओ

आने वाली पीढ़ी के भविष्य पर सबसे बड़ा खतरा है क्लाइमेट चेंज का जिसकी वजह से आने वाला समय कुछ अलग होगा बढ़ती बीमारियां ही इसका कारण बनेगी ।वैज्ञानिक बताते हैं कि दुनिया भर में क्लाइमेट चेंज की वजह से बच्चों के स्वास्थ्य पर ग्लोबल टेंपरेचर कम होने का खतरा मंडरा रहा है जिसकी वजह से अकेले भारत की बात करें तो बच्चों को फेफड़े अब गुलाबी नहीं बल्कि काले हो चुके हैं एक मैगजीन में हेल्थ और क्लाइमेट चेंज पर छपी रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि दुनिया भर के 35 इंस्टीट्यूशंस ने इसको कंपाइल किया है जिसमें वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन और वर्ल्ड बैंक भी शामिल है, कहते हैं कि अगर ग्लोबल टेंपरेचर कम नहीं रखा गया तो यह पूरी दुनिया में आने वाली पीढ़ी के भविष्य के लिए खतरा बनेगा।
5 साल की उम्र के बच्चों के लिए यह ज्यादा घातक है भारत में दो तिहाई से ज्यादा बच्चों को बच्चों की मौत के लिए कुपोषण ही सबसे ज्यादा जिम्मेदार है । वहीं 2017 में चार लाख तीन सौ पचास हजार से ज्यादा की जान अकेले मलेरिया से जा चुकी है अगर डेंगू की बात की जाए तो मच्छर से होने वाली इस बीमारी से दुनिया की आधी आबादी को आने वाले समय में डेंगू का खतरा है इसके लिए जन्म लेने वाले बच्चे के इस दर्द को कम करने के लिए दुनिया को सबसे पहले डीकार्बोंनाइज़्ड किया जाना ज्यादा आवश्यक है। अगर साइंसदानों की बात माने तो इसके लिए कुछ हद तक हम खुद ही इसके लिए जिम्मेदार हैं। वैज्ञानिक बताते हैं कि यदि ग्लोबल टेंपरेचर को कम नहीं रखा गया तो कुपोषण ओर संक्रामक रोग तेजी से मौसम के साथ एयर पोल्युशन के माध्यम से जानलेवा बनेंगे।


बढ़ती जा रही है कमर दर्द की समस्या

आजकल ज्यादातर लोगों में कमर दर्द की समस्या बढ़ती जा रही है जिसकी चपेट में बड़ी उम्र के लोग ही नहीं, बल्कि युवा के लोग भी आ रहे है। कमर दर्द के होने का मुख्य कारण बदलती जीवनशैली के साथ ऑफिस में घंटों गलत पॉश्चर बैठे रहना है। यह समस्या अब न केवल उम्र से जुड़ी है बल्कि इससे लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी भी तकलीफदेह साबित हो रही है। 
कमर दर्द से छुटकारा पाने के लिए आप कई तरह के घरेलू उपचार करते है लेकिन इसका प्रभाव मात्र कुछ समय के लिए ही रहता है। आइए आज हम आपको कुछ घरेलू उपायों के बारे में बता रहे है जिसे अपनाने से जल्दी ही छुटकारा पा सकती है।
कमर दर्द से छुटकारा पाने के लिए आप एक खडाई में सरसो का तेल डालकर उसमें लहसुन की तीन-चार कलियॉ के साथ अजवाइन को डालकर गर्म कर लें। ठंडा होने पर इस तेल से कमर की मालिश करें। इस उपाय से आपको जल्द ही राहत मिलेगी।
कढ़ाई में दो-तीन चम्मच नमक डालकर इसे अच्छी तरह से गर्म कर लें। अब इस गर्म नमक को किसी सूती कपड़े में बांधकर पोटली बना लें। और इस पोटली से कमर की सिकाई करें काफी जल्द ही आराम मिलने लगेगा।
ऑफिस में काम करते समय ज्यादा देर तक एक ही पोजीशन में ना। हर चालीस मिनट में अपनी कुर्सी से उठकर थोड़ी देर टहल लें।
कैल्शियम की कम मात्रा से भी हड्डियां कमजोर होने लगती हैं, जो कमर के दर्द का प्रमुख कारण बनती है इसलिए कैल्शियमयुक्त चीजों का सेवन करें।
अजवाइन को तवे पर डालकर धीमी आंच पर सेंके और ठंडा होने पर धीरे-धीरे चबाते हुए निगल जाएं। इसके नियमित सेवन से कमर दर्द में लाभ मिलता है।


अब सर्दी ज्यादा करेगी, अपना असर

मौसम विभाग की माने तो एक सप्ताह में ठण्ड अपना असर दिखाने लगेगी, पर इसका असर वैसा नहीं रहेगा जैसा कि नवंबर के अंत या दिसंबर में रहता है। ऐसे में सबसे ज्यादा किसी चीज की परेशानी हो रही है तो वह है हर घर में सर्दी जुकाम और खाँसी। लोग डॉक्टर की अपेक्षा घरेलू उपचार से इन परेशानियों को दूर कर सकते हैं। आयुर्वेदाचार्यों के अनुसार सर्दी जुकाम को दूर भगाने के लिये आज भी देशी उपाय कारगर साबित हो रहे हैं।


सर्दी जुकाम में घरेलू उपचार : अदरक और लहसुन को बारीक पीसकर शहद के साथ घोलकर सुबह, दोपहर, शाम काढ़ा सेवन करने से सर्दी जुकाम खाँसी से जल्दी छुटकारा मिलता है। सर्दी जुकाम होने पर घर पर आसान काढ़ा रेसिपी बनायें। सर्दी जुकाम नज़ला होने पर काली मिर्च, अदरक, तुलसी, लहसुन, हल्दी, काला नमक से बने गर्म काढ़ा पीने से सर्दी जुकाम नज़ला खाँसी से जल्दी छुटकारा मिलता है।


अदरक मिक्स हर्बल टी जिंजर हर्बल टी सर्दी जुकाम खाँसी होने पर अदरक, इलायची से बनी हर्बल टी पीना फायदेमंद है। सर्दी जुकाम में सूप विंटर सूप जुकाम खाँसी नज़ला होने पर सूप मसाला, टमाटर सूप, मिक्स वेजिटेबल सूप, तरल गर्म चीजें पीना फायदेमंद है।


कफ बलगम मिटायें : सीने में बलगम जमने और खाँसी कफ आने पर अंजीर, अदरक, लौंग मिश्रण सेवन करने से बलगम कफ मिटाने में फायदेमंद है। अदरक सौंठ पाउडर और शहद का उबला गर्म काढ़ा पीने से खाँसी बलगम कफ से जल्दी आराम मिलता है। बलगम कफ जमने पर मुलहठी को शहद के साथ चबाकर खाने से बलगम कफ से जल्दी छुटकारा मिलता है।


भाप लेना, सूंघना : कफ, खाँसी होने पर लहसुन, तुलसी की स्टीम – भाप लेने से कफ खाँसी नाक बन्द, गले की खराश से जल्दी आराम मिलता है। सर्दी जुकाम खाँसी से राहत पाने के लिये भाप लेना अच्छा तरीका है। दाल और अनाज को भून कर गंध धुंआ संूघने से जुकाम नज़ला से बन्द नाक और गले की खराश से जल्दी आराम मिलता है। गर्म भुनी दालें चबाकर खाने जल्दी आराम मिलता है।


रात को सोते समय गले पर बाम लगाकर गर्म कपड़ा लपेट कर सोने से सर्दी जुकाम से गले के दर्द, खराश, खाँसी से जल्दी छुटकारा मिलता है। सर्दी जुकाम में गले को सर्द हवा से बचाने से सर्दी जुकाम खाँसी जल्दी ठीक होने मंी सहायक है।


सर्दी जुकाम से बचने के तरीके : ऊनी कपड़े, दस्ताने, टोपी, मफलर आदि गर्म कपड़े पहनें। जुकाम संक्रमित व्यक्ति के संपर्क से बचें। ठण्डी हवा में जाने से बचें। हाथ साफ रखें, सर्दियों में बार – बार हाथ धोना चाहिये।


बाईक चलाते समय, यात्रा करते समय कान, नाक, हाथों को ठण्ड सर्द हवा से बचने के लिये रूमाल, मफलर, टोपी, कनपट्टी आदि पहनें। आसपास साफ – सफाई बनायें रखें। गंदगी भरे वातारण में वायरल संक्रमण जल्दी पनपते हैं। ठण्ड सर्द हवा में जाने से पहले नाक के निचले हिस्से, हाथों, कान पर वायरल रोधक एन्टीबायोटिक क्रीम लगायें।


सर्द ठण्डी हवा रोधक मास्क पहनें। बिस्तर, गद्दे, तकिया को सप्ताह में 1-2 बार धूप में सुखायें। जुकाम ग्रसित व्यक्ति से बिस्तर, तौलिया, साबुन आदि शेयर करने से बचें। ठण्डी चीजों के सेवन से बचें। ताजा भोजन करें, बासा भोजन खाने से बचें।


अमरूद बढ़ाता है 'इम्यूनिटी पावर'

वजन घटाने से लेकर इम्यूनिटी बढ़ाने तक जानें अमरूद के फायदा


सर्दी दस्तक दे चुकी है। हालांकि बदलता मौसम कई बीमारियां भी लेकर आता है। यह मौसम बैक्टीरिया और वायरस के अनुकूल है, जो आसानी से आपको अपनी गिरफ्त में ले सकते हैं। ऐसे कई फल हैं, जो आपकी इम्युनिटी बढ़ाते हैं। इन फलों में से एक है अमरूद। संतरे के मुकाबले अमरूद में चार गुना ज्यादा विटामिन सी होता है। इससे खांसी, जुकाम जैसे छोटी-मोटी इन्फेक्शंस से बचाव रहता है। इससे इम्यूनिटी भी बढ़ती है और रोगों से लडऩे में मदद मिलती है। 
वजन घटाने में मददगार
अमरूद वजन कम करने में भी मददगार है। इसमें कैलरी बहुत कम और फाइबर ज्यादा होता है। एक अमरूद में लगभग 112 कैलरी होती हैं, जिससे बहुत समय तक भूख का अहसास नहीं होता और धीरे-धीरे वजन भी कम होना शुरू हो जाता है। 
आंखों की रोशनी बढ़ाए 
विटमिन-ए आंखों को स्वस्थ रखने का काम करता है। अमरूद में पाए जाने वाले पोषक तत्व मोतियाबंद बनने की संभावना को कम करते हैं। इसे खाने से कमजोर आंखों की रोशनी बढऩे लगती है।
ब्लड प्रेशर कंट्रोल करे 
इसमें मौजूद फाइबर और पोटैशियम ब्लड में कलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने में मददगार है। अमरूद खाने से दिल की धड़कन और ब्लड प्रेशर नियमित रहता है। 
दांत मजबूत बनाए 
दांत और मसूढ़ों के लिए भी अमरूद बहुत फायदेमंद है। मुंह के छाले हों तो अमरूद की पत्तियां चबाएं, राहत मिलेगी। अमरूद का रस घाव को जल्दी भरने का काम करता है।
तनाव करे कम 
मैग्नीशियम तनाव के हार्मोंस को कंट्रोल करने का भी काम करता है, जो अमरूद में भरपूर मात्रा में होता है। दिनभर की थकावट दूर करना चाहते हैं तो अमरूद खाएं। इससे मानसिक रूप से थकान नहीं होती। कब्ज दूर करे! कब्ज की समस्या है तो खाली पेट पका हुआ अमरूद खाएं। पित्त की समस्या में भी अमरूद फायदेमंद है।


'स्ट्रीट डांसर' को लेकर चर्चा में श्रद्धा

मुंबई! बॉलिवुड ऐक्ट्रेस श्रद्धा कपूर की इस साल 2 फिल्में रिलीज हो चुकी हैं- बाहुबली ऐक्टर प्रभास के साथ साहो और सुशांत सिंह राजपूत के साथ छिछोरे। दोनों ही फिल्मों में श्रद्धा कपूर ने अपनी ऐक्टिंग से काफी सुर्खियां बटोरीं और अब वो वरुण धवन के साथ अपनी आने वाली फिल्म स्ट्रीट डांसर को लेकर चर्चा में हैं। ऐक्टिंग के साथ-साथ श्रद्धा का फैशन और स्टाइल सेंस भी बेहतरीन है। श्रद्धा अपने इंस्टाग्राम पर अपनी तस्वीरें पोस्ट कर आए दिन फैंस और फॉलोअर्स को फैशन गोल्स देती नजर आती हैं।
अपने रियल लाइफ में अक्सर क्यूट, सिंपल और डीग्लैम लुक में नजर आने वाली श्रद्धा कपूर पिछले दिनों नजर आयीं बेहद हॉट ग्लैमरस लुक में। एक मैगजीन के कवर शूट के लिए श्रद्धा ने पोज दिया और इस दौरान उन्होंने सिर्फ जैकेट और लॉन्ग बूट्स पहन रखे थे।
ब्लैक कलर के इस शाइनी, फ्रंट जिप, फेदर डाउन थाई लेंथ जैकेट को श्रद्धा ने ब्लैक ऐंड वाइट कलर के पैटर्न वाले नी लेंथ बूट्स के साथ टीमअप कर पहना था। नो अक्सेसरी, खुले बाल, रेड लिपस्टिक और रेड आईशैडो के साथ श्रद्धा इस लुक में बेहद हॉट और ग्लैमरस लग रहीं थीं।


100 करोड़ के क्लब में शामिल होने की खुशी

मुंबई! ऐक्ट्रेस भूमि पेडनेकर इन दिनों फूली नहीं समा रही हैं। आखिर उनकी हाल ही में रिलीज हुई फिल्म बाला ने 100 करोड़ से ज्यादा की कमाई जो कर ली है। भूमि को इससे ज्यादा इस बात की खुशी है कि इससे पहले भी उनकी एक फिल्म 100 करोड़ से ज्यादा का बिजनस कर चुकी है। 
बाला को दर्शकों का जो प्यार मिला, उससे भूमि बेहद खुश हैं। उन्होंने कहा, यह काफी महत्वपूर्ण फिल्म है, जिसमें काफी अहम चीजें बताई गई हैं। इन चीजों को सभी को सुनना और उन पर विचार करना चाहिए। मैं बहुत आभारी हूं कि दर्शक इसे इतना प्यार दे रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा, मेरी एक और फिल्म का 100 करोड़ के क्लब में शामिल होना, मेरे लिए बहुत खुशी की बात है, लेकिन उससे भी अच्छी बात यह है कि सामाजिक मुद्दों से जुड़ी फिल्म जैसे 'टॉयलेट: एक प्रेमकथाÓ और 'बालाÓ एक मैसेज के साथ बहुत सारे लोगों तक पहुंची।Ó
अब भूमि जल्द ही फिल्म पति पत्नि और वो में नजर आएंगी, जिसमें उनके अलावा कार्तिक आर्यन और अनन्या पांडे भी हैं। इस फिल्म में उनका किरदार कार्तिक की पत्नी का है, जबकि अनन्या कार्तिक की गर्लफ्रेंड के रोल में दिखेंगी। यह फिल्म 6 दिसंबर को रिलीज होगी।


'पीएम' मोदी ने अभिनेत्री रश्मिका की तारीफ की

'पीएम' मोदी ने अभिनेत्री रश्मिका की तारीफ की अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। नेशनल क्रश रश्मिका मंदाना सिर्फ साउथ सिनेमा का ही नहीं, अब ...