बुधवार, 13 नवंबर 2019

भाजपा के लिए उत्तराखंड बना,नई चुनौती

देहरादून। बुधवार को विकासनगर स्तिथ जनसंघर्ष मोर्चा के कार्यालय में पत्रकार वार्ता का आयोजन किया गया। जहां पत्रकारों से वार्ता के दौरान जनसंघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष रघुनाथ सिंह ने कहा कि, उत्तराखंड केंद्र शासित प्रदेश में तब्दील हो। क्योंकि माफियाओं का हो गया बोलबाला हत्या, लूट, बलात्कार के मामले में हुई अप्रत्याशित वृद्धि। शिक्षा/चिकित्सा के क्षेत्र में भी भारी गिरावट हो गई। पहाड़ों में भी तेजी से पलायन हो रहा है।


उत्तराखंड प्रदेश हो गया आर्थिक रूप से कंगाल और बेरोजगारी से युवा हो गए बेहाल। सामरिक दृष्टि से स्थिति चिंताजनक है। रेत-बजरी प्रति ट्रक 20-25 हजार में खरीदने को मजबूर है प्रदेशवासी। भ्रष्टाचार के मामले में उत्तराखंड बना देश का नम्बर वन राज्य। जनता को हर छोटे-बड़े काम के लिए जाना पड़ता है न्यायालय की शरण में। अगर यहां विकास के नाम पर कुछ हुआ है तो वह सिर्फ नेताओं का विकास। प्रधान बनने की हैसियत न रखने वाले बने गए सीएम/मंत्री/विधायक। मोर्चा अध्यक्ष नेगी ने यह भी कहा कि, राज्य गठन के 19 वर्षों के कार्यकाल में प्रदेश को अगर कुछ हासिल हुआ है, तो वह सिर्फ नेताओं की फौज। जिन लोगों की हैसियत प्रधान बनने की तक नहीं थी, वह आज मुख्यमंत्री, मंत्री और विधायक बने बैठे है। नतीजा यह हुआ कि, ब्यूरोक्रेट्स इनकी योग्यता को भापकर इनको अपने चाबुक से चलाने लगे, तथा कई मामलों में अधिकारियों ने इन नेताओं से सांठ-गांठ कर ठेकेदारी, मुनाफाखोरी का कार्य आरंभ कर दिया। रघुनाथ ने कहा दुर्भाग्य की बात है कि, राज्य गठन का उद्देश्य प्रदेश में सिर्फ और सिर्फ शिक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य, सुशासन, सुलभ न्याय आदि तमाम मुद्दों को लेकर हुआ था। पलायन भी बड़ा मुद्दा था, लेकिन जनता को न्याय मिलना तो दूर न्याय के बदले सिर्फ ठोकर ही मिली। राज्य गठन की सारी अवधारणा चूर-चूर होकर रह गई है, तथा प्रदेश में माफियाओं, लुटेरों, बलात्कारियों, जालसाओं का राज स्थापित हो गया है। स्वास्थ्य -शिक्षा के क्षेत्र में इतनी गिरावट आई है कि, हजारों स्कूल अस्पताल बंद हो गए, तथा सरकारी अस्पताल भी भगवान भरोसे चल रहे हैं। प्रदेश में युवाओं को रोजगार मिलना एक दिव्य स्वप्न हो गया है। सुविधाओं के अभाव में बहुत तेजी से पलायन हो रहा है। आलम यह है कि, प्रदेश में माफिया राज स्थापित होने के कारण रेत-बजरी 20-25 हजार प्रति ट्रक बिक रहे हैं। जनता को न्याय पाने के लिए न्यायालय का सहारा लेना पड़ रहा है। ब्यूरोक्रेसी इस कदर हावी है कि, अधिकारी अपने वरिष्ठ अधिकारी की बात मानने को तैयार नहीं है। मोर्चा लगातार प्रदेश की जनता के साथ हो रहे अत्याचारों के खिलाफ मुहिम। पत्रकार वार्ता में जनसंघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी, मोर्चा महासचिव आकाश पंवार, दिलबाग सिंह, मोहम्मद असद, सुशील भारद्वाज आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।


प्रेम-पीगें पढ़ रहे अध्यापक मर्जी के गुलाम

सरकारी बेतन लेने के बाद पढ़ाई छोड़ कर शिक्षक करते है महिला मित्रो से प्रेमालाप


अमुरा प्राथमिक विद्यालय के छात्रों ने खोला शिक्षक के कृत्य का राज


नैतिकता का पाठ पढ़ाने वाले शिक्षक का हुआ नैतिक पतन तो कैसे छात्रों का सँवरे गा भविष्य


कौशांबी। परिषदीय विद्यालयों की गिरती शिक्षा व्यवस्था के कारण स्कूल में पढ़ने वाले छात्र छात्राओं का भविष्य चौपट हो चुका है और प्रदेश सरकार से मोटा वेतन लेने वाले अध्यापकों का नैतिक पतन इस कदर हो गया है कि स्कूल में छोटे छोटे छात्रों के सामने वह आपने महिला मित्रो से हंसते-बोलते मजाक करते मोबाइल फोन पर देखे सुने जाते हैं। जिसका सीधा असर स्कूली छात्र छात्राओं  के जीवन पर पड़ रहा है। शिक्षक के इस कृत्य को स्कूल में पढ़ने वाले छात्र और छात्राएं हंसकर स्वीकार भी कर रहे हैं। 


राज्य सरकार से मोटा वेतन लेने वाले परिषदीय स्कूल के अध्यापकों के स्कूल आने जाने का कोई समय निश्चित नहीं रह गया है। जब मर्जी हुई काम चोर शिक्षक स्कूल पहुंच गए और जब मर्जी हो गई तो बाइक स्टार्ट की और काम चोर शिक्षक स्कूल से गायब हो गए। जिससे परिषदीय स्कूल की शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह से चौपट हो चुकी है।


हकीकत जानने के लिए मंझनपुर विकासखंड स्थित प्राथमिक विद्यालय अमुरा का बुधवार को जनसंदेश टाइम्स टीम ने निरीक्षण किया प्राथमिक स्कूल अमुरा पहुंचने पर देखा गया कि स्कूल के मैदान में लगभग 2 दर्जन छात्र छात्राएं बस्ता लेकर मैदान में टहल टहल कर अध्यापक के आने का इंतजार कर रहे हैं। 


प्राथमिक विद्यालय अमुरा के सभी कक्ष में ताला बंद है और 9:00 बजे खुलने वाले इस स्कूल में 9:30 बजे तक अध्यापक नहीं पहुंच सके हैं। एक भी अध्यापक आधा घंटा विलंब तक स्कूल नहीं पहुंचा है। जिससे शिक्षण कार्य बाधित था लगभग 10:00 बजे एक अध्यापक स्कूल पर आते हैं। और जब उनसे विलंब में आने का कारण पूछा गया तो उन्होंने बड़े ही गर्म जोशी लहजे में कहा कि बेसिक शिक्षा अधिकारी उनके रिश्तेदार हैं और उनकी जब मर्जी होगी तब स्कूल पहुंचेंगे उन्हें शासन प्रशासन शिक्षा अधिकारियों का तनिक भी भय नहीं है।


नैतिकता का पाठ पढ़ाने वाले इन शिक्षकों ने अपनी नैतिकता खूंटी पर टांग दी है अमुरा गांव के प्राथमिक विद्यालय के अध्यापक पर आरोप है कि स्कूल में छात्रों को पढ़ाने में वह मन नही लगाते हैं। बल्कि सरकार का बेतन लेने के बाद अपने महिला मित्रो से पूरे दिन मोबाइल में हंस-हंस कर प्रेमालाप की बात करते हैं।


ऐसे कृत्य करने वाले स्कूल के अध्यापक की निंदा स्कूल के छोटे-छोटे छात्रों ने भी की है। लेकिन अध्यापक की बेशर्मी की हद यह है कि इस अध्यापक के बेशर्मी के कृत उजागर हो जाने के बाद भी अध्यापक को शर्म नहीं आती और स्कूल के छोटे-छोटे छात्र-छात्राओं के सामने अपने महिला सहकर्मी मित्र से मोबाइल पर हंस-हंसकर अश्लील बातें करते हैं। इलाके के लोगों ने ऐसा करने वाले कामचोर अध्यापक को निलंबित करने की मांग शासन प्रशासन से की है। प्रेमालाप में पूरे समय लिप्त रहने वाले इस अध्यापक के कृत्य पर छुट्टी पर होने के चलते बीएसए से बात नही हो सकी। वही बार-बार फोन लगाने के बाद भी खण्ड शिक्षा अधिकारी से बात नही हुई।


सुशील केसरवानी 


विश्व चैंपियन सिंधु ने जीत का किया आवाज

हांगकांग। विश्व चैम्पियन पीवी सिंधू ने जीत के साथ आगाज किया, जबकि भारतीय बैडमिंटन स्टार साइना नेहवाल और समीर वर्मा हांगकांग ओपन के पहले ही दौर में हारकर बाहर हो गए । पिछले कुछ टूर्नामेंटों में पहले दौर से बाहर हुई सिंधू ने 36 मिनट के भीतर दुनिया की 19वें नंबर की खिलाड़ी कोरिया की किम गा यून को 21 . 15, 21 . 16 से हरा दिया । अब उनका सामना थाईलैंड की बुसानन ओंगबामरूंगफान से होगा । वहीं आठवीं वरीयता प्राप्त साइना पिछले छह टूर्नामेंटों में पांचवीं बार पहले दौर में हारी है । इस साल जनवरी में इंडोनेशिया मास्टर्स जीतने वाली साइना को चीन की केइ यान यान ने लगातार दूसरी बार 21 . 13, 22 . 20 से हराया । पिछले सप्ताह भी वह केइ से हारी थी ।


दुनिया के 16वें नंबर के खिलाड़ी समीर 54 मिनट तक चले मुकाबले में चीनी ताइपै के वांग जू वेइ से 11 . 21, 21 . 13, 8 . 21 से हार गए । यह पहले दौर में उनकी लगातार तीसरी हार है । साइना और समीर दोनों को अगले सप्ताह ग्वांग्झू कोरिया मास्टर्स सुपर 300 टूर्नामेंट खेलना है । साइना पहले गेम से ही केइ की चुनौती के सामने टिक नहीं सकी । चीनी खिलाड़ी ने ब्रेक तक 11 . 4 से बढत बना ली और पहला गेम आसानी से जीत लिया । दूसरे गेम में साइना शुरू में 3 . 0 से आगे थी लेकिन केइ ने लगातार सात अंक लेकर 9 . 4 की बढत बना ली । ब्रेक के बाद उसकी बढत 17 . 11 की हो गई हालांकि साइना ने वापसी करके गेम अंक बनाया लेकिन लय बरकरार नहीं रख सकी । दूसरी ओर समीर ने पहला गेम गंवाने के बाद दूसरे गेम में वापसी की । तीसरे गेम में हालांकि वह बिल्कुल नहीं टिक सके और हार गए ।


मजबूती के बाद भी भारतीय मुद्रा सुस्त

नईदिल्ली। देश के शेयर बाजार में तेजी के बावजूद देसी करेंसी रुपये की चाल सुस्त पड़ गई है। डॉलर के मुकाबले रुपया बुधवार को पिछले सत्र से 29 पैसे की कमजोरी के साथ 71.75 रुपये प्रति डॉलर पर खुला जोकि करीब दो महीने के निचले स्तर पर चला गया। इससे पहले 17 सितंबर को एक डॉलर का हाजिर भाव 71.97 रुपये था। पिछले सत्र में डॉलर के मुकाबले रुपया करीब एक महीने के निचले स्तर पर 71.46 पर बंद हुआ था।


हालांकि शेयर बाजार में कुल मिलाकर इस महीने तेजी का रुख रहा और सेंसेक्स ने बीते सप्ताह आठ नवंबर को 40,749.33 के रिकॉर्ड स्तर को छुआ और निफ्टी 12,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर से ऊपर चला गया। हालांकि उसके बाद दोनों सूचकांक सीमित दायरे में बने हुए हैं। एंजेल ब्रोकिंग के डिप्टी वाइस प्रेसीडेंट ( करेंसी एवं एनर्जी रिसर्च) अनुज गुप्ता की मानें तो रुपये की कमजोरी के पीछे इस समय घरेलू और विदेशी दोनों प्रकार के कारक हैं।


गुप्ता ने कहा कि औद्योगिक उत्पादन के खराब आंकड़े, महाराष्ट्र में सरकार बनने को लेकर राजनीतिक अस्थिरता का माहौल, रेटिंग एजेंसी मूडीज द्वारा भारत के क्रेडिट रेटिंग आउटलुक को नकारात्मक बताए जाने से रुपये में कमजोरी आई है। कार्वी कॉमट्रेड लिमिटेड के करेंसी विशेषज्ञ सितेश ने कहा कि अमेािका-चीन के बीच व्यापारिक मसले को लेकर वार्ता पर अनिश्चितता भी एक वजह है जिसके कारण देसी करेंसी पर दबाव है जबकि डॉलर मजबूत हुआ।


केडिया एडवायजरी के डायरेक्टर अजय केडिया ने भी कहा कि मूडीज की रिपोर्ट से रुपये में कमजोरी बढ़ी है। उन्होंने कहा, अमेरिका-चीन के बीच व्यापारिक मसले को लेकर टकराव और ब्रेक्जिट का मसला अभी तक बना हुआ है। इसके अलावा आनेवाले दिनों में ओपेक सदस्यों द्वारा कच्चे तेल की आपूर्ति में कटौती को लेकर फैसला लिया जा सकता है, जिससे रुपये पर और दबाव आ सकता है। ओपेक की अगली बैठक छह दिसंबर को है।


केंद्रीय कर्मचारियों को मिलेगा बढ़ा वेतन

नई दिल्ली। सातवें वेतन आयोग के तहत लंबे समय से सैलरी की बढ़ोतरी का इंतजार कर रहे लाखों केंद्रीय कर्मचारियों को बहुत जल्द ही बड़ी खुशखबरी मिल सकती है। केंद्र सरकार इन दिनों इन कर्मियों के न्यूनतम वेतन को बढ़ाने पर विचार-विमर्श में लगी है।


मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया कि 10 नवंबर के बाद सरकार की एक अहम बैठक होगी, जिसमें कई बड़े मुद्दों पर फैसले लिए जा सकते हैं। जिसमें सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों को मंजूरी मिल सकती है। बता दें कि 2016 में ही सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों को मंजूरी मिल गई थी, लेकिन अब तक उसे लागू नहीं किया जा सका। कर्मचारियों की मांगों के चलते इसे अब तक लागू नहीं किया जा सकता है। हालांकि बीच-बीच में डीए बढ़ोतरी का लाभ इन कर्मचारियों को मिलता रहा, लेकिन सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों के तहत वेतन बढ़ोतरी और भुगतान अब तक नहीं हो सका है, लेकिन माना जा रहा है कि जल्द ही ये खुशखबरी कर्मचारियों को मिलेगी।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार इसी बैठक में केंद्रीय कर्मचारियों के न्यूनतम वेतन पर भी फैसला कर सकती है। सब कुछ ठीक रहा और कैबिनेट बैठक में अगर इस प्रस्ताव पर मुहर लग गई, तब जल्द ही वित्त मंत्रालय की तरफ से उसके संबंध में आधिकारिक ऐलान भी कर दिया जाएगा।


अज्ञात वाहन की चपेट में आने से दो की मौत

संतकबीरनगर। खलीलाबाद कोतवाली क्षेत्र के राष्ट्रीय राजमार्ग मगहर एवं बीएसएनएल आफिस के निकट मंगलवार की देर रात अज्ञात वाहन की चपेट में आने से दो लोगो की मौत हो गई। घटना की सूचना पर पहुची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पीएम के लिए भेजा तथा मृतक के परिजनो को सूचना दी। पहली घटना मगहर चैकी के निकट बाईक सवार एक युवक को अज्ञात वाहन ने तेज रफ्तार से ठोकर मार दिया। जनपद बस्ती थाना लालगंज, जिगिना निवासी चन्द्रकेश चैधरी पुत्र रामकरन चैधरी के रूप में की गई। इसी तरह बीएसएनएल आफिस के निकट पैदल टहल रहे खलीलाबाद थाना क्षेत्र के बरई टोला निवासी राधेश्याम चैरसिया पुत्र राजमन को अज्ञात वाहन तेज रफ्तार से ठोकर मारते हुए फरार हो गया और घटना स्थल पर ही उनकी मृत्यु हो गई।


साइबेरिया में निकला सबसे कीमती हीरा

साइबेरिया। पूर्वी साइबेरिया में बसा 'मिरनी माइन' दुनिया की सबसे बड़ी हीरे की खदान है, यह मानव द्वारा निर्मित दुनिया का सबसे बड़ा गड्ढा है इसकी गहराई 1722 फीट और 3900 फीट चौड़ाई है।


यहां से बेहिसाब हीरे निकालें गए हैं इस खदान को सोवियत संघ के भू वैज्ञानिकों द्वारा 13 जून, 1955 को खोजा गया था, इस खदान में साल 1957 में काम शुरू किया गया थे।इसे खोदने के लिए कर्मचारियों ने जेट इंजन और डायनामाइट्स का इस्तेमाल किया था, इस खदान से रूस हर साल 10 मिलियन यानी एक करोड़ कैरेट हीरा निकालता था। इसका गड्ढा इतना बड़ा है की इसके ऊपर से गुजरने वाले हेलिकॉप्टर कई बार हवा के दबाव के कारण इसमें समा गए। बाद में इसके ऊपर किसी भी उड़ान को प्रतिबंधित कर दिया गया, साल 2011 में इस खदान को पूरी तरह बंद किया जा चुका है।


भीषण सड़क हादसे में 2 लोगों की मौत

रोहतास। सासाराम-डेहरी थाना अंतर्गत सुआरा मोड़ के समीप अनियंत्रित बोलेरो ने सड़क के किनारे खड़े टैंकर को टक्कर मार दिया। जिसमें 2 लोगों की मौत घटनास्थल पर ही हो गई।


जानकारी के मुताबिक झारखंड के रामगढ़ के रहने वाले यह परिवार इलाहाबाद के उत्तर प्रदेश से संगम स्नान करके अपने घर वापस जा रहे थे। लिहाज़ा लौटने के क्रम में ही सुआरा गांव के समीप रात के वक्त सड़क हादसा हो गया। बताते चलें कि रात काफी होने की वजह से ड्राइवर को नींद आने लगी थी। लिहाजा नींद के दौरान ही ड्राइवर ने रोड के किनारे खड़े टैंकर में जाकर टक्कर मार दिया। जिसके बाद बोलेरो में सवार एक ही परिवार के 2 लोगों की मौत घटनास्थल पर ही हो गई। इसके अलावा तीन और लोग बुरी तरीके से घायल हो गए। जिसके बाद घायलों का इलाज सासाराम के सदर अस्पताल में किया जा रहा है।


लिहाजा घटना के बाद कोहराम मच गया लोगों ने आनन-फानन में घायलों को सासाराम के सदर अस्पताल इलाज के लिए भर्ती कराया। उसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सासाराम सदर अस्पताल भेज दिया। मृतक के रिश्तेदार ने बताया कि लौटने के क्रम में ही ड्राइवर के नींद आने की वजह से यह घटना हो गया। सभी परिवार अपने घर झारखंड के रामगढ़ वापस जा रहे थे।


सीजेआई के दफ्तर में आरटीआई लागू

नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट एक और बड़ा फैसला लिया, सूचना के अधिकार के तहत आएगा चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया का दफ्तर। कोर्ट ने कहा- CJI का दफ्तर पब्लिक अथॉरिटी है। यदि जनता उसके विषय में किसी प्रकार की जानकारी चाहती है,तो वे उसका संवैधानिक अधिकार भी बनता है। इसी वजह से सुप्रीम कोर्ट ने हाई कोर्ट का फैसला बरकरार रखा। फैसला सुनाते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा- सूचना देने से न्यायपालिका की स्वतंत्रता प्रभावित नहीं होती हैं। लेकिन कुछ सूचनाओं की निजता और गोपनीयता का ध्यान रखा जाना चाहिए।


'जाधव' का मामला सिविल कोर्ट में चलेगा

इस्लामाबाद। भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव के मामले में पाकिस्तान बड़ा फैसला लेने जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक, जाधव के मामले को सिविलियन कोर्ट में चलाने के लिए आर्मी एक्ट में बदलाव किया जाएगा। इसके बाद जाधव को अपनी गिरफ्तारी के खिलाफ सिविलियन कोर्ट में अपील करना होगा।


इससे पहले पिछले महीने भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव के केस में इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस (आईसीजे) ने पाकिस्तान को फटकार लगाई। आईसीजे के अध्यक्ष जज अब्दुलाकावी यूसुफ ने यूएन जनरल असेंबली को जानकारी देते हुए बताया कि कुलभूषण जाधव के मामले में पाकिस्तान ने वियना कन्वेंशन के अनुच्छेद 36 के तहत अपने दायित्वों का निर्वहन नहीं किया। पूरे मामले में आवश्यक कार्यवाही भी नहीं की गई।


पासपोर्ट पर पड़ सकता है आतंकवादी साया

ग्वालियर। भारत में बनने वाले पासपोर्टों पर पाकिस्तान और वहां के आतंकियों का साया पड़ सकता है? ग्वालियर के आशीष चतुर्वेदी की मानें तो हमारे देश से भविष्य में जारी होने वाले पासपोर्ट खतरे में पड़ सकते हैं। मालूम हो कि, आशीष चतुर्वेदी वही व्हिसिल ब्लोअर हैं जिन्होंने मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान की सरकार में हुए व्यापम घोटाले को उजागर किया था। आशीष ने अब ई-पासपोर्ट मामले में घोटाले का खुलासा करते हुए वरिष्ठ अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाऐ हैं। उनका कहना है कि टेंडर की शर्तों का उल्लंघन करते हुए पाकिस्तान से सम्बन्ध रखने वाली कम्पनी को लाभ पहुंचाया जा रहा है। आशीष ने इसकी शिकायत पीएमओ सहित अन्य जगह की है।


आशीष चतुर्वेदी ने केंद्र सरकार द्वारा पूरी की गई ई पासपोर्ट टेंडर प्रक्रिया पर गंभीर आरोप लगाये है। उन्होंने बताया कि भारत सरकार ने ई पासपोर्ट के लिए टेंडर जारी किया था, जिसमें बहुत सारी विदेशी कम्पनियों ने भी हिस्सा लिया। इनमें तीन से चार कम्पनियां अंतिम दौर में पहुंच गईं। जिसमें से फ़्रांस की कम्पनी जिमेल्टो को ये टेंडर दिया जाना लगभग तय है। आशीष का कहना है कि उनको जानकारी लगी कि ये कम्पनी पाकिस्तान से भी सम्बन्ध रखती है जबकि, शर्तों के हिसाब से चीन या पाकिस्तान से किसी भी तरह का सम्बन्ध रखने वाली कोई भी कम्पनी इस टेंडर में शामिल नहीं हो सकेगी। आशीष ने कहा कि जब उन्होंने इससे सम्बंधित दस्तावेज चेक किए तो बात सही निकली। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रक्रिया से जुड़े भारतीय विदेश सेवा और भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों ने इसको नजरंदाज किया। इंटेलिजेंस से कम्पनी का वेरिफिकेशन भी नहीं कराया गया।


आशीष का आरोप है  कि वरिष्ठ अधिकारियों ने पाकिस्तान और आई एस आई से जुड़ी कम्पनी की मदद की और उसे टेंडर प्रक्रिया के अंतिम दौर में पहुंचाया। जिसकी शिकायत उन्होंने पीएमओ, विदेश मंत्रालय, डायरेक्टर सीबीआई , पासपोर्ट एथोरिटी से की है। उन्होंने मांग की है कि इस प्रक्रिया को निरस्त किया जाये और दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाये।


हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया

हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कांग्रेस पर अपना हमला तेज ...